महिला की मौत के मामले में नया मोड़
समदड़ी। सेवाली गांव में चार दिन पूर्व एक विवाहिता की मौत के मामले ने शनिवार को नया मोड़ ले लिया है। विाहिता के पीहर पक्ष द्वारा ससुराल पक्ष के लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट पेश करने पर उपखंड अधिकारी की मौजूदगी में पुलिस ने शव को बाहर निकलवाकर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया। सेवाली निवासी गीतादेवी पत्नी हेमभारती की 4 फरवरी को मौत हो गई थी। परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया था।
शुक्रवार को विवाहिता के भाई खेतपुरी पुत्र भीमपुरी निवासी मोतीसरा ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसकी बहिन गीता को सास सायरोदेवी, ससुर पूनमभारती, जेठानी पवनीदेवी व पति हेम भारती ने एक राय होकर जहर पिलाकर मार दिया। पुलिस द्वारा मामला दर्ज करने के बाद उपखंड अधिकारी चंचल वर्मा, थाना प्रभारी मनीष देव शनिवार को मय जाप्ता सेवाली गांव पहुंचे। मृतका के गड़े शव को बाहर निकलवाकर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया। इस दौरान मौके पर लोगों की भारी भीड़ लगी रही। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
रविवार, 10 फ़रवरी 2013
घर से बेदखल के बाद विवाहिता के ससुराल पक्ष ने निकाह को भी नकारा
आठ जातीय पंचों के खिलाफ मामला दर्ज
घर से बेदखल के बाद विवाहिता के ससुराल पक्ष ने निकाह को भी नकारा
घर से बेदखल के बाद विवाहिता के ससुराल पक्ष ने निकाह को भी नकारा
अछू के इस मामले की कार्यालय से पुलिस अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी जाने के बाद पीडिता ने न्यायलय में इस्तगासे के जरिये मामला दर्ज कराया
बाड़मेर विवाहिता को दहेज की मांग लेकर घर से बेदखल करने एवं राजस्व सम्बंधित मामलों पर राजीनामे के लिए परेशान कर दबाव बनाने के लिए पुलिस थाना शिव में आठ जातीय पंचों के विरूद्ध मामला दर्ज किया गया है। थानाधिकारी सुखराम विश्नोई ने बताया कि असू पुत्री मलूखां का विवाह करीब चार वर्ष पूर्व पीरू खां पुत्र वीदे खां निवासी देवका के साथ हुआ था। पीडिता के पति के मानसिक रूप से अस्वस्थ होने का फायदा उठाकर उसके ससुर वीदे खां एवं देवर खुदाबक्स ने पारिवारिक 77 बीघा में से 65 बीघा जमीन का बेचान वीदे खां के साले के लड़के सामीर खां के नाम करते हुए उसको ससुराल से निकाल दिया।
पैतृक सम्पति से बेदखल करने एवं दहेज की मांग के मामले विचाराधीन है। इधर,आरोपित पक्ष ने जातीय पंचों के दबाव डलवाना शुरू कर दिया। इस पर महिला ने ने वीदे खां पुत्र हाजी शकर, खुदा बक्स पुत्र वीदे खां, आदम खां पुत्र मगे खां, अली खां पुत्र अमरे खां, ईसाक खां पुत्र अमरे खां, कुर्बान अली पुत्र भेमा खां, भाई खान पुत्र इमाम खां एवं शामीर खां पुत्र आलम खां के विरूद्ध मामला दर्ज करवाया। पूरा मामला इस प्रकार हें अच्छु पत्नी पीरे खां निवासी गांव राजडाल तहसील शिव बाड़मेर राजस्थान कि मेरी शादी मुस्लिम रितिरिवाज के अनुसार आज से 4 साल पहले मेरे गांव राजडाल पर पीरे खां के साथ हुई थी। मेरा पति जन्म से गुंगा बहरा व अर्द्धविकसित है। मेरी शादी मेरे व मेरे परिवार वालो पर अनाधिकृत रूप से दबाव बनाकर समाज के कुछ दबंग प्रवृती के पंचों पीरे खां के साथ करवायी थी जिसमें पंच भाईखान पुत्र श्री इमाम खान निवासी कोटड़ा कुरूबान अली पुत्र विभेखान व आदमखान पुत्र श्री मंगेखान, इशाक खान अमरे खान आदि व्यक्तियों ने मेरी भविष्य की जिन्दगी के समस्त सुख दुख की भागीदारी निभाने का वचन देकर व मेहर के रूप में एक लाख रूप्ये व मेरे ससुर की आधी जमीन मेरे को दान में देने की घोषणा की थी। दो साल तक मेरा व्यवाहिक जीवन सही चला इस दौरान मेरे एक मात्र देवर की सगाई इनमें से पंच भाई खान की पोती के साथ कर दी गयी उस दिन से भाई खान, कुरूबान अली, अदम खान, इशाक खान, एवं इनके परिवार से 77 बीघा में से 65 बीघा मेरे मामा ससुर के लड़के शामीर पुत्र श्री आलम तथा उनके परिवार वाले जिनके बारे में मैं उनको जानती नहीं हॅू वह भी इस प्रकरण में शामिल है। .तथा मुझे व मेरे पुत्र व मेरे अपाहिज पति पीरूखां को जमीन व ससुराल पक्ष की सम्पति से बेदखल कर दिया गया। उपरोक्त प्रकरण के बारे में जब मुझे मालूम हुआ तो मैनें मेरे ससुराल वालो से ऐसा नहीं करने के लिये यह कहा तब उन्होनें मुझे मारपीट कर घर से बाहर निकल जाने हेतु मजबूर कर दिया तब में अपने पीहर गयी व पीहर पक्ष के लोगों को व गांव के मुजहिज लोगों को इस हेतु ससुराल वालो को समझाने हेतु भेजा लेकिन उपरोक्त पंचों के दबाव में उन्होनें मुझे अपनी पुत्रवधू व मेरे लड़के को अपना पौत्र भी मानने से मना कर दिया व हमारी शादी को भी नकार दिया। .उपरोक्त विषय में मैनें पुलिस व जिला प्रशासन से शिकायत की तब पुलिस ने जांच कर प्रथम सूचना रिपोर्ट पुलिस थाना शिव में दर्ज करायी जिसकी रिपोर्ट संख्या 73/2012 अंकित है जो इस प्रार्थना पत्र के साथ सलंग्न की जा रही है। पुलिस जांच मे उनको दोषी माना व करीब 23 गवाहान ग्राम पंचायत व ग्रामीणों के दर्ज कराये गये व मेरे सासु ससुर, देवर ने पुलिस थाना में यह बयान दिया कि अच्छू हमारी पुत्रवधू है तब पुलिस ने इनका चालान दर्ज किया जो न्यायालय मे विचाराधीन चल रहा है। .बाड़मेर जिलाधीश महोदया गा्रमीण रात्रि चौपाल में जब हमारे गांव पधारी तब हमारे गांव के 200250 आदमी व औरतों ने व मैनें मिलकर मेरे खिलाफ हो रहे अत्याचार को रोकने व अत्याचारियों के खिलाफ कार्यवाही करने हेतु निवेदन किया तब जिलाधीश महोदय ने तहसीलदार शिव व दो अन्य अधिकारीयों को उक्त प्रकरण के सारी जांच के आदेश दिये जो अधिकारीयों द्वारा जांच कर मुझे व मेरे बच्चे व मेरे पति को सही माना व मेरी शादी को भी वैध माना जिसकी रिपोर्ट इस प्रार्थना पत्र के साथ सलंग्न कर रही हॅू। .मैं महिला सलाह व सुरक्षा केन्द्र बाड़मेर में भी गयी व वहा जाकर मेरे ससुराल व पंचो को समझाईश हेतु कहा लेकिन महिला सुरक्षा केन्द्र द्वारा समझाईश किये जाने पर भी वह नहीं माने महिला सलाह सुरक्षा अधिकारी हमारे गांव भी पधारी व मेरी रिपोर्ट को उसमें सही माना व पंचों को मेरे साथ ऐसा अत्याचार नहीं करने हेतु समझाईश की लेकिन वह नहीं माने व मुझे प्रताड़ित करते रहते है।
पैतृक सम्पति से बेदखल करने एवं दहेज की मांग के मामले विचाराधीन है। इधर,आरोपित पक्ष ने जातीय पंचों के दबाव डलवाना शुरू कर दिया। इस पर महिला ने ने वीदे खां पुत्र हाजी शकर, खुदा बक्स पुत्र वीदे खां, आदम खां पुत्र मगे खां, अली खां पुत्र अमरे खां, ईसाक खां पुत्र अमरे खां, कुर्बान अली पुत्र भेमा खां, भाई खान पुत्र इमाम खां एवं शामीर खां पुत्र आलम खां के विरूद्ध मामला दर्ज करवाया। पूरा मामला इस प्रकार हें अच्छु पत्नी पीरे खां निवासी गांव राजडाल तहसील शिव बाड़मेर राजस्थान कि मेरी शादी मुस्लिम रितिरिवाज के अनुसार आज से 4 साल पहले मेरे गांव राजडाल पर पीरे खां के साथ हुई थी। मेरा पति जन्म से गुंगा बहरा व अर्द्धविकसित है। मेरी शादी मेरे व मेरे परिवार वालो पर अनाधिकृत रूप से दबाव बनाकर समाज के कुछ दबंग प्रवृती के पंचों पीरे खां के साथ करवायी थी जिसमें पंच भाईखान पुत्र श्री इमाम खान निवासी कोटड़ा कुरूबान अली पुत्र विभेखान व आदमखान पुत्र श्री मंगेखान, इशाक खान अमरे खान आदि व्यक्तियों ने मेरी भविष्य की जिन्दगी के समस्त सुख दुख की भागीदारी निभाने का वचन देकर व मेहर के रूप में एक लाख रूप्ये व मेरे ससुर की आधी जमीन मेरे को दान में देने की घोषणा की थी। दो साल तक मेरा व्यवाहिक जीवन सही चला इस दौरान मेरे एक मात्र देवर की सगाई इनमें से पंच भाई खान की पोती के साथ कर दी गयी उस दिन से भाई खान, कुरूबान अली, अदम खान, इशाक खान, एवं इनके परिवार से 77 बीघा में से 65 बीघा मेरे मामा ससुर के लड़के शामीर पुत्र श्री आलम तथा उनके परिवार वाले जिनके बारे में मैं उनको जानती नहीं हॅू वह भी इस प्रकरण में शामिल है। .तथा मुझे व मेरे पुत्र व मेरे अपाहिज पति पीरूखां को जमीन व ससुराल पक्ष की सम्पति से बेदखल कर दिया गया। उपरोक्त प्रकरण के बारे में जब मुझे मालूम हुआ तो मैनें मेरे ससुराल वालो से ऐसा नहीं करने के लिये यह कहा तब उन्होनें मुझे मारपीट कर घर से बाहर निकल जाने हेतु मजबूर कर दिया तब में अपने पीहर गयी व पीहर पक्ष के लोगों को व गांव के मुजहिज लोगों को इस हेतु ससुराल वालो को समझाने हेतु भेजा लेकिन उपरोक्त पंचों के दबाव में उन्होनें मुझे अपनी पुत्रवधू व मेरे लड़के को अपना पौत्र भी मानने से मना कर दिया व हमारी शादी को भी नकार दिया। .उपरोक्त विषय में मैनें पुलिस व जिला प्रशासन से शिकायत की तब पुलिस ने जांच कर प्रथम सूचना रिपोर्ट पुलिस थाना शिव में दर्ज करायी जिसकी रिपोर्ट संख्या 73/2012 अंकित है जो इस प्रार्थना पत्र के साथ सलंग्न की जा रही है। पुलिस जांच मे उनको दोषी माना व करीब 23 गवाहान ग्राम पंचायत व ग्रामीणों के दर्ज कराये गये व मेरे सासु ससुर, देवर ने पुलिस थाना में यह बयान दिया कि अच्छू हमारी पुत्रवधू है तब पुलिस ने इनका चालान दर्ज किया जो न्यायालय मे विचाराधीन चल रहा है। .बाड़मेर जिलाधीश महोदया गा्रमीण रात्रि चौपाल में जब हमारे गांव पधारी तब हमारे गांव के 200250 आदमी व औरतों ने व मैनें मिलकर मेरे खिलाफ हो रहे अत्याचार को रोकने व अत्याचारियों के खिलाफ कार्यवाही करने हेतु निवेदन किया तब जिलाधीश महोदय ने तहसीलदार शिव व दो अन्य अधिकारीयों को उक्त प्रकरण के सारी जांच के आदेश दिये जो अधिकारीयों द्वारा जांच कर मुझे व मेरे बच्चे व मेरे पति को सही माना व मेरी शादी को भी वैध माना जिसकी रिपोर्ट इस प्रार्थना पत्र के साथ सलंग्न कर रही हॅू। .मैं महिला सलाह व सुरक्षा केन्द्र बाड़मेर में भी गयी व वहा जाकर मेरे ससुराल व पंचो को समझाईश हेतु कहा लेकिन महिला सुरक्षा केन्द्र द्वारा समझाईश किये जाने पर भी वह नहीं माने महिला सलाह सुरक्षा अधिकारी हमारे गांव भी पधारी व मेरी रिपोर्ट को उसमें सही माना व पंचों को मेरे साथ ऐसा अत्याचार नहीं करने हेतु समझाईश की लेकिन वह नहीं माने व मुझे प्रताड़ित करते रहते है।
.इस तरह सारी जांच रिपोर्ट मेरे पक्ष में है क्योंकि सत्यता भी सही है कि मेरी शादी पीरू खां पुत्र श्री विदे खां के साथ मुस्लिम रिति रिवाज के अनुसार ही हुई है तथा पीरू खां की मैं विधिवत पत्नी हॅू।
.लेकिन इन पंचो ने मेरी जिन्दगी बरबाद करने के आशय से मेरे को, मेरे पति को व मेरे बच्चे को जमीन व संपति से बेदखल कर इन पंचों ने दरदर कि ठौकरे खाकर भूखे मरने को मजबूर कर दिया है मेरी जमीन व मुझे बेदखल करने से भूखमरी के कगार पर खड़ी हॅू। तथा जिन पंचों ने मुझे इस स्थिति तक पहुंचाया यह लोग मेरे बीपीएल राशन कार्ड व अन्य राजकीय सहायता हेतु किये गये प्रयासों में भी कई तरह से अड़चने पैदा कर मुझे प्रताड़ित करते रहते हैं।
.इस तरह से मुझे शादीशुदा होते हुये भी पंचों द्वारा प्रताड़ित कर षडयंत्र पूर्वक जमीन जायदाद से बेदखल कर ससुराल से निकाल दिया व अन्य कई तरीको से मुझे परेशान करते रहते है।
.इस तरह से अब जातिय पंच मुझे मेरे लड़के को जान से मार देने और मुझे खुद मर जाने हेतु तरहतरह से धमकीय देकर परेशान किया जा रहा है।
अतः श्रीमान से निवेदन है कि इन पंचों के खिलाफ कठोर कार्यवाही कर मेरी मदद कर कठोर कार्यवाही कराने में मेरी मदद करावे प्रशासन द्वारा सहायता प्रदान करावें जिससे मुझ अबला को न्याय मिल सके।अछू के इस मामले की कार्यालय से पुलिस अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी जाने के बाद पीडिता ने न्यायलय में इस्तगासे के जरिये मामला दर्ज कराया
.लेकिन इन पंचो ने मेरी जिन्दगी बरबाद करने के आशय से मेरे को, मेरे पति को व मेरे बच्चे को जमीन व संपति से बेदखल कर इन पंचों ने दरदर कि ठौकरे खाकर भूखे मरने को मजबूर कर दिया है मेरी जमीन व मुझे बेदखल करने से भूखमरी के कगार पर खड़ी हॅू। तथा जिन पंचों ने मुझे इस स्थिति तक पहुंचाया यह लोग मेरे बीपीएल राशन कार्ड व अन्य राजकीय सहायता हेतु किये गये प्रयासों में भी कई तरह से अड़चने पैदा कर मुझे प्रताड़ित करते रहते हैं।
.इस तरह से मुझे शादीशुदा होते हुये भी पंचों द्वारा प्रताड़ित कर षडयंत्र पूर्वक जमीन जायदाद से बेदखल कर ससुराल से निकाल दिया व अन्य कई तरीको से मुझे परेशान करते रहते है।
.इस तरह से अब जातिय पंच मुझे मेरे लड़के को जान से मार देने और मुझे खुद मर जाने हेतु तरहतरह से धमकीय देकर परेशान किया जा रहा है।
अतः श्रीमान से निवेदन है कि इन पंचों के खिलाफ कठोर कार्यवाही कर मेरी मदद कर कठोर कार्यवाही कराने में मेरी मदद करावे प्रशासन द्वारा सहायता प्रदान करावें जिससे मुझ अबला को न्याय मिल सके।अछू के इस मामले की कार्यालय से पुलिस अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी जाने के बाद पीडिता ने न्यायलय में इस्तगासे के जरिये मामला दर्ज कराया
शनिवार, 9 फ़रवरी 2013
यासिन मलिक पाक में भूख हड़ताल पर
