गुरुवार, 12 अप्रैल 2018

समदड़ी। अस्पताल में पेयजल का भारी संकट, मरीजों सहित ग्रामीण परेशान

समदड़ी। अस्पताल में पेयजल का भारी संकट, मरीजों सहित ग्रामीण परेशान
रिपोर्ट :- सुनील दवे /समदड़ी

बाड़मेर जिले के समदड़ी के स्वास्थ्य सामुदायिक केंद्र में इन दिनों भीषण गर्मी मे मरीजों एवं उनके परिजनों के लिए संकट पानी बना हुआ है। हालांकि, अस्पताल परिसर के बाहर की तरफ भामाशाह द्वारा ठंडे शीतल पानी की प्याऊ की व्यवस्था है। मगर, अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के चलते उसमें ना तो समय पर जल आपूर्ति होती है और ना ही वहां पर प्याऊ पर कोई कार्मिक लगा है।



ऐसे मे भीषण गर्मी मे मरीजों के साथ आने वाले परिजनों को बूंद-बूंद पानी के लिए भटकना पड़ता है। प्याऊ के बाहर की तरफ नल लगे हुए है लेकिन, उसमें पानी नहीं आता है। ऐसे मे गरीब मरीजों को पीने के पानी के ऊंचे दामों पर बाहर लगी दुकानों से खरीदना पड़ रहा है।

मामले को लेकर ग्रामीणों द्वारा जिम्मेदार अधिकारियों को कई बार अवगत करवाया जा चुका है लेकिन, इस विकट समस्या पर कोई गंभीर नहीं है। गर्मी का मौसम है ऐसे में मौसमी बीमारियों के चलते दिनभर अस्पताल में मरीजों की कतारे लगी रहती है और उनके साथ में आने वाले परिजन भी पानी के लिए इधर-उधर भटकते हुए नजर आते हैं। लेकिन, इस ओर ना ही अस्पताल प्रशासन ध्यान दे रहा है ना ही स्थानीय जनप्रतिनिधि। जानकारी के लिए आपको बता दें कि हाल ही में 2 दिन पूर्व led वॉल के उद्घाटन के लिए विधायक भी इसी रास्ते से गए थे। लेकिन, महज कुछ बातों को लेकर के अस्पताल प्रशासन को फटकार लगाई। लेकिन, पेयजल की समस्या के बारे में नहीं तो उन्होंने किसी को कहा और ना ही अस्पताल की समस्याओं को लेकर के मरीजों एवं उनके परिजनों से किसी प्रकार की कोई बातचीत की। बस महज मीडिया में सुर्खियां बटोरने के लिए led वॉल का उद्घाटन कर चलते बने।

धोरीमन्ना। घर मे घुसकर धारदार हथियारों से किया बदमाशों ने हमला

धोरीमन्ना। घर मे घुसकर धारदार हथियारों से किया बदमाशों ने हमला 



धोरीमन्ना। थाना क्षेत्र के चैनपुरा गांव में बुधवार दोपहर को पुरानी रंजिश के कारण बोलेरो में सवार होकर आए बदमाशो ने एक परिवार के बुजुर्ग व महिलाओ समेत छह लोगो पर जानलेवा हमला कर दिया।




थानाधिकारी सुरेश सारण ने बताया कि चैनपुरा गांव निवासी राजुराम पुत्र पूनमाराम विश्नोई ने रिपोर्ट देकर बताया कि कुछ दिन पहले उनके पिता की मौत हो चुकी थी इस बीच उनके रिश्तेदार एवं अन्य लोगसांत्वना देने के लिए लगातार उनके यहां आते रहते है। वहीं, बुधवार दोपहर को पुरानी रंजिश के कारण बोलेरो में सवार होकर आए बांड निवासी पुखराज, खेराजराम, विशनाराम पुत्र सुरताराम विश्नोई व चार अन्य बदमाश लोग हाथो में धारदार हथियार लिए उनकी ढाणी में अनाधिकृत प्रवेश किया। तथा उसके व विंजाराम पुत्र कुंभाराम विश्नोई, तेजाराम पुत्र कुंभाराम विश्नोई, गोमीदेवी पत्नी राजुराम व सरवाना निवासी कैलीदेवी पत्नी भूराराम विश्नोई, हीरोंदेवी पत्नी जालाराम विश्नोई निवासी राणासर खुर्द पर जानलेवा हमला कर दिया। बदमाशो ने इतनी बेरहमी से मारपीट की इससे सभी जने बेहोश हो गए। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची तथा सभी घायलो को धोरीमन्ना सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर आए जहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी को सांचौर रेफर कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी।



