रविवार, 6 नवंबर 2016

सन्तान प्राप्ति के सरल और सहज उपाय--

सन्तान प्राप्ति के सरल और सहज उपाय--


यदि किसी व्यक्ति को संतान प्राप्ति में

समस्या आ रही हो, तो ऐसे व्यक्ति पण्डित "विशाल" दयानन्द शास्त्री द्वारा सुझाये गये इन सरल उपायों को अपना कर संतान की प्राप्ति अति ही सहजता के साथ कर

सकते हैं। किंतु उपायों को अति सावधानी से व

श्रद्धा के साथ करना अति आवश्यक होता

है। उपाय निम्न लिखित हैं:---




1. संतान प्राप्ति के लिए पति-पत्नी दोनों को

रामेश्वरम् की यात्रा करनी चाहिए तथा वहां

सर्प-पूजन करवाना चाहिए। इस कार्य को

करने से संतान-दोष समाप्त होता है।

2. स्त्री में कमी के कारण संतान होने में बाधा

आ रही हो, तो लाल गाय व बछड़े की सेवा

करनी चाहिए। लाल या भूरा कुत्ता पालना भी

शुभ रहता है।

3. यदि विवाह के दस या बारह वर्ष बाद भी

संतान न हो, तो मदार की जड़ को शुक्रवार को

उखाड़ लें। उसे कमर में बांधने से स्त्री

अवश्य ही गर्भवती हो जाएगी।

4. जब गर्भ धारण हो गया हो, तो चांदी की

एक बांसुरी बनाकर राधा-कृष्ण के मंदिर में

पति-पत्नी दोनों गुरुवार के दिन चढ़ायें तो

गर्भपात का भय/खतरा नहीं होता।

5. यदि बार-बार गर्भपात होता है, तो

शुक्रवार के दिन एक गोमती चक्र लाल

वस्त्र में सिलकर गर्भवती महिला के कमर

पर बांध दें। गर्भपात नहीं होगा।

6. जिन स्त्रियों के सिर्फ कन्या ही होती है,

उन्हें शुक्र मुक्ता पहना दी जाये, तो एक वर्ष

के अंदर ही पुत्र-रत्न की प्राप्ति होगी।

7. यदि बच्चे न होते हों या होते ही मर जाते

हों, तो मंगलवार के दिन मिट्टी की हांडी में

शहद भरकर श्मशान में दबायें।

8. पीपल की जटा शुक्रवार को काट कर सुखा

लें, सूखने के बाद चूर्ण बना लें। उसको प्रदर

रोग वाली स्त्री प्रतिदिन एक चम्मच दही के

साथ सेवन करें। सातवें दिन तक मासिक धर्म,

श्वेत प्रदर तथा कमर दर्द ठीक हो जाएगा।




9. संतान प्राप्ति के लिए उपरोक्त में से किसी भी एक मन्त्र का नियमित रूप से एक माला प्रतिदिन पाठ करें ---

1. ओऽम् नमो भगवते जगत्प्रसूतये

नमः।

2. ओऽम क्लीं गोपाल वेषघाटाय

वासुदेवाय हूं फट् स्वाहा।

3. ओऽम नमः शक्तिरूपाय मम् गृहे

पुत्रं कुरू कुरू स्वाहा।

4. ओऽम् हीं श्रीं क्लीं ग्लौं।

5. देवकी सुत गोविन्द वासुदेवाय

जगत्पते। देहिं ये तनयं कृबज त्यामहं

शरणंगत।




इनमें से आप जिस मंत्र का भी चयन करें उस

पर पूर्ण श्रद्धा व आस्था रखें।




विश्वासपूर्वक किये गये कार्यों से सफलता

शीघ्र मिलती है। मंत्र पाठ नियमित रूप से

करें।

कृष्ण के बाल रूप का चित्र अपने शयन कक्ष में लगाएं।

लड्डू गोपाल का चित्र या मूर्ति लगाना लाभदायक होता है। क्रम संख्या 4 व 5 पर दिए गये मंत्र शीघ्र फलदायक हैं। इन्हें संतान गोपाल मंत्र भी कहा जाता है।

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संतान रक्षा हेतु मंत्र-तंत्र-यंत्र एवं उपासना --

1. यदि पंचम भाव में सूर्य स्थित हो

तो:--

कभी झूठ मत बोलो और दूसरों के प्रति

दुर्भावना कभी नहीं रखें।

यदि आप किसी को केाई वचन दें तो उसे

हर हाल में पूरा करें।

प्राचीन परंपराओं व रस्म रिवाजों की

कभी अवहेलना न करें।

दामाद, नाती (नातियों) तथा साले के प्रति

कभी विमुख न हों न ही उनके प्रति

दुर्भावना रखें।

पक्षी, मुर्गा और शिशुओं के पालन-

पोषण का हमेशा ध्यान रखें। 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷

2. यदि पंचम भाव में चंद्र हो तो:---

कभी लोभ की भावना मत रखें तथा संग्रह

करने की मनोवृत्ति मत रखें।

धर्म का पालन करें, दूसरों की पीड़ा

निवारणार्थ प्रयास करते रहें और अपने

कुटुंब के प्रति ध्यान रखें।

चंद्र संबंधी कोई भी अनुष्ठान करने से

पूर्व कुछ मीठा रखकर, पानी पीकर घर

से बाहर जाएं।

सोमवार को श्वेत वस्त्र में चावल-मिश्री

बांध कर बहते जल में प्रवाहित करें। 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷

3. यदि पंचम भाव में मंगल बैठा हो

तो:--

रात में लोटे में जल को सिरहाने रखकर

सोएं।

परायी स्त्री से घनिष्ठ संबंध न रखें तथा

अपना चरित्र संयमित रखें।

अपने बड़े-बूढ़ों का सम्मान करें और

यथासंभव उनकी सेवा करें तथा सुख

सुविधा का ध्यान रखें।

अपने मृत बुजुर्गों इत्यादि का पूर्ण विधि-

विधान से श्राद्ध करें। यदि आपका सुहृद

संतान मर गया हो तो उसका भी श्राद्ध

करें।

नीम का वृक्ष लगाएं तथा मंगलवार को थोड़ा

सा दूध दान करें। 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷

4. यदि पंचम भाव में बुध हो तो:---

गले में तांबे का पैसा धारण करें।

यदि गो-पालन किया जाए तो संतान, स्त्री

और भाग्य का पूर्ण सुख प्राप्त होगा। 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷

5. यदि पंचम भाव में बृहस्पति

विराजमान हो तो:---

सिर पर चोटी रखें और जनेऊ धारण करें।

आपने यदि धर्म के नाम पर धन संग्रह

किया या दान लिया तो संतान को निश्चित

कष्ट होगा। धर्म का कार्य यदि आप

निःस्वार्थ भाव से करेंगे तो संतान काफी

सुखी-संपन्न रहेगी।

केतु के भी उपाय निरंतर करते रहें।

मांस, मदिरा तथा परस्त्री गमन से दूर

रहें।

संत, महात्मा तथा संन्यासियों की सेवा

करें तथा मंदिर की कम से कम महीने में

एक बार सफाई अवश्य करें। 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷

6. यदि पंचम भाव में शुक्र स्थित

हो तो:---

गोमाता तथा श्रीमाता जी की पूर्ण निष्ठा

के साथ सेवा करें।

किसी के लिए हृदय मंे दुर्भावना न रखें

तथा शत्रुओं के प्रति भी शत्रुता की

भावना न रखें।

चांदी के बर्तन में रात में शुद्ध दूध पिया

करें। 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷

7. यदि पंचम भाव में शनि स्थित

हो तो:---

(क) पैतृक भवन की अंधेरी कोठरी में सूर्य

संबंधी वस्तुएं जैसे गुड़-तांबा, मंगल

संबंधी वस्तुएं जैसे सौफ, खांड,शहद तथा

लाल मूंगे व हथियार, चंद्र संबंधी वस्तुएं

जैसे चावल, चांदी तथा दूब स्थापित करें।

अपने भार के दशांश के तुल्य बादाम बहते

हुए पानी में डालें और उनके आधे घर में

लाकर रखें लेकिन खाएं नहीं।

यदि संतान का जन्म हो तो मिठाई न बांट

कर नमकीन बांटें। यदि मिठाई बांटना

जरूरी हो, तो अंशमात्र नमक का भी

समावेश कर दें।

काला कुत्ता पालें और उसे नित्य एक

चुपड़ी रोटी दें।

बुध संबंधी उपाय करते रहे 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷

8. यदि पंचम भाव में राहु

उपस्थित हो तो:---

अपनी पत्नी के साथ दुबारा फेरे लेने से

राहु की अशुभता समाप्त हो जाती है।

एक छोटा सा चांदी का हाथी निर्मित करा

कर घर के पूजा स्थल में रखें।

मांस, मदिरा व परस्त्री गमन से दूर रहें।

जातक की पत्नी अपने सिरहाने पांच

मूलियां रखकर सोएं और अगले दिन

प्रातः उन्हें किसी मंदिर में दान कर दें। 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷

घर के प्रवेश द्वार की दहलीज के नीचे

चांदी की एक छोटी सी चादर/पत्तर

दबाएं।

9. यदि केतु पंचम भाव में

उपस्थित हो तो:--

चंद्र व मंगल की वस्तुएं दूध-खांड

इत्यादि का दान करें।

बृहस्पति संबंधी सारे उपाय करें।

घर में यदि कोई शनि संबंधी वस्तु (काली

वस्तुएं) हो तो उसे ताले में ही रखें। 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷




 पण्डित "विशाल" दयानन्द शास्त्री,

उज्जैन (मध्यप्रदेश)

अजमेर,शहर की तीस स्कूलें बनेगी स्मार्ट, होगी हाईटेक साधनों से पढ़ाई



अजमेर,शहर की तीस स्कूलें बनेगी स्मार्ट, होगी हाईटेक साधनों से पढ़ाई

शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने की स्मार्ट क्लास योजना की समीक्षा, शीघ्र शुरू होगी कक्षाएं

नियमित पढ़ाई के साथ-साथ विशेषज्ञ भी देंगे गेस्ट लेक्चर, विद्यार्थियों को मिलेगा अनुभव का ज्ञान

अजमेर, 06 नवम्बर। स्मार्ट सिटी बनने जा रहे अजमेर में शिक्षा के क्षेत्रा में शीघ्र ही एक नया आयाम जुड़ जाएगा। अजमेर के 30 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की सुविधा इस महिने के अंत तक शुरू हो जाएगी। इन स्कूलों में एयर कन्डीशन कक्ष में स्मार्ट क्लास लगेगी जहां हाईटेक साधनों से विद्यार्थियों को विभिन्न विषयों की पढ़ाई करायी जाएंगी। नियमित पढ़ाई के साथ साथ यहां विशेषज्ञों को भी बुलाकर गेस्ट लेक्चर दिए जा सकंेगे।

शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने आज शिक्षा विभाग के अधिकारियों से जानकारी लेकर स्मार्ट क्लास योजना की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्राी श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे द्वारा डिजीटल इंडिया के स्वप्न को साकार करने के लिए स्मार्ट क्लास योजना शुरू की गई है। स्टेट बैंक आॅफ बीकानेर एण्ड जयपुर के सहयोग से इन स्कूलों को स्मार्ट स्कूल के रूप में तैयार किया जा रहा है। शहर की तीस स्कूलों को योजना के तहत चयनित किया गया है। इन स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम तैयार किए जा रहे हैं। स्मार्ट क्लास रूम पूरी तरह एयरकंडीशनर सुविधा से युक्त होंगे। इन कक्षाओं में नई साज-सज्जा एवं फर्नीचर भी उपलब्ध कराएं जाएंगे।

उन्होंने बताया कि स्मार्ट क्लास में प्रोजेक्टर के माध्यम से तो विद्यार्थियों को पढ़ाया ही जाएगा। समय समय पर इन्टरनेट के माध्यम से विषय विशेषज्ञ भी गेस्ट लेक्चर देकर विद्यार्थियों का ज्ञानवर्धन करेंगे। राज्य सरकार का प्रयास है कि विद्यार्थियों को विभिन्न विषयों में बेहतरीन शिक्षकांे से भी पढ़ने का अवसर मिले। स्मार्ट कक्षाएं आगामी दिनों में स्मार्ट सिटी अजमेर के शिक्षा इतिहास में मील का पत्थर साबित होगी। यह एक ऐसा नवाचार है जो सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को भी निजी स्कूलों से प्रतिस्पद्र्धा मंे आगे ले जाएंगा।

इन स्कूलों में बनेगे स्मार्ट क्लास रूम

सावित्राी रा.बा.उ.मा.विद्यालय, राजकीय केन्द्रीय बा.उ.मा.वि., राजकीय माॅडल बा.उ.मा.वि., राजकीय उ.मा.वि. पुलिस लाईन, रा.उ.मा.वि. मोईनियां इस्लामियां, राजकीय उ.मा.वि. माकड़वाली, राजकीय जवाहर उ.मा.वि., रा.उ.मा.वि. ओसवाल, राजकीय उ.मा.वि. फाॅयसागर, रा.उ.मा.वि. सिन्धी देहलीगेट, रा.उ.मा.वि.सिन्धी खारीकुई, रा. उ.मा.वि. रामनगर, रा.उ.मा.वि. वैशाली नगर, रा.उ.मा.वि.हाथीखेडा, रा.उ.मा.वि. अजयसर, रा.बा.उ.मा.वि.कृष्णगंज, रा.उ.मा.वि.सोमलपुर, रा.उ.मा.वि. सराधना, रा.बा.उ.मा. वि.आदर्श नगर, रा.उ.मा.वि.गुलाबबाड़ी, रा. उ.मा.वि. लोहाखान, रा.मा.वि. मीरशाहअली, रा. उ.मा.वि.चैरसियावास, रा.मा.वि.कोटड़ा, रा.मा.वि.गंज, रा.मा.वि.दातानगर, रा.मा.वि.बौराज, रा.उ.मा.वि.खरेकड़ी, रा.उ.प्रा.वि.पंचशील, राजकीय माध्यमिक विद्यालय लोहागल अजमेर

बाड़मेर जयपुर और अजमेर ने मारी बाज़ी राज्य स्तरीय बॉल बैटमिंटन प्रतियोगिता सम्पन्न



बाड़मेर जयपुर और अजमेर ने मारी बाज़ी
राज्य स्तरीय बॉल बैटमिंटन प्रतियोगिता सम्पन्न



बाड़मेर
स्थानीय आदर्श स्टेडियम में तीन दिनों से चल रही राज्य स्तरीय बॉल बैटमिंटन प्रतियोगिता के रोमांचक फाइनल मुकाबले में छात्रा वर्ग में अजमेर और छात्र वर्ग में जयपुर ने बाजी मारी। विजेताओं को समापन समारोह में पुरुस्कारों से नवाजा गया। आयोजन के प्रवक्ता अशोक राजपुरोहित ने बताया कि रविवार को फाइनल में पहुची छात्रा वर्ग में जयपुर का अजमेर से कड़ा मुकाबला हुआ जिसे अजमेर ने 30-35, 36-34, 25-35 से जीत लिया वही छात्र वर्ग के रोमांचक फाइनल मुकाबले में जयपुर ने भीलवाड़ा को 36-21, 35-24 से जीत लिया। फाइनल मुकाबलो के बाद आयोजित समापन समारोह में यूआईटी चेयरमैन प्रियंका चौधरी, राजवेस्ट के विनोद विठ्ठल, केयर्न इंडिया के डॉक्टर उमा बिहारी ,समाज सेवी अक्षय दान ,उधमी दुर्जन सिंह, दरबार सिंह,रमेश कड़वासरा और अमित बोहरा बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। अतिथियों ने खिलाड़ियों को खेल को खेल भावना से खेलने की नशीहत भी दी।

जिला कलक्टर पहुचे खिलाड़ियों के बीच
स्थानीय आदर्श स्टेडियम में चल रही राज्यस्तरीय बॉल बैटमिंटन के ओपन मुकाबलों में खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने के लिये बाड़मेर जिला कलक्टर सुधीर शर्मा पहुँचे। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबलों आयोजन किया जा रहा है। दो दिन से चल रही प्रतियोगिता में राज्य भर से आये खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने जिला कलेक्टर सुधीर कुमार शर्मा पहुचे । उन्होंने खिलाड़ियों को खेल भावना से खेलने को कहा। उन्होंने जीत की तरफ बढ़ रही टीमो को शुभकामनाये दी साथ ही जो टीमें हार चुके है उन्हें अगली बार और मेहनत से मैदान में उतरने की बात कही।

