बीजिंग. चीन में सेक्स वर्कर पुलिस के टॉर्चर से परेशान हैं। उन्हें पेड़ों से बांध कर बिल्कुल ठंडे पानी से भिगोया जाता है और पुलिस वाले मारते-पीटते हैं। यही नहीं इन्हें गैरकानूनी तौर पर हिरासत में रखकर हफ्ता भी वसूल किया जाता है। ह्यूमन राइट वॉच की ओर से जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक सेक्स वर्कर्स को एचआईवी टेस्ट करने के नाम पर ले जाया जाता है और पुलिस हिरासत में रख लिया जाता है।
रिपोर्ट में तो यहां तक कहा गया है कि चीन में कुछ महिलाओं को सिर्फ इसलिए गिरफ्तार कर लिया गया क्योंकि उनके पास से कुछ कंडोम मिले थे। कंडोम मिलने पर चीनी पुलिस कहती है कि यह उनके सेक्स वर्कर्स होने का सबूत है। इसके लिए राह चलती और रेड लाइट एरिया में घूमती युवतियों और महिलाओं के सामान की तलाशी ली जाती है। पुलिस की इस हरकत से ज्यादातर सेक्स वर्कर्स अपने साथ कंडोम ले जाने से घबराती हैं। इससे सेक्स वर्कर्स के बीत एचआईवी से संक्रमित होने का खतरा भी बढ़ जाता है। बीजिंग की एक सेक्स वर्कर का कहना है कि उसके साथ कई बार रेप हुआ है लेकिन पुलिस की हरकतों से कभी भी उनके पास जाने की हिम्मत नहीं होती है। इस महिला का कहना था कि वह सेक्स बेचती है जो चीन में गैरकानूनी है। अगर वहपुलिसके पास रेप की शिकायत लेकर गई तो पुलिस उसे ही गिरफ्तार कर लेगी। रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस सेक्स वर्कर्स के खिलाफ हुए अपराध की जांच नहीं करती है। इसमें कहा गया है कि ज्यादातर सेक्स वर्कर्स पुलिस के पास शिकायत के लिए नहीं जाती हैं। रिपोर्ट में इस बात के भी सबूत मिले हैं कि पुलिस छापे के दौरान कई सेक्स वर्कर्स से वसूली की जाती है। यही नहीं पुलिस इनके पास आने वाले रेगुलर क्लाइंट्स पर भी नजर रखती है और उनसे भी हफ्ता लिया जाता है। कई बार को पुलिस खुद एक क्लाइंट बना लेती है जो वैश्यालयों पर आता है और सेक्स वर्कर्स से सेक्स सर्विस मांगता है। एक बार सर्विस शुरू होने पर इससे छुटकारा नहीं पाया जा सकता है। सर्विस मिलने के बाद क्लाइंट पुलिस को फोन करता है और पुलिस आकर दोनों को गिरफ्तार कर लेती है। पुलिस सेक्स वर्कर पर फाइन लगाती है और मिली हुई रकम को क्लाइंट और पुलिस आपस में बांट लेते हैं।
सेक्स वर्कर्स का कहना है कि पहले पुलिस उन्हें पकड़ती है और फिर रिहा करने के नाम पर उनसे मनचाहा बयान लिखवा लेती है लेकिन बाद में उन्हें महीनों के लिए हिरासत में रख लिया जाता है। ऐसी ही एक सेक्स वर्कर्स का कहना था कि उसे पुलिस एजुकेशन सेंटर के नाम पर छह महीने तक हिरासत में रखा। अब उन्हें समझ नहीं आ रहा कि वे क्या करें, क्योंकि धंधा तो चौपट हो चुका है। एचआईवी टेस्ट कराने के बाद पुलिस सेक्स वर्कर्स की रिपोर्ट उन्हें नहीं देती है बल्कि उसके बारे में दूसरे लोगों को बता दिया जाता है।चीन में ह्यूमन राइट वॉच की निदेशक सोफी रिचर्डसन का कहना है कि अगर चीन में कोई महिला सेक्स वर्कर है तो यह तय मानिए कि उसे कई मूल अधिकार जब्त हो जाएंगे। रिपोर्ट में चीन की सरकार से मांग की गई है कि सेक्स वर्क या सहमित से सेक्स करने पर आपराधिक और प्रशासनिक प्रतिबंधों को हटाने के लिए कानून बनाए जाएं। इसके सरकार से मांग की गई है कि सदियों से जारी वैश्यावृत्ति विरोधी अभियानों पर रोक लगाई जाए क्योंकि इससे सेक्स वर्कर्स के खिलाफ अपराधों और मानवाधिकार हनन में बढ़ोत्तरी हुई है।
चीन में वेश्यावृत्ति गैरकानूनी है और सरकार इसे बंद कराना चाहती है। इसके बावजूद यहां 40 से 60 लाख सेक्स वर्कर्स के होने का अनुमान है। चीन में कई बार्बर शॉप, मसाज पार्लर भी सेक्स सर्विस मुहैया कराते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक सरकार और पुलिस की ओर से की जाने वाली ऐसी कोशिशों से सेक्स वर्कर्स की हालत और दयनीय हो जाती है। इस रिपोर्ट में चीन की कम से कम 140 सेक्स वर्कर्स, उनके क्लाइंट्स, पुलिसकर्मियों और विशेषज्ञों का इंटरव्यू किया गया है। इसके मुताबिक कई सेक्स वर्कर्स को तो पुलिस गुनाह कबूल करवाने या जबरन बयान लेने के लिए बुरी तरह से पीटती है।
राहुल के साथ संवाद में खरी-खौटी! जयपुर/बीकानेर। कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार को जब बीकानेर में प्रदेश कांग्रेस के जिला स्तर के नेताओं से संवाद करने बैठे तो फीडबेक में चुनावी तैयारियों के साथ आपसी कलह और रिश्तों में खटास भी खुलकर सामने आई। पूर्व मंत्री और राज्य वित्त आयोग के आयोग के अध्यक्ष बीडी कल्ला पर भी स्थानीय नेता कीचड़ उछालने से बाज नहीं आए। उनके खिलाफ पिछले विधानसभा चुनावों में पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ राजनीति करने आरोप लगे।पार्टी सूत्रों के अनुसार बुधवार सुबह दिल्ली से बीकानेर पहुंचने के बाद से राहुल गांधी प्रदेश कांग्रेस के जिला स्तर के नेताओं से सीधा संवाद कर फीडबैक लेने में व्यस्त थे। इसी दौरान कांग्रेस की टिकट पर बीकानेर पूर्व विधानसभा क्षेत्र की सीट से चुनाव लड़ चुके डॉ तनवीर मालावत ने बीडी कल्ला पर आरोप लगाना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि जब वे पार्टी टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे तो कल्ला ने उनके खिलाफ राजनीति माहौल तैयारि किया और उनकी इसी पार्टी विरोधी राजनीति से उन्हें हार का मूंह देखना पड़ा।राहुल चाहते हैं मजबूत हों जड़ेंकार्यकर्ताओं के साथ संवाद के दौरान अब तक राहुल गांधी का जोर पार्टी कोब्लॉक स्तर मजबूत करने पर रहा है। वे ब्लॉक स्तर के कार्यकर्ता को अधिक अधिकार और जिम्मेदारियां देकर पार्टी संगठन की जड़ों को गहरा करने पर बल देते दिखे। इस दौरान पार्टी के एमपी/एमएलए और कार्यकर्ताओं के बीच गेप भी राहुल के लिए चिंता का विष्ाय बना रहा। संवाद में मौका नहीं मिलने से रोषपार्टी सूत्रों के अनुसार बीकानेर में संवाद कार्यक्रम के दौरान 13 जिला इकाइयों,नगर परिषदों/पालिकाओं से जुड़े कार्यकर्ताओं के साथ राहुल की कुल 9 बैठकें तय हैं। इनमें प्रत्येक बैठक में करीब 30-35 कार्यकर्ताओं को शामिल किया गया,लेकिन राहुल के सामने इनमें से भी महज 8-10 को ही बोलने का मौका मिला। राहुल के समक्ष अपनी बात नहीं रख पाने से अधिकांश कार्यकर्ताओं में रोष है और वे आला पदाधिकारियों से फिर से मिलने की मांग कर रहे हैं।मुख्यमंत्री ने किया राहुल का स्वागतबता दें कि कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल बाबा यहां राजस्थान की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान पार्टी के जिला स्तरीय नेताओं से संवाद के लिए पहुंचे हैं। बुधवार सुबह नाल हवाई अड्डे पर उनके स्वागत में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत,प्रदेशाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान,राज्य प्रभारी मुकुल वासनिक भी मौजूद रहे। इस दौरान हवाई पट्टी के नजदीक कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ एकत्र थी। वहां से बाहर निकलते वक्त राहुल ने कुछ स्थानीय लोगों से बातचीत की। तभी कर्मचारियों ने अपनी विभिन्न मांगों के संबंध में राहुल को ज्ञापन सौंपा। रास्तेभर गूंजे "राहुल जिंदाबाद" के नारेयहां से राहुल बीकानेर स्थित होटल पार्क पैराडाइज में होने वाले संवाद कार्यक्रम के लिए वाहन से रवाना हुए। उनकी यात्रा को देखते हुए शहर कांग्रेस की ओर से विभिन्न स्थानों पर स्वागत द्वार बनाएं गए हैं। हवाई पट्टी से होटल तक जगह-जगह बनाए गए स्वागत द्वारों के आस-पास खड़े लोगों ने "राहुल जिंदाबाद" के नारे लगाते हुए उनका स्वागत किया। गुरूवार को जयपुर में होगा संवादउधर सुबह से ही राहुल से मिलने के लिए पासधारी नेता होटल पहुंच गए,जहां उन्हें उनके क्रम से बैठाया गया। राहुल इन नेताओं से सीधा संवाद कर आगामी विधानसभा व लोकसभा चुनाव में पार्टी की स्थिति का आकलन करेंगे। उनके कुछ जिला स्तरीय नेताओं से व्यक्तिगत मिलने की भी संभावना है। संवाद समाप्ति के बाद राहुल शाम को जयपुर रवाना होंगे। यहां वे राजभवन में रात्रि विश्राम करने के बाद,गुरूवार सुबह बिड़ला सभागार में जिले के नेताओं से संवाद करेंगे।