रिपोर्ट पेशकर्ता राजुराम की पत्नी ने आरोप लगया कि उक्त बदमाश लोग उसका नाक काटने के लिए आए थे, लेकिन वह घर पर नहीं मिली तो बच गई।


क्षेत्र में युवाओ में स्मेक का जहर बढ़ता जा रहा है तथा स्मेक पीने के बाद युवा लोग हथियारो से लैस होकर जानलेवा हमला कर देते है। ऐसी ही एक घटना पिछले माह खारी गांव में भी घटित हुई। जिसमें दो परिवार के सदस्यो पर स्मेकिए रात के समय में अनाधिकृत रूप से प्रवेश करके बेरहमी से मारपीट की थी। पीड़ित परिवार ने जब घटना का मामला पुलिस थाने में दर्ज करवाया तो बदमाशो ने जान से मारने की धमकिया तक दे दी।

बाड़मेर। खुले पड़े बिजली बॉक्स दे रहे हादसों को न्योता

बाड़मेर। खुले पड़े बिजली बॉक्स दे रहे हादसों को न्योता



।। गली मोहल्ले में खुले पड़े मिनी ट्रांसफार्मर दुर्घटना को न्योता दे रहे हैं ।।




बाड़मेर। विधुत विभाग की अनदेखी से शहरी क्षेत्र में कई स्थानों पर बिजली बॉक्स खुले पड़े हैं। एेसे हालात ये खुले बिजली के बॉक्स कभी भी बड़ा हादसे का कारण बन सकते हैं। इसके बावजूद बिजली के बॉक्स बंद कराने को लेकर विधुत विभाग उदासीनता बरत रहा है।


No automatic alt text available.

जिला मुख्यालय पर दिनभर की गर्मी के बाद बुधवार दोपहर बाद अचानक इन्द्र देवता मेहरबान हो गए, उमस गर्मी सहते सहते आज लोगो ने थोडी राहत की साँस ली। वही बारिश के दौरान शहर में लगे बिजली के बॉक्स में पानी जाने की वजह से तारों से तेज स्पार्किग होना शुरू हो गई । वही स्थानीय लोगो ने तत्परता देखिते हुए चलती बारिश में डंडे की सहायता से कड़ी मशक्कत के बाद खुले बिजली के बॉक्स को किया जिसके बाद स्पार्किग होना बंद हो गया । लोगो ने राहत की सांस ली। लोगों की सूझबूझ की वजह से हादसा टल गया । अगर कोई बारिश के दिनों में गलती से कोई बच्चा या कोई राहगीर टकरा गया तो आने वाले दिनों एक बड़ा हादसा हो सकता है। शहरी क्षेत्रों में लगे बिजली के बोक्सो की देखरेख ओर उनकी सुध न लिये जाने से लगता है कि विभाग किसी बड़े हादसे के इन्तजार में है।

मंगलवार, 10 अप्रैल 2018

बाड़मेर। नहीं दिखा बंद का असर , जिला एवं पुलिस प्रशासन रहा सजग , सुरक्षाकर्मी जवान रहे मुस्तेद

बाड़मेर। नहीं दिखा बंद का असर , जिला एवं पुलिस प्रशासन रहा सजग , सुरक्षाकर्मी जवान रहे मुस्तेद 



बाड़मेर। दो अप्रैल को दलितों के भारत बंद के खिलाफ आज आारक्षण विरोधियों की तरफ से सोशियल मीडिया के माध्यम से भारत बंद का अह्वान किया गया था लेकिन सरहदी जिले बाड़मेर में बंद का कोई असर नहीं दिखा। हर दिन की भांति आज को भी लोगों ने अपने-अपने कार्यों को निपटाया। दुकान, दफ्तर,स्कूल, सभी खुले रहे। सड़क व रेल यातायात भी सामान्य रहा। एहतियात के तौर पर बाड़मेर जिला एवं पुलिस प्रशासन सजग रहा। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर पुलिस बल तैनात किया गया है। इसके अलावा शहर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस और सीमा सुरक्षा बल के जवान मुस्तेद रहे। उच्च अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते नजर आये। सुरक्षा को देखते हुए बाड़मेर में इंटरनेट सेवा पर पाबंदी लगा दी। समाचार लिखे जाने तक जिले में शांति एवं कानून व्यवस्था कायम। 