टीसा भटनागर और मोहम्मद इनायत प्लेयर ऑफ़ टूनामेंट बने
राज्य स्तरीय बॉल बैटमिंटन के तीन दिवशीय प्रतियोगिता के समापन समारोह में टीसा भटनागर और मोहम्मद इनायत प्लेयर ऑफ़ टूनामेंट घोषित किया गया। टीसा भटनागर अजमेर टीम की कप्तान है वही मोहम्मद इनायत जयपुर टीम के कप्तान है इन दोनों का प्रदर्शन पुरे आयोजन में सबसे उम्दा रहा। जिसके चलते इन्हें प्लेयर ऑफ़ टूनामेंट घोषित किया गया।

जैसलमेर सर्तकता सप्ताह के दौरान विविध कार्यक्रम

     

जैसलमेर सर्तकता सप्ताह के दौरान विविध कार्यक्रम


जैसलमेर 6 नवम्बर। नेहरू युवा केन्द्र एव सूचना एवं जन सम्पर्क कार्यालय जैसलमेर के संयुक्त तत्वावधान में ग्रामीण युवाओं को ग्राम विकास में जागरूकता एवम् जनचेतना सर्तकता बरतने के लिये 31 अक्टुम्बर से 5 नवम्बर तक सर्तकता सप्ताह के अन्तर्गत रविवार को युवा मंडल म्याजलार में सर्तकता जागरूकता रैली का आयोजन किया गया तथा उपस्थित युवाओ को सर्तकता की शपथ मंडल अध्यक्ष भीख ंिसह ने दिलाई।

इसी प्रकार दव में युवाओ द्वारा संगोष्ठी का आयोजन कर युवाओ को भ्रष्टाचार से मुक्त समाज की स्थापना करने की अपील सामाजिक कार्यकत्र्ता लीलाराम ने की। इस अवसर पर युवाओ में मौखिक प्रश्नोतरी का आयोजन भी किया गया।

नेहरू युवा केन्द्र के द्वारा बईया,काठोड़ी,खुहड़ी, थाट, सम गांवो में भी सर्तकता सप्ताह के तहत भाषण प्रतियोगिता,चित्रकला प्रतियोगिता, जन जागरूकता रैली,युवा संकल्प आदि विविध गतिविधियो का आयोजन स्थानीय युवा मंडलो द्वारा किया गया तथा प्रधानमंत्री के न खाउगा और न खाने दूगा सिद्वान्त पर युवाओ से चलने का आह्वान किया इसी के साथ स्वच्छ भारत अभियान के अन्तर्गत युवाओ को स्वच्छता की प्रतिज्ञा दिलाई गई।

बीज मंत्र है राम नाम - मुरारी बापू राजस्थान ताकत उत्साह एवं उमंग की भूमि है पूर्णता में अहंकार का धब्बा लग जाता है



बीज मंत्र है राम नाम - मुरारी बापू

राजस्थान ताकत उत्साह एवं उमंग की भूमि है

पूर्णता में अहंकार का धब्बा लग जाता है

रामदेवरा, 6 नवम्बर।

एक ओर बाबा रामदेव की मौजूदगी और दूसरी ओर नटराज हनुमान और परम गुरू से साक्षात्कार में धर्म चर्चा। रामदेवरा संत कृपा सनातन संस्थान की ओर से आयोजित रामकथा कार्यक्रम की आनंद त्रिवेणी में दूर दूर से आये भक्तगण रामकथा के आनंद में सरोबार है। वे लौकिक जीवन के सूक्ष्म, चमत्कारी षब्द - भावों से रूबरू हो रहे है। वही व्यासपीठ की षरण में खुद को समर्पित कर आल्हादित है। बापू के प्रति अनंत श्रद्धा भाव, हजारों अनुयायियों की उपस्थिति महाकुम्भ सा नजारा साकार करती है। क्या अमीर..., क्या गरीब..., क्या संत..., क्या फकीर..., हरेक यहां षिश्य भाव से हरिकथा को सुनकर स्वयं को धन्य महसूस कर रहे है। कुछ ऐंसा ही नजारा बन रहा है रामदेवरा में।

कथा के दूसरे दिन रविवार को व्यासपीठ से हजारों जनमेदिनी को संबोधित करते हुए बापू ने कहा कि भगवान की कथा से कुछ ना कुछ अवष्य मिलता है। उन्हांेने कहा कि हमें हर हाल में अन्तःकरण से राजी होना चाहिए। यदि हम किसी की चर्चा या निन्दा नहीं करेंगे तो जगत में हमें किसी साधना को करने की जरूरत ही नही पडेगी। बापू ने कहा कि रामदेव पीर की परम्परा के बारें में मेरी जिम्मेदारी से कुछ कहने का मेरा वर्शो का मनोरथ था और आज वह मनोरथ पूरा हुआ। सनातन धर्म कृश्ण, राम या रामदेव पीर के बारें में यह नही कहता कि यह हमारें है बल्कि ये संपूर्ण विष्व के है। बाबा रामदेव जी की परम्परा में बीज पंथ या बीज मार्ग, महाधर्म, निजिया एवं निजार षब्द का उल्लेख मिलता है।

वायु की तरह हनुमान सबके है

मुरारी बापू ने कहा कि हनुमानजी धीर, वीर और पीर भी है। सभी को अपने धर्म और ईश्ट देवों में श्रद्धा रखनी चाहिए लेकिन यदि हनुमानजी का आश्रय करोगे तो ईश्ट भक्ति को और बल मिलेगा। हनुमानजी चारों युग में विद्यमान है, सतयुग में षिव के रूप में, त्रेता युग में हनुमान, द्वापर में अर्जुन की ध्वजा में बैठकर और कलयुग में हनुमान जी रामकथा को श्रवण करने के लिए मौजूद है। हनुमानजी ने प्रभु राम को वचन दिया था कि जब तक रामकथा गाई जायेगी तब तक वे धरती पर रहेंगे और उनका केवल हरि नाम में ही विष्वास है। हनुमानजी वायु की ही तरह सबके है। वे पवन रूप में हमारें पीछे रहेंगे तो हमारें ईश्ट एवं भजन को बल मिलता है। बापू ने धर्मावलम्बियों से कहा कि सभी सांसारिक उत्तरदायित्व निभाओं लेकिन जब भी समय मिले हनुमानजी को राम नाम अवष्य सुनायें। हनुमानजी को धरती पर रोकने के लिए रामकथा का होना आवष्यक है।

बीज मंत्र है राम नाम

साहित्यिक षब्दकोश में राम के कई अर्थ बतायें गये है। राम ने करूणा के कारण आखरी व्यक्ति को भी गले लगाया है। षब्दकोश में प्रेमी को, आत्मा को, जीव को, बल या ताकत, साहस, उमंग, घोडा, हिरण एवं अषोक वृक्ष को राम कहा गया है। तथाकथित लेवल के द्वारा किसी का षोशण ना हो यही महाधर्म है। रामदेव पीर ने भी यही किया इसलिए वे निश्कलंक कहलायें। उनको बीज का धणी भी मानते है। छोटे से छोटे आदमी ने भी रामदेव पीर की परम्परा को समझा है।

बीज का अर्थ निरन्तर विकसित होना है। संसार में जितने धर्म, नियम व व्रत है उन सब का बीज रामचरित मानस है। बीज मंत्र को तुलसी महामंत्र भी कहा गया है। गोस्वामी तुलसीदासजी ने भी रामचरित मानस को बीज कहा है। जो रोज विकसित होती है उसी का नाम बीज है। खेत में बोया बीज भी रोज बढ़ता है और वह वट वृक्ष का रूप लेता है। मानस में षिव ने राम नाम को ही बीज मंत्र माना है। बीज तो 24 हुए है लेकिन निश्कलंक परंपरा ने प्रकाषवान एवं ज्योतिवान बीज को ही पूजा है। योग, युक्ति, मंत्र एवं साधना को जब छिपायें रखेंगे तभी वह पलित होगी। पूर्णिमा का चांद अच्छी बात है और इसकी बडी महिमा भी होती है। पूर्णता में अहंकार का काला धब्बा लग जाता है और पूर्णिमा के चांद में भी धब्बा नजर आता है लेकिन बीज का चांद निश्कलंक होता है और इसलिए इसका विषेश महत्व होता है।

राजस्थान से अभिभूत बापू बोले - धरती धोरा री

मुरारी बापू ने राजस्थानी कवि कन्हैयालाल सेठिया के गीत ‘‘धरती धोरां री’’ पंक्तियों को उद्धत करते हुए कहा है कि राजस्थान में महाराणा प्रताप का चेतक, रामदेव पीर का घोडा तथा मीरा का मनरूपी घोडा हुआ है। राजस्थान में जमीन का सूखा है लेकिन मन हरा भरा है और यह भूमि ताकत, उत्साह एवं उमंग की भूमि है। भाला महाराणा प्रताप के हाथ में भी है तो बाबा रामदेव के हाथों में भी है इसलिए यह धरती वीरों, पीरों एवं मीरा री है। मीरा का जहर पीने के लिए स्वयं कृश्ण इस धरती पर आयें है।

