रविवार, 14 जुलाई 2013

सर्जन 4 हजार रूपए रिश्वत लेते गिरफ्तार

सर्जन 4 हजार रूपए रिश्वत लेते गिरफ्तार
उदयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने रविवार को महाराणा भूपाल अस्पताल की चिकित्सक डा.अंजलि सेठी को चार हजार रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। चिकित्सक ने यह राशि एक बीपीएल मरीज के ऑपरेशन करने के एवज में उसके परिजनों से ली थी।

ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्रप्रसाद गोयल ने बताया कि डा. अंजलि ने रिश्वत की राशि स्वयं के घर अक्षांश कॉम्प्लेक्स में पालसा (बेकरिया) निवासी मोतीलाल पुत्र केसाराम गरासिया से ली।

चिकित्सक ने रिश्वक की राशि अपने पर्स में रखी तभी ब्यूरो की टीम ने चिकित्सक को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। डा. सेठी पूर्व में संविदा पर थी। हाल ही में सहायक आचार्य के पद पर स्थायी रूप से चयन हुआ था। पुलिस सत्यापन कार्रवाई पूरी होने के बाद वह एक दो दिन में ज्वाइन करने वाली थी।

झुंझुनूं में विवाहिता महिला के साथ गैंगरेप

झुंझुनूं में विवाहिता महिला के साथ गैंगरेप
झुंझुनूं । जिले के चिड़ावा कस्बे की एक महिला का अपहरण कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। अस्पताल में भर्ती पीडिता के बयान पर पांच जनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस के अनुसार गांव किढवाना व हाल चिड़ावा के वार्ड 22 निवासी महिला शनिवार शाम डालमिया की ढाणी से दूध लेकर घर लौट रही थी। इस दौरान रास्ते में जितेन्द्र,महिपाल,लीलू,विनोद व नवीन ने उसका अपहरण कर लिया और उसे एक सफेद गाड़ी में डालकर कहीं ले गए।

गाड़ी में आरोपितों ने उसके हाथ बांध दिए तथा आंखों व मुंह पर पट्टी बांध दी। इसके बाद उसे नशीला पदार्थ खिलाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया । रात करीब साढ़े नौ बजे आरोपित पीडिता को गांव तौला सेही के जोहड़ के पास छोड़ गए।

वहां से वह एक ग्रामीण के घर गई और परिजनों व पुलिस को सूचना करवाई। पुलिस ने रात को ही पीडिता को कस्बे के सरकार अस्पताल में भर्ती करवाया। विवाहिता का मेडिकल करवाया गया है।पुलिस ने पीडिता के बयान पर आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।

रिफायनरी पर आन्दोलन हुआ तेज बाड़मेर जिला मुख्यालय सोमवार को बंद ,

रिफायनरी पर आन्दोलन हुआ तेज बाड़मेर जिला मुख्यालय सोमवार को बंद ,

हजारो लोगो जुटेगे में महापड़ाव में

बाड़मेर में प्रस्तावित रिफाइनरी को लेकर अब घमासान तेज होता जा
रहा है, बाड़मेर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लीलाला के लिए स्वीकृत
रिफाइनरी को पचपदरा शिफ्ट कर बाड़मेर की जनता के साथ पीठ पीछे छूरी
घोंपने का काम किया है। रिफाइनरी लीलाला में ही लगेगी, चाहे इसके लिए जान
क्यों न देनी पड़े। यह कहना है रिफायनरी सघर्ष समिति का ...रिफायनरी
बचाओ समिति ने महापड़ाव के चलते बाड़मेर जिला मुख्यालय बंद का आवाहन भी
किया है समिति की और से रविवार को सेकड़ो युवाओ ने बाड़मेर शहर में वाहन
रेली निकली जिमसे यह आह्वाहन किया गया कि रिफ्यानरी हमारा हक़ है रिफायनरी
तो लिलाला में ही लगेगी
इस महापड़ाव में हजारो लोगो के जुटने संभावना जताई जा रही है
इस महापड़ाव के राजनीतिक में मायनों में यह
कांग्रेस और सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लिए आने वाले विधानसभा
चुनावो को देखते हुए कई परेशानिया आने वाले दिने में पैदा कर सकती है
एकदिन बाद भी प्रूव मुख्यमंत्री वसंधरा राजे अपनी सुराज सकल्प यात्रा को
लेकर चार दिन के दौर पर बाड़मेर जिले की सात विधानसभा में अपनी सभाए
कर्गेगी और हो सकता है कि इस मामले में भी कोई बड़ा बयान जारी कर सकती है
इस महापडाव को लेकर कई कांग्रेस के नेता
भी कर्नल का समर्थन महापड़ाव में कर सकते है वही दूसरी और इस महापड़ाव को
लेकर सेकड़ो लोगो भीड़ जुटने में लगे नजर आ रहे है

रिफाइनरी बचाओ संघर्ष समिति कि तेल तो बायतु क्षेत्र
में निकल रहा है और रिफाइनरी पचपदरा में लगे, यह ठीक नहीं है। रिफाइनरी
बायतु के लीलाला में ही लगेगी, इसके लिए जनता एकजुट है। ताकत सोमवार को
होने वाले महापड़ाव में दिखाएंगे।

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12 हजार कान्स्टेबलों की भर्ती, आवेदन 22 से

12 हजार कान्स्टेबलों की भर्ती, आवेदन 22 से

जयपुर। राजस्थान पुलिस ने प्रदेश में 12 हजार 178 कान्स्टेबलों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। पुलिस मुख्यालय ने ऑन लाइन आवेदन पत्र आमंत्रित किए हैं। इसमें 30 प्रतिशत पद महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। आवेदन पत्र 22 जुलाई से 22 अगस्त, 2013 तक भरे जाएंगे।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जसवन्त सम्पतराम ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया के लिए आवेदन पत्र केवल ऑन लाइन स्वीकार किए जाएंगे। इसके लिए पूरे प्रदेश में लगभग 3 हजार ई-मित्र कियोक्स एवं व्यक्तिगत इन्टरनेट साधनों का प्रयोग किया जा सकता है। भर्ती प्रक्रिया सम्बन्धी विभागीय आदेश एवं विस्तृत विवरण राजस्थान पुलिस की वैबसाइट पर देखे जा सकते हंै।

सम्पतराम ने बताया कि राजस्थान के समस्त थानों में न्यूनतम 60 एवं ग्रमीण थानों में न्यूनतम 45 पुलिसकर्मियों को नियुक्त करने के राज्य सरकार के निर्णय के तहत वर्ष 2010 में 8 हजार एवं वर्ष 2012 में 10 हजार कान्स्टेबलों की भर्ती की जा चुकी है।

अब 12 हजार 178 कान्स्टेबलों की भर्ती प्रक्रिया सम्पन्न होने पर राजस्थान पुलिस में 30 हजार कान्स्टेबलों की बढ़ोतरी होगी जो कानून एवं व्यवस्था एवं अपराध नियंत्रण हेतु प्रभावी होगी।

आई लव जैसलमेर टीम ने किया जवाहर चिकित्सालय में स्वेच्छिक रक्तदान


आई लव जैसलमेर टीम ने किया जवाहर चिकित्सालय में स्वेच्छिक रक्तदान 

 साफ़ सफाई के अलावा रक्तदान के महत्त्व पर भी दिया बल।

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जैसलमेर- आज आई लव जैसलमेर की टीम ने जवाहर चिकित्सालय में स्वेच्छिक रक्तदान कर लोगों को रक्तदान का महत्त्व समझाया एवं जागरूक किया , आई लव जैसलमेर टीम के अध्यक्ष मानवेन्द्र सिंह शेखावत के नेतृत्व में आई लव जैसलमेर के कार्यकर्ताओं ने जवाहर चिकित्सालय में रक्तदान किया। शेखावत ने बताया की " हम काफी समय से जवाहर चिकित्सालय में साफ़ सफाई का अभियान चला रहे हैं हमने पूरे अस्पताल की तस्वीर बदल दी है , हमने यहाँ कार्य करते ये भी महसूस किया की ओ भी मरीज़ यहाँ आते हैं उनमे ज्यादातर लोगों को समय पर सही रक्त नहीं मिल पाटा है क्योंकि यहाँ भी अस्पताल में एक लिमिटेसन है, तथा यहाँ के ग्रामीण इलाकों के बाशिंदे अभी भी रक्तदान करने से घबराते हैं तथा रक्तदान को लेकर अभी भी उनमे बहुत सी भ्रांतियां है , इसी भ्रम को दूर करने के लिए हमने आज ये रक्तदान शिविर का आयोजन किया जिसमे हमारे कार्यकर्ताओं ने स्वेच्छिक रक्तदान कर लोगों को रक्तदान का महत्त्व समझाया तथा उन्हें भी रक्तदान करने के लिए जागरूक किया। मीडिया प्रभारी सिकंदर शैख़ रक्तदान करने वालों में मानवेन्द्र सिंह , योगेश गज्ज़ा, गिरिल भाटिया, नारायण दान , पदम सिंह, महेंद्र सिंह तंवर , भवानी सिंह, मनीष व्यास राजा, अमित व्यास , देवेन्द्र सिंह, जीतेन्द्र थानवी आदि प्रमुख रहे। रक्तदान शिविर में आई लव जैसलमेर ले विमल गोपा मनीष गज्ज़ा, मनीष व्यास , सिकंदर शैख़, मुकेश बिस्सा ने सहयोग किया एवं जवाहर चिकित्सालय की तरफ से डॉक्टर दामोदर खत्री , राधेश्याम शर्मा , भूर सिंह , राजेंद्र कुमार , प्रकाश चन्द्र परिहार , राजकुमार और स्वरुप ने भी सहयोग किया।