बाड़मेर। भारत बंद का बाड़मेर में नहीं दिखा कोई असर , चप्पे-चप्पे पर पुलिस और सीमा सुरक्षा बल मुस्तेद , इंटरनेट सेवा पर पाबंदी

बाड़मेर। भारत बंद का बाड़मेर में नहीं दिखा कोई असर , चप्पे-चप्पे पर पुलिस और सीमा सुरक्षा बल मुस्तेद , इंटरनेट सेवा पर पाबंदी

बाड़मेर। आठ दिन पहले हुए दलित संगठनों के भारत बंद के जवाब में आरक्षण के विरोध में सोशल मीडिया पर दस अप्रेल को भारत बंद के आह्वान का बाड़मेर में कोई असर देखने को नहीं मिला। नियमित रूप से सभी स्थान पर प्रतिष्ठान खुले है। दस अप्रेल को भारत बंद के आह्वान का असर बाड़मेर में देखने को नहीं मिला। एहतियात के तौर पर पुलिस ने अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर रखी है। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस का कहना है कि बंद का किसी संगठन या संस्था ने समर्थन नहीं किया है यदि किसी ने जबरदस्ती बंद करवाने की कोशिश की तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। वही बाड़मेर शहर और सिवाना में धारा 144 लगी हुई है। सुरक्षा को देखते हुए बाड़मेर में इंटरनेट सेवा पर पाबंदी लगा दी। हालांकि जिले में अभी शांति बनी हुई है। इसके अलावा शहर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस और सीमा सुरक्षा बल के जवान मुस्तेद है।





बाड़मेर। भारत बंद आह्वान को लेकर पुलिस अलर्ट ,सीमा सुरक्षा बल मुस्तेद

बाड़मेर। भारत बंद आह्वान को लेकर पुलिस अलर्ट ,सीमा सुरक्षा बल मुस्तेद 


बाड़मेर। सामान्य वर्ग के संगठनों के भारत बंद आह्वान को लेकर बाड़मेर जिला पुलिस मंगलवार की रोज अलर्ट नजर आई। पूरे जिले में मंगलवार को अलर्ट नजर आया। हर चौराहे पर पुलिस बल तैनात रहा। सोशल मीडिया पर सामान्य वर्ग द्वारा मंगलवार को भारत बंद का संदेश तेजी से वायरल होने के बाद पुलिस और जिला प्रशासन पूर्ण रूपेण सतर्क नजर आया । 2अप्रैल के भारत बंद के दौरान हुई हिंसा और बवाल के बाद पुलिस ने 60 लोगों को विभिन्न 17 मामलों में सलाखो के पीछे डाल दिया है।जानकारी के मुताबित समान्य वर्ग के संगठनों को कानून के दायरे में रह कर विरोध करने की चेतावनी पुलिस की तरफ से दी गई है।बीते दो अप्रैल को दलित समाज के संगठनों ने भारत बंद किया था। इस दौरान प्रदेश के कई जगहों के साथ साथ बाड़मेर में भी हिंसा हुई थी। इसे गंभीरता से न लेने की वजह से तैयारियां अधूरी रह गई थी और जिले में भी कई जगह हिंसक प्रदर्शन हुए थे। वहीं, बताया जा रहा है कि दलित समाज के भारत बंद का जवाब देने के लिए सामान्य वर्ग के संगठनों ने भी 10 अप्रैल को भारत बंद करने का आहवान किया है। सोशल मीडिया और फेसबुक सहित अन्य सोशल मीडिया पर संदेश वायरल हो रहा है कि समान्य वर्ग व पिछड़ा वर्ग के संगठन दस अप्रैल को भारत बंद करेंगे। पुलिस ने खूफिया विभाग से भी मामले की रिपोर्ट पर पैनी नजर रखी जा रही हैं। शहर में शांति व्यवस्था और आपसी सौहार्द के लिए चप्पे चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था नजर आई। बाड़मेर के अम्बेडकर सर्किल, अहिंसा चौराहा, गांधी चौक, शहीद सर्किल, न्यू अम्बेडकर सर्किल, महावीर सर्किल समेत विभिन्न इलाकों में सीमा सुरक्षा बल और पुलिस की मुस्तेदी नजर आई।

Image may contain: 1 person, standing and outdoor

बाड़मेर। बंद करवाया तो होगी कानूनी कार्रवाई,शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील

बाड़मेर। बंद करवाया तो होगी कानूनी कार्रवाई,शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील
बाड़मेर। किसी भी संगठन या व्यक्ति की ओर से 10 अप्रैल को बंद को लेकर प्रशासन से स्वीकृति नहीं चाही गई है। इस संबंध में किसी भी संगठन अथवा व्यक्ति ने प्रशासन को पूर्व सूचना भी नहीं दी है। ऐसे में अगर किसी ने गैर कानूनी बंद करवाने का प्रयास किया तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने बताया कि 10 अप्रैल को किसी भी संगठन एवं व्यक्ति की ओर से जुलूस या रैली आदि की पूर्व अनुमति नहीं चाही गई है। उन्होंने आमजन से असुरक्षा एवं भय की भावना से मुक्त तथा अफवाहों से दूर रहकर आपसी सद्भाव बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने बताया कि बाड़मेर शहर एवं सिवाना कस्बे में  धारा 144 लागू है। जिला एवं पुलिस प्रशासन की ओर से शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए माकूल सुरक्षा इंतजाम किए गए है। उन्होंने आमजन से अनुरोध किया है कि किसी भी प्रकार का आपत्तिजनक एवं भडकाऊ संदेश प्राप्त होने पर उसे फॉरवर्ड करने की बजाय पुलिस एवं जिला प्रशासन के साथ शेयर करे,ताकि उसकी सत्यता व प्रमाणिकता की जांच की जा सके। जिला कलक्टर नकाते ने बताया कि बाड़मेर जिला मुख्यालय पर कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए चार कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं। इसी तरह बालोतरा शहर एवं 14 तहसील क्षेत्रों में संबंधित उपखंड मजिस्टेªट एवं तहसीलदारो को कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया हैं। जिला कलक्टर नकाते ने आमजन से शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है
barmer collector photo के लिए इमेज परिणाम

सोमवार, 9 अप्रैल 2018

बाड़मेर। भू - अभिलेख निरीक्षक को एसीबी टीम ने रिश्वत लेते दबोचा

बाड़मेर। भू - अभिलेख निरीक्षक को एसीबी टीम ने रिश्वत लेते दबोचा

बाड़मेर। शिव उपखण्ड कस्बे में भू - अभिलेख निरीक्षक प्रेमदान चारण को एसीबी टीम ने 1700 रुपये रिश्वत लेते सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। रिश्वत लेते हुए एसीबी टीम ने भू - अभिलेख निरीक्षक प्रेमदान चारण को किया रंगे हाथों गिरफ्तार, 1700 रिश्वत की राशि की बरामद। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ( एसीबी ) जैसलमेर के DY एसपी अनील पुरोहित के नेतृत्व में हुई कार्यवाही। केसीसी व सोसायटी डायरी में खाता अंद्राज करवाने की एवज़ भू - अभिलेख निरीक्षक प्रेमदान चारण में ले रहे थे रिश्वत।