दुखः के आगे सुख है

मुरारी बापू ने प्रसिद्ध वैज्ञानिक आईन्सटीन के काल साक्षेप सिद्धांत के संदर्भ में कहा कि हम सिर्फ दुख को ही देखते है जबकि इसके पीछे खडे सुख को हम देख नही पाते है। सुख दुख, रात दिन, प्यास व तृप्ति, जन्म व मरण, अंधेरा व उजाला साक्षेप षब्द है। षालीन एवं विवेकी सुख हमारे अवकार की प्रतिक्षा में खडा है और हम उसका अवकार करेंगे तो ही वह आयेगा। कभी आगाज के डर से तो कभी अंजाम के डर से सुख तो दरवाजा अवष्य खटखटाता है। दुख जल्दी आ जाते है और उसी में हम डूब जाते है जबकि सुख भी दरवाजे पर खडा रहता है। राम रूप में सुख को अपनायेंगे तो दुख हमें सतायेगा ही नही। रामकथा ने हमेषा प्रेम का पाठ दिया है इसलिए कथा एक यज्ञ भी है।

नाम से बड़ा कोई भजन नही

मेरे पास राम नाम है जो बीज मंत्र ही है। राम के नाम से बडा कोई भजन नही है। आप जो कथा सुनते है वह जप, यज्ञ है और जप से बडा भजन कोई भी नही है। गोस्वामी तुलसीजी की पूरी साधना हरि नाम पर आधारित है। राम तो नाम का, रूप कृश्ण का, लीला बुद्ध पुरूश की और धाम कैलाष का श्रेश्ठ है। गणेष ने राम का आश्रय लिया तो वह प्रथम पूज्य बन गये। प्रभु का नाम जाप करने से ध्यान, यज्ञ, पूजा और अर्चना हो जाती है।

विविध संस्कृतियों का संगम

मुरारी बापू की रामकथा में राजस्थान सहित गुजरात, महाराश्ट्र, मध्यप्रदेष सहित देष के अन्य षहरों, हिस्सों से आये श्रद्धालु यहां आनंद रस लूट रहे है। वही जिले के देहात से आता जन सैलाब भी कथा सागर में समाकर संस्कृतियों का मेल करा रहा है। कही ठेट देहात की बोली कानों मे गूंज रही है तो कही गुजराती, मराठी व मेवाती प्रभु प्रसंगों की चर्चा का जरिया बनी हुई है।

संत कृपा सनातन संस्थान की ओर से आयोजित रामकथा के दूसरे दिन सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने व्यासपीठ की आरती उतारी। कथा में राजस्थान सरकार के मंत्री अर्जुन गर्ग, जोधपुर सांसद गजेन्द्रसिंह, कथा संयोजक मदन पालीवाल, प्रकाष पुरोहित, रविन्द्र जोषी, रूपेष व्यास, विकास पुरोहित सहित कई गणमान्य अतिथियों ने व्यासपीठ पर पुश्प अर्पित किये तथा कथा श्रवण का लाभ लिया।

चारो ओर राम का रेला

मुरारी बापू की रामकथा के दूसरे दिन रविवार को श्रोताओं की आस्था में ओर प्रगाढता दिखी। पाण्डाल, भोजनषाला, सडके एवं चहुं ओर राम राम जपते श्रोताओं की टोलियां आ जा रही थी। कही विश्राम, कही भोजन तो कही कीर्तन में डूबे श्रोता आनंदोत्सव का आभास करा रहे हैे। आस पास के गांव में भी राम का रेला दिखाई देने लगा है। कथा से पूर्व गांव गांव से लोगों के पहुंचने को लेकर अच्छा खासा उत्साह देखा जा रहा है। दूर दराज से भी लोग हजारों की संख्या में कथा स्थल पहुंच रहे है।

कवि सम्मेलन आज

रामदेवरा में आयोजित मुरारी बापू की रामकथा के आयोजन की श्रृंखला में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत सोमवार षाम को कवि सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा। इसमें देष के सुप्रसिद्ध हास्य कवि डाॅ. सुरेन्द्र षर्मा, प्रसिद्ध गीतकार दुर्गादानसिंह गौड, अरूण जैमिनी, भगवान मकरन्द, महेन्द्र अजनबी, बुद्धिप्रकाष दाधीच सहित कई कविगण हिस्सा लेंगे।

बाड़मेर मानवता की सेवा ही ईश्वर की सेवा हैः- प्रशांतगुणाश्री

बाड़मेर मानवता की सेवा ही ईश्वर की सेवा हैः- प्रशांतगुणाश्री

नेकी की दीवार का हुआ उद्घाटन,

जरूरतमंदों को मुफ्त मिल सकेंगें कपड़े


बाड़मेर । 06.11.2016 । इंड़िया अगेंस्ट वॉयलेंस, बाड़मेर एवं मिशन चिल्ड्रन वेलफेयर, बाड़मेर की ओर से जूना किराडू मार्ग स्थित चिन्दरियों की जाळ के पास रविवार को जरूरतमंद, गरीब व वंचित वर्ग के लोगों को निःस्वार्थ भाव से मुफ्त कपड़े उपलब्ध करवाने की मुहिम को लेकर परम् पूज्य साध्वीश्री प्रशान्तगुणाश्री जी म.सा., महावीर जिनालय अध्यक्ष प्रकाशचन्द सेठिया और संयोजक मुकेश बोहरा अमन ने नेकी की दीवार का पर्दा हटा शुभारम्भ किया ।

इंड़िया अगेंस्ट वॉयलेंस, बाड़मेर के संयोजक मुकेश बोहरा अमन ने बताया कि इंड़िया अगेंस्ट वॉयलेंस, बाड़मेर एवं मिशन चिल्ड्रन वेलफेयर, बाड़मेर के तत्वावधान में नेकी की दीवार का उद्घाटन परम् पूज्य साध्वीश्री प्रशान्तगुणाश्री जी म.सा. ने मंगलाचरण व दीवार का पर्दा हटा कर किया । इस अवसर पर परम् पूज्य साध्वीश्री प्रशान्तगुणाश्री जी म.सा. ने कहा कि इस आयोजन से जरूरतमंद, गरीब व वंचित वर्ग के लोगों की निःस्वार्थ भाव से सेवा हो सकेगी । वहीं जरूरतमंद लोगों को मुफ्त कपड़े बिना किसी व्यवधान के मिल सकेगें । साध्वी ने कहा कि मानवता की सेवा ही ईश्वर की सेवा है । महावीर जिनालय अध्यक्ष प्रकाशचन्द सेठिया ने नेकी की दीवार को अनुकरणीय व लाजवाब पहल बताया । उद्घाटन अवसर पर आमजन ने अधिक हो तो रख जायें, जरूरत हो तो ले जायें की थीम पर नेकी की दीवार पर कपड़े लगाएं वहीं जरूरतमंद लोगों ने अपनी जरूरत के हिसाब से मुफ्त कपड़े प्राप्त किये । जन सहभागिता पर आधारित नेकी की दीवार से जरूरतमंद लोगों को कपड़े, वस्त्रों जैसी जीवन की आधारभूत आवश्यकता की पूर्ति हो सकेगी ।

इंड़िया अगेंस्ट वाॅयलेंस, बाड़मेर के प्रवक्ता चन्द्रप्रकाश छाजेड़ ने बताया कि वहीं इससे पूर्व जिले में प्रथम बार नेकी की दीवार की अनूठी पहल दीपावली पर्व से पूर्व संयोजक मुकेश बोहरा अमन के नेतृत्व में इंड़िया अगेंस्ट वॉयलेंस, बाड़मेर एवं मिशन चिल्ड्रन वेलफेयर, बाड़मेर की ओर से शिवनगर स्थित कलाम छात्रावास की दीवार पर की चुकी है । जहां जरूरतमंद लोगों को मुक्त कपड़ें मुहैया हो रहे है । रविवार को हुए नेकी की दीवार के उद्घाटन कार्यक्रम में बाबुलाल बोथरा, प्रकाश मिस्त्री, भरत वड़ेरा, पंकज वड़ेरा, चन्द्रप्रकाश छाजेड़, नारायण खत्री, कैलाश बोहरा, नेमीचन्द छाजेड़, रमेश संखलेचा, बाबुलाल धारीवाल, सवाईसिंह, कन्हैयालाल, गोविन्द शर्मा, नरेश छाजेड़, दिनेश बोहरा, मनोज छाजेड़, मुकेश जैन, कुस्टमल जैन, मुकेश सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्तागण एवं मोहल्लेवासी उपस्थित रहे ।