तनोट माता और बाबा रामदेव दर्शन के साथ शुरू होगी संकल्प यात्रा



संकल्प यात्रा सोमवार से जोधपुर संभाग में

तनोट माता और बाबा रामदेव दर्शन के साथ शुरू होगी संकल्प यात्रा 

जैसलमेर । भाजपा की प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे की सुराज संकल्प यात्रा का सातवां चरण सोमवार को जोधपुर संभाग के तनोट माता मंदिर से प्रारम्म होने जा रही है। जोधपुर संभाग में यात्रा का समापन 31 जुलाई को होगा।वसुंधरा राजे जैसलमेर के तनोट माता मंदिर के दर्शन कर सीधे रामदेवरा जायेगी ,जन्हा बाबा रामदेव की समाधी पर मत्था टेक दोपहर में पोकरण में सभा को संबोधित करेगी .बाद में पोकरण से सीधे जैसलमेर जायेंगी .शाम को हनुमान चौराहे पर सभा को संबोधित करेगी .उनके साथ पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह रहेंगे .रात्रि विश्राम जैसलमेर में करने के बाद अगले दिन बाड़मेर जिले के लिए रवाना होंगी

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कैलाश नाथ भट्ट ने बताया कि सोमवार को जैसलमेर क्षेत्र में स्थित तनोट माता के दर्शन से यात्रा शुरू होगी। यह यात्रा 16 दिन मे 1732 किलोमीटर की दूरी तय कर छ: जिलों (जैसलमेर की 2, बाड़मेर की 7, जालौर की 5, सिरोही की3, पाली की 6 एवं जोधपुर की 10 विधानसभा) की 33 विधानसभों मे होकर गुजरेगी,जिसमें 30 स्थानों पर वसुंधरा राज आमसभाओं को सम्बोधित करेंगी। इस यात्रा के दौरान 116 स्थानों पर सुराज संकल्प यात्रा का स्वागत होगा।
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सिपाही पर पेट्रोल छिड़क कर जिंदा जलाया

सिपाही पर पेट्रोल छिड़क कर जिंदा जलाया

अजमेर। केन्द्रीय बस अड्डे के सामने से सड़क पर शनिवार रात करीब सवा नौ बजे जिला पुलिस के एक सिपाही पर पेट्रोल छिड़क कर उसे आग लगा दी जिससे अस्पताल में इलाज के दौरान सिपाही की मौत हो गई।

गंज थाने की आनासागर चौकी पर तैनात सिपाही निरंजन शर्मा को करीब 95 प्रतिशत झुलसी हालत में जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां उसकी गंभीर हालत बनी हुई थी।

चौकी पर तैनात साथी सिपाहियों के अनुसार निरंजन बीते कुछ दिनों से अवसाद में था। वह बीते दो दिनों से ड्यूटी से गैरहाजिर था और उसने शनिवार को ही ड्यूटी ज्वाइन की थी।

चौबीस घंटे से था लापता
प्रारंभिक पड़ताल में उजागर हुआ कि निरंजन बीते चौबीस घण्टे से घर नहीं लौटा था। उसके परिजन ने शुक्रवार को इस संबंध में आनासागर चौकी पर पूछताछ भी की। बाद में पुलिस अधीक्षक कार्यालय जाकर निरंजन के संबंध में जानकारी जुटाने का प्रयास किया।

उन्होंने अधिकारियों से मोबाइल कॉल विवरण से उसकी तलाश की गुहार भी की। निरंजन के दो बेटे हैं। उसने कुछ समय पहले ही पुलिस लाइन के निकट भोपों का बाड़ा में नया मकान बनवाया है। पुलिस उसकी घरेलू स्थिति के संबंध में भी पड़ताल कर रही है।

और फिर कभी भी नहीं आएगा टेलीग्राम

भारत के दूरदराज के इलाकों को 160 सालों से ज्यादा समय तक एक-दूसरे से जोड़कर रखने वाली टेलीग्राम सेवा सोमवार को हमेशा के लिये बंद होने जा रही है।Image Loading

टेलीग्राम सेवा का संचालन करने वाली कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने बताया कि टेलीग्राम प्रणाली के जरिये आखिरी तार सोमवार 15 जुलाई तक पहुंचेगा। इसके बाद गौरवशाली इतिहास रखने वाली यह सेवा इतिहास के पन्नों, लोगों की यादों तथा संग्रहालयों तक ही सिमट कर रह जायेगी।

टेलीग्राम सेवा ऐसे समय पर बंद होने जा रही है जहां बड़े शहरों में तो इंटरनेट जैसे सूचना संप्रेषण के तीव्र विकल्प मौजूद हैं, वहीं इसके बंद होने का विरोध करने वालों का मानना है कि अब भी दूरदराज के कई इलाके ऐसे हैं जहां अब भी इसकी बेहद जरूरत है। बीएसएनएल का कहना है कि उसे तार सेवा की वजह से सालाना तीन सौ से चार सौ करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है।

तार सेवा भारत का पुराना संचार माध्यम है। देश का पहला तार पांच नवंबर 1850 को तत्कालीन कलकत्ता से 50 किलोमीटर दूर स्थित डायमंड हार्बर के बीच भेजा गया था और इसके पांच वर्ष बाद इस तीव्र संचार माध्यम को आम जनता के लिये खोल दिया गया। अंग्रेज राजसत्ता भारत में सिर्फ तार सेवा की वजह से ही कायम रह सकी, क्योंकि जब-जब इसे युद्धों का सामना करना पड़ा तो यह संदेश पहुंचाने की अपनी महारत के बल पर अपने शत्रुओं से कई कदम आगे थी।

भारत में जब 1857 में पहला स्वतंत्रता संग्राम शुरू हुआ तो मेरठ से चले क्रांतिकारी सिपाहियों के रवाना होने की सूचना पहले ही तार के जरिये दिल्ली के लोथियान रोड स्थित तारघर पहुंच गयी थी। टेलीग्राम सेवा शुरु होने पर आगरा एशिया का सबसे बड़ा ट्रांजिट दफ्तर था।

अमेरिकी वैज्ञानिक सैमुअल मोर्स ने वर्ष 1837 में मोर्स टेलीग्राफ पेटेंट कराया था। मोर्स तथा उनके सहायक अल्फ्रेकेड वेल ने इसके बाद मिलकर एक ऐसी नई भाषा की ईजाद की जिसके जरिये तमाम संदेश बस डॉट और डेश के जरिये टेलीग्राफ मशीन पर भेजे जा सकें। मशीन पर जल्दी से होने वाली टक की आवाज को डॉट कहा गया और इसमें विलंब को डेश। तीन डॉट से मिलकर अंग्रेजी का अक्षर एस बनता है और तीन डेश से ओ। इस तरह से संकट में फंसे जहाज सिर्फ डॉट डॉट डॉट, डेश डेश डेश तथा डॉट डॉट डॉट भेजकर मदद बुला सकते थे।

तार सेवा से वर्ष 1845 तक तमाम यूरोपीय देशों को आपस में जोड़ लिया गया था। अब अंग्रेजों के आगे सबसे बड़ी चुनौती अपने उपनिवेश भारत को यूरोप से जोड़ने की थी। जर्मन वैज्ञानिक वर्नर वोन साइमंस ने एक नये किस्म के टेलीग्राफ की खोज की थी जिसमें सही अक्षर को चलाने के लिये बस मशीन का डायल घुमाना होता था।

साइमंस बंधुओं ने वर्ष 1870 में यूरोप तथा भारत को 11 हजार किलोमीटर लंबी टेलीग्राफ लाइन से जोड़ दिया जो चार देशों से होकर गुजरती थी। इससे भारत से इंग्लैंड तक महज तीस मिनटों में संदेश पहुंचाना संभव हो सका तथा यह सेवा वर्ष 1931 में वायरलस टेलीग्राफ के आगमन तक काम करती रही।

टेलीग्राम सेवा अपने समय में इतनी सटीक होती थी कि मोर्सकोड ऑपरेटर बनने के लिये एक वर्ष की कड़ी ट्रेनिंग से गुजरना होता था, जिसमें से आठ महीने अंग्रेजी मोर्स कोड तथा चार महीने हिंदी मोर्स कोड के लिये होते थे। टेलीग्राम दफ्तर में एक चार्ट मौजूद रहता था जिस पर तमाम सामान्य संदेशों के लिये एक विशेष नंबर लिखा रहता था। ग्राहक को वह नंबर ऑपरेटर को बताना होता था और संदेश महज कुछ ही समय में अपने गंतव्य तक पहुंच जाता था।

