चुरू मात्र 12 घंटो में रतनगढ ‘‘डबल मर्डर‘‘ का पर्दापाष, मुल्जिम गिरफ्तारी में ‘‘जानु‘‘ का रहा अहम रॉल
चुरू दिनांक 08.07.2018 को समय 06ः50 पीएम पर ग्राम खोतड़ी से जरिये टेलीफोन पुलिस थाना रतनगढ में सूचना मिली कि ग्राम खोतड़ी में कमलेश कुमार के घर दादी व पोती की अज्ञात व्यक्ति ने गला रेतकर हत्या कर दी। सूचना पर श्री राणीदान पुनि थानाधिकारी पुलिस थाना रतनगढ मय जाप्ता व सीओ रतनगढ श्री नारायणदान मौके के लिये रवाना हुए। मौके पर पहुंच मौका का निरीक्षण किया तो गांव स्थित कुमार जाट के घर पर कमरे मे पर बेटी सोनू व बाहर के कमरे मे चारपाई पर उसकी माता मोहनी देवी की लाश खून से सनी हुई पड़ी हुई थी। किसी व्यक्ति ने उन दोनां की धारदार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी गई थी।
पुलिस अधीक्षक जिला चूरू श्री राहुल बारहट व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुजानगढ श्री सतनाम सिंह मौका पर पहूंचे। मौके पर श्री कमलेश कुमार द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर अभियोग सख्या 199 दिनांक 08.07.2018 धारा 302 भादस में दर्ज कर अनुसंधान थानाधिकारी श्री राणीदान पु.नि द्वारा शुरू किया गया।
कोई ठोस सबूत नहीं मिलने पर चूरू हैडक्वार्टर से एफएसएल एवं श्रीगंगानगर से डॉग स्कवॉड टीम को मौका पर बुलाया गया। डॉग ‘‘जानु‘‘ मय हैंडलर श्री मनरूप के मौका पर आये। घटनास्थल से जानु संदिग्ध मुल्जिम के सामान को सूंघकर मुल्जिम के घर के बाहर जा पहूंचा। जहां से पुलिस टीम व एफएसएल टीम ने साक्ष्य एकत्र कर मुल्जिम को दस्तयाब किया। ‘‘जानु‘‘ 18 माह का डॉग है, जिसने बंगलोर से ट्रेनिंग ली है। ‘‘बेल्जन शेफर्ड‘‘ प्रजाति के ‘‘जानु‘‘ ने मुल्जिम गिरफ्तारी में अहम भूमिका अदा की।
पुलिस की सूझबूझ, एफएसएल टीम एवं डॉग स्क्वायड की तत्परता से शक की सूई मृतका मोहनी देवी के पोते व मृतका सोनू के चचेरे भाई लक्ष्मणराम पुत्र किशनाराम जाति जाट उम्र 28 वर्ष निवासी खोतड़ी की तरफ गई जिस पर लक्ष्मणराम को दस्तयाब कर पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया व बताया कि मैं कल दोहपर अपने चाचा कमलेश के घर गया तो सोनू घर में अकेली थी व बाहर के कमरे मे मेरी बूढी दादी सो रही थी। तब मेरी नियत बिगड़ गई और इस स्थिति का फायदा उठाकर मैंने सोनू के साथ जबरदस्ती बलात्कार का प्रयास किया व जब उसने शोर किया, विरोध किया व कहा कि मै मेरे मम्मी पापा को बताउंगी एवं इतने में दादी भी रोला करने लग गई तब मैंने सोनू के कमरे में रखे सब्जी काटने वाले चाकू से सोनू के गर्दन पर वार किया व कमरे से निकल कर दादी के कमरे में गया। वहां पर दादी के गले पर वार कर भाग गया। इस पर लक्ष्मणराम को गिरफतार किया गया।
घटनास्थल से एफएसएल व डॉग स्कवॉड की मदद से अहम सबूत जुटाये गए। मोहनीदेवी व सोनू के शवों का पोस्टमार्टम करा कर शव परिजनों के सुपुर्द किये गए। मृत्यु का कारण गले में गहरा घाव लगना व रक्त का अधिक बहना है। मुल्जिम से गहनता से पूछताछ की जा रही है। इस प्रकार जिला पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट व उनकी टीम की सूझबूझ व तत्परता से एक जघन्य दोहरे हत्याकाण्ड का मात्र 12 घण्टे मे पर्दाफाश कर मुल्जिम को गिरफतार कर लिया गया।