मंगलवार, 24 सितंबर 2013

बीवी से डरे राष्ट्रपति ओबामा, छोड़ दी सिगरेट



नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने खुलासा किया है कि उन्होंने अपनी पत्नी मिशेल ओबामा के डर से सिगरेट से तौबा की थी। संयुक्त राष्ट्र महासभा के एक कार्यक्रम के बाद किसी ने ओबामा से पूछा कि क्या आपने सिगरेट छोड़ दी है, इस पर ओबामा ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया कि मैंने 6 साल से सिगरेट नहीं पी है क्योंकि मैं अपनी पत्नी से डरता हूं।



सिगरेट ओबामा की कमजोरी रही है। जबकि लोग ओबामा को स्वास्थ्य और जीवनशैली के प्रति ज्यादा सजग समझते है। लेकिन ओबामा की धूम्रपान छोड़ने की कोशिश 2008 में चर्चा का विषय बनी थी जब वो व्हाइट हाउस के लिए चुनाव प्रचार में जुटे थे।



गौरतलब है कि ओबामा ने अपने युवा काल की स्मृति ‘ड्रीम्स फ्रॉम माई फादर’ में अपने को एक धूम्रपान करने वाला बताया है।

सुहागरात हसीन बनाने के लिए खाई वियाग्रा, मिली मौत


सुहागरात को खास बनाने के लिए उसने पांच वियाग्रा एक साथ खा लीं। उसने सोचा तो यही था कि ये गोलियां उस रात को एक यादगार रात बना देंगी लेकिन हुआ कुछ और ही।Groom dies after taking 5 Viagra pills
क्रेजीन्यूज 24 की खबर के अनुसार, वो अपनी नई-नवेली दुल्हन के साथ अच्छा समय बिताना चाहता था लेकिन इस चक्कर में उसकी जान ही चली गई। येमेन का ये शख्स जैसे ही अपने बिस्तर पर पहुंचा, धड़ाम से बिस्तर पर गिर गया और वहीं उसी पल उसकी मौत हो गई।

शादी की रात जब सारे मेहमान अपने घर चले गए तो ये नया जोड़ा साथ में समय बिताने के लिए घर के अंदर चला गया। लेकिन कमरे में जाने से पहले ही इस शख्स ने वियाग्रा की पांच गोलियां खा लीं।

कमरे में पहुंचकर उसे गर्मी लगने लगी और वो पसीने से भीगकर बिस्तर पर गिर पड़ा। जिसके तुरंत बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

चिकित्सा जगत में ऐसे कई अध्ययन हो चुके हैं जिनमें वियाग्रा को ‌हार्ट अटैक से जोड़कर देख जाता है।

कभी ऐसी सभ्यताएं भी थीं वजूद में



इतिहास यूं ही नहीं बनते। इतिहास बनने में शताब्दियां लगती हैं। कुछ लोग अपने काम से इतिहास बन जाते हैं, कुछ चीजें इतनी खास होती हैं कि उनके जैसा दुबारा और कुछ बन नहीं पाता और वह अपने आप इतिहास बन जाता है। ऐतिहासिक कहानियों की बातें भी ऐतिहासिक होती हैं.. अजीब सी परंपराएं, अजीब से पहनावे, समझ में न आने वाली भाषाएं..आदि आदि। पर जरूरी नहीं कि हर खास चीज इतिहास में याद रखी जाए। कुछ चीजें खास होकर भी इतिहास की याद से मिट जाती हैं। ऐसा क्यों होता है यह तो इतिहास के गर्भ में जाकर ही पता चल सकता है लेकिन यहां हम आपको कुछ ऐसे खोए हुए इतिहास से आपको रूबरू करवा रहे हैं जो शायद आपने कभी सुनी और पढ़ी न हो।
unknown Ancient Civilisations Of The World
आपने सिंधु घाटी सभ्यता, हड़प्पा संस्कृति, रोम की उन्नत वैज्ञानिक सभ्यताओं के बारे में सुना होगा। आप सोचते होंगे कि बस यही कुछ सभ्यताएं मानव इतिहास में उन्नत काल हैं। अगर ऐसा है तो आप गलत सोचते हैं। भारत समेत विश्व के अन्य हिस्सों में कई अन्य मानव सभ्यताएं भी थीं जो बहुत उन्नत थीं। यह और बात है कि इतिहास की यादों में इन्हें कोई खास महत्व नहीं दिया गया। इनमें से कुछ को आप इस तरह जान सकते हैं:- अक्सुम: अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में खास पहचान रखने वाला अक्सुम किंगडम इस्लाम के उदय के साथ ही विलुप्त हो गया। अक्सुम कई दंतकथाओं का हिस्सा भी रहा है।

कुश: अपने बेशुमार सोने के खजाने और बहुमूल्य प्राकृतिक खादानों के लिए प्रसिद्ध कुश साम्राज्य का पतन क्यों और कैसे हुआ आज तक कोई नहीं जानता। एक उन्नत कृषि पद्धति के साथ कुश साम्राज्य की विशेषता इसके विकसित शहर भी थे। सबसे बड़ी विशेषता इसकी यह रही कि 750 बीसी में मिस्त्र को जीतकर इसने एक शताब्दी से ज्यादा इस पर शासन किया। असीरियन के आक्रमण और अधिग्रहण के बाद इसका पतन हो गया लेकिन क्यों और कैसे यह कोई नहीं जानता।

यम: मिस्त्र साम्राज्य में व्यापार का भागीदार और इनका बड़ा प्रतिद्वंद्वी माना जाने वाला यम धूप, आबनूस, तेंदुए की खाल, हाथी दांत आदि के लिए जाना जाता था। ऐसा माना जाता है कि यम साम्राज्य मिस्त्र से 700 किलोमीटर दक्षिण पूर्व दिशा में था। उस वक्त इतनी दूरी बहुत मायने रखती थी लेकिन अगर फिर भी मिस्त्रवासी यम से व्यापार व्यवस्था चलाते थे तो इसी से यम का महत्व पता चलता है।

