शुक्रवार, 9 जनवरी 2015

हावड़ा के लिए जल्द ही एक और ट्रेन!बाड़मेर हावड़ा से सीधा जुड़ जाएगा।



जोधपुर। मारवाड़ के लोगों को इस वर्ष रेल बजट में नई ट्रेन के रूप में एक और सौगात मिलना लगभग तय है। इस ट्रेन के जरिए बाड़मेर हावड़ा से सीधा जुड़ जाएगा।
Another train to Howrah soon!


अब तक बाड़मेरवासियों को हावड़ा जाने के लिए जोधपुर से ट्रेन पकड़नी पड़ती थी। जल्द ही बाड़मेर-हावड़ा-बाड़मेर त्रि-साप्ताहिक ट्रेन संचालित होगी। यह ट्रेन वाया डेगाना, रतनगढ़ होकर संचालित की जाएगी। इससे इस रूट के यात्री भी लाभान्वित होंगे।




जोधपुर रेल मण्डल की ओर से भेजे गए प्रस्ताव में इस ट्रेन को शामिल किया गया है। सूचना का अधिकार (आरटीआई) के तहत रेलवे ने यह जानकारी दी है। गौरतलब है कि फिलहाल मारवाड़ से हावड़ा के लिए जोधपुर/बीकानेर-हावड़ा सुपरफास्ट एक मात्र ट्रेन संचालित हो रही है।




ट्रेन में होंगे 24 कोच

लाडनूं नागरिक परिषद् सदस्य अनिल कुमार खटेड़ की ओर से सूचना का अधिकार के तहत मण्डल रेलवे जोधपुर से इस संबंध में जानकारी मांगी। जिसमें बताया गया कि बाड़मेर-हावड़ा-बाड़मेर त्रि-साप्ताहिक ट्रेन का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा गया है।




ट्रेन में 1 सेकण्ड एसी, 3 थर्ड एसी, 12 स्लीपर, 6 सामान्य व 2 एसएलएआर कोच समेत कुल 24 कोच होंगे। यह ट्रेन वाया बालोतरा, जोधपुर, डेगना, खाटू, डीडवाना, लाडनूं, सुजानगढ़, रतनगढ़, चूरू, रेवाड़ी दिल्ली होते हुए हावड़ा तक संचालित होगी।




जोधपुर-हावड़ा एक्सप्रेस में 191 फीसदी यात्रीभार

मण्डल रेलवे जोधपुर ने बाड़मेर-हावड़ा-बाड़मेर ट्रेन की सख्त जरूरत बताई है। इसके पीछे मुख्य कारण हावड़ा के लिए संचालित एक मात्र ट्रेन जोधपुर/बीकानेर-हावड़ा सुपरफास्ट में अत्यधिक यात्रीभार होना है।




आरटीआई में मिली जानकारी के अनुसार अप्रेल 2014 से सितम्बर 2014 के बीच जोधपुर/बीकानेर-हावड़ा सुपरफास्ट में 191.15 फीसदी यात्रीभार रहा।




यह होगा फायदा

लाडनूं स्थित जैन विश्व भारती संस्थान में देश के सभी हिस्सों से छात्र पढ़ने आते हैं। इससे यहां वर्षभर हजारों की संख्या में लोग आते-जाते हैं। नई ट्रेन शुरू होने से इन यात्रियों को लाडनूं के लिए ट्रेन मिल सकेगी।




विश्व प्रसिद्ध तालछापर मृग अभ्यारण्य व प्रसिद्ध सालासर बालाजी मंदिर आने वाले लाखों यात्रियों को रेल सुविधा का लाभ मिल सकेगा।




खाटू, डीडवाना, सुजानगढ़, रतनगढ़, चूरू के प्रवासी काफी संख्या में हावड़ा, कोलकाता, वर्द्धमान, आसनसोल, बिहार व उत्तरप्रदेश रहते हैं।




वर्तमान में यहां से कोई सीधी ट्रेन नहीं होने के कारण इन्हें जयपुर, दिल्ली उतरकर बस व अन्य साधनों से यहां तक का सफर तय करना पड़ता है। नई ट्रेन शुरू होने से ये लोग लाभान्वित होंगे।




बाड़मेर में तेल उत्पादन किया जा रहा है, इससे यहां देश के अन्य हिस्सों से सालभर हजारों लोग आते-जाते रहते हैं। बालोतरा में भारी मात्रा में पोपलिन व अन्य कपड़ों का उत्पादन होता है। ट्रेन शुरू होन से दोनों शहरों के हजारों लोगों व व्यापारियों को सुविधा मिलेगी। - 

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