बाड़मेर। आंगनबाड़ी केन्द्रो का आकस्मिक निरीक्षण, मिली कई अनियमितताएं
बाड़मेर। महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक डा.गुंजन सोनी ने मंगलवार को जिले में विभिन्न स्थानो पर आंगनबाड़ी केन्द्रो का निरीक्षण किया। इस दौरान कई अनियमिताएं पाई गई। अनुपस्थित मिले मानदेयकर्मियो को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए है।
महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक डा.गुंजन सोनी ने बताया कि लाखेटाली आंगनबाड़ी पाठशाला, आंगनबाड़ी पाठशाला जटिया कुम्हारो की ढाणी, आंगनबाड़ी पाठशाला चोखला, आंगनबाड़ी पाठशाला भाटो का डेर, आंगनबाड़ी केन्द्र मूढो की ढाणी, आंगनबाड़ी पाठशाला जसनाथपुरा नंदघर भवन, आंगनबाड़ी पाठशाला खतियो का तला, आंगनबाड़ी पाठशाला खानु का तला नंदघर, आंगनबाड़ी पाठशाला खावडि़या,आंगनबाड़ी पाठशाला बागासर चोखला, आंगनबाड़ी पाठशाला जाटावास निरीक्षण के दौरान बंद पाई गई।
बाड़मेर। महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक डा.गुंजन सोनी ने मंगलवार को जिले में विभिन्न स्थानो पर आंगनबाड़ी केन्द्रो का निरीक्षण किया। इस दौरान कई अनियमिताएं पाई गई। अनुपस्थित मिले मानदेयकर्मियो को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए है।
महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक डा.गुंजन सोनी ने बताया कि लाखेटाली आंगनबाड़ी पाठशाला, आंगनबाड़ी पाठशाला जटिया कुम्हारो की ढाणी, आंगनबाड़ी पाठशाला चोखला, आंगनबाड़ी पाठशाला भाटो का डेर, आंगनबाड़ी केन्द्र मूढो की ढाणी, आंगनबाड़ी पाठशाला जसनाथपुरा नंदघर भवन, आंगनबाड़ी पाठशाला खतियो का तला, आंगनबाड़ी पाठशाला खानु का तला नंदघर, आंगनबाड़ी पाठशाला खावडि़या,आंगनबाड़ी पाठशाला बागासर चोखला, आंगनबाड़ी पाठशाला जाटावास निरीक्षण के दौरान बंद पाई गई।
इन आंगनबाड़ी केन्द्रो पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका एवं आशा सहयोगिनी अनुपस्थित मिली। इनका कोई अवकाश संबंधित प्रार्थना पत्र भी नहीं मिला। उप निदेशक सोनी ने बताया कि इनकी अनुपस्थिति से जाहिर है कि यह मानदेयकर्मी बिना किसी सूचना के स्वेच्छापूवर्क कार्य से अनुपस्थित रहते हुए आंगनबाड़ी केन्द्रो का संचालन नहीं कर रहे है। साथ ही इनकी ओर से लाभान्वितों को पोषाहार वितरण नहीं कर गंभीर अनियमितताएं बरती जा रही है।यह भी स्पष्ट हैं कि लाभान्वितों को गरम पोषाहार एवं नाश्ते का नियमित वितरण नहीं कर फर्जी लाभान्वितों के आधार पर पोषाहार आपूर्तीकर्ता स्वयं सहायता समूह को अनियमित भुगतान किया गया है जो कार्य के कार्य के प्रति लापरवाही एवं गंभीर अनियमितताआंे को दर्शाता है।
