वेदांता समूह खरीद सकता है आरएसएमएम में हिस्सेदारी
वेदांता समूह के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने दिए संकेत — राज्य की खान नीति पर अग्रवाल ने दिया सुझाव, खनन क्षेत्र में नीति सरल हो, नियम कायदे साफ हो, राजस्थान में है अपार संभावनाएं वे
— रिसर्जेंट राजस्थान समिट में भी वेदातां समूह करेगा बडे निवेश समझौते
— अग्रवाल ने कहा, कच्चे तेल की कीमतों में कमी से भारत को मंदी का कोई खतरा नहीं
जयपुर| सरकारी कंपनी राजस्थान माइंस एंड मिनरल्स लिमिटेड के निजीकरण होने पर वेदांता समूह उसमें हिस्सेदारी खरीद सकता है। वेदांता समूह के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने इसके संकेत दिए है। आरएसएमएम में हिस्सेदारी खरीदने के सवाल पर अग्रवाल ने साफ कहा कि उनका समूह तैयार है, शेयर होल्डर और बोर्ड से बैठक के बाद इस पर फैसला लिया जाएगा।
अग्रवाल ने राज्य की नई बनने वाली खान नीति पर सुझाव देते हुए कहा कि नीति सरल होनी चाहिए, नियम कायदे साफ हो, राजस्थान में अपार संभावनाए हैं। वेदांता समूह राजस्थान में तेल के उत्पादन को भी बढाएगा, कैयर्न एनर्जी अभी उत्पादन कर रहा है। अग्रवाल ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में कमी से भारत को मंदी का कोई खतरा नहीं है।
उल्लेखनीय है कि वेदांता समूह अभी हिंदुस्तान जिंक में जिंक और चांदी का उत्पादन कर रहा है। वेदांता समूह ने कैयर्न एनर्जी को भी खरीद लिया है, इसके बाद यह कंपनी खनन और तेल क्षेत्र की बहुत बडी कंपनी बन गई है।
— रिसर्जेंट राजस्थान समिट में भी वेदातां समूह करेगा बडे निवेश समझौते
— अग्रवाल ने कहा, कच्चे तेल की कीमतों में कमी से भारत को मंदी का कोई खतरा नहीं
जयपुर| सरकारी कंपनी राजस्थान माइंस एंड मिनरल्स लिमिटेड के निजीकरण होने पर वेदांता समूह उसमें हिस्सेदारी खरीद सकता है। वेदांता समूह के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने इसके संकेत दिए है। आरएसएमएम में हिस्सेदारी खरीदने के सवाल पर अग्रवाल ने साफ कहा कि उनका समूह तैयार है, शेयर होल्डर और बोर्ड से बैठक के बाद इस पर फैसला लिया जाएगा।
अग्रवाल ने राज्य की नई बनने वाली खान नीति पर सुझाव देते हुए कहा कि नीति सरल होनी चाहिए, नियम कायदे साफ हो, राजस्थान में अपार संभावनाए हैं। वेदांता समूह राजस्थान में तेल के उत्पादन को भी बढाएगा, कैयर्न एनर्जी अभी उत्पादन कर रहा है। अग्रवाल ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में कमी से भारत को मंदी का कोई खतरा नहीं है।
उल्लेखनीय है कि वेदांता समूह अभी हिंदुस्तान जिंक में जिंक और चांदी का उत्पादन कर रहा है। वेदांता समूह ने कैयर्न एनर्जी को भी खरीद लिया है, इसके बाद यह कंपनी खनन और तेल क्षेत्र की बहुत बडी कंपनी बन गई है।
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