रिफाइनरी बचाओ संघर्ष समिति ने कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन कर स्थानीय नेताओं पर लगाया आरोप
बाड़मेर रिफाइनरी बचाओ संघर्ष समिति की ओर से सोमवार को कलेक्ट्रेट के बाहर बाड़मेर जिले के स्थानीय कांग्रेसी विधायकों के पुतले फूंक कर विरोध जताया गया। संघर्ष समिति का आरोप है कि जिले के कांग्रेसी नेताओं ने रिफाइनरी के लिए सही पैरवी नहीं की जिसके कारण बाड़मेर सहित सरहदी इलाके को रिफाइनरी से हाथ धोना पड़ा। अगर समय रहते पैरवी की जाती तो रिफाइनरी लीलाला में ही लगती।
जिला कलेक्ट्रेट के बाहर रिफाइनरी संघर्ष समिति की ओर से दिए गए धरने के 70वें दिन भारी संख्या में लोगों ने प्रदर्शन करते हुए बाड़मेर-जैसलमेर सांसद हरीश चौधरी, राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी, अल्पसंख्यक मामलात मंत्री अमीन खां, बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, चौहटन विधायक पदमाराम मेघवाल के पुतले फूंके। संघर्ष समिति ने बताया कि रिफाइनरी को बायतु से पचपदरा ले जाने के पीछे इन नेताओं के हाथ है। अगर ये नेता रिफाइनरी को लीलाला में लगाए जाने की पैरवी करते तो शायद आज बाड़मेर व सरहदी जिले के लोगों को रिफाइनरी की सौगात मिलती। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और रिफाइनरी का पचपदरा में शिलान्यास कर दिया गया। अब इन नेताओं को जनता विधानसभा चुनावों में सबक सिखाएंगी। इस दौरान कामरेड टीकमाराम लेघा, जुगताराम गुरालिया, रेखाराम खोथ, निंबाराम माली, शंकरलाल माली, गंगाराम गोदारा, कल्ला खां सहित कई लोग धरने पर बैठे रहे। वहीं संघर्ष समिति की ओर से दिए गया धरना विधानसभा चुनावों तक जारी रहेगा। जब तक विधानसभा चुनावों में मतदान पेटियों में बंद नहीं होंगे तब तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी है।
:बाड़मेर.रिफाइनरी बचाओ संघर्ष समिति ने बाड़मेर-जैसलमेर सांसद, राजस्व मंत्री, अल्पसंख्यक मामलात मंत्री, बाड़मेर विधायक, चौहटन विधायक के पुतले फूंक कर विरोध जताया गया।
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