यासिन मलिक पाक में भूख हड़ताल पर
इस्लामाबाद। जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ ) के प्रमुख यासिन मलिक ने अफजल गुरू का शव सौंपने की मांग पर शनिवार से 24 घंटे की भूख हड़ताल शुरू की। मलिक अपनी पत्नी और बेटी से मिलने के लिए पाकिस्तान की यात्रा पर है। मलिक ने इस्लामाबाद में नेशनल प्रेस क्लब के बाहर भूख हड़ताल शुरू की।
इस मौके पर जेकेएलएफ नेता अमानुल्लाह खान सहित जेकेएलएफ व जमात उद दावा के कार्यकर्ता भी पहुंचे। मलिक ने कहा,अफजल गुरू का शव परिवारवालों को सौंपा जाना चाहिए और इसी मांग को लेकर 24 घंटे का यह शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया जा रहा है। परिवार को फांसी की जानकारी तक नहीं दी गई।
गुरू राजनीति के शिकार हुए। आगामी चुनावों को ध्यान में रखकर ऎसा किया गया। माना जा रहा है कि अफजल को दिल्ली में तिहाड़ जेल में फांसी दिए जाने के बाद उसके परिजनों ने अंतिम संस्कार के लिए उसका शव मांगा है।
इस्लामाबाद। जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ ) के प्रमुख यासिन मलिक ने अफजल गुरू का शव सौंपने की मांग पर शनिवार से 24 घंटे की भूख हड़ताल शुरू की। मलिक अपनी पत्नी और बेटी से मिलने के लिए पाकिस्तान की यात्रा पर है। मलिक ने इस्लामाबाद में नेशनल प्रेस क्लब के बाहर भूख हड़ताल शुरू की।
इस मौके पर जेकेएलएफ नेता अमानुल्लाह खान सहित जेकेएलएफ व जमात उद दावा के कार्यकर्ता भी पहुंचे। मलिक ने कहा,अफजल गुरू का शव परिवारवालों को सौंपा जाना चाहिए और इसी मांग को लेकर 24 घंटे का यह शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया जा रहा है। परिवार को फांसी की जानकारी तक नहीं दी गई।
गुरू राजनीति के शिकार हुए। आगामी चुनावों को ध्यान में रखकर ऎसा किया गया। माना जा रहा है कि अफजल को दिल्ली में तिहाड़ जेल में फांसी दिए जाने के बाद उसके परिजनों ने अंतिम संस्कार के लिए उसका शव मांगा है।
. तो ये हैं वो कारण जिसके चलते वेश्याओं के पास जाते हैं पुरुष
वेश्यावृत्ति सभी देशों में आदिकाल से विद्यमान रही है। यह सदैव सामाजिक यथार्थ के रूप में स्वीकार की गई है और विधि एवं परंपरा द्वारा इसका नियमन होता रहा है।
पुरुषों का किसी वेश्या के प्रति झुकाव कोई नई बात नहीं है, लेकिन पुरुष ऐसा क्यों करते हैं? इसके पीछे भी एक दिलचस्प कहानी है। जी हां, हाल ही में एक रिसर्च में जो बातें सामने आईं हैं, वे हैरान करने के लिए काफी हैं।दरअसल, वेश्याओं के पास जाना पुरुषों को अच्छा लगता है, इसमें जोखिम के साथ-साथ मजा भी आता है। पुरुषों का इस तरह गैर महिलाओं के प्रति आकर्षित होने के पीछे हमारी संस्कृति और परंपराएं भी जिम्मेदार है।
अकेलापन दूर करने के लिए।
कुछ सामाजिक रूप से अनाड़ी होते है।
कुछ इसलिए जाते हैं, क्योंकि वे ज्यादा से ज्यादा सेक्स करना चाहते हैं।
जयपुर में अलर्ट,क्राइम मीटिंग स्थगित
जयपुर में अलर्ट,क्राइम मीटिंग स्थगित
जयपुर। संसद पर हमले के गुनहगार अफजल गुरू को शनिवार सुबह फांसी देने के बाद राजधानी जयपुर में भी अलर्ट जारी कर दिया गया। आलाधिकारियों के साथ थाना पुलिस को भी विशेष निगरानी बनाए रखने के निर्देश दिए गए। संवेदनशील इलाकों में जाप्ता भी तैनात किया। वहीं शनिवार को आरपीए में होने वाली रूटीन क्राइम मीटिंग को भी पुलिस कमिश्नर ने स्थगित कर दिया। गौरतलब है कि इसमें कमिश्नरेट के आला अधिकारियों के अलावा थानाप्रभारियों को भी उपस्थित होना था। शहर में कानून-व्यवस्था बनाएं रखने के लिए मीटिंग को आज के लिए स्थगित किया गया।
अतिरिक्त जाप्ता भी तैयार
पुलिस कमिश्नर बीएल सोनी ने बताया कि अफजल गुरू को फांसी देने के बाद ही अलर्ट जारी हो गया था। शहर में विशेष्ा निगरानी रख अप्रिय घटना से बचा जाएगा। इसके अतिरिक्त लाइन के जाप्ते को भी तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं ताकि जरूरत पर व्यवस्था संभाली जा सके। शहर के मुख्य सार्वजनिक स्थानों पर पुलिस नजर जमाए हुए हैं। आरपीए में आज जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की रूटीन मीटिंग होनी थी और नए दिशा-निर्देश मिलने थे। लेकिन ताजा हालात को देखते हुए मीटिंग स्थगित की गई है। सूत्रों के अनुसार पहले ये मीटिंग शुक्रवार को होनी थी,जिसे भी स्थगित किया गया था।
किसने क्या कहा?
