4 पेज के सुसाइड नोट में महिला ने बयां किया दर्द, पढ़ें, पति नहीं ये थी वजह
नीमच/इंदौर। नीमच के इंदिरा नगर में एक विवाहिता ने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। 15 साल के बेटे के फोन के बाद जब पिता घर पहुंचे तो पत्नी पंखे से लटक रही थी। पुलिस को मौके से 4 पेज का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें महिला ने अपनी मौत की वजह लिखी है।
- इंदिरा नगर निवासी मनोज शर्मा की पत्नी अर्चना ने घर में ही पंखे से लटकर जान दे दी।
- बड़े बेटे दक्ष (15) ने जब मां को पंखे से लटका देखा तो तत्काल पिता को फोन लगाया।
- घटना की जानकारी लगते ही मनोज तत्काल घर पहुंचा तो देखा की अर्चना फांसी के फंदे पर लटक रही है।
- मनोज ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतारा और अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
- पुलिस को मौके से 4 पेज का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने अपनी मौत का जिम्मेदार आकाश नामक युवक को ठहराया है।
- शनिवार को पुलिस पड़ताल करने मनोज के घर पहुंची और उनके बयान दर्ज किए।
- मनोज ने बताया अर्चना ने जिस आकाश का नाम सुसाइड नोट में लिखा है। वह उसे जानता है।
- आकाश अर्चना को लंबे समय से ब्लैकमेल कर रहा था। हमने उसके खिलाफ 2 साल पहले सिटी थाने में शिकायत भी दर्ज करवाई थी।
- उस समय अर्चना ने पुलिस को बताया था कि आकाश के पास उसके कुछ फोटोज हैं, जिसे लेकर वह उसे ब्लैकमेल कर रहा है।
- आकाश द्वारा लगातार उसे परेशान किया जा रहा है, जिसके बाद ही अर्चना ने ऐसा कदम उठाया है।
- मनोज ने बताया कि सुसाइड नोट में भी अर्चना ने अशोक को ही अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है।
- सिटी थाना टीआई हितेश पाटिल ने बताया कि मौके से सुसाइड नोट मिला है, जिसकी सत्यता की जांच की जा रही है। घटना के बाद से आकाश बैस घर से फरार है।
- गौरतलब है कि पति मनोज शर्मा पीडब्ल्यूडी में कार्यरत हैं। अर्चना के दो बेटे हैं। एक का नाम दक्ष और दूसरा वंश है।
कौन है आकाश बैस
-इंदिरानगर में रहने वाला आकाश बैस नीमच मनासा रोड निर्माण में मेट का काम करता था।
-उसके पिता जबलपुर में बिजली विभाग में काम करते हैं। मां सिलाई का काम करती है।
-आकाश का विवाह हो चुका है और उसकी पत्नी छोड़कर चली गई है। मामला तलाक तक जा पहुंचा है।
- आकाश जब काम पर नहीं जाता था तो अर्चना के घर के आसपास घूमा करता था और उसे परेशान करता था।
कोर्ट में चल रहा है 354 का केस
अर्चना ने सुसाइड नोट में आकाश को मौत का जिम्मेदार बताया उसके खिलाफ 2 साल पहले सिटी थाने में धारा 354 (छेड़छाड़) का केस दर्ज किया था। यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है। अर्चना के वकील मनीष जोशी ने लोवर कोर्ट में 376 का मामला लगाया था लेकिन कोर्ट से खारिज हो गया था। 354 का मामला विचाराधीन है लेकिन अभी तक मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। दो साल में पुलिस आकाश के खिलाफ कार्रवाई नहीं सकी और वह अर्चना ब्लैकमेल करता रहा। इससे परेशान होकर अर्चना ने मौत को गले लगा लिया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें