सोमवार, 18 दिसंबर 2017

देखे मेले के कुछ दृश्य।। बाड़मेर। मरुकुंभ सुईंया मेले का हुआ आगाज , आज करेंगे पवित्र स्नान

देखे मेले के कुछ दृश्य।। बाड़मेर। मरुकुंभ सुईंया मेले  का हुआ आगाज , आज करेंगे पवित्र स्नान

 मेले में 10 से 12 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की आशंका 


रिपोर्ट :- छगनसिंह चौहान / बाड़मेर 

बाड़मेर। मरुकुंभ के नाम से विख्यात सुईंया पोषण मेला चौहटन में रविवार को शुरू हो गया। साधु-संतों एवं श्रद्धालुओं के मेले में पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। सोमवार दोपहर तक श्रद्धालुओं की आवक रहेगी। सोमवार सुबह 6 से दोपहर 12 बजे तक लाखों श्रद्धालु सुईंया मेले में पवित्र जल से स्नान कर लाभ अर्जित करेंगे। डूंगरपुरी मठ के सान्निध्य में होने वाले इस मेले की व्याप्क तैयारियां की गई है। वही रविवार को यूआईटी चेयरमेन डॉ.प्रियंका चौधरी भी सुईयां मेले में पहुँची। चोहटन मठ में धोक लगाई एवं पवित्र जल का अमृतपान पवित्र स्नान का लाभ लिया । डॉ प्रियंका चौधरी ने मठ के महंत जगदीशपुरी महाराज सहित कई साधूसन्तों से आशीवार्द लिया ।



ये है मान्यता
मान्यताओं के अनुसार चौहटन के डूंगरपुरी मठ के सानिध्य में लगने वाला सुईंया मेला कुम्भ के मेलों से भी उच्च मान्यता और पवित्रता के लिए प्रसिद्ध है। यहां लगने वाली छाप अन्य स्थलों की छाप से ऊपर ही लगाई जाती है, ऐसी मान्यता है। विख्यात सुईंया धाम पौषण मेले में पांच योग के पवित्र संगम के अवसर पर पांच पवित्र स्थलों के पवित्र जल से श्रद्धालू पवित्र स्नान का लाभ प्राप्त करने की मान्यता है। अनुमान के मुताबिक 12 साल बाद रविवार से शुरू हूए इस दो दिवसीय मेले में करीब 10 -12 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है ।

मेले के कुछ दृश्य 

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Live Gujarat Election Results 2017: सच साबित होती भविष्यवाणी

Live Gujarat Election Results 2017: सच साबित होती भविष्यवाणी

Live Gujarat Election Results 2017: सच साबित होती भविष्यवाणी
गुजरात और हिमाचल चुनाव से पहले की गई भविष्यवाणियां सच साबित हो रही हैं। कई ज्योतिषियों ने पहले ही कह दिया था कि गुजरात के चुनावी रण में जीत आसानी से नहीं मिल पाएगी। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल एक दूसरे पर भारी बने रहेंगे। राजनीतिक पंडितों के साथ-साथ ज्योतिष भी अपने-अपने हिसाब से गणित लगाने में लग थे। इनका गणित आज हकीकत में बदलता दिखा। रुझानोंं में कभी कांग्रेस आगे तो कभी भाजपा। ज्योतिषाचार्यों का आकलन था कि हर दिन ग्रहों की दिशा बदलती है। ऐसे में सटीक अनुमान लगाना मुश्किल है। ज्योतिष पीएम मोदी को पहली पसंद जरूर बता रहे थे लेकिन उनकी भविष्यवाणी में जीत के फासले की बात नहीं थी। कांटे की टक्कर का अनुमान सही भी साबित हुआ।




ज्योतिषाचार्यों की मानें तो राजतंत्र के बारे में कभी भी फलांदेश नहीं करना चाहिए। वाराणसी के रहने वाले ज्योतिषाचार्य आचार्य वैभव ने कहा था कि, गुजरात में परिस्थितियां पहले की तुलना में बदली हुई दिखाई दे रही हैं। इसलिए इस मुद्दे पर कुछ भी बोलना ठीक नहीं होगा। अगर कुछ लोगों के मन की बात न बोलूं तो वह सोशल मीडिया पर लठैती करने लगते हैं।




चंडीगढ़ के ज्योतिषाचार्य भारती शर्मा ने कहा था कि साल 2014 से चल रही नरेंद्र मोदी लहर इस बार नहीं रहेगी। गुजरात में पहले की तुलना में भाजपी की सीटों की संख्या में कमी आएगी। हिमाचल प्रदेश में भी काफी मेहनत के बाद सरकार बनेगी। मोदी जी पर शनि की साढ़े साती चल रही है क्योंकि चंद्रमा उनके भाग्य स्थान का मालिक है इसलिए मोदी जी का अभी तक जादू चल रहा था और उनके लिए यह पॉजिटिव था। लेकिन, 26 अक्टूबर 2017 से मोदी जी की पहली वाली स्थिति नहीं रहेगी। अब मोदी जी अगर अच्छी बात भी करेंगे तो वह उनके विपरीत जाएगी। उन्होंने यह भी कहा था कि विपक्ष मजबूत नहीं है इसलिए भाजपा जीत तो जाएगी लेकिन सीटें कम आएंगी।




याद दिला दें कि साल 2014 में जब चुनावी विश्लेषक और मीडिया यह फैसला नहीं कर पा रहे थे कि अब की बार किसकी सरकार बनेगी। उस समय ग्रहों के गणित को समझने वाले कई ज्योतिषाचार्यों ने बता दिया था कि अब की बार किसकी सरकार बनेगी।

मुंबई में एक दुकान में भीषण अाग, 12 लोगों की जलकर मौत

मुंबई में एक दुकान में भीषण अाग, 12 लोगों की जलकर मौत
मुंबई में एक दुकान में भीषण अाग, 12 लोगों की जलकर मौत

मुंबई के खैरानी रोड पर अाज सुबह एक दुकान में भीषण अाग गई। देखते ही देखते अाग भयंकर रूप ले लिया। आग लगने से 12 लोगों की जलकर मौत हो गई।




दुकान में अाग लगने का कारण अभी पता नहीं चल पाया है। बचाव व राहत कार्य जारी है। मौके पर फायरब्रिगेड की टीम पहुंच गई है।




#FLASH: 12 people dead in a fire that broke out at a shop on Khairani road in #Mumbai in the early morning hours pic.twitter.com/H9N3J5bTpR




— ANI (@ANI) December 18, 2017




अाग लगने से कई अन्य घायल हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि तड़के सुबह खैरानी रोड पर स्थित एक किताबों की दुकान में आग लग गई थी।

नए साल में दुनिया देखेगी पांच ग्रहण, देश में दिखेंगे सिर्फ दो खग्रास चंद्र ग्रहण

नए साल में दुनिया देखेगी पांच ग्रहण, देश में दिखेंगे सिर्फ दो खग्रास चंद्र ग्रहण
नए साल में दुनिया देखेगी पांच ग्रहण, देश में दिखेंगे सिर्फ दो खग्रास चंद्र ग्रहण

, वाराणसी। ज्योतिषीय और खगोलीय दृष्टि से नया साल 2018 बेहद खास होने जा रहा है। इस वर्ष दुनिया पांच ग्रहण देखेगी। इसमें दो चंद्र ग्रहण और तीन सूर्यग्रहण होंगे। हालांकि, काशी समेत भारत में सिर्फ चंद्रग्रहण ही दिखाई देंगे। ये दोनों 31 जनवरी व 27 जुलाई को लगेंगे। 2018 के पांचों ग्रहण इसलिए भी खास होंगे, क्योंकि दो ग्रहण एक पखवारे के अंतराल पर 31 जनवरी व 15 फरवरी को लग रहे हैं। वहीं, तीन ग्रहण एक महीने के भीतर यानी 13 जुलाई, 27 जुलाई और 11 अगस्त को लगेंगे। ऐसे में ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नया साल उथल-पुथल भरा माना जा रहा है।