मितानी किंगडम: मितानी का साम्राज्य 1500 से 1200 ईसा पूर्व का माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि आज के सीरिया और उत्तरी ईराक की जगह तब यह साम्राज्य था। मान्यता है कि मिस्त्र की प्रसिद्ध रानी नेफर्तिती मितानी थीं और इनकी शादी मिस्त्र के फराओ से हुई थी। आश्चर्यजनक रूप से मितानी संस्कृति पर भारतीय संस्कृति का प्रभाव भी दिखता है। मितानी कर्म, पुनर्जन्म आदि में विश्वास करते थे। यह भी मितानी और मिस्त्र में गहरा संबंध होने की संभावना जताते हैं।

तुवाना: धन-संपदा से संपन्न होने के साथ एक उन्नत संस्कृति का परिचायक तुवाना साम्राज्य के आज के तुर्की की जगह होने के साक्ष्य मिलते हैं। यहां हीरोग्लिफिक भाषा प्रयोग की जाती थी जिसे लुविआन कहा जाता था। बाद में इसने फोएनिसियन लिपि के अक्षरों को भाषा के रूप में प्रयोग किया। इतिहासकार ऐसी संभावना जताते हैं कि ग्रीक अक्षरों का उदय तुआना से ही हुआ है।

मौर्य सभ्यता: भारत का अलेक्जेंडर माने जाने वाले चंद्रगुप्त मौर्य और उनका मौर्य वंश एक उच्च कोटि की शासन व्यवस्था की मिसाल था। सेल्यूकस निकेटर जैसे मेसिडोनियन जनरल को हराकर चंद्रमौर्य ने एक मिसाल कायम की थी लेकिन उनके बाद उनके राज्य का पतन होता गया। अशोक की मृत्यु के बाद मौर्य साम्राज्य का पूरी तरह पतन हो गया और इस तरह एक और उन्नत साम्राज्य इतिहास के गर्भ में विलुप्त हो गया। हालांकि इन साम्राज्यों के बारे में बहुत कम ही लोग जानते हैं पर जो भी जानते हैं उन्हें पता है कि मिस्त्र, रोम और सिंधु घाटी सभ्यता से ये साम्राज्य कम नहीं थे।

ब्लैक एंड व्हाइट प्यार की दास्तां 'आवारा' होगी रंगीन



मुंबई। साल 1951 में आई राज कपूर और नरगिस की फिल्म 'आवारा' ने प्यार की एक नई दास्तां शुरू की थी। इस फिल्म को टाइम मैगजीन की 10 रोमांटिक फिल्मों की सूची में शामिल भी किया गया था। ऐसी फिल्मों के रीमेक के बारे में सोचना एक चुनौती भरा सवाल है, लेकिन चर्चा है कि ब्लैक एंड व्हाइट फिल्म 'आवारा' रंगीन पर्दे पर उतारने की योजना बन रही है।
Film awara
सूत्रों ने बताया कि कॉपी राइट के खातिर फिल्म का रीमेक नहीं बनाया जाएगा लेकिन फिल्म को रंगीन पर्दे पर उतारने की एक कवायद जरूर की जाएगी। रंगीन आवारा में राज कपूर का रोल आज के रणवीर कपूर और पृथ्वीराज कपूर की भूमिका ऋषि कपूर निभाएंगे। फिल्म आर के बैनर तले ही बनाई जाएगी। माना जा रहा है कि इस फिल्म के जरिए मशहूर आर के बैनर को भी 20 साल वापसी करने का एक मौका मिल जाएगा। सूत्रों के मुताबिक रणवीर कपूर नहीं चाके कि आवारा जैसी लीजेंड फिल्म के अस्तित्व पर किसी भी तरह की आंच आए। उनका मानना है ऐसी फिल्म एक ही सदाबहार रहे, फिल्म की भावनाओं के साथ छेड़छाड़ न की जाए।

इस बारे में रणधीर कपूर बताते हैं कि आर के प्रोडक्शन ने फिल्म को रंगीन बनाने के बारे में सोचा है लेकिन फिल्म का रीमेक नहीं बनेगा। उन्होंने कहा कि साल 1951 में आई 'आवारा' को आज 60 साल से ज्यादा हो गया है। राज कपूर और नरगिस की जोड़ी को 60 साल हो गए हैं। हमने अभी तक इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया है।

दिलीप कुमार से मिलने पहुंचे अमिताभ

मुंबई: महानायक अमिताभ बच्चन दिलीप कुमार से मिलने अस्पताल पहुंचे. लीलावती अस्पताल में दिलीप कुमार का इलाज चल रहा है.
बॉलीवुड मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने माइक्रो ब्लागिंग साइट ट्विटर पर बताया है कि वे दिलीप कुमार से मिलने लीलावती हास्पिटल गये थे. अब दिलीप साहब की तबियत अब पहले से ठीक है.

एनडीए संयोजक बनकर चंद्रबाबू नायडू मोदी के पहले सारथी बनने को हैं तैयार!



नई दिल्ली: बीजेपी की ओर प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर नरेंद्र मोदी के नाम के एलान का असर अब देखने जा रहा है. खबरें हैं कि तेलगू देशम पार्टी बीजेपी से हाथ मिलाकर एनडीए का हिस्सा बनने का मन बना चुकी है.

अगर ऐसा हु्आ तो मोदी अपनी झोली में बिछड़े पुराने साथी को अपने साथ लाने में कामयाब हो जाएंगे और उनके नेतृत्व में टीडीपी एनडीए से जुड़ने वाली पहली पार्टी होगी.

खास बात यह है कि टीडीपी का बीजेपी से यह गठजोड़ चुनाव से पहले होगा.

जानकार सूत्रों के मुताबिक दो अक्टूबर को दिल्ली में बीजेपी की युवा संसद में पहली बार नरेंद्र मोदी के साथ डीटीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू मंच साझा करेंगे.