उप निदेशक सोनी ने बताया कि आंगनबाड़ी पाठशाला रोहिली परिसर आकस्मिक निरीक्षण के दौरान खुली मिली। इस दौरान कार्यकर्ता रूखमादेवी एवं सहायिका नर्बदा देवी उपस्थित थी। इस केन्द्र पर 3-6 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों की संख्या 32 पंजीकृत थी, लेकिन मौके पर केवल 6 बच्चे उपस्थित मिले। उपस्थिति पंजिका की जांच करने पर 12 एवं 13 अप्रैल की उपस्थिति दर्ज नहीं पाई गई। पोषाहार स्टांक रजिस्टर केन्द्र पर उपलब्ध नहीं मिला। कार्यकर्ता ने पोषाहार पंजिका को घर पर होना बताया। केन्द्र पर गरम पूरक पोषाहार एवं नाश्ते की कोई व्यवस्था नहीं थी। कार्यकर्ता से पुछने पर बताया कि महिला स्वयं सहायता अध्यक्ष श्रीमती कमला की ओर पोषाहार की आपूर्ति की जाती है,जो आज पोषाहार केन्द्र पर उपलब्ध नहीं करवाया गया है। इसी तरह आंगनबाड़ी केन्द्र जाटो की ढाणी रोहिली निरीक्षण के दौरान बंद मिला। आंगनबाड़ी केन्द्र को बोर्ड निजी आवास में लगा हुआ था। परिसर की स्थिति को देखने से पता चला कि वहां नियमित केन्द्र संचालन संभव ही नहीं है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता केन्द्र से अनुपस्थित मिली। केन्द्र पर कोई अवकाश के लिए प्रार्थना पत्र प्रस्तुत करना नहीं पाया गया। बाद में सहायिका अपने घर से आई। सहायिका ने बताया कि कार्यकर्ता श्रीमती विनिता बाड़मेर में रहती है एवं कार्यकर्ता 5-10 दिन में एक बार बाड़मेर से आती है। जबकि विभागीय दिशा-निर्देशानुसार केन्द्र की मानदेयकर्मी का चयन स्थानीय निवासी का किया जाना अनिवार्य है। मौके पर उपस्थित सहायिका ने बताया कि कि केन्द्र पर बच्चे नहीं आते है एवं पोषाहार का वितरण नहीं होता है। केन्द्र का रिकार्ड भी कार्यकर्ता के पास होना बताया। इस केन्द्र पर जाटावास की कार्यकर्ता श्रीमती अनिता चौधरी स्वयं सहायता समूह संचालित कर रही है, जो पोषाहार की आपूर्ति नहीं करवा रही है। इससे स्पष्ट हैं कि मानदेयकर्मी की ओर से बिना कोई सूचना के स्वेच्छापूवर्क कार्य से अनुपस्थित रहते हुए केन्द्र का संचालन नहीं किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान आंगनबाड़ी पाठशाला जाटावास बंद मिली। यहां आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका एवं आशा अनुपस्थित मिली। केन्द्र के पास उपस्थित अन्य महिला से पुछने पर बताया कि कार्यकर्ता अनिता चौधरी बाड़मेर में रहती है एवं 10-15 दिन में एक बार आती है और केन्द्र पर पोषाहार का वितरण नहीं होता है। आंगनबाड़ी पाठशाला मुसलमानांे की बस्ती नंदघर फकीरो की बस्ती मंे कार्यकर्ता श्रीमती बेबी देवी एवं सहायिका लीला कुमावत उपस्थित मिली। आशा-सहयोगिनी श्रीमती मोरू कुमावत केन्द्र पर उपस्थित नहीं थी। केन्द्र पर 3-6 वर्ष के 40 बच्चे पंजीकृत थे, किन्तु मौके पर 5 बच्चे मौजूद मिले।
