शुक्रवार, 12 सितंबर 2014

प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर सरकारी जश्न नहीं होगा -

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन पर सरकारी जश्न मनाए जाने पर रोक लगाने के आदेश जारी किए हैं। सूत्रों के हवाले से खबर है कि मोदी ने इस बाबत सख्त हिदायद दी है कि 17 सितंबर को उनके जन्मदिन पर न तो किसी प्रकार का विज्ञापन दिया जाए और न ही किसी तरह की कोई भी योजना लॉन्च की जाए। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री ने जन्मदिन पर टीवी के लिए खास कार्यक्रम दिखाने से भी मना कर दिया है। No special programmes on my birthday: PM Modi to ministers
गुरूवार देर रात एक सख्त आदेश में प्रधानमंत्री ने सभी मंत्रियों को तय वक्त में ही काम पूरा करने का निर्देश भी दिया। इसके अलावा तमाम आला अधिकारियों और मंत्रियों से ये भी कहा है कि सरकारी काम की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होना चाहिए और उसका पूरा ब्यौरा मंत्रालय की वेबसाइट पर डाला जाना चाहिए -  

विषकन्याएं" जिन्होंने जासूसी के लिए अपना सबकुछ लुटा दिया -

Top 10 female spies in the world


. भारतीय मुस्लिम महिला जासूस :- टाइगर ऑफ मैसूर के नाम से जाने जाने वाले टिपू सुल्तान की वंशज नूर इनायत खान को उनके मरने तक कोई नहीं पहचान पाया। जर्मनी उसे हमेशा एक ब्रिटिश जासूस ही समझता रहा। मास्को में जन्मी नूर को बचपन से ही एक सीक्रेट एजेंट के रूप में प्रशिक्षण दिया गया। बंदूक चलाना और मारने के मामले में उसका कोई सानी नहीं था। जब नूर फ्रांस में आई तब उसके पास एक फर्जी पासपोर्ट, थोड़ी से फ्रांस की मुद्रा, एक पिस्टल और कोड नाम था। अपने जासूसी नेटवर्क के खात्मा होने के बाद भी नूर ने फ्रांस में तीन महीने का समय बिताया। आखिरकार अक्टूबर 1943 को नूर को पकड़ लिया गया। नूर का मुंह खुलवाने के लिए उसे तरह-तरह की खौफनाक यातनाएं दी गई, लेकिन उसने अपना वास्तविक नाम तक नहीं बताया। आखिरकार 13 सितम्बर 1944 को उसके सिर के पीछे गोली मार दी गई और वह चल बसी। नाजी सेना ने नूर को डचाउ कन्सनट्रेशन कैम्प में मृत छोड़ दिया। हालांकि नूर के ब्रिटेन के लिए किए गए त्याग का आज भी सम्मान मिलना बाकी है। .... 
Top 10 female spies in the world

42 दिन का रोमांस और कर ली शादी :- फ्रेंच मां और अंग्रेज टैक्सी ड्राइवर की बेटी विलोती रिने ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटेन के लिए जासूसी की। इस युद्ध के दौरान विलोती ब्रिक्टन के एक परफ्यूम काउंटर पर सेल्सगर्ल का काम कर रही थी। 1940 में बेस्तिले डे परैडइसी दौरान विलोती की मुलाकात एटेन्ने सजबो से हुई। एटेन्ने एक फ्रांसीसी अधिकारी था। दोनों के बीच 42 दिन रोमांस चला और 21 अगस्त 1940 को शादी कर ली। हालांकि उस समय विलोती की उम्र 19 और एटेन्ने की उम्र 31 थी। हालांकि 1942 में अपने पहले बच्चे के जन्म के कुछ ही समय बाद एटेन्ने की मौत हो गई। उसने अपने बच्चे को कभी नहीं देखा। पति के मरने के बाद विलोती ने ब्रिटिश स्पेशल ऑपरेशन एक्सीक्यूटिव में जाने का फैसला किया। विलोती ने जर्मनी की सम्पर्क लाइंस को खत्म करने के लिए एक स्थानीय विद्रोही ग्रुप को ज्वाइन कर लिया। इसी दौरान एक बार जब वह कार में अपने ग्रुप के साथ जा रही थी, जर्मन सैनिकों से उसका सामना हो गया। विलोती ने अपने गु्रप लीडर के साथ मिलकर तब तक जर्मन एजेंटों का सामना किया जब तक कि उसके कारतूस खत्म नहीं हो गए। आखिरकार उसे पकड़ लिया गया और खुफिया जानकारी उगलवाने के लिए उस पर बेदर्दी से जुल्म किया गया। कुछ भी नहीं बताने पर उसे 1945 में मार दिया गया। महज 23 साल की उम्र में मार दिए जाने वाली विलोती को एक शातिर जासूस और बहादुर लड़की के रूप में जाना जाता है। -
Top 10 female spies in the world
व्हाइट माऊस के नाम से प्रसिद्ध थी यह जासूस :- नैंसी वेक ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश जासूस के रूप में काम किया। युद्ध के दौरान वह फ्रेंच क्रांतिकारियों में अग्रणी लेडी बन गई। 1939 में इसकी मुलाकात फ्रेंच इंडस्ट्रलिस्ट हेनरी एडमंड फिओक्का से हुई जिससे उसने 3 नवंबर को शादी कर ली। जर्मनी के फ्रांस में आक्रमण के समय वह कैप्टन इयान गोरो के नेटवर्क में शामिल हो गई। 1943 तक वह गेस्टापो की मोस्ट वांटेड महिला बन गई। उस पर 5 मिलियन फ्रांसिसी मुद्रा का इनाम रखा गया। फ्रांस की आजादी की लड़ाई में उसके मात्र 100 साथी मारे गए, लेकिन उन्होंने 22000 एसएस सैनिकों का डकटर मुकाबला किया। युद्ध के बाद उसे जार्ज मैडल सहित कई सम्मान दिए गए। . - Top 10 female spies in the world
डांसर और अभिनेत्री भी जासूस :- जोसफाइन बेकर का जन्म अमरीका में हुआ। वह फ्रेंच डांसर, सिंगर और अभिनेत्री थी। उसे अपनी सुंदरता और जासूसी के चलते ब्रांज वीनस, ब्लैक पर्ल और यहां तक हकि सिरीओले गोडेस के नाम से जाना जाता था । बेकर पहली अफ्रीकी-अमरीकी महिला थी जिसने बड़ी मोशन पिक्चर्स में काम किया और विश्वभर में प्रसिद्ध हुई। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान फ्रेंच विद्रोह का समर्थन करने के चलते बेकर को फ्रांस का सबसे बड़ा मिलिट्री सम्मान दिया गया। ... - Top 10 female spies in the world
विदेशी ताकतों से मुक्ति दिलाने में दिया योगदान :- लीयू हुलान जवान और बेहद सुंदर चाइनीज जासूस थी। लीयू ने कुमिनटैंग और कम्युनिस्ट पार्टी के बीच चल रहे चीन के गृह युद्ध में जासूसी की। 1946 में लीयू ने कम्युनिस्ट पार्टी ज्वाइन कर ली। इसके ठीक बाद सेना की आजादी के लिए एक महिला समूह में शामिल हो गई। इस दौरान लीयू ने सैनिकों को भोजन पहुंचाने, गुप्त संदेश देने, उनके जूते और पोशाक ठीक करने जैसे काम भी किए। लीयू के जीवन और मौत को चीन के लोग प्रेरणा के रूप में देखते हैं। .... - . 