टेलीग्राम ने सिर्फ समाज, सेना तथा सरकार को ही अपना योगदान नहीं दिया, बल्कि प्रेस जगत भी फैक्स तथा इंटरनेट के आगमन से पहले तार विभाग की सहायता पर ही निर्भर था। रायटर संवाद समिति के जनक पॉल जूलियस रायटर यूरोप में पहले उद्यमी थे, जिन्होंने स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों को मंगाने के लिये टेलीग्राम सेवा का इस्तेमाल करना शुरू किया था। भारत में तमाम महत्वपूर्ण अधिवेशनों तथा बैठकों के स्थल पर तार विभाग की विशेष चौकी बनाई जाती थी जहां से संवाददाता अपने कार्यालय को तार के जरिये खबरें भेज सकते थे।

संवाददाताओं को इन तारों के लिये कोई शुल्क अदा नहीं करना पड़ता था, बल्कि उनका समाचार पत्र अथवा संवाद समिति महीने के आखिर में डाक तार विभाग को पूरा शुल्क अदा कर देती थी। संवाददाताओं ने तार शुल्क को बचाने के लिये अपनी भाषा को संक्षिप्त रखने का तरीका ईजाद किया और अनुभवी डेस्क संपादक इन्हें समझकर खबरें तैयार कर लेते थे।

टेलीग्राम से अखबार तथा एजेंसी के दफ्तरों को भेजे जाने वाली खबरें अधिकतम तीन घंटें में पहुंच जाया करती थीं। अगर डेडलाइन रात 9.00 बजे की होती थी तो संवाददाता शाम से ही खबरें तैयार करके उन्हें प्रेषित करना शुरू कर देते थे।



 

फिर बढ़े पेट्रोल के दाम,1.55 रूपए महंगा

फिर बढ़े पेट्रोल के दाम,1.55 रूपए महंगा

नई दिल्ली। आम जनता पर फिर महंगाई की मार पड़ी है। तेल कंपनियों ने पेट्रोल के दाम में 1.55 रूपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर दी है। बढ़ी हुई कीमतें आधी रात से लागू हो जाएगी।

बढ़ी हुई कीमतों में स्थानीय बिक्री कर और वैट शामिल नहीं है। दाम में बढ़ोतरी डॉलर के
मुकाबले रूपए के कमजोर होने के कारण की गई है। दो हफ्ते पहले ही तेल कंपनियों ने पेट्रोल के दामों की समीक्षा की थी।

बिल से खाना प्लेट में पहुंच जाएगा?

बिल से खाना प्लेट में पहुंच जाएगा?

पुणे। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम को लेकर केन्द्र की यूपीए पर निशाना साधा। मोदी ने कहा कि सरकार यह सोचती है कि खाद्य सुरक्षा बिल लाने से ही जरूरतमंद लोगों तक खाना पहुंच जाएगा।

पुणे के फग्र्यूसन कॉलेज में छात्रों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि दिल्ली की सरकार यह सोचती है कि खाद्य सुरक्षा बिल लाने से ही आपकी प्लेट में खाना पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि दूसरों की सत्ता में रूचि है जबकि मेरी भारतीयों के सशक्तिकरण में दिलचस्पी है।

गौरतलब है कि खाद्य सुरक्षा यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी का महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है। खाद्य सुरक्षा बिल पर सहमति नहीं बनने के कारण कैबिनेट ने अध्यादेश लाने को मंजूरी दी थी।

"वेस्टर्न नहीं,मॉर्डन एजुकेशन चाहिए"

मोदी ने कहा कि हमारी शिक्षा मेन मेकिंग थी लेकिन उसे मनी मेकिंग बना दिया गया है। शिक्षा व्यवस्था की हालत पहले से बदतर हुई। जिस तरह अमरीका की शिक्षा व्यवस्था में सर्वागीण विकास के अवसर मिलते हैं उसी तरह हमारे गुरूकुलों में राजा और प्रजा को एक साथ शिक्षा प्राप्त करने की व्यवस्था थी लेकिन आज छात्रों को सर्वागीण विकास के लिए उचित शिक्षा नहीं मिल रही है।

