जवान ने बनाई युवती की क्लीपिंग
भोपाल। दिल्ली से आने वाली दक्षिण एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान ने विदिशा की एक युवती की वीडियो क्लीपिंग बनाई और विरोध करने पर उससे मारपीट की। जब हंगामा बढ़ा तो चेन पुल कर दोनों जवान भाग गए। बाद में युवती की शिकायत पर जीआरपी थाना भोपाल में दो जवानों के खिलाफ प्रकरण कायम किया गया।
दिल्ली से भोपाल आ रहे सीआरपीएफ के जवान स्लीपर कोच में थे। इसी कोच में विदिशा से कुछ अपडाउनर्स रोजाना की तरह चढ़े। इनमें दो युवतियां भी थीं। यात्रा के दौरान एक युवती की नजर सामने बैठे सीआरपीएफ जवान पर पड़ी, जो काफी देर से उसे घूर रहा था। युवती को लगा कि उसने अपने मोबाइल से उसकी वीडियो क्लीपिंग बनाई है। युवती ने जवान से बहस करते हुए मोबाइल छीन लिया।
नाराज सीआरपीएफ जवान ने युवती को तमाचा मार दिया, इस बीच एक और जवान युवती से उलझ गया। इसी कोच में मौजूद विदिशा के ज्ञान सिंह यादव ने बताया कि घटना के बाद कोच में हंगामा हो गया और जवानों ने हाथापाई शुरू कर दी। इसके बाद अन्य अपडाउनर्स ने भी हस्तक्षेप किया। यह बात जब ट्रेन में मौजूद सीआरपीएफ के प्रभारी को पता चली, तो उन्होंने मोबाइल लेकर क्लीपिंग देखी और जवानों को भागने को कहा। इसी बीच किसी ने ट्रेन की जंजीर खींच दी और जवान भाग गए।
भोपाल में दर्ज कराई एफआईआर
सीआरपीएफ जवानों और अपडाउनर्स के बीच हुए इस झगड़े के कारण ट्रेन निशातपुरा में करीब आधा घंटे खड़ी रही। आरपीएफ भोपाल और जीआरपी थाने की पुलिस के पहुंचने के बाद ट्रेन रवाना हुई। भोपाल पहुंचकर युवती ने जीआरपी थाने में एफआईआर दर्ज कराई। इस दौरान कई अपडाउर्स भी थाने पहुंच गए। जीआरपी थाना प्रभारी डीके जोशी ने बताया कि केन्द्रीय रिजर्व पुलिस के दो जवानों धर्मेन्द्र कुमार और दिनेश कुमार के खिलाफ भादंवि की धारा 354 ग, 323 तथा 324 के तहत प्रकरण कायम कर लिया है।
मामला मत बढ़ाओ, हम शर्मिदा हैं
जीआरपी थाने मे रिपोर्ट कराने पहुंची दोनों युवतियां जब थाना प्रभारी से शिकायत कर रही थीं, इसी दौरान सीआरपीएफ के सीनियर कमांडेंट थाने पहुंचे और युवतियों से मामले को न उछालने के लिए कहा। सीआरपीएफ के अधिकारी ने थाने में युवती से कहा कि हम अपने जवान की इस हरकत से शर्मिदा हैं। पूरी बटालियन बदनाम होती है। जवानों को निलंबित कर बाद में नौकरी से निकाल दिया जाएगा। लेकिन इस मामले को न उछालें।
मिलिट्री कोच में होते रहते हैं झगड़े
आमतौर पर जिन ट्रेनों में कुछ कोच या सीटें मिलट्री के जवानों के लिए आरक्षित रहती हैं, उनमें विवाद होते रहते हंै। आम यात्रियों को यह पता नहीं होता कि कोच या सीटें मिलट्री के लिए आरक्षित हैं। ऎसे में आम यात्री भी उस कोच या सीट पर पहुंच जाते हैं और उनका सेना के जवानों से विवाद हो जाता है।
कई बार चलती ट्रेन से यात्रियों को उतारने और गाली गलौज व मारपीट की घटनाएं भी सामने आती हैं। भोपाल के जीआरपी थाना प्रभारी डीके जोशी की मानें, तो मिलट्री के लिए आरक्षित कोच में महिलाओं के पहुंचने से विवाद की स्थिति ज्यादा बनती है।
भोपाल। दिल्ली से आने वाली दक्षिण एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान ने विदिशा की एक युवती की वीडियो क्लीपिंग बनाई और विरोध करने पर उससे मारपीट की। जब हंगामा बढ़ा तो चेन पुल कर दोनों जवान भाग गए। बाद में युवती की शिकायत पर जीआरपी थाना भोपाल में दो जवानों के खिलाफ प्रकरण कायम किया गया।
दिल्ली से भोपाल आ रहे सीआरपीएफ के जवान स्लीपर कोच में थे। इसी कोच में विदिशा से कुछ अपडाउनर्स रोजाना की तरह चढ़े। इनमें दो युवतियां भी थीं। यात्रा के दौरान एक युवती की नजर सामने बैठे सीआरपीएफ जवान पर पड़ी, जो काफी देर से उसे घूर रहा था। युवती को लगा कि उसने अपने मोबाइल से उसकी वीडियो क्लीपिंग बनाई है। युवती ने जवान से बहस करते हुए मोबाइल छीन लिया।
नाराज सीआरपीएफ जवान ने युवती को तमाचा मार दिया, इस बीच एक और जवान युवती से उलझ गया। इसी कोच में मौजूद विदिशा के ज्ञान सिंह यादव ने बताया कि घटना के बाद कोच में हंगामा हो गया और जवानों ने हाथापाई शुरू कर दी। इसके बाद अन्य अपडाउनर्स ने भी हस्तक्षेप किया। यह बात जब ट्रेन में मौजूद सीआरपीएफ के प्रभारी को पता चली, तो उन्होंने मोबाइल लेकर क्लीपिंग देखी और जवानों को भागने को कहा। इसी बीच किसी ने ट्रेन की जंजीर खींच दी और जवान भाग गए।
भोपाल में दर्ज कराई एफआईआर
सीआरपीएफ जवानों और अपडाउनर्स के बीच हुए इस झगड़े के कारण ट्रेन निशातपुरा में करीब आधा घंटे खड़ी रही। आरपीएफ भोपाल और जीआरपी थाने की पुलिस के पहुंचने के बाद ट्रेन रवाना हुई। भोपाल पहुंचकर युवती ने जीआरपी थाने में एफआईआर दर्ज कराई। इस दौरान कई अपडाउर्स भी थाने पहुंच गए। जीआरपी थाना प्रभारी डीके जोशी ने बताया कि केन्द्रीय रिजर्व पुलिस के दो जवानों धर्मेन्द्र कुमार और दिनेश कुमार के खिलाफ भादंवि की धारा 354 ग, 323 तथा 324 के तहत प्रकरण कायम कर लिया है।
मामला मत बढ़ाओ, हम शर्मिदा हैं
जीआरपी थाने मे रिपोर्ट कराने पहुंची दोनों युवतियां जब थाना प्रभारी से शिकायत कर रही थीं, इसी दौरान सीआरपीएफ के सीनियर कमांडेंट थाने पहुंचे और युवतियों से मामले को न उछालने के लिए कहा। सीआरपीएफ के अधिकारी ने थाने में युवती से कहा कि हम अपने जवान की इस हरकत से शर्मिदा हैं। पूरी बटालियन बदनाम होती है। जवानों को निलंबित कर बाद में नौकरी से निकाल दिया जाएगा। लेकिन इस मामले को न उछालें।
मिलिट्री कोच में होते रहते हैं झगड़े
आमतौर पर जिन ट्रेनों में कुछ कोच या सीटें मिलट्री के जवानों के लिए आरक्षित रहती हैं, उनमें विवाद होते रहते हंै। आम यात्रियों को यह पता नहीं होता कि कोच या सीटें मिलट्री के लिए आरक्षित हैं। ऎसे में आम यात्री भी उस कोच या सीट पर पहुंच जाते हैं और उनका सेना के जवानों से विवाद हो जाता है।
कई बार चलती ट्रेन से यात्रियों को उतारने और गाली गलौज व मारपीट की घटनाएं भी सामने आती हैं। भोपाल के जीआरपी थाना प्रभारी डीके जोशी की मानें, तो मिलट्री के लिए आरक्षित कोच में महिलाओं के पहुंचने से विवाद की स्थिति ज्यादा बनती है।
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