-दूसरे देशों में दृश्यमान होंगे तीन सूर्य ग्रहण

श्रीकाशी विद्वत परिषद के संगठन मंत्री ख्यात ज्योतिषाचार्य पं. ऋषि द्विवेदी के अनुसार, पहला ग्रहण 31 जनवरी, 2018 यानी माघ पूर्णिमा पर लगेगा। यह ग्रस्तोदित खग्रास चंद्रग्रहण भारत में दृश्यमान होगा। भारतीय मानक समयानुसार शाम 5.18 बजे इसका प्रारंभ, सात बजे मध्य व 8.41 बजे मोक्ष होगा।

दूसरा ग्रहण 15 फरवरी तद्नुसार फागुन अमावस्या को खंड सूर्यग्रहण होगा। यह दक्षिण जार्जिया, फाकलैंड द्वीप, अर्जेंटीना, चिली, ब्राजील, अटलांटिक, प्रशांत महासागर एवं अंटार्कटिका में दृश्य होगा। भारतीय मानक समयानुसार इसका आरंभ रात 12.25 व मोक्ष भोर 4.10 बजे होगा।

तीसरा ग्रहण 13 जुलाई यानी आषाढ़ अमावस्या को खंड सूर्यग्रहण होगा जो आस्टे्रलिया के सुदूर दक्षिण भाग, मेलबोर्न, तस्मानिया, विक्टोरिया द्वीप समूह व न्यूजीलैंड के दक्षिण में कुछ क्षेत्रों, अंटार्कटिका, दक्षिण ध्रुवों के सुदूर उत्तरी क्षेत्रों के कुछ भागों में दृश्य होगा।

चौथा आषाढ़ी पूर्णिमा तद्नुसार 27 जुलाई को लगने वाला खग्रास चंद्रग्रहण होगा जिसे भारत में देखा जा सकेगा। भारतीय समयानुसार इसका प्रारंभ रात 11.54 बजे होगा और समाप्ति 3.49 बजे भोर में होगी।

पांचवां ग्रहण 11 अगस्त, 2018 तद्नुसार सावन अमावस्या को खंड सूर्यग्रहण होगा। यह उत्तरी अमेरिका, उत्तरी यूरोप, रूस, चीन, मंगोलिया, यूनाइटेड किंगडम में दिखेगा। इसका आरंभ भारतीय मानक समयानुसार 13.31 बजे और 17 बजे मोक्ष होगा।

अजब संयोग - 24 घंटे में दो महिलाओं ने दिया सात बच्चों को जन्म

अजब संयोग - 24 घंटे में दो महिलाओं ने दिया सात बच्चों को जन्म

अजब संयोग - 24 घंटे में दो महिलाओं ने दिया सात बच्चों को जन्म

मुरैना के जिला अस्पताल में पिछले दो दिनों में अजब संयोग बना। दो महिलाओं ने तीन और चार बच्चों को जन्म दिया। दोनों मामलों में बच्चों का जेंडर एक ही है। कमला राजा अस्पताल (ग्वालियर) की गायनिक विभाग की प्रमुख डॉ. ज्योति बिंदल के अनुसार, यह असामान्य घटना है।


वहीं मुरार अस्पताल की गायनिक प्रभारी डॉ. साधना शिवहरे के मुताबिक, जिन महिलाओं को लंबे समय तक बच्चे नहीं होते, वे अक्सर दवाइयां लेती हैं। इससे एक से अधिक बच्चे होने की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि सभी एक ही जेंडर के हों, यह चौंकाने वाली बात है।
बच्चों का जेंडर एक ही, डॉक्टर बोले-आश्चर्यजनक
1.चार बेटियां सपना (रामपहाड़, सबलगढ़) ने शनिवार शाम चार बेटियों को जन्म दिया। उसे पहले दो बेटियां हैं। एक सात साल की, दूसरी दो साल की। मजदूरी करने वाले पति अमर सिंह राठौर ने बताया कि सोनोग्राफी से पता चला था कि गर्भ में चार बच्चे हैं।
2. तीन बेटे उसी अस्पताल में रविवार सुबह गिरिजा पति सूर्यभान जादौन (किशोरगढ़, सबलगढ़) ने तीन बेटों को जन्म दिया। यह उसका पहला प्रसव था। जिला अस्पताल के डॉ. बनवारीलाल गोयल के अनुसार बच्चों का वजन सामान्य (2.5 किलो) से कम है, इसलिए सभी को एसएनसीयू में भर्ती किया गया है।

LIVE Himachal Pradesh Election Results 2017ः शुरुआती रुझानों में भाजपा आगे

LIVE Himachal Pradesh Election Results 2017ः शुरुआती रुझानों में भाजपा आगे

LIVE Himachal Pradesh Election Results 2017ः शुरुआती रुझानों में भाजपा आगे
हिमाचल प्रदेश में शुरुआती रुझानों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आगे है। विधानसभा की 68 सीटों पर अब तक 46 सीटों के रुझानों में भाजपा 29 और कांग्रेस 15 सीटों पर आगे है। पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल 2000 मतों से आगे हैं, जबकि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निवास होली लॉज में सन्नाटा पसरा हुआ है। इस बीच, प्रदेश कांग्रेस सह प्रभारी रंजीत रंजन ने दावा किया है कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के नेतृत्व में ही सरकार बनेगी।




हिमाचल प्रदेश की 13वीं विधानसभा के लिए 39 दिन के लंबे अंतराल के बाद मतगणना हो रही है। मतगणना के लिए प्रदेशभर में 48 केंद्र बने हैं। नौ नवंबर को प्रदेश में रिकॉर्ड 74.61 फीसद मतदान हुआ था। पोस्टल बैलेट पेपर की गणना के बाद इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में पड़े मतों की गणना हो रही है।




जानिए, कौन-कहां से आगे




-पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल 2000 मतों से आगे




-जिला कांगड़ा के जयसिंहपुर विधानसभा हलके से भाजपा उम्मीदवार रवि धीमान 2373, कांग्रेस के यादविंदर गोमा 2232




-बल्ह हलके में भाजपा प्रत्याशी इंद्र सिंह गांधी आगे




-चिंतपूर्णी में भाजपा के बलबीर चौधरी आगे




-मंडी सदर में भाजपा के अनिल शर्मा आगे




-ऊना में भाजपा के सतपाल सत्ती आगे




-बैजनाथ में भाजपा के मुलख राज प्रेमी आगे




-हमीरपुर से भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र ठाकुर 1100 मतों से आगे




-सोलन विधानसभा से धनीराम शांडिल कांग्रेस आगे




-सुंदरनगर हलके से भाजपा के राकेश जंबाल 3000 मतों से आगे




-जोगेंद्रनगर से भाजपा के गुलाब सिंह ठाकुर आगे




-नगरोटा बगवां से अरुण कुमार आगे




-नाहन से भाजपा के डॉक्टर राजीव बिंदल आगे




-द्रंग हलके से भाजपा के जवाहर ठाकुर 900 मतों से आगे




-धर्मपुर हलके से भाजपा के महेंद्र सिंह ठाकुर 1347 वोट से आगे




-सुलह विधानसभा क्षेत्र से विपिन परमार 1200 से आगे




मतगणना के लिए विभिन्न स्थानों पर बड़ी-बड़ी स्क्रीन लगाई गई हैं, जिसमें लोग परिणाम देख रहे हैं। राज्य मीडिया सेंटर माल रोड पर स्थापित किया गया है, जबकि हर मतगणना केंद्र पर सूचना केंद्र स्थापित किया गया है। मतगणना केंद्र पर मोबाइल ले जाने पर पाबंदी है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। 68 सीटों के लिए चुनाव में 337 प्रत्याशी भाग्य आजमा रहे हैं। कांग्रेस व भाजपा ने सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। बसपा ने 42, भाकपा ने 03, माकपा ने 14 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। इसके अलावा 112 निर्दलीय भी किस्मत आजमा रहे हैं। सत्तारूढ़ कांग्रेस मिशन का दावा है कि पार्टी प्रदेश में 1990 से चली आ रही परंपरा को तोड़ सरकार रिपीट करेगी। वहीं, भाजपा का दावा है कि सरकार बदलेगी और पार्टी 50 से अधिक सीटें जीतने में कामयाब होगी।




