दिल्ली क्राइम ब्रांच बदरपुर बॉर्डर ने दिल्ली और फरीदाबाद में सिलसिलेवार हत्या की आठ वारदातों को अंजाम देने के आरोप में रिक्शा चालक को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी अपनी नशे की लत को पूरा करने के लिए लूटपाट कर हत्याएं करता था। हत्या आरोपी रिक्शा चालक की पहचान यूपी के बदायूं के अंतर्गत भतौली गांव निवासी 27 वर्षीय रिंकू के रूप में हुई है।
यह जानकारी डीसीपी क्राइम सुमित कुमार ने शुक्रवार को टाउन नंबर-पांच में अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दी। उन्होंने कहा कि पुलिस पूछताछ में आरोपी रिक्शा चालक ने पांच अक्तूबर की रात को नेहरू कॉलोनी निवासी राममूर्ति की हत्या कर शव को टाउन नंबर-चार में फेंकने, 18 अक्तूबर को मूल रूप से मऊ हाल दिल्ली अशोक नगर निवासी 28 वर्षीय टेक्नीशियन तारिक नसीम की गला घोंटकर हत्या कर शव को बड़खल पुल के नीचे फेंकने, चार नवंबर को एक अज्ञात युवक की हत्या कर शव सेक्टर-19 के सामने निर्माणाधीन मेट्रो स्टेशन के पास झाड़ियों में फेंकने, पांच नवंबर को फतेहाबाद निवासी 60 वर्षीय सतीश की गमछे से गला घोंटकर शव को टाउन नंबर-पांच में बांके बिहारी मंदिर के पास फेंकने और 31 दिसंबर की सुबह यूपी हाथरस के विशुनदास गांव निवासी 28 वर्षीय वीरेंद्र की हत्या कर शव को सेक्टर-29 में पेट्रोल पंप के नजदीक फेंकना कबूल किया है।
आरोपी ने दिल्ली में सन् 2009, सन् 2011 और 2012 में हत्या की तीन वारदातों को करना कबूल किया है। इन हत्याओं में आरोपी के साथ श्यामू और बद्रू नाम के दो युवक भी थे। आरोपी छह माह पहले ही दिल्ली में हुई हत्या की तीनों वारदातों में जेल से जमानत पर रिहा हुआ था। तीन माह से आरोपी फरीदाबाद में अपनी बहन के पास रह रहा था। डीसीपी क्राइम ने बताया कि चश्मदीदों से मिले हुलिए के आधार पर शुक्रवार को पुलिस ने आरोपी को ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन के नजदीक से गिरफ्तार कर लिया।
यह जानकारी डीसीपी क्राइम सुमित कुमार ने शुक्रवार को टाउन नंबर-पांच में अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दी। उन्होंने कहा कि पुलिस पूछताछ में आरोपी रिक्शा चालक ने पांच अक्तूबर की रात को नेहरू कॉलोनी निवासी राममूर्ति की हत्या कर शव को टाउन नंबर-चार में फेंकने, 18 अक्तूबर को मूल रूप से मऊ हाल दिल्ली अशोक नगर निवासी 28 वर्षीय टेक्नीशियन तारिक नसीम की गला घोंटकर हत्या कर शव को बड़खल पुल के नीचे फेंकने, चार नवंबर को एक अज्ञात युवक की हत्या कर शव सेक्टर-19 के सामने निर्माणाधीन मेट्रो स्टेशन के पास झाड़ियों में फेंकने, पांच नवंबर को फतेहाबाद निवासी 60 वर्षीय सतीश की गमछे से गला घोंटकर शव को टाउन नंबर-पांच में बांके बिहारी मंदिर के पास फेंकने और 31 दिसंबर की सुबह यूपी हाथरस के विशुनदास गांव निवासी 28 वर्षीय वीरेंद्र की हत्या कर शव को सेक्टर-29 में पेट्रोल पंप के नजदीक फेंकना कबूल किया है।
आरोपी ने दिल्ली में सन् 2009, सन् 2011 और 2012 में हत्या की तीन वारदातों को करना कबूल किया है। इन हत्याओं में आरोपी के साथ श्यामू और बद्रू नाम के दो युवक भी थे। आरोपी छह माह पहले ही दिल्ली में हुई हत्या की तीनों वारदातों में जेल से जमानत पर रिहा हुआ था। तीन माह से आरोपी फरीदाबाद में अपनी बहन के पास रह रहा था। डीसीपी क्राइम ने बताया कि चश्मदीदों से मिले हुलिए के आधार पर शुक्रवार को पुलिस ने आरोपी को ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन के नजदीक से गिरफ्तार कर लिया।