उन्नाव रेप केस जांच: हाईकोर्ट ने पूछा- विधायक को गिरफ्तार क्यों नहीं किया , योगी ने जांच सीबीआई से कराने का लिया फैसला
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के उन्नाव रेप केस में आरोपी भारतीय जनता पार्टी के विधायक कुलदीप सेंगर की मुसीबतें बढ़ गई हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले की जांच सीबीआई से कराने का फैसला किया है। वहीं, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया। हाईकोर्ट ने गुरुवार दोपहर सरकारी वकील से पूछा- इस मामले में अब तक विधायक को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया? न्यूज एजेंसी के मुताबिक- इलाहबाद हाईकोर्ट कल दोपहर इस मामले में आदेश दे सकता है। वहीं, इस मामले को लेकर सियासत भी तेज हो गई है। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी योगी सरकार की आलोचना कर रही हैं।
मामला एक नजर में
- मामला पिछले साल 4 जून का है। कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ रेप की शिकायत दर्ज कराई गई। आरोप है कि 3 अप्रैल को विधायक के भाई अतुल ने विक्टिम पर केस वापस लेने का दबाव बनाया। 8 अप्रैल को पीड़िता के परिवार ने सीएम हाउस के सामने आत्मदाह की कोशिश की। पुलिस ने बचाया। 9 अप्रैल को विक्टिम के पिता की उन्नाव जेल में मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया कि मृतक के शरीर पर चोट के 14 निशान थे। माखी थाने के एसओ समेत 6 कॉन्स्टेबल को सस्पेंड किया गया। आरोपी विधायक के भाई अतुल समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है।
- बवाल बढ़ा तो जांच सीबीआई को सौंप दी गई। इसके पहले आरोपी विधायक ने पुलिस के सामने सरेंडर करने की कोशिश की। यूपी के डीजीपी का कहना है कि मामला सीबीआई को सौंप दिया गया है, इसलिए गिरफ्तारी का फैसला भी वो ही करेगी। दूसरी तरफ, आरोपी विधायक योगी से मिलकर सफाई पेश कर चुके हैं।
राहुल गांधी का ट्वीट
- राहुल ने बुधवार को ट्वीट किया, "यूपी में अपनी बेटी के लिए न्याय की गुहार कर रहे एक पिता पर हुई बर्बरता ने मानवता को शर्मसार कर दिया है। आशा है कि प्रधानमंत्रीजी भाजपा शासन में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार, कानून तंत्र की विफलता और बढ़ती अराजकता के लिए भी जल्द ही उपवास रखेंगे।"