गुरुवार, 3 अक्टूबर 2013

चारा घोटाले में लालू प्रसाद यादव को 5 साल की जेल, 25 लाख रुपये का जुर्माना



चारा घोटाले में आरजेडी अध्यक्ष और देश के पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव को पांच साल की सजा सुनाई गई है. रांची की बिरसा मुंडा जेल में बंद लालू ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये विशेष सीबीआई अदालत का फैसला सुना. फैसला सुनते हुए लालू काफी नाखुश दिखे. उन्होंने सजा पर विरोध जताया.
लालू प्रसाद यादव

इसके साथ ही, रशीद मसूद के बाद लालू की संसद सदस्यता भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक खत्म हो जाएगी. अगर ऊंची अदालत से भी लालू को राहत नहीं मिलती तो आगामी 6 सालों तक वह चुनाव भी नहीं लड़ पाएंगे.

लालू के अलावा घोटाले के दोषी जेडीयू सांसद जगदीश शर्मा और जगन्नाथ मिश्रा को चार साल की सजा सुनाई गई है.बीएन शर्मा और केएम प्रसाद को पांच साल जेल और डेढ़ करोड़ रुपये का जुर्माने की सजा सुनाई गई है.



वकील ने दी थी बतौर रेल मंत्री अच्छे काम की दलील
अदालत में लालू के वकील ने यह दलील देते हुए रहम की अपील की थी कि रेल मंत्री रहते हुए लालू ने अच्छा काम किया और देश के लिए काफी मुनाफा कमाया. वकील ने अदालत से यह भी कहा कि लालू 17 साल से मानसिक तनाव में रहे. उनकी उम्र भी काफी हो गई है और तबीयत भी ठीक नहीं रहती.



कोर्ट के बाहर मीडिया से बात करते हुए लालू के वकील ने कहा, 'अपराधी को जेल में रखने का मकसद उसमें सुधार लाना होता है. लेकिन लालू के साथ अब वैसी कोई बात नहीं हैं. इसलिए उन्हें जेल में रखने का फायदा नहीं है.'

दोषियों को सबक देने वाली हो सजा: CBI वकील
इसी मामले में आरोपी नेता जगन्नाथ मिश्रा के वकील ने भी उनकी उम्र और सेहत का हवाला देते हुए कम सजा मांगी थी.



लेकिन सीबीआई के वकील बीएमपी सिंह ने दोषियों के लिए कड़ी सजा की मांग की. उन्होंने कहा कि ऐसी सजा हो जिससे दोषियों को सबक मिले और समाज में कड़ा संदेश जाए. उन्होंने कोर्ट के सामने दलील दी कि यह सिर्फ भ्रष्टाचार का नहीं, व्यापक षडयंत्र का मामला है.

30 सितंबर को ही दोषी करार दिए गए थे लालू
17 साल पुराने चारा घोटाले में कुल 950 करोड़ रुपये की हेराफेरी हुई थी. इसमें लालू पर चाईबासा कोषागार से 37 करोड़ 70 लाख रुपये फर्जी ढंग से निकालने का मामला था, जिसमें कोर्ट ने उन्हें 30 सितंबर को ही दोषी ठहरा दिया था. तभी साफ हो गया था कि लालू को कम से कम तीन और ज्यादा से ज्यादा सात साल कैद की सजा सुनाई जा सकती है. दोषी करार दिए जाने के बाद से ही लालू रांची की बिरसा मुंडा जेल में बंद हैं.



दशहरे की छुट्टियों से बढ़ेगी मुश्किल
लालू जाहिर तौर पर फैसले के खिलाफ झारखंड हाई कोर्ट में जाएंगे. लेकिन उनकी मुश्किल यह है कि दशहरे के चलते कोर्ट में 5 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक छुट्टी है. इसलिए कोर्ट में अपील करने के लिए दशहरे की छुट्टियों से पहले उन्हें सिर्फ एक दिन का ही समय मिलेगा.

सजा सुनाए जाने के बाद भी लालू के वकीलों की ओर से एक दिन के समय के भीतर ही अपील दाखिल किए जाने की संभावना बहुत कम है और अगर अपील दाखिल भी की गई तो उस पर सुनवाई दशहरे की छुट्टियों से पहले संभव नहीं हो पाएगी.