बीजेपी सूत्रों के मुताबिक पार्टी नायडू को एनडीए का संयोजक बनाने की तैयारी में है.

सूत्रों के मुताबिक चंद्रबाबू नायडू और बीजेपी के बीच समझौते पर सहमति करीब-करीब बन चुकी है.

याद रहे कि डीटीपी अटल बिहार वाजयेपी सरकार में भी एनडीए का हिस्सा थी, लेकिन एनडीए के सत्ता से हटने के बाद टीडीपी ने साल 2005 में अपनी राह अलग कर ली थी.

राजस्थान में जारी है कांग्रेस का शिल्यानस और उद्घाटन अभियान

राजस्थान में जारी है कांग्रेस का शिल्यानस और उद्घाटन अभियान 


बाड़मेर इस साल होने वाले विधानसभा चुनावो से पहले अब कांग्रेस सता वापसी केलिए अपना पूरा दम ख़म लगा रही है इस के लिए कांग्रेस ने अपने सार घोड़े दोडा रखे है मंत्री से लगा कांग्रेस मुखिया को भी मिशन राजस्थान में उतार दिया है एक तरफ तो मुख्यमंत्री पुरे सूबे में घूम घूम कर शिल्यानस और उद्घाटन करने में जुटे तो उनके मंत्री भला पीछे केसे रह जाए राजस्थान के बाड़मेर में रिफायनरी के शिल्यानस के अब बाड़मेर शहर में सूबे के केबिनेट मंत्री और AICC के सचिव ने 29 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुए ऑवरब्रिज का लोकार्पण कर आम जनता सुपुर्द किया दरसल कांग्रेस किसी भी हाल में सता वापिस चाहती है इसलिए उसने पुरे राजस्थान में शिल्यानस और उद्घाटन का अभियान चला रखा है 


-विधानसभा चुनाव नजदिक आते ही नेताओ को लोगो से किए वादे याद आने लगे है और उन वादो पर कितना खरे उतरे है इसका लेखा जोखा करने में लग जाते है इसी का नतिजा है की बाड़मेर विधानसभा चुनावो में किये गये दो बड़े वादो को पुरा करते हुए जहां यहां के नेता काफी खुश नजर आ रहे है और इससे कांग्रेस पार्टी को इसका लाभ मिलने की बात करते हुए शहर की सबसे बड़ी समस्या जाम की स्थित से राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने 29 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुए ऑवरब्रिज का लोकार्पण कर आम जनता सुपुर्द किया । इस दौरान सासद हरिश चौधरी बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन,जिला प्रमुख मदन कौर,सभापति उषा जैन सहीत बड़ी संख्या मे लोगो का हुजुम उमड़ा नवनिर्मित ऑवरब्रिज के उद्दघाटन के बाद सबसे पहले राजस्वमंत्री हेमाराम चौधरी ने इस पर अपना सरकारी वाहन चलकर इसकी शुरुआत की शहर मे तीस करोड़ की लागत से बने नवनिर्मित ओवरब्रिज का लोकार्पण राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने किया। राजकीय चिकित्सालय के सामने विवेकानंद सर्किल फाटक तक बने आर ओबी से शहर को बंद रेल्वे फाटक के दौरान हो रही यातायात समस्या से स्थाई निजात मिलेगी। रेल्वे फाटक बंद रहने के कारण दिन मे शहर दो भागो मे बंट जाता था। रेल्वे फाटक बंद होने के चलते ग्रामीण इलाके से पहुंचने वाले आमजनता व रोगियो को भारी परेशानियो का सामना करना पड़ता था। रेल्वे फाटक बंद होने से कई लोगो को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। लेकिन पिछले विधानसभा चुनावो मे किए वादे को बाड़मेर विधायक ने पुरा करते हुए आज इसका उद्दघाटन राजस्वमंत्री के हाथो करवाकर जनता को सुपुर्द किया
 

 जिले की अहम समस्या से आज जनता को निजात मिली है कई मर्तबा तो फाटक बंद होने पर एम्बुलेंस व फायर बिग्रेड को रुकना पड़ता था। लेकिन स्थानीय विधायक मेवाराम जैन की मेहनत से शहर मे तीस करोड़ की लागत से बने ओवरब्रिज का आज उद्घाटन होने के बाद आर ओबी पर सरपट वाहन दौड़ने लगे जिसे से लोगो मे उत्साह का माहौल दिखने लगा। राजकीय चिकित्सालय के सामने विवेकानंद सर्किल फाटक तक बने आर ओबी से शहर को बंद रेल्वे फाटक के दौरान हो रही यातायात समस्या से स्थाई निजात मिलेगी। रेल्वे फाटक बंद रहने के कारण दिन मे शहर दो भागो मे बंट जाता था। रेल्वे फाटक बंद होने के चलते ग्रामीण इलाके से पहुंचने वाले आमजनता व रोगियो को भारी परेशानियो का सामना करना पड़ता था। रेल्वे फाटक बंद होने से कई लोगो को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था
 

ऑवरब्रिज का लोकार्पण कर आम जनता सुपुर्द किया इस दोहरान कांग्रेस नेताओ ने जनता से वादा किया कि आने वाले चुनावो में वो कांग्रेस को वोट ताकि इस तरह के और विकास से रेगिस्तान की तस्वीर बदल सके लेकिन सबसे बड़ा सवाल क्या हेमशा की तरह इस बार भी जनता बेवकूफ बनकर नेताओ के कहने पर अपना वोट देगी या फिर अपने मत सही तरीके से इस्त्र्माल करेगी अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या कांग्रेस को यह शिल्यानस और उद्घाटन सरकार में वापसी कारिएगे या नहीं यह तो आने वाले विधानसभा चुनावो के नतीजे ही बताएगे

A LOVE STORY: रूस की इस लड़की का दिल आया देसी जोगी

लुधियाना. सुना था इश्क अंधा होता है, जो उम्र, जात-पात, पहनावा-जुबान और सरहद कुछ भी नहीं देखता। यह वाकई सच है, तभी तो रूस की 23 साल की एना क्रॉनेव्को का दिल एक हिंदुस्तानी जोगी पर आ गया और बात बढ़ते-बढ़ते शादी तक पहुंच गई।

