भरतपुर.हैड कांस्टेबल ने 4 हजार रुपए जेब में रखे और एसीबी ने जकड़ा
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सोमवार दोपहर कोतवाली थाने के हैड कांस्टेबल को रंगे हाथ चार हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।
आरोपित ने थाने में दर्ज एक प्रकरण में परिवादी की पत्नी का नाम व धारा हटाने की एवज में रिश्वत ली थी। कार्रवाई को एसीबी के पुलिस अधीक्षक डॉ. रामदेव सिंह के निर्देशन में अंजाम दिया गया।
एसपी डॉ. सिंह ने बताया कि शहर के अनाह गेट निवासी नरेन्द्र सोनी पुत्र ओम प्रकाश सोनी ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कार्यालय में शिकायत दी थी। इसमें बताया कि उसकी मां पुष्पादेवी ने 26 नवम्बर को उसके व पत्नी नीतू के खिलाफ थाना कोतवाली में मारपीट व कुण्डल आदि छीनने का मामला दर्ज करा रखा है।
तफ्तीश कर रहे हैड कांस्टेबल शिवशंकर पाण्डे ने परिवादी नरेन्द्र से उसकी पत्नी व भादसं. की धारा 379 हटाने की एवज में 5 हजार रुपए की मांग की। बाद में सौदा 4 हजार रुपए पर तय हो गया।
एसीबी ने मामले में सत्यापन कराया, जिसमें शिकायत सही पाई गई। नरेन्द्र ने हैड कांस्टेबल से संपर्क किया, जिस पर उसने मथुरा गेट चौकी स्थित उसकी दुकान पर आने की बात कही।
एसपी के नेतृत्व में एसीबी की टीम यहां नजर बनाए हुए थी। दोपहर करीब 3 बजे हैड कांस्टेबल पाण्डे परिवादी की दुकान पर पहुंचा और चार हजार रुपए पेंट की जेब में रख लिए। एसीबी ने कार्रवाई कर उसे रंग हाथ पकड़ लिया और रिश्वत राशि उसकी जेब से बरामद कर ली। आरोपित का जिला अस्पताल में मेडिकल कराया गया।
ढाई घंटे तक किया इतंजार
हैड कांस्टेबल ने नरेन्द्र को उसकी दुकान पर आकर चार हजार रुपए लेने की बात कही थी। इस पर एसीबी के एसपी डॉ. सिंह मौके पर पहुंच गए और एक अन्य दुकान पर बैठ गए।
हैड कांस्टेबल के नहीं पहुंचने पर उसे फोन किया तो उसने एक चिकित्सक के पास जाना बताया। आरोपित के इतंजार में एसपी ने करीब ढाई घंटे तक मौके पर इतंजार किया और करीब तीन बजे पहुंचने पर उसे रंगे हाथ धरदबोचा।
दी थी नुकसान उठाने की चेतावनी
परिवादी हैड कांस्टेबल से मिला, जिस पर उसने चार हजार रुपए में एक व्यक्ति का नाम निकालने की बात कही। साथ ही उसने चेतावनी दी कि राशि नहीं देने पर नुकसान उठाना पड़ सकता है। हैड कांस्टेबल ने कहा कि ये राशि सभी में
बंटती है।