इनकी प्रतिष्ठा दांव पर




मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, कांग्रेस सरकार के मंत्री मुकेश अग्निहोत्री, ठाकुर सिंह भरमौरी, प्रकाश चौधरी, ठाकुर कौल सिंह, सुधीर शर्मा, धनी राम शांडिल, जीएस बाली, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू, कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव आशा कुमारी, युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह, भाजपा के दिग्गज नेताओं में रविंद्र रवि, ठाकुर गुलाब सिंह, जयराम ठाकुर, सरवीण चौधरी, ठाकुर महेंद्र सिंह, किशन कपूर, प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती की साख दांव पर हैं।




हिमाचल के वोटर हर बार बदल देते हैं सरकार

पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश की 68 सीटों के 337 प्रत्याशियों की तकदीर का भी फैसला आज हो जाएगा। राज्य में कांग्रेस के वीरभद्र सिंह की सरकार अभी सत्तारूढ़ है। भाजपा ने पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल को सीएम प्रत्याशी बनाया है। राज्य के वोटर हर विस चुनाव में सरकार बदलते रहे हैं। इस बार भी पूरे आसार ऐसे ही हैं।

Live Gujarat Election Results 2017: रुझानों में भाजपा को फिर मिला बहुमत




Live Gujarat Election Results 2017: रुझानों में भाजपा को फिर मिला बहुमत
Live Gujarat Election Results 2017: भाजपा - कांग्रेस में कांटे की टक्कर, रुझानों में कांग्रेस आगे


 गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्‍कर दिखाई दे रही है। मतगणना के शुरुआती दो घंटों में ही दोनों ही पार्टियां बहुमत के आंकड़े को छूने में कामयाब रहीं। पहले भाजपा फिर कांग्रेस और अब फिर भाजपा ने बढ़त बना ली है। इसके साथ ही भाजपा रुझानों में दोबारा बहुमत हासिल करने में कामयाब हो गई है। फिलहाल कांग्रेस 84 सीटों पर आगे चल रही है और भाजपा 94 पर आगे है। गुजरात के डिप्‍टी सीएम नितिन पटेल मेहसाणा सीट पर पीछे चल रहे हैं।

मणिनगर में भी भाजपा आगे चल रही है। वहीं जयसिंह पुर से कांग्रेस आगे चल रही है। राजकोट पश्चिम से मुख्‍यमंत्री विजय रुपाणी पीछे चल रहे हैं। यहां पर उनके समक्ष कांग्रेस के इंद्रनील राजगुरू हैं। सौराष्ट्र में कांग्रेस आगे चल रही है और दक्षिण गुजरात में भाजपा आगे है। सौराष्ट्र में पटेल फैक्टर का असर दिखाई दे रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव में 116 सीट भाजपा के खाते में गई थीं जबकि 61 सीटों पर कांग्रेस का कब्‍जा था। 


गुजरात सरकार के भविष्‍य का फैसला आज हो जाएगा। मतगणना का दूसरा घंटा शुरू हो चुका है और भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर दिखाई दे रही है। फिलहाल रुझानों में कांग्रेस अब भाजपा से आगे चल रही है। गुजरात के डिप्‍टी सीएम नितिन पटेल मेहसाणा सीट पर आगे चल रहे हैं। मणिनगर में भी भाजपा आगे चल रही है। वहीं जयसिंह पुर से कांग्रेस आगे चल रही है।




राजकोट पश्चिम से मुख्‍यमंत्री विजय रुपाणी पीछे चल रहे हैं। यहां पर उनके समक्ष कांग्रेस के इंद्रनील राजगुरू हैं।सौराष्ट्र में कांग्रेस आगे चल रही है और दक्षिण गुजरात में भाजपा आगे है। सौराष्ट्र में पटेल फैक्टर का असर दिखाई दे रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव में 116 सीट भाजपा के खाते में गई थीं जबकि 61 सीटों पर कांग्रेस का कब्‍जा था।




आपको बता दें कि गुजरात की 182 सीटों के लिए दो चरणों में मतदान हुआ था। पहले चरण के लिए 9 दिसंबर को वोट डाले गए थे। इस दौरान 89 सीटों के लिए वोटिंग हुई थी। 14 दिसंबर को उत्तर और मध्य गुजरात के 93 सीटों के लिए मतदान अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। गुजरात में कुछ सीटें बेहद अहम हैं जिन पर सभी की निगाहें लगी हुई हैं।




इनमें से एक है राजकोट और दूसरी है वलसाड। राजकोट की सात में एक सीट राजकोट पश्चिम से मौजूदा मुख्‍यमंत्री विजय रुपाणी मैदान में हैं। उनको चुनौती देने के लिए कांग्रेस के इंद्रनील राजगुरू को मैदान में उतारा है। राजकोट की सात में चार सीटों पर भाजपा का तो तीन सीटों पर कांग्रेस का कब्‍जा है। राजकोट पश्चिम की सीट पर रुपाणी ने 2014 में कांग्रेस के जयंतीभाई कलारिया को करीब 75 हजार वोटों से हराया था। 1985 के बाद से ही यहां पर भाजपा यहां पर लगातार जीत दर्ज कराती आई है।




इसके अलावा वलसाड के साथ यह भी मिथक जुड़ा हुआ है कि यहां से जीत दर्ज करने वाली पार्टी ही राज्‍य में सरकार बनाती रही है। वर्ष 2012 में यहां से भारतभाई पटेल ने कांग्रेस के धर्मेश पटेल को करीब 35 हजार से अधिक मतों से हराया था। 2007 में यहां से दौलतराय देसाई ने भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज की थी।

आज सोमवती अमावस्या हे दान करके पुण्य कमाए

आज सोमवती अमाव
स्या हे  दान करके पुण्य कमाए 

सोमवार को आने वाली अमावस्या सोमवती अमावस्या कहलाती है। प्रत्येक मास में एक अमावस्या आती है और प्रत्येक सात दिन बाद एक सोमवार आता है। परन्तु ऐसा बहुत ही कम होता है जब अमावस्या सोमवार के दिन हो। वर्ष में अनेक बार सोमवती अमावस्या आती रहती है।

महत्त्व सोमवती अमावस्या स्नान, दान के लिए शुभ और सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है। इस पर्व पर स्नान करने लोग दूर-दूर से आते हैं।
हमारे धर्मग्रन्थों में कहा गया है कि सोमवार को अमावस्या बड़े भाग्य से ही पड़ती है, पाण्डव पूरे जीवन पर्यन्त तरसते रहे, परन्तु उनके सम्पूर्ण जीवन में सोमवती अमावस्या नहीं आई।
किसी भी मास की अमावस्या यदि सोमवार को हो तो उसे सोमवती अमावस्या कहा जाएगा।
इस दिन यमुनादि नदियों, मथुरा आदि तीर्थों में स्नान, गौदान, अन्नदान, ब्राह्मण भोजन, वस्त्र, स्वर्ण आदि दान का विशेष महत्त्व माना गया है। इस दिन गङ्गा स्नान का भी विशिष्ट महत्त्व है। यही कारण है कि गङ्गाजी  और अन्य पवित्र नदियों के तटों पर इतने श्रद्धालु एकत्रित हो जाते हैं कि वहाँ मेले ही लग जाते हैं। सोमवती अमावस्या को गङ्गाजी तथा अन्य पवित्र नदियों में स्नान पहले तो एक धार्मिक उत्सव का रूप ले लेता था।
निर्णय सिन्धु व्यास के वचनानुसार इस दिन मौन रहकर स्नान-ध्यान करने से सहस्र गोदान का पुण्य फल प्राप्त होता है। यह स्त्रियों का प्रमुख व्रत है।
सोमवार चन्द्रमा का दिन हैं। इस दिन (प्रत्येक अमावस्या को) सूर्य तथा चन्द्रमा एक सीध में स्थित रहते हैं। इसलिए यह पर्व विशेष पुण्य देने वाला होता है।
सोमवार भगवान् शिवजी का दिन माना जाता है और सोमवती अमावस्या तो पूर्णरूपेण शिव जी को समर्पित होती है।
इस दिन यदि  गङ्गाजी जाना सम्भव न हो तो प्रात:काल किसी नदी या सरोवर आदि में स्नान करके भगवान् शंकरजी, पार्वती और तुलसीजी की भक्तिपूर्वक पूजा करें। फिर पीपल के वृक्ष की 108 परिक्रमा करें और प्रत्येक परिक्रमा में कोई वस्तु चढ़ाएँ, प्रदक्षिणा के समय 108 फल अलग रखकर समापन के समय वे सभी वस्तुएँ ब्राह्मणों और निर्धनों को दान करें।

