जम्मू.कठुआ में 8 साल की बच्ची से निर्भया जैसी दरिंदगी किए जाने पर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर सवाल उठाया। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने गुरुवार को कहा कि मोदीजी रेप की घटनाओं के विरोध में उपवास क्यों नही रखते? फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी हस्तियों ने भी इस घटना पर गुस्सा जाहिर किया है। अभिनेता-निर्देशक फरहान अख्तर ने कहा- अगर आप उस 8 साल की बच्ची के भय को महसूस नहीं कर सकते हैं तो आप इंसान नहीं हैं। जम्मू-कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कानून तोड़ना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस बीच जम्मू-कश्मीर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बीएस सलाथिया ने कहा- एक जांच के अधिकारी पर पहले रेप और मर्डर के आरोप लगे हैं। ऐसे अधिकारी के जांच से जुड़ने पर जांच प्रक्रिया पर ही सवालिया निशान लग जाएगा।
वकील बोले- हमें बदनाम किया जा रहा है
- सलाथिया ने कहा, "वकीलों को बदनाम किया जा रहा है। ऐसा राज्य में सांप्रदायिकता फैलाने के लिए किया जा रहा है। हम केवल इतना कह रहे हैं कि केस को सीबीआई को सौंप दिया जाए। क्या कोई ये कहता है कि सीबीआई सांप्रदायिक है। क्राइम ब्रांच कश्मीर घाटी से एक अफसर को लाई है, जबकि महकमे के पास पर्याप्त अधिकारी हैं। इस अफसर पर पहले ही रेप और मर्डर के आरोप लग चुके हैं। ऐसा अफसर अगर जांच में शामिल रहेगा तो जांच प्रक्रिया पर ही सवालिया निशान लग जाएगा। इस केस में ना केवल न्याय होना चाहिए, बल्कि वास्तव में ऐसा लगना चाहिए कि न्याय हुआ। "
कांग्रेस का सवाल- बेटी छिपाओ का संदेश देना चहती है सरकार?
- कपिल सिब्बल ने कहा, "प्रधानमंत्री जी आप क्या संदेश देना चाहते हैं, बेटी बचाओ का या फिर बेटी छिपाओ का? प्रधानमंत्री उन्नाव और कठुआ में बलात्कार के मामलों पर चुप हैं। वे रेप की घटनाओं के खिलाफ उपवास क्यों नहीं रखते हैं? वे ये लोगों को क्यों नहीं बताते कि इन घटनाओं से उन्हें बुरा महसूस हो रहा है और इसलिए वे उपवास रख रहे हैं।"
महबूबा मुफ्ती ने कहा- इंसाफ होगा
- महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कठुआ रेप केस की जांच तेजी से हो रही है। गैरजिम्मेदाराना हरकतों के चलते कानून को टूटने नहीं देंगे। इस मामले में इंसाफ जरूर होगा।
पुलिस ने चार्जशीट में क्या कहा?
समुदाय विशेष को हटाने की साजिश:कठुआ में जनवरी में आठ साल की बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म और उसकी हत्या की वारदात बकरवाल समुदाय को इलाके से हटाने की साजिश थी। जम्मू-कश्मीर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के समक्ष आठ आरोपियों के खिलाफ दायर दो चार्जशीट में यह दावा किया।
मंदिर का सेवादार मुख्य साजिशकर्ता:फॉरेंसिक जांच में साबित हो चुका है कि हत्या से पहले बच्ची को एक हफ्ते तक देवीस्थान में प्रताड़ित किया गया। पुलिस ने कठुआ स्थित रासना गांव में देवीस्थान के सेवादार सांझी राम को अपहरण, दुष्कर्म और हत्या का मुख्य साजिशकर्ता बताया है। उसके साथ कुल आठ लोग गिरफ्तार किए गए हैं, जिनमें से कुछ हिंदू एकता मंच से भी जुड़े हैं।
नशीली दवा देकर किया दुष्कर्म:जम्मू-कश्मीर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सीजेएम कोर्ट में आठ आरोपियों के खिलाफ दो अलग-अलग चार्जशीट दायर की हैं। इसमें कहा गया कि बच्ची को मंदिर में भूखा-प्यासा रखा गया। मंदिर का संचालन सेवादार साझीराम करता है। बच्ची को खाली पेट नशीली दवाएं दी गईं और यहीं पर उसके साथ 6 लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया।
जांच अधिकारी ने सबूत मिटाए:चार्जशीट में हेड कॉन्स्टेबल तिलक राज और एसआई आनंद दत्त भी नामजद हैं। इन पर सांझीराम से 4 लाख रुपए लेकर सबूत मिटाने का आरोप है। किशोर की भूमिका को लेकर अलग चार्जशीट दाखिल की गई है। इसमें कहा गया है कि बच्ची का शव मिलने से पहले 11 जनवरी को किशोर ने अपने चचेरे भाई जंगोत्रा को मेरठ से लौटने को कहा था।
घोड़ा चराने जंगल गई थी बच्ची: बच्ची घोड़े चराने के लिए जंगल गई थी। आरोपियों ने घोड़े ढूंढने में मदद के बहाने उसे अगवा कर लिया। अगले दिन माता-पिता सांझीराम से पूछताछ करने मंदिर भी गए। उसने कहा कि बच्ची किसी रिश्तेदार के घर गई होगी।
हत्या से पहले पुलिसकर्मी ने किया रेप: एक पुलिसकर्मी खजूरिया ने किशोर को बच्ची के अपहरण के लिए लालच दिया था। उसे बोर्ड परीक्षा में नकल में मदद का भरोसा भी दिलाया था। किशोर ने परवेश से इस योजना में मदद मांगी। सांझीराम के निर्देश पर बच्ची को मंदिर से हटाया गया। मन्नू, जंगोत्रा और किशोर बच्ची को जंगल ले गए। हत्या से पहले पुलिसकर्मी खजूरिया ने बच्ची से रेप किया और फिर इसके बाद किशोर ने बच्ची की हत्या कर दी।
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