किसी फिल्मी-कहानी की तरह एना हिंदुस्तान पढऩे आई और उसकी जिंदगी में आ गया 34 साल का जोगी तूफान नाथ। जोगन की तरह कान में लंबे कुंडल-गले में माला पहने एना ने तूफान के साथ लुधियाना का रुख किया। दोनों ने यहां कोर्ट मैरिज के लिए अरजी दाखिल की। कुदरत ने तो उनकी सुन ली, लेकिन मुल्क के कायदे-कानून अभी उनको थोड़ा इंतजार करने की नसीहत दे रहे हैं। दूसरी दिक्कत, एना की वीजा मियाद 8 अक्तूबर को खत्म हो रही है। लिहाजा वीजा बढ़वाने की औपचारिकता के लिए वह डॉक्यूमेंट्स पूरा करने में लगी हुई है।तूफान के साथ एना का केस एडिशनल डिप्टी कमिश्नर (जनरल) डॉ. नीरू कत्याल की अदालत में है। उनकी अरजी 23 अगस्त को लगी और सेकेंड शेड्यूल के तहत उस पर एतराज के लिए दोनों की तस्वीर लगा नोटिस अदालत के बाहर चस्पा है। हालांकि कोई नोटिस पर चिपकी उनकी फोटो ले गया है। इस अदालती-ब्याह के गवाह जगरांव की पुरानी दाना मंडी स्थित शिव मंदिर वाले जोगी डेरे से जुड़े मदन लाल, बिट्टू व हरजिंदर बने हैं।रूस की नेवोसिक्रिस्क स्टेट की पिरोगोवा स्ट्रीट की रहने वाली एना क्रॉनेव्को व्लादिमीर की बेटी है। वह पिछले साल 26 अगस्त को यूपी में वाराणसी स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय यानि बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में हिंदी-संस्कृत पढ़ाई करने आई थी।
उधर, पंजाब के गुरदासपुर जिले के काहनूवान में नागा मंडी वाले डेरे में इस लव स्टोरी का हीरो जोगी तूफान नाथ सामने आया।यहां बताते चलें जोगी सांप्रदाय में गृहस्थ जीवन पर पाबंदी है और जोगी डेरे बदलते रहे हैं। लिहाजा डेरे बदलते-भटकते न जाने कैसे जोगी तूफान इस रूसी बाला एना के पास जा पहुंचा।

संभाग की 33 सीटों के लिए कांग्रेस से टिकट दावेदारों के इंटरव्यू आज शुरू होंगे

संभाग की 33 सीटों के लिए कांग्रेस से टिकट दावेदारों के इंटरव्यू आज शुरू होंगे 
प्रदेश कांग्रेस चुनाव उपसमिति पहले दिन जालोर, सिरोही, जैसलमेर व बाड़मेर जिले के उम्मीदवारों के लेगी इंटरव्यू व बुधवार को जोधपुर व पाली जिलों के विधानसभा क्षेत्र के दावेदार जुटेंगे

 जोधपुर
आगामी विधानसभा चुनाव में जोधपुर संभाग के 33 विधानसभा क्षेत्रों से कांग्रेस टिकट के दावेदारों के इंटरव्यू मंगलवार को यहां सर्किट हाउस में शुरू होंगे। प्रदेश कांग्रेस की चुनाव उप समिति सुबह दस बजे इंटरव्यू लेना शुरू करेगी। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देश पर पार्टी उम्मीदवार चुनने के लिए पहली बार ऐसा प्रयोग हो रहा है। प्रदेश कांग्रेस चुनाव उप समिति के सदस्य एवं स्वास्थ्य मंत्री एमामुद्दीन खान दुर्रु मियां, सांसद ताराचंद भगौरा, संजय बाफना व युवक कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चांदणा इंटरव्यू लेंगे। इसमें जैसलमेर, बाड़मेर, जालोर व सिरोही जिलों की 17 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के करीब डेढ़ सौ दावेदार इंटरव्यू देने आएंगे। जानकारों का कहना है कि चुनाव के लिए कांग्रेस का टिकट हासिल करने की कवायद में दावेदारों का शक्ति प्रदर्शन खास अहमियत नहीं रखेगा। जोधपुर शहर, देहात व पाली के दावेदारों के इंटरव्यू बुधवार को होंगे। स्थानीय स्तर पर उपसमिति के साथ समन्वयक के रूप में शहर जिलाध्यक्ष सईद अंसारी व प्रदेश सचिव अनिल टाटिया को जिम्मेदारी सौंपी गई है। 

संभाग में भाजपा की कड़ी चुनौती 

संभाग में कांग्रेस व भाजपा में हमेशा से कड़ा मुकाबला रहा है। 2008 के चुनाव में 33 में से 16 कांग्रेस व 15 सीटें भाजपा ने जीती थीं। दोनों पार्टियों ने अपना पूरा दमखम लगाया,फिर भी दो सीटें निर्दलीय उम्मीदवार के खाते में गईं। मंगलवार को जैसलमेर, बाड़मेर, सिरोही व जालोर जिले के दावेदार अपनी काबिलियत पेश करेंगे। कांग्रेस ने संभाग में सर्वाधिक बढ़त इन चार जिलों में ली थी। इन जिलों में 11 सीटों पर कांग्रेस के विधायक हैं। 

 इंटरव्यू में हो सकते हैं ऐसे सवाल 

:किस कारण से आपको लगता है कि पिछले चुनाव के पार्टी के उम्मीदवार को बदला जाए? 

:आपके क्षेत्र में जातिगत चुनावी समीकरण क्या हैं? 

:पांच साल में पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए क्या कार्य किया? 

:आपके क्षेत्र के हार-जीत के प्रमुख कारण क्या हैं? 

:सरकार के प्रति लोगों का क्या नजरिया है? 