जैसलमेर में विधिक सेवा सप्ताह का विधिवत् शुभारम्भ

जैसलमेर में विधिक सेवा सप्ताह का विधिवत् शुभारम्भ

आमजन को विधिक एवं कानूनी जानकारी से अवगत करावें- जिला एवं सेशन न्यायाधीश श्री शर्मा

सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का पात्र व्यक्ति को लाभ पहंुचावें- अतिरिक्त कलेक्टर श्री स्वामी


जैसलमेर 06 नवम्बर। जैसलमेर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में विधिक सेवा सप्ताह का विधिवत् शुभारम्भ जिला एवं सेशन न्यायाधीश श्री गजानन्द शर्मा के मुख्य आतिथ्य एवं अतिरिक्त जिला कलेक्टर श्री के.एल. स्वामी की अध्यक्षता में जिलापरिषद् के अटल सेवा केन्द्र में हुआ। शुभारम्भ समारोह में पूर्णकालिक सचिव (मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट) जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, न्यायिक मजिस्टेªट, डाॅ. महेन्द्र कुमार गोयल, उपखण्ड अधिकारी कैलाशचन्द्र शर्मा, उपाधीक्षक एससी/एसटी सेल वीरेन्द्रसिंह के साथ ही अधिवक्तागण, अधिकारी, समाजसेवी एवं स्वयं सेवी संस्थाओं के पदाधिकारी, पैरा लीगल वाॅलेन्टीयर्स उपस्थित थे।




जिला एवं सेशन न्यायाधीश श्री शर्मा ने संभागीयों को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों में जागरूकता की कमी होने के कारण वे विधिक एवं कानूनी जानकारी नहीं रखते हैं जिसके कारण वे उसका पूरा लाभ नहीं ले पाते हैं। उन्होंने कहा कि इस विधिक सप्ताह के दौरान हमें आमजन को विधिक एवं कानूनी जानकारी प्रदान कर उनके अधिकारों एवं कर्तव्यों के प्रति सजग करना हैं। उन्होंने कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण एवं सरकार द्वारा गरीब व्यक्तियों के उत्थान के लिए अनेकों योजनाओं चलाई जा रही है लेकिन जानकारी के अभाव में उन लोगों तक योजना का लाभ नहीं पहंुच पाता है इसलिए हम सभी को पूरा सहयोग प्रदान कर पात्र लोगों को योजनाओं से लाभान्वित करना हैं।




उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण की जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि हमें इन योजनाओं को भी पात्र लोगों तक जानकारी प्रदान करनी है एवं उनको योजनाओं से लाभान्वित भी करना हैं। उन्होंने कहा कि विधिक सेवा द्वारा लोक अदालतों का आयोजन किया जाकर आपसी समझाईश से मामलों का निस्तारण करवाया जाता हैं जिससे टूटे हुए रिश्ते भी पुनः मजबूत होते हैं। उन्होंने विभिन्न कानूनी प्रावधानों की भी विस्तार से जानकारी प्रदान की।




अतिरिक्त जिला कलेक्टर स्वामी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा गरीबों के उत्थान के लिए ढे़रों योजनाएं चलाई जा रही हैं जिसका प्रचार-प्रसार करके पात्र व्यक्ति को लाभान्वित करना हैं। उन्होंने कहा कि महा नरेगा में भी कानूनी प्रावधान किया जाकर श्रमिकों को 100 दिवस का रोजगार उपलब्ध करवाया जा रहा है इसके साथ ही शिक्षा के अधिकार को भी कानूनी प्रावधान दिया गया हैं। उन्होंने कहा कि विधिक सप्ताह में प्रशासन द्वारा भी पूरा सहयोग प्रदान किया जाएगा।




पूर्णकालिक सचिव एवं मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, पूर्णिमा गौड़ ने बताया कि राष्ट्रीय एवं राज्य प्राधिकरण के निर्देशों की पालना में जिले में 06 नवम्बर से 11 नवम्बर तक विधिक सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है जिसका आज विधिवत शुभारम्भ हुआ हैं। उन्होंने सप्ताह के दौरान किए जाने वाले कार्यो एवं उद्देश्यों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने पैनल अधिवक्ताओं एवं पैरा लीगल वाॅलेन्टीयर्स को कहा कि वे सप्ताह के दौरान नालसा की 7 जन कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में शिविर लगाकर इस सप्ताह को सफल बनावें एवं लोगों को विधिक सेवा जानकारी प्रदान करें।




न्यायिक मजिस्ट्रेट, डाॅ. गोयल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विधिक सेवा सप्ताह की विस्तार से जानकारी प्रदान की एवं कार्यक्रम का संचालन किया। उन्होंने माध्यमिक शिक्षा में विधिक शिक्षा को शामिल करने के संबंध में सुझाव भी प्रदान किया।




इस दौरान सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग हिम्मतसिंह कविया ने विभाग द्वारा संचालित विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं की विस्तार से संभागीयों को जानकारी प्रदान की। श्रम कल्याण अधिकारी भवानी प्रताप चारण ने श्रम कल्याण विभाग द्वारा श्रमिकों के कल्याण एवं उत्थान के लिए संचालित योजनाओं की जानकारी प्रदान की।




समारोह में जैसलमेर जिला बार संघ उपाध्यक्ष एवं अधिवक्ता चन्दनाराम चैधरी, अधिवक्ता जहांगीर मलिक, गिरीराज गज्जा, अरविन्द कुमार गोपा, हेमसिंह राठौड़, प्रतापपुरी स्वामी, विपिन व्यास समाजसेवी राणजी चैधरी, शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। अंत में पैरा लीगल वाॅलेन्टीयर्स नवदीप भाटिया ने सप्ताह के दौरान पूर्ण उत्साह के साथ सहयोग करने का विश्वास दिलाया।


नालसा की कल्याणकारी योजनाओं के पेम्पलेट का विमोचन

समारोह के दौरान जिला एवं सेशन न्यायाधीश श्री शर्मा के साथ ही अन्य अतिथियों ने राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण की जन कल्याणकारी योजनाओं में पीड़ितों के पुनर्वास के लिए नवीन योजनाओं से संबंधित पेम्पलेट का विमोचन किया।

इस पेम्पलेट में नालसा की नवीन योजना तस्करी एवं वाणिज्यिक यौन शोषण पीड़ितों के लिए, असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए, बच्चों के मैत्रीपूर्ण विधिक सेवाएं और उनके संरक्षण के लिए, मानसिक रूप से बीमार और मानसिक रूप से विकलांग व्यक्तियों के लिए, गरीबी उन्मूलन योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए, आदिवासियों के अधिकारों के संरक्षण और प्रवर्तन के लिए, नशा पीड़ितों को विधिक सेवा एवं नशा उन्मूलन के लिए विधिक सेवा योजना 2015 की जानकारी प्रदान की गई है।


विधिक चेतना रैली को हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना


जैसलमेर, 06 नवम्बर। विधिक सप्ताह के शुभारम्भ के अवसर पर अटल सेवा केन्द्र से विद्यार्थियों की विधिक चेतना रैली आयोजित की गई। इस रैली को जिला एवं सेशन न्यायाधीश श्री गजानन्द शर्मा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर के.एल. स्वामी ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान पूर्णकालिक सचिव पूर्णिमा गौड़, न्यायिक मजिस्ट्रेट, डाॅ. महेन्द्र कुमार गोयल, उपखण्ड अधिकारी कैलाशचन्द्र शर्मा के साथ ही अधिवक्तागण एवं अधिकारी उपस्थित थे।

यह रैली अटल सेवा केन्द्र से होती हुई मुख्य बाजार से गुजरी एवं संभागीयों के हाथों में विधिक चेतना से संबंधित नारे लिखे हुए की तख्तियां थी एवं वे नारों का उद्घोष करते हुए विधिक चेतना का संदेश दिया।




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जयपुर.ब्लैकमेलिंग में फंसे युवक का कुचला सिर रोड़ पर मिला, 40 लाख वसूलने के मामले में हो चुका था गिरफ्तार



जयपुर.ब्लैकमेलिंग में फंसे युवक का कुचला सिर रोड़ पर मिला, 40 लाख वसूलने के मामले में हो चुका था गिरफ्तार