रिश्वत के लिए इमेज परिणाम

बाड़मेर। युवा समाज के कर्णधार- विधायक जैन

बाड़मेर। युवा समाज के कर्णधार- विधायक जैन

बाड़मेर। शिवाजी ग्रुप की स्नेह मिलन समारोह स्थानीय कुर्जा मन्दिर प्रागण में सम्पन्न हुआ। समारोह की अध्यक्षता बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने की। इस अवसर पर जैन ने कहा कि ग्रुप की ओर से किये गये कार्य सराहनीय है। ग्रुप को युवाओं में बढ रही नशे  की प्रवृति पर कार्य करने के साथ साथ युवाओं में शिक्षा के प्रति जागरूक करें। उन्होने कहा कि षिक्षा के बगैर समाज का विकास नही हो सकता। स्नहे मिलन को सम्बोधित करते हुए षिवाजी ग्रुप के अध्यक्ष कैलाश मेहता ने कहा कि ग्रुप की ओर से लगातार युवाओं को आगे बढाने के प्रयास में कार्य किये जा रहे है। उन्होने कहा कि समाज में जागरूकता लाने के प्रयास में समय समय पर कार्यक्रमांे का आयोजन किया जा रहा है। उन्होने कहा कि समय समय पर सुझाव लेकर ग्रुप की ओर से कार्य किये जायेगंे। युवाओं को सम्बोधित करते हुए मण्डी व्यापार संघ के अध्यक्ष किषनलाल वडेरा ने कहा कि युवाओं का धर्म के प्रति कम होता रूझाने चिन्ता का विशय है। उन्होने कहा कि धर्म के प्रति युवाओं में जागृति लाने के साथ साथ षिक्षा के क्षेत्र में हमें बडे स्तर पर कार्य करने की आवष्यकता है। उन्होने कहा कि आरक्षण के चलते वैसे ही हमें कई अधिक मेहनत की आवष्कता है। उन्होने जैन समुदाय के विकास ओर उत्थान के लिए युवाओं को आगे आने का आवाहन किया। इसके साथ साथ एडवोकेट गौतम बोथरा,प्रकाष श्रीश्रीमाल,मुकेष बोहरा ने भी सम्बोधित किया। स्नेह मिलन के बाद ग्रुप की बैठक का आयेाजन किया गया जहां आगामी वर्श में होने वाले कार्यक्रमों की रूप रेखा पर विचार विर्मष किया गया। आगामी वर्श में ग्रुप की ओर से सदस्यता अभियान चलाने ओर संस्कार षिविर चलाने पर भी निर्णय लिये गये। इस अवसर पर डाॅ प्रदीप जैन,डाॅ कपिल बोहरा,डाॅ मनीश सेठिया,रमेष बोहरा,चम्पालाल मालू,संजय बोथरा सहित सैकडो युवा उपस्थित थे। अतः पवन मालू ने सभी का आभार व्यक्त किया। 


बाड़मेर। गर्मी के दौरान जिले में जलापूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश

बाड़मेर। गर्मी के दौरान जिले में जलापूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश 


बाड़मेर। गर्मी के मौसम के दौरान बाड़मेर जिले 
में समस्त स्थानो पर जलापूर्ति सुनिश्चित की जाए। जलदाय विभाग के अधिकारी नियमित रूप से ग्रामीण इलाको का भ्रमण करने के साथ कंटीजेंसी प्लान में आवंटित बजट का समुचित उपयोग करें। जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर बिजली, पानी संबंधित समीक्षा बैठक के दौरान यह बात कही।



जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि जलदाय विभाग के अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि कोई भी इलाकांे जलापूर्ति से वंचित नहीं रहना चाहिए। उन्हांेने संबंधित विभागीय अधिकारियांे को प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याआंे एवं ग्रामीणांे की मांगांे को सूचीबद्व करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने अधिकारियांे को नियमित रूप से संपर्क पोर्टल पर दर्ज होने प्रकरणांे का अवलोकन कर प्राथमिकता से निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्हांेने डिस्काम के अधीक्षण अभियंता को जलदाय विभाग के बकाया कनेक्शन करवाने के लिए कहा। चिकित्सा विभाग के अधिकारियांे को मौसमी बीमारियांे की रोकथाम के साथ टीकाकरण मंे न्यूनतम 90 फीसदी लक्ष्य हासिलि करने के निर्देश दिए गए। उन्हांेने कहा कि चिकित्सा विभाग की टीमंे शहर मंे आमजन से मिलकर उनको कूलर मंे नियमित रूप से पानी बदलने एवं अन्य सावधानियांे के बारे मंे समझाइश करें। बैठक के दौरान भूमि अवाप्ति अधिकारी अशोक सांगवा, आयुक्त पंकज मंगल, अधीक्षण अभियंता जे.आर.जीनगर, एम.एल.जाट, हेमंत चौधरी, अधिशाषी अभियंता सूराराम चौधरी समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