:आपकी दावेदारी का आधार क्या है? 

:क्या इससे पहले दावेदारी की है? 

:पिछले चुनाव में आपके क्षेत्र में चुनाव परिणाम की क्या स्थिति रही? 

: आपके विधानसभा में कितने पोलिंग बूथ हैं? 

: विपक्षी पार्टी का संभावित प्रत्याशी कौन हो सकता है? 

:दावेदारी से पहले आपने कितने पोलिंग बूथ पर सक्रिय कार्यकर्ताओं या लोगों से मिलकर फीड बैक लिया? 

'जम्मू-कश्मीर के कुछ मंत्रियों को पैसा देती है सेना'

पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह ने सोमवार को एक चौंकाने वाला खुलासा किया है।

उन्होंने दावा किया है कि जम्मू और कश्मीर में स्थायित्व के लिए कुछ मंत्रियों को सेना पैसा देती है और यह सिलसिला आजादी के बाद से बदस्तूर चल रहा है।
ministers in jammu kashmir paid by army says vk singh
सिंह पर अपने सैन्य प्रमुख के कार्यकाल के दौरान रियासत की सरकार को गिराने के प्रयास का आरोप लगा है।

एक रिपोर्ट के सामने आने के बाद विवादों के घेरे में आए पूर्व जनरल ने टीवी चैनल से कहा कि उन पर लगाए गए आरोप गलत और साजिशन हैं।

एक अंग्रेजी न्यूज चैनल से बात करते हुए पूर्व सेनाध्यक्ष ने कहा कि सेना जम्मू और कश्मीर के सभी मंत्रियों को धन देती है...क्योंकि राज्य में स्थायित्व कारणों के तहत कई काम करने होते हैं और मंत्रियों को कई चीजें करनी होती हैं तथा साथ ही कई गतिविधियों को अंजाम देना होता है।

जब उनसे पूछा गया कि क्या सभी मंत्रियों को भुगतान किया जाता है तो उन्होंने अपने बयान में संशोधन करते हुए कहा कि हो सकता है सारे मंत्रियों को नहीं, लेकिन कुछ मंत्री और लोग हैं जिन्हें खास काम करवाने के लिए कुछ पैसा दिया जाता है। इसके तहत किसी खास क्षेत्र में स्थायित्व लाना शामिल है।

इसके वजह पूछे जाने पर उन्होंने तर्क दिया कि कश्मीर प्रीमियर लीग (केपीएल) के लिए किसने पैसा दिया। क्या जम्मू कश्मीर सरकार या उमर अब्दुल्ला ने दिया। सेना ने इसके लिए धन दिया।

अपनी जन्मतिथि को लेकर विवादों में रह चुके जनरल सिंह ने कहा कि कश्मीर बिल्कुल अलग मुद्दा है। कई काम किए जाते हैं, वहां कई सिविल और युवाओं के कार्य करने होते हैं। इनके लिए धन की जरूरत होती है। कुछ पैसा इन कार्यों के लिए दी जाती है। इसमें दिक्कत कहां है।

वह इन आरोपों का जवाब दे रहे थे कि उनके कार्यकाल में जम्मू कश्मीर के एक मंत्री गुलाम हसन मीर को उमर सरकार को अस्थिर करने के लिए टेक्निकल सपोर्ट डिवीजन (टीएसडी) द्वारा 1.19 करोड़ रुपए दिए गए।

उनसे जब पूछा क्या कि मीर जैसे मंत्री पैसा ले और इसे हड़प जाएं तो सिंह ने कहा कि मैं ऐसा नहीं सोचता। हमारे यहां जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए एक व्यवस्था है। एक उचित रसीद होती है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि काम पूरा हो गया।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर में यह आजादी के वक्त से चल रहा है।

सांसद, मंत्री व विधायकों के पुतले जलाकर जताया विरोध



सांसद, मंत्री व विधायकों के पुतले जलाकर जताया विरोध 


रिफाइनरी बचाओ संघर्ष समिति ने कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन कर स्थानीय नेताओं पर लगाया आरोप


बाड़मेर  रिफाइनरी बचाओ संघर्ष समिति की ओर से सोमवार को कलेक्ट्रेट के बाहर बाड़मेर जिले के स्थानीय कांग्रेसी विधायकों के पुतले फूंक कर विरोध जताया गया। संघर्ष समिति का आरोप है कि जिले के कांग्रेसी नेताओं ने रिफाइनरी के लिए सही पैरवी नहीं की जिसके कारण बाड़मेर सहित सरहदी इलाके को रिफाइनरी से हाथ धोना पड़ा। अगर समय रहते पैरवी की जाती तो रिफाइनरी लीलाला में ही लगती। 

जिला कलेक्ट्रेट के बाहर रिफाइनरी संघर्ष समिति की ओर से दिए गए धरने के 70वें दिन भारी संख्या में लोगों ने प्रदर्शन करते हुए बाड़मेर-जैसलमेर सांसद हरीश चौधरी, राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी, अल्पसंख्यक मामलात मंत्री अमीन खां, बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, चौहटन विधायक पदमाराम मेघवाल के पुतले फूंके। संघर्ष समिति ने बताया कि रिफाइनरी को बायतु से पचपदरा ले जाने के पीछे इन नेताओं के हाथ है। अगर ये नेता रिफाइनरी को लीलाला में लगाए जाने की पैरवी करते तो शायद आज बाड़मेर व सरहदी जिले के लोगों को रिफाइनरी की सौगात मिलती। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और रिफाइनरी का पचपदरा में शिलान्यास कर दिया गया। अब इन नेताओं को जनता विधानसभा चुनावों में सबक सिखाएंगी। इस दौरान कामरेड टीकमाराम लेघा, जुगताराम गुरालिया, रेखाराम खोथ, निंबाराम माली, शंकरलाल माली, गंगाराम गोदारा, कल्ला खां सहित कई लोग धरने पर बैठे रहे। वहीं संघर्ष समिति की ओर से दिए गया धरना विधानसभा चुनावों तक जारी रहेगा। जब तक विधानसभा चुनावों में मतदान पेटियों में बंद नहीं होंगे तब तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी है।

