रविवार, 17 दिसंबर 2017

लखनऊ पुराने विवादों के चलते विधायक के बेटे को गोली से उड़ाया

लखनऊ  पुराने विवादों के चलते विधायक के बेटे को गोली से उड़ाया 
 लखनऊ 
गौरव के दोस्त पर हत्या का आरोप, माफिया मुन्ना बजरंगी का करीबी
लखनऊ | शनिवार रात राजधानी के हजरतगंज स्थित कसमंडा हाउस में ऐसी वारदात हुई जिसने आस पास के लोगो को दहशत में डाल दिया , और सुरक्षा के दावों पर भी सवाल खड़े कर दिए बीती रात हजरतगंज कोतवाली के कसमान्दा हाउस के बाहर डुमरियागंज के पूर्व बीजेपी विधायक प्रेम प्रकाश तिवारी उर्फ जिप्पी के इकलौते बेटे वैभव तिवारी की शनिवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, नरही के दो हिस्ट्रीशीटरों ने वैभव के सीने में गोली मारी और टाटा सफारी से भाग निकले। परिवारीजन घायल वैभव को लोहिया अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हत्या के पीछे प्रॉपर्टी डीलिंग का विवाद बताया जा रहा है। गौरतलब हो कि जिप्पी तिवारी का कसमंडा हाउस में ए-ब्लॉक के फ्लैट नंबर-322 में आवास है। उनके बेटे वैभव तिवारी उर्फ छोटू (32) यहीं रहकर प्रॉपर्टी डीलिंग करते थे। वैभव सिद्धार्थनगर के जगतपुर गांव के प्रधान भी थे। वैभव के ममेरे भाई आदित्य ने बताया कि शनिवार रात काली टाटा सफारी से नरही निवासी विक्रम सिंह और सूरज शुक्ला कसमंडा हाउस आए। मिली जानकारी के anusaar विक्रम के बुलाने पर वैभव और आदित्य पहली मंजिल पर स्थित फ्लैट से नीचे उतरे। नीचे बातचीत के दौरान दोनों पक्षों में धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इसी बीच सूरज ने पिस्टल निकालकर वैभव को गोली मार दी। सीने में गोली लगते ही वैभव गिर गए और विक्रम व सूरज टाटा सफारी से पार्क रोड की ओर भाग निकले। आदित्य व अन्य परिवारीजन वैभव को लोहिया अस्पताल ले गए। वैभव के परिवार में माता-पिता के अलावा पत्नी शिवांशी और तीन साल की एक बेटी वैष्णवी है। हजरतगंज में बीजेपी के पूर्व विधायक के बेटे की हत्या की जानकारी होते ही एडीजी जोन अभय कुमार प्रसाद, आईजी रेंज जयनारायन सिंह और एसएसपी दीपक कुमार मौके पर पहुंच गए। लोहिया अस्पताल में मौजूद जिप्पी तिवारी की तहरीर पर हजरतगंज कोतवाली में विक्रम व सूरज के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया गया। हत्या आरोपी निकला दरोगा का बेटा नरही निवासी विक्रम और सूरज शुक्ला, दोनों हजरतगंज कोतवाली के हिस्ट्रीशीटर हैं। पुलिस के अनुसार, विक्रम पर हजरतगंज कोतवाली समेत कई थानों में 22 मुकदमे दर्ज हैं। विक्रम की मां दरोगा है। सूरज के खिलाफ भी 18 से ज्यादा केस दर्ज हैं।

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