बाड़मेर। खेताराम भील हत्या प्रकरण में हुई समझौता वार्ता ,पीडि़त परिवार का न्याय के इंतजार में धरना 13 वें दिन जारी
बाड़मेर। दलित संघर्ष समिति के संयोजक दानाराम वाघेला ने बताया कि खेताराम भील की हत्या प्रकरण को लेकर चल रहे धरने के प्रतिनिधियों को 12 बजे के बाद अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओपी विष्नोई ने वार्ता के लिए आमत्रित किया। अतिरिक्त जिला कलेक्टर कार्यालय में वार्ता में प्रशासन की तरफ से अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक रामेष्वरलाल मेघवाल, पुलिस उप अधिक्षक एससी/एसटी सेल रतनलाल व समिति प्रतिनिधि मण्डल में उदाराम मेघवाल, जिलाध्यक्ष भील समाज भूराराम भील, पंचायत समिति सदस्य किषनलाल भील, मेघवाल परिषद अध्यक्ष मूलाराम मेगवाल, राजूदास महाराज, पूर्व सरपंच मगाराम बंधड़ा, गुलामराम भील बहाला शामिल हुए। वार्ता सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुई और समिति के प्रतिनिधि मण्डल द्वारा बताये गये बिन्दु जांच अधिकारी ने नोट किये। उपस्थित समिति सदस्यों द्वारा सुझायें गये बिन्दुओं को अच्छी तरह जांचा जाये जितनी जल्दी हो सके प्रकरण का निस्तारण किया जाये।
समिति के सदस्यों ने पुलिस अधिक्षक द्वारा दिये बयान की निन्दा कर नाराजगी जाहिर की गई। और कहा कि इस प्रकार के गैर जिम्मेदाराना बयानो से मुलजिम पक्ष के हौसले बढते है। पीडि़तों को ठेस पहुंचती है। और उनका मनोबल गिरता है व न्याय में विष्वास उठ जाता है।
वाघेला ने बताया कि धरना स्थल पर कांग्रेस के जिला प्रभारी एवं प्रदेष महासचिव शब्बीर हुसैन व सह प्रभारी पूर्व यूआईटी चैयरमैन उम्मेदसिंह तंवर ने पीडि़तों की वेदना सुनी एवं खेताराम भील हत्याकाण्ड के संबंध में विस्तार से जानकारी ली और उच्च स्तर पर पैरवी कर न्याय दिलाने का प्रयास किया जायेगा तथा शब्बीर हुसैन ने एक गरीब मृतक की पत्नी व चार मासूमों व मृतक के माता पिता को इस तपती धूप में आधा माह से न्याय के लिए बिठाये रखना असंवेदनषील दलित विरोधी सरकार को सोचना चाहिए और पुलिस व प्रषासन को तत्काल इन्हें न्याय दिलाना चाहिए और इनकी मांग पुरी करनी चाहिए।
दानाराम ने कहा कि धरने पर बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल हुए एवं मुख्यमंत्री के नाम का अतिरिक्ति जिला कलेक्टर बाड़मेर को ज्ञापन सौंपा और अपनी मांगों को दौहराया। समय रहते हमारी मांगे पुरी नहीं की तो आन्दोलन को विषाल स्तर पर किया जायेगा और उससे स्थिति बिगड़ी तो उसके लिए पुलिस प्रषासन की जिम्मेदारी रहेगी। इसका खामियाजा सरकार को भुगतान पड़ेगा।
धरने पर बंधुआ मुक्ति मोर्चा व दलित आदिवासी संघर्ष समिति के बैनर तले कैलाष रावत, लक्ष्मण बडेरा कमठा मजदूर यूनियन जिलाध्यक्ष, श्रवण कुमार चंदेल अध्यक्ष एससी विभाग कांग्रेस, जिला परिषद सदस्य मांगी देवी भील, बाबूलाल नामा पूर्व जिला परिषद सदस्य, दुर्गाराम भील पूर्व थानेदार, भगवानाराम, बीरबलराम बंधड़ा, सताराम लूणू, चौखाराम बक्से का तला, वेदाराम लूणू, डॉ. एम आर गढवीर, पूर्व सरपंच सुरताराम मेगवाल, पार्षद सोहनलाल, पूर्व सरपंच आसूराम महाबार, चतराराम मसूरिया, हनुमान भील जिलाध्यक्ष कांग्रेस एसटी मोर्चा, बगताराम मसूरिया, पूर्व सरपंच जैसाराम बोचिया, पूर्व सरपंच किषनाराम आगौर, गुलाबाराम महाबार, रामाराम बामणीया, चौलाराम मंसूरिया, तामलराम सहित सैकड़ों दलित उपस्थित रहे।