आबूरोड की नवली आस्ट्रेलिया में बांटेगी अनुभव



आबूरोड (सिरोही)। बारहवीं तक पढ़ी वार्डपंच सुश्री नवली कुमारी गरासिया खुशी से झूमती नजर आई। झूमे भी क्यों नहीं, ब्रिटिश सरकार की ओर से विश्व के विभिन्न देशों में संचालित "हंगर प्रोजेक्ट" के तहत आस्ट्रेलिया के दौरे के लिए देश से एकमात्र उसका चयन जो हुआ है।

Nvli of Aburod Bantegi experience in Australia

आस्ट्रेलिया दौरे पर जाने के लिए वह गुरूवार रात राजधानी एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए रवाना हुई। रवाना होने से पूर्व जनचेतना संस्थान कार्यालय में उसने बताया कि वह आस्ट्रेलिया जाने, वहां ब्रिटिश उच्चायुक्त से भेंट कर अपने अनुभव बांटने तथा शिक्षा के क्षेत्र में कुछ नया सीखकर उसे आदिवासी ब्लॉक में लागू करने के लिए उत्साहित है।

आत्मविश्वास से लबरेज नवली ने बताया कि जैसे वह यहां अधिकाधिक बच्चों को स्कूल से जोड़ने के लिए जी जान से लगी हुई है, वहां से आने के बाद शिक्षा के क्षेत्र में कुछ न कुछ नयापन जरूर लाएगी। नवलीकुमारी विदेश दौरे पर जाने वाली ब्लॉक की तीसरी महिला होगी। इससे पूर्व निचलागढ़ सरपंच श्रीमती शरमीबाई गरासिया व सियावा में कला केन्द्र चलाने वाली श्रीमती टीपूबाई गरासिया विदेश दौरा कर चुकी है। - यह है कार्यक्रम
राजधानी एक्सप्रेस से शुक्रवार को दिल्ली पहुंचेगी। शनिवार को आस्ट्रेलिया के लिए उड़ान भरेगी। 28 सितम्बर तक आस्ट्रेलिया में रूकेगी। फिर दिल्ली होते हुए वापस आबूरोड लौट आएगी।

जोड़ने में अहम भूमिका

सीनियर सैकण्डरी पास करने के बाद सुश्री नवली वार्ड पंच चुनी गई। कुछ समय बाद जब पता चला कि उसके पैतृक गांव धांगिया फली (रेडवाकलां) का स्कूल अन्य स्कूल में विलीन करने से आसपास की फलियों के करीब पांच दर्जन बच्चे शिक्षा से वंचित रहने का खतरा पैदा हो गया है।

अन्य स्कूल तीन किलोमीटर दूर होने व रास्ते में बरसाती नाला पड़ने से बच्चों के लिए स्कूल जाना मुमकीन नहीं है तो बतौर जनप्रतिनिधि उसने स्कूल खुलवाने का मुद्दा उठाया। वह इसकी लड़ाई लड़ती रही। अंतत: वर्ष 2013 में स्कूल खुलवाकर ही दम लिया। बच्चे स्कूल से जुड़ते ही उसकी खुशी का पार नहीं रहा।

प्रोजेक्ट के लिए प्रतिबद्ध

एनजीओ जनचेतना संस्थान के प्रोजेक्ट को-ऑर्डिनेटर अशोक यादव व को-ऑर्डिनेटर श्रीमती मंजू कहार ने बताया कि "द हंगर प्रोजेक्ट" देश में पंचायत स्तर पर चुनी हुई महिला जनप्रतिनिधियों के सशक्तीकरण के लिए चलाया जा रहा है।



देश के भविष्य के निर्माण में महिला जनप्रतिनिधि भूखमरी, गरीबी, शोषण, असमानता व हिंसा को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश में महिला पंच सरपंचों के क्षमतावर्द्धन का कार्य स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर किया जा रहा है। -

 

गुरुवार, 11 सितंबर 2014

पुलिसकर्मी पर छेड़छाड़ का आरोप, लोगों ने की जमकर की धुनाई -

जयपुर। राजधानी के सोडाला थाना क्षेत्र में एक पुलिसकर्मी को गुरूवार सवेरे हवा सड़क के पास लोगों ने बुरी तरह से पीटा। people beating a policeman in jaipur
आरोप था कि नशे में धुत सिपाही ने एक महिला से छेड़छाड़ की है। बाद में पुलिस पीसीआर ने सिपाही को उठाया और उसे थाने लाया गया।

गुस्साए लोगों ने सोडाला थाने पर भी हंगामा किया। सवेरे पौने दस बजे हुई इस घटना के बाद दोपहर तक सोडाला थाने के पुलिसकर्मी तथाकथित सिपाही को बचाते रहे और उसका नाम उजागर नहीं किया।

हवा सड़क के दुकानदारों के अनुसार सवेरे पौने दस बजे एक पुलिसकर्मी ने एक महिला से छेड़छाड़ की थी। बाद में महिला और अन्य लोगों ने सिपाही को पीटा और उसकी वर्दी फाड़ दी।

स्थानीय दुकानदारों के अनुसार सिपाही शराब के नशे में था। बताया जा रहा है कि पीडित दंपत्ति और पुलिसकर्मी की मोटर साइकिलों की भिड़ंत हो गई थी, जिसके बाद दोनों पक्षों में विवाद हो गया। महिला का आरोप है कि इस दौरान पुलिसकर्मी ने उससे अभद्रता की।

डीसीपी दक्षिण रवि दत्त गौड़ ने बताया कि सोडाला क्षेत्र में झगड़े के बाद एक पुलिसकर्मी से स्थानीय लोगों के द्वारा मारपीट की बात सामने आई है। मामले में एक महिला ने पुलिसकर्मी पर अभद्रता व छेड़छाड़ का आरोप लगाया है।


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बाड़मेर स्वास्थ्य विभाग में हेराफेरी भाग तीन,आशा सहयोगिनी प्रशिक्षण विभागीय कर्मचारी के घर तीन सालो से हो रही संचालित

बाड़मेर स्वास्थ्य विभाग में हेराफेरी भाग तीन

आशा सहयोगिनी प्रशिक्षण विभागीय कर्मचारी के घर तीन सालो से हो रही संचालित

प्रशिक्षण के नाम होती हे खाना पूर्ति ,लाखो के बजट की बंदरबांट


बाड़मेर बाड़मेर का मुख्य चिकित्सा  विभाग भरष्टाचार की आकंठ में पूरी तरह डूबा हे ,विभाग में संचालित हर योजना को विभागीय कार्मिक ही सांठ गाँठ कर अपने व्यक्तियों को निविदाए दिलाते हे फिर सरकारी बजट की अधिकारियो से लेकर कार्मिको और संथाओ के बीच बंदरबांट हो रही हैं , बन्दर बाँट का यह खेल पिछले तीन सालो से खुले आम चल रहा हैं। एक मर्तबा बाड़मेर उप खंड अधिकारी द्वारा मामले की जाँच भी की गयी मगर जाँच रिपोर्ट को दबा दिया गया ,

जानकारी के अनुसार बाड़मेर जिले में नियुक्त आशा सहयोगिनियों को दक्ष प्रशिक्षकों द्वारा खंड स्तर पर प्रशिक्षण देने  प्रावधान हैं प्रतिवर्ष जिले में नियुक्त आशा सहयोगिनियों को प्रशिक्षण देने के लिए आवासीय शिविर खंड स्तर पर आयोजित होने होते हैं ,मगर  तीन सालो से आवासीय शिविर विभाग के एक कार्मिक के स्वयं के माकन बलदेव नगर में आयोजित किये जा रहे हैं ,विभागीय अधिकारियो को इसकी जानकारी होते हुए भी इसे अनदेखा कर रहे हैं क्यूंकि इस बन्दर बाँट में उनका भी हिस्सा होता हैं।  अनुसार प्रशिक्षण का आयोजन खंड चिकित्सा अधिकारी को आयोजित करणा होता हैं। मगर विभाग के कार्मिक और अधिकारियो के दबाव के चलते यह प्रशिक्षण विभाग के भोजन सप्लायर और आवास निविदा करता जो एक ही संस्था हे के द्वारा जिला मुख्यालय पर आयोजित किया जाता हैं। यह मक़ाम विभाग के कार्मिक जिसकी पोस्टिंग पचपदरा हे मगर कई सालो से प्रतिनियुक्ति पर जिला मुख्यालय विभाग में नियुक्त हे और  समदस्थ कार्यभार इनके पास हे के माकन में चलता हैं। जिसका प्रतिदिन का किराया लगभग दो से तीन हज़ार रुपये वसूला जाता हैं।

 विोभागीय सूत्रों की की माने तो प्रशिक्षण महज खाना पूर्ति के लिए आयोजित होता हे ,इस अवष्य प्रशिक्षण में किसी आशा सहयोगिनी का ठहराव नहीं होता सात दिवसीय इन प्रशिक्षणों में शिविर के शुरुआत और समापन में उन्हें बुलाया जाता हैं। बन्दर बाँट का यह खेल लम्बे अरसे से उच्च पदस्थ अधिकारियो की शाह पर चल रहा हैं। जिसके चलते इस वर्ष आवास तथा भोजन के लिए विभागीय स्तर पर हुई निविदाएं इस कार्मिक और संस्था को फायदा देने के लिए निरस्त कर दी गयी ताकि इस संस्था के नाम नई  निविदाए जारी होने तक कार्य जारी रखने का आदेश हो सके इस वर्ष  जुलाई में आयोजित निविदाए कार्मिक और अधिकारियो  से निरस्त कर इस संस्था को कार्य जारी रखने का आदेश जारी किया ,आदेश जारी होने के दस दिन के भीतर आशा सहयोगिनियों का अवष्य प्रशिक्षण इसी कार्मिक के माकन में शुरू कर दिया। जबकि नई निविदा होने तक अधिकारियो ने इंतज़ार करना मुनासिब नहीं समझ।

आठ ब्लॉक के प्रशिक्षण एक ही स्थान जिला मुख्यालय क्यों आयोजित किये जा रहे हैं। एक आवासीय मकान में पेंतालिस से पेंसठ आशा सहयोगिनी किस प्रकार रहती होगी यह विभागीय अधिकारी ही  हैं  

देहव्यापार में धकेलने वाली महिला समेत 4 अरेस्ट


women including 4 other arrested for prosecutors
ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर की कोतवाली पुलिस ने बुधवार को वैश्यावृति के आरोप में एक महिला सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक चारों आरोपियों को एक पीडिता की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों में शामिल गोविंदपुरी निवासी बंटी कोली और नैना उर्फ नैन्सी नामक महिला ने पीडिता को झांसे में लेकर उसे वैश्यावृति में उतार दिया था। पुलिस ने बंटी और नैना के अलावा गिरोह के दो अन्य सदस्य चेतकपुरी निवासी संजय यादव और कोटेश्वर निवासी लक्ष्मण पाल को भी गिरफ्तार कर लिया।






दो माह से क्या तमाशा हो रहा है : हाईकोर्ट


rajasthan high court judge calls legal secretary
जयपुर। हाईकोर्ट ने वकील हड़ताल पर तल्खी दिखाते हुए कहा है कि दो माह से यह क्या तमाशा हो रहा है। गुरूवार को प्रमुख विधि सचिव हाजिर होकर जवाब दें कि लोक अभियोजकों के पैरवी के लिए क्यों नहीं आ रहे हैं? वहीं एक माह से लड़की तलाशने का प्रयास नहीं होने पर अलवर पुलिस अधीक्षक को तलब किया है।न्यायाधीश अजय रस्तोगी व जे.के. रांका की खण्डपीठ ने बुधवार को अलवर जिले की चंदना देवी की बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर सुनवाई के दौरान यह आदेश दिया। कोर्ट ने बुधवार को अभियोजन निदेशक राजेन्द्र चौधरी को बुलाकर कहा कि अगस्त में लड़की गायब हुई, जिसको तलाशने के लिए अनुसंधान अधिकारी ने मात्र रिश्तेदारों से पूछताछ कर खानापूर्ति कर ली। अनुसंधान अधिकारी की ऎसी मानसिकता के कारण पीडित की मां चक्कर लगा रही है। अनुसंधान अधिकारी कोर्ट में आकर रिपोर्ट बना रहे हैं, लोक अभियोजक आ नहीं रहे हैं और जनता का पैसा बर्बाद हो रहा है।महेश सैनी और बच्चू सिंह हत्या के अभियुक्त हैं, उन पर 2009 में सुभाष्ा की हत्या का आरोप है। महेश को जमानत मिल चुकी है, उसने लड़की का अपहरण कर लिया। इसके बावजूद लोक अभियोजक जमानत रद्द कराने का प्रयास नहीं कर रहा है।


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भविष्य पर संकट के बादल मंडरा सकते हैं ऐसे व्यक्ति के नमस्कार करने से



तुलसीदास कृत रामायण में वर्णित है जब रावण माता सीता के हरण की मंशा लेकर अपने मामा मारीच के घर जाता है तो उन्हें स्वयं से झुक कर नमस्कार करता है। संस्कारों की दृष्टि से देखा जाए तो यह सही था रावण का अपने मामा को झुक कर ही नमस्कार करना बनता था मगर रावण राक्षसों का राजा और दंभी था। वह बिना अपने किसी स्वार्थ के किसी के सामने झुक नहीं सकता था। रावण के शिष्ट व्यवहार से मारीच समझ जाते हैं कि अब भविष्य में उन पर संकट के बादल मंडराने वाले हैं।
भविष्य पर संकट के बादल मंडरा सकते हैं ऐसे व्यक्ति के नमस्कार करने से
रावण के डर से उन्होंने भी झुक कर रावण को प्रणाम किया और उसके आने का प्रयोजन पूछा। तब रावण ने मारीच से कहा राम और लक्ष्मण ने शूर्पणखा की नाक और कान काट दिए हैं। मुझे उसके अपमान का बदला लेना है। रावण की बात की अवहेलना करने से मारिच को मृत्यु के घाट उतार दिया जाता। उनके आगे कुंआ था और पीछे खाई। रावण जैसे पापी और दुष्ट के हाथों मरने से अच्छा था वह प्रभु श्री राम के हाथों अपनी मृत्यु स्वीकार करें जिस से उन्हें मरने के उपरांत परम गति मिलें। मारिच ने शूर्पणखा के अपमान का बदला लेने के लिए उनका साथ देना स्वीकार कर लिया।



हिन्दू शास्त्रों के अनुसार पांच प्रकार के अभिवादन बतलाए गए हैं जिन में से एक है “नमस्कार”। नमस्कार को कई प्रकार से देखा और समझा जा सकता है। संस्कृत में इसे विच्छेद करें तो हम पाएंगे की नमस्ते दो शब्दों से बना है नमः + ते नमः का मतलब होता है मैं (मेरा अंहकार) झुक गया। नम का एक और अर्थ हो सकता है जो है न + में यानी की मेरा नहीं। आध्यात्म की दृष्टी से इसमें मनुष्य दुसरे मनुष्य के सामने अपने अंहकार को कम कर रहा है। नमस्ते करते समय दोनों हाथों को जोड़ कर एक कर दिया जाता है। जिसका अर्थ है की इस अभिवादन के बाद दोनों व्यक्ति के दिमाग मिल गए या एक दिशा में हो गए।

आमतौर पर किसी को नमस्ते करना रिश्तों में प्रगाढ़़ता लाता है मगर कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके द्वारा नमस्कार करना भविष्य में हमारे लिए संकट पैदा कर सकता है।



आईए जानें कैसे

1 जब कोई व्यक्ति स्नान कर रहा हो तो उसे नमस्कार करना उपयुक्त नहीं है। ऐसा करने से नमस्कार करने वाले और नहाता हुए व्यक्ति दोनों को असहजता अनुभव होने लगती है।

2 जिस व्यक्ति को आचार व्यवहार का उचित ज्ञान न हो ऐसे व्यक्ति नमस्कार के बहाने आपके मनोभावों को आहत कर सकते हैं।

3 अशुद्ध अवस्था में जैसे मृत्यु कर्म, मासिक धर्म अथवा अन्य ऐसा कोई संस्कार जिस से अपवित्रता की स्थिति में व्यक्ति सहज चित्तवृत्ति में न हो तो नमस्कार करना उचित नहीं है।



4 भाग रहे या व्यायाम कर रहे व्यक्ति को नमस्कार करने से उसका ध्यान भंग हो सकता है जिस वजह से उसे झटका या पदाघात हो सकता है।

5 जब कोई व्यक्ति आपकी नजरों के सामने हो तभी उसे नमस्ते करें अन्यथा दूर से व्यक्ति आपके द्वारा किए गए अभिवादन को देख नहीं पाएगा और आपको बुरा लगेगा। जिस कारण रिश्तों में खट्टास आ सकती है।

6 जल में तैर रहे या स्नान कर रहे व्यक्ति को नमस्कार न करें अन्यथा थोड़ी सी चूक होने पर उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ सकता है।



7 किसी नीच व्यक्ति का नमन करना भी दुखदाई होता है। उसका झुकना किसी भयंकर परेशानी का संकेत हो सकता है।

बुधवार, 10 सितंबर 2014

बाड़मेर एन आर एच एम में हेराफेरी भाग 2 .करोडो का काम एक कॉल पर क्यों दिया आखिर ?

बाड़मेर एनआरएचएम में हेराफेरी भाग 2 .करोडो का काम एक कॉल पर क्यों दिया आखिर ?


बाड़मेर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग बाड़मेर भरष्टाचार का अड्डा बन गया हैं ,जिला ग्रामीण स्वाथ्य समिति कुछ कार्मिको की रखेल बन गयी हैं ,इस योजना में आने वाला सरकारी बजट की बन्दर बाँट कर्मचारी अधिकारियो की मिली भगत से का रहे हैं ,पिछले पांच साल से याग भरष्टाचार का खुला खेल खेला  जा रहा हैं। कार्मिको ने इसके लिए बाकायदा कुछ स्वयं सेवी संस्थाओ और प्लेसमेंट एजेंसियों से सांठ गाँठ कर राखी हैं 

इन योजनाओ में आने वाले समस्त बजट का निस्तारण इन कार्मिको द्वारा निस्तारित किया जाता हैं ,बाजार डरो से छ गुना अधिक ड्रॉ से सामन खरीदने   जाते हैं ,योजनाओ में हुए खर्च और खरीद का भौतिक सत्यापन कराया जाये तो साड़ी पोल खुल कर सामने आ जाएगी। बहरहाल मामला प्लेसमेंट एजेंसी का हैं ,एन  आर एच एम  योजना में वर्ष २०११ -१२ में विभाग में विभिन पदो के लिए कार्मिक लगाने की भर्ती के मामले में चौंकाने वाला खुलासा सामने आया। तत्कालीन सरकार ने जिले की समस्त स्वास्थ्य उप स्वास्थ्य और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर परिचारिका ,वाहन चालक ,कंप्यूटर ऑपरेटर ,चिकित्सक लगाने का आदेश दिया जिसके चलते विभाग के कार्मिको ने अपने लोगो को फायदा देने के उद्देश्य से किसी तरह की निविदा समाचार पत्रो में जारी करने की बजाय भरष्टाचार के लिए बदनाम एक स्वयं सेवी संस्था और प्लेसमेंट एजेंसी रेड्डी संस्था को सम्बंधित लिपिक ने कॉल कर रातो रात बुलाया तथा उसके नाम करोडो रुपयो के काम का आदेश जारी किया जबकि नियमानुसार निविदा निकाल कर विभिन एजेंसियों से आवेदन मांगे जाने थे मगर विभाग के अधिकारियो की शाह पर कार्मिको ने भरष्टाचार को शाह देते हुए इस प्लेसमेंट एजेंसी को काम का आदेश जारी कर दिया। मजे की बार हे की इस प्लेसमेंट एजेंसी का पंजीयन रोजगार निदेशालय से वर्ष 2010 में ख़त्म हो गया था ,पंजीयन नवीनीकरण  के आभाव में स्वत निरस्त मन जाता हे ,एजेंसी संचालक द्वारा पंजीयन प्रमाण पात्र पर कान्त छंट कर उसे २०१० के स्थान पर २०१८ कर कुरचित दस्तावेज षड्यंत्र पूर्वक पेश कर काम ,लिया अधिकारियो और  एजेंसी के पंजीयन का नवीनीकरण नहीं होने की जानकारी के बावजूद मिलीभगत से काम दिया। इस संस्था द्वारा तत्कालीन वित्तीय वर्ष में एक भी कार्मिक नहीं लगाने की बात सामने आई। विभागीय सूत्रानुसार प्रति माह कार्मिको की तँकखवह का भुगतान संस्था और कार्मिक मिल बाँट के हज़म कर जाते चूँकि यह कार्य लगभग  का था किसी को इस घोटाले की भनक तक नहीं लगी ,मगर सूचना के अधिकार में प्राप्त सूचना मिलने पर इस गड़बड़ झाले का पर्दाफास हुआ मगर इस भरदष्टाचार की  कार्यवाही जिला या राज्य स्तर पर नहीं हुई ,तत्कालीन सांसद  हरीश चौधरी की दखल अन्दाजी के बाद दो जाँच दल राज्य और केंद्र से आये मगर उन्हें मोटी रकम अदा कर बिना जाँच किये बेरंग भेज दिया ,अब इस आशय की शिकायत राज्य सरकार और केंद्र सरकार के कर पुरे मामले की जांच सी बी आए से करने की मांग संगठनो द्वारा की गयी हैं। ग्रुप फॉर पीपुल्स के संयोजक चन्दन सिंगफह भाटी ने बताया की बाड़मेर एन  आर एच एम में गत पांच साल में तीन सौ करोड़ से अधिक की हेराफेरी की गयी हैं जिसकी सी बी आई स्तर से जांच होनी चाहिए ताकि गरीब जनता के लिए आये पैसे का दुरूपयोग का कच्चा चिट्टा खुल कर सामने आये ,

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बच्चों ने की लव मैरिज, सजा मां-बाप को

 honour killing effort in bharatpur

 भरतपुर। प्रेम प्रसंग के चलते ऑनर किलिंग के मामले तो कई पढ़े और सुने है लेकिन भरतपुर में एक अलग ही मामला सामने आया है।जहां प्रेम करने की सजा प्रेमी के परिजनों को दी गई है। जिले के नगर थाना क्षेत्र में प्रेमी की मां और नेत्रहीन पिता पर केरोसिन उड़ेल जलाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने बताया कि पथरोड़ा गांव के युवक-युवती में प्रेम प्रसंग था। दो मीने पहले दोनों गांव से भाग गए और शादी कर ली।शादी के बाद लड़की ने पुलिस को अपने पति के साथ रहने की इच्छा जताई और परिजनों से खुद की और अपने पति की जान को खतरा होना भी बताया।जिस पर पुलिस ने दोनों को सुरक्षा मुहैया करा दी। लेकिन कुछ दिन बाद दोनों ही गांव छोड़कर अन्यत्र चले गए। लड़की के परिजनों के दबाव के चलते लड़के के परिजनों को भी गांव छोड़कर अन्यत्र रहना पड़ा।पुलिस के अनुसार लड़के के पिता नेत्रहीन है और मां आशा सहयोगिनी है। लड़के के परिजनों ने उपखंड अधिकारी से वापिस अपने गांव में विस्थापित करने की गुहार लगाई।तहसीलदार और पुलिस ने लड़के के परिजनों को गांव में छोड़कर आ गए। पुलिस के लौटते ही लड़की के परिजनों ने लड़के के परिजनों पर हमला बोल दिया। उन्होंने लड़के की मां से मारपीट की और नेत्रहीन पिता पर केरोसिन उड़ेलकर आग लगाने की कोशिश की। पीडित परिजनों ने पुलिस थाने में लड़की के नामजद 8 परिजनों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने बताया कि दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया हे और आरोपियों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।







3 साल की लव स्टोरी, पलभर में प्रेमी समेत 64 लोगों की मौत -


नई दिल्ली। एक युवा जोड़ा तीन साल पहले एक दूसरे से मिला था, मेल-मुलाकात प्यार में तब्दील हो गई और फिर दोनों एक दूसरे के प्यार को एक मंजिल देना चाहते थे।ई
श्वर उनपर मेहरबान था और दोनों की मोहब्बत सात जन्मों के रिश्ते की ओर बढ़ चली। दोनों के घरवालों ने शादी तय कर दी। 4 सितंबर को बारात हंसी-खुशी घर से निकली लेकिन अपनी मंजिल तक नहीं पहुंच पाई। 
tragic love story of jammu and kashmir
युवक जिस बस मेे सवार था, वह पानी के तेज धार में समा गई। दुल्हे समेत 64 लोग मौत के मुंह में चले गए। उस युवती के हाथों पर सजी मेहदी का रंग चटख है लेकिन चेहरा मायूस है, रो-रोकर बुरा हाल है। इस प्रेम कहानी का ऎसा अंजाम किसी ने नहीं सोचा था। यह घटना बाढ़ प्रभावित जम्मू-कश्मीर की है।

ऎसे शुरू हुई थी प्रेम कहानी
सुखविंदर डाक विभाग में दहाड़ी पर काम करता था जबकि 18 साल की जतिंदर कॉलेज में पढ़ती है। उन दोनों की मुलाकात 3 साल पहले हुई थी। वे दोनों रोज नौशेरा जाते थे और दोनों की मुलाकात बस में होती थी।

एक साल पहले दोनों ने नौशेरा के एक कंप्यूटर कोचिंग सेंटर में एडमिशन लिया। फिर दोनों के बीच अक्सर होने वाली मुलाकात मोहब्बत में बदल गई। दोनों के घरवाले एक दूसरे को पहले से ही जानते थे। उन लोगों ने दोनों की शादी तय कर दी।

शादी तय होने से दोनों खुश थे। सुखविंदर अपने लिए एक अलग घर बनवा रहा था। उसके पिता भगत सिंह ने बताया कि दोनों ने उस घर की जगह को लेकर क ई बातें की थी। दीवारों के रंग, मकान की डिजाइन से लेकर उसमें लगने वाले पर्दे तक का चयन दोनों ने किया था। जतिंदर को एक दूसरा पर्दा पसंद था उसके लिए सुखविंदर 45 किमी दूर रजौरी से पर्दा खरीद कर लाया था। सुखविंदर ने उस घर में लगाने के लिए इंवर्टर खरीदा था।

शादी के दिन टूटा कहर, पसरा मातम
राजपुर भट्टा गांव में 4 सितंबर को सुखविंदर के घर पर बारात तैयारी को लेकर चहल-पहल थी। वहीं जतिंदर के गांव लाम मेे बारात के स्वागत के लिए तैयारियां हो रही थीं। लेकिन उस दिन बारिश रूकने का नाम नहीं ले रही थी।

बाराती 3 घंटे से बारिश बंद होने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन सुबह 11 बजे उन बारातियों में से लगभग 200 लोग 3 बसों और अन्य छोटे वाहनों से लाम जाने को तैयार हो गए। सुखविंदर भी एक कार में अपने दोस्तों के साथ शादी का कुछ सामान लेकर बैठ गया।

झमीर के पास पुल के ऊपर से पानी की तेज धार बह रही थी। सुखविंदर कार से निकल कर बस में बैठ गया। वह बस अभी आधा पुल ही पार की थी, कि चालक की तरफ वाला पहिया एक गड्ढे में गिरा और बस नाले में पलट गई। उस बस में 70 से अधिक लोग सवार थे। 6 लोगों को तत्काल बाहर निकाल लिया गया लेकिन और लोग उस तेज धार में बह गए।

दो दिन बाद मिली लाश
घटना के दो दिन बाद के्रन से बस को निकाला गया। उसमें 13 लोगों के शव मिले, उसमें सुखविंदर का भी शव था। 31 लोगों के शव अलग-अलग जगहों पर पाए गए।

पुलिस ने बताया कि 64 लोगों की मौत हुई है लेकिन गांव वालों का कहना है कि 70 से 80 लोग मरे हैं। घटना के पांच दिन बाद भी लापता 20 लोगों की तलाश जारी थी। गांव के हर घर मेे मातम पसरा है।

 

अब किसानों को मिलेगा 20 लाख रूपए तक का लोन

जालोर। किसान सम्बल योजना के तहत अब किसानों को 20 लाख रूपए तक का ऋण उपलब्ध कराया जा सकेगा। ऎसे में किसानों को साहूकारों या लोगों के सामने कर्ज के लिए हाथ नहीं फैलाना पड़ेगा। दरअसल, सहकारिता विभाग की ओर से किसानों को सम्बल प्रदान करने से उद्देश्य से किसान सम्बल योजना लागू की गई है।

पूर्व में संचालित किसान सम्बल योजना की अधिकतम ऋण सीमा पांच लाख रूपए थी, लेकिन हाल ही में इसे बढ़ाकर बीस लाख रूपए तक कर दिया गया है। इसके लिए किसान को उसकी सिंचित या असिंचित भूमि की डीएलसी दर के आधार पर केन्द्रीय सहकारी बैंकों के माध्यम से पांच वर्ष के लिए ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।
Farmers will now Sambl
ये होगा फायदा
दरअसल, असिंचित क्षेत्र के अधिकांश किसानों को बैंक ऋण सुविधा नहीं मिल पाती है। ऎसे में किसानों को फसलों की बुवाई के समय सेठ-साहूकारों से कर्ज लेना पड़ता है और वे किसानों से मनमाना ब्याज वसूल करते हैं। ऎसे में किसान सम्बल योजना के तहत ऋण मिलने से किसानों को फसलों की बुवाई के साथ-साथ अन्य कार्यो के लिए भी आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

बंजर भूमि कर सकेंगे विकसित
असिंचित भूमि पर भी ऋण की सुविधा मिलने से किसान अब भूमि सुधार के कार्य भी करवा सकेंगे। इसके बाद फसलों की बुवाई करने से किसानों की आय में भी इजाफा होगा।

यह होगी ब्याज दर
सहकारी बैंकों की ओर से किसानों को साढे 12 प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें किसानों को भूमि की साख सीमा के अनुरूप तीन से 20 लाख रूपए तक का ऋण मिल सकेगा, जो पांच वर्ष में छमाही किस्तों में चुकाना होगा।

यह रहेगी प्रक्रिया
किसान ग्राम सेवा सहकारी समिति के सदस्य होने या बैंक मुख्यालय में सीधे ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदक को जिले में सहकारी बैंक के कार्यालय जाना होगा। जहां सिर्फ एक हजार रूपए देकर नोमिनल सदस्य बनने के साथ ही अन्य कागजी औपचारिकता पूरी करनी होगी। इसके बाद बैंक की ओर से सत्यापन के बाद किसानों को ऋण की सुविधा मिल जाएगी। बैंक की ओर से डीएलसी दर के आधार पर भूमि का मूल्यांकन किया जाएगा। डीएलसी दर के 50 फीसदी तक ऋण दिया जाएगा यदि भूमि पर पूर्व में किसी बैंक से ऋण है, तो उक्त राशि को घटाकर शेष राशि का ऋण स्वीकृत किया जाएगा।

काश्तकारों के लिए फायदेमंद
इस योजना किसान सिंचित या असिंचित भूमि के लिए ऋण ले सकते हैं। ऋण पर ब्याज दर कम होने व भुगतान की अवधि लम्बी होने से किसानों के लिए फायदेमंद हैं।
-मधुसूदन शर्मा, प्रबंध निदेशक, जेसीसीबी, जालोर - 

675 पदों पर पौने 2 लाख आवेदन, रोकनी पड़ी भर्तियां


जयपुर। पदों के अनुपात में बड़ी संख्या में आवेदनों ने राज्य की 30 जिला अदालतों में हो रही चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती को गड़बड़ा दिया है। प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार 675 पदों के लिए लगभग पौने दो लाख आवेदन आए हैं।

कई जिलों में तो एक-एक पद के लिए 400 आवेदन आए। ऎसे में हाईकोर्ट ने इन भर्तियों पर नियम बनने तक रोक के आदेश दिए हैं।

कोर्ट के इस फैसले से हजारों बेरोजगार युवाओं के सपने को बचाया जा सकेगा। अजमेर में पिछले साल चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की भर्ती में कई अनियमितताएं सामने आई थीं।

वकीलों ने पिछले दिनों हाईकोर्ट द्वारा जयपुर में न्यायाधीश मोहम्मद रफीक की अध्यक्षता में गठित शिकायत निवारण कमेटी के समक्ष बिना नियम भर्ती पर सवाल उठाए थे।

इस पर हाईकोर्ट प्रशासन ने नियम बनने के बाद ही भर्ती करने का फैसला किया है। अधिकृत तौर पर भर्ती रोकने का कारण बड़ी संख्या में आवेदन बताया जा रहा है। 
class iv recruitment stop in rajasthan

शुल्क नहीं पर खर्च 500 रूपए
परीक्षा में शुल्क नहीं रखा गया, लेकिन फोटोस्टेट, डाक टिकट व फोटो सहित प्रत्येक अभ्यर्थी को 100 से 150 रूपए खर्च करने पड़े। आवेदन के साथ चार शपथ-पत्र भी लगे। इसे मिलाकर आवेदकों के कुल 500 रूपए तक खर्च हुए।

13-14 को होने थे साक्षात्कार
भर्ती के लिए जिला न्यायालयों ने 13 और 14 सितंबर को साक्षात्कार की तारीख तय की थी। अब इसके स्थगित होने की सूचना अभ्यर्थियों को दे दी है।

वकीलों ने जुलाई, 2014 में प्रतापगढ़ के छोटी सादड़ी स्थित अदालत में चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के चार पदों की भर्ती पर सवाल उठाया था। हाईकोर्ट के दखल के बाद इन पदों को भी अब इस भर्ती में जोड़ दिया गया है।

"कांग्रेस पहले 52 साल का हिसाब दे, इसके बाद हम देंगे"

भुसावर (भरतपुर)। "जनता ने जो विश्वास जताया है, उस पर हम खरा उतरेंगे। जनता की पीड़ा हमारी पीड़ा है। हर समस्या का समाधान करने का प्रयास होगा।"

यह बात मंगलवार को भुसावर के क्रीड़ा मैदान पर वैर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी गंगाराम कोली के समर्थन में आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नि:शुल्क दवा व पेंशन योजना को जारी रखा जाएगा और रोडवेज को बंद नहीं किया जाएगा। राशन की दुकानों का आधुनिकीकरण करने के साथ ही प्रदेश में 15 लाख युवाओं को रोजगार देने के लिए आजीविका मिशन के जरिये स्किल डवलपमेंट किया जाएगा। 
vasundhara raje address by election rally in bharatpur rajasthan

उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकार ने राज्य को पटरी से उतार दिया, हम उसे पटरी पर लाने के लिए प्रयास कर रहे हैं।

उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि कांगे्रस उनसे आठ महीने का हिसाब पूछ रही है, जबकि पिछले 52 वर्ष में कांग्रेस ने क्या किया, पहले कांग्रेस को उसका हिसाब देना चाहिए, इसके बाद हम देंगे।

गुर्जर आरक्षण पर सहयोग का आश्वासन
गुर्जर आरक्षण पर राजे ने कहा कि पिछली भाजपा सरकार ने पांच प्रतिशत की बात कही। इसके बाद कांग्रेस सरकार रही, लेकिन उसने ध्यान नहीं दिया। मौजूदा सरकार केन्द्र सरकार को लिखकर हक दिलाने में सहयोग करेगी।

चुनाव का माहौल देखने आई हूं
मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि मैं यहां कोटा दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के उप चुनाव का केवल माहौल देखने आई हूं। चारों सीटों पर अच्छा माहौल चल रहा है। राजे ने मंगलवार को हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही।

वे यहां भाजपा प्रत्याशी संदीप शर्मा के समर्थन में चुनावी सभा को सम्बोधित करने आई थीं। राजे ने यहां सांसदों व विधायकों से संक्षेप में उप चुनाव के बारे में फीडबैक लिया।

अब कोटा संभाग जाएगी सरकार
राज्य सरकार अब कोटा संभाग के दौरे पर जाएगी। यह दौरा संभवतया 4 से 11 अक्टूबर तक रहेगा। सूत्रों के अनुसार दौरे के लिए राज्य सरकार ने इस बारे में स्वीकृति दे दी है।

भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद यह चौथा संभाग है, जहां सीएम, मंत्री और आला अधिकारी मौके के हालात देखेंगे। 

दोस्तों के साथ मिलकर पति ने बीवी से किया गैंगरेप


टोंक। राजस्थान के टोंक जिले के मेहदंवास थानान्तर्गत नया गांव उर्फ अहमदपुरा के जंगल में मवेशियों को चरा रही विवाहिता के साथ सोमवार को पति व उसके दो दोस्तों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। 

इसकी रिपोर्ट मेहंदवास थाने में मंगलवार को दर्ज कराने के बाद पुलिस ने शाम को पति सहित तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। 

पुलिस ने बताया कि नयागांव उर्फ अहमदपुरा निवासी पीडिता का ससुराल खाजपुरा थाना नैनवां जिला बूंदी में है। 

सोमवार दोपहर उसका पति अपने दोस्त चतरपुरा थाना उनियारा निवासी संजय व लोकेश के साथ बाइक पर आया और पीडिता के साथ मारपीट करने लगा। 

बाद में पति समेत दोनों दोस्तों ने पीडिता के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। इसकी जानकारी पीडिता ने परिजनों को दी।