*सोमवती अमावस्या की कथा ?*

जब युद्ध के मैदान में सारे कौरव वंश का सर्वनाश हो गया, भीष्मपितामह शर-शैय्या पर पड़े हुए थे। उस समय युधिष्ठिर भीष्मपितामह जी से पश्चाताप करने लगे, धर्मराज कहने लगे---हे पितामह! दुर्योधन की बुरी सलाह पर एवं हठ से भीम और अर्जुन के कोप से सारे कुरू वंश का नाश हो गया है। वंश का नाश देखकर मेरे हृदय में दिन-रात संताप रहता है। हे पितामह! अब आप ही बताइये कि मैं क्या करू, कहाँ जाऊँ, जिससे हमें शीघ्र ही चिरंजीवी संतति प्राप्त हो। पितामह कहने लगे---हे! राजन् धर्मराज मैं तुम्हें व्रतों में शिरोमणि व्रत बतलाता हूँ जिसके करने एवं स्नान करने मात्र से चिरंजीवी संतान एवं मुक्ति प्राप्त होगी। वह है सोमवती अमावस्या का व्रत-हे राजन्! यह व्रतराज (सोमवती अमावस्या का व्रत) तुम उत्तरा से अवश्य कराओ जिससे तीनों लोकों में यश फैलानेवाला पुत्र रत्न प्राप्त होगा। धर्मराज ने कहा--- कृपया पितामह इस व्रतराज के बारे में विस्तार से बताइये ये सोमवती कौन है ? और इस व्रत को किसने शुरू किया। 
भीष्म जी ने कहा-- हे पुत्र ! काँची नाम की महापुरी है, वहाँ महापराक्रमी रत्नसेन नाम का राजा राज्य करता था। उसके राज्य में देवस्वामी नामक ब्राह्मण निवास करता था ? उसके सात पुत्र एवं गुणवती नाम की कन्या थी। एक दिन ब्राह्मण भिक्षुक भिक्षा माँगने आया। उसकी सातो बहुओं ने अलग-अलग भिक्षा दी और सौभाग्यवती का आर्शीवाद पाया। अंत में गुणवती ने भिक्षा दी। भिक्षुक ब्राह्मण ने उसे धर्मवती होने का आर्शीवाद दिया और कहा---यह कन्या विवाह के समय सप्तपदी के बीच ही विधवा हो जायेगी इसलिए इसे धर्माचरण ही करना चाहिए। गुणवती की माँ धनवती ने गिड़गिड़ाते दीन स्वर में कहा---हे ब्राह्मण ! हमारी पुत्री के वैधव्य मिटाने का उपाय कहिए। तब वह भिक्षुक कहने लगा---हे पुत्री ! यदि तेरे घर सौमा आ जाए तो उसके पूजन मात्र से ही तेरी पुत्री का वैधव्य मिट सकता है। गुणवती की माँ ने कहा कि पण्डित जी यह सौमा कौन है ? कहाँ निवास करती है, क्या करती है, विस्तार से बताइये। भिक्षुक कहने लगा---भारतवर्ष के दक्षिण में समुद्र के बीच एक द्वीप है जिसका नाम सिंहल द्वीप है। वहाँ पर एक कीर्तिमान धोबी निवास करता है। उस धोबी के यहाँ सौमा नाम की स्त्री है, वह तीनों लोकों में अपने सत्य के कारण पतिव्रत धर्म से प्रकाश करने वाली सती है। उसके सामने भगवान् एवं यमराज को भी झुकना पड़ता है जो जीव उसकी शरण में जाता है तो उसका क्षणमात्र में ही उद्धार हो जाता है। सारे दुष्कर्मों, पापों का विनाश हो जाता है, अथाह सुख वैभव की प्राप्ति हो जाती है। तुम उसे अपने घर ले आओ तो आपकी बेटी का वैधव्य मिट जाएगा।
देवस्वामी के सबसे छोटे पुत्र शिवस्वामी अपनी बहिन को साथ लेकर सिंघल द्वीप को गया। रास्ते में समुद्र के समीप रात्रि में गृद्धराज के यहाँ विश्राम किया। सुबह होते ही उस गृद्धराज ने उन्हें सिंघलद्वीप पहुँचा दिया और वे सौमा के घर के समीप ही ठहर गये। इसके बाद वह दोनों भाई बहिन प्रात: काल के समय उस धोबी की पत्नी सोमा के घर के चौक को साफ़ कर उसे प्रतिदिन लीप-पोतकर सुन्दर बनाते थे, और उसकी देहली पर प्रतिदिन आटे का चौक पूरकर अरहैन डाला करते थे। उसी समय से आज भी देहरी पर अरहैन डालने की प्रथा चली आ रही है। इस प्रकार इसे करते- करते उन्हें वहाँ एक साल बीत गया। इस प्रकार की स्वच्छता को देखकर सोमा ने विस्मित होकर अपने पुत्रों एवं पुत्रवधुओं से पूछा कि यहाँ कौन झाडू लगाकर लीपा-पोती करता है कौन अरहैन डालता है, मुझे बताओ उन्होंने कहा हमें नहीं मालुम और न ही हमने किया है तब एक दिन उस धोबिन ने रात में छिपकर पता किया तो ज्ञात हुआ कि एक लड़की आँगन में झाडू लगा रही है और एक लड़का उसे लीप रहा है। सोमा ने उन दोनों को पूछा तुम कौन हो तो उन्होंने कहा हम दोनों भाई- बहिन ब्राह्मण हैं। सोमा ने कहा तुम्हारे इस कार्य से मैं जल गई, मैं बर्बाद हो गयी इस पाप से मेरी जाने क्या दशा होगी हे विप्र ! मैं धोबिन हूँ आप ब्राह्मण हैं फिर आप यह विपरीत कार्य क्यों कर रहे हो। शिवस्वामी ने कहा---यह गुणवती मेरी बहिन है इसके विवाह के समय सप्तवदी के बीच वैधव्य योग पड़ा है। आपके पास रहने से वैधव्य योग का नाश हो सकता है। इसलिए हम यह दास कर्म कर रहे हैं। सोमा ने कहा---अब आगे से ऐसा मत करना मैं तुम्हारे साथ चलूँगी। 
सोमा ने अपनी वधुओं से कहा मैं इनके साथ जा रही हूँ यदि मेरे राज्य में मेरा व्यक्ति मर जाए जबतक मैं लौटकर न आ जाऊँ तबतक उसका क्रिया-कर्म मत करना और उसके शरीर को सुरक्षित रखना किसी के कहने पर जला मत देना। ऐसा कहकर दोनों को लेकर समुद्र मार्ग से होकर काँचीनगरी में पहुँच गयी। सोमा को देखकर धनवती ने प्रसन्न हो उसकी पूजा-अर्चना की सोमा ने अपनी मौजूदगी में गुणवती का विवाह रुद्रशर्मा के साथ सम्पन्न करा दिया फिर वैवाहिक मंत्रों के साथ हवन करवा दिया। उसके बाद सप्तसदी के बीचरुद्र शर्मा की मृत्यु हो गयी अर्दना बहिन को विधवा जानकर सारे घरवाले रोने लगे किन्तु सोमा शान्त रही। सोमा ने अति विलाप देखकर अपना व्रतराज सत्य समझाया और व्रतराज के प्रभाव से होनेवाला मृत्यु विनाशक पुष्प विधि पूर्वक संकल्प करके दे दिया। रुद्र शर्मा व्रतराज के प्रभाव से शीघ्र जीवित हो गया। उसी बीच उस सोमा के घर में पहले उसके लड़के मरे फिर उसका पति मरा फिर उसका जमाता भी मर गया। सोमा ने अपने सत्य से सारी स्थिति जान ली वह घर चलने लगी। उस दिन सोमवार का दिन था अमावस्या की तिथि भी थी, रास्ते में सोमा ने नदी के किनारे स्थित एक पीपल के पेड़ के पास जाकर नदी में स्नान किया और विष्णु भगवान् की पूजा करके शक्कर हाथ में लेकर 108 प्रदाक्षिणाऐं पूरी की। भीष्म जी बोले जब सोमा ने हाथ में शक्कर लेकर 108वीं प्रदक्षणा पूरी की तभी उसके पति जमाता और पुत्र  सभी जीवित हो गये और वह नगर लक्ष्मी से परिपूर्ण हो गया। विशेषकर उसका घर धन-धान्य से परिपूर्ण हो गया। चारो ओर हर्षोल्लास छा गया। भीष्म जी कहने लगे---हमने यह वृतराज का फल विस्तार से कह सुनाया।
यदि सोमवार युक्त अमावस्या अर्थात् सोमवती अमावस्या हो तो पुण्यकाल देवताओं को भी दुर्लभ है। तुम भी यह व्रत धारण करो तुम्हारा कल्याण हो जाएगा। हे अर्जुन ! कलियुग में जो सतियाँ सोमवती के चरित्र का अनुशरण करेंगी, सोमवती के गुणों का गुणगान करेंगी, वे संसार में सुयश प्राप्त करेंगी। जो व्यक्ति सोम के आदर्शो का अनुसरण करेगा, धोबियों को धन देगा, सोमवती अमावस्या के दिन व्रतराज के समय धोबियों को यथा दक्षिणा देगा तथा भोजन करायेगा, धोबी के बालक- बालिकाओं को पुस्तक दान करेगा, वह सदा अमरता को प्राप्त करेगा। विवाह के समय कोई भी वर्ग की कन्या की माँग में सिन्दूर धोबी की सुहागिन स्त्री से भरवायेगा उसको स्वर्ण या रत्न दान करेगा तो उसकी कन्या का सुहाग दीर्घायु होता है तथा वैधव्य योग का प्रभाव नष्ट हो जाता है, जो धोबी की कन्याओं का अपमान करेगा चाहे वह ब्राह्मण ही क्यों न हो जन्म-जन्म तक नरक में पड़ा रहेगा। 
जब उस ब्राह्मण ने अद्भुत चमत्कार देखा तो वह सोमा के चरणों में गिर गया धूप, दीप, पुष्प, कपूर से आरती की विभिन्न प्रकार से पूजा-अर्चना की बार-बार जगत् पूज्य, सर्वशक्तिमान हो युगों-युगों तक आपकी पूजा यह ब्राह्मण वंश करेगा जो उपकार आपने किया है वह भुलाने योग्य नहीं है आपके साथ-साथ आपके वंश की जो सतियाँ आपके चरित्र का अनुसरण करेंगी उसकी आपकी ही भाँति युगों-युगों तक पूजा होगी।