 

भाजपा टिकट वितरण को लेकर आज महत्वपूर्ण बैठक जयपुर में



भाजपा टिकट वितरण को लेकर आज महत्वपूर्ण बैठक जयपुर में


बाड़मेर आगामी विधानसभा चुनावो में भाजपा के सा,म्भावित प्रत्यासियो को लेकर आज भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई की महत्वपूर्ण बैठक आज आहूत की गई हें ,सूत्रानुसार प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे की अध्यक्षता में आयोजित होने वाली इस बैठक में दौ सौ विधानसभा सीटों पर जितने वाले उम्मीदवारों पर चर्चा की जाएगी ,चुनाव समिति के सदस्य जयपुर पहुँच गए हें ,बैठक में एकल पेनल की सीटो को अंतिम रूप दिया जा सकता हें

अभी अभी शहर के निजी अस्पताल में गलत इंजेक्शन से महिला की मौत

अभी अभी शहर के निजी अस्पताल में गलत इंजेक्शन से महिला की मौत 


परिजनों का हंगामा

बाड़मेर बाड़मेर शहर स्थित एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान एक महिला की मौत हो गयी। परिजनों का आरोप हें की अस्पताल में गलत इंजेक्शन लगाने के कारन महिला की मौत हो गयी हें। इसी बात को लेकर परिजनों ने अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया। सूत्रानुसार दर्जी जाति की महिला उपचार के लिए भर्ती हुई थी ,परिजनों का आरोप हें की अप्रशिक्षित स्टाफ द्वारा गलत इंजेक्शन लगाने से मौत हो गयी ,समाज के लोग डी एच टी अस्पताल में एकत्रित हो रहे हें 

-- 

भारतीय सीमा में पाकिस्‍तानी फौज की घुसपैठ और कब्‍जे की बात गलत: सेना



भारतीय सेना ने कहा है कि LoC पर किसी भी भारतीय गांव में पाकिस्‍तानी सेना का कब्‍जा नहीं है. सेना ने पाकिस्‍तानी फौज द्वारा घुसपैठ किए जाने से जुड़ी खबरों को पूरी तरह से गलत बताया है.

पाकिस्‍तानी सैनिकों के भारतीय सीमा में घुसपैठ की खबरें सामने आने के बाद भारतीय सेना ने इस मामले पर प्रेस कॉन्‍फ्रेंस करके मौजूदा स्थिति की जानकारी दी. सेना ने कहा कि वह प्रभावित इलाके में ऑपरेशन चला रही है और हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.
तो ये रहे घुसपैठिए...
लेफ्टिनेंट जनरल गुरप्रीत सिंह ने कहा कि स्थिति हमारी सेना के नियंत्रण में है. कार्रवाई में किसी भी तरह की जल्‍दबाजी करने का मतलब है हमारी सेना को ज्‍यादा नुकसान होना. यही वजह है कि ठोस निर्णय करके जरूरी कार्रवाई की जा रही है. उन्‍होंने कहा कि आगे चलाए जाने वाले ऑपरेशन के बारे में अभी कुछ खुलासा नहीं किया जाएगा.

लेफ्टिनेंट जनरल गुरप्रीत सिंह ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि ऑपरेशन का यह 9वां दिन है. 10-12 घुसपैठिए भारतीय सीमा में घुसने की फिराक में थे. घुसपैठियों की ओर से फायरिंग हुई, जिसमें 5 जवान घायल हुए.

सेना ने कहा कि मंगलवार रात को फिर घुसपैठ की कोशिश हुई. सेना ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली है. खुद पर पूरा भरोसा जताते हुए सेना ने कहा कि क्षेत्रीय एकता और अखंडता से खिलवाड़ बर्दाश्‍त नहीं किया जाएगा. सेना ने माना कि अब घुसपैठ के पुराने तौर-तरीके में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है.

क्‍या है मामला?
गौरतलब है कि मीडिया में ऐसी रिपोर्ट आई कि पाकिस्तानी सेना ने भारत के एक गांव पर कब्जा कर लिया है. इसमें बताया गया कि एलओसी के पास कुपवाड़ा जिले का गांव 'सालन बाटा' पाकिस्तानी सैनिकों के कब्जे में हैं. रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्‍तान के सैनिक यहां 23 सितंबर से ही डेरा जमाए हुए हैं. अब भारतीय सेना ने भी मोर्चा संभाल लिया है. फिलहाल दोनों ओर से गोलीबारी चल रही है.

पालिका बाजार के बाद अब नया बस स्टेण्ड भी हुआ घटिया निमार्ण का शिकार



पालिका बाजार के बाद अब नया बस स्टेण्ड भी हुआ घटिया निमार्ण का शिकार

-पहली बारिश ही नही झेल पाया नया बस स्टेण्ड

-जल्दबाजी में गुणवता की जांच काें भुले अधिकारी

-अगर इस मामले में जांच करार्इ जाये तो खुल सकती है कइ परते


बाड़मेर 01 अक्टुबर। आवर बि्रज के शुभारंभ के बाद ही उसकी कलर्इ खुलने लगी ओर आनन फानन में किये जा रहे बस स्टेण्ड के शुभारंभ किया जा रहा है मगर उसके निमार्ण को लेकर भी शंसय नजर आ रहा है। हिन्दुस्तान बार्डर की टीम ने जब नवनिर्मित बस स्टेण्ड में जाकर उसके निर्माण कार्य को देखा तो पाया कि बिते दिनो हुर्इ बारिश इसके निमार्ण कार्य की पोल खोल के रख दी है। सभी सुविधा युक्त बने गये इस बस स्टेण्ड से पुरे शहर उम्मीदे टिकी है मगर यहा आकर इस बस स्टेण्ड का घटीया निर्माण कार्य देख कर पुरा सपना ही घराशायी हो जाता है। लगता है कि यहा करवाया गया निर्माण कार्य आनन फानन से करवाया है। जिसकी न तो गुणवता की जाच की गयी और नही सरकारी इनिजनियरो ने उचित देखभाल की मात्र काम करवा कर बिल पास करने मे ही अधिकारियो ने ध्यान दिया। बस स्टेण्ड के उपरी मंजिल ने पुरे मामले की पोल ही खोल कर रख दी। शहर में चार दिन पुर्व हुयी बारिश ने ही पुरे मामले की पोल खोल दी, उपरी मंजिल मे छत से, दिवारो से पानी टपक रहा है उपरी मंजिल मे दिवारो मे कर्इ जगह पानी ने सेंध मारी की है तो कर्इ जगह पानी टपक रहा है और कर्इ दिवारो मे छत से पानी उतरा है 


इस तरह घटीया निर्माण की पोल उदघाटन से पहले ही खुल गर्इ। नगर परिषद के अधिकारी आंखे बद कर बिल पास करने व्यस्ते रहे, मगर किसी ने भी मौके पर जाकर निर्माण कार्य की जांच परख नही की अगर की होती तो आज दीवारो से पानी टपकने की नौबत नही आती। इस पुरे मामले मे मिली भगत की बु आ रही है यदि इस मामले की किसी से जांच करवार्इ जाये तो अन्य कर्इ जगह भी घटीया निर्माण की परते खुल़ सकती है। नव निर्मित बस स्टेण्ड पहली बरसात भी झेल नही नही पाया। बार्डर टीम ने जब पुरे मामले की तहकीकात की तो पाया की नगर परिषद द्वारा करवाये गयें निर्माण कार्य पुर्व मे भी घटिया ही नजर आये। पालिका बाजार के प्रथम तल की बनी दुकाने जिनकी अभी तक निलामी भी नही हुर्इ है। दुकानो की दिवारो मे दरारे, पानी टपकना, बीम मे दरारे,आम बात नजर आ रही है। फिर भी वहा पर करोड़ो के बिल पास हो गये । व्यापारीयो ने कर्इ शिकायते भी की मगर परिषद के अधिकारीयो को मौका मुआयना करने की फुरसत तक नही है।

यहा भी यही हाल -नया बस स्टेण्ड की हालत पालिका बाजार जैसे ही नजर आ रहे है यहा पर गुणवता की तरफ कोर्इ ध्यान नही दिया गया। घटिया निर्माण कार्य कर जनता को लोकार्पण होने वाला यह भवन आने वाले समय मे जनता के लिये ही परेशानी का कारण बन जायेगा। शायद अधिकारीयो का मौन मिली भगत की और इशारा कर रहा है। अधिकारी जानकर भी अनजान बने हुये है। इस निर्माण कार्य की किसी अन्य अधिकारी से जांच करवार्इ जाये तो दुध का दुध पानी का पानी नजर आयेगा। बस स्टेण्ड की उपरी मजिल पर बने कमरो के हालात यह है कि अधिकाश कमरो की दिवारो से पानी ने छत ओर दिवारो में उतर आया है। दिवारो की छतो से पानी टपक रहा है। जब की दिवारो पर रंग राेंगन करवाकर इस तरह सेट किया था। घटिया निर्माण की भनक किसी को न लगे मगर दो चार दिन पुर्व हुर्इ इस बारिश ने नये बस स्टेण्ड के घटीया निर्माण की पुरी पोल खोल दी।

आवर बि्रज की सड़क भी उधडी-आचार सहिंता के कारण आनन फानन में किये जा रहे उदघाटनो के चन्द दिनो बाद ही घटिया निमार्ण कार्यो की पोल खुल रही है। आवर बि्रज में जहां सड़के उधड रही है वही रात्री में लार्इटो का न जलना भी इस ओर इशारा कर रहा है।






झरने में नहाते समय तीन नर्सिंग स्टूडेंट्स की डूबने से मौत


झरने में नहाते समय तीन नर्सिंग स्टूडेंट्स की डूबने से मौत 

गांंधी जयंती की नर्सिंग कॉलेज में छुट्टी होने से झरने में गए थे नहाने, आबूरोड, मगरीवाडा व मंडार निवासी तीनों स्टूडेंट्स के बीच थी गहरी दोस्ती 