शाला पूर्व शिक्षा रजिस्टर माह नवम्बर 2016 के बाद अपूर्ण मिला साथ हीरजिस्टर संधारण में अनियिमितताएं पाई गई। पोषाहार लाभान्वित पंजिका पंजीकृत एवं वास्तविक उपस्थित हुए लाभान्वितों के योग एवं अतिकुपोषित बच्चों की पहचान का विवरण का कॉलम खाली पाया गया। पंजिका में समूह अध्यक्ष एवं महिला सुपरवाईजर के हस्ताक्षर नहीं मिले। रिकार्ड संधारण में पाई गई अनियमितताओं को दृष्टिगत रखते हुए दोनांे पंजिकाएं कब्जे में ली गई।
उप निदेशक सोनी ने बताया कि आंगनबाड़ी पाठषाला सुथारो की ढाणी, नन्दघर भवन खुला मिला। केन्द्र पर सहायिका श्रीमती सोनी देवी उपस्थित थी। केन्द्र पर पंजीकृत 25 बच्चांे मंे से 15 उपस्थित मिले। सहायिका ने बताया कि केन्द इस भवन में आया है तब से गरम पोषाहार कभी नहीं आता है। रिकार्ड का अवलोकन करने पर पाया गया कि मार्च 17 से जून 2017 तक महिला सुपरवाइजर की इस केन्द्र पर विजिट नहीं हुई है। इसी तरह आंगनबाड़ी पाठशाला बोथिया जोगीवास नंदघर खुला मिला। कार्यकर्ता कानू देवी व सहायिका पुष्पा देवी उपस्थित थी। मौके पर 24 मंे से 21 बच्चे उपस्थित मिले। लेकिन गरम पोषाहार एवं नाश्ते के वितरण की कोई व्यवस्था नहीं थी। केन्द्र पर 07 मार्च 2017 के बाद सुपरवाइजर की ओर से भ्रमण नहीं करना पाया गया। उन्हांेने बताया कि अनुपस्थित पाई गई मानदेयकर्मियांे को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए है। साथ ही संबंधित का जबाव संतोषप्रद नहीं होने पर विभागीय नियमानुसार मानदेय सेवा से पृथक करने की कार्यवाही की जाएगी।
उप निदेशक सोनी ने बताया कि आंगनबाड़ी पाठशाला रोहिली परिसर आकस्मिक निरीक्षण के दौरान खुली मिली। इस दौरान कार्यकर्ता रूखमादेवी एवं सहायिका नर्बदा देवी उपस्थित थी। इस केन्द्र पर 3-6 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों की संख्या 32 पंजीकृत थी, लेकिन मौके पर केवल 6 बच्चे उपस्थित मिले। उपस्थिति पंजिका की जांच करने पर 12 एवं 13 अप्रैल की उपस्थिति दर्ज नहीं पाई गई। पोषाहार स्टांक रजिस्टर केन्द्र पर उपलब्ध नहीं मिला। कार्यकर्ता ने पोषाहार पंजिका को घर पर होना बताया। केन्द्र पर गरम पूरक पोषाहार एवं नाश्ते की कोई व्यवस्था नहीं थी। कार्यकर्ता से पुछने पर बताया कि महिला स्वयं सहायता अध्यक्ष श्रीमती कमला की ओर पोषाहार की आपूर्ति की जाती है,जो आज पोषाहार केन्द्र पर उपलब्ध नहीं करवाया गया है। इसी तरह आंगनबाड़ी केन्द्र जाटो की ढाणी रोहिली निरीक्षण के दौरान बंद मिला। आंगनबाड़ी केन्द्र को बोर्ड निजी आवास में लगा हुआ था। परिसर की स्थिति को देखने से पता चला कि वहां नियमित केन्द्र संचालन संभव ही नहीं है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता केन्द्र से अनुपस्थित मिली। केन्द्र पर कोई अवकाश के लिए प्रार्थना पत्र प्रस्तुत करना नहीं पाया गया। बाद में सहायिका अपने घर से आई। सहायिका ने बताया कि कार्यकर्ता श्रीमती विनिता बाड़मेर में रहती है एवं कार्यकर्ता 5-10 दिन में एक बार बाड़मेर से आती है। जबकि विभागीय दिशा-निर्देशानुसार केन्द्र की मानदेयकर्मी