*|| जय श्रीराम कृष्ण हरी ||*
*सुप्रभात* 🙏🙏

हैदराबाद में सेक्स रैकेट चला रही थी बंगाल की अभिनेत्री

हैदराबाद में सेक्स रैकेट चला रही थी बंगाल की अभिनेत्री


हिंदी अभिनेत्री ऋचा सक्सेना भी गिरफ्तार -दो स्टार होटल से पुलिस ने आपत्तिजनक हालत में किया गिरफ्ता

हिंदी अभिनेत्री ऋचा सक्सेना भी गिरफ्तार

-दो स्टार होटल से पुलिस ने आपत्तिजनक हालत में किया गिरफ्तार

 कोलकाता : हैदराबाद पुलिस ने सेक्स रैकेट चलाने के आरोप में वहां के होटल से एक बंगाली अभिनेत्री सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से बंगाल की अभिनेत्री का नाम शुभ्रा चटर्जी है। जबकि उसके साथ एक अन्य हिंदी अभिनेत्री ऋचा सक्सेना के साथ मनीष कड़किया एवं वैंक्टेश्वर राव नाम के तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। हालांकि गिरोह का मुख्य सरगना सह होटल मैनेजर जनार्दन उर्फ जानी फिलहाल फरार है। इस बारे में हैदराबाद पुलिस की ओर से बताया गया है कि गुप्त सूचना मिलने के बाद हैदराबाद पुलिस के टास्क फोर्स ने यहां के बंजारा हिल्स थाना इलाके में स्थित दो स्टार होटल ताज डेक्कन और ताज बंजारा में छापामारी की जहां से इन चारों को आपत्तिजनक हालत में गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही इनके पास से 55 हजार रुपये भी बरामद किए गए हैं। इन्हें पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पता चला है कि शुभ्रा जनार्दन के साथ मिलकर इस रैकेट को चलाती थी। इसमें ऋचा सक्सेना भी बराबर की पार्टनर थी। हिंदी फिल्मों के साथ-साथ व तेलगु फिल्मों में भी काम करती है। इन लोगों से पूछताछ कर पुलिस इनके अन्य साथियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।

रविवार, 17 दिसंबर 2017

लखनऊ पुराने विवादों के चलते विधायक के बेटे को गोली से उड़ाया

लखनऊ  पुराने विवादों के चलते विधायक के बेटे को गोली से उड़ाया 
 लखनऊ 
गौरव के दोस्त पर हत्या का आरोप, माफिया मुन्ना बजरंगी का करीबी
लखनऊ | शनिवार रात राजधानी के हजरतगंज स्थित कसमंडा हाउस में ऐसी वारदात हुई जिसने आस पास के लोगो को दहशत में डाल दिया , और सुरक्षा के दावों पर भी सवाल खड़े कर दिए बीती रात हजरतगंज कोतवाली के कसमान्दा हाउस के बाहर डुमरियागंज के पूर्व बीजेपी विधायक प्रेम प्रकाश तिवारी उर्फ जिप्पी के इकलौते बेटे वैभव तिवारी की शनिवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, नरही के दो हिस्ट्रीशीटरों ने वैभव के सीने में गोली मारी और टाटा सफारी से भाग निकले। परिवारीजन घायल वैभव को लोहिया अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हत्या के पीछे प्रॉपर्टी डीलिंग का विवाद बताया जा रहा है। गौरतलब हो कि जिप्पी तिवारी का कसमंडा हाउस में ए-ब्लॉक के फ्लैट नंबर-322 में आवास है। उनके बेटे वैभव तिवारी उर्फ छोटू (32) यहीं रहकर प्रॉपर्टी डीलिंग करते थे। वैभव सिद्धार्थनगर के जगतपुर गांव के प्रधान भी थे। वैभव के ममेरे भाई आदित्य ने बताया कि शनिवार रात काली टाटा सफारी से नरही निवासी विक्रम सिंह और सूरज शुक्ला कसमंडा हाउस आए। मिली जानकारी के anusaar विक्रम के बुलाने पर वैभव और आदित्य पहली मंजिल पर स्थित फ्लैट से नीचे उतरे। नीचे बातचीत के दौरान दोनों पक्षों में धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इसी बीच सूरज ने पिस्टल निकालकर वैभव को गोली मार दी। सीने में गोली लगते ही वैभव गिर गए और विक्रम व सूरज टाटा सफारी से पार्क रोड की ओर भाग निकले। आदित्य व अन्य परिवारीजन वैभव को लोहिया अस्पताल ले गए। वैभव के परिवार में माता-पिता के अलावा पत्नी शिवांशी और तीन साल की एक बेटी वैष्णवी है। हजरतगंज में बीजेपी के पूर्व विधायक के बेटे की हत्या की जानकारी होते ही एडीजी जोन अभय कुमार प्रसाद, आईजी रेंज जयनारायन सिंह और एसएसपी दीपक कुमार मौके पर पहुंच गए। लोहिया अस्पताल में मौजूद जिप्पी तिवारी की तहरीर पर हजरतगंज कोतवाली में विक्रम व सूरज के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया गया। हत्या आरोपी निकला दरोगा का बेटा नरही निवासी विक्रम और सूरज शुक्ला, दोनों हजरतगंज कोतवाली के हिस्ट्रीशीटर हैं। पुलिस के अनुसार, विक्रम पर हजरतगंज कोतवाली समेत कई थानों में 22 मुकदमे दर्ज हैं। विक्रम की मां दरोगा है। सूरज के खिलाफ भी 18 से ज्यादा केस दर्ज हैं।

पश्चिमी राजस्थान के इस मरुकुंभ मेले में आएँगे 10 लाख श्रद्धालु, 5 योग पर 5 पावन स्थानों के जल से होगा पवित्र स्नान

