सुहागरात से पहले आत्महत्या
बाड़मेर सरहदी चौहटन क्षेत्र के बींजराड़ थानान्तर्गत सरहदी मिठड़ाऊ गांव में एक युवक ने बुधवार सवेरे नीम के वृक्ष से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक की एक दिन पहले मंगलवार को ही शादी हुई थी।बुधवार को सुहागरात से पहले युवक ने अपनी इहलीला समाप्त कर लिए . थानाधिकारी मूलाराम चौधरी ने बताया कि कालूराम ने रिपोर्ट पेश कि कि उसका पुत्र कृष्ण कुमार (21) ने बुधवार सवेरे घर के पास नीम के पेड़ पर फांसी लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली। पुलिस ने मौके पर पहंुचकर मौका मुआयना कर अनुसंधान प्रारम्भ किया। युवक की मंगलवार को गौहड़ का तला में शादी हुई है।
गुरुवार, 9 मई 2013
कुएं में कूदकर विवाहिता ने ईहलीला समाप्त की
कुएं में कूदकर विवाहिता ने ईहलीला समाप्त की
सिवाना। क्षेत्र के गांव अर्जियाना में बुधवार शाम एक विवाहिता ने कुएं में कूद कर अपनी इहलीला समाप्त कर दी। इस संबंध में विवाहिता के पीहर पक्ष ने पुलिस थाना सिवाना में दहेज हत्या का मामला दर्ज करवाया है। थानाधिकारी सुमेरसिंह राठौड़ ने बताया कि पारसमल पुत्र मालाराम निवासी अर्जियाणा ने पुलिस में रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसकी बहन विमला देवी (25) का विवाह छह वर्ष पहले पारलू निवासी प्रकाश पुत्र गुलाबसिंह के साथ किया था।
पति,सास,ससुर सहित परिवार के अन्य दहेज को लेकर हरदम उसके साथ मारपीट करते थे। बुधवार को उसकी बहिन अपने पति के साथ पीहर अर्जियाणा आई हुई थी। पति प्रकाश ने उसके साथ झगड़ा कर मारपीट की जिससे दु:खी होकर उसने गांव के कुएं में कूदकर जान दे दी। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कुएं से शव का बाहर निकाला। पोस्टमार्टम कर शव परिजनों का सुपुर्द किया। पुलिस ने दहेज हत्याा का मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
सिवाना। क्षेत्र के गांव अर्जियाना में बुधवार शाम एक विवाहिता ने कुएं में कूद कर अपनी इहलीला समाप्त कर दी। इस संबंध में विवाहिता के पीहर पक्ष ने पुलिस थाना सिवाना में दहेज हत्या का मामला दर्ज करवाया है। थानाधिकारी सुमेरसिंह राठौड़ ने बताया कि पारसमल पुत्र मालाराम निवासी अर्जियाणा ने पुलिस में रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसकी बहन विमला देवी (25) का विवाह छह वर्ष पहले पारलू निवासी प्रकाश पुत्र गुलाबसिंह के साथ किया था।
पति,सास,ससुर सहित परिवार के अन्य दहेज को लेकर हरदम उसके साथ मारपीट करते थे। बुधवार को उसकी बहिन अपने पति के साथ पीहर अर्जियाणा आई हुई थी। पति प्रकाश ने उसके साथ झगड़ा कर मारपीट की जिससे दु:खी होकर उसने गांव के कुएं में कूदकर जान दे दी। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कुएं से शव का बाहर निकाला। पोस्टमार्टम कर शव परिजनों का सुपुर्द किया। पुलिस ने दहेज हत्याा का मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
शिव और सती का विवाह
शिव और सती का विवाह
दक्ष प्रजापति की कई पुत्रियां थी। सभी पुत्रियां गुणवती थीं। फिर भी दक्ष के मन में संतोष नहीं था। वे चाहते थे उनके घर में एक ऐसी पुत्री का जन्म हो, जो सर्व शक्ति-संपन्न हो एवं सर्व विजयिनी हो। जिसके कारण दक्ष एक ऐसी हि पुत्री के लिए तप करने लगे। तप करते-करते अधिक दिन बीत गए, तो भगवती आद्या ने प्रकट होकर कहा, 'मैं तुम्हारे तप से प्रसन्न हूं। तुम किस कारण वश तप कर रहे हों? दक्ष नें तप करने का कारण बताय तो मां बोली मैं स्वय पुत्री रूप में तुम्हारे यहां जन्म धारण करूंगी। मेरा नाम होगा सती। मैं सती के रूप में जन्म लेकर अपनी लीलाओं का विस्तार करूंगी। फलतः भगवती आद्या ने सती रूप में दक्ष के यहां जन्म लिया। सती दक्ष की सभी पुत्रियों में सबसे अलौकिक थीं। सतीने बाल्य अवस्था में ही कई ऐसे अलौकिक आश्चर्य चलित करने वाले कार्य कर दिखाए थे, जिन्हें देखकर स्वयं दक्ष को भी विस्मयता होती रहती थी। जब सती विवाह योग्य होगई, तो दक्ष को उनके लिए वर की चिंता होने लगी। उन्होंने ब्रह्मा जी से इस विषय में परामर्श किया। ब्रह्मा जी ने कहा, सती आद्या का अवतार हैं। आद्या आदि शक्ति और शिव आदि पुरुष हैं। अतः सती के विवाह के लिए शिव ही योग्य और उचित वर हैं। दक्ष ने ब्रह्मा जी की बात मानकर सती का विवाह भगवान शिव के साथ कर दिया। सती कैलाश में जाकर भगवान शिव के साथ रहने लगीं। भगवान शिव के दक्ष के दामाद थे, किंतु एक ऐसी घटना घटीत होगई जिसके कारण दक्ष के ह्रदय में भगवान शिव के प्रति बैर और विरोध भाव पैदा हो गया।
एक बार देवलोक में ब्रह्मा ने धर्म के निरूपण के लिए एक सभा का आयोजन किया था। सभी बड़े-बड़े देवता सभा में एकत्र होगये थे। भगवान शिव भी इस सभा में बैठे थे। सभा मण्डल में दक्ष का आगमन हुआ। दक्ष के आगमन पर सभी देवता उठकर खड़े हो गए, पर भगवान शिव खड़े नहीं हुए। उन्होंने दक्ष को प्रणाम भी नहीं किया। फलतः दक्ष ने अपमान का अनुभव किया। केवल यही नहीं, उनके ह्रदय में भगवान शिव के प्रति ईर्ष्या की आग जल उठी। वे उनसे बदला लेने के लिए समय और अवसर की प्रतीक्षा करने लगे।
एक बार सती और शिव कैलाश पर्वत पर बैठे हुए परस्पर वार्तालाप कर रहे थे। उसी समय आकाश मार्ग से कई विमान कनखल कि ओर जाते हुए दिखाई पड़े। सती ने उन विमानों को दिखकर भगवान शिव से पूछा, 'प्रभो, ये सभी विमान किसके है और कहां जा रहे हैं? भगवान शकंर ने उत्तर दिया आपके पिता ने बहोत बडे यज्ञ का आयोजन किया हैं। समस्त देवता और देवांगनाएं इन विमानों में बैठकर उसी यज्ञ में सम्मिलित होने के लिए जा रहे हैं।'
इस पर सती ने दूसरा प्रश्न किया क्या मेरे पिता ने आपको यज्ञ में सम्मिलित होने के लिए नहीं बुलाया?
भगवान शंकर ने उत्तर दिया, आपके पिता मुझसे बैर रखते है, फिर वे मुझे क्यों बुलाने लगे?