:बाड़मेर.रिफाइनरी बचाओ संघर्ष समिति ने बाड़मेर-जैसलमेर सांसद, राजस्व मंत्री, अल्पसंख्यक मामलात मंत्री, बाड़मेर विधायक, चौहटन विधायक के पुतले फूंक कर विरोध जताया गया।

ओवरब्रिज पर दौडऩे लगे वाहन


यादगार बना दिन, ओवरब्रिज पर दौडऩे लगे वाहन


ऐतिहासिक फैसलों से कांग्रेस ने रचा नया इतिहास : हेमाराम 


अब साकार हुआ ओवरब्रिज का सपना, खुशी से झूम उठे लोग, शहर की सबसे बड़ी समस्या रेलवे क्रॉसिंग से त्रस्त जनता को ओवरब्रिज की सौगात मिली, तो चहुंओर उत्साह व उल्लास का माहौल नजर आया 
बाड़मेर  शहर के हर शख्स का एक ही ख्वाब था कि हमारे ओवरब्रिज की राह खुल जाए। बेसब्री से इंतजार कर रहे लोगों के लिए सोमवार का दिन यादगार बन गया। सुबह 11.35 बजे जैसे ही राजस्व मंत्री ने फीता काटकर ओवरब्रिज के उद्घाटन की रस्म अदायगी की तो तालियों की गडग़ड़ाहट के साथ जयकारे गूंज उठे। मन की मुराद पूरी होने के ऐतिहासिक पल पर चेहरे खिल गए। सबसे बड़ा सुकून बुजुर्गों को मिला, जिन्होंने जिंदगी भर जाम की समस्या को झेला। गाजे बाजे व लाव लश्कर के साथ ओवरब्रिज पर सरपट वाहन दौडऩे लगे तो खुशियों से लोग झूम उठे। इस यादगार पल के गवाह बनने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ा। 
शहर की सबसे बड़ी समस्या रेलवे क्रॉसिंग से त्रस्त जनता को ओवरब्रिज की सौगात मिली तो चहुंओर उत्साह व उल्लास का माहौल नजर आया। सुबह से लोग उस पल का इंतजार करने लगे कि कब फीता कटे और ब्रिज पर वाहन दौड़े। सुबह 11.35 बजे राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने पहले अनावरण पट्टिका का लोकापर्ण किया। फिर फीता काटकर ओवरब्रिज का विधिवत रूप से उद्घाटन किया।
इस मौके पर सांसद हरीश चौधरी, बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, जिला प्रमुख मदन कौर, कांग्रेस जिलाध्यक्ष फतेह खां समेत तमाम जनप्रतिनिधि व अधिकारियों की मौजूदगी में ओवरब्रिज जनता को समर्पित किया गया। गाजे बाजे के साथ ओवरब्रिज की राह खुलने पर लोगों ने गर्मजोशी से जनप्रतिनिधियों का स्वागत किया।
इस दौरान राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी की गाड़ी रवाना हुई। फिर वाहनों का काफिला ओवरब्रिज पर चलने लगा। दिभर ब्रिज पर वाहनों की रेलमपेल लगी रही।




बाड़मेर. किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि हिमालय का पानी नसीब होगा। बाड़मेर लिफ्ट केनाल का पानी कांग्रेस की देन है। कल ही रिफाइनरी का यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने शिलान्यास कर विकास की नई शुरूआत की। आज ओवरब्रिज की सौगात दी है। यह किसी करिश्मे से कम नहीं है। यह बात राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने मुख्य अतिथि के बतौर कही। चौधरी ने विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा कि पांच साल में एक भी ऐसा कार्य नहीं किया जिसे उपलब्धि के रूप में बता सके। हर बार विवाद पैदा करने के अलावा भाजपा ने कुछ नहीं किया। सांसद हरीश चौधरी ने कहा हम तो विकास के हिमायती है।

 
जिले का चहुंमुखी विकास के लिए सदैव तत्पर है। भूमि अवाप्ति अधिनियम किसानों के लिए वरदान साबित होगा। पहले डीएलसी दर के आधार पर मुआवजा मिलता था, लेकिन अब किसानों को जमीन अवाप्ति के बदले बाजार दर से चार गुणा अधिक मुआवजा मिलेगा। खाद्य सुरक्षा से हर परिवार को अनाज, मुख्यमंत्री निशुल्क दवा, फ्री जांच सरीखी महत्ती योजनाएं शुरू कर कांग्रेस ने नए आयाम स्थापित किए हैं। उन्होंने कहा कि पांच साल में रिफाइनरी, हिमालय का पानी, ओवरब्रिज की सौगात जनता को देकर विश्वास कायम रखा है। भाजपा ने पांच साल में पाइप का टुकड़ा तक नहीं दिया। जिला प्रमुख मदन कौर ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार ने विकास की गंगा बहाई। जिसकी गवाह जनता है। विधायक मेवाराम जैन ने कहा आज का दिन ऐतिहासिक है। हमने विकास में विश्वास रखते हुए हिमालय का पानी, रिफाइनरी व ओवरब्रिज का सपना साकार किया। कांग्रेस के पांच साल के कार्यकाल की तुलना भाजपा के शासन से करें तो स्थिति स्वत: ही स्पष्ट हो जाएगी। मैं भाजपाइयों से पूछना चाहूंगा आपने बाड़मेर के लिए क्या किया। चुनाव नजदीक है ये लोग जनता को गुमराह करने की कोशिश करेंगे। नगरपरिषद सभापति उषा जैन ने कहा कि आज मन प्रफुल्लित हो रहा है, हमारे ओवरब्रिज की राह खुली है। जिसके लिए जनता को बेसब्री से इंतजार था। प्रशासन शहरों के संग अभियान में रिकार्ड कार्य करवाएं। 