आबूरोड शहर के ऋषिकेश मंदिर के पास बहने वाले झरने में नहाने गए तीन नर्सिंग स्टूडेंट्स की डूबने से मौत हो गई। आबूरोड, मगरीवाड़ा व मंडार निवासी ये तीनों स्टूडेंट्स गहरे दोस्त थे और बुधवार को गांधी जयंती पर नर्सिंग कॉलेज में अवकाश होने से झरने पर नहाने गए थे। तीनों छात्रों में से किसी को भी तैरना नहीं आता था। झरने की गहराई में चले जाने से वापस नहीं लौट पाए। सदर कोतवाल वीरेंद्रसिंह ने बताया कि विनोद पुत्र छगनलाल गर्ग निवासी हाउसिंग बोर्ड आबूरोड, कमलेश पुत्र वासुदेव गर्ग निवासी मगरीवाडा एवं विक्रम पुत्र मांगीलाल मेघवाल निवासी मंडार तीनों युवक यहां एक नर्सिंग कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे। तीनों ही दोस्त कॉलेज की छुट्टी होने के कारण बिना बताए घर से निकले एवं ऋषिकेश मंदिर के पास बह रहे झरने में नहाने चले गए। तैरना नहीं आने के कारण डूबने से तीनों की मौत हो गई। 

तीनों शव पानी से निकाल कर उनके कपड़ों की तलाशी लेने पर एक युवक के पर्स से पहचान के कुछ दस्तावेज मिले, जिसके आधार पर पुलिस ने उनके परिजनों को सूचना दी। परिजनों के मौके पर पहुंचने के बाद तीनों शव मोर्चरी में रखवाए। 

छात्रों की मौत से मंडार व मगरीवाडा गांवों में शोक

मंडार. कस्बे के मेघवाल वास निवासी मगनलाल मेघवाल का पुत्र विक्रम आबूरोड में नर्सिंग की पढ़ाई करने गया था, लेकिन बुधवार को झरने में डूबने से मौत का समाचार मिलते ही उसके परिवार में मातम छा गया। उसके पिता ने दिनरात कड़ी मेहनत करके मगनलाल को नर्सिंग की पढ़ाई के लिए आबूरोड भेजा था। उसकी मौत की खबर सुनकर सदमे से पिता बेसुध हो गया। इधर, पूरे गांव में भी शोक व्याप्त हो गया और मगनलाल के घर पर लोगों की भीड़ लग गई। हर कोई उसके परिवार को सांत्वना देता नजर आया। मगनलाल की पत्नी बुधवार को ग्राम पंचायत द्वारा करवाए जा रहे सड़क निर्माण के कार्य में मजदूरी पर थी, लेकिन जैसे ही इस घटना की सूचना मिली तो वह भी बेसुध हो गई। उसे लोगों ने बेहोशी की हालत में घर पहुंचाया। इसी हादसे में मौत का शिकार हुए मगरीवाडा निवासी कमलेश गर्ग के पिता वासुदेव गर्ग दानुपरा राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल में अध्यापक है। अपने पुत्र को बेहतरीन पढ़ाई के लिए उन्होंने उसे आबूरोड भेजा था। इस घटना की सूचना के बाद कमलेश के परिजनों का भी रो-रोकर बुरा हाल था।

फसलों के खराबे का सर्वे कराकर शीघ्र दिलाएंगे मुआवजा : गहलोत



नागौर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को नागौर में पहुंचते ही सबसे पहले बीकानेर रोड पर पंडित जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय भवन के लोकार्पण से कार्यक्रमों की शुरुआत की। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. चंद्रभान, प्रभारी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, राज्यमंत्री मंजू देवी मेघवाल, कांग्रेसी विधायक जाकिर हुसैन गैसावत महेंद्र सिंह चौधरी, रुपाराम डूडी भी मौजूद थे। 
loading...
हवाई मार्ग से नागौर पहुंचते ही सीएम गहलोत का काफिला सीधे अस्पताल पहुंचा। सीएम ने अस्पताल भवन का अवलोकन भी किया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आचार संहिता लगने से पहले अस्पताल भवन का लोकार्पण तो कर दिया। लेकिन अभी अस्पताल में सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है। अस्पताल में डॉक्टर, स्टॉफ, मशीनरी का अभी भी इंतजार है।

अस्पताल शुरू करने के लिए पर्याप्त डॉक्टर, स्टॉफ व मशीनरी की जरूरत है। इसके बाद ही अस्पताल शुरू हो पाएगा। अस्पताल के लोकार्पण की सूचना प्रशासन को एक दिन पहले ही मिली। ऐसे में जिला प्रशासन ने पीडब्ल्यूडी को तैयारियों की जिम्मेदारी दी। पीडब्ल्यूडी ने आनन-फानन में फिनिशिंग व परिसर की सफाई करवाई। सीएम ने अस्पताल के बाद गल्र्स कॉलेज भवन का लोकार्पण करके पुलिस लाइन स्थित पंचायतीराज स्मारक पहुंचे। यहां उन्होंने शिलालेख का अनावरण किया। यह शिलालेख पंचायतीराज संग्रहालय में लगाया गया है।
जो परिवार तालीम पर जोर देगा वह आगे बढ़ेगा : गहलोत 