संसद पर हमला देश पर हमला था। अफजल गुरू का यह बहुत बड़ा अपराध था। न्यायपालिका ने अपना काम किया। आखिर जीत देश की जनता और सत्य की हुई। अफजल गुरू को फांसी देना संसद पर हमले के दौरान शहीद हुए लोगों के लिए देश की सच्ची श्रद्धांजलि है। -डॉ. चंद्रभान,अध्यक्ष,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष,राजस्थान
अफजल को फांसी दिया जाना देर से उठाया गया सही कदम है। देश की अस्मिता पर हमला करने वाले गुनाहगारों को पहले ही अंजाम तक पहुंचा देना चाहिए था। इससे इस तरह का दुस्साहस करने वाले लोगों को सबक मिलेगा। -सतीश पूनिया,प्रदेश महामंत्री,भाजपा।
अफजल को पहले ही फांसी दे देनी चाहिए थी। देश की अस्मिता पर हमला करने वाले का यही अंजाम हो सकता था। इससे देश के दुश्मनों को सबक मिलेगा।-सुमन शर्मा,प्रदेश अध्यक्ष,
भाजपा महिला मोर्चा।
कांग्रेस सरकार आंतकियों से लड़ रही है और देरी का आरोप गलत है। कानूनी प्रक्रिया के तहत ही आज अफजल को फांसी दी गई है। यह कदम कांग्रेस सरकार की आंतकियों को सीधी चेतावनी है और इससे देश के दुश्मनों को सबक मिलेगा। -लोकेश शर्मा,कांग्रेस अभाव अभियोग प्रकोष्ठ के पदाधिकारी।
दो महीने पहले कसाब को फांसी के बाद आज अफजल गुरू की फांसी की खबर से आंतकियों के मन में भय पैदा होगा। बेगुनाहों को मारने वाले लोगों का यही अंजाम होना चाहिए। इससे भारतीय न्याय पालिका में प्रत्येक भारतीय का विश्वास जगेगा। -सुदर्शनाचार्य,महंत घाट के बालाजी।
जयपुर। संसद पर हमले के गुनहगार अफजल गुरू को शनिवार सुबह फांसी देने के बाद राजधानी जयपुर में भी अलर्ट जारी कर दिया गया। आलाधिकारियों के साथ थाना पुलिस को भी विशेष निगरानी बनाए रखने के निर्देश दिए गए। संवेदनशील इलाकों में जाप्ता भी तैनात किया। वहीं शनिवार को आरपीए में होने वाली रूटीन क्राइम मीटिंग को भी पुलिस कमिश्नर ने स्थगित कर दिया। गौरतलब है कि इसमें कमिश्नरेट के आला अधिकारियों के अलावा थानाप्रभारियों को भी उपस्थित होना था। शहर में कानून-व्यवस्था बनाएं रखने के लिए मीटिंग को आज के लिए स्थगित किया गया।
अतिरिक्त जाप्ता भी तैयार
पुलिस कमिश्नर बीएल सोनी ने बताया कि अफजल गुरू को फांसी देने के बाद ही अलर्ट जारी हो गया था। शहर में विशेष्ा निगरानी रख अप्रिय घटना से बचा जाएगा। इसके अतिरिक्त लाइन के जाप्ते को भी तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं ताकि जरूरत पर व्यवस्था संभाली जा सके। शहर के मुख्य सार्वजनिक स्थानों पर पुलिस नजर जमाए हुए हैं। आरपीए में आज जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की रूटीन मीटिंग होनी थी और नए दिशा-निर्देश मिलने थे। लेकिन ताजा हालात को देखते हुए मीटिंग स्थगित की गई है। सूत्रों के अनुसार पहले ये मीटिंग शुक्रवार को होनी थी,जिसे भी स्थगित किया गया था।
किसने क्या कहा?
संसद पर हमला देश पर हमला था। अफजल गुरू का यह बहुत बड़ा अपराध था। न्यायपालिका ने अपना काम किया। आखिर जीत देश की जनता और सत्य की हुई। अफजल गुरू को फांसी देना संसद पर हमले के दौरान शहीद हुए लोगों के लिए देश की सच्ची श्रद्धांजलि है। -डॉ. चंद्रभान,अध्यक्ष,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष,राजस्थान
अफजल को फांसी दिया जाना देर से उठाया गया सही कदम है। देश की अस्मिता पर हमला करने वाले गुनाहगारों को पहले ही अंजाम तक पहुंचा देना चाहिए था। इससे इस तरह का दुस्साहस करने वाले लोगों को सबक मिलेगा। -सतीश पूनिया,प्रदेश महामंत्री,भाजपा।
अफजल को पहले ही फांसी दे देनी चाहिए थी। देश की अस्मिता पर हमला करने वाले का यही अंजाम हो सकता था। इससे देश के दुश्मनों को सबक मिलेगा।-सुमन शर्मा,प्रदेश अध्यक्ष,
भाजपा महिला मोर्चा।
कांग्रेस सरकार आंतकियों से लड़ रही है और देरी का आरोप गलत है। कानूनी प्रक्रिया के तहत ही आज अफजल को फांसी दी गई है। यह कदम कांग्रेस सरकार की आंतकियों को सीधी चेतावनी है और इससे देश के दुश्मनों को सबक मिलेगा। -लोकेश शर्मा,कांग्रेस अभाव अभियोग प्रकोष्ठ के पदाधिकारी।
दो महीने पहले कसाब को फांसी के बाद आज अफजल गुरू की फांसी की खबर से आंतकियों के मन में भय पैदा होगा। बेगुनाहों को मारने वाले लोगों का यही अंजाम होना चाहिए। इससे भारतीय न्याय पालिका में प्रत्येक भारतीय का विश्वास जगेगा। -सुदर्शनाचार्य,महंत घाट के बालाजी।
वसुन्धरा राजे ने लगाई कुंभ में डुबकी
वसुन्धरा राजे ने लगाई कुंभ में डुबकी
इलाहबाद/जयपुर। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुन्धरा राजे ने शनिवार को सुबह इलाहबाद पावन तीर्थ कुम्भ में स्नान किया और पूजा अर्चना कर प्रदेश की जनता की खुशहाली के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। उन्होंने कुंभ में साधु संतो का आशीर्वाद भी लिया।
राजे के साथ उनके पुत्र सांसद दुष्यंत सिंह एवं उनकी पुत्रवधु निहारिका राजे भी थी। राजे का शनिवार शाम को निजी वायुयान से दिल्ली लौटने का कार्यक्रम है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी बुधवार को कुंभ में डुबकी लगाई थी। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी 12 फरवरी को कुंभ स्नान के लिए इलाहबाद पहुंचेंगे।