बाड़मेर। ट्रक व ऑटो की आमने-सामने भिड़ंत , एक मासूम की मौत , दो गंभीर घायल

बाड़मेर। ट्रक व ऑटो की आमने-सामने भिड़ंत , एक मासूम की मौत , दो गंभीर घायल 


बाड़मेर। भादरेश- धनोड़ा के बीच सड़क मार्ग पर सोमवार दोपहर ऑटो और ट्रक की आमने-सामने भिड़ंत में एक मासूम की मौत हो गई। जबकि दो मासूम बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। दुर्घटना के बाद चीख-पुकार मच गई। मौके पर जुटे स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। सुचना मिलने पर पुलिस मोके पर पहुँची। स्थानीय लोगों और क्रेनो की मदद से ट्रक के नीचे दबे मासूमो को निकाला गया। करीब एक घण्टे तक मासूम ट्रक के नीचे तड़फता रहा जिससे उस मासूम की मौत जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। 108 एम्बुलेंस की मदद से राजकीय चिकत्सालय लाया गया। बताया जा रहा है की मासूम पांचवी कक्षा की परीक्षा देकर घर लौट रहे थे तभी बीच रास्ते में ये हादसा घटित हुआ। 




शनिवार, 7 अप्रैल 2018

बाड़मेर। दलित नेताओं ने बाड़मेर एसपी के निलम्बन की उठाई मांग

बाड़मेर। दलित नेताओं ने बाड़मेर एसपी के निलम्बन की उठाई मांग

  
बाड़मेर। भारत बंद कार्यक्रम के संयोजक लक्ष्मण बडेरा ने बाड़मेर मे 2 अप्रेल को बंद मे शरीक दलित समुदाय के लोगों एवं नेताओं पर झूठे आपराधिक मामले दर्ज कर उन्हें बेवजह गिरफ्तार करने तथा पुलिस हिरासत मे लेकर मारपीट करने का आरोप पुलिस पर लगाते हुए यहां के पुलिस अधीक्षक के निलम्बन की मांग की हैं। बडेरा ने बताया कि पूर्व प्रधान उदाराम के साथ उन्होने केन्द्रीय मंत्री अर्जून मेघवाल, अनुसूचित जाति आयोग के राष्ट्रीय सदस्य योगेन्द्र पासवाल, विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह दीपक उत्प्रेती एवं राज्य के एससी आयोग से मिल कर समूचे मामले की जानकारी दी और न्याय की मांग की हैं।
news के लिए इमेज परिणाम



एक विज्ञप्ति मे लक्ष्मण बडेरा ने बताया कि 2 अप्रेल को शांतिपूर्वक आंदोलन चल रहा था। इस बीच किसी वर्ग विशेष के उत्पाती लोगों ने दखल देकर बलवा खड़ा किया जिसके जवाब मे कुछ घायल हुए दलितों को देख साथियों ने भी जवाब देने की कोशिश की। किसी भी प्रदर्शनकारी ने किसी को लाठी से मारपीट नही की हैं। पुलिस प्रदर्शन कर रहे दलित नेताओं से कईं वर्षो से रूष्ट हैं तथा चुन चुन कर मुकदमों मे नाम डाल रही हैं। उन्होने समूचे वीडियो फुटेज की जांच की मांग भी की है।

उन्होने कहा कि किसी भी दलित नेता ने न तो किसी को उपद्रव के लिए उकसाया और न ही खुद ने उत्पात मचाया। ऐसे मे अनेक दलित नेताओं एवं कर्मचारियों को फंसाया जाकर दबिशें दी जा रही है। उन्होेने चेलेंज किया कि जिस वीडियो फुटेज की एसपी दलील दे रहे हैं उस किसी फुटेज मे किसी दलित नेता का चेहरा उत्पात मचाते हुए नही हैं।

उन्होने पूरे मामले की जांच बाड़मेर से बाहर की पुलिस से करवाने एवं एसपी के निलम्बन की मांग करते हुए सभी को ज्ञापन सौंपे और तब तक गिरफ्तारियों को रोकने की मांग की हैं। उन्होेने रोष व्यक्त किया और कहा कि पुलिस जिस बर्बरता से हिरासत मे लिये गये लोगों के साथ बदसलूकी एवं मारपीट कर रही हैं वह असंवैधानिक एवं नाजायज हैं।

