संभाग की 33 सीटों के लिए कांग्रेस से टिकट दावेदारों के इंटरव्यू आज शुरू होंगे
प्रदेश कांग्रेस चुनाव उपसमिति पहले दिन जालोर, सिरोही, जैसलमेर व बाड़मेर जिले के उम्मीदवारों के लेगी इंटरव्यू व बुधवार को जोधपुर व पाली जिलों के विधानसभा क्षेत्र के दावेदार जुटेंगे
जोधपुर आगामी विधानसभा चुनाव में जोधपुर संभाग के 33 विधानसभा क्षेत्रों से कांग्रेस टिकट के दावेदारों के इंटरव्यू मंगलवार को यहां सर्किट हाउस में शुरू होंगे। प्रदेश कांग्रेस की चुनाव उप समिति सुबह दस बजे इंटरव्यू लेना शुरू करेगी। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देश पर पार्टी उम्मीदवार चुनने के लिए पहली बार ऐसा प्रयोग हो रहा है। प्रदेश कांग्रेस चुनाव उप समिति के सदस्य एवं स्वास्थ्य मंत्री एमामुद्दीन खान दुर्रु मियां, सांसद ताराचंद भगौरा, संजय बाफना व युवक कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चांदणा इंटरव्यू लेंगे। इसमें जैसलमेर, बाड़मेर, जालोर व सिरोही जिलों की 17 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के करीब डेढ़ सौ दावेदार इंटरव्यू देने आएंगे। जानकारों का कहना है कि चुनाव के लिए कांग्रेस का टिकट हासिल करने की कवायद में दावेदारों का शक्ति प्रदर्शन खास अहमियत नहीं रखेगा। जोधपुर शहर, देहात व पाली के दावेदारों के इंटरव्यू बुधवार को होंगे। स्थानीय स्तर पर उपसमिति के साथ समन्वयक के रूप में शहर जिलाध्यक्ष सईद अंसारी व प्रदेश सचिव अनिल टाटिया को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
प्रदेश कांग्रेस चुनाव उपसमिति पहले दिन जालोर, सिरोही, जैसलमेर व बाड़मेर जिले के उम्मीदवारों के लेगी इंटरव्यू व बुधवार को जोधपुर व पाली जिलों के विधानसभा क्षेत्र के दावेदार जुटेंगे
जोधपुर आगामी विधानसभा चुनाव में जोधपुर संभाग के 33 विधानसभा क्षेत्रों से कांग्रेस टिकट के दावेदारों के इंटरव्यू मंगलवार को यहां सर्किट हाउस में शुरू होंगे। प्रदेश कांग्रेस की चुनाव उप समिति सुबह दस बजे इंटरव्यू लेना शुरू करेगी। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देश पर पार्टी उम्मीदवार चुनने के लिए पहली बार ऐसा प्रयोग हो रहा है। प्रदेश कांग्रेस चुनाव उप समिति के सदस्य एवं स्वास्थ्य मंत्री एमामुद्दीन खान दुर्रु मियां, सांसद ताराचंद भगौरा, संजय बाफना व युवक कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चांदणा इंटरव्यू लेंगे। इसमें जैसलमेर, बाड़मेर, जालोर व सिरोही जिलों की 17 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के करीब डेढ़ सौ दावेदार इंटरव्यू देने आएंगे। जानकारों का कहना है कि चुनाव के लिए कांग्रेस का टिकट हासिल करने की कवायद में दावेदारों का शक्ति प्रदर्शन खास अहमियत नहीं रखेगा। जोधपुर शहर, देहात व पाली के दावेदारों के इंटरव्यू बुधवार को होंगे। स्थानीय स्तर पर उपसमिति के साथ समन्वयक के रूप में शहर जिलाध्यक्ष सईद अंसारी व प्रदेश सचिव अनिल टाटिया को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
संभाग में भाजपा की कड़ी चुनौती
संभाग में कांग्रेस व भाजपा में हमेशा से कड़ा मुकाबला रहा है। 2008 के चुनाव में 33 में से 16 कांग्रेस व 15 सीटें भाजपा ने जीती थीं। दोनों पार्टियों ने अपना पूरा दमखम लगाया,फिर भी दो सीटें निर्दलीय उम्मीदवार के खाते में गईं। मंगलवार को जैसलमेर, बाड़मेर, सिरोही व जालोर जिले के दावेदार अपनी काबिलियत पेश करेंगे। कांग्रेस ने संभाग में सर्वाधिक बढ़त इन चार जिलों में ली थी। इन जिलों में 11 सीटों पर कांग्रेस के विधायक हैं।
इंटरव्यू में हो सकते हैं ऐसे सवाल
:किस कारण से आपको लगता है कि पिछले चुनाव के पार्टी के उम्मीदवार को बदला जाए?
:आपके क्षेत्र में जातिगत चुनावी समीकरण क्या हैं?
:पांच साल में पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए क्या कार्य किया?
:आपके क्षेत्र के हार-जीत के प्रमुख कारण क्या हैं?
:सरकार के प्रति लोगों का क्या नजरिया है?
:आपकी दावेदारी का आधार क्या है?
:क्या इससे पहले दावेदारी की है?
:पिछले चुनाव में आपके क्षेत्र में चुनाव परिणाम की क्या स्थिति रही?
: आपके विधानसभा में कितने पोलिंग बूथ हैं?
: विपक्षी पार्टी का संभावित प्रत्याशी कौन हो सकता है?
:दावेदारी से पहले आपने कितने पोलिंग बूथ पर सक्रिय कार्यकर्ताओं या लोगों से मिलकर फीड बैक लिया?
संभाग में कांग्रेस व भाजपा में हमेशा से कड़ा मुकाबला रहा है। 2008 के चुनाव में 33 में से 16 कांग्रेस व 15 सीटें भाजपा ने जीती थीं। दोनों पार्टियों ने अपना पूरा दमखम लगाया,फिर भी दो सीटें निर्दलीय उम्मीदवार के खाते में गईं। मंगलवार को जैसलमेर, बाड़मेर, सिरोही व जालोर जिले के दावेदार अपनी काबिलियत पेश करेंगे। कांग्रेस ने संभाग में सर्वाधिक बढ़त इन चार जिलों में ली थी। इन जिलों में 11 सीटों पर कांग्रेस के विधायक हैं।
इंटरव्यू में हो सकते हैं ऐसे सवाल
:किस कारण से आपको लगता है कि पिछले चुनाव के पार्टी के उम्मीदवार को बदला जाए?
:आपके क्षेत्र में जातिगत चुनावी समीकरण क्या हैं?
:पांच साल में पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए क्या कार्य किया?
:आपके क्षेत्र के हार-जीत के प्रमुख कारण क्या हैं?
:सरकार के प्रति लोगों का क्या नजरिया है?
:आपकी दावेदारी का आधार क्या है?
:क्या इससे पहले दावेदारी की है?
:पिछले चुनाव में आपके क्षेत्र में चुनाव परिणाम की क्या स्थिति रही?
: आपके विधानसभा में कितने पोलिंग बूथ हैं?
: विपक्षी पार्टी का संभावित प्रत्याशी कौन हो सकता है?
:दावेदारी से पहले आपने कितने पोलिंग बूथ पर सक्रिय कार्यकर्ताओं या लोगों से मिलकर फीड बैक लिया?
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