इलाहबाद/जयपुर। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुन्धरा राजे ने शनिवार को सुबह इलाहबाद पावन तीर्थ कुम्भ में स्नान किया और पूजा अर्चना कर प्रदेश की जनता की खुशहाली के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। उन्होंने कुंभ में साधु संतो का आशीर्वाद भी लिया।
राजे के साथ उनके पुत्र सांसद दुष्यंत सिंह एवं उनकी पुत्रवधु निहारिका राजे भी थी। राजे का शनिवार शाम को निजी वायुयान से दिल्ली लौटने का कार्यक्रम है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी बुधवार को कुंभ में डुबकी लगाई थी। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी 12 फरवरी को कुंभ स्नान के लिए इलाहबाद पहुंचेंगे।
गर्लफ्रैंड पर रूपए उड़ाए,कर्ज बढ़ा,लगाई फांसी
गर्लफ्रैंड पर रूपए उड़ाए,कर्ज बढ़ा,लगाई फांसी
इंदौर। इंदौर का एक इंजिनीयरिंग स्टूडेंट अपनी गर्लफ्रैंड पर रूपए लुटाते-लुटाते कर्ज में डूब गया और तंग आकर शुक्रवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मामला शहर के राजेन्द्र नगर थाना क्षेत्र के अभितेष नगर का है।
पुलिस के अनुसार ओमप्रकाश प्रजापत(20)बीई प्रथम वर्ष का छात्र था। वह मूलत: बडवानी का रहने वाला था और अपने अन्य चार साथियों के साथ यहां रहता था। जब शुक्रवार को उसने फांसी लगाई तब वह अपने कमरे में अकेला था और उसके साथी कोचिंग गए हुए थे। जब वह लौटे तो कमरा अंदर से बंद था और जब दरवाजा तोड़ा गया तो ओमप्रकाश फांसी के फंदे पर लटककर दम तोड़ चुका था। हालांकि वजन अधिक होने से रस्सी टूट चुकी थी और वह जमीन पर पड़ा हुआ है। छात्र के साथियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के साथ फोरेसिंसटीम के डॉ.सुधीर शर्मा भी मौंके पर पहुंचे। जिसे उन्होने युवक को मृत घोषित कर दिया।
सुसाइड नोट में लिखी दास्तां
फांसी लगाने से पहले उसने दो पेज का सुसाइट नोट भी लिखा उसमें लिखा है कि "मैं जिस लडकी से प्रेम करता था वह अब किसी और से प्रेम करने लगी है। मेरे मनाने के बाद भी वह नहीं मानी। मैंने उसके लिए करीब 25 हजार रूपए से अधिक का कर्ज कर चुका हूं।"
पिता का सपना टूटा
ओमप्रकाश के पिता भागवत प्रजापत सब्जी बेचकर अपने बेटे को इंजिनीयर बनाने के लिए दिन रात मेहनत करते थे। पिता ने कहा कि मेरा तो सपना ही टूट गया यह कहते हुए वे बार-बार बेहोश हो रहे है । पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शरू कर दी।
इंदौर। इंदौर का एक इंजिनीयरिंग स्टूडेंट अपनी गर्लफ्रैंड पर रूपए लुटाते-लुटाते कर्ज में डूब गया और तंग आकर शुक्रवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मामला शहर के राजेन्द्र नगर थाना क्षेत्र के अभितेष नगर का है।
पुलिस के अनुसार ओमप्रकाश प्रजापत(20)बीई प्रथम वर्ष का छात्र था। वह मूलत: बडवानी का रहने वाला था और अपने अन्य चार साथियों के साथ यहां रहता था। जब शुक्रवार को उसने फांसी लगाई तब वह अपने कमरे में अकेला था और उसके साथी कोचिंग गए हुए थे। जब वह लौटे तो कमरा अंदर से बंद था और जब दरवाजा तोड़ा गया तो ओमप्रकाश फांसी के फंदे पर लटककर दम तोड़ चुका था। हालांकि वजन अधिक होने से रस्सी टूट चुकी थी और वह जमीन पर पड़ा हुआ है। छात्र के साथियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के साथ फोरेसिंसटीम के डॉ.सुधीर शर्मा भी मौंके पर पहुंचे। जिसे उन्होने युवक को मृत घोषित कर दिया।
सुसाइड नोट में लिखी दास्तां
फांसी लगाने से पहले उसने दो पेज का सुसाइट नोट भी लिखा उसमें लिखा है कि "मैं जिस लडकी से प्रेम करता था वह अब किसी और से प्रेम करने लगी है। मेरे मनाने के बाद भी वह नहीं मानी। मैंने उसके लिए करीब 25 हजार रूपए से अधिक का कर्ज कर चुका हूं।"
पिता का सपना टूटा
ओमप्रकाश के पिता भागवत प्रजापत सब्जी बेचकर अपने बेटे को इंजिनीयर बनाने के लिए दिन रात मेहनत करते थे। पिता ने कहा कि मेरा तो सपना ही टूट गया यह कहते हुए वे बार-बार बेहोश हो रहे है । पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शरू कर दी।
फिसली जुबान और राहुल गांधी को जीते जी मार गए कांग्रेस सांसद!
रोहट (पाली).कांग्रेस के सांसद बद्रीराम जाखड़ की शुक्रवार को जुबान फिसल गई। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी को शहीद बता दिया।
रोहट के सिणगारी में शहीद पूनाराम भाट की पुण्यतिथि पर शुक्रवार को उन्होंने कहा-राहुल गांधी के तो टुकड़े-टुकड़े हो गए, पता ही नहीं पड़ा कि राहुल गांधी कहां है। वे दरअसल राजीव गांधी की शहादत का जिक्र कर रहे थे। इतने में ही वे संभले और अपनी गलती सुधारते हुए कहा, अरे, सॉरी! राहुल नहीं, राजीव गांधी। देखो मैं इसमें चूक गया, गलती हो गई। जुबान है फिसल जाती है।
समारोह में शिरकत करने के लिए संसदीय सचिव दिलीप चौधरी, सांसद बद्रीराम जाखड़, पूर्व विधायक भीमराज भाटी, पीसीसीबी के निदेशक खेतसिंह मेड़तिया समेत एक दर्जन से अधिक वरिष्ठ कांग्रेस नेता व सैकड़ों लोगों की भीड़ जुटी थी।
करीब तीन घंटे तक चली सभा में शहीद पूनाराम की शहादत को लेकर हर वक्ता ने उनको श्रद्धा से याद किया।