पुलिस के पहरे में काटा फीता 

ओवरब्रिज के उद्घाटन से पहले किसी ने सूचना दी कि भाजपा के कार्यकर्ता कार्यक्रम में मौजूद है, वे पहले ही फीता काट देंगे। इस पर डीएसपी नाजिम अली ने पुलिस लाइन से आरएसी के जवान बुलाए। कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा के माकूल बंदोबस्त किए गए। कड़े सुरक्षा पहरे के बीच फीता काटकर ब्रिज का उद्घाटन किया गया।
हर तरफ उल्लास झलका
सेवा सदन के सामने ओवरब्रिज उद्घाटन स्थल पर सुबह से लोगों की भीड़ जमा होने लगी। शहर के विभिन्न कॉलोनियां व मोहल्लों से बड़ी तादाद में लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था। ढोल, थाली पर युवाओं ने जमकर ठुमके लगाए। दोपहर 12 बजे तक तो ब्रिज से लेकर किसान छात्रावास तक भारी भीड़ जमा हुई। हर तरफ नारेबाजी करते हुए युवाओं ने माहौल में नई खुशी का संचार किया।
ये थे मौजूद 

कांग्रेस जिलाध्यक्ष फतेह खां, नगरपरिषद उप सभापति चैनसिंह भाटी, बाड़मेर ग्रामीण कांग्रेस मंडल अध्यक्ष गोरधन सिंह, एडवोकेट धनराज जोशी, यज्ञदत्त जोशी, एडवोकेट मुकेश जैन, मूलाराम मेघवाल, आईदान चौधरी, पार्षद सुरेश बोथरा, आदिल भाई, शिव ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष बच्चू खां, पार्षद बलवीर माली, कमलसिंह महाबार, नींबसिंह उण्डखा समेत बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे।

मजदूर को पूरी मजदूरी मिलेगी 
सांसद चौधरी ने बाड़मेर विधायक जैन की प्रशंसा करते हुए कहा कि ओवरब्रिज को लेकर नित नई परेशानी सामने आई। इसके बावजूद जैन ने मजदूर की तरह दिन रात एक करते हुए लगातार प्रयास जारी रखे। विधानसभा क्षेत्र के हर गांव में विकास की गंगा बहाई। सुख-दु:ख में लोगों के साथ रहे। अब तो मजदूर को आगामी चुनावों में पूरी मजदूरी का लाभ मिलना ही चाहिए।
 
 सब मुराद तो पूरी हो नहीं सकती 

राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने सरकार के पांच साल कार्यों का गुणगान करते हुए कहा कि इतनी योजनाएं शुरू की है कि उसे पढऩा शुरू करुं तो शाम तक पूरी नहीं होगी। लेकिन सब मुरादें पूरी हो जाए यह संभव नहीं है। अगर ऐसा हो जाए तो फिर आने वाले विधायक क्या करेंगे। इसलिए बहुत कुछ किया है, कुछ कार्य अधूरे रहे है तो आगे पूरा करेंगे।

सोमवार, 23 सितंबर 2013

मैट्रिमोनियल साइट पर झांसा देकर हड़पे लड़की के पैसे



नई दिल्ली।। मैट्रिमोनियल साइट पर 22 वर्ष की एक लड़की ने एक लड़के का शानदार प्रोफाइल देखा। उस शख्स के प्रोफाइल में लिखा था कि वह एक बड़ी इंटरनैशनल एयरलाइंस का मैनेजिंग डायरेक्टर है। उसने दिल्ली के एक नामी स्कूल और ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। लड़की को प्रोफाइल वाला शख्स भा गया और दोनों एक-दूसरे काफी करीब आ गए। लेकिन शादी पक्की होने से पहले एक दिन लड़के ने लड़की को फोन करके कहा कि उसके परिवार में एक दुर्घटना हो गई है और उसको तुरंत 50,000 रुपए की जरूरत है।
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पश्चिम दिल्ली में रहने वाली लड़की उसको आधी रकम ही दे सकी। उसके बाद इस शख्स ने उससे दूरी बनानी शुरू कर दी। उसके संदिग्ध व्यवहार और लगातार पैसे की मांग पर लड़की के परिवारवालों को शक हुआ। जब उन्होंने खोजबीन की तो पता चला कि उस शख्स ने मैट्रिमोनियल साइट पर जो फोटो लगाई थी वह पूर्व ग्रासिम मिस्टर इंडिया की थी। ग्रासिम मिस्टर इंडिया 1990 के दशक में बहुत से टीवी विज्ञापनों और म्यूजिक विडियो में काम कर चुका है।

उस शख्स के सोशल नेटवर्किंग प्रोफाइल को देखने पर पता चला कि कम से कम एक दर्जन लड़कियों ने उस पर फ्रॉड का आरोप लगाया है। उस लड़की को दो और ऐसी पीड़ित लड़कियां मिली हैं, जिन्होंने इस मामले में पुलिस को बयान दिए हैं। क्राइम ब्रांच की आर्थिक अपराध शाखा ने उस शख्स के खिलाफ चीटिंग और फॉर्जरी का मामला दर्ज किया है। उसकी तलाश की जा रही है। उसको ढूंढने के लिए उसकी कॉल डिटेल्स और उसके यूज किए कंप्यूटर के आईपी अड्रेस की जांच की जा रही है। पुलिस को जांच में पता चला है कि उसकी डिग्री भी फर्जी है।यह कहानी कुछ सप्ताह पहले तक शुरू हुई जब दो लोगों ने खुद को उस शख्स का भाई और भाभी होने का दावा करते हुए रिश्ते के लिए लड़की के परिवारवालों से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि वे देश से बाहर हैं। वे फोन और ईमेल के जरिए उनसे संपर्क में रहे। उन्होंने लड़की के परिवार वालों को अपने पासपोर्ट और वोटर आईडी की कॉपी भी भेजी थी।