बाड़मेर। विश्व स्वास्थ्य दिवस पर मैराथन का हुआ आयोजन

बाड़मेर। विश्व स्वास्थ्य दिवस पर मैराथन का हुआ आयोजन 

बाड़मेर। राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड जिला मुख्यालय बाड़मेर के तत्वाधान में व डॉक्टर वीरेंदर मेमोरियल छात्रावास व NCC कैडेट के सहयोग से विश्व स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष में मैराथन का आयोजन राजकीय महाविद्यालय बाड़मेर कॉलेज परिसर स्टेडियम में आयोजित किया गया। 


सीओ स्काउट योगेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य दिवस वह बाड़मेर के स्थापना दिवस के उपलक्ष में राजकीय महाविद्यालय कॉलेज ग्राउंड पर मैराथन का आयोजन किया गया जिसको श्रीमान हेमाराम चौधरी पूर्व कैबिनेट मंत्री राजस्थान सरकार व कमांडेंट BSF श्री जोर सिंह ने हरी झंडी दिखाकर प्रारंभ की मैराथन के पश्चात डॉक्टर वीरेंदर मेमोरियल छात्रावास में पूनमाराम आर्य एक्स आर्मी द्वारा योगाभ्यास कराया गया वह शरीर को किस किस प्रकार स्वस्थ रखे आदि पर उपयोगी वार्ता दी। 




इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री हेमाराम चौधरी ने अपने उद्बोधन में कहा कि पहला सुख निरोगी काया तथा युवाओं को नशे से दूर रहना वह प्रतिदिन योग और व्यायाम आदि आवश्यक रूप से करना चाहिए जिससे शरीर को स्वस्थ रखा जा सके कमांडेंट बीएसएफ श्री जोर सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि नियमित योगा अभ्यास करना चाहिए साथ ही सेना वह प्रदेश को आप जैसे युवाओं से बहुत अधिक अपेक्षा है अतः सभी खानपान सही रखें जिससे शरीर स्वस्थ रहें बाजार में जो भी डिब्बाबंद पेय पदार्थ उनका उपयोग नहीं करना चाहिए उसमे अनेक प्रकार के केमिकल से तैयार पेय पदार्थ जो शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं मैराथन में बालाराम सुथार ने प्रथम नितेश चौधरी ने द्वितीय व कुलदीप सिंह ने तृतीय स्थान प्राप्त किया ! कार्यक्रम का संचालन छात्रावास व्यवस्थापक ललित साहू ने किया इस अवसर पर राजकुमार चौधरी, शंकर धतरवाल ,राष्ट्रपति रोवर मनीष गोदारा ,अशोक विश्नोई, रामाराम व NCC स्काउट गाइड उपस्थित थे। 

जोधपुर जेल से बाहर आए सलमान खान, मुंबई के लिए हुए रवाना

जोधपुर जेल से बाहर आए सलमान खान, मुंबई के लिए हुए रवाना
काला हिरण शिकार मामले में जोधपुर कोर्ट से जमानत मिलने के बाद बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान दो दिन जेल में बिताने के बाद रिहा हो गए. जेल से वह सीधे एयरपोर्ट के लिए निकल गए. वह आज ही मुंबई के लिए रवाना होंगे. सलमान खान को 50-50 हजार के दो मुचलकों की शर्त पर कोर्ट ने जमानत दी है.

काला हिरण शिकार मामला LIVE: जोधपुर जेल से बाहर आए सलमान खान, आज ही मुंबई रवाना होंगे


इससे पहले गुरुवार को जोधपुर की सीजेएम कोर्ट ने सलमान खान को 20 साल पुराने काले हिरण के शिकार से जुड़े मामले में दोषी करार देते हुए पांच साल कैद की सज़ा और 10,000 रुपये के जुर्माने की सज़ा सुनाई थी, जिसके बाद उन्हें कोर्ट से सीधे जोधपुर सेंट्रल जेल भेज दिया गया था.