मुख्यमंत्री ने पांचला सिद्धा में किया स्कूल भवन का शिलान्यास


खींवसर/पांचौड़ी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पांचला सिद्धा संत महात्माओं की जन्म भूमि है। इस भूमि पर जयराम बेनीवाल जैसी विभूति जन्मीं। और अपनी याद छोड़ गई। उन्होंने कहा कि जब जब बाबा केदारनाथ त्रासदी की याद आएगी तो मित्र जयराम की भी याद आएगी। वे बुधवार को खींवसर क्षेत्र के ग्राम पांचला सिद्धा में एडवोकेट जयराम बेनीवाल व उनकी पत्नी गीता देवी की याद में उनके पुत्रों द्वारा बनवाए जा रहे स्कूल भवन का मुख्यमंत्री गहलोत ने शिलान्यास किया।

गहलोत ने कहा कि बेनीवाल किसान परिवार से सादगी के धनी थे। बेनीवाल ने गांव व जिले के साथ राज्य के अलावा अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहचान कायम की थी। उन्होंने कहा कि जो परिवार तालीम पर जोर देगा, वह परिवार आगे बढ़ेगा। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने पांचला में सीएचसी खोलने की घोषणा की।

उन्होंने यह भी घोषणा की कि जहां वर्तमान में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय संचालित हो रहा है वहां लड़कियों के लिए भी स्कूल चलेगा। गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार ने शिक्षा का अधिकार, सूचना, जन सुनवाई का अधिकार और खाद्य सुरक्षा अधिनियम की सौगातें दी हैं। सरकार ने बीड़ा उठाया है कि प्रदेश के गांवों में 10 लाख व शहरों में पांच लाख पक्के मकान बनाए जाएं। पहले मकान बनाने के 50 हजार दिए जाते थे मगर अब 70 हजार रुपए दिए जाएंगे।

केदारनाथ में स्थाई रूप से 500 लोग लापता हुए हैं। उन परिवारों को विशेष पैकेज भी दिया है।

80 हजार कर्मचारियों को प्रमोशन और बोनस

गहलोत ने कहा कि कांग्रेस ने 80 हजार कर्मचारियों को प्रमोशन दिया। उनको डीए व बोनस भी दिया है। गहलोत ने कहा कि राजस्थान में आज सबसे बड़ी कमी लड़कियों की है। प्रदेश के लोगों को यूपी और एमपी से लड़कियां विवाह के लिए लानी पड़ रही है। इसलिए हमें कन्या भ्रूण रोकथाम के लिए आगे आना होगा। लड़कियों को भी बराबर दर्जा देना होगा।

जयराम बेनीवाल मेरे अच्छे दोस्त थे

गहलोत ने कहा कि जयराम मेरे अच्छे मित्र भी थे। वे बार काउंसिल में राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचे। जब मेरे पास जयराम बेनीवाल की केदारनाथ में लापता होने की सूचना मिली व परिवार शोक में था तो मैंने उनके घर जाकर सांत्वना दी। इस दौरान उनके साथ पीसीसी चीफ डॉ. चंद्रभान, ऊर्जा मंत्री जितेन्द्रसिह, सांसद डॉ, ज्योति मिर्धा, पांचला आश्रम के महन्त सूरज नाथ, अनिल बेनीवाल, सुनील बेनीवाल, महेंद्र बेनीवाल, पूर्णिमा बेनीवाल व संगीता बेनीवाल, पांचला सिद्धा सरपंच रामलाल विश्नोई, अमरचंद, शंकरलाल गोदारा समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
फसलों के खराबे का सर्वे कराकर शीघ्र दिलाएंगे मुआवजा : गहलोत 

नागौर/खींवसर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि हाल की बारिश से हुए फसलों के खराबे का सर्वे करवाकर मुआवजा दिलवाने का प्रयास किया जाएगा। बुधवार को नागौर से पांचला सिद्धा जाते समय रास्ते में खराब फसलें देखकर गहलोत ने यह बात कही।

गहलोत का काफिला नागौर से जैसे ही पांचला सिद्धा के लिए रवाना हुआ तो बीच रास्ते में उन्होंने गाड़ी से उतरकर किसानों से खराबे की जानकारी ली। उन्होंने पांचला पहुंचते ही साफ कहा कि प्रदेश में अतिवृष्टि से जहां जहां खराबा हुआ है वहां सर्वे कराकर किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा।

खींवसर से पांचला जाते समय मुख्यमंत्री गहलोत सांसद ज्योति मिर्धा के अनुरोध पर रास्ते में रुके। उन्होंने एक खेत में खराब फसल देखी। सांसद ज्योति मिर्धा, पूर्व विधायक रामचंद्र जारोड़ा ने मुख्यमंत्री को खराब फसलें दिखाई और कहा कि तीन दिन तक लगातार बारिश से किसान बर्बाद हो गया है। मुख्यमंत्री ने जानकारी ली कि कहां कहां खराबा हुआ है। एक किसान ने खराब हो चुकी फसलों के दाने भी दिखाए। इससे पहले सर्किट हाउस में सांसद डॉ. ज्योति मिर्धा ने मुख्यमंत्री को बताया कि खींवसर में अतिवृष्टि से खेतों में खड़ी फसलें नष्ट हो गई है। मिर्धा ने कहा कि पूरे जिले में किसानों को खूब नुकसान हुआ है। सांसद ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि राज्य सरकार नुकसान का आकलन कराकर किसानों को उचित मुआवजा दे। सीएम ने सांसद की मांग पर पांचला सिद्धा में सभा के दौरान सर्वे कराकर किसानों को फसलों का उचित मुआवजा दिलाने की घोषणा की।



भलीसर में दोहरे हत्याकांड से रोष

भलीसर में दोहरे हत्याकांड से रोष 
 
ग्रामीणों ने दी बाजार बंद करने की चेतावनी 

धोरीमन्ना ग्राम भलीसर में बुधवार को हुए दोहरे हत्याकांड के खुलासे एवं मंगलवार रात आए आरोपियों की सचाई सामने लाने की मांग को लेकर मृतकों के परिजन एवं ग्रामीणों ने तहसील कार्यालय धोरीमन्ना के सामने धरना दिया। एसपी के नाम एसडीएम सुरेश कुमार यादव को सौंपे ज्ञापन में बताया कि गुरुवार सुबह नौ बजे तक मामले का खुलासा नहीं हुआ तो धोरीमन्ना बाजार बंद रखा जाएगा। 

ज्ञापन में बताया कि धोरीमन्ना थाना में दर्ज प्रकरण संख्या 186/2013 में दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश कर आरोपियों को सख्त सजा दिलाने व अस्थाई पुलिस चौकी खोलने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने एसपी के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि प्रकरण की जांच के लिए विशेष टीम गठित की जाए। ग्रामीणों ने इस संबंध में एसपी, कलेक्टर, एसडीएम सहित प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन भेजा है।

:धोरीमन्ना. दोहरे हत्याकांड प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपते ग्रामीण।

बुधवार, 2 अक्टूबर 2013

मोदी की तारीफ करने वाले 2 सांसद जेडीयू से सस्पेंड

नई दिल्ली।। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी के भीतर बढ़ रहे अपने विरोध को दबाने के लिए कड़ा कदम उठाया। मंगलवार को जेडीयू ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए अपने 2 सांसदों को 6 साल के लिए सस्पेंड कर दिया है।

मुजफ्फरपुर से सांसद जय नारायण निषाद और गोपालगंज से सांसद पूर्णमासी राम को जेडीयू से 6 साल के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। दोनों नेता लगातार नीतीश कुमार के विरोध में बयान दे रहे थे। सांसद निषाद ने कुछ दिनों पहले बीजेपी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनवाने के लिए दिल्ली में एक यज्ञ करवाया था। बाद में अहमदाबाद जाकर उन्होंने नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी की थी।

पूर्णमासी राम जेडीयू नेता नीतीश कुमार पर बार-बार हमले कर चुके हैं। वह नीतीश की तुलना हिटलर से कर चुके हैं। हाल ही में चारा घोटाले में लालू यादव के जेल जाने के बाद उन्होंने नीतीश पर सनसनीखेज आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि चारा घोटाले में नीतीश कुमार का नाम है और अगर वह दोषी हैं तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।इन दोनों नेताओं के बागी तेवर से पार्टी के भीतर और बाहर नीतीश कुमार की किरकिरी हो रही थी। इसके पहले नीतीश ने अपने कट्टर विरोधी और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की वजह से अपनी पार्टी के एक विधायक छेदी पासवान को भी 6 साल के सस्पेंड कर दिया था।

अब किसी भी समय खरीदें रसोई गैस

नई दिल्ली
रसोई गैस सिलिंडर बहुत जल्द देश भर में चुनिंदा पेट्रोल पंपों पर मार्केट रेट के हिसाब से उपलब्ध होंगे। पेट्रोलियम मंत्रालय ने तेल कंपनियों को उन पेट्रोल पंपों के रिटेल आउटलेट पर 5 किलो का गैस सिलेंडर बेचने की इजाजत दे दी है, जिन्हें वे खुद ऑपरेट करती हैं। हालांकि, ऐसे पंपों की तादाद सिर्फ 3 फीसदी है। फिलहाल इनकी बिक्री दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नै और बेंगलुरु तक ही सीमित रहेगी। 5 किलो वाला सिलिंडर महंगा भी होगा। इसका दाम सब्सिडी वाले सिलिंडर की तुलना में दोगुने से भी ज्यादा है। लेकिन रसोई गैस का सिलिंडर ऐसे किसी भी समय खरीदा जा सकेगा, जब पेट्रोल पंप खुला हो।
lpg-new
बिक्री की इस नई व्यवस्था के साथ शनिवार को बेंगलुरु में पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली रसोई गैस पोर्टेबिलिटी स्कीम भी लॉन्च करेंगे। इससे रसोई गैस उपभोक्ताओं को पसंद की गैस एजेंसी को चुनने की छूट होगी। इस काम को आसान बनाने के लिए ग्राहक सर्विस रेटिंग देख सकता है। यह योजना दिल्ली, फरीदाबाद समेत कई और शहरों में भी शुरू की जा रही है।