जब उस शख्स ने लड़की से शादी करने की इच्छा जताई तो लड़की का परिवार रिश्ते को लेकर गंभीर हुआ। कुछ दिन पहले उसने लड़की को फोन कर दिल्ली के बाहर अपने भाई और मां के साथ एक दुर्घटना होने का हवाला देते हुए एक बैंक अकाउंट में रकम जमा करने को कहा। उसने कहा कि देश से बाहर होने की वजह से वह पैसा जमा नहीं कर सकता। इसके बाद लड़की के परिवारवालों को पता चला कि उस शख्स ने उसी मैट्रिमोनियल साइट पर एक अलग नाम से प्रोफाइल बनाया हुआ है। उसका एक दूसरी वेबसाइट पर भी प्रोफाइल है। जिस मॉडल की फोटो का यूज उसने धोखाधड़ी के लिए किया था, वह अभी लुधियाना में डॉक्टर है। उसने भी इस बारे में लुधियाना पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई है।

बहन की हत्या की दी सुपारी, पर खुद हुआ 'शिकार'



भुवनेश्वर।। अपने बड़े भाई और सगी बहन के बीच अवैध संबंधों से गुस्साए युवक को बहन को मरवाने के लिए सुपारी किलर्स को हायर करना भारी पड़ गया। सुपारी किलर्स ने उसकी बहन की हत्या करने की बजाय उसे ही ठिकाने लगा दिया। मामला भुवनेश्वर से 150 किलोमीटर दूर अंगुल का है। 07 सितंबर को घटी इस घटना की भनक लोगों को उस वक्त लगी, जब इस मामले में पुलिस ने रविवार को तीन हत्यारों को गिरफ्तार किया।
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पुलिस के मुताबिक, समर दास नाम के एक युवक ने अपनी बहन नमिता (35) की हत्या के लिए चार हत्यारों के एक ग्रुप को हायर किया। नमिता और बड़े भाई अभिमन्यु दास (41) के बीच कथित अवैध संबंधों की वजह से समर और उसके परिजन दुखी रहते थे। अपने बड़े भाई और बहन के बीच अवैध संबंधों से परेशान समर ने सुपारी किलर्स को नमिता की हत्या की सुपारी दी थी।

सूत्रों की मानें तो कुछ साल पहले केंद्रापाड़ा से नौकरी की तलाश में अंगुल आए अभिमन्यु ने अपनी बहन नमिता और भाई समर को भी वहीं बुला लिया था। इसके बाद अभिमन्यु ने उन्हें वहीं पर प्राइवेट नौकरी दिला दी। इसी दौरान नमिता और अभिमन्यु के बीच अवैध संबंध बन गए। दोनों के बीच अवैध संबंध की खबर से परिजन काफी नाराज थे। मामला तब और गंभीर हो गया जब नमिता ने एक बच्चे को जन्म दिया। बच्चे के जन्म के बाद दोनों भाई-बहन अलग घर लेकर पति-पत्नी की तरह रहने लगे।समर को यह बात बर्दाश्त नहीं हुई और उसने अपनी बहन की हत्या के लिए सुपारी किलर्स को हायर किया। अंगुल में ही ऑटो मकैनिक का काम कर वाले समर ने सुपारी किलर्स से नमिता की हत्या के बदले तीन लाख रुपए देने की बात की। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार क्रिमिनल्स ने कहा कि उन्होंने तीन बार नमिता की हत्या की कोशिश की, लेकिन वे हर बार नाकाम रहे। दूसरी तरफ, समर लगातार उन पर काम को अंजाम तक पहुंचाने का प्रेशर बना रहा था। समर के प्रेशर और सुपारी के पैसे हाथ से निकलने के डर परेशान क्रिमिनल्स ने अपना प्लान बदल दिया।
07 सितंबर को सुपारी किलर्स ने समर से कहा उन्होंने नमिता की हत्या कर दी है। उन्होंने समर को पैसे के साथ रेलवे ट्रैक के नजदीक एक सुनसान जगह पर बुलाया। पुलिस ने बताया कि जब समर वहां पहुंचा तो सुपारी किलर्स ने उसकी हत्या कर लाश रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया और पैसे लूट लिए। अंगुल पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर ने बताया कि इस मामले में तीन हत्यारों को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि चौथे अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।

दुष्कर्म के बाद 12 साल की बालिका ने दिया बच्चे को जन्म

बेंगलूरू। रिश्तेदार के यौन उत्पीड़न की शिकार बारह साल की बालिका के बच्चे को जन्म देने का मामला प्रकाश में आया है। यौन उत्पीड़न के आरोपी की पुलिस तलाश कर रही है। दुष्कर्म के बाद 12 साल की बालिका ने दिया बच्चे को जन्म
घटना राजधानी बेंगलूरू से कुछ दूरी पर स्थित बेंगलूरू ग्रामीण जिले के दाबसपेट की है। पुलिस के अनुसार नन्दीहल्ली गांव निवासी पीडिता सरकारी स्कूल में सातवीं कक्ष में पढती है। पीडिता को पिछले कुछ दिनों से पेट दर्द की शिकायत थी। रविवार को दर्द बढ़ने पर माता-पिता पीडिता को अस्पताल ले गए ,जहां चिकित्सक ने जांच के बाद बताया कि वह गर्भवती है और एक-दो दिनों में बच्चे को जन्म दे सकती है।

सोमवार सुबह पीडिता ने बच्चे को जन्म दिया। पीडिता की मां की शिकायत पर पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है। पीडित ने पुलिस को बताया कि उसका रिश्तेदार मामा नवीन (27) आठ माह से उसे हवस का शिकार बना रहा था। उसने चेतावनी दी थी कि अगर किसी से शिकायत की तो उसकी हत्या कर देगा। इसलिए उसने डरकर किसी को यह बात नहीं बताई थी। छात्रा के अभिभावक गरीब हैं और खेतों मेंं मजदूरी कर गुजारा करते हैं, जिसके कारण वह पीडित की तरफ ज्यादा ध्यान नहीं दे पाए।