ब्लैकमेलिंग में फंसे युवक का कुचला सिर रोड़ पर मिला, 40 लाख वसूलने के मामले में हो चुका था गिरफ्तार
राजस्थान में भांकरोटा स्थित एक कॉलेज संचालक की कथित सीडी बना ब्लैकमेलिंग कर 40 लाख रुपए वसूलने के मामले में गिरफ्तार एक युवक की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। दुर्घटना थाना पुलिस ने मामला सड़क हादसे का मानकर पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।




वहीं, मृतक के परिजनों ने मामले में हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस को शिकायत दी है। संदिग्ध हालात में मौत का शिकार बना संदीप चौधरी (४१) हवा सड़क स्थित नंदपुरी निवासी था। वर्ष २०१४ में दिल्ली पुलिस ने कॉलेज संचालक की रिपोर्ट पर संदीप की पत्नी और बिचौलिए को जयपुर में ४० लाख रुपए वसूली करते गिरफ्तार किया था।




आरोप लगाया था कि १५ लाख पहले ले चुके और २ करोड़ ५ लाख रुपए में कथित सीडी का सौदा कॉलेज संचालक से किया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मामले में दिल्ली पुलिस ने पत्नी के साथ कॉलेज संचालक को फंसाने की साजिश रचने में गिरफ्तार किया था। करीब डेढ़ वर्ष पहले ही वह दिल्ली जेल से छूटकर आया था। शुक्रवार रात को संदीप भांकरोटा से बाइक पर घर लौट रहा था।




दो सौ फीट एक्सप्रेस हाईवे चौराहा के पास उसका शव पड़ा मिला। पुलिस ने आशंका जताई है कि किसी वाहन से टकराकर सड़क पर गिर गया और पीछे से आ रहे किसी वाहन का टायर उसके सिर को कुचलता हुआ निकल गया। हालांकि घटना का चश्मद्दीद गवाह कोई नहीं मिला।

मां के साथ मिलकर पिता का कत्ल करने का था आरोप, अब खुद लगा ली फांसी

मां के साथ मिलकर पिता का कत्ल करने का था आरोप, अब खुद लगा ली फांसी

टोंक (अलीगढ़)।दो साल पहले मां और ममेरे भाइयों के साथ मिलकर पिता के कत्ल के आरोपी 19 वर्षीय मुनीम मीणा ने रविवार को फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। पुलिस के मुताबिक मुनीम पिता की मौत के बाद से परेशान रह रहा था। जानिए पूरी घटना…


मां के साथ मिलकर पिता का कत्ल करने का था आरोप, अब खुद लगा ली फांसी

- सौलतपुरा के रहने वाले 19 वर्षीय मुनीम मीणा की शव उसके ही घर में फंदे से लटकता हुआ मिला।

- मुनीम ने ओढ़ने की चादर को फंदा बनाकर पंखे के हुक से लटक गया था।

- जब घर वालों के जगाने पर भी मुनीम ने दरवाजा नहीं खोला तो दरवाजा तोड़ा गया।

- अंदर मुनीम को फंदे से लटका देख परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।

- पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

- पुलिस के मुताबिक मृतक घरेलू कलह से परेशान था। उसके पिता की मौत के बाद वह परेशान रहता था।

- मुनीम के खिलाफ पिता का हत्या का मुकदमा दर्ज था जिसका फैसला अगले 4-5 दिन के भीतर होने वाला था।




ये था आरोप




- सितंबर 2004 में मुनीम के पिता रामचरण की हत्या उसके सिर में हथौड़ी मारने से हुई थी।

- पुलिस ने तफ्तीश में पाया था कि जुआरी रामचरण अपनी जमीनें बेंच रहा था।

- ये बात उसकी पत्नी लाड देवी को नागवार गुजरी और उसने नाबालिग बेटे मुनीम, और अपने भाईयों के बेटों की मदद से पति की हत्या कर दी थी।

4 पेज के सुसाइड नोट में महिला ने बयां किया दर्द, पढ़ें, पति नहीं ये थी वजह

4 पेज के सुसाइड नोट में महिला ने बयां किया दर्द, पढ़ें, पति नहीं ये थी वजह


नीमच/इंदौर। नीमच के इंदिरा नगर में एक विवाहिता ने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। 15 साल के बेटे के फोन के बाद जब पिता घर पहुंचे तो पत्नी पंखे से लटक रही थी। पुलिस को मौके से 4 पेज का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें महिला ने अपनी मौत की वजह लिखी है।

- इंदिरा नगर निवासी मनोज शर्मा की पत्नी अर्चना ने घर में ही पंखे से लटकर जान दे दी।

- बड़े बेटे दक्ष (15) ने जब मां को पंखे से लटका देखा तो तत्काल पिता को फोन लगाया।

- घटना की जानकारी लगते ही मनोज तत्काल घर पहुंचा तो देखा की अर्चना फांसी के फंदे पर लटक रही है।

- मनोज ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतारा और अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

- पुलिस को मौके से 4 पेज का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने अपनी मौत का जिम्मेदार आकाश नामक युवक को ठहराया है।

- शनिवार को पुलिस पड़ताल करने मनोज के घर पहुंची और उनके बयान दर्ज किए।

- मनोज ने बताया अर्चना ने जिस आकाश का नाम सुसाइड नोट में लिखा है। वह उसे जानता है।

- आकाश अर्चना को लंबे समय से ब्लैकमेल कर रहा था। हमने उसके खिलाफ 2 साल पहले सिटी थाने में शिकायत भी दर्ज करवाई थी।

- उस समय अर्चना ने पुलिस को बताया था कि आकाश के पास उसके कुछ फोटोज हैं, जिसे लेकर वह उसे ब्लैकमेल कर रहा है।

- आकाश द्वारा लगातार उसे परेशान किया जा रहा है, जिसके बाद ही अर्चना ने ऐसा कदम उठाया है।

- मनोज ने बताया कि सुसाइड नोट में भी अर्चना ने अशोक को ही अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है।

- सिटी थाना टीआई हितेश पाटिल ने बताया कि मौके से सुसाइड नोट मिला है, जिसकी सत्यता की जांच की जा रही है। घटना के बाद से आकाश बैस घर से फरार है।

- गौरतलब है कि पति मनोज शर्मा पीडब्ल्यूडी में कार्यरत हैं। अर्चना के दो बेटे हैं। एक का नाम दक्ष और दूसरा वंश है।

कौन है आकाश बैस

-इंदिरानगर में रहने वाला आकाश बैस नीमच मनासा रोड निर्माण में मेट का काम करता था।

-उसके पिता जबलपुर में बिजली विभाग में काम करते हैं। मां सिलाई का काम करती है।

-आकाश का विवाह हो चुका है और उसकी पत्नी छोड़कर चली गई है। मामला तलाक तक जा पहुंचा है।

- आकाश जब काम पर नहीं जाता था तो अर्चना के घर के आसपास घूमा करता था और उसे परेशान करता था।

कोर्ट में चल रहा है 354 का केस

अर्चना ने सुसाइड नोट में आकाश को मौत का जिम्मेदार बताया उसके खिलाफ 2 साल पहले सिटी थाने में धारा 354 (छेड़छाड़) का केस दर्ज किया था। यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है। अर्चना के वकील मनीष जोशी ने लोवर कोर्ट में 376 का मामला लगाया था लेकिन कोर्ट से खारिज हो गया था। 354 का मामला विचाराधीन है लेकिन अभी तक मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। दो साल में पुलिस आकाश के खिलाफ कार्रवाई नहीं सकी और वह अर्चना ब्लैकमेल करता रहा। इससे परेशान होकर अर्चना ने मौत को गले लगा लिया।

80 की उम्र में 30 सी लगती हैं यहां महिलाएं, बुढापे में करती हैं बच्चे पैदा

80 की उम्र में 30 सी लगती हैं यहां महिलाएं, बुढापे में करती हैं बच्चे पैदा


क्या आपने कभी ऐसे लोगों के बारे में सुना है, जो बीमार नहीं पड़ते। सुनकर हैरानी हो रही होगी, शायद आप इस बात पर यकीन भी नहीं कर रहे होंगे, लेकिन ये बिल्कुल सच है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं हुंजा लोगों के बारे में। 120 साल तक जीना है आम बात...