कांग्रेस के "युवराज"के कारण यूपीए में पड़ी दरार!

नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के कारण यूपीए में दरार पड़ गई है। राहुल गांधी के दबाव में सरकार ने दागियों को बचाने वाला अध्यादेश वापस लेने का फैसला किया है। यूपीए के कई सहयोगी दल इससे खुश नहीं हैं। खासतौर पर एनसीपी और समाजवादी पार्टी।
कांग्रेस के "युवराज"के कारण यूपीए में पड़ी दरार!
एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने तो कैबिनेट की बैठक में अध्यादेश वापस लेने के फैसला का विरोध भी किया। एनसीपी और नेशनल कांफ्रेंस ने इस मामले पर यूपीए की समन्वय समिति की बैठक बुलाए जाने की भी मांग की थी। हालांकि राष्ट्रीय लोकदल ने सरकार के फैसले का स्वागत किया है।

लोकदल के नेता और केन्द्रीय मंत्री अजित सिंह ने कहा कि हमने सर्वदलीय बैठक में अध्यादेश लाने का विरोध किया था। सिंह ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि उसने सर्वदलीय बैठक में समर्थन किया था। लोकसभा में भी बिल का सपोर्ट किया था लेकिन राज्यसभा में रूख बदल लिया। अगर भाजपा अपना मन बदल सकती है तो कांग्रेस क्यों नहीं?

एनसीपी के प्रवक्ता डीपी त्रिपाठी ने कहा कि सरकार कांग्रेस की नहीं यूपीए की है। राहुल गांधी को अच्छे से पता होगा कि हम घटक हैं अनुयायी नहीं। राहुल गांधी कांग्रेस के बारे में जो कुछ कहना चाहते हैं उसके लिए वे स्वतंत्र हैं लेकिन मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार कांग्रेस की नहीं है। सपा नेता नरेश अग्रवाल ने मांग की थी कि अध्यादेश वापस लेने पर अंतिम फैसला लेने से पहले सहयोगियों से बात करनी चाहिए। हमें देखना होगा कि राहुल गांधी टॉप पर हैं या प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह।

नेशनल कांफ्रेंस के नेता और केन्द्रीय मंत्री फारूख अब्दुल्ला ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री से मुलाकात करूंगा। उन्होंने कहा कि अध्यादेश पर पूरा ड्राम दुर्भाग्यपूर्ण है। राहुल गांधी को अध्यादेश के संबंध में उस वक्त बयान नहीं देना चाहिए था जब प्रधानमंत्री विदेश दौरे पर थे। यह गलत है। उम्मीद है कि भविष्य में सहयोगियों के साथ अच्छा तालमेल होगा।

चार युवकों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म के बाद देवर ने भी लूटी

हिसार। हरियाणा में हिसार शहर के राजीव नगर में एक दलित महिला के साथ पांच लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला प्रकाश में आया है । पुलिस के अनुसार पीडिता ने शिकायत दर्ज कर बताया कि सोमवार रात को प्लाट का सौदा कराने क े बहाने चार युवक उसके पास आये और उसे भिवानी स्थित एक खेत में ले गए और वहां पर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। चार युवकों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म के बाद देवर ने भी लूटी
महिला उनक े चंगुल से छूटकर मदद मांगने क े लिए जब देवर क े पास पहुंची तो उसने भी पीडिता को हवस का शिकार बना डाला। पुलिस ने पीडिता की मेडिकल जांच कराने क े बाद देवर सहित पांच लोगों क े खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपी देवर को आज गिरफ्तार कर पूछताछ शरू कर दी है।