बाप करता रहा नाबालिक बेटी से दुष्कर्म अलवर। हवस की आग में अंधे कलयुगी बाप ने रिश्ते की मर्यादा को ताक में रखकर नाबालिक बेटी के साथ दुष्कर्म कर हैवानियत की सारी हदें ही पार कर दी। अलवर में पिता द्वारा अपनी ही नाबालिक बेटी से दो महीने तक रेप करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने मंगलवार देर रात को मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।जानकारी के अनुसार शिवाजी पार्क थाना इलाके में रहने वाली नौंवी कक्षा की 14 वर्षीय छात्रा ने अपनी मां को आपबीती बताई तब जाकर यह मामला सामने आया। बालिका ने मां को बताया कि पिछले दो महीनो से पिता उसके साथ रेप कर रहा था। इस बात की शिकायत पीडिता की मां ने अपनी मां से की। इसके बाद पीडिता की नानी व मां मंगलवार रात को थाने पहुंची और कलयुगी पिता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। मेडिकल जांच में रेप की पुष्टि हुई है। इसके बाद पुलिस ने आरोपी का मेडिकल मुआयना कराया।पांच बच्चों का पिता है आरोपीजांच में सामने आया है कि आरोपी पिता शहर में इलेक्ट्रीशियन का काम करता है और उसके पांच बच्चें हैं। इनमें बच्चों में सबसे बड़ी पीडिता है। उसके साथ ही पिता करीब दो माह से डरा-धमका कर रेप कर रहा था।
बाप करता रहा नाबालिक बेटी से दुष्कर्म अलवर। हवस की आग में अंधे कलयुगी बाप ने रिश्ते की मर्यादा को ताक में रखकर नाबालिक बेटी के साथ दुष्कर्म कर हैवानियत की सारी हदें ही पार कर दी। अलवर में पिता द्वारा अपनी ही नाबालिक बेटी से दो महीने तक रेप करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने मंगलवार देर रात को मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।जानकारी के अनुसार शिवाजी पार्क थाना इलाके में रहने वाली नौंवी कक्षा की 14 वर्षीय छात्रा ने अपनी मां को आपबीती बताई तब जाकर यह मामला सामने आया। बालिका ने मां को बताया कि पिछले दो महीनो से पिता उसके साथ रेप कर रहा था। इस बात की शिकायत पीडिता की मां ने अपनी मां से की। इसके बाद पीडिता की नानी व मां मंगलवार रात को थाने पहुंची और कलयुगी पिता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। मेडिकल जांच में रेप की पुष्टि हुई है। इसके बाद पुलिस ने आरोपी का मेडिकल मुआयना कराया।पांच बच्चों का पिता है आरोपीजांच में सामने आया है कि आरोपी पिता शहर में इलेक्ट्रीशियन का काम करता है और उसके पांच बच्चें हैं। इनमें बच्चों में सबसे बड़ी पीडिता है। उसके साथ ही पिता करीब दो माह से डरा-धमका कर रेप कर रहा था।
बच्चों के सामने मां से सामूहिक दुष्कर्म भीलवाड़ा। वहशीपन की हदे लांधते हुए मंगलवार रात भीलवाड़ा जिले में कोटा मार्ग पर बनका खेड़ा में निजी मोबाइल टावर की सुरक्षा में लगे चौकीदार की पत्नी के साथ कुछ लोगों ने उसके बच्चों के सामने ही सामूहिक दुष्कर्म किया। संघर्ष करने पर महिला के साथ मारपीट कर धारदार हथियार से गुप्तांग पर चोट पहुंचाई गई। पीडिता को रात में ही गंभीर हालत में भीलवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। कोटड़ी पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज किया है। थानाप्रभारी भूपेन्द्रसिंह चारण ने बताया कि बनका खेड़ा में एक व्यक्ति टावर की चौकीदारी के लिए तैनात था। चौकीदार रात नौ बजे किसी काम से कहीं चला गया। देर रात मोटरसाइकिल पर कुछ लोग वहां पहुंचे। पति के दुर्घटनाग्रस्त होने की बात कहकर 24 वर्षीय महिला से दरवाजा खुलवाया। दरवाजा खोलते ही तीन जनों ने उसका मुंह दबा दिया और दुष्कर्म किया।इस दौरान महिला के तीन बच्चे भी वहां मौजूद थे। सबसे बड़ा बच्चे पांच साल का था। बच्चों को दूर धकेल दिया गया। आरोपियों ने दरिंदगी दिखाते हुए पीडिता को जगह-जगह से काट खाया तथा गुप्तांग पर चोट भी दी। घटना के बाद आरोपी भाग छूटे। जैसे-तैसे महिला ने पड़ोसी का बताया। इस दौरान उसका पति भी आ गया। पीडिता को सवाईपुर चिकित्सालय लाया गया। जहां से देर रात भीलवाड़ा रेफर किया गया। सामूहिक दुष्कर्म का मामला उजागर होते ही पुलिस हरकत में आ गई। पुलिस ने तड़के चिकित्सालय पहुंच पीडित महिला से घटना की जानकारी ली। पुलिस अधीक्षक नितिनदीप ब्लग्गन, पुलिस उपाधीक्षक रामसिंह भी बुधवार सुबह घटनास्थल पहुंचे। इस दौरान एफएसएल ने भी फिंगर प्रिंटर्स उठाए। आरोपियों की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस संदेह के आधार पर जरायमपेशा वर्ग के ठिकानों पर दबिश दे रही है।
जोधपुर में रॉ का फर्जी अधिकारी गिरफ्तार जोधपुर। जिले में एक व्यक्ति को खुफिया एजेंसी रिसर्च एनालिससि विंग (रॉ) का अधिकारी बताकर पुलिस पर धौंस जमाने पर गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बुधवार को बताया कि प्रतापनगर थाने में मंगलवार रात को एक मामले में एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए लाया गया था कि पाली के हाउसिंग बोर्ड निवासी रितेश थाने पहुंच गया और अपने को रॉ का सहायक निदेशक बताकर उसकी पैरवी करने लगा।पुलिस के अनुसार रितेश के अपने आप को कभी रॉ का अधिकारी कभी आईपीएस अधिकारी बताता रहा। इस पर पुलिस को शक हो गया। उकसी बोलेरो गाड़ी की तलाशी लेने पर उसके पास रॉ का फर्जी पहचान पत्र बरामद किया गया। इसके अलावा कुछ कागजात एवं प्रिंटर भी बरामद किए गए।
"कटारिया के खिलाफ राजनीतिक साजिश" नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी सोहराबुद्दीन मुठभेड़ प्रकरण में फंसे राजस्थान के पूर्व गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया के बचाव में उतर आई है। पार्टी का कहना है कि कटारिया को राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि कटारिया के खिलाफ यूपीए ने सोची समझी साजिश रची है ताकि भाजपा के नेताओं को बदनाम किया जा सके। इसी तरह की साजिश गुजरात के पूर्व गृह राज्य मंत्री अमित शाह के खिलाफ भी रची गई थी लेकिन निचली अदालत ने उन्हें जमानत दे दी। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने भी उन्हें जमानत दी। अमित शाह के खिलाफ ठोस सबूत नहीं थे इसलिए अदालत ने उन्हें जमानत दी। सोहराबुद्दीन मुठभेड़ प्रकरण में सीबीआई की पूरक चार्जशीट में कोई तथ्य नहीं है। जिस तरह पार्टी ने शाह का साथ दिया था उसी तरह कटारिया के साथ भी खड़े रहेंगे। हम राजनीतिक और कानूनी लड़ाई लड़ेंगे। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जिस तरह कटारिया को फंसाया गया है उसी तरह एक मामले में राजस्थान से भाजपा विधायक राजेन्द्र राठौड़ को भी एक मामले में फंसाया गया था। उन्हें भी अदालत से जमानत मिली थी। इसके बाद राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली ने मोर्चा संभाला। उन्होंने कहा कि एक प्रमुख समाचार पत्र में सीबीआई निदेशक के हवाले से खबर छपी है। इसमें सीबीआई निदेशक ने कहा है कि रेलवे घूसकांड में भाजपा नेताओं के पास पूर्व रेल मंत्री पवन बंसल के खिलाफ कोई सबूत नहीं है। जब जांच चल रही हो तब सीबीआई निदेशक की ओर से ऎसी बात कहना कितना उचित है। ऎसे में सीबीआई से ईमानदारी से जांच की उम्मीद नहीं की जा सकती। बंसल से अभी पूछताछ भी नहीं हुई है और सीबीआई निदेशक ने जिस तरह से जांच टीम के साथ हस्तक्षेप किया और सरकार का बचाव करने के लिए कूद गए उससे साफ है कि सीबीआई राजनीतिक इशारे पर काम कर रही है।
जिनकी समाधि के दर्शन से होता है कष्टों का निवारण
महन्त चंचलनाथ जी की 30 वीं बरसी पर विशेष
ठाकराराम मेघवाल, बाडमेर
धर्म और तप की स्थली बाडमेर जिला मुख्यालय पर ढाणी बाजार में सिथत चंचल प्राग मठ लोगों के श्रृद्धा एवं आस्था का केन्द्र बना हुआ है। सन्तों के तप के प्रभाव से यह स्थल आज भी बाडमेर शहर सहित आस पास के कर्इ गांवों के लोगों के लिए धार्मिक महत्व रखता है।
जिला मुख्यालय पर चंचलप्राग मठ की स्थापना सन 1960 में की गर्इ। गुरू दरबार चंचल प्रागमठ महान परम सन्तों की तपोभूमि रहा है इसी तपोस्थल पर बडे बडे महा तेजस्वी कठोर तपस्या एवं योग सिद्धी कर परम लक्ष्य को प्राप्त हुए है। अस महान स्थल पर प्रवेश करने के साथ ही शारीरिक एवं मानसिक असन्तोष दूर होकर सहज शांति की प्रापित होती है।
तत्कालीन बाडमेर के जागीरदार रावत श्री हीरसिंह जी ने इस मठ की स्थापना के लिए नोसर मठ के महन्त श्री प्रागनाथ जी महाराज से चर्चा की। उन्होने अपने प्रिय शिष्य श्री प्रेमनाथ जी को इस पुनित कार्य के लिए चुना। महन्त प्रेमनाथ जी ने गुरू आज्ञा से बाडमेर शहर में आकर पहाडों की तलहटी मे इस जगह को चुना तथा लगभग विक्रम संवत 1960 में चंचलप्राग मठ की स्थापना की गर्इ। इस मठ में गुरूदेव श्री प्रागनाथ जी महाराज के हाथों से पूजा पाट प्रति स्थापित किया गया है।
चंचल प्राग मठ में स्थापित पवित्र धूणी
शिव मठ और शिव साधना का प्रतिक है धूणा। इस मठ में स्थापना से लेकर आज तक अखण्ड ज्योति जल रही है। श्रद्धालू भक्त धूणी की खाक को श्रृद्धा से अपने ललाट पर और सीने पर लगाकर शांति प्राप्त करते है।
इस मठ में कुल आठ समाधियां है जिसमें महन्त प्रेमनाथ, चंचलनाथ, पूर्णनाथ, प्रीतनाथ, भूरनाथ, सेवानाथ, लक्ष्मीनाथ बार्इ, मोतीनाथ।
चंचलप्राग मठ की स्थापना के बाद यहां कर्इ सिद्ध सन्तों ने कठोर तपस्या की जिनमें प्रागनाथ जी महाराज, उतमनाथ जी महाराज, प्राणनाथ जी महाराज, प्रेमनाथ जी महाराज तथा उनके पश्चात मंहन्त श्री चंचलनाथ जी महाराज प्रमुख है।
श्री चंचलनाथ जी महाराज का जन्म जालोर जिले के जसवन्तपुरा गांव में रतनाराम जी परिहार के घर में हुआ था। इनकी माता का नाम गुलाबी बार्इ था। महन्त चचंलनाथ जी का बचपन का नाम अखाराम जी था, उनके घर का वातावरण पूर्णतया सातिवक एवं भकित से ओतप्रोत था। बचपन में ही महन्त श्री चंचलनाथ जी के स्वभाव में भकितभाव साफ नजर आने लगा था। वे अपने घर में माताजी के मंदिर में रोज संध्या के समय माला जपते थे और घण्टों चिन्तन करते रहते थे। बचपन में ऐसा देखकर घर के सदस्य आश्यर्य में पड जाते थे। बाद में घर के एक पुरूष ने भविष्यवाणी की थी कि एक दिन यह बालक बडा योगी या सन्त बनेगा और हुआ भी वहीं कि जब वे 12 साल के हुए तब उन्होने घर के प्रति मोह त्याग कर आबू पर्वत की गुफा में तपस्या करने चले गये। शिव साधना में लिन रहकर बाद में उन्होने कुछ समय सिन्ध क्षेत्र पाकिस्तान में बिताया तथा इसके बाद वे बाडमेर आ गए तथा तत्कालीन मठाधीश श्री उतमनाथ जी महाराज के शिष्य बन गये। हरिद्वार जाकर उन्होने नाथ जी के निर्देश से नाथ सम्प्रदा की दीक्षा ग्रहण कर वहां से लौटे और इसी मठ में आकर योगी के रूप में तपस्या में लिन हो गये। इनके कठोर योग एवं
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तप शिव साधना ने बाडमेर व आसपास के गांवों के लागों को अत्यधिक प्रभवित किया। बाद में इनके चमत्कारों को देख क्षेत्र के लोगों की आस्था बढने लगी। महन्त चंचलनाथ जी महाराज के अलावा अग्रज सन्तोंं के भी कर्इ चमत्कारी किस्से प्रचलित है। महन्त श्री चंचलनाथ जी महाराज इसी मठ में 9 मर्इ 1983 को परमधाम को प्राप्त हुए। महन्त श्री चंचलनाथ जी महाराज के परमधाम पधारने के बाद प्रति वर्ष चंचल प्राग मठ में उनकी बरसी मनार्इ जाती है।
महन्त श्री चंचलनाथ जी महाराज के बाद उनके परम शिष्य महन्त श्री शम्भूनाथ सैलानी इस मठ के मठाधीश के रूप में विराजित है। चंचलप्राग मठ के महन्त श्री शम्भुनाथ जी के द्वारा अपने परम गुरूदेव महन्त श्री चंचलनाथ जी महाराज की याद में उनकी प्रतिवर्ष बरसी पूजन का दौर शुरू करवाया जो आज तक लगातार प्रतिवर्ष किया जा रहा है। वर्तमान में महन्त श्री शम्भूनाथ जी महाराज के साथ उनके गुरू भार्इ श्री अभयनाथ जी द्वारा मठ में अपनी सेवाएं दी जा रही है। मठ और समाज सुधारक चंचल प्राग मठ के मठाधीशों ने जन कल्याण और आपसी भार्इचारे को बढाने का कार्य किया। चंचल प्राग मठ के मठाधीशे शम्भूनाथ सैलानी ने बताया कि मठ के माध्यम से जागरण, सत्संग, धार्मिक सम्मेलन और समाज सुधारक की बैठके कर समाज के कमजोर तबकों में जागृति लाने का भरपूर प्रयास किया। मठ के मठाधीश, महात्मा सन्तों के इतिहास की शौर्य गाथाओं से आत्मबल और साहस पैदा करने का कार्य किया।
महन्त श्री चंचलनाथ जी महाराज की 30 वीं बरसी पर 17 व 18 मर्इ को दो दिवसीय धार्मिक आयोजन किया जाएगा। प्रथम दिन शुक्रवार 17 मर्इ को चंचल प्रागमठ से प्रात: 11.30 बजे धर्म ध्वजा के साथ मंगल कलश, झांकिया तथा ढोल नगारे सहित शोभा यात्रा निकाली जाएगी। इसी दिन रात्रि जागरण, संतवाणी तथा प्रवचन, भजन कीर्तन के कार्यक्रम होंगे। इसी प्रकार 18 मर्इ को 10.30 बजे समाधी पूजन, पूजा अर्चना के बाद प्रसाद वितरण एवं बाहर से पधारे हुए सन्तों की विदार्इ के साथ दो दिवसीय समारोह का समापन होगा।
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राहुल के स्वागत को उमड़ा बीकानेर जयपुर/बीकानेर। कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार सुबह दिल्ली से बीकानेर पहुंचे। दो दिवसीय यात्रा के दौरान वे प्रदेश कांग्रेस के जिला स्तर के नेताओं से सीधा संवाद कर फीडबैक लेंगे। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत,प्रदेशाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान,राज्य प्रभारी मुकुल वासनिक ने नाल हवाई अड्डे पर उतरे राहुल गांधी का स्वागत किया। इस दौरान हवाई पट्टी के नजदीक कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ एकत्र थी। वहां से बाहर निकलते वक्त राहुल ने कुछ स्थानीय लोगों से बातचीत की। तभी कर्मचारियों ने अपनी विभिन्न मांगों के संबंध में राहुल को ज्ञापन सौंपा। यहां से राहुल बीकानेर स्थित होटल पार्क पैराडाइज में होने वाले संवाद कार्यक्रम के लिए वाहन से रवाना हुए। उनकी यात्रा को देखते हुए शहर कांग्रेस की ओर से विभिन्न स्थानों पर स्वागत द्वार बनाएं गए हैं। हवाई पट्टी से होटल तक जगह-जगह बनाए गए स्वागत द्वारों के आस-पास खड़े लोगों ने "राहुल जिंदाबाद" के नारे लगाते हुए उनका स्वागत किया। उधर सुबह से ही राहुल से मिलने के लिए पासधारी नेता होटल पहुंच गए,जहां उन्हें उनके क्रम से बैठाया गया। राहुल इन नेताओं से सीधा संवाद कर आगामी विधानसभा व लोकसभा चुनाव में पार्टी की स्थिति का आकलन करेंगे। उनके कुछ जिला स्तरीय नेताओं से व्यक्तिगत मिलने की भी संभावना है। संवाद समाप्ति के बाद राहुल शाम को जयपुर रवाना होंगे। यहां वे राजभवन में रात्रि विश्राम करने के बाद,गुरूवार सुबह बिड़ला सभागार में जिले के नेताओं से संवाद करेंगे।मौका नहीं मिलने से महिला कार्यकर्ताओं में गुस्सा जयपुर शहर से सिर्फ दो महिला नेता ही राहुल से मिलेंगी। शहर कांगे्रस पदाधिकारियों के अनुसार शहर से महिला प्रकोष्ठ की नेता अंजना जैन और युवा कांग्रेस की लोकसभा अध्यक्ष अनु शर्मा को ही राहुल गांधी से मिलने की इजाजत मिली है। इस वजह से अन्य महिला नेताओं में आक्रोश है।रजिस्ट्रेशन 10 बजे तक राहुल गांधी के गुरूवार को बिड़ला सभागार में होने वाले संवाद कार्यक्रम के लिए कल सवेरे सात बजे से होटल हवेली में रजिस्ट्रेशन होंगे। इसके लिए होटल में 30 काउन्टर बनाए गए हैं। किसी भी नेता को 10 सैकंड से ज्यादा काउंटर पर खड़ा नहीं होना पड़ेगा। रजिस्टे्रशन सवेरे 10 बजे तक होंगे।
लालू की बेटी भी राजनीति में आने को तैयार पटना। राजनीति में अपने दो बेटों के पदार्पण के बाद अब आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती भी राजनीति में कदम रखने की तैयारी में हैं। मीसा को मंगलवार सुबह गांधी मैदान पर देखकर हर कोई हैरान रह गया। मीसा ने कहा,राजनीतिज्ञों के बच्चों के राजनीति में आने में कुछ गलत नहीं है। निश्चित रूप से मेरी राजनीति में रूचि है। हां,अभी कहना मुश्किल है कि मैं आने वाला चुनाव लड़ूंगी या नहीं। ऎसी खबरें थीं कि लालू यादव चाहेंगे की मीसा राजनीति में आएं व उनकी जिम्मेदारियां साझा करें लेकिन शादी के बाद मीसा ने राजनीति में अधिक रूचि नहीं दिखाई। लालू छपरा में व्यस्त थे। वे महाराजगंज संसदीय सीट से आरजेडी उम्मीदवार प्रभुनाथ सिंह के पर्चा भरने के सिलसिले में व्यवस्त थे। उधर,उनके बच्चों में सबसे बड़ी मीसा बुधवार को पटना मेे होने वाली रैली की तैयारियों का जायजा लेने में व्यस्त थीं।लालू ने पिछले संसदीय चुनाव से पहले अपने बड़े बेटे तेज प्रताप को राजनीति में लॉन्च किया था। बाप-बेटों ने राजनीतिक मंच साझा किए,रैलियों-सभाओं को संबोधित किया लेकिन 2010 के विधानसभा चुनाव में उनके बड़े बेटे तेजस्वी को मां राबड़ी के समर्थन में चुनाव प्रचार के लिए उतारा गया।
लालू की बेटी भी राजनीति में आने को तैयार पटना। राजनीति में अपने दो बेटों के पदार्पण के बाद अब आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती भी राजनीति में कदम रखने की तैयारी में हैं। मीसा को मंगलवार सुबह गांधी मैदान पर देखकर हर कोई हैरान रह गया। मीसा ने कहा,राजनीतिज्ञों के बच्चों के राजनीति में आने में कुछ गलत नहीं है। निश्चित रूप से मेरी राजनीति में रूचि है। हां,अभी कहना मुश्किल है कि मैं आने वाला चुनाव लड़ूंगी या नहीं। ऎसी खबरें थीं कि लालू यादव चाहेंगे की मीसा राजनीति में आएं व उनकी जिम्मेदारियां साझा करें लेकिन शादी के बाद मीसा ने राजनीति में अधिक रूचि नहीं दिखाई। लालू छपरा में व्यस्त थे। वे महाराजगंज संसदीय सीट से आरजेडी उम्मीदवार प्रभुनाथ सिंह के पर्चा भरने के सिलसिले में व्यवस्त थे। उधर,उनके बच्चों में सबसे बड़ी मीसा बुधवार को पटना मेे होने वाली रैली की तैयारियों का जायजा लेने में व्यस्त थीं।लालू ने पिछले संसदीय चुनाव से पहले अपने बड़े बेटे तेज प्रताप को राजनीति में लॉन्च किया था। बाप-बेटों ने राजनीतिक मंच साझा किए,रैलियों-सभाओं को संबोधित किया लेकिन 2010 के विधानसभा चुनाव में उनके बड़े बेटे तेजस्वी को मां राबड़ी के समर्थन में चुनाव प्रचार के लिए उतारा गया।
नई दिल्ली।। इंडियन नेवी के एक सीनियर ऑफिसर की पत्नी ने अपने पति पर उसके साथियों के साथ सेक्स के लिए दबाव डालने का आरोप लगाया है। नेवी ऑफिसर की पत्नी ने इस मामले में रक्षा मंत्री ए के एंटनी से मिलकर उन्हें पूरी घटना से अवगत कराया।
यह घटना तब सामने आई जब रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने नेवी के टॉप ऑफिसरों से इस मामले में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया। पीड़ित महिला ने एंटनी से मिलने के बाद कहा, 'रक्षा मंत्री काफी मददगार थे। उन्होंने मेरे पति के खिलाफ मेरे और मेरे परिवार के आरोप की डिपार्टमेंटल इन्क्वायरी के आदेश दे दिए हैं।'
महिला का आरोप है कि उसका पति जो नेवी के कारवाड़ शिप रिपेयर यार्ड में लेफ्टिनेंट कमांडर के पद पर तैनात है, उस पर शराब पीने और अपने साथियों के साथ संबंध बनाने का दबाव डालता था। महिला ने कहा कि इस घटना के बाद वह अपने मायके चली गई। पीड़ित महिला ने अपने पति पर शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का भी आरोप लगाया है। महिला पेशे से एमबीए है और पिछले साल फरवरी में नेवी अफसर के साथ उसकी शादी हुई थी। महिला का आरोप है कि उसके पति ने इस घटना के बारे में किसी को बताने पर उसकी न्यूड तस्वीरें इंटरनेट पर अपलोड कर उसकी इमेज खराब करने की धमकी दी थी।
शादी से पहले ही पूर्व कलेक्टर की नसबंदी! मुरैना। मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले के पूर्व कलेक्टर डॉ. सुहेल अख्तर की पत्नी शबनम खान और श्योपुर के कलेक्टर ज्ञानेश्वर बी. पाटिल के विवाद के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। डॉ.अख्तर ने नगर पालिका को एक पत्र लिखकर अपने 6 साल के बेटे के जन्म प्रमाण पत्र से अपना नाम हटाने के लिए लिखा है। डॉ.अख्तर का नाम शबनम खान के पुत्र अल्फेज के पिता के रूप में दर्ज है। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) डॉ. अख्तर फिलहाल मणिपुर में पदस्थ है। श्योपुर नगर पालिका के सीएमओ को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि वे अल्फेज के जन्म के कई वर्ष पूर्व ही नसबंदी करा चुके हैं और सरकार इसका लाभ भी उन्हें दे रही है। पत्र के साथ नसबंदी की मेडिकल रिपोर्ट भी भेजी है। पत्र में डॉ. अख्तर ने यह भी कहा है कि 26 दिसंबर 2007 को जारी जन्म प्रमाण पत्र में अल्फेज नाम के बच्चे की मां शबनम और पिता के नाम के रूप में सुहैल अख्तर दर्ज है। जबकि वे वर्ष 1998 को जे.एन. हास्पीटल इंफाल में नसबंदी करा चुके हैं और अल्फेज का जन्म वर्ष 2007 में हुआ है। इसलिए वे उसका पिता नहीं हो सकते है। इसलिए मेरा नाम अल्फेज के पिता केरूप में हटाया जाए। श्योपुर जिले के विजयपुर तहसील में पदस्थ डांटा एंट्री ऑपरेटर शबनम खान ने मंगलवार को कहा कि डॉ. अख्तर का पत्र श्योपुर के कलेक्टर ज्ञानेश्वर पाटिल के षडयंत्र का एक हिस्सा है। उन्होंने कहा कि डॉ. अख्तर ने अपना नसबंदी आपरेशन करा लिया था तो मुझसे शादी कर धोखा क्यों दिया। उन्होंने प्रश्न उठाया कि शादी से पूर्व कोई भी युवक नसबंदी ऑपरेशन नहीं करता है। उल्लेखनीय है कि शबनम खान ने श्योपुर के वर्तमान कलेक्टर ज्ञानेश्वर पाटिल पर जबरन यौन शोषण करने का दबाव बनाने के आरोप की शिकायत करके मुख्यमंत्री पुलिस महानिदेशक और राज्य महिला आयोग से जांच की मांग की है। जिसके चलते यह मामला प्रदेश भर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय जैसलमेर के सामने परिवादियों की सुविधा के लिए परिवाद कक्ष एवं प्याऊ स्थापित