बाड़मेर। दलित संघर्ष समिति के संयोजक दानाराम वाघेला ने बताया कि खेताराम भील की हत्या प्रकरण को लेकर चल रहे धरने के प्रतिनिधियों को 12 बजे के बाद अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओपी विष्नोई ने वार्ता के लिए आमत्रित किया। अतिरिक्त जिला कलेक्टर कार्यालय में वार्ता में प्रशासन की तरफ से अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक रामेष्वरलाल मेघवाल, पुलिस उप अधिक्षक एससी/एसटी सेल रतनलाल व समिति प्रतिनिधि मण्डल में उदाराम मेघवाल, जिलाध्यक्ष भील समाज भूराराम भील, पंचायत समिति सदस्य किषनलाल भील, मेघवाल परिषद अध्यक्ष मूलाराम मेगवाल, राजूदास महाराज, पूर्व सरपंच मगाराम बंधड़ा, गुलामराम भील बहाला शामिल हुए। वार्ता सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुई और समिति के प्रतिनिधि मण्डल द्वारा बताये गये बिन्दु जांच अधिकारी ने नोट किये। उपस्थित समिति सदस्यों द्वारा सुझायें गये बिन्दुओं को अच्छी तरह जांचा जाये जितनी जल्दी हो सके प्रकरण का निस्तारण किया जाये।
समिति के सदस्यों ने पुलिस अधिक्षक द्वारा दिये बयान की निन्दा कर नाराजगी जाहिर की गई। और कहा कि इस प्रकार के गैर जिम्मेदाराना बयानो से मुलजिम पक्ष के हौसले बढते है। पीडि़तों को ठेस पहुंचती है। और उनका मनोबल गिरता है व न्याय में विष्वास उठ जाता है।
वाघेला ने बताया कि धरना स्थल पर कांग्रेस के जिला प्रभारी एवं प्रदेष महासचिव शब्बीर हुसैन व सह प्रभारी पूर्व यूआईटी चैयरमैन उम्मेदसिंह तंवर ने पीडि़तों की वेदना सुनी एवं खेताराम भील हत्याकाण्ड के संबंध में विस्तार से जानकारी ली और उच्च स्तर पर पैरवी कर न्याय दिलाने का प्रयास किया जायेगा तथा शब्बीर हुसैन ने एक गरीब मृतक की पत्नी व चार मासूमों व मृतक के माता पिता को इस तपती धूप में आधा माह से न्याय के लिए बिठाये रखना असंवेदनषील दलित विरोधी सरकार को सोचना चाहिए और पुलिस व प्रषासन को तत्काल इन्हें न्याय दिलाना चाहिए और इनकी मांग पुरी करनी चाहिए।
दानाराम ने कहा कि धरने पर बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल हुए एवं मुख्यमंत्री के नाम का अतिरिक्ति जिला कलेक्टर बाड़मेर को ज्ञापन सौंपा और अपनी मांगों को दौहराया। समय रहते हमारी मांगे पुरी नहीं की तो आन्दोलन को विषाल स्तर पर किया जायेगा और उससे स्थिति बिगड़ी तो उसके लिए पुलिस प्रषासन की जिम्मेदारी रहेगी। इसका खामियाजा सरकार को भुगतान पड़ेगा।
धरने पर बंधुआ मुक्ति मोर्चा व दलित आदिवासी संघर्ष समिति के बैनर तले कैलाष रावत, लक्ष्मण बडेरा कमठा मजदूर यूनियन जिलाध्यक्ष, श्रवण कुमार चंदेल अध्यक्ष एससी विभाग कांग्रेस, जिला परिषद सदस्य मांगी देवी भील, बाबूलाल नामा पूर्व जिला परिषद सदस्य, दुर्गाराम भील पूर्व थानेदार, भगवानाराम, बीरबलराम बंधड़ा, सताराम लूणू, चौखाराम बक्से का तला, वेदाराम लूणू, डॉ. एम आर गढवीर, पूर्व सरपंच सुरताराम मेगवाल, पार्षद सोहनलाल, पूर्व सरपंच आसूराम महाबार, चतराराम मसूरिया, हनुमान भील जिलाध्यक्ष कांग्रेस एसटी मोर्चा, बगताराम मसूरिया, पूर्व सरपंच जैसाराम बोचिया, पूर्व सरपंच किषनाराम आगौर, गुलाबाराम महाबार, रामाराम बामणीया, चौलाराम मंसूरिया, तामलराम सहित सैकड़ों दलित उपस्थित रहे।
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