80 की उम्र में 30 सी लगती हैं यहां महिलाएं, बुढापे में करती हैं बच्चे पैदा


नार्थ पाकिस्तान के काराकोरम माउंटेन्स पर रहने वाले हुन्जकूटस या हुंजा लोग बुरूषो समुदाय के लोग हैं जो हुंजा वैली में रहते हैं। ये लोग कभी बीमार नहीं पड़ते। हुंजा लोगों की गिनती चाहे कम है, लेकिन इन्हें दुनिया के सबसे लम्बी उम्र वाले, खुश रहने वाले और स्वस्थ लोगों में गिना जाता है। हुंजा लोगों को दुनिया के कैंसर फ्री पापुलेशन में गिना जाता है क्योंकि आजतक एक भी हुंजा कैंसर का शिकार नहीं हुआ है। इन लोगों ने कभी कैंसर का नाम भी नहीं सुना है। आपको जानकर हैरानी होगी कि हुंजा महिलाएं 65 की उम्र में भी बच्चे पैदा कर सकती है।

इन्हें माना जाता है अलेक्जेंडर द ग्रेट की सेना के वंशज

इस कम्युनिटी के लोगों को बुरुशो भी कहते हैं। इनकी भाषा बुरुशास्की है। कहा जाता है कि ये कम्युनिटी अलेक्जेंटडर द ग्रेट की सेना के वंशज हैं, जो चौथी सदी में यहां आए थे। ये कम्युनिटी पूरी तरह मुस्लिम है।

इनकी सारी एक्टिविटीज मुस्लमानों जैसी ही हैं। ये कम्युनिटी पाकिस्तान की बाकी कम्युनिटीयों से कहीं ज्यादा एजुकेटेड है। हुंजा घाटी में इनकी पॉपुलेशन करीब 87 हजार ही है।




लम्बी उम्र के लिए डाइट में शामिल है एक चमत्कारी चीज

हुंजा अपनी लम्बी उम्र का क्रेडिट अपने डाइट को देते हैं। इनके डाइट चार्ट मेंव सिर्फ पौष्टिक आहार शामिल होते हैं। रिसर्चर्स ने अपनी रिपोर्ट में ये कहा है कि हुंजा लोग खाने में ज्यादा से ज्यादा अखरोट का इस्तेमाल करते हैं। धूप में सुखाए गए अखरोट में B-17 कंपाउंड पाया जाता है, जो लोगों के शरीर के अंदर मौजूद एंटी-कैंसर एजेंट को खत्म करता है। चूंकि, हुंजा काफी ज्यादा अखरोट का सेवन करते हैं, इसलिए उन्हें कैंसर नहीं होता।

डेली खाने में लेते हैं ये




और लोगों के मुकाबले हुंजा लोगों की डाइट काफी ज्यादा होती है। इसमें कच्ची सब्जियां, फल , अनाज, बारले, मेवे के अलावा दूध, अंडा और चीज भी शामिल हैं।




कैसी होती है इनकी लाइफस्टाइल




हुंजा लोग साल के 2 से 3 महीने खाना नहीं खाते हैं। इस दौरान वो सिर्फ जूस लेते हैं। थोड़ा सा खाने के बाद ये लोग वॉक पर निकल जाते हैं। इनकी औसत उम्र 120 साल है, जिसमें ये 70 साल तक जवान दिखते हैं।




एक किस्से ने किया हुंजा को मशहूर

बात 1984 की है। हुंजा कम्युनिटी के अब्दुल म्बुंदु जब लंदन एयरपोर्ट पर सिक्यूरिटी चेक करवाने पहुंचे, तो ऑफिसर्स उनका बर्थ इयर 1832 देखकर हैरान रह गए। उन्होंने कई बार उनकी उम्र क्रॉसचेक की। इसके बाद से ही हुंजा लोगों का किस्सा मशहूर हो गया।

इस लड़की ने बताई 35 लोगों की हत्या की कहानी, हर घर में है एक विधवा

इस लड़की ने बताई 35 लोगों की हत्या की कहानी, हर घर में है एक विधवा
इस लड़की ने बताई 35 लोगों की हत्या की कहानी, हर घर में है एक विधवा

पटना. बिहार का एक गांव ऐसा है जहां अमूमन हर घर में एक विधवायें रहती है। यह गांव है बिहार के अरवल जिला का सेनारी। सेनारी में एक दो नहीं बल्की 35 महिलायें एक साथ एक दिन विधवा हो गई थी।कैसे हुई थी एक साथ 35 महिला विधवा...

17 साल पहले हुए जातीय नरसंहार में इस गांव के 35 पुरुषों की हत्या कर दी गई थी। 40 घर के इस टोला में तब हर घर में सिर्फ विधवा ही रह गई थी। गांव के हर आदमी को हत्यारों ने मार दिया था। 17 साल बाद गुरुवार को सेनारी नरसंहार पर कोर्ट का फैसला आया।

कोर्ट ने 35 लोगों के नरसंहार के 38 आरोपी में 15 को दोषी मानते हुए उन्हें सजा सुनायी, जबकि 23 लोगों को निर्दोश करार देते हुए रिहा कर दिया था। इस नरसंहार में कई ऐसे कई परिवार थे जहां एक साथ चार पांच लाशें निकली थी। ऐसा ही एक परिवार था रिम्मी शर्मा का। जहां एक साथ 6 लोगों की एक साथ लाशें निकली थी।

नरसंहार की कहानी और रिम्मी शर्मा की जुबानी

रिम्मी शर्मा कहती है ये बात 18 मार्च 1999 का है। तब मैं काफी छोटी थी। बोर्ड के एग्जाम के कारण मैं अपने गांव नहीं जा सकी थी। पिताजी के साथ (झारखंड) रामगढ़ में ही थी। मुझे ठीक से याद है तब सुबह सात बजे डीडी न्यूज पर समाचार आया करता था। पिताजी इसे अवश्य सुना करते थे। हर दिन की तरह उस दिन भी टीवी चल रहा था। लेकिन संयोगवश आज टीवी के पास सिर्फ मैं ही थी। न्यूज की हेडलाइन देख मैं दंग रह गई। मैंने पिताजी आवाज लगाई।

घटना पर नहीं हो रहा था विश्वास

न्यूज की हेड लाइन था। सेनारी में नरसंहार। जातीय संघर्ष में 35 लोगों की हत्या। इस सूचना पर किसी को विश्वास नहीं हो रहा था। हम सभी भागकर पड़ोस में रहने वाले रहमान अंकल के घर पहुंच गए। इनके यहां डीस्क थी। रहमान अंकल ने हमारी बेचैनी देख टीवी खोल दिया। हर न्यूज चैनल पर बस यही खबर चल रही थी। जहानाबाद के सेनारी में जातीय संघर्ष में 35 लोगों का नरसंहार। अब तक जो भम्र था वो रहमान अंकल की टीवी ने दूर कर दिया था।

हर ओर लाशें हर घर में विधवा

सेनारी के हर घर में लाशें विखरी थी। हत्यारों ने घर के केवल मर्दो को ही अपना निशाना बनाया था। महिलाओं को उन्होंने छुआ तक नहीं था। गांव की महिलाओं ने अपने सामने अपना सुहाग उजड़ता देखा था। वो अपनी सुहाग के लिए हत्यारों के सामने हड़ी मिन्नतें भी की। लेकिन वे इनकी एक नहीं सुने। विरोध करने पर वे कहते थे कि तुमको मार देंगे तो इनकी लाशों पर कौन रोयेगा। तुमको इनके लाशों पर रोने के लिए छोड़ दिया हूं। तुम जितना रोयेगी हमें उतना ही आनंद आयेगा।

25 वर्षो में 400 लोगों की हुई हत्या

1980 के फरवरी महीने में जहानाबाद के पिछड़े तथा दलित बहुल परसबिगहा गांव को चारो ओर से घेरकर आग लगाने और उसके बाद बाहर घर से बाहर निकलने वाले बीस लोगों को गोलियों से भूनने के बाद जहानाबाद में जातीय और उग्रवादी हिंसा की जो चिंगारी से निकली, आग की लपटें तकरीबन अगले डेढ़ दशक तक पूरे इलाके के सामाजिक शांति को राख करती रही। 1980 के दशक से शुरू हुए नरसंहारों के दौर से 2005 में नीतीश सरकार के अभ्युदय के बीच जहानाबाद तथा अरवल में नक्सली जातीय वर्चस्व को ले हुए खूनी संघर्ष में छोटी-बड़ी तकरीबन चार दर्जन नरसंहार की वारदातें हुईं, जिनमें तकरीबन साढ़े तीन सौ बेगुनाह लोगों के खून से दोनों जिलों की धरती लाल होती रही। पड़ोस के गया जिले में भी मियांपुर में पैंतीस और बारा में 36 लोगों का कत्लेआम किया गया था। इससे जिले के समग्र आर्थिक सेहत पर भी गंभीर असर हुआ। जहानाबाद तथा अरवल जिलों की खेती का इन संघर्षों का प्रतिकूल असर पड़ा।

देर रात साफ्टवेयर इंजीनियर को 3 सालियों ने पकड़ा और ऐसी कर दी हालत

देर रात साफ्टवेयर इंजीनियर को 3 सालियों ने पकड़ा और ऐसी कर दी हालत
देर रात साफ्टवेयर इंजीनियर को 3 सालियों ने पकड़ा और ऐसी कर दी हालत

इंदौर।तुकोगंज इलाके में पत्नी को साथ में न रखने की बात पर एक साफ्टवेयर इंजीनियर को उसकी तीन सालियों ने जमकर पीटा। गंभीर घायल हालत में जीजा एमवायएच पहुंचा तो पुलिस को घटना का पता चला। मामले में तुकोगंज पुलिस जांच कर रही है। क्या है पूरा मामला...