परिवादियों से मिलने का समय दोपहर 2 बजे से 3 बजे तक
जिला जैसलमेर का क्षेत्रफल काफी लम्बा-चौड़ा है। इसलिए गाव एवं कस्बो की दूरी जैसलमेर मुख्यालय से काफी दूर है, ओर आये दिन परिवादी अपनी-अपनी परिवादे लेकर जैसलमेर मुख्यालय की विभिन्न विभागों में आने के साथ-साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय भी आते है। उक्त परिसिथतियों को देखते हुए पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर पंकज चौधरी द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने परिवाद कक्ष स्थापित किया गया। परिवाद कक्ष में परिवादियों के लिए बैठने की व्यवस्था की गर्इ है। परिवाद कक्ष में परिवादी अपनी परिवाद को पेश करने के लिए अपनी बारी का इंतजार करेगे तथा पुलिस अधीक्षक के बुलाने पर अपनी परिवाद को पेश करेगे। इसके साथ-साथ राज्य सरकार के आदेशों के अनुरूप पुलिस अधीक्षक कार्यालय में परिवादियों से मिलने के लिए 2 से 3 बजे तक का समय मुकर्र किया गया। इसके अलावा पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अगर कोर्इ भी परिवाद अति-आवश्यक एवं जरूरी हो तो उसको परिवादी उक्त समय सारणी के अलावा भी पेश कर सकता है। परिवाद कक्ष में परिवादियों की सुविधा के लिए एक पुलिस कर्मी को पदस्थापित किया गया है।
परिवादियों के लिए टोकन की व्यवस्था :-
परिवाद कक्ष में टोकनों की सुविधा को सुचारू रूप से चलाने के लिए एक पुलिस कर्मी तैनात होगा, वह परिवादियों को टोकन के अनुसार नम्बर आवंटित कर पुलिस अध्ीाक्षक कार्यालय में भिजवाने की व्यवस्था करेगा।
परिवाद कक्ष के समक्ष प्याऊ :-
परिवाद कक्ष के साथ-साथ परिवादियों के लिए पानी की सुविधा करने के लिए ''प्याऊ'' का निर्माण करवाया गया है। जिसमें परिवादियों के लिए ठण्डे पानी सुविधा करवार्इ गर्इ है।
इसके अलावा पुलिस अधीक्षक ने बताया अगर किसी कारण वश में मन पुलिस अधीक्षक जिला मुख्यालय से बाहर हू, तो कोर्इ भी व्यकित किसी प्रकार की परिवाद एवं सुझाव पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने स्थापित की गर्इ ''शिकायत पेटी'' में डाल सकते है। जिसको पुलिस अधीक्षक द्वारा आने पर चैक किया जावेगा ओर उस पर आवश्यक कार्यवाही की जावेगा।
पुलिस थाना सांकडा के हल्का में 05 लीटर अवैध शराब बरामद, 01 गिरफतार
जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर पंकज कुमार के आदेशानुसार जिला जैसलमेर में अवैध शराब बेचने वालो के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत दिनांक 13.05.2013 को सुमेरसिंह उनि थानाधिकारी पुलिस थाना सांकडा मय जाब्ता द्वारा गाव अचलपुरा से खेतसिंह पुत्र करणसिंह जाति राजपूत नि0 अचलपुरा पुथा सांकडा के कब्जा से 05 लीटर अवैध शराब बरामद कर गिरफतार किया गया।
कैंसर के डर से एंजेलिना ने हटवाए ब्रेस्ट लास एंजिल्स। हालीवुड की मशहूर अभिनेत्री और आस्कर पुरस्कार विजेता एंजेलिना जोली ने मंगलवार को बताया कि कैंसर की आशंका के कारण उन्होंने अपने दोनों स्तन हटवा लिए हैं। जोली ने कहा है कि डाक्टरों ने उसके ब्रेस्ट में बीआरसीए, जीन में गड़बड़ी के कारण 87 प्रतिशत स्तन कैंसर और 50 प्रतिशत गर्भाशय के कैंसर के खतरे का अनुमान लगाया। कैंसर के शरीर के अन्य हिस्सों में फैलने के खतरे को देखते हुए उन्होंने अपने दोनों स्तन हटवा लिए हैं। हालांकि वर्ष 2007 में गर्भाशय के कैंसर के कारण उनकी मां का 56 वर्ष की आयु में देहांत हो गया था। उन्होंने कहा कि मैं अपनी मां की बीमारी के बारे में सोचा करती थी जिसने उन्हें हमसे छीन लिया। उनकी बीमारी के दौरान मां से मैं हमेशा कहा करती थी "चिंता मत करो" लेकिन क्या पता था कि एक दिन मैं ही इस बीमारी से ग्रसित हो जाउंगी। मैने इसे अपने जीवन की सच्चाई मानते हुए डाक्टरों की सलाह से यह कदम उठाया है। हालांकि मेरे लिए यह निर्णय बहुत आसान नहीं था लेकिन ऎसा करके मैं बहुत खुश हूं क्योंकि इससे स्तन कैंसर का जोखिम 87 प्रतिशत से घटकर मात्र पांच प्रतिशत रह गया है। गौरतलब है कि जोली को हॉलीवुड फिल्म "गर्ल इंटरप्टेड" में सहायक अभिनेत्री की भूमिका के लिए 1999 में आस्कर पुरस्कार मिला था। उन्होंने अपने बायफ्रैंड के साथ मिलकर छह अनाथ बच्चों को गोद लिया है।