मोदी ने कहा कि मैं सोशल मीडिया खासतौर पर टि्वटर पर बहुत एक्टिव हूं। सोशल मीडिया के जरिए देश के कोने-कोने के छात्रों का मुझसे संपर्क होता है। मैंने युवाओं से सुझाव मांगे थे। करीब 2500 युवाओं ने मुझे सुझाव भेजे। मेरे भाषण में कई विचार उन युवाओं के हैं। आगे भी मुझे आपका मार्गदर्शन चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश की 65 फीसदी जनसंख्या युवा है। यही देश और दुनिया को बहुत कुछ दे सकता है,लेकिन उन्हें सही मार्गदर्शन की जरूरत है।

युवाओं की राष्ट्र निर्माण में बहुत बड़ी भूमिका है। युवा देश के बारे में सोचता है। वह कुछ करना चाहता है। नौजवानों के पास सपने हैं,उमंग है लेकिन देश में निराशा का माहौल है। देश को इस माहौल से निकालना होगा। 120 करोड़ के देश में जब एक भी खिलाड़ी मेडल नहीं जीत पाता तो बहुत निराशा होती है। हमने अब तक अपनी युवा पीढ़ी को कोई अवसर नही दिया। युवाओं को आगे ले जाने के लिए सोच चाहिए।

1200 साल की गुलामी के बावजूद देश सीना तानकर खड़ा है। गुलामी के दौर में अंग्रेजों को ललकारने का साहस लोकमान्य बाल गंगाधकर तिलक ने दिखाया था। इस मंच से मैं राजनितिक बयान नहीं देना चाहता हूं लेकिन हमें यह सोचना होगा कि क्या हमने अपने पूर्वजों के सपनों को पूरा किया है।

तीन बेटियों की शादी का खर्च 3 रुपए!



ग्रेटर नोएडा।। दनकौर कोतवाली एरिया के डेरीन गुजरान गांव के रहने वाले तीन युवकों की शादी बिना दान दहेज के संपन्न हुई। यह शादी पूरे एरिया में चर्चा का विषय बन गई है। लोग इस शादी को आगामी पीढ़ी के लिए एक अच्छी मिसाल बता रहे हैं।

एरिया के डेरीन गुजरान गांव के रहने वाले मोहित नागर पुत्र परमाल, सचिन नागर पुत्र आनंद और पंकज नागर पुत्र केसराम की शादी सिकंदाबाद के तिल डेरीन गांव के श्रीपाल भाटी की तीन लड़कियों प्रियंका, पूजा और नेहा के साथ तय हुई थी। तय तिथि के अनुसार बरात शुक्रवार शाम तिल डेरीन गांव पहुंची। बरात में 33 लोग ही पहुंचे। वर पक्ष तीन परिवारों के थे। हर वर पक्ष से 11-11 बराती ही शादी में शामिल हुए।

बरात बिना ढोल नगाड़ों और आतिशबाजी के पहुंची थी। शादी में कन्या पक्ष की तरफ से कोई दहेज नहीं दिया गया। सिर्फ एक रुपया देकर बरात को विदा कर दिया गया। वर पक्ष के परिजनों ने बताया कि यह शादी सगाई से लेकर विदाई तक मात्र एक रुपये में ही हुई है। दूल्हों ने बताया कि वे आजकल चल रहे दहेज के चलन से खुश नहीं हैं। उनका बचपन से ही बिना दहेज की शादी करने का सपना था जो अब साकार हो चुका है। वे अपनी शादी से बहुत खुश हैं।

धर्म नहीं बदला तो बीवी को ब्लेड से 100 बार काटा



मुंबई ।। मुंबई में एक शख्स ने अपनी पत्नी के ऊपर इतने अत्याचार किए हैं कि सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। इसने एक लड़की से दोस्ती कर उससे शादी की, फिर धर्म बदलने का दबाव देकर उसे प्रताड़ित करने लगा। उसकी लगातार प्रताड़ना से तंग आकर लड़की ने उससे तलाक ले लिया और अलग रहने लगी। इस शख्स ने बदला लेने के मकसद से एक दिन उसे अगवा कर लिया। आरोप है कि इस शख्स ने महिला के शरीर के ब्लेड से 100 जगह काट डाला हैं। 23 साल के इस शख्स पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
women
पुलिस का कहना है कि 21 साल की पीड़िता पिछले सप्ताह किसी तरह से इस अपराधी के चंगुल से बच निकलने में कामयाब रही और उसने मुलुंड थाने में शिकायत कराई। शिकायत के बाद उस्मान अकबर बादशाह उर्फ पाशा को आईपीसी की कई धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पाशा ने स्वीकार किया है कि उसका पिता 1993 मुंबई बम धमाकों में आरोपी रहा है और खुद उसके खिलाफ 16 आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक, पाशा सेवरी के आदमजी जिवाजी चॉल में रहता है, जबकि पीड़िता उपनगरीय इलाके मुलुंड में रहती है।पाशा ने फेसबुक पर इसी साल फरवरी में खुद को एक कारोबारी बताकर लड़की से दोस्ती की और बाद में बांद्रा परिवार अदालत में दोनों ने शादी कर ली। शादी के बाद पाशा लड़की पर धर्म बदलने के लिए दबाव बनाकर उसके साथ दुर्व्यवहार करने लगा, उसे प्रताड़ित करने लगा।
लड़की को जब यह लगा कि उसके साथ धोखा हुआ है तो उसने मुलुंड थाने में शिकायत दर्ज कराई और पाशा के धर्म के अनुसार तलाक लिया। हालांकि, पुलिस का कहना है कि दोनों का अभी कानूनी रूप से तलाक नहीं हुआ है।

कुछ दिनों बाद पाशा ने लड़की से सुलह करने और फिर साथ आने का आग्रह किया, लेकिन उसने इनकार कर दिया। पुलिस का कहना है कि बीती 17 जून को जब पीड़िता एक मॉल की ओर जा रही थी तो पाशा ने उसे अगवा कर लिया और अपने घर ले गया। उसने उसे कई दिनों तक उसे अपने पास रखा और यातनाएं देता रहा। उसने ब्लेड से महिला को 100 घाव दिए।

पिछले 26 जून को लड़की भाग निकलने में कामयाब रही और उसने थाने में पाशा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। आरोपी को गिरफ्तार कर मामले की जांच की जा रही है।

सिवाना छात्रसंघ 19जुलाई को वसुंधरा राजे का सिवाना में करेगा स्वागत सौपेगा मांगपत्र...

सिवाना छात्रसंघ 19जुलाई को वसुंधरा राजे का सिवाना में करेगा स्वागत सौपेगा मांगपत्र...





पधारो सा!
स्वागत-पत्र हिन्दी अनुवाद सहित
आदरजोग वसुंधरा जी,
राजस्थानी साहित्य रै नामी गांव सिवाणा मांय
आपरो घणै मान स्वागत है।
आप पधारया - म्हारा धन-भाग।
आपनैं जाण’र हरख हुवैला कै राजस्थानी भासा अर
साहित्य रा पढेसरां अर सोधेसरां री तादाद इण
गांव में सै सूं बेसी है। आप राजस्थानी में
बोलवा री सरूआत कीनी है। आ म्हारै वास्तै घणै
हरख री बात है। आप जनभासा री तागत
जाणो हो। सै सूं सांवठो संवाद जनभासा में ई
बण सकै। इण वास्तै आप
राजस्थानी जनता री जबान नैं मन सूं
स्वीकारो अर इणनैं संवैधानिक मानता दिलवाओ।
आ ईज अरज है।
आपरो
जितेन्द्र जांगिड़
सिवाणा मोट्यार परिषद्
(अखिल भारतीय
राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति)
ठिकाणो - सिवाणा,
(बाड़मेर) 344044
कानाबाती: 9982368226
अर सगळा साथी।
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जवान ने बनाई युवती की क्लीपिंग

जवान ने बनाई युवती की क्लीपिंग
भोपाल। दिल्ली से आने वाली दक्षिण एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान ने विदिशा की एक युवती की वीडियो क्लीपिंग बनाई और विरोध करने पर उससे मारपीट की। जब हंगामा बढ़ा तो चेन पुल कर दोनों जवान भाग गए। बाद में युवती की शिकायत पर जीआरपी थाना भोपाल में दो जवानों के खिलाफ प्रकरण कायम किया गया।

दिल्ली से भोपाल आ रहे सीआरपीएफ के जवान स्लीपर कोच में थे। इसी कोच में विदिशा से कुछ अपडाउनर्स रोजाना की तरह चढ़े। इनमें दो युवतियां भी थीं। यात्रा के दौरान एक युवती की नजर सामने बैठे सीआरपीएफ जवान पर पड़ी, जो काफी देर से उसे घूर रहा था। युवती को लगा कि उसने अपने मोबाइल से उसकी वीडियो क्लीपिंग बनाई है। युवती ने जवान से बहस करते हुए मोबाइल छीन लिया।