- पुलिस के अनुसार घटना शनिवार रात डेढ़ बजे तुकोगंज इलाके की बांबे की चाल की है।

- यहां रहने वाले आशीष चौहान (32) ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी परिवार वालों से विवाद करती है।

- इसी के चलते उसने ससुराल के पास ही किराए से एक घर ले लिया और यहां आकर रहने लगा।

- शनिवार देर रात मेरी तीन साली आईं और मुझे गाली देने लगीं। मैंने उन्हें मना किया तो वे हाथापाई पर उतार आईं।

- इसी दौरान मेरी सास भी आ गई, उसके बाद साली आयुषी, मुस्कान के साथ मिलकर सभी ने मुझे पीटना शुरू कर दिया।

- दो सालियों ने जब मुझे पकड़ लिया तो एक ने मेरे सिर पर बैट से वार कर दिया, जिससे मेरा सिर फट गया।

- इसी बीच मेरे ससुर भी आ गए और उन्हाेंने मेरे पैर में मारना शुरू कर दिया। इसमें पत्नी चंचल ने भी उनका साथ दिया।

- जब मैंने बचाने की गुहार लगाई तो बिल्डिंग में ही रहने वाले कुछ लोग आ गए और उन्होंने भी मुझे मारा।

पुलिस ने बताया कि आशीष चौहान साफ्टवेयर इंजीनियर है और पत्नी से विवाद चल रहा है।

- गंभीर घायल हालत में वह खुद एमवायएच पहुंचा। मामले में पुलिस पूरे घटनाक्रम की जांच कर रही है।

बेटी ने बताई पिता की गंदी हरकत, बोली- बड़ी बहनों के साथ भी ऐसा किया

बेटी ने बताई पिता की गंदी हरकत, बोली- बड़ी बहनों के साथ भी ऐसा किया



शेखपुरा.अपनी दो सगी बेटियों के साथ शारीरिक संबंध बनाने के बाद बाप की नजर तीसरी बेटी पर थी। शनिवार को उसकी पत्नी कहीं गई हुई थी तभी वह बेटी को पकड़कर रूम में ले जाने लगा। बेटी को बाप के नीयत पर पहले से ही शक था। वह जैसे-तैसे जान छुड़ाकर घर से भागी और जान देने की कोशिश करने लगी, सभी गांव के कुछ लोगों ने उसे बचा लिया।पहले बाप को पीटा, फिर सिर मुंडाकर घुमाया...

बेटी ने बताई पिता की गंदी हरकत, बोली- बड़ी बहनों के साथ भी ऐसा किया

- यह घटना बिहार के शेखपुरा जिले के अहियापुर की है। जहां कलयुगी बाप ने सगी बेटी के साथ मुंह काला करने का प्रयास किया।
- बेटी द्वारा शोर मचाए जाने पर स्थानीय लोग जुटे और आरोपी बाप का सिर मुंडाकर उसे पूरे मोहल्ले में घुमाया और जमकर पिटाई की।
- सदर थाना पुलिस की टीम भी घटना स्थल पर पहुंची और मामले की जांच की।
- थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि इस तरह की सूचना मिलने पर पुलिस टीम को भेजी गई है।
- वहीं मोहल्ले के लोगों का कहना है कि आरोपी खराब चरित्र का व्यक्ति है। वह पहले भी इस तरह की हरकत कर चुका है।
- पीड़िता की सौतेली मां ने अपने पति का बचाव करते हुए कहा कि बेटी अपने प्रेमी के साथ रात में भाग गई थी।
- इसी के चलते पिता ने मारपीट की तो उसने यह झूठा आरोप लगाया है।

रात में बेटे के दोस्त से संबंध बनाती थी मां, दिन में मन्नत मांग करते थे ये काम

रात में बेटे के दोस्त से संबंध बनाती थी मां, दिन में मन्नत मांग करते थे ये काम
रात में बेटे के दोस्त से संबंध बनाती थी मां, दिन में मन्नत मांग करते थे ये काम

सीकर।सीकर में दिवाली की रात हुई युवक की हत्या के आरोप में तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया है। दो आरोपियों की मां को हत्या में सहयोग करने पर पकड़ा गया है। खुलासा हुआ है कि नशे में युवकों ने महज 1300 रुपए और मोबाइल लूटने के लिए युवक की हत्या कर दी थी। पुलिस की पूछताछ में ये बाते भी सामने आ रही हैं कि बेटे के साथ चोरी करने वाले युवक के साथ महिला के अवैध संबंध भी थे। कई लोगों से इस महिला के अवैध संबंध...

ऐसे कर दी युवक की गला घोंटकर कर हत्या

- उद्योग नगर थानाधिकारी राजपाल सिंह ने बताया कि दिवाली की रात युवक नवलगढ़ पुलिया के नीचे सो रहा था।

- देर रात अली, जावेद व दोनों के दोस्त राजेंद्र उर्फ कालिया लूट के इरादे से युवक के पास गए।

- युवक को लूटने का प्रयास किया तो उसने बचाव का प्रयास किया।

- विवाद बढ़ता देख तीनों में से एक युवक ने पास में ही पड़ी रस्सी से युवक का गला घोंटकर हत्या कर दी।

दो आरोपियों की मां के लोगों से हैं अवैध संबंध

- नूरी 18 साल पहले कोटा से सीकर आई और नवलगढ़ पुलिया के नीचे रहने लगी। कई लोगों से अवैध संबंध की बातें भी सामने आ रही है।

- वह पुलिस पर दबाव बनाकर कार्रवाई को प्रभावित करना चाहती थी। उसका कहना था कि पुलिस बेटों को झूठा फंसाना चाहती है।

- एसपी ऑफिस के सामने नूरी के जहर खाने के ड्रामे ने पुलिस का शक बढ़ा दिया। लूट के पैसे रखे और बेटों के साथ दरगाह भी गई।

- शुक्रवार को भी पुलिस पर आरोप लगाती रही कि बेटों को फंसाया जा रहा है।

राजेंद्र से अवैध संबंध थे नूरी के

- रस्सी से युवक का गला घोटने के बाद भी तीनों नहीं रुके। उन्होंने पैसों की तलाश में युवक के कपड़े उतार दिए और 1300 रुपए व मोबाइल लेकर चले गए।

- रात को घर पहुंचे और नूरी को पैसे देकर सो गए। नूरी जावेद व अली की मां है। जबकि राजेंद्र से उसके अवैध संबंध थे।

- पूछताछ में पता चला कि आरोपी लूट के लिए मन्नत मांगते थे और कुछ अच्छे पैसे मिलने पर दरगाह जाते थे।

- इस घटना के बाद भी चारों ने ऐसा ही किया।

नशे की लत है तीनों को, कर चुके हैं 50 से ज्यादा लूट

- जावेद नूरी का बड़ा बेटा है। लूट और हत्या में शामिल है। पुलिस में कोई मामला दर्ज नहीं है।

- अली नूरी का छोटा बेटा है। हत्या में बड़े भाई के साथ था। कोतवाली पुलिस में तीन मामले हैं।

- राजेंद्र वार्ड छह का रहने वाला है कहा जाता है वह जावेद व अली का दोस्त है।

- राजेंद्र के नूरी से अवैध संबंध हैं इसी कारण से वह कई बार रात को घर पर रुकता था।

- उद्योग नगर थाने में चोरी का मामला दर्ज है। चोरी व मारपीट के दो मामले कोतवाली में दर्ज हैं।