बाड़मेर। अवैध रूप से देर रात बिकती है शराब ,शराब की दुकान से ग्रामीण परेशान

बाड़मेर। अवैध रूप से देर रात बिकती है शराब ,शराब की दुकान से ग्रामीण परेशान



बाड़मेर। जिला मुख्यालय से 48 किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग 68 पर स्थित मांगता ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आवंटित शराब दुकान पर देर रात तक शराब बिक्री को लेकर ग्रामीण काफी परेशान हैं। इस शराब दुकान पर रात आठ बजे के बाद भी देर रात तक अवैध रूप से शराब की बैबाक बिक्री होती रहती हैं। यही नहीं इस दुकान पर शराब की बिक्री के साथ साथ इस दुकान को बार बना रखा हैं। जिसके चलते शराब खरीदने वाले यही बैठकर शराब पीते हैं। शराब की खाली बोतले सड़क पर फेंक देते हैं। और आने जाने वाले ग्रामीणों से झगड़ा करने के साथ साथ महिलाओं व बालिकाओं पर अश्लील फब्तीयां भी कसते रहते हैं जिसके चलते कई बार हालात बिगड़ जाते हैं।

देर रात तक बिकती है शराब के लिए इमेज परिणाम

ग्रामीणों ने कई मर्तबा इस दुकानदार को समझाईस भी की, कि वह रात आठ बजे के बाद शराब न बेचे और न ही शराब की दुकान पर किसी को भी रूक कर शराब पीने दे। लेकिन शराब दुकानदार की दादागिरी के चलते वह ग्रामीणों की इस बात को मानने से इंकार कर देता हैं। नतिजतन शराब खुलेआम नियम विरूद्ध बिक रही हैं और शराबीयों की फब्तियों से ग्रामीण, महिलाए व बच्चे सब परेशान हैं।

ग्रामीण गुणेशाराम ने बताया कि यह शराब दुकान राजमार्ग पर आबादी के बीच आई हुई हैं। इस दुकान पर देर रात तक शराब बिक्री के साथ ही इस दुकान को बार बना रख हैं। वहीं इस दुकान पर प्रिंट रेट से अधिक दाम पर शराब की बिक्री होती हैं।

ग्रामीण रेशमाराम ने बताया कि यह गाव शिक्षा के क्षैत्र में बेहद पिछड़ा हुआ हैं। यहां के लोग दिनभर पत्थर तोड़ने की मजदूरी करते हैं। और गा्रव में ही शराब की दुकान होने से अमूमन हर मजदूर अपनी दिनभर की गाढ़ी कमाई का अधिकांश हिस्सा शराब पर लुटा देता हैं। जिसके चलते इन परिवारों में अक्सर झगड़ों के हालात बनते हैं। ऐसे में परिवार में छोटे छोटे मासूम बच्चों को पड़ाई छोड़कर मजदूरी करनी पड़ती हैं। जो कि बेहद चिंताजनक विषय हैं। अगर प्रशासन इस शराब दुकान को कहीं और लगाने की व्यवस्था करे तो यह गांव शराब मुक्त होकर विकसित हो सकता हैं।

ग्रामीण नारायण राम ने बताया कि इस गांव की अधिकांश आबादी पढ़ी लिखी नहीं हैं। नई पीढ़ी के बच्चे जरूर पढ़ रहे हैं किन्तु शराब की दुकान और परिवार के लोगो की शराब की लत के कारण इन मासूमं की पढ़ाई भी बीच में ही छूट जाती है। और यह बच्चे भी बालमजदूरी के शिकार हो रहे है।

ग्रामीण सुरेश कुमार, सुजाराम, नारणाराम, शंकराराम, डालुराम ने कहा कि शराब की यह दुकान इस गाव से दूर लगाई जाए व देर रात तक शराब बिक्री पर पूणरूप से रोक लगे। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि अगर समय रहते यह शराब की दुकान यहां से हटाई नहीं गई तो गरीब मजदूरों का यह गांव पूरी तरह से नशे की गिरफ्त में आ जाएगा। नतिजतन अपराध, अशिक्षा, नशे का ग्राफ बढ़ता रहेगा जिसका खामियाजा आने वाली पीढ़ी को भुगतना होगा।

ग्रामीणों ने आक्रोश जताते हुए कहा कि सरकार को राजस्व कमाने के साथ साथ ग्रामीण संस्कृति, भावी पीढ़ी के भविष्य, नारी के सम्मान आदी का ख्याल रखते हुए शराब की दुकानों की हटाकर शिक्षा के क्षैत्र में अति पिछड़े मांगता में शिक्षा व नशामुक्ति की अलख जगानी चाहिए। जिससे कि गरीब मजदूर शराब की अपेक्षा उज्जवल भविष्य की राह चुन सके।