इस दौरान सांसद जाखड़ अपने भाषण के दौरान कुछ ऐसा बोल गए कि वहां पर सभी जनप्रतिनिधि, नेता व अन्य लोग एक-दूसरे का मुंह ताकते रहे गए। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को शहीद बताने के बजाय कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी को ही शहीद बता दिया। हालांकि उनके ध्यान में आते ही वे संभल गए तथा सार्वजनिक रूप से उन्होंने इस गलती को स्वीकार कर माफी भी मांग ली।
रोहट के सिणगारी में शहीद पूनाराम भाट की पुण्यतिथि पर शुक्रवार को उन्होंने कहा-राहुल गांधी के तो टुकड़े-टुकड़े हो गए, पता ही नहीं पड़ा कि राहुल गांधी कहां है। वे दरअसल राजीव गांधी की शहादत का जिक्र कर रहे थे। इतने में ही वे संभले और अपनी गलती सुधारते हुए कहा, अरे, सॉरी! राहुल नहीं, राजीव गांधी। देखो मैं इसमें चूक गया, गलती हो गई। जुबान है फिसल जाती है।
समारोह में शिरकत करने के लिए संसदीय सचिव दिलीप चौधरी, सांसद बद्रीराम जाखड़, पूर्व विधायक भीमराज भाटी, पीसीसीबी के निदेशक खेतसिंह मेड़तिया समेत एक दर्जन से अधिक वरिष्ठ कांग्रेस नेता व सैकड़ों लोगों की भीड़ जुटी थी।
करीब तीन घंटे तक चली सभा में शहीद पूनाराम की शहादत को लेकर हर वक्ता ने उनको श्रद्धा से याद किया।
इस दौरान सांसद जाखड़ अपने भाषण के दौरान कुछ ऐसा बोल गए कि वहां पर सभी जनप्रतिनिधि, नेता व अन्य लोग एक-दूसरे का मुंह ताकते रहे गए। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को शहीद बताने के बजाय कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी को ही शहीद बता दिया। हालांकि उनके ध्यान में आते ही वे संभल गए तथा सार्वजनिक रूप से उन्होंने इस गलती को स्वीकार कर माफी भी मांग ली।
अफजल गुरू को फांसी पर लटकाया
अफजल गुरू को फांसी पर लटकाया
नई दिल्ली। लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर पर हमले के गुनहगार अफजल गुरू को आज सुबह फांसी के फंदे पर लटका दिया गया। जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी अफजल गुरू को मुंबई हमले के गुनहगार अजमल आमिर कसाब की तरह ही फांसी दी गई। गृह सचिव आरके सिंह ने बताया कि अफजल को सुबह 8 बजे दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी दी गई। अफजल को फांसी दिए जाने के बाद जम्मू कश्मीर में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
अफजल को फांसी पर लटकाए जाने की सिफारिश 23 जनवरी को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भेजी गई थी। 26 जनवरी को राष्ट्रपति ने अपनी सहमति दे दी। 13 दिसंबर 2001 को संसद पर हमला किया गया था। इसमें 9 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे। इनमें पांच पुलिस कर्मी शामिल थे।
अफजल गुरू को इस मामले में दोषी करार दिया गया। 18 दिसंबर 2002 को दिल्ली की एक कोर्ट ने अफजल को फांसी की सजा सुनाई। 29 अक्टूबर 2003 को दिल्ली हाईकोर्ट ने फांसी की सजा को बरकरार रखा। सुप्रीम कोर्ट से भी अफजल को कोई राहत नहीं मिली। 4 अगस्त 2005 को सुप्रीम कोर्ट ने भी फांसी की सजा को बरकरार रखा।
अफजल को 20 अक्टूबर 2006 को ही फांसी होने वाली थी लेकिन उसकी पत्नी ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका दाखिल कर दी। इसके बाद फांसी दिए जाने पर रोक लग गई। इस बीच कुछ राजनीतिक दलों और मानवाधिकार संगठनों ने कहा कि अफजल गुरू का सही ट्रायल नहीं हुआ है। इसलिए उसकी सजा को कम किया जाए लेकिन मुंबई हमले के दोषी कसाब को फांसी दिए जाने के बाद अफजल को फांसी पर लटकाने की मांग तेज होने लगी।
भाजपा ने उसे जल्द से जल्द फांसी पर लटकाने की मांग की। अगस्त 2011 में गृह मंत्रालय ने उसकी दया याचिका की सिफारिश भेजी। 10 दिसंबर 2012 को गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि 22 दिसंबर को संसद का शीतकालीन सत्र समाप्त होने के बाद वह अफजल की फाइल की समीक्षा करेंगे।
नई दिल्ली। लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर पर हमले के गुनहगार अफजल गुरू को आज सुबह फांसी के फंदे पर लटका दिया गया। जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी अफजल गुरू को मुंबई हमले के गुनहगार अजमल आमिर कसाब की तरह ही फांसी दी गई। गृह सचिव आरके सिंह ने बताया कि अफजल को सुबह 8 बजे दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी दी गई। अफजल को फांसी दिए जाने के बाद जम्मू कश्मीर में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
अफजल को फांसी पर लटकाए जाने की सिफारिश 23 जनवरी को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भेजी गई थी। 26 जनवरी को राष्ट्रपति ने अपनी सहमति दे दी। 13 दिसंबर 2001 को संसद पर हमला किया गया था। इसमें 9 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे। इनमें पांच पुलिस कर्मी शामिल थे।
अफजल गुरू को इस मामले में दोषी करार दिया गया। 18 दिसंबर 2002 को दिल्ली की एक कोर्ट ने अफजल को फांसी की सजा सुनाई। 29 अक्टूबर 2003 को दिल्ली हाईकोर्ट ने फांसी की सजा को बरकरार रखा। सुप्रीम कोर्ट से भी अफजल को कोई राहत नहीं मिली। 4 अगस्त 2005 को सुप्रीम कोर्ट ने भी फांसी की सजा को बरकरार रखा।