सती मन ही मन सोचने लगीं फिर बोलीं यज्ञ के इस अवसर पर अवश्य मेरी सभी बहनें आएंगी। उनसे मिले हुए बहुत दिन हो गए। यदि आपकी अनुमति हो, तो मैं भी अपने पिता के घर जाना चाहती हूं। यज्ञ में सम्मिलित हो लूंगी और बहनों से भी मिलने का सुअवसर मिलेगा। भगवान शिव ने उत्तर दिया, इस समय वहां जाना उचित नहीं होगा। आपके पिता मुझसे जलते हैं हो सकता हैं वे आपका भी अपमान करें। बिना बुलाए किसी के घर जाना उचित नहीं होता हैं। इस पर सती ने प्रश्न किया एसा क्युं? भगवान शिव ने उत्तर दिया विवाहिता लड़की को बिना बुलाए पिता के घर नही जाना चाहिए, क्योंकि विवाह हो जाने पर लड़की अपने पति कि हो जाती हैं। पिता के घर से उसका संबंध टूट जाता हैं। लेकिन सती पीहर जाने के लिए हठ करती रहीं। अपनी बात बार-बात दोहराती रहीं। उनकी इच्छा देखकर भगवान शिव ने पीहर जाने की अनुमति दे दी। उनके साथ अपना एक गण भी साथ में भेज दिया उस गण का नाम वीरभद्र था। सती वीरभद्र के साथ अपने पिता के घर गईं।
घर में सतीसे किसी ने भी प्रेमपूर्वक वार्तालाप नहीं किया। दक्ष ने उन्हें देखकर कहा तुम क्या यहां मेरा अपमान
कराने आई हो? अपनी बहनों को तो देखो वे किस प्रकार भांति-भांति के अलंकारों और सुंदर वस्त्रों से सुसज्जित हैं। तुम्हारे शरीर पर मात्र बाघंबर हैं। तुम्हारा पति श्मशानवासी और भूतों का नायक हैं। वह तुम्हें बाघंबर छोड़कर और पहना ही क्या सकता हैं। दक्ष के कथन से सती के ह्रदय में पश्चाताप का सागर उमड़ पड़ा। वे सोचने लगीं उन्होंने यहां आकर अच्छा नहीं किया। भगवान ठीक ही कह रहे थे, बिना बुलाए पिता के घर भी नहीं जाना चाहिए। पर अब क्या हो सकता हैं? अब तो आ ही गई हूं।
पिता के कटु और अपमानजनक शब्द सुनकर भी सती मौन रहीं। वे उस यज्ञमंडल में गईं जहां सभी देवता और ॠषि-मुनि बैठे थे तथा यज्ञकुण्ड में धू-धू करती जलती हुई अग्नि में आहुतियां डाली जा रही थीं। सती ने यज्ञमंडप में सभी देवताओं के तो भाग देखे, किंतु भगवान शिव का भाग नहीं देखा। वे भगवान शिव का भाग न देखकर अपने पिता से बोलीं पितृश्रेष्ठ! यज्ञ में तो सबके भाग दिखाई पड़ रहे हैं किंतु कैलाशपति का भाग नहीं हैं। आपने उनका भाग क्यों नहीं रखा? दक्ष ने गर्व से उत्तर दिया मैं तुम्हारे पति शिव को देवता नहीं समझता। वह तो भूतों का स्वामी, नग्न रहने वाला और हड्डियों की माला धारण करने वाला हैं। वह देवताओं की पंक्ति में बैठने योग्य नहीं हैं। उसे कौन भाग देगा?
सती के नेत्र लाल हो उठे। उनकी भौंहे कुटिल हो गईं। उनका मुखमंडल प्रलय के सूर्य की भांति तेजोद्दीप्त हो उठा। उन्होंने पीड़ा से तिलमिलाते हुए कहा ओह! मैं इन शब्दों को कैसे सुन रहीं हूं मुझे धिक्कार हैं। देवताओ तुम्हें भी धिक्कार हैं! तुम भी उन कैलाशपति के लिए इन शब्दों को कैसे सुन रहे हो जो मंगल के प्रतीक हैं और जो क्षण मात्र में संपूर्ण सृष्टि को नष्ट करने की शक्ति रखते हैं। वे मेरे स्वामी हैं। नारी के लिए उसका पति ही स्वर्ग होता हैं। जो नारी अपने पति के लिए अपमान जनक शब्दों को सुनती हैं उसे नरक में जाना पड़ता हैं। पृथ्वी सुनो, आकाश सुनो और देवताओं, तुम भी सुनो! मेरे पिता ने मेरे स्वामी का अपमान किया हैं। मैं अब एक क्षण भी जीवित रहना नहीं चाहती। सती अपने कथन को समाप्त करती हुई यज्ञ के कुण्ड में कूद पड़ी। जलती हुई आहुतियों के साथ उनका शरीर भी जलने लगा। यज्ञमंडप में खलबली पैदा हो गई, हाहाकार मच गया। देवता उठकर खड़े हो गए। वीरभद्र क्रोध से कांप उटे। वे उछ्ल-उछलकर यज्ञ का विध्वंस करने लगे। यज्ञमंडप में भगदड़ मच गई। देवता और ॠषि-मुनि भाग खड़े हुए। वीरभद्र ने देखते ही देखते दक्ष का मस्तक काटकर फेंक दिया। समाचार भगवान शिव के कानों में भी पड़ा। वे प्रचंड आंधी की
भांति कनखल जा पहुंचे। सती के जले हुए शरीर को देखकर भगवान शिव ने अपने आपको भूल गए। सती के प्रेम और उनकी भक्ति ने शंकर के मन को व्याकुल कर दिया। उन शंकर के मन को व्याकुल कर दिया जिन्होंने काम पर भी विजय प्राप्त कि थी और जो सारी सृष्टि को नष्ट करने की क्षमता रखते थे। वे सती के प्रेम में खो गए, बेसुध हो गए।
भगवान शिव ने उन्मत कि भांति सती के जले हुए शरीर को कंधे पर रख लिया। वे सभी दिशाओं में भ्रमण करने लगे। शिव और सती के इस अलौकिक प्रेम को देखकर पृथ्वी रुक गई, हवा रूक गई, जल का प्रवाह ठहर गया और रुक गईं देवताओं की सांसे। सृष्टि व्याकुल हो उठी, सृष्टि के प्राणी पुकारने लगे— पाहिमाम! पाहिमाम! भयानक संकट उपस्थित देखकर सृष्टि के पालक भगवान विष्णु आगे बढ़े। वे भगवान शिव की बेसुधी में अपने चक्र से सती के एक-एक अंग को काट-काट कर गिराने लगे। धरती पर इक्यावन स्थानों में सती के अंग कट-कटकर गिरे। जब सती के सारे अंग कट कर गिर गए, तो भगवान शिव पुनः अपने आप में आए। जब वे अपने आप में आए, तो पुनः सृष्टि के सारे कार्य चलने लगे।
धरती पर जिन इक्यावन स्थानों में सती के अंग कट-कटकर गिरे थे, वे ही स्थान आज शक्ति के पीठ स्थान माने जाते हैं। आज भी उन स्थानों में सती का पूजन होता हैं, उपासना होती हैं। धन्य था शिव और सती का प्रेम। शिव और सती के प्रेम ने उन्हें अमर और वंदनीय बना दिया हैं।
वैद्यनाथ ज्योर्तिलिंग की कथा वैद्यनाथ धाम की पौराणिक कथा
वैद्यनाथ ज्योर्तिलिंग की कथा वैद्यनाथ धाम की पौराणिक कथा
पौराणिक कथाओं के अनुसार यह ज्योर्तिलिंग लंकापति रावण द्वारा यहां लया गया था. इसकी एक बड़ी ही रोचक कथा है. रावण भगवान शंकर का परम भक्त था. शिव पुरण के अनुसार एक बार भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए रावण हिमालय पर्वत पर जाकर शिव लिंग की स्थापना करके कठोर तपस्या करने लगा. कई वर्षों तक तप करने के बाद भी भगवान शंकर प्रसन्न नहीं हुए तब रावण ने शिव को प्रसन्न करने के लिए अपने सिर की आहुति देने का निश्चय किया.
विधिवत पूजा करते हुए दशानन रावण एक-एक करके अपने नौ सिरों को काटकर शिव लिंग पर चढ़ाता गया जब दसवां सिर काटने वाला था तब भगवान शिव वहां प्रकट हुए और रावण को वरदान मांगने के लिए कहा. रावण को जब इच्छित वरदान मिल गया तब उसने भगवान शिव से अनुरोध किया कि वह उन्हें अपने साथ लंका ले जाना चाहता है.
शिव ने रावण से कहा कि वह उसके साथ नहीं जा सकते हैं. वह चाहे तो यह शिवलिंग ले जा सकता है. भगवान शिव ने रावण को वह शिवलिंग ले जाने दिया जिसकी पूजा करते हुए उसने नौ सिरों की भेंट चढ़ाई थी. शिवलिंग को ले जाते समय शिव ने रावण से कहा कि इस ज्योर्तिलिंग को रास्ते में कहीं भी भूमि पर मत रखना अन्यथा यह वहीं पर स्थापित हो जाएगा.
भगवान विष्णु नहीं चाहते थे कि यह ज्योर्तिलिंग लंका पहुंचे अत: उन्होंने गंगा से रावण के पेट में समाने का अनुरोध किया. रावण के पेट में जैसे ही गंगा पहुंची रावण के अंदर मूत्र करने की इच्छा प्रबल हो उठी. वह सोचने लगा कि शिवलिंग को किसी को सौंपकर लघुशंका करले तभी विष्णु भगवान एक ग्वाले के भेष में वहां प्रकट हुए. रावण ने उस ग्वाले बालक को देखकर उसे शिवलिंग सौंप दिया और ज़मीन पर न रखने की हिदायत दी.
रावण जब मूत्र करने लगा तब गंगा के प्रभाव से उसकी मूत्र की इच्छा समाप्त नहीं हो रही थी ऐसे में रावण को काफी समय लग गया और वह बालक शिव लिंग को भूमि पर रखकर विलुप्त हो गया. रावण जब लौटकर आया तब लाख प्रयास करने के बावजूद शिवलिंग वहां से टस से मस नहीं हुआ अंत में रावण को खाली हाथ लंका लौटना जाना पड़ा. बाद में सभी देवी-देवताओं ने आकर इस ज्योर्तिलिंग की पूजा की और विधिवत रूप से स्थापित किया.
बुधवार, 8 मई 2013
"राजस्थान के 40 लाख घरों में बिजली नहीं" वसुन्धरा राजे
"राजस्थान के 40 लाख घरों में बिजली नहीं" वसुन्धरा राजे
टोडाभीम/करौली। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुन्धरा राजे ने कहा है कि आजादी के 65 साल बाद भी राजस्थान के करीब 40 लाख घरों में बिजली के कनेक्शन नहीं है। वे आज भी केरोसिन से जलने वाली चिमनी से अपने घरों में उजाला करते हैं। क्या 50 साल तक राजस्थान में शासन करने वाली कांग्रेस ने इस बारे में सोचा है कभी। कांग्रेस ने इन 50 सालों में प्रदेश का नहीं,खुदका विकास किया है। लोगों को लूटा है और अपनी जेबे भरी है।
सुराज संकल्प यात्रा के दौरान राजे बुधवार को करौली जिले के टोडाभीम कस्बे में एक सभा में बोल रही थी। इसके अलावा भी राजे ने करीब दर्जनभर उन स्वागत कार्यRमों को भी सम्बोधित किया,जो सभा में बदल गये। करीब 40 जगह राजे का जोरदार स्वागत हुआ।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गरीब को गरीब ही रखा। कभी उसके उत्थान के बारे में नहीं सोचा जो भी गरीबों के लिये योजनाएं बनाई उनके पीछे कांग्रेस का मकसद खुदका घर भरने का रहा। इसलिये गरीब और अमीर की खाई कम नहीं हुई,बढ़ती ही गई।
गोपालगढ़ में मौतों की जिम्मेदार गहलोत सरकार
वसुन्धरा राजे ने कहा कि विपक्ष तो सरकार पर आरोप लगाता ही है,लेकिन इस सरकार पर तो इस सरकार के मंत्री ही बरस रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हबीबुल्ला है,जिन्हें इनकी केन्द्र सरकार ने ही नियुक्त किया है। उन्होंने जयपुर में एक कार्यRम में साफ-साफ कहा कि गोपालगढ़ कांड में सरकार ने अपने ही लोगों पर गोलियां चलवाई। गोपालगढ़ कांड में कई बेकसूर लोगों की जान गई। इस घटना को समझदारी से रोका जा सकता था। लेकिन सरकार ऎसा नहीं कर पाई। हबीबुल्ला ने ये भी कहा कि गहलोत सरकार इन बेकसूर लोगों की मौतों की जिम्मेदार है। ये सरकार का फेल्योर है। राजे ने कहा कि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग गोपालगढ़ कांड में जिस सरकार को दोषी मान रहा है उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है।
मंत्री ही बता रहे हैं सरकार को जीरो
वसुन्धरा राजे ने कहा कि अल्पसंख्यक आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष ही नहीं,इस सरकार को तो इस सरकार के नुमाइंदे भी जीरो बता रहे हैं। राज्य के अल्पसंख्यक मामलात मंत्री अमीन खां ने एक कार्यRम में सार्वजनिक रूप से कहा कि प्रधानमंत्री अल्पसंख्यक कल्याण के 15 सूत्रीय कार्यRम में राजस्थान सरकार ग्राउण्ड लेवल पर जीरो है। इनकी सरकार के मंत्री ही सरकार के काम काज को जीरो नम्बर दे रहे हैं।
किसी का हक नहीं छीनेंगे
वसुन्धरा राजे ने कहा कि लोग भ्रम फैला रहे हैं कि हम आरक्षण में किसी का हक छीनेंगे। उन्होंने कहा कि हमने मौजुदा आरक्षण से छेड़छाड़ किये बिना ही गुर्जर सहित विशेष पिछड़ा वर्ग को 5 प्रतिशत और आर्थिक रूप से पिछडे हुए लोगों को 14 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला लिया था। जिसे ये सरकार 9वीं अनुसूची में डलवाती तो इसका सभी को लाभ होता। सरकार के दो केन्द्रीय मंत्री नमोनारायण मीणा और सचिन पायलट केन्द्र में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं,वे भी आरक्षण विधेयक 2008 को 9वीं अनुसूची में डलवाते तो अच्छा रहता।
टोडाभीम/करौली। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुन्धरा राजे ने कहा है कि आजादी के 65 साल बाद भी राजस्थान के करीब 40 लाख घरों में बिजली के कनेक्शन नहीं है। वे आज भी केरोसिन से जलने वाली चिमनी से अपने घरों में उजाला करते हैं। क्या 50 साल तक राजस्थान में शासन करने वाली कांग्रेस ने इस बारे में सोचा है कभी। कांग्रेस ने इन 50 सालों में प्रदेश का नहीं,खुदका विकास किया है। लोगों को लूटा है और अपनी जेबे भरी है।
सुराज संकल्प यात्रा के दौरान राजे बुधवार को करौली जिले के टोडाभीम कस्बे में एक सभा में बोल रही थी। इसके अलावा भी राजे ने करीब दर्जनभर उन स्वागत कार्यRमों को भी सम्बोधित किया,जो सभा में बदल गये। करीब 40 जगह राजे का जोरदार स्वागत हुआ।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गरीब को गरीब ही रखा। कभी उसके उत्थान के बारे में नहीं सोचा जो भी गरीबों के लिये योजनाएं बनाई उनके पीछे कांग्रेस का मकसद खुदका घर भरने का रहा। इसलिये गरीब और अमीर की खाई कम नहीं हुई,बढ़ती ही गई।
गोपालगढ़ में मौतों की जिम्मेदार गहलोत सरकार
वसुन्धरा राजे ने कहा कि विपक्ष तो सरकार पर आरोप लगाता ही है,लेकिन इस सरकार पर तो इस सरकार के मंत्री ही बरस रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हबीबुल्ला है,जिन्हें इनकी केन्द्र सरकार ने ही नियुक्त किया है। उन्होंने जयपुर में एक कार्यRम में साफ-साफ कहा कि गोपालगढ़ कांड में सरकार ने अपने ही लोगों पर गोलियां चलवाई। गोपालगढ़ कांड में कई बेकसूर लोगों की जान गई। इस घटना को समझदारी से रोका जा सकता था। लेकिन सरकार ऎसा नहीं कर पाई। हबीबुल्ला ने ये भी कहा कि गहलोत सरकार इन बेकसूर लोगों की मौतों की जिम्मेदार है। ये सरकार का फेल्योर है। राजे ने कहा कि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग गोपालगढ़ कांड में जिस सरकार को दोषी मान रहा है उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है।
मंत्री ही बता रहे हैं सरकार को जीरो
वसुन्धरा राजे ने कहा कि अल्पसंख्यक आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष ही नहीं,इस सरकार को तो इस सरकार के नुमाइंदे भी जीरो बता रहे हैं। राज्य के अल्पसंख्यक मामलात मंत्री अमीन खां ने एक कार्यRम में सार्वजनिक रूप से कहा कि प्रधानमंत्री अल्पसंख्यक कल्याण के 15 सूत्रीय कार्यRम में राजस्थान सरकार ग्राउण्ड लेवल पर जीरो है। इनकी सरकार के मंत्री ही सरकार के काम काज को जीरो नम्बर दे रहे हैं।
किसी का हक नहीं छीनेंगे
वसुन्धरा राजे ने कहा कि लोग भ्रम फैला रहे हैं कि हम आरक्षण में किसी का हक छीनेंगे। उन्होंने कहा कि हमने मौजुदा आरक्षण से छेड़छाड़ किये बिना ही गुर्जर सहित विशेष पिछड़ा वर्ग को 5 प्रतिशत और आर्थिक रूप से पिछडे हुए लोगों को 14 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला लिया था। जिसे ये सरकार 9वीं अनुसूची में डलवाती तो इसका सभी को लाभ होता। सरकार के दो केन्द्रीय मंत्री नमोनारायण मीणा और सचिन पायलट केन्द्र में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं,वे भी आरक्षण विधेयक 2008 को 9वीं अनुसूची में डलवाते तो अच्छा रहता।
मंत्रालयिक कर्मचारियों ने सामूहिक ले कर दिया ,कल से नियमित धरना
मंत्रालयिक कर्मचारियों ने सामूहिक ले कर दिया ,कल से नियमित धरना
बाड़मेर मंत्रालयिक कर्मचारियों की संयुक्त संघर्ष समिति के प्रदेशव्यापी आह्वान पर बुधवार को सामूहिक अवकाश ले धरने पर रहे . अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत के बैनर तले कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर प्रदर्शन किया। लंबित मांगों को लेकर महासंघ के जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में समस्त सरकारी विभागों के कर्मचारियों ने सामूहिक अवकाश लेकर हड़ताल पर रहे । समिति पदाधिकारियों ने सामूहिक अवकाश लेकर कलेक्ट्रेट परिसर के सामने । इस मौके पर भीखाराम चोधरी ,ओम प्रकाश दावे ,बाबूलाल संख्लेचा ,इन्दर प्रकाश पुरोहित ,बाल सिंह राठोड ,राजाराम भील ,,पवन चौधरी सहित सेकड़ो कर्मचारी हड़ताल पर रहे आदि भी शामिल हुए। गुरूवार से कर्मचारी क्रमिक अनसन पर बैठेंगे ,
बाड़मेर मंत्रालयिक कर्मचारियों की संयुक्त संघर्ष समिति के प्रदेशव्यापी आह्वान पर बुधवार को सामूहिक अवकाश ले धरने पर रहे . अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत के बैनर तले कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर प्रदर्शन किया। लंबित मांगों को लेकर महासंघ के जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में समस्त सरकारी विभागों के कर्मचारियों ने सामूहिक अवकाश लेकर हड़ताल पर रहे । समिति पदाधिकारियों ने सामूहिक अवकाश लेकर कलेक्ट्रेट परिसर के सामने । इस मौके पर भीखाराम चोधरी ,ओम प्रकाश दावे ,बाबूलाल संख्लेचा ,इन्दर प्रकाश पुरोहित ,बाल सिंह राठोड ,राजाराम भील ,,पवन चौधरी सहित सेकड़ो कर्मचारी हड़ताल पर रहे आदि भी शामिल हुए। गुरूवार से कर्मचारी क्रमिक अनसन पर बैठेंगे ,
बी.एबल द्वारा प्रमाण पत्र व नियुक्ति पत्र वितरण समारोह आयोजित
बी.एबल द्वारा प्रमाण पत्र व नियुक्ति पत्र वितरण समारोह आयोजित
बाड़मेर. राजस्थान आजीविका कौशल विकास निगम द्वारा प्रायोजित तथा बेसिक्स अकादमी फॉर लाईफलोंग एम्प्लोयिबिलिटी लिमिटेड ;बी .एबल द्ध द्वारा संचालित रिटेल सेल्स कोर्स के प्रथम बैच को कोर्स के सफल समापन पर ग्राम चौहटन में प्रमाण पत्र व नियुक्ति पत्र वितरण समारोह आयोजित किया गया ध
इस अवसर पर वहाँ के सरपंच श्री मोहनलाल सोनी ए उपसरपंच श्री अजीत सिंह राठौड ए श्री डुंगरमल राठी;अध्यक्ष एनेहरु नवयुवक मंडल द्धए श्री शंकर लाल दहिया ;जिला परिषद् द्धए श्री आलोक पाण्डेय ;महाप्रबंधक ए जिला उद्योग केंद्र द्धए श्री रिखबराज दाधीच व् काफी मात्रा में ग्रामवासी व छात्र उपस्तिथ थेण्इस कार्यक्रम में छात्रों के माता पिता के समक्षए सरपंच जी व अन्य अतिथियो के कर कमलों द्वारा प्रमाण पत्र व् नियुक्ति पत्र वितरित किए गएण्
बतौर मुख्य अतिथि श्री मोहन लाल सोनी ने कहा कि आज क युग युवाओ का हैए अगर युवाओ को उचित मार्गदर्शन व प्रक्षिक्षण मिले तो हम विशव में पुन शिरमोर हो सकते हैण्ण्ण् कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक श्री आलोक पाण्डेय ने कहा की हमारा मिशन युवाओ को उचित प्रक्षिशण देकर उचित जगह पर रोजगार देने का हैण्ण् उपसरपंच श्री अजीत सिंह राठौड ने कहा की देश के शशक्त युवा ही देश का भविष्य हैण्ण्
इस अवसर पर बी.एबल के स्टेट हेड श्री विशाल सिंह अमरावत और क्लस्टर हेड श्री अखिलेश दुबे ने भी छात्रों को प्रोत्साहित कियाण् छात्रो की तरफ से मूलारामए जसवंत सिंहएदिलीप तथा अकबर ने प्रशिक्षण के अपने अनुभव को साझा किया ण्सरपंच जी व अन्य अतिथियो ने बी.एबल के इस प्रयास को बहुत सराहा तथा अपने क्षेत्र के अधिकाधिक नवयुवको को बी.एबल से जुड़ने का कहाण् बाड़मेर केंद्र प्रभारी भीखदान चारण ने बताया की बी.एबल द्वारा रिटेल सेल्सए हाउसकीपिंग तथा राजमिस्त्री के कोर्स चलाये जाते हैए जिनमे छात्रो को निशुल्क रहने व खाने की सुविधा भी प्रदान की जाती हैण्ण्
इस अवसर पर ट्रेनर आनंद रावएसतीश दहिया व मोबिलाइजर इशरा राम उपस्तिथ थे
कार्यक्रम का संचालन केंद्र प्रभारी भीखदान चारण ने किया ध
गुरूवार को बंद रहेंगे प्राइवेट स्कूल!
गुरूवार को बंद रहेंगे प्राइवेट स्कूल!
जयपुर। राजस्थान विद्यालय विधेयक और अन्य मांगों को लेकर गुरूवार को प्रदेशभर के प्राइवेट स्कूल संचालक शहर में स्थित उद्योग मैदान में सुबह धरना देंगे।
पुलिस कमिश्नर ने स्कूल संचालकों को उद्योग मैदान की इजाजत दे दी है। धरने में प्रदेशभर से एक लाख से भी ज्यादा स्कूल संचालक और शिक्षकों के आने का कार्यक्रम है। धरने को देखते हुए शहर के लगभग सभी प्राइवेट स्कूलों छुट्टी घोçष्ात कर दी गई है।
"परिवर्तन की मांग`
स्वयंसेवी शिक्षण संस्था संघ और अन्य संघों के बैनर तले आयोजित धरना राजस्थान विद्यालय विधेयक के खिलाफ है। स्वयंसेवी शिक्षण संस्था संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि सरकार प्राइवेट स्कूलों के लिए जो विधेयक ला रही है,इसको लेकर पहले स्कूल संचालकों से बात नहीं की है। यहीं कारण है कि विधेयक खामियों का पिटारा बन चुका है। विधेयक में सजा का प्रावधान रखा है। इसके अलावा सरकार ने शिक्षकों के ईएसआई का पैसा काटने के भी आदेश दे रखे है,जो गलत है।
लगाया गया टैंट
स्वयंसेवी शिक्षण संस्था संघ के महामंत्री किशन मित्तल ने बताया कि विधेयक के खिलाफ गहरा रोष्ा है। शहर के अधिकतर प्राइवेट स्कूल गुरूवार को बंद रहेंगे। राज्यभर के भी कई स्कूल बंद रहेंगे। उद्योग मैदान में तैयारियां परवान पर है। साठ हजार वर्ग मीटर में टैंट लगाया जा रहा है।
स्कूल संचालकों की मांग
स्कूल संचालकों की मांग है कि इस विधेयक में परिवर्तन किए जाए। विधेयक बड़े स्कूलों को देखते हुए तैयार किया गया है,जबकि राज्यभर में अस्सी प्रतिशत से ज्यादा स्कूल छोटे स्तर पर चल रहे हैं।
जयपुर। राजस्थान विद्यालय विधेयक और अन्य मांगों को लेकर गुरूवार को प्रदेशभर के प्राइवेट स्कूल संचालक शहर में स्थित उद्योग मैदान में सुबह धरना देंगे।
पुलिस कमिश्नर ने स्कूल संचालकों को उद्योग मैदान की इजाजत दे दी है। धरने में प्रदेशभर से एक लाख से भी ज्यादा स्कूल संचालक और शिक्षकों के आने का कार्यक्रम है। धरने को देखते हुए शहर के लगभग सभी प्राइवेट स्कूलों छुट्टी घोçष्ात कर दी गई है।
"परिवर्तन की मांग`
स्वयंसेवी शिक्षण संस्था संघ और अन्य संघों के बैनर तले आयोजित धरना राजस्थान विद्यालय विधेयक के खिलाफ है। स्वयंसेवी शिक्षण संस्था संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि सरकार प्राइवेट स्कूलों के लिए जो विधेयक ला रही है,इसको लेकर पहले स्कूल संचालकों से बात नहीं की है। यहीं कारण है कि विधेयक खामियों का पिटारा बन चुका है। विधेयक में सजा का प्रावधान रखा है। इसके अलावा सरकार ने शिक्षकों के ईएसआई का पैसा काटने के भी आदेश दे रखे है,जो गलत है।
लगाया गया टैंट
स्वयंसेवी शिक्षण संस्था संघ के महामंत्री किशन मित्तल ने बताया कि विधेयक के खिलाफ गहरा रोष्ा है। शहर के अधिकतर प्राइवेट स्कूल गुरूवार को बंद रहेंगे। राज्यभर के भी कई स्कूल बंद रहेंगे। उद्योग मैदान में तैयारियां परवान पर है। साठ हजार वर्ग मीटर में टैंट लगाया जा रहा है।
स्कूल संचालकों की मांग
स्कूल संचालकों की मांग है कि इस विधेयक में परिवर्तन किए जाए। विधेयक बड़े स्कूलों को देखते हुए तैयार किया गया है,जबकि राज्यभर में अस्सी प्रतिशत से ज्यादा स्कूल छोटे स्तर पर चल रहे हैं।
जब्त होगी सहारा समूह की संपत्ति
जब्त होगी सहारा समूह की संपत्ति
नई दिल्ली। सहारा समूह को सुप्रीम कोर्ट से तगड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने सेबी को सहारा समूह के खिलाफ कार्रवाई की छूट दे दी है।
सेबी ने मांग की थी कि सहारा समूह की संपत्ति जब्त करने की अनुमति दी जाए। हालांकि कोर्ट ने सेबी से कहा है कि मामले पर अगली सुनवाई तक संपत्ति को बेचा न जाए। कोर्ट ने सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत रॉय और निदेशकों को प्रोपर्टी के पेपर सौंपने को कहा है।
सुप्रीम कोर्ट सहारा समूह के खिलाफ सेबी की अवमानना याचिका पर 17 जुलाई को सुनवाई करेगी। सुप्रीम कोर्ट ने सहारा समूह को निवेशकों के 24 हजार करोड़ रूपए लौटाने को कहा था। जब सहारा ने निवेशकों के पैसे नहीं लौटाए तो सेबी ने सहारा के खिलाफ कोर्ट की अवमानना की याचिका दाखिल कर दी। सेबी ने सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत रॉय और दो निदेशकों की गिरफ्तारी की भी मांग की थी।
नई दिल्ली। सहारा समूह को सुप्रीम कोर्ट से तगड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने सेबी को सहारा समूह के खिलाफ कार्रवाई की छूट दे दी है।
सेबी ने मांग की थी कि सहारा समूह की संपत्ति जब्त करने की अनुमति दी जाए। हालांकि कोर्ट ने सेबी से कहा है कि मामले पर अगली सुनवाई तक संपत्ति को बेचा न जाए। कोर्ट ने सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत रॉय और निदेशकों को प्रोपर्टी के पेपर सौंपने को कहा है।
सुप्रीम कोर्ट सहारा समूह के खिलाफ सेबी की अवमानना याचिका पर 17 जुलाई को सुनवाई करेगी। सुप्रीम कोर्ट ने सहारा समूह को निवेशकों के 24 हजार करोड़ रूपए लौटाने को कहा था। जब सहारा ने निवेशकों के पैसे नहीं लौटाए तो सेबी ने सहारा के खिलाफ कोर्ट की अवमानना की याचिका दाखिल कर दी। सेबी ने सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत रॉय और दो निदेशकों की गिरफ्तारी की भी मांग की थी।
जैसलमेर अभियान के एक पखवाडे में 82 शराबियों को भी गिरफतार
पुलिस एवं परिवहन विभाग का सांझा अभियान
एक पखवाडे में 684 वाहनों के विरूद्ध एमवी एक्ट की भारी कार्यवाही
अभियान के एक पखवाडे में 82 शराबियों को भी गिरफतार
जैसलमेर जिले में वाहन दूर्घटनाओं को देखते हुए पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर पंकज चौधरी के निर्देशानुसार दिनांक 24 अप्रेल 2013 से 08 मर्इ 2013 तक पुलिस एवं परिवहन विभाग द्वारा सांझाा अभियान शुरू किया गया। जिसके तहत जिले के समस्त वृताधिकारियों, थानाधिकारियो एवं यातायात प्रभारियों तथा जिले के परिवहन अधिकारी को अपने-अपने हल्का क्षेत्र में नाकाबंदी करने एवं वाहन चैकिंग करने के निर्देश दिये गये थे। उक्त अभियान में दौराने नाकाबंदी यातायात नियमों की पालना के संदर्भ में निर्देशित किया कि यदि किसी चार पहिया वाहन के आगे एवं पीछे की लार्इट दुरूस्त करवाने, वाहनों में काले शीशे लगे वाहनों पर भी मोटर अधिनियम की धारा 100 के तहत कार्यवाही करने तथा अभियान में बिना नम्बरी वाहनों, तेजगति से चलाने वाले वाहनो, शराब पीकर वाहन चलाने वालो के विरूद्ध कार्यवाही, क्षमता से अधिक सवारी एवं माल ढोने वाले वाहनों के विरूद्ध कार्यवाही करने तथा इसके अलावा बिना नम्बरी एवं तेज रफ्तार से चलने वाली मोटरसार्इकल बार्इक्र्स पर सख्त कार्यवाही कर परिवहन विभाग की मदद से गाडी सीज करने की प्रकि्रया अपनाने के निर्देश दिये थे।
दौराने अभियान पुलिस एवं परिवहन के अधिकारियोंकर्मचारियों द्वारा अभियान में रूचि दिखाते हुए, जिले में यातायात व्यवस्था बनाने के लिए काफी अच्छा कार्य किया तथा दूर्घटनाओं पर अंकुश लगाने लिए जनता में समझार्इश की गर्इ। यह अभियान जो कि एक पखवाडा चला जिसका आज 08.05.2013 को अंतिम दिन था, जिसमें पुलिस एवं परिवहन विभाग द्वारा सांझा कार्य करते हुए 15 दिनों में यातायात नियमों का उलघन करने वाले वाहनों के विरूद्ध भारी कार्यवाही करते हुए कुल 684 वाहनों के विरूद्ध एमवी एक्ट के तहत कार्यवाही की गर्इ। इसके अलावा यातायात शाखा जैसलमेर द्वारा इस अभियान में 45 वाहनों के विरूद्ध पुलिस एक्ट के तहत कार्यवाही की गर्इ।
इस अभियान के साथ-साथ पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले के समस्त वृताधिकारियोंथानाधिकारियों को अपने-अपने हल्का में शराब पीकर बवाच मचाने वाले शराबियों के विरूद्ध कार्यवाही के निर्देशानुसार जिले के समस्त थानाधिकारियों द्वारा कार्यवाही करते हुए, अभियान के 15 दिनों में 82 शराबियों को पुलिस एक्ट के तहत गिरफतार किया गया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया किया यह अभियान सफल रहा है। जिसमेें जनता का भी अच्छा सहयोग रहा। पुलिस इसी तरह जनता को अच्छी कानून व्यवस्था एवं यातायात व्यवस्था देने के लिए अभियान चलाती रहेगी, जिसमें जनता का सहयोग अपेक्षित है।
गाडियों में प्रेशर हार्न बजाने वालो की खेर नहीं
जैसलमेर प्राय: देखने में आया है कि शहरों, कस्बा एवं गावों में बड़े एवं छोटे वाहनों द्वारा प्रेशर हार्न का प्रयोग किया जाता है। जिससे ध्वनि प्रदूषण होता है, जो कि मानव जीवन के लिए काफी हानिकारक है, जिसको देखते हुए पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर पंकज चौधरी द्वारा जिले के समस्त वृताधिकारियों, थानाधिकारियों एवं यातायात प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि आप अपने-अपने हल्का क्षेत्र में ऐसे वाहनों के विरूद्ध कार्यवाही अमल में लावे जो कि अपने वाहनों में प्रेशर हार्न का उपयोग करते है तथा उन वाहनों के प्रेशर हार्न को मौके पर तत्काल निकाल कर ध्वनि प्रदूषण अधिनियम एंव एमवी एक्ट के तहत कार्यवाही करे तथा ऐसे वाहनों को दूसरी बार पकडा जावे तो परिवहन विभाग की मदद से गाडी को सीज करने की कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
सड़क हादसे में एक की मौत
सड़क हादसे में एक की मौत
बाड़मेर जिले के रामसर थाना क्षेत्र में सड़क हादसे में एक जने की मौत हो गई वहीं एक जना घायल हो गया .पुलिस सूत्रों ने बताया की काजीखां पुत्र जुमाखां मुसलमान नि. बुठिया ने मुलजिम मोहम्मदखां पुत्र मजिदखां नि. राणासर के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा बोलेरो गाड़ी को तेजगति व लापरवाही से चलाकर सड़क पर सार्इट में खड़े भवानी शंकर व असरफ के टक्कर मारना जिससे भवानीषंकर की मृत्यु होना व असरफ के चोटे आना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना रामसर पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।
बाड़मेर जिले के रामसर थाना क्षेत्र में सड़क हादसे में एक जने की मौत हो गई वहीं एक जना घायल हो गया .पुलिस सूत्रों ने बताया की काजीखां पुत्र जुमाखां मुसलमान नि. बुठिया ने मुलजिम मोहम्मदखां पुत्र मजिदखां नि. राणासर के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा बोलेरो गाड़ी को तेजगति व लापरवाही से चलाकर सड़क पर सार्इट में खड़े भवानी शंकर व असरफ के टक्कर मारना जिससे भवानीषंकर की मृत्यु होना व असरफ के चोटे आना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना रामसर पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।
उत्तर पुस्तिका ले भागा छात्र , मामला दर्ज
उत्तर पुस्तिका ले भागा छात्र , मामला दर्ज
बाड़मेर रामूलाल पुत्र माधवलाल शर्मा नि. राजनगर सवार्इ माधोपुर ने मुलजिम हरीष पुत्र सोनाराम नि. गोलीया के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा बीए पार्ट तृतीय वर्ष इतिहास की परीक्षा में उतर पुसितका साथ में लेकर भाग जाना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना बालोतरा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।
बाड़मेर रामूलाल पुत्र माधवलाल शर्मा नि. राजनगर सवार्इ माधोपुर ने मुलजिम हरीष पुत्र सोनाराम नि. गोलीया के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा बीए पार्ट तृतीय वर्ष इतिहास की परीक्षा में उतर पुसितका साथ में लेकर भाग जाना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना बालोतरा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।
मानवीय संवेदनाओ का परिचय दिया बाड़मेर पुलिस ने ,
मानवीय संवेदनाओ का परिचय दिया बाड़मेर पुलिस ने ,
मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को छह लाख की सहायता दी
बाड़मेर बाड़मेर पुलिस ने आज मानवीय विभागीय कर्ताव्याप्रयानता का परिचय देते हुए विभाग के मृतक कर्मचारियों की सहायता के लिए आगे आकर अपनी एक दिन की तनख्वाह देकर आश्रितों को मदद की .पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट की प्रेरणा से पुलिस कर्मियों ने छह लाख रुपये की राशि आज पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट के हाथों मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को भेंट की .दीनाराम कानि0 ड्रार्इवर की सड़क दुर्घटना में देहान्त हो जाने एवं श्री रतनाराम कानि0 पुलिस थाना धोरीमन्ना का देहान्त हो जाने के कारण उनके परिवर को आर्थिक सहायता देने हेतु जिला पुलिस बाड़मेर के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियाें द्वारा एक दिन का वेतन सहायता हेतु दिया गया। इस प्रकार कुल 6.00 लाख रुपये की राषि संग्रहित की गर्इ। उक्त राषि से श्री दीनाराम के पुत्र को उनकी धर्मपतिन श्रीमती खेती देवी को रुपये 2.50 लाख एवं श्री रतनाराम कानि0 की धर्मपतिन श्रीमती राम प्यारी को 2.50 लाख रुपये का चैक पुलिस अधीक्षक बाड़मेर द्वारा प्रदान किया गया।
इसी प्रकार श्री कर्मवीरसिंह निरीक्षक पुलिस जोधपुर का केंसर की बीमारी के कारण देहान्त हो जाने के कारण इनके परिवार को आर्थिक सहायता हेतु 1.00 (एक लाख) रुपये भिजवायी जायेगी।
बाड़मेर बाड़मेर पुलिस ने आज मानवीय विभागीय कर्ताव्याप्रयानता का परिचय देते हुए विभाग के मृतक कर्मचारियों की सहायता के लिए आगे आकर अपनी एक दिन की तनख्वाह देकर आश्रितों को मदद की .पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट की प्रेरणा से पुलिस कर्मियों ने छह लाख रुपये की राशि आज पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट के हाथों मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को भेंट की .दीनाराम कानि0 ड्रार्इवर की सड़क दुर्घटना में देहान्त हो जाने एवं श्री रतनाराम कानि0 पुलिस थाना धोरीमन्ना का देहान्त हो जाने के कारण उनके परिवर को आर्थिक सहायता देने हेतु जिला पुलिस बाड़मेर के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियाें द्वारा एक दिन का वेतन सहायता हेतु दिया गया। इस प्रकार कुल 6.00 लाख रुपये की राषि संग्रहित की गर्इ। उक्त राषि से श्री दीनाराम के पुत्र को उनकी धर्मपतिन श्रीमती खेती देवी को रुपये 2.50 लाख एवं श्री रतनाराम कानि0 की धर्मपतिन श्रीमती राम प्यारी को 2.50 लाख रुपये का चैक पुलिस अधीक्षक बाड़मेर द्वारा प्रदान किया गया।
इसी प्रकार श्री कर्मवीरसिंह निरीक्षक पुलिस जोधपुर का केंसर की बीमारी के कारण देहान्त हो जाने के कारण इनके परिवार को आर्थिक सहायता हेतु 1.00 (एक लाख) रुपये भिजवायी जायेगी।
महात्मा गांधी नरेगा कार्यों का समय बदला
महात्मा गांधी नरेगा कार्यों का समय बदला
-महात्मा गांधी नरेगा कार्यों का समय सुबह 7 से दोपहर 3 बजे किया।
बाड़मेर, 8 मर्इ। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत चल रहे कार्यों का समय सुबह 7 से दोपहर 3 बजे कर दिया गया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के निर्देश पर नरेगा कार्यों का समय परिवर्तित किया गया है।
जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलेक्टर भानू प्रकाष एटूरू ने बताया कि बाड़मेर जिले में महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत कार्यों का समय में परिवर्तित करते हुए सुबह 7 से दोपहर 3 बजे कर दिया गया है। समय परिवर्तन की व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू होगी। राज्य सरकार के निर्देशानुसार नरेगा कार्यों की अवधि प्रतिदिन 9 घंटे होगी। इस नवीन समय के दौरान एक घंटे का विश्राम काल नहीं होगा। अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर.गुगरवाल ने बताया कि विकास अधिकारियाें एवं ग्रामसेवकाें को परिवर्तित समय के अनुसार नरेगा श्रमिकाें से कार्य करवाने के निर्देश दिए गए हैं।
बाड़मेर नरेगा समाचार आज की खबरे
निर्मल भारत एवं साक्षरता के ब्लाक कोर्डिनेटर्स की बैठक 10 को
-निर्मल भारत अभियान के तहत प्रोजेक्ट इंपलीमेशन प्लान तैयार करने को होगा विचार-विमर्श
बाड़मेर, 8 मर्इ। निर्मल भारत अभियान के तहत प्रोजेक्ट इंपलीमेशन प्लान तैयार करने के लिए साक्षरता एवं निर्मल भारत योजनान्तर्गत कार्यरत ब्लाक कोर्डिनेटर्स की बैठक 10 मर्इ को सुबह 11 बजे जिला परिषद सभागार में रखी गर्इ है।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर.गुगरवाल ने बताया कि निर्मल भारत अभियान के तहत प्रोजेक्ट इंपलीमेशन प्लान तैयार करने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के परिवाराें एवं संस्थाआें विधालयाें एवं आंगनवाड़ी केन्द्राें का बेस लाइन सर्वे करवाया जाना है। इस सर्वे कार्य के लिए साक्षरता प्रेरकाें की सेवाएं ली जाएगी। इसके लिए निर्मल भारत अभियान के प्रशासनिक मद से तीन रूपए प्रति परिवार पारिश्रमिक दिया जाएगा। उन्हाेंने बताया कि सर्वे कार्य के संबंध में ब्लाक कोर्डिनेटर्स की बैठक रखी गर्इ है। विकास अधिकारियाें को उनके अधीनस्थ निर्मल भारत एवं साक्षरता योजनान्तर्गत कार्यरत ब्लाक कोर्डिनेटर्स को इस बैठक में भाग लेने के लिए पाबंद करने के निर्देश दिए गए हैं।
सामाजिक अंकेक्षण के लिए ग्राम सभाएं 30 मर्इ से
-बाड़मेर जिले की आठाें पंचायत समितियाें में सामाजिक अंकेक्षण के लिए कार्यक्रम घोषित। महात्मा गांधी नरेगा योजना से संबंधित दस्तावेज 15 दिन पूर्व संबंधित कार्यक्रम अधिकारी को उपलब्ध कराने के निर्देश। सामाजिक अंकेक्षण समिति के सदस्य से संबंधित पंचायत समिति से रिकार्ड प्राप्त कर अंकेक्षण की कार्यवाही संपादित करेंगे।
बाड़मेर, 8 मर्इ। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत बाड़मेर जिले की 380 ग्राम पंचायताें में सामाजिक अंकेक्षण के लिए ग्राम सभा आयोजन का कार्यक्रम निर्धारित कर दिया गया है। संबंधित कार्यकारी एजेनिसयाें को अंंकेक्षण अवधि का लेखा रिकार्ड, कार्यवार पत्रावलियां, माप पुसितका, रोकड़बही एवं अन्य सूचनाएं अंकेक्षण तिथि से 15 दिन पूर्व संबंधित कार्यक्रम अधिकारी को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। ग्राम सेवकाें को सामाजिक अंकेक्षण कार्यक्रम का ग्राम पंचायत क्षेत्र में व्यापक प्रसार-प्रचार करने को कहा गया है, ताकि ग्राम सभा में अधिकाधिक ग्रामीण शामिल हो सके।
जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलेक्टर भानूप्रकाश एटूरू ने बताया कि ब्लाक संसाधन व्यकित एवं सामाजिक अंकेक्षण समिति के अन्य सदस्य (ग्राम संसाधन व्यकित) संबंधित पंचायत समिति से रिकार्ड प्राप्त कर निर्धारित तिथियों को अंकेक्षण कार्य संपन्न करवाने के साथ ग्राम सभा की तिथि को अंकेक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगें। ग्राम सभा का स्थान, ग्राम पंचायत का मुख्यालय एवं समय प्रात: 10 बजे रहेगा। बाड़मेर जिले में पंचायत समिति शिव को छोड़कर शेष ग्राम पंचायतों की सामाजिक अंकेक्षण अवधि 1 अप्रेल 2011 से 31 मार्च 2013 एवं पंचायत समिति शिव की ग्राम पंचायतों की अंकेक्षण अवधि 1 अक्टूबर 2011 से 31 मार्च 2013 तक होगी। प्रत्येक ग्राम सभा के पर्यवेक्षण का कार्य प्रभारी अधिकारी करेंगे। कार्यक्रम अधिकारियाें अपने क्षेत्र में ग्राम सभा की वीडियोग्राफी एवं व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिशिचत करने के निर्देश दिए गए हैं। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बाड़मेर पंचायत समिति की बाड़मेर आगोर, चूली, भादरेश , बिशाला, विशाला आगोर, नांद, सुरा चारणान, बोला, इन्द्रोर्इ, सियाणी, हाथमा, मारूड़ी, आटी ग्राम पंचायत, धोरीमन्ना पंचायत समिति की अरणियाली, कितनोरिया,गांधवकलां, दूधू, बेरीगांव, आलपूरा, कोजा, पीपराली,बामड़ला, मांगता, मीठड़ा खुर्द, लूखू, सिणधरी पंचायत समिति की बोड़वा, डंडाली, सेवनियाला, खरंटिया, नौसर,सरनू, कुडला, शिवकर, सरली, बेरीवाला तला, चवा,आदर्श चवा, बालोतरा पंचायत समिति की आकड़ली बक्सीराम, दूदवा, खटटू, गोल स्टेशन,चांदेसरा, सांभरा, साजियाली पदमसिंह, जसोल, तिलवाड़ा, मेवानगर, सिणली जागीर, कालूडी, टापरा, असाडा, चौहटन पंचायत समिति की आलमसर, धनाउ, श्रीरामवाला, सांवा, आंटिया, नेतराड़, पोकरासर, बिजराड़, भोजारिया, बावडी कला, बूठ राठौड़ान, मिठे का तला, बींजासर, बायतू पंचायत समिति की अकदड़ा,बायतु भीमजी, बायतु भोपजी, बायतु चिमनजी, चीबी, चिडि़या, गिड़ा, जाजवा, लापुन्दरा, खारापार, कोसरिया, नगोणी धतरवालों की ढ़ाणी, शिव पंचायत समिति की बीसूकला, धारवीकला, चोचरा, आरंग, कानासर, राजबेरा, राणासर, खानियानी, खलीफे की बावड़ी, जैसिंधर स्टेशन, शहदाद का पार, सिवाना पंचायत समिति की कुशीप, इन्द्राणा थापन,सिवाना, मवडी ,देवन्दी, गोलिया, मेली, गुडानाल, सिणेर ग्राम पंचायत में 30 मर्इ को ग्राम सभाआें का आयोजन होगा। इन ग्राम पंचायताें में सामाजिक अंकेक्षण तिथि 26 से 29 मर्इ रहेगी।
जिला कलेक्टर ने बताया कि 6 जून को बाड़मेर पंचायत समिति की जालिपा,दूदाबेरी, देरासर,खड़ीन, गंगाला, चाडी, चाडार मदरूप ,सेतराउ, रामसर, भाचभर, बबुगूलेरिया, कंटल का पार, गागरिया, धोरीमन्ना पंचायत समिति की बिसारणिया, ओगाला, केकड़, खारी, चैनपुरा ,धोरीमन्ना, नेडीनाडी, नेहरों की नाडी, बामणोर, भलीसर, राणासर कला, बोर चारणान, सिणधरी पंचायत समिति की होडू, कोशलू, सणपा मानजी, कमठार्इ, सिणधरी, पायला खुर्द, रावतसर, सांजटा, नोखड़ा, निम्बलकोट, सड़ा, पायला कला, बालोतरा पंचायत समिति की जागसा, आसोतरा, माजीवाला, कनाना, किटनोद, पारलू,कांकराला,.बिठूजा, उमरलार्इ,मूगडा, सराणा, ढाणी सांखला, कुडी, पचपदरा, चौहटन पंचायत समिति की सेड़वा,अरटी,साता,बाखासर, बावरवाला,भलगांव, चिचड़ासर, पनोरिया,फागलिया, भंवरिया, तरला, हाथला, झड़पा,बायतू पंचायत समिति की बायतु पनजी, बाटाडू, हीरा की ढ़ाणी, झाख, कपूरडी,खींपर, खोखसर, लूनाड़ा, माधासर, मूढो की ढ़ाणी, सवाउ मूलराज, सवाउ पदमसिंह, शिव पंचायत समिति की नीम्बला, नागड़दा,मौखाब कला, काश्मीर, उण्डू,भींयाड़, बालेवा, खारची, हरसानी, तामलोर, जैसिंधर गांव, सिवाना पंचायत समिति की धारणा, मिठौड़ा, पादरू, कांखी, सैला,कुण्डल, धीरा,काठाडी,रमणिया, भागवा में ग्राम सभाआें का आयोजन होगा। इन पंचायताें में सामाजिक अंकेक्षण की तिथि 02 से 05 जून रहेगी। इसी तरह 13 जून को बाड़मेर पंचायत समिति की पांधी का पार,बूठिया,भिण्डे का पार, धारासर,रतासर, आकोड़ा, लीलसर,बाछड़ाउ,जाखड़ों की ढ़ाणी,बूठ जैतमाल ,सनावड़ा,हाथीतला ,गरल, धोरीमन्ना पंचायत समिति की सुदा बेरी,भैरूड़ी, बांटा, उडासर ,भेडाना,भूणिया ,लोहारवा,गुड़ामालानी, भीमथल, भाखरपुरा, मोखावा खुर्द, रतनपुरा, सिणधरी पंचायत समिति की शोभाला जैतमाल ,खुडाला, मेहलू, कगाउ,खुडासा,गोलिया जेतमाल, बाण्ड,मालपुरा,राणासर खुर्द, आडेल,छोटू,नेहरों की ढ़ाणी, बालोतरा पंचायत समिति की अराबा चौहान, कल्याणपुर, मण्डली, बागावास,बाणियावास, कोरणा,मूलकी ढाणी, थूम्बली, बलाउजाटी, गंगावास,ग्वालनाडा, डोलीकला, नेवरी,सरवडी, चौहटन पंचायत समिति की भंवार हरपालिया,सारला,सालारिया, बीसासर, जानपालिया, तालसर, उपरला,रबासर,बुरहान का तला, र्इटादा,कोनरा, नवातला बाखासर, बायतू पंचायत समिति की बान्दरा,भाडखा, भीमडा,छीतर का पार,जाखड़ा, कानोड़,केसुम्बला भाटियान,खारडा भारतसिंह, खोखसर पशिचम, सिगोडिया, कवास,रतेउ, शिव पंचायत समिति की गूंगा, झाफली कला, स्वामी का गांव, झणकली, असाड़ी, बंधड़ा,सून्दरा, कोटड़ा, आकली,फोगेरा,रेड़ाणा, सिवाना पंचायत समिति की मोकलसर, महिलावास, मोतीसरा,राखी, खण्डप, सरवडी,सेवाली,कोटड़ी,मजल,रामपुरा ग्राम पंचायत में ग्राम सभाआें का आयोजन होगा। इन ग्राम पंचायताें में सामाजिक अंकेक्षण तिथि 09 से 12 जून मार्च रहेगी।
अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर.गुगरवाल ने बताया कि 20 जून को बाड़मेर पंचायत समिति की गरडिया,सणाउ,इसरोल,तारातरा,तारातरा मठ, राणीगांव,बालेरा,उण्डखा, मिठड़ा, महाबार,जसार्इ,धोरीमन्ना पंचायत समिति की बारासण,सिंधासवा हरनियाण,लूणवा जागीर,नगर,मंगले की बेरी,गंगासरा,गोडा ,सोनड़ी,कारटिया,शोभाला दर्शान, नवातला राठौड़ान,सिणधरी पंचायत समिति की धोलानाडा,लोलावा,एड सिणधरी, कादानाडी,खारा महेचा,जूना मीठा खेड़ा,करना,भुंका भगतसिंह,दाखां, धनवा, बालोतरा पंचायत समिति की गोपडी, पाटोदी,नवातला ,चिलानाडी,साजियाली रूपजी राजाबेरी, कालेवा,नवोडा बेरा,बडनावा जागीर, खन्नोडा, सिमरखिया, थोब,रैवाडा मैया,चौहटन पंचायत समिति की चौहटन, देदूसर,गुमाने का तला, केलनोर,कापराउ,मिठड़ाउ,नवातला जैतमाल,रमजान की गफन,सरूपे का तला,शौभाला जैतमाल, गौहड़ का तला ,ढोक,बायतू पंचायत समिति की भुरटिया,चोखला,कुम्पलिया,माडपुरा बरवाला, पनावडा, परेउ ,पूनियों का तला,संतरा, शहर,कोलू,सौहड़ा, शिव पंचायत समिति की शिव, हाथीसिंह का गांव,बालासर, मुंगेरिया, ताणुमानजी, गिराब, खबड़ाला, चैतरोड़ी,गड़रारोड़,रोहिड़ी , बीजावल,राजड़ाल, सिवाना पंचायत समिति की अजीत,बामसीन,लालाना,ढीढस, करमावास,समदड़ी, सांवरडा, सिलोर,रानीदेशीपुरा,जेठन्तरी ग्राम पंचायत में ग्राम सभाआें का आयोजन होगा। यहां सामाजिक अंकेक्षण की तिथि 16 से 19 जून तक रहेगी। गुगरवाल ने बताया कि निर्धारित तिथियों को सामाजिक अंकेक्षण के लिए ग्राम पंचायत मुख्यालय पर ग्राम सभा आयोजित की जाएगी। किसी अपरिहार्य कारणों से निर्धारित तिथि को ग्राम सभा नही होने पर आगामी तिथि (गुरूवार) को सामाजिक अंकेक्षण के लिए ग्राम सभा का आयोजन होगा। इस सामाजिक अंकेक्षण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी सहायक अभियंता अशोक गोयल एवं जिला संसाधन व्यकित लेखाकार देवपाल मीणा होंगे।
कौन करेगा सामाजिक अंकेक्षण: सामाजिक अंकेक्षण दल में एक ब्लाक संसाधन व्यकित एवं पांच ग्राम संसाधन व्यकित होंगे,जो प्रत्येक ग्राम पंचायत के लिए निर्धारित सामाजिक अंकेक्षण ग्राम सभा की तिथि से पूर्व अंकेक्षण कार्य शुरू करेंगे। इसके बाद ग्राम सभा में अंकेक्षण प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे।
कनिष्ठ तकनीकी सहायकाें का प्रषिक्षण आज
बाड़मेर, 8 मर्इ। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत कार्यरत कनिष्ठ तकनीकी सहायकाें का एक दिवसीय प्रशिक्षण गुरूवार को जिला परिषद सभागार में रखा गया है।
अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर.गुगरवाल ने बताया कि पंचायत समिति सिवाना, बालोतरा, सिणधरी, बायतू में कार्यरत कनिष्ठ तकनीकी सहायकाें का प्रशिक्षण रखा गया है। इसी तरह जिले के समस्त एमआर्इएस मैनेजर्स एवं डाटा एंट्री आपरेटराें का एक दिवसीय प्रशिक्षण 16 मर्इ सुबह 10 से सांय 6 बजे तक जिला परिषद सभागार में रखा गया है। इस प्रशिक्षण के लिए अधिशाषी अभियंता र्इजीएस एवं जिला एमआर्इएस मैनेजर नेतसिंह संदर्भ व्यकित होंगे।
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