पश्चिमी राजस्थान के इस मरुकुंभ मेले में आएँगे 10 लाख श्रद्धालु, 5 योग पर 5 पावन स्थानों के जल से होगा पवित्र स्नान


बाड़मेर: राजस्थान में अनेक त्यौहार व मेले लगते है, इन मेलों की अनूठी परम्परा एवं संस्कृति अन्यत्र मिलना कठिन है। यहां का प्रत्येक मेला एवं त्यौहार लोक जीवन की किसी न किसी ऐतिहासिक कथानक से जुड़ा हुआ है। इसलिए इनके आयोजन में सम्पूर्ण लोक जीवनपूर्ण सक्रियता से भाग लेता है। इन मेलों में राजस्थान की संस्कृति जीवंत हो उठती है। इन मेलों के अपने गीत हैं, जिनके प्रति जन साधारण की गहरी आस्था दृष्टिगोचर होती है। इससे लोग एकता के सूत्र में बंधें रहते हैं। राजस्थान में अधिकांश मेले पर्व व त्यौहार के साथ जुड़े हुए हैं। जहां पर मेला लगता है वहां दूर-दूर से लोग आते हैं। इन मेलों में एक ऐसा भी मेला लगता है, जिनकी खासियत भी कुछ अलग है, जो रेगिस्तान के सूखे बियाबान मरूस्थलीय इलाके से सम्बन्ध रखता है,




रेगिस्तान में पेयजल संकट से जूझने वाले आम जन के लिये पीने का पानी जहां एक बड़ा संकट है, और पानी कितना अमूल्य धरोहर है, यह बात तो मरू वासियों के जहन में सदियों से बैठी हुई है। वहीं पश्चिमी रेगिस्तान में सतही जल, पारंपरिक जल स्त्रोतो जैसे तालाब, बेरी, टांकों, से उपलब्ध होता है। इन स्त्रोतो में बरसात का पानी संग्रह करके रखा जाता है।वहीं देश की पवित्र नदियों के त्रिवेणी संगम स्थलों पर पवित्र स्नान के लिये कुम्भ के मेले भी यहां लगते है, यहाँ के मरूस्थलीय इलाके चौहटन में मरुकुम्भ के नाम से विख्यात सुईंया पोषण मेला देश मे अपनी अलग पहचान रखता है।




मान्यताओं के अनुसार चौहटन के डूंगरपुरी मठ के सानिध्य में लगने वाला सुईंया मेला कुम्भ के मेलों से भी उच्च मान्यता और पवित्रता के लिए प्रसिद्ध है। यहां लगने वाली छाप अन्य स्थलों की छाप से ऊपर ही लगाई जाती है, ऐसी मान्यता है। पाण्डवो की तपो भूमि एवं ईश्वर अवतार डूंगरपुरी महाराज की कर्मस्थली चौहटन मे 12 साल के लंबे अंतराल व इन्तजार के बाद मरु कुम्भ के नाम से विख्यात सुईंया धाम पौषण स्नान मेला आगामी 18 दिसम्बर 2017 तदनुसार वि.स. 2074 पौष वदी सोमवती अमावस्या को भरा जायेगा!




सुईंया पोषण मेले के दौरान एक अनुमान के मुताबिक दस लाख श्रद्धालु महिला पुरूष मरु कुम्भ में पवित्र स्नान के लिये आएंगे। मेले को लेकर जहां ध्वजारोहण के साथ साधुसंतों के पहुंचने का क्रम शुरू हो जाएगा। वहीं 16 की रात और 17 को सवेरे से ही श्रद्धालुओं के पहुंचने का दौर शुरू होगा। अठठारह को प्रातः छः बजे से दोपहर बारह बजे के पवित्र स्नान मुहुर्त में स्नान के बाद श्रद्धालुओं के लौटने का क्रम शुरू हो जाएगा।




पांच योग बनने पर सजता है सुईंया: हिंदी कलेंडर वर्ष में पौष माह, अमावस्या, सोमवार, मूलनक्षत्र एवं व्यातिपात योग आदि पांच योग एक ही समय मे मिलने पर ही सुईंया का पवित्र स्नान मेला लगता है। इस पांच योग के पवित्र संगम के अवसर पर पांच पवित्र स्थलों के पवित्र जल से श्रद्धालू पवित्र स्नान का लाभ प्राप्त करने की मान्यता है।




पवित्र स्नान की है परंपरा: सुईंया मेला को मरुकुम्भ पवित्र स्नान की मान्यता है। यहां लाखों श्रद्धालू महिला पुरुष कड़कड़ाती सर्दी में पवित्र स्नान करने पहुँचते है। इस दिन यहां सुईंया महादेव मंदिर का झरना, कपालेश्वर महादेव मंदिर का झरना, विष्णु पगलिया मंदिर का झरना, धर्मराज की बेरी व इंद्रभान तालाब के पांच स्थानों के पवित्र मिश्रित जल से स्नान कर श्रद्धालू अपने पाप-कर्मो को धोकर शुद्धता का अनुभव करते है। दिसम्बर में आयोजित मेले में पवित्र स्नान का मुहुर्त अठठारह दिसम्बर को सवेरे छः बजे से दोपहर बारह बजे तक माना गया है।




ये हैं मुख्य दर्शनीय स्थल: डूंगरपुरीजी के मठ सहित यहां धर्मराज मन्दिर, इन्द्रभाण, एक हजार साल पुराना सुईंया महादेव मन्दिर एव झरना, कपालेश्वर महादेव मन्दिर व पवित्र झरना, विष्णु पगलिया मन्दिर व झरना, सरगा सैरी, अंधेरी कोठी, हिगलाज माता का मंदिर, कस्बे में जगदम्बा माता के मन्दिर, हनुमान मदिर, खीमपुरी की धूणा, रामदेव मंदिर, हनुमान एवं राधा कृष्ण मंदिर, वांकल-धाम विरात्रा, वैरमाता मंदिर सहित दर्जनों दर्शनीय एवं पूज्य स्थल है। जहां श्रद्धालू नतमस्तक होकर मन्नतें मांगते हे।

सिरोही दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश, भतीजा निकला हत्यारा*



सिरोही दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश, भतीजा निकला हत्यारा*



जयपुर 17 दिसंबर । 11 दिसंबर को सोनु पुत्र श्री लालाराम भील (25) निवासी भील कोलोनी देलवाडा आबपूर्वत ने बमुकाम राजकीय अस्पताल आबूपर्वत में एक लिखित रिपोर्ट इस आशय की पेश कि मेरे काका कस्तुरजी एवं उनका पुत्र जगदीश उम्र 30 वर्ष है जो दोनो साथ साथ देलवाडा में रहतें है मेरे काका कस्तुरजी की उम्र लगभग 60 वर्ष होगी एवं उनका लडका जगदीश अविवाहीत है। दोनो शराब पीने के आदि थे। आज हमें सूचना मिली कि मेरे काका व उनके लडके की मृत्यु हो गयी है। हमे किसी पर मृत्यु बाबत कोई शक शुबा नही है। वगैराह रिपेर्ट पर मर्ग दर्ज कर जॉच शुरू की गई।

दौराने जाँच मृतक कस्तूरजी व जगदीश की लाश के फर्द सूरत हाल व पंचानामा मूर्तिब कर हर दोनो मृतको का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर लाश अंतिम क्रियाक्रम हेतु वारिसान को सुपुर्द की गई। घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। मेडिकल बॉर्ड द्वारा दोनो मृतको की पीएम रिपोर्ट प्राप्त होने पर अवलोकन किया गया तो मेडीकल बोर्ड द्वारा मृतक श्री कस्तुरजी पुत्र श्री जोगाजी व जगदीश पुत्र श्री कस्तुरजी जातियान भील निवासीयान भील बस्ती देलवाडा पुलिस थाना आबूपर्वत की पीएमआर में मृत्यु का कारण गला घोटे जाने के कारण दम घुटने से मृत्यु होना अंकित किया है। रिपोर्ट व मृतको की पीएम रिपोर्ट से मामला जुर्म धारा 302 भादंस. का घटित होना पाये जाने से प्रकरण संख्या 94/2017 धारा 302 भादसं मे दर्ज कर अुनसंधान शुरू किया गया।