अफजल को 20 अक्टूबर 2006 को ही फांसी होने वाली थी लेकिन उसकी पत्नी ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका दाखिल कर दी। इसके बाद फांसी दिए जाने पर रोक लग गई। इस बीच कुछ राजनीतिक दलों और मानवाधिकार संगठनों ने कहा कि अफजल गुरू का सही ट्रायल नहीं हुआ है। इसलिए उसकी सजा को कम किया जाए लेकिन मुंबई हमले के दोषी कसाब को फांसी दिए जाने के बाद अफजल को फांसी पर लटकाने की मांग तेज होने लगी।
भाजपा ने उसे जल्द से जल्द फांसी पर लटकाने की मांग की। अगस्त 2011 में गृह मंत्रालय ने उसकी दया याचिका की सिफारिश भेजी। 10 दिसंबर 2012 को गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि 22 दिसंबर को संसद का शीतकालीन सत्र समाप्त होने के बाद वह अफजल की फाइल की समीक्षा करेंगे।
बोलेरो-डंपर की भिड़ंत में एक की मौत
बोलेरो-डंपर की भिड़ंत में एक की मौत
राष्ट्रीय राजमार्ग न.15 पर कुशल वाटिका के पास हुआ हादसा, एक घायल
बाड़मेर राष्ट्रीय राजमार्ग न. 15 पर कुशल वाटिका के पास बोलेरो व डंपर की आमने सामने हुई भिडं़त में एक जने की मौत हो गई। जबकि एक जना गंभीर घायल हो गया। सूचना मिलने पर सदर थानाधिकारी मय दल मौके पर पहुंचे। जहां से घायलों को एंबुलेंस 108 से राजकीय अस्पताल लेकर आए। सदर थानाधिकारी लूणसिंह भाटी ने बताया कि शुक्रवार रात्रि 10.30 बजे हाइवे पर कुशल वाटिका के सामने बोलेरो व डंपर की आमने सामने हुई भिड़ंत में सालूराम (20)पुत्र पूनमाराम जाट निवासी मंडो का तला (सनावड़ा) की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जबकि दीपाराम पुत्र जालाराम जाट निवासी मंडो का तला घायल हो गया। जिन्हें एम्बुलेंस से राजकीय अस्पताल लेकर आए। जहां पर घायल का उपचार चल रहा है। मृतक के परिजनों को सूचना दी गई।
बोलेरो के परखच्चे उड़ गए: हाइवे पर हुए हादसे में बोलेरो के परखच्चे उड़ गए। इस दौरान बोलेरो में सवार युवक फंस गए। पुलिस के जवानों ने काफी मशक्कत के बाद दोनों को बाहर निकाला। हादसे के बाद काफी तादाद में लोग एकत्रित हो गए। हाइवे पर वाहनों की कतारें लगी।
राष्ट्रीय राजमार्ग न.15 पर कुशल वाटिका के पास हुआ हादसा, एक घायल
बाड़मेर राष्ट्रीय राजमार्ग न. 15 पर कुशल वाटिका के पास बोलेरो व डंपर की आमने सामने हुई भिडं़त में एक जने की मौत हो गई। जबकि एक जना गंभीर घायल हो गया। सूचना मिलने पर सदर थानाधिकारी मय दल मौके पर पहुंचे। जहां से घायलों को एंबुलेंस 108 से राजकीय अस्पताल लेकर आए। सदर थानाधिकारी लूणसिंह भाटी ने बताया कि शुक्रवार रात्रि 10.30 बजे हाइवे पर कुशल वाटिका के सामने बोलेरो व डंपर की आमने सामने हुई भिड़ंत में सालूराम (20)पुत्र पूनमाराम जाट निवासी मंडो का तला (सनावड़ा) की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जबकि दीपाराम पुत्र जालाराम जाट निवासी मंडो का तला घायल हो गया। जिन्हें एम्बुलेंस से राजकीय अस्पताल लेकर आए। जहां पर घायल का उपचार चल रहा है। मृतक के परिजनों को सूचना दी गई।
बोलेरो के परखच्चे उड़ गए: हाइवे पर हुए हादसे में बोलेरो के परखच्चे उड़ गए। इस दौरान बोलेरो में सवार युवक फंस गए। पुलिस के जवानों ने काफी मशक्कत के बाद दोनों को बाहर निकाला। हादसे के बाद काफी तादाद में लोग एकत्रित हो गए। हाइवे पर वाहनों की कतारें लगी।
नागौर में पहली सभा, हंगामा-लाठीचार्ज बेनीवाल समर्थकों ने काले झंडे दिखाए
मूंडवा की तेजास्थली
नागौर में पहली सभा, हंगामा-लाठीचार्ज बेनीवाल समर्थकों ने काले झंडे दिखाए
नागौर पद संभालने के तीन घंटे बाद वसुंधरा मूंडवा में तेजास्थली पहुंचीं। यहां सभा के दौरान खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल के समर्थकों ने विरोध किया। काले झंडे दिखाए। पुलिस ने लाठीचार्ज कर खदेड़ा तो पत्थर फेंके। आधा दर्जन वाहनों में तोड़-फोड़ की गई। इस दौरान एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। बाद में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। वसुंधरा समर्थकों ने कांग्रेस के इशारे पर हंगामा किए जाने का आरोप लगाया।
उधर, लाठीचार्ज के विरोध में शाम को बेनीवाल अपने समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठ गए। उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई और मामले की न्यायिक जांच की मांग की। देर शाम बेनीवाल समर्थक दो सरपंचों सहित २७ लोगों पर केस दर्ज कर लिया गया। दो लोगों को हिरासत में लिया गया।
37 मिनट भाषण, राजे ने कहा- कोई कितना ही रोके, मैं थमने वाली नहीं
हंगामे के बावजूद वसुंधरा राजे ने 37 मिनट तक भाषण दिया। उन्होंने कहा-मेरी तरक्की कुछ लोगों को रास नहीं आ रही। कोई कितना ही रास्ता रोके, हमारी रफ्तार रुकने वाली नहीं। मैं आपकी चुनरी की लाज रखूंगी। यह चुनरी प्रदेश की जनता के चरणों में है। इसकी लाज हमारे भाइयों को भी रखनी है। वसुंधरा ने शायरी करते हुए कहा-बिजली चमकती है तो आकाश बदल देती है। आंधी उठती है तो दिन-रात बदल देती है। जब नारी गरजती है तो इतिहास बदल देती है। इससे पहले वीर तेजा संस्थान के अध्यक्ष सीआर चौधरी व भाजपा नेताओं ने 51 किलो की फूल माला पहनाकर व चुनरी ओढ़ाकर वसुंधरा का स्वागत किया। लौटते समय वसुंधरा ने सभा स्थल के ऊपर हेलिकॉप्टर के तीन चक्कर लगवाए और जनता का अभिवादन किया।
यह तो शुरुआत है : बेनीवाल
बेनीवाल ने कहा कि यह तो विरोध की शुरुआत है। विरोध करने वाले आम लोग हैं। नागौर की जनता वसुंधरