बुधवार, 6 अगस्त 2014

लुधियाना 27 घंटों में जालिम एक बार भी न पिघले!

लुधियाना: हमारे समाज में बेटियों को अपने ससुराल में दहेज के कारण तरह-तरह के ताने सुनने को मिलते हैं, परन्तु कई बार तो यह दहेज के लोभी बेटियों पर जुल्म की हद ही कर देते है। ऐसा ही एक मामला उस समय सामने आया, जब इंसाफ के लिए एक महिला पुलिस की मिन्नतें करती दिखा। जानकारी के मुताबिक, इस नव विवाहिता हरजिंदर कौर का विवाह पांच महीने पहले बी. आर. एस. नगर के एनआरआई नौजवान के साथ हुआ था। विवाह के बाद ही हरजिंदर के ससुराल वाले उसे दहेज के लिए तंग करने लगे। 27 घंटों में जालिम एक बार भी न पिघले!
पीड़िता ने दिल्ली जाकर अपने माता-पिता की मदद से अपने ससुराल वालों के खिलाफ 22 जनवरी को केस दर्ज करवाया। इसके बाद कुछ लोगों की मदद से उसका ससुराल वालों के साथ समझौता करवा दिया और उसका पति भी मान गया कि वह हरजिंदर को दहेज के लिए परेशान नहीं करेगा। पीड़िता ने बताया कि करीब एक महीने तक उसका पति उसके साथ दिल्ली में ही रहा। उसने आरोप लगाया कि 7 मई को जब एफआईआर रद्द हुई तो उसके बाद उसका पति उसे छोड़कर लुधियाना भाग गया।

उसने बताया कि वह भी उसके पीछे लुधियाना आ गई। हरजिंदर का कहना है कि जैसे ही वह ससुराल घर पहुंची तो उसके ससुराल वालों ने गेट नहीं खोला। वह अपने पिता के साथ 27 घंटों तक घर के बाहर ही रोती -बिलखती रही। परन्तु जालिम ससुराल वालों को एक बार भी तरस न आया। इसके बाद हरजिंदर ने कंट्रोल रूम में फोन किया। उसने बताया कि जब तक पुलिस उसके ससुराल वालों को गिरफ्तार करने आई, तब तक वह फरार हो चुके थे। फिलहाल पुलिस ने पीड़िता के बयान दर्ज कर भरोसा दिलाया है कि दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

क्यों गणेश जी ने ठुकरा दिया तुलसी माता के विवाह का प्रस्ताव



देवी ने दिया था गणेश जी को विवाह प्रस्ताव। था देवी माता का विवाह प्रस्ताव। क्यों गणेश पूजा में तुलसी का भोग वर्जित है। क्यों एकदूसरे के श्राप से पीड़ित है तुलसी और गणेश। कैसे बनी देवी तुलसी एक पौधा।

सनातन धर्म में तुलसी माता घर-घर पूजी जाती हैं। जगन्नाथ भगवान श्री कृष्ण को तुलसी के बिना भोग ही नहीं लगता। हिंदू धर्म में तुलसी को सर्वाधिक पवित्र तथा माता स्वरुप माना जाता है। आयुर्वेद की दृष्टि से भी तुलसी को औषधीय गुणों वाला पौधा माना जाता है तथा इसे संजीवनी की संज्ञा दी गई है। शास्त्रों में तुलसी को मां लक्ष्मी कहकर पुकारा गया है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी तुलसी के पत्तों का सेवन अनेक रोगों के उपचार में काम आता है। अनेक ग्रंथो में भी तुलसी की महिमा का बखान हुआ है।




परंतु क्या आप जानते हैं के विष्णु प्रिया तुलसी को भगवान गणेश की पूजा में निषेध क्यों माना गया है। आज के विशेष लेख में हम अपने पाठकों को श्री गणेश और तुलसी के बीच पौराणिक काल के तथ्यों को बता रहे हैं। पद्मपुराण के श्लोक के अनुसार

'न तुलस्या गणाधिपम्‌'

अर्थात तुलसी से गणेश जी की पूजा कभी न की जाए। कार्तिक माहात्म्य के इस श्लोक के अनुसार

'गणेश तुलसी पत्र दुर्गा नैव तु दूर्वाया'

अर्थात गणेश जी की तुलसी पत्र और दुर्गा जी की दूब से पूजा न करें। पवित्र तुलसी के गणेश पूजन में निषेध को लेकर शास्त्रों में एक दृष्टांत मिलता है।




पौराणिक काल में गणेश जी गंगा तट पर तपस्या में विलीन थे। इसी कालावधि में धर्मात्मज की नवयौवना कन्या तुलसी ने विवाह की इच्छा लेकर तीर्थ यात्रा पर प्रस्थान किया। देवी तुलसी सभी तीर्थस्थलों का भ्रमण करते हुए गंगा के तट पर पंहुची। गंगा तट पर देवी तुलसी ने युवा तरुण गणेश जी को देखा जो तपस्या में विलीन थे। शास्त्रों के अनुसार तपस्या में विलीन गणेश जी रत्न जटित सिंहासन पर विराजमान थे। उनके समस्त अंगों पर चंदन लगा हुआ था। उनके गले में पारिजात पुष्पों के साथ स्वर्ण-मणि रत्नों के अनेक हार पड़े थे। उनके कमर में अत्यन्त कोमल रेशम का पीताम्बर लिपटा हुआ था।

देवी तुलसी का मन गणेश जी की और मोहित हो गया। तब देवी तुलसी ने गणेश जी का ध्यान अपनी और आकर्षित करने हेतु उपहास किया। इस कृत्य से गणेश जी का ध्यान भंग हो गया। गणेश जी ने तुलसी से उनका परिचय मांगा तथा उनके आगमन का कारण पूछा।

इस पर गणेश जी ने देवी तुलसी से कहा के, तपस्या में विलीन किसी ब्रह्म योगी का ध्यान भंग करना अशुभ होता है तथा तुलसी द्वारा किए गए इस कृत्य को अमंगलकारी बताया। तुलसी की विवाह की मंशा जानकर गणेश जी ने स्वयं को ब्रह्मचारी बताकर देवी तुलसी के विवाह प्रस्ताव को ठुकरा दिया।

देवी तुलसी विवाह आवेदन ठुकराए जाने पर गणेश जी से रुष्ट हो गई तथा तुलसी ने क्रोध में आकार गणेश जी को श्राप दे दिया के उनके दो विवाह होंगे। श्रापित गणेश जी तुलसी से कुपित हो उठे और उन्होंने भी देवी तुलसी को श्राप दे दिया। गणेश जी ने तुलसी को श्राप दिया की तुलसी की संतान असुर होगी तथा असुरों द्वारा कुपित हो कर वृक्ष बन जाएगी। एक राक्षस की मां तथा वृक्ष बनने का श्राप सुनकर तुलसी व्यथित हो उठी तथा उन्होंने गणेश जी से क्षमा मांगते हुए उनकी वंदना की।

तुलसी की वंदना सुनकर गणेश जी शांत हो गए तथा उन्होंने तुलसी से कहा की भगवान श्री कृष्ण तुम्हारा कल्याण करेंगे और आपका यह दोष अमंगलकारी न हो। तब गणेशजी ने तुलसी से कहा कि तुम्हारी संतान असुर शंखचूर्ण होगा। गणेश जी ने कहा के हे तुलसी तुम वृक्ष के रूप में नारायण और श्री कृष्ण को प्रिय होगी तथा कलयुग में विश्वकल्याण हेतु मोक्षदायिनी देव वृक्ष के रूप पूजी जाएंगी परंतु मेरे पूजन में तुम्हारा प्रयोग निषेध होगा। तब से ही भगवान श्री गणेश जी की पूजा में तुलसी वर्जित मानी जाती है।

साभार आचार्य कमल नंदलालईमेल: kamal.nandlal@gmail.com

मंगलवार, 5 अगस्त 2014

बाड़मेर बरसाती गड्डे में डूबने से दो बच्चों की मौत ,क्षेत्र में दूसरी घटना

बाड़मेर बरसाती गड्डे में डूबने से दो बच्चों की मौत ,क्षेत्र में दूसरी घटना 


बाड़मेर पश्चिमी राजस्थान के सरहदी जिले बाड़मेर के बालोतरा उप खंड में बरसती पानी से भरे गड्डे जानलेवा साबित हो रहे हे ,दस दिन में दूसरी घटना घटित हुई जिसमे दो मासूम बच्चे डूबने से मौत का शिकार हो गए ,दस रोज पूर्व भी भाई बहिन बरसती गड्डे में डूबने से काल के गाल में शमा गए थे ,सूत्रानुसार कितपाल गांव में पहाड़ी के आस पास गत दिनों हुई बारिश के चलते गड्डो में पानी भर गया ,गांव  के दो मासूम मंगलवार को खेल खेल में इसमे गिर गए।  जिससे  शिकार हो गए ,एक ही परिवार के दोनों बच्चों की मौत से गांव परिवार में मातम छा गया ,जिला प्रशासन बरसती गड्डो को भरवाने का कोई इंतज़ाम नहीं कर प् रही हैं जिससे आये दिन हादसे हो रहे हैं 

उपखंड के सिणली जागिर इलाके के कितपाला क्षेत्र मे दोपहर को बरसाती पानी से भरे गड्ढे में डूब जाने से दो सगे मासुम भाईयो की मोत हो गई। दोनो भाई स्कुल की छुट्टी होने केे बाद घर लोट रहे थे। रास्तें मे बरसाती पानी के पास से गुजरने के दोरान दोनो के पेर फिसल गये जिससे दोनो पानी में समा गये। हादसे में अषोक व पुखराज पुत्र भुराराम जोगी दोनो की मोत हो गई। दोनो की उम्र करीब 8-9 वर्ष है। हादसे के बाद सिणली जागिर गांव में शोक का माहोल है। गोरतलब है कि करीब 15 दिनो पहले भी गांव में इसी प्रकार के हादसे ने तीन सगे भाईयो को लील लिया था। हादसे की जानकारी मिलने पर उपखंड अधिकारी उदयभानु चारण मय पुलिस जाब्ते के मोके पर पहुचे ओर शवो का बाहर निकलवाया। जानकारी के अनुसार सिणली जागिर इलाके में लंबे समय से रेत ओर ग्रेवल का अवेध खनन हो रहे है। खनन से पूरे इलाके में गड्ढे हो गये है ंउन गड्ढो में बरसाती भर गया है। अवेध खनन से बने गड्ढे गांव के नोनिहालो के लिये मोत के सबब बन रहे है। ग्रामीणो ने अनेक बार प्रषासन ओर खनन विभाग केा षिकायत करके अवेध खनन को रूकवाने की मांग की थी पर कोई कार्रवाई नही हो रही है। सरकारी तंत्र की उदासीनता क्षेत्र के मासूमो ओर लोगो के लिये खतरा बन रही है।

बेटी की बुकः मनमोहन को नहीं था 2009 में जीत का भरोसा



नई दिल्ली। संजय बारू और नटवर सिंह के बाद अब कांग्रेस को एक और किताबी धक्का लगने वाला है। कांग्रेस की परेशानी बढ़ाने के लिए एक और किताब जल्द ही सामने आएगी। यह किताब लिखी है पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की बेटी दमन सिंह ने। उन्होंने लिखा है कि राहुल गांधी ने जब दागी सांसदों से जुड़े अध्यादेश को फाड़ने की बात की थी तो उनके पिता को काफी दुख हुआ था।


पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की बेटी दमन सिंह की आने वाली किताब को लेकर आने वाली खबरें कुछ ऐसी ही हैं। दमन सिंह ने इस किताब में लिखा है कि उनके पिता को राजनीति में खास दिलचस्पी नहीं थी। उनको इस बात पर भी भरोसा नहीं था कि वे 2009 का चुनाव जीत जाएंगे। दमन सिंह ने लिखा है कि उनके पिता को दुख तब हुआ जब राहुल गांधी ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि अध्यादेश फाड़ देना चाहिए।

यह अध्यादेश दागी सांसदों को राहत वाला था। माना जा रहा था कि इससे लालू यादव सरीखे कुछ सजायाफ्ता सांसदों को सीधा लाभ होगा। हालांकि उस समय मनमोहन सिंह ने इस्तीफा नहीं दिया था लेकिन राहुल की छवि पर असर पड़ा था।

दमन ने अपनी किताब "Strictly Personal, Manmohan and Gursharan" में लिखा है कि कांग्रेस पार्टी में उनके पिता ने काफी विरोध झेला है। दमन ने लिखा है कि उनके पिता मनमोहन सिंह न तो शातिर राजनेता थे और न सौदेबाज राजनेता थे। दमन का कहना है कि पार्टी के नेताओं की हरकतों से मनमोहन सिंह कई बार आहत हुए, लेकिन वो एक मजबूत इंसान हैं और इन सब मुश्किलों से आसानी से उबर गए।

इस समय कांग्रेस का एक खेमा राहुल की जगह प्रियंका गांधी को आगे लाने की मांग कर रहा है। ऐसे में दमन सिंह की नई किताब कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति में नई हलचल घोल सकती है।

इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज का ऐलान, युवाओं को मौका

नई दिल्ली
इंग्लैंड के खिलाफ 5 वनडे की सीरीज और एक टी20 मैच के लिए भारतीय टीम का ऐलान कर दिया गया है। वनडे टीम से युवराज सिंह को बाहर किया गया है जबकि चोटिल होने की वजह से इशांत भी जगह नहीं बना सके हैं। टीम चयन में सिलेक्टर्स ने युवा खिलाड़ियों पर दांव खेला है।
युवराज टीम से बाहर, तीन नए खिलाड़ी शामिल
ऑस्ट्रेलिया में लिस्ट-ए मैचों 4 मैचों की सीरीज में शानदार प्रदर्शन करने वाले केरल के युवा बल्लेबाज संजू सैमसन और लेग स्पिन गेंदबाज एवं हरफनमौला कर्ण शर्मा को टीम में जगह दी गई है। इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में 3 नए चेहरों को मौका मिला है। इनमें संजू सैमसन, कर्ण शर्मा के अलावा धवल कुलकर्णी भी शामिल हैं।

भारतीय टीम में महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), विराट कोहली, शिखर धवन, रोहित शर्मा, अंजिक्य रहाणे, सुरेश रैना, रवींद्र जडेजा, आर. अश्विन, स्टुअर्ट बिन्नी, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद समी, मोहित शर्मा, अंबाती रायूडु, उमेश यादव, धवल कुलकर्णी, संजू सैमसन (विकेट कीपर) और करण शर्मा शामिल हैं।

तीन और जजों ने किया था ग्वालियर की महिला जज का उत्पीड़न!

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के न्यायाधीश एसके गंगेले पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली ग्लावियर की पूर्व अतिरिक्त जिला एवं सेशन जज ने दावा किया है कि तीन अन्य जजों को उसकी कोर्ट में रोज मर्रा की बैठकों में हस्तक्षेप कर कथित उत्पीड़न के लिए उकसाया गया था। Three other judges abetted harassment, claims ex-Gwalior district judge
एक अंग्रेजी समाचार पत्र की रिपोर्ट के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश आरएम लोढ़ा और अन्य न्यायाधीशों को भेजी आठ पन्नों की शिकायत में महिला जज ने आरोप लगाया है कि उसका उत्पीड़न उस वक्त और बढ़ गया था जब दो न्यायाधीशों का अप्रेल 2014 में ग्वालियर की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में ट्रांसफर किया गया था। न्यायाधीश गेंगेले ने उन दोनों न्यायाधीशों को यातना देने के लिए इस्तेमाल किया था। सवालों के घेरे में आया तीसरा जज डिस्ट्रिक्ट रजिस्ट्रार है।

शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि गेंगेले के निर्देश पर दो जजों ने उसकी अदालतों का असामान्य तरीके से बार बार निरीक्षण शुरू कर दिया। ये जज कोर्ट शुरू होने के कुछ मिनट बाद,नियमित और कुछ घंटों के भीतर निरीक्षण शुरू कर देते थे। यहां तक की लंच के दो मिनट पहले,लंच के एक मिनट बाद और कोर्ट की राइजिंग के पांच मिनट पहले भी निरीक्षण करते थे।

महिला जज का दावा है कि निरीक्षण के बावजूद उसकी कोई गलती नहीं पाई गई। बैकलॉग को पूरा करने के लिए उसने अदालत का समय बढ़ा दिया था। महिला जज का आरोप है कि इन जजों का इरादा उस वक्त स्पष्ट हो गया जब वह ऑफिस के लिए फुल टाइम चपरासी के अनुरोध को लेकर एक जज से मिली थी। बकौल महिला जज,उस न्यायाधीश ने मुझसे कहा कि मैं तुम्हारी मदद नहीं कर सकता। अगर तुम्हें कुछ चाहिए तो गंगेले से मिल लो। इससे मेरे अनावश्यक उत्पीड़न की वजह स्पष्ट हो गई।

मेरे वरिष्ठ मेरे संकल्प को तोड़ने और मुझे दबाने और झुकाने के लिए ऎसा कर रहे थे। इसके बावजूद मैंने गंभीरता के साथ अपना काम जारी रखा और गंगेले की दुष्ट डिमांग की गुफा में नहीं फंसने का फैसला किया। अपनी शिकायत में महिला जज ने दावा किया है कि वह अपने पति के साथ हाईकोर्ट की जबलपुर पीठ के मौजूदा न्यायाधीश से मिली थी। उन्होंने आश्वासन दिया था कि वे गंगेले से बात करेंगे।

सिधी ट्रांसफर किए जाने के बाद 15 जुलाई को महिला जज ने इस्तीफा दे दिया था। महिला जज का आरोप है कि तीन जजों के कारण उसका ट्रांसफर किया गया था। महिला जज ने दावा किया कि तीनों न्यायाधीशों ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को निराधार,तुच्छ और दुर्भावनापूर्ण रिपोर्टिग की। जब रजिस्ट्रार ऑफ जनरल ने आठ महीने की मियाद बढ़ाने से इनकार कर दिया तो महिला जज के पास गंगेले के पास जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। उस वक्त गंगेले प्रशासन के इंचार्ज थे।

महिला जज ने आरोप लगाया कि गंगेले ने उससे कहा कि मेरी आकांक्षाओं को पूरा नहीं करने और बार भी उनके बंगले पर अकेले नहीं आने के कारण ट्रांसफर किया जा रहा है। महिला जज ने दावा किया है कि जबलपुर पीठ के जज ने सलाह दी थी कि अन्य जिले में ट्रांसफर पर पुर्नविचार के लिए अन्य अभिवेदन फाइल करें। महिला जज को हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के पास नियुक्ति की मांग करने की भी सलाह दी गई थी।

महिला जज का दूसरा अभिवेदन भी खारिज कर दिया गया और मुख्य न्यायाधीश के दफ्तर ने नियुक्ति से इनकार कर दिया। ऎसा इसलिए हुआ क्योंकि अपराधकर्ता बहुत शक्तिशाली था। पीठ का प्रशासनिक जज होने के कारण वह मुझे हानि पहुंचा सकता था। मुझे सुनवाई का भी मौका नहीं मिला। उस जज के बारे में कल्पना कीजिए जो विशाखा समिति का हिस्सा होने के बावजूद न्याय नहीं पा रही थी। -  

कानपुर।ज्योति की डायरी में है हनीमून की दुखद दास्तां

कानपुर।ज्योति की डायरी में है हनीमून की दुखद दास्तां

कानपुर। ड्यू टू हर... इन शब्दों ने बहुचर्चित ज्योति हत्याकांड में कानपुर पुलिस के कई सवाल हल कर दिए हैं क्योंकि इन शब्दों से ज्योति के पति पीयूष के उसकी प्रेमिका से सम्बन्धों के पुख्ता सबूत मिल रहे हैं।
jyoti Dasani murder case, evidence in jyoti diary

हाई प्रोफाइल मर्डर की शिकार ज्योति देसानी की डायरी से पुलिस मुतमुईन है कि अब वह हत्यारों को सजा दिलाने में सफल रहेगी। पुलिस उपमहानिरीक्षक आरके चतुर्वेदी ने बताया कि डायरी में उसने अपना सर्वाधिक पीड़ादायक समय हनीमून को बताया है जिसमें 12 दिन वह अपमान और पीड़ा के असीम दौर से गुजरी है।

चतुर्वेदी के अनुसार ज्योति ने लिखा है.. हनीमून के समय पीयूष मुझे एयरपोर्ट पर दो घंटे अकेला छोड़कर कहीं चला गया था और वापस आने पर बताया कि वह अपने मित्र से व्यापार के सिलसिले में चैटिंग के लिए गया था। -  

लंदन।कैंसर से लड़ने में मिली बड़ी कामयाबी

लंदन। लंबे समय से मेडिकल की दुनिया को लोहा दे रहा कैंसर अब कमजोर पड़ सकता है।
scientists of britain found anti cancer artificial molecule

वैज्ञानिकों ने कैंसर को मात देने के लिए एक दमदार आर्टिफिशियल मॉलेक्यूल तैयार कर लिया है।

वैज्ञानिक लंबे समय से इस मॉलेक्यूल को तैयार करने में लगे थे। अथक परिश्रम के बाद वैज्ञानिकों को आखिरकार कामयाबी मिल ही गई।

ये ऎंटि कैंसर मॉलेक्यूल वैसे ही काम करते हैं, जैसे कि शरीर में कुदरती तौर पर मौजूद पेप्टाइड कैंसर और इन्फेक्शन को रोकने में अपनी भूमिका निभाते हैं।

लैब टेस्ट में कोलन कैंसर की कोशिकाओं को रोकने में ये आर्टिफिशल मॉलेक्यूल अपनी क्षमता दिखा चुके हैं।

ब्रिटेन की वॉरविक यूनिवर्सिटी के प्रफेसर पीटर स्कॉट और ब्रैडफर्ड के इंस्टिट्यूट फॉर कैंसर थेरेपेटिक्स के प्रफेसर रोजर फिलिप्स की टीम ने ऎसा तरीका खोजा है।

जिसके जरिए इन पेप्टाइड्स को न सिर्फ मिनट भर में, बल्कि बिना महंगी मशीनों के इस्तेमाल के बड़ी तादाद में पैदा किया जा सकता है।

शाहपुरा में कुरान जलाने से फैला तनाव

भीलवाड़ा। राजस्थान में भीलवाडा जिले के शाहपुरा कस्बे में मंगलवार को एक धार्मिक स्थल एवं पवित्र पुस्तक को क्षति पहुुंचाने को लेकर तनाव उत्पन्न हो गया लेकिन स्थिति नियंत्रण में बताई गई हैं।
tension spread in bhilwara due to religious sites damaged

पुलिस सूत्रों के अनुसार अज्ञात सामाजिक कटकों द्वारा शाहपुरा-जहाजपुर सडक मार्ग पर स्थित दरगाह तथा पवित्र पुस्तक कुरान को आग लगाकर आंशिक रूप से क्षति पहुंचाने को लेकर कस्बे में तनाव फैल गया।

घटना की जानकारी सुबह तब लगी लब लोग नमाज के लिए दरगाह पहुंचे। घटना की जानकारी मिलने पर क्षेत्र के लोग विरोध में एकत्रित होने लगे तथा सरकार विरोधी नारेबाजी शुरू कर दी।

सूत्रों ने बताया कि तनाव बढते देख आस पास से अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर स्थिति पर नियंत्रण किया। जिला प्रशासन एवं पुलिस के उच्चाधिकारी मौके पर पहुंच कर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। पुलिस ने इस संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। दरगाह में पवित्र स्नान के बाद जली हुई चादर को बदल दिया गया है।

आल्वा का कार्यकाल पूरा, राम नाइक को अतिरिक्त कार्यभार -

जयपुर। राजस्थान की राज्यपाल माग्रेट आल्वा का प्रदेश में मंगलवार को कार्यकाल पूरा हो गया।
margaret alva term complete up governor additional charge rajasthan Governor

आल्वा की जगह उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।

प्रदेश में स्थाई व्यवस्था होने तक नाइक अपने दायित्व के साथ राजस्थान के राज्यपाल पद का भी कामकाज भी देखेंगे।

आल्वा ने राजभवन में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मैंने कर्नाटक में रहते हुए पांचवीं तक कन्नड़ भाषा ही पढ़ी। अंग्रेजी भी छठी से पढ़ना शुरू किया।

जब मैं राजस्थान आई थी तो हिंदी नहीं जानती थी। आज हिंदी अच्छी हो गई है। उन्होंने कहा कि हिंदी और कन्नड़ के साथ कोंकणी, तमिल और अंग्रेजी पर कमांड हासिल कर लिया है।

राज्यपाल आल्वा ने कहा कि गहलोत और वसुंधरा राजे सरकार के साथ काम करने का मौका मिला। आल्वा ने कहा कि दोनों सरकारों में मुझे काम करने में मजा आया।

आल्वा ने 12 मई 2012 को राजस्थान के राज्यपाल के पद की शपथ ली थी, इससे पहले वो उत्तराखंड की राज्यपाल थी। आल्वा को दोपहर को रामबाग पैलेस होटल में राजकीय भोज दिया गया।

शाम चार बजे गार्ड ऑफ ऑनर देते हुए एयरपोर्ट से विदाई दी गई। इससे पहले राज्यपाल आल्वा ने प्रदेश में कार्यकाल के अंतिम दिन सुबह सामान्य दिनों की तरह शुरूआत की। सुबह प्रार्थना करने के बाद राजभवन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों से चर्चा की। अधिकांश समय परिजनों के साथ ही बिताया। -  

धर्मपुत्र के फेसबुक पोस्ट ने खोली पीएम मोदी की पोल!

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नेपाल यात्रा पर अपने धर्मपुत्र को उसके मां-बाप से मिलाने पर काफी खिल्ली उड़ाई जा रही है।
reunion of jeet bahadur by narendra modi exposed on facebook

दअरसल धर्मपुत्र के फेसबुक पोस्ट ने पीएम की पोल खोल दी है।

जीत बहादुर के लिए खुद पीएम मोदी ने ट्वीट कर इस बात की खुशी जाहिर की थी कि जीत बहादुर अपने परिवार वालों से मिल पाएगा।

लेकिन जीत बहादुर के फेसबुक अकाउंट ने मोदी की पोल खोल दी।

दरअसल, जीत बहादुर अपने परिजनों से ना सिर्फ संपर्क में था बल्कि दो साल पहले ही उनसे मिलकर आ चुका है।

जीत बहादुर ने फेसुबक पर दो साल पहले ही अपने परिजनों से मिलने की फोटो शेयर कर चुका है।

अगस्त 2012 के जीत के कुछ फोटो है जो उनके गांव नवलपारसी जिले के है।

जीत ने फेसबुक पर फोटो कैप्शन लिखा था, "हे फे्रंड्स, आज मैं बहुत खुश हूं क्योंकि मैं अपने घर नेपाल पहुंच चुका हूं।"

वहीं पीएम मोदी ने नेपाल यात्रा से पहले ट्वीट किया था कि वे अपने साथ जीत बहादुर को लेकर जा रहे है ।

जीत बहादुर को अब अपने परिवार वालों से मिलने का मौका मिलेगा।

गौरतलब है कि मोदी की दो दिवसीय नेपाल यात्रा पर अपने धर्मपुत्र जीत बहादुर को साथ में नेपाल लेकर गए थे। जीत बहादुर मोदी को तब मिला था जब वो 10 साल का था। मोदी उस वक्त गुजरात के मुख्यमंत्री थे। मोदी ने जीत बहादुर की पढ़ाई लिखाई का सारा खर्चा उठाया था। - 

जोधपुर विधि विश्वविद्यालय देश में पांचवें स्थान पर

जोधपुर विधि विश्वविद्यालय देश में पांचवें स्थान पर


नई दिल्ली। केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने सोमवार को राज्यसभा में बताया कि राजस्थान के जोधपुर स्थित राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय को लीगल इंडिया डाट कॉम, बार एंड बेच पोर्टल और क्लेट पॉस्बिल द्वारा किए गए सर्वेक्षण में अखिल भारतीय स्तर पर पांचवां स्थान दिया गया है। वहीं 2013 के एक सर्वेक्षण में आईआईटी जोधपुर को 44वीं रैंक मिली है।
law university in jodhpur ranked fifth in the nation

ईरानी ने आईआईटी जोधपुर और राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (एनएलयू) के संबंध में राज्यसभा सांसद नारायण लाल पंचारिया के पूछे गए सवाल के जवाब में बताया कि मंत्रालय शिक्षा के स्तर को उठाने के लिए वित्तीय सहायता के साथ ही प्रशासनिक सहायता मुहैया कराते हुए आईआईटी जोधपुर सहित नए आईआईटी की प्रगति की लगातार समीक्षा कर रहा है।

12,250 किमी सड़को का निर्माण
राजस्थान में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से संबंधित सवाल का जवाब देते हुए ग्रामीण विकास राज्यमंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने बताया कि वर्ष 2009-10 से वर्ष 2013-2014 के बीच राज्य में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत करीब 12 हजार 250 किमी सड़कें बनाई गई हैं।

सूखे पर केन्द्र सजग
कुशवाहा ने पंचारिया के एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि केन्द्र सरकार सूखे की स्थिति को लेकर सजग है। सभी राज्यों को निर्देश दिए हैं कि राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के अन्तर्गत राज्यों को प्रचालन एवं रख-रखाव के लिए दी गई निधि के 15 प्रतिशत का उपयोग सूखे को कम करने के लिए विभिन्न उपायों पर करें। - 

पोकरण परिजन गए थे दावत में, नाबालिग का अपहरण कर दुष्कर्म

Kidnap and rape of minorपोकरण। क्षेत्र के फलसूण्ड थानांतर्गत दांतल ग्राम पंचायत के गड़ेलीकुंआ गांव में एक नाबालिग बालिका के अपहरण करने व दुष्कर्म करने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार गड़ेलीकुंआ निवासी एक व्यक्ति ने फलसूण्ड थाने में रिपोर्ट पेश कर बताया कि गत तीन दिन पूर्व वह तथा उसकी पत्नी एक जगह दावत मे खाना खाने गए हुए थे। पीछे उसकी 14 वर्षीय पुत्री घर पर थी। खाना खाने के बाद रात्रि नौ बजे वापिस घर आए, तो उसकी पुत्री घर पर नहीं थी।



Kidnap and rape of minor



इधर उधर तलाश की, तो घर से कुछ दूरी पर एक मोटरसाइकिल के टायरों के निशान पाए गए। मोबाइल से इधर उधर पूछताछ की, तो पता लगा कि उसकी पुत्री को गुंदाला निवासी आमदीन अपहरण कर मंगोणियो की ढाणी स्थित एक नलकूप पर ले गया है, जो उसके काश्त के लिए किराए पर लिया हुआ है। जिस पर वह लोगों के साथ मंगोणियो की ढाणी गया, तो उसकी लड़की आमदीनखां के उस नलकूप पर मिली। यहां आमदीन, उसका पिता माधलखां व मां भी उपस्थित थे। वे अपनी बेटी को लेकर गांव रवाना हुए तथा उससे जब पूछताछ की, तो उसने बताया कि रात्रि में छह बजे बाद आमदीन उसके घर आया तथा तुम्हारी मां बीमार है, ऎसा कहकर मोटरसाइकिल पर बिठाकर ले गया।

आमदीन कुछ दूरी पर ले गया। यहां सफेद रंग की बंद बोलेरो खड़ी थी। जिसमें खेजड़ली निवासी हनीफखां, आसामखां बैठे थे। मुझे भी उस गाड़ी में बिठा दिया तथा उसे दांतल फांटा ले गए। यहां एक आसमानी रंग की बोलेरो कैम्पर गाड़ी खड़ी थी, जिसमें रफीकखां नामक युवक भी बैठा था। इन्होंने मुझे सफेद बोलेरो से आसमानी रंग की दूसरी बोलेरो गाड़ी में बिठा दिया तथा आमदीन के नलकूप ले गए। पुलिस ने नाबालिग के अपहरण व दुष्कर्म का मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

की जा रही है जांच
मामला दर्ज कर उसकी जांच की जा रही है। मजिस्ट्रेट के समक्ष 164 में पीडिता के बयानों के अनुसार उसका मेडिकल करवाकर जांच की जाएगी। बंशीलाल स्वामी जांच अधिकारी व पुलिस उपाधीक्षक, नाचना। -

लखनऊ।अश्लील हरकतें करतीं 3 लड़कियों समेत 12 अरेस्ट

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पाश इलाके गोमतीनगर में पुलिस ने सोमवार को एक अपार्टमेंट में हंगामा और अश्लील हरकतें करने के आरोप में तीन लड़कियों समेत 12 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
three girls including 12 boy arrsted for creating nuisance and misbehaving

पुलिस के अनुसार अपार्टमेंट के निकट रहने वाले निवासियों ने शिकायत की थी कि अपार्टमेंट में कुछ लड़के और लड़कियां हंगामा और अश्लील हरकतें कर रहे हैं।

पुलिस ने मौके पर पहुंच कर तीन लड़कियों और नौ युवकों को हिरासत में लिया। इस सिलसिले में कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

ट्यूशन देने वाले लड़के ने करा रेप

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में एक लड़के ने पढ़ाने के बहाने घर बुलाकर एक बालिका के साथ बलात्कार किया और बेहोश होने पर घर के बाहर छोड़कर फरार हो गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार असन्धर क्षेत्र में महमूदपुर निवासी 16 वर्षीय लड़के ने रविवार शाम पड़ोस की रहने वाली आठ वर्षीय बालिका को अपने घर पढ़ाने के बहाने बुलाया और उसके साथ दुराचार किया। बालिका को बेहोशी की हालत में घर के बाहर फेंक दिया था। घरवालों ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है तथा बालिका को चिकित्सा परीक्षण के लिए भेजा है। - 

थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती की खुली पोल, बेरोजगारों से छलावा -

जयपुर। राजस्थान लोकसेवा आयोग में भ्रष्टाचार के खुलासों के बीच प्रशिक्षित बेरोजगारों के लिए एक और झटका देने वाली खबर है। मामला जून, 12 में आयोजित तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा से जुड़ा हुआ है।
many mistake third grade teacher tecruitment 2012

परीक्षा परिणाम जारी होने के दो साल बाद अब इसकी उत्तर कुंजी और पेपर जारी किए गए हैं। इसमें पहली नजर में ही भारी गड़बडियां सामने आ रही हैं। कई सवाल ऎसे हैं जो कई जिलों के पेपर में दोहराए गए हैं।

ऎसे सवालों का अलग-अलग जिलों में अलग-अलग उत्तर माना गया है। जाहिर है कि इस आधार पर उत्तरपुस्तिका की जांच होने से गलत उत्तरों के अंक दिए हैं। पंचायती राज विभाग ने वेबसाइट पर 30 जुलाई से 8 अगस्त तक के लिए सभी छात्रों की ओएमआर शीट, सभी विषयों के प्रश्नपत्र व आंसर की जारी की है।

गलतियों के परिणाम में 2700 हो चुके हैं बाहर, अब हकीकत आई सामने
जून, 12 में 39000 पदों के लिए 33 जिलों में एक ही दिन परीक्षा हुई थी। तब अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र नहीं दिए थे। अगस्त, 12 में परिणाम जारी हुआ तो विरोध शुरू हो गए। मामला उच्च न्यायालय में पहुंचा।

तब अगस्त, 13 में संशोधित परिणाम जारी हुआ था। इससे 2700 लोग नौकरी से बाहर माने गए थे। फिलहाल उन्हें उच्च न्यायालय से स्थगन आदेश मिला हुआ है। जिस आंसर की के आधार पर संशोधित परिणाम जारी हुआ था उसे अब जारी किया है।

जिन अभ्यर्थियों को बाहर किया है उनका कहना है कि पूरे राज्य में सभी जिलों की उत्तर कुंजियों में गलतियों की भरमार है। मामले की जांच हो, तो पूरा परिणाम एक बार फिर से पलट सकता है।

बारां जिला परिषद के 2 जून को हुए पेपर में सवाल

मानसून का अर्थ क्या है?
उत्तर - बारां में : ऋतुएं
जालौर में : स्थलीय पवन

वी आकार की घाटी का निर्माण होता है?
उत्तर - बारां में : हिमखंड से
जालौर में : बोनस अंक दिए

बीदासर किस जिले में है?
उत्तर - बारां में : झुंझुनूं
जालौर में : चूरू

क्षेत्रफल के आधार पर राजस्थान का सबसे छोटा जिला ?
उत्तर - बारां में : दौसा
उदयपुर में : चूरू
और ये उत्तर गलत

भारत की तटीय रेखा की लंबाई है?
बारां में : सही उत्तर माना है 7000 जबकि तथ्यों में 6000 किलोमीटर सही है।
अधिकांश विषयों के उत्तरों में गलतियों की भरमार है। ऎसे कई प्रश्न हैं

यह पारदर्शिता है...
आयुक्त, पंचायती राज विभाग राजेश यादव ने कहा, हमने अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए ही उत्तर कुंजी, ओएमआर शीट और प्रश्नपत्र ऑनलाइन किए हैं, क्योंकि इनके लिए राज्यभर में आरटीआई लग रही थी, अभ्यर्थी कोर्ट में जा रहे थे।

यह पारदर्शिता है। यदि उत्तरकुंजी में गलतियां होंगी तो अभ्यर्थी संबंधित जिला परिष्ादों में शिकायत कर सकते हैं, हम तथ्यों का अध्ययन कर नियमानुसार कार्रवाई करेंगे। -