दौराने अनुसंधान के घटनास्थल का निरीक्षण पुलिस अधीक्षक सिरोही श्री ओमप्रकाश व वृताधिकारी आबूपर्वत श्री विजयपाल सिंह द्वारा किया जाकर आवश्यक दिशानिर्देश प्रदान किये। जिस पर थानाधिकारी आबूपर्वत श्री भूपेन्द्रसिह के नेतृत्व में एक विशेष गठित टीम द्वारा पडौसी गवाहान से अनुसंधान कर मृतको की आम शोहरत प्राप्त की तो ज्ञात हुआ कि मृतक कस्तूरजी व जगदीश दोनो ही शराब पीने के आदि थे तथा शराब पीकर आपस मे ही झगड़ते थे जिनका पडौसीयों के साथ कोई अच्छा व्यावहार नही था मृतको की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह भी स्पष्ट हुआ कि दोनो पिता पुत्र की हत्या एक साथ नही होकर एक दो दिन के अन्तर मे हुई है। पहले हत्या जगदीश की हुई है तथा बाद मे हत्या कस्तूरजी की हुई है। दोनो मृतको की कॉलोनी मे या आसपास मे किसी से पुरानी रंजिश या झगड़ा नही होना सामने आया है, मात्र मृतक कस्तूरजी का कब्जाशुदा प्लॉट देलवाड़ा भील बस्ती मे आया हुआ है जो मृतक द्वारा मुकेश उर्फ रिंकु को वर्ष 2013 मे बेचना सामने आया है। घटना से करीब 15-20 दिन पहले मुस्तगीस सोनू व उसकी मॉ उक्त प्लॉट पर सफाई करने गये तो मुकेश उर्फ रिंकु द्वारा उक्त प्लॉट खरीदना बताया जिस पर मुकेश उर्फ रिंकु व सोनू के बोलचाल हो गई थी इसके अलावा मृतकों को अंतिम बार भी सोनू उर्फ नरेन्द्र कुमार के साथ ही देखा गया है जिस पर शक की सारी घड़ीयां मुस्तगीस सोनू उर्फ नरेन्द्र कुमार की तरफ जाने से सोनू उर्फ नरेन्द्र को तलब कर मनोवैज्ञानिक तरीके से पुछताछ की गई तो सोनू उर्फ नरेन्द्र ने अपने काका कस्तूरजी व काकाई भाई जगदीश की हत्या अलग अलग दिन गला दबाकर करना कबूल किया है। सोनू उर्फ नरेन्द्र ने उक्त दोनो की हत्या मृतको द्वारा अपना प्लॉट बिना पुछे बेचे जाने की रंजिशवंश की है। तथा आरोपी की नजर मृतको की पुस्तैनी जमीन गांव पुर तहसील सांचौर जिला जालौर पर भी थी प्रकरण मे मुल्जिम सोनू उर्फ नरेन्द्र को आज रविवार को गिरफ्तार किया जाकर अनुसंधान के क्रम में पुछताछ जारी है।

मुस्तगिस मृतक के भतीजे ने किसी अन्य व्यक्ति को फंसानें के लिए सामाजिक आन्दोलन करने व शव का अन्तिम संस्कार नही करने की धमकी भी देता रहा, तथा पुलिस पर लिपापोती का आरोप लगाता रहा ताकि पुलिस को सही दिशा न मिले व प्रकरण में सफलता नही मिले।

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जैसलमेर में जगविख्यात ’’ मरु महोत्सव 2018 ’’ - 29 से 31 जनवरी तक


जैसलमेर में जगविख्यात ’’ मरु महोत्सव 2018 ’’ - 29 से 31 जनवरी तक

पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन ने शुरू की तैयारियां

जिला कलक्टर मीना ने दिए बेहतर प्रबन्धों के निर्देश, रोचक बनाए मरु महोत्सव को

जैसलमेर, 17 दिसम्बर। देश-दुनिया में मशहूर जैसलमेर का परंपरागत तीन दिवसीय ’’ मरु महोत्सव - 2018 ’’ आगामी 29 से 31 जनवरी 2018 तक धूमधाम से आयोजित किया जाएगा। इसे लेकर पर्यटन विभाग और जैसलमेर जिला प्रशासन की ओर से व्यापक तैयारियाँ आरंभ कर दी गई हैं। इस बार यह महोत्सव नए रंगों और अभिनव आकर्षक कार्यक्रमों के साथ नयापन लिए हुए होगा और देशी-विदेशी हजारों सैलानियों को भरपूर मनोरंजन का सुकून देगा।




मरु महोत्सव की तैयारियों को लेकर जिला कलक्टर कैलाष चन्द मीना की अध्यक्षता में रविवार को जैसलमेर जिला कलक्ट्रेट सभाकक्ष में प्रथम बैठक आयोजित हुई जिसमें संबंधित सभी कार्यक्रमों, तैयारियों आदि पर चर्चा की गई। बैठक में पुलिस अधीक्षक गौरव यादव, नगरपरिषद जैसलमेर की सभापति श्रीमती कविता खत्री, अतिरिक्त जिला कलक्टर के.एल.स्वामी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिलापरिषद अनुराग भार्गव , अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामेष्वर लाल मीणा , उपखंड अधिकारी हंसमुख कुमार सचिव नगर विकास न्यास अषोक आसेरी, उप निदेषक पर्यटक स्वागत केन्द्र भानुप्रताप के साथ ही अन्य जिला अधिकारी , सीमा सुरक्षा बल ,वायुसेना , होटल एवं पर्यटन व्यवसाई उपस्थित थे।




नए कार्यक्रमों के साथ मनाएं महोत्सव




जिला कलक्टर मीना ने मरु महोत्सव को नवीन आकर्षणों के साथ भव्य एवं व्यापक ढंग से आयोजित करने के निर्देश देते हुए कहा कि इस बात का हरसंभव प्रयास किया जाए कि जो भी महोत्सव में आए, उसे भरपूर आनंद और आत्मतोष मिले तथा मीठी और अविस्मरणीय यादों के साथ लौटे। इसके लिए मरु संस्कृति से परिपूर्ण आंचलिक रंगों का भी बेहतर समावेश हो तथा स्थानीय लोगों एवं आने वाले सैलानियों की अधिक से अधिक भागीदारी हो। उन्होंनंे उप निदेषक पर्यटक स्वागत केन्द्र को निर्देष दिए कि वे रौचक एवं आर्कषक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करें जिसमें स्थानीय ख्यातनाम लोक-कलाकारों के साथ ही बाॅलीवुड के लोक कलाकारों तथा हरियाणा ,पंजाब ,गुजरात के ख्यातनाम लोक कलाकारों को आमंत्रित करें।




बहुआयामी आकर्षण जगाएं




जिला कलक्टर ने सभी अधिकारियों एवं महोत्सव आयोजन से संबद्धजनों से कहा कि वे मरु महोत्सव की गरिमा और गौरव के अनुरूप इस आयोजन को ऐसा बहुआयामी आकर्षण प्रदान करें कि सभी को यह महसूस हो कि यह उनका अपना आयोजन है। इस भावना को साकार करने के लिए पूर्ण समन्वय एवं सहयोग के साथ हरसंभव प्रयासों में जुटना होगा। उन्होंनें उप निदेषक पर्यटक स्वागत केन्द्र को निर्देष दिए कि वे सभी विभागों का सहयोग लेकर समय रहते सभी आवष्यक तैयारियां प्रारम्भ कर दंे एवं उच्च कोटि की तैयारी सुनिष्चित करावें।




जिला कलक्टर मीना ने मरु महोत्सव में पश्चिमी राजस्थान की लोक संस्कृति तथा आंचलिकता का पर्याप्त समावेश किए जाने के निर्देष दिए वहीं महोत्सव के दौरान आयोजित होने वाली सभी प्रतियोगिताओं की समस्त प्रक्रियाएं पूरी तरह स्पष्ट और पारदर्शी होनी चाहिएं। बैठक के दौरान उपनिदेषक को निर्देष दिये कि वे वायु सेना द्वारा प्रस्तुत किये जाने वाले एयर वाॅरियर ड्रील , आकाष गंगा , सीमा सुरक्षा बल के कैमल टैंटू-षो कार्यक्रमों के लिए उच्च स्तरीय अधिकारियों को अभी से ही पत्र प्रेषित कर सहमति प्राप्त करें। उन्होंने इस दौरान सम में पतंगबाजी के साथ ही घुड़दौड़ का भी आयोजन कराने पर बल दिया। उन्होंने मेले के लिए अभी से ही व्यापक प्रचार-प्रसार करवाने के भी निर्देष प्रदान किए।