का चयन स्थानीय निवासी का किया जाना अनिवार्य है। मौके पर उपस्थित सहायिका ने बताया कि कि केन्द्र पर बच्चे नहीं आते है एवं पोषाहार का वितरण नहीं होता है। केन्द्र का रिकार्ड भी कार्यकर्ता के पास होना बताया। इस केन्द्र पर जाटावास की कार्यकर्ता श्रीमती अनिता चौधरी स्वयं सहायता समूह संचालित कर रही है, जो पोषाहार की आपूर्ति नहीं करवा रही है। इससे स्पष्ट हैं कि मानदेयकर्मी की ओर से बिना कोई सूचना के स्वेच्छापूवर्क कार्य से अनुपस्थित रहते हुए केन्द्र का संचालन नहीं किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान आंगनबाड़ी पाठशाला जाटावास बंद मिली। यहां आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका एवं आशा अनुपस्थित मिली। केन्द्र के पास उपस्थित अन्य महिला से पुछने पर बताया कि कार्यकर्ता अनिता चौधरी बाड़मेर में रहती है एवं 10-15 दिन में एक बार आती है और केन्द्र पर पोषाहार का वितरण नहीं होता है। आंगनबाड़ी पाठशाला मुसलमानांे की बस्ती नंदघर फकीरो की बस्ती मंे कार्यकर्ता श्रीमती बेबी देवी एवं सहायिका लीला कुमावत उपस्थित मिली। आशा-सहयोगिनी श्रीमती मोरू कुमावत केन्द्र पर उपस्थित नहीं थी। केन्द्र पर 3-6 वर्ष के 40 बच्चे पंजीकृत थे, किन्तु मौके पर 5 बच्चे मौजूद मिले।
शाला पूर्व शिक्षा रजिस्टर माह नवम्बर 2016 के बाद अपूर्ण मिला साथ हीरजिस्टर संधारण में अनियिमितताएं पाई गई। पोषाहार लाभान्वित पंजिका पंजीकृत एवं वास्तविक उपस्थित हुए लाभान्वितों के योग एवं अतिकुपोषित बच्चों की पहचान का विवरण का कॉलम खाली पाया गया। पंजिका में समूह अध्यक्ष एवं महिला सुपरवाईजर के हस्ताक्षर नहीं मिले। रिकार्ड संधारण में पाई गई अनियमितताओं को दृष्टिगत रखते हुए दोनांे पंजिकाएं कब्जे में ली गई।
उप निदेशक सोनी ने बताया कि आंगनबाड़ी पाठषाला सुथारो की ढाणी, नन्दघर भवन खुला मिला। केन्द्र पर सहायिका श्रीमती सोनी देवी उपस्थित थी। केन्द्र पर पंजीकृत 25 बच्चांे मंे से 15 उपस्थित मिले। सहायिका ने बताया कि केन्द इस भवन में आया है तब से गरम पोषाहार कभी नहीं आता है। रिकार्ड का अवलोकन करने पर पाया गया कि मार्च 17 से जून 2017 तक महिला सुपरवाइजर की इस केन्द्र पर विजिट नहीं हुई है। इसी तरह आंगनबाड़ी पाठशाला बोथिया जोगीवास नंदघर खुला मिला। कार्यकर्ता कानू देवी व सहायिका पुष्पा देवी उपस्थित थी। मौके पर 24 मंे से 21 बच्चे उपस्थित मिले। लेकिन गरम पोषाहार एवं नाश्ते के वितरण की कोई व्यवस्था नहीं थी। केन्द्र पर 07 मार्च 2017 के बाद सुपरवाइजर की ओर से भ्रमण नहीं करना पाया गया। उन्हांेने बताया कि अनुपस्थित पाई गई मानदेयकर्मियांे को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए है। साथ ही संबंधित का जबाव संतोषप्रद नहीं होने पर विभागीय नियमानुसार मानदेय सेवा से पृथक करने की कार्यवाही की जाएगी।