रिहायशी इलाके में चल रहे वेश्यावृत्ति अड्डे का भंडाफोड़

जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में बुधवार को पुलिस ने सेक्स रैकेट का पर्दाफाश कर सात लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने मुखबिर से मिली जानकारी के आधार पर ये कार्रवाई की। रंगरलिया मनाने का ये गोरखधंधा रिहायशी इलाके में चल रहा था। पुलिस पूछताछ में पैसों के लिए जिस्म फरोशी की बात सामने आई।रिहायशी इलाके में चल रहे वेश्यावृत्ति अड्डे का भंडाफोड़
करधनी थाना पुलिस के अनुसार इलाके के ए-70 ग्रीन वाटिका नांगल जैसा बोहरा में वेश्यावृत्ति की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस ने दबिश दी तो दो व्यक्ति अलग-अलग कमरे में लड़कियों के साथ आपत्तिजनक हालत में थे। इस पर पुलिस ने मकान मालिक कल्पना उर्फ सपना बृजवाड़ी, नांगल जैसा बोहरा निवासी प्रदीप सिंह (27), दादी का फाटक निवासी नंदकिशोर (27) कूच बिहार (पश्चिम बंगाल) निवासी उलाल हक (20) व किशाना शर्मा (20) पिंकी बर्मन (21) व ममता उर्फ पाम्पी (23) को पीटा एक्ट में गिरफ्तार किया है।

बंगाल से लाते लड़कियां
पुलिस ने बताया कि बंगाल रहने वाले दो युवक बंगाल से लड़कियां लाकर जयपुर में बेच देते थे। बाद में यहां ग्राहक तलाश कर उन लड़कियों से वेश्यावृति कराया जाता था। पुलिस ने इनसे पांच हजार रूपए, आठ मोबाइल और एक कार जब्त की है।

पाक में 18 हिंदुओं को जबरन मुस्लिम बनाया

लाहौर। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं को इस्लाम कबूल करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। पंजाब प्रांत के खानपुर इलाके में मंगलवार को 18 हिंदुओं से जबरन इस्लाम कबूल करवाया गया।
पाक में 18 हिंदुओं को जबरन मुस्लिम बनाया
बुधवार को स्थानीय नागरिकों ने यह जानकारी दी। झोक फरीद स्थित ख्वाजा गुलाम फरीद मस्जिद में हुए एक समारोह में 11 हिंदु महिलाओं और 7 पुरूषों ने इस्लाम कबूल किया। मस्जिद के कस्टोडियन मियां घोस मोहम्मद ने हिंदुओं को कलीमा तयब्बा पढ़वाया। इस्लाम कबूल करने वालों से कलीमा पढ़वाया जाता है। इस मौके पर कई लोग मौजूद थे।


हिंदू परिवार के मुखिया समारान ने अपना नाम बदलकर मोहम्मद शरीफ रख लिया है। सिंध प्रांत में भी हिंदुओं को जबरन मुसलमान बनाया जाता रहा है। हिंदु समुदाय के नेताओं का आरोप है कि महिलाओं को अगवा किया जाता है और मुस्लिम युवाओं से जबरन उनकी शादी करा दी जाती है। बलूचिस्तान प्रांत में भी हिंदू हमेशा निशाने पर रहे हैं। यहां हिंदू व्यापारियों और डॉक्टरों को अगवा कर लिया जाता है। उनसे फिरौती वसूली जाती है।

कोर ग्रुप में दागी नेताओं पर अध्यादेश वापस लेने का फैसला

नई दिल्ली: दागी नेताओं को बचाने वाले अध्यादेश के मुद्दे पर आज कैबिनेट की बैठक में चर्चा के बाद बिल को वापस लेने का फैसला कर लिया गया है। कैबिनेट सचिव जल्द ही इस संबंध में प्रक्रिया को आरंभ करेंगे।कोर ग्रुप में दागी नेताओं पर अध्यादेश वापस लेने का फैसला
इससे पहले, दागी नेताओं को बचाने वाले अध्यादेश के मुद्दे पर आज कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक हुई थी। बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, अहमद पटेल और गृहमंत्री सुशील शिंदे मौजूद थे। इस बैठक में अध्यादेश को वापस लेने पर राय बनी थी। इसी फैसले पर शाम की कैबिनेट की बैठक में अध्यादेश वापसी पर मुहर लग गई है।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज यहां राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की और समझा जाता है कि उन्होंने दागी सांसदों, विधायकों से संबंधित विवादास्पद अध्यादेश के मुद्दे पर उन्हें जानकारी दी। दरअसल, तीखे बयान में राहुल गाधी ने इसे बकवास बताया था, जिसके बाद सरकार के पास इस अध्यादेश को वापस लेने के अलावा कोई चारा नहीं है।

इससे पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की थी। सूत्रों के मुताबिक, इस मुलाकात में राहुल ने अध्यादेश विवाद पर पीएम से अफसोस जताया है। उनका मकसद अपमान करना नहीं था। साथ ही उन्होंने साफ किया कि वह अध्यादेश के खिलाफ हैं। लोगों में इस अध्यादेश के खिलाफ गुस्सा है। उनकी मुलाकात करीब 20 मिनट तक चली।

सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री इस बातचीत से संतुष्ट हैं और उन्होंने राहुल की बात मान ली है। खबर है कि शाम को कैबिनेट की बैठक में इस अध्यादेश को वापस लिया जाएगा।