सभी विभाग जुट जाएं तैयारियों में




जिला कलक्टर ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देष दिए कि वे अपने जिम्मे के सभी दायित्वों को बेहतर ढंग से पूर्ण करने के लिए अभी से तैयारियां आरंभ कर दें। उन्होंने नगरपरिषद आयुक्त झब्बरसिंह चैहान को निर्देष दिए कि वे शहर को स्वच्छ एवं साफ-सुथरा बनाने के लिए विषेष अभियान चलाएॅं वहीं इस पर्यटन नगरी को पषु विचरण रहित बनावें। उन्होंने उप अधीक्षक पुलिस मांगीलाल को नगर की यातायात व्यवस्था सुधारने , टैक्सी चालकों की बैठक लेकर उनका ड्रेसकोर्ड निर्धारित करने के निर्देष दिए। उन्होंने तहसीलदार वीरेन्द्रसिंह को निर्देष दिए कि वे सम सैण्ड्यून्ष की सफाई करवाना अभी से ही चालू कर दें। उन्होंने शौभा यात्रा के मार्ग का अवलोकन कराने के अधिकारियों को निर्देष दिये।




जिला पुलिस अधीक्षक गौरव यादव ने मरु मेले के लिए एक थीम निर्धारित करने की भी आवष्यकता जताई एवं सुझाव दिया कि यह थीम ’’ बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ ’’ या अन्य विषय पर भी हो। उन्होंने महोत्सव में नवाचारों को समाहित करने पर जोर दिया।









मरु महोत्सव का आगाज गडसीसर लेक से




बैठक में उप निदेषक पर्यटक स्वागत केन्द्र भानुप्रताप ने मरू महोत्सव के प्रस्तावित कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि मरु महोत्सव 2018 का शुभारंभ आगामी 29 जनवरी को गडसीसर लेक से शोभायात्रा से होगा तथा यह शोभायात्रा शहीद पूनमसिंह स्टेडियम पंहुचेगी जहां पर मरू महोत्सव का विधिवत् शुभारम्भ होगा एवं प्रथम दिवस साफा बांध, मूमल-महिन्द्रा, मूंछ, मिस मूमल, मरुश्री प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा एवं सांय को सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होगा।




इसी प्रकार 30 जनवरी के कार्यक्रम डेडांसर मैदान में होंगे वहां पर ऊँट श्रृंगार, शान ए मरुधरा, रस्साकशी, पणिहारी मटका आदि प्रतिस्पर्धाएं होंगी इसके साथ ही सीमा सुरक्षा बल द्वारा केमल टेटू शो का आयोजन भी प्रस्तावित है। इसके साथ ही दूसरे दिवस को सांय शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होगा। मरू महोत्सव का समापन 31 जनवरी को सम के मखमली धोरो पर होगा यहां पर रेतीले धोरों पर ऊँट दौड़ प्रतियोगिता होगी। इनके बाद सम के धोरों पर ही सायंकालीन लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं आतिशबाजी होगी। इससे पूर्व प्राचीन कुलधरा गांव में ग्रामीण सांस्कृतिक बिम्बों से ओतप्रोत कार्यक्रम भी होगें। मरू महोत्सव को और अधिक रोचक बनाने के लिए जो सुझाव आए है उस पर पूरा अमल किया जायेगा। बैठक में सम रिसोर्ट्स समिति के पदाधिकारी कैलाष व्यास , जैसलमेर विकास समिति के सचिव चन्द्र प्रकाष व्यास के साथ ही अन्य अधिकारियों ने भी मरु महोत्सव के सफल आयोजन के लिए अपने सुझाव दिए।




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बाड़मेर *नही मिला पैंथर ,रेस्क्यू रोका,टीम लौटी जोधपुर*

बाड़मेर *नही मिला पैंथर ,रेस्क्यू रोका,टीम लौटी जोधपुर*

*बाड़मेर जिले के समदड़ी क्षेत्र में पिछले पांच रोज से ख़ौफ़ का प्रायः बना पैंथर आखिरकार रेस्क्यू टीम के हाथ नही लगा।चार दिनों की निगरानी के बावजूद पैंथर टीम के हाथों से निकल गया।वन विभाग के अधिकारियों का दावा है कि पैंथर आबादी क्षेत्र छोड़ देवड़ा गांव की माइनिंग पहाड़ियों में चल गया।।इसके बाद रेस्क्यू रोक दिया।रेस्क्यू टीम शनिवार रात को ही जोधपुर लौट गई।जबकि ग्रामीण अभी भी ख़ौफ़ में है।ग्रामीणों ने बताया कि पैंथर कभी भी मौका पाकर ग्रामीणों पे हमला कर सकता है।।उल्लेखनीय है पितर के हमले से पांच ग्रामीण घायल हो गए थे जिनमें से एक को उपचार के लिए जोधपुर रेफर किया था।ग्रामीणों में पैंथर का ख़ौफ़ अभी भी बरकरार है।वह विभाग का मैंणा है कि पैंथर माइनिंग एरिया में चल गया।इसलिए अब कोई खतरा ग्रामीणों को नही।।

पत्नी के 7 टुकड़े करके बोरे में भरकर फेंकने वाले दरिंदे को देखिए, बताया क्यों किया?

पत्नी के 7 टुकड़े करके बोरे में भरकर फेंकने वाले दरिंदे को देखिए, बताया क्यों किया?


देखिए उस शख्स को, जिसने पत्नी को मारकर उसके 7 टुकड़े करके बोरे में भरकर तीन जगहों पर फेंक दिया। पूछताछ में बताया आखिर उसने क्यों किया ऐसा?



हरियाणा के रोहतक में महिला का शव टुकड़ों में मिलने के मामले में पुलिस ने आरोपी पति राजू को पकड़ लिया, जिसने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया। साथ ही इस घिनौने हत्याकांड को अंजाम देने की वजह भी बताई। आरोपी पति राजकुमार ने पुलिस को बताया कि उसने 3 नहीं 7 टुकड़े किए थे। कत्ल की वजह थी पत्नी का ननदोई के साथ लिव इन में रहना। बच्चे दादी के पास रहते थे।राजू ने बताया कि उसने बड़े शातिराना तरीके से शव के टुकड़ों को इधर-उधर फेंका। पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि उसने शव के टुकड़े करने के बाद उन्हें डबल बोरे में पैक कर दिया। इसके बाद गुमराह करने के लिए दूसरे बोरे में अपने लकड़ी काटने के औजार रख लिये। इसके बाद आरोपी ने ऑटो बुक करके टुकड़ों को अलग-अलग हिस्सों में फेंका। आरोपी ने दो बार अलग-अलग ऑटो बुक किया था।






24 घंटे में किये शव के सात टुकड़े

राजू ने बताया कि उसने पुलिस से बचने के लिए शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। उसने हत्या की रात को ही लकड़ी काटने की आरी से पहले गर्दन, छाती और पेट के हिस्से को काटा। इसके बाद अगले दिन कमरे में ही शव के दोनों पैर और हाथों को काटा। 24 घंटे में शव के सात टुकड़े करके आरोपी ने अलग-अलग प्लास्टिक के बोरे में पैक किये। फिर अगली रात को शव के टुकड़ों को शहर के अलग-अलग हिस्सों में फेंक दिया।जेएलएन नहर में फेंके थे सिर और हाथ-पैर के टुकड़े
राजकुमार ने बताया कि उसने शव के सिर और हाथ-पैर के टुकड़े आईजी ऑफिस के सामने जेएलएन नहर में फेंके थे। इसके अलावा छाती का हिस्सा गांव मकड़ौली और पेट का हिस्सा पुरानी शुगर मिल के पास खाली जगह पर फेंक दिया था। नहर में फेंका गया शव का कुछ हिस्सा दादरी क्षेत्र में मिला। दादरी पुलिस को नहर के पास झाड़ियों में शव का पैर मिला था। अभी तक महिला का सिर, एक पैर और दोनों हाथ नहीं मिले हैं।