नाराज सीआरपीएफ जवान ने युवती को तमाचा मार दिया, इस बीच एक और जवान युवती से उलझ गया। इसी कोच में मौजूद विदिशा के ज्ञान सिंह यादव ने बताया कि घटना के बाद कोच में हंगामा हो गया और जवानों ने हाथापाई शुरू कर दी। इसके बाद अन्य अपडाउनर्स ने भी हस्तक्षेप किया। यह बात जब ट्रेन में मौजूद सीआरपीएफ के प्रभारी को पता चली, तो उन्होंने मोबाइल लेकर क्लीपिंग देखी और जवानों को भागने को कहा। इसी बीच किसी ने ट्रेन की जंजीर खींच दी और जवान भाग गए।

भोपाल में दर्ज कराई एफआईआर
सीआरपीएफ जवानों और अपडाउनर्स के बीच हुए इस झगड़े के कारण ट्रेन निशातपुरा में करीब आधा घंटे खड़ी रही। आरपीएफ भोपाल और जीआरपी थाने की पुलिस के पहुंचने के बाद ट्रेन रवाना हुई। भोपाल पहुंचकर युवती ने जीआरपी थाने में एफआईआर दर्ज कराई। इस दौरान कई अपडाउर्स भी थाने पहुंच गए। जीआरपी थाना प्रभारी डीके जोशी ने बताया कि केन्द्रीय रिजर्व पुलिस के दो जवानों धर्मेन्द्र कुमार और दिनेश कुमार के खिलाफ भादंवि की धारा 354 ग, 323 तथा 324 के तहत प्रकरण कायम कर लिया है।

मामला मत बढ़ाओ, हम शर्मिदा हैं
जीआरपी थाने मे रिपोर्ट कराने पहुंची दोनों युवतियां जब थाना प्रभारी से शिकायत कर रही थीं, इसी दौरान सीआरपीएफ के सीनियर कमांडेंट थाने पहुंचे और युवतियों से मामले को न उछालने के लिए कहा। सीआरपीएफ के अधिकारी ने थाने में युवती से कहा कि हम अपने जवान की इस हरकत से शर्मिदा हैं। पूरी बटालियन बदनाम होती है। जवानों को निलंबित कर बाद में नौकरी से निकाल दिया जाएगा। लेकिन इस मामले को न उछालें।

मिलिट्री कोच में होते रहते हैं झगड़े
आमतौर पर जिन ट्रेनों में कुछ कोच या सीटें मिलट्री के जवानों के लिए आरक्षित रहती हैं, उनमें विवाद होते रहते हंै। आम यात्रियों को यह पता नहीं होता कि कोच या सीटें मिलट्री के लिए आरक्षित हैं। ऎसे में आम यात्री भी उस कोच या सीट पर पहुंच जाते हैं और उनका सेना के जवानों से विवाद हो जाता है।

कई बार चलती ट्रेन से यात्रियों को उतारने और गाली गलौज व मारपीट की घटनाएं भी सामने आती हैं। भोपाल के जीआरपी थाना प्रभारी डीके जोशी की मानें, तो मिलट्री के लिए आरक्षित कोच में महिलाओं के पहुंचने से विवाद की स्थिति ज्यादा बनती है।

"संसद पर हमले में सरकार का हाथ"

"संसद पर हमले में सरकार का हाथ"

नई दिल्ली। गृह मंत्रालय के एक पूर्व अधिकारी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। इस अधिकारी का कहना है कि इशरत जहां एनकाउंटर मामले की जांच कर रही सीबीआई-एसआईटी टीम के एक अधिकारी ने तब की सरकारों पर संसद और मुंबई हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया था। गृह मंत्रालय में अवर सचिव रहे आर.वी.एस मणि ने इशरत जहां एनकाउंटर केस में हलफनामा दाखिल किया था।

मणि का कहना है कि सीबीआई-एसआईटी टीम के सदस्य रहे सतीश वर्मा ने उन्हें बताया था कि आतंकवाद विरोधी कानून को मंजबूत करने के लिए ही संसद और मुंबई हमले की साजिश रची गई थी। मणि ने वर्मा के हवाला से बताया कि 13 दिसंबर 2001 को संसद पर हमला हुआ और उसके बाद पोटा लागू किया गया।

फिर 26 नवंबर 2008 के बाद हमला हुआ। इसके बाद यूएपीए कानून में संशोधन हुआ। गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी वर्मा ने मणि के आरोपों पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है। एक समाचार पत्र से बातचीत में वर्मा ने कहा कि मुझे नहीं पता क्या शिकायत है और किसने की है। मैं इस बारे में जानने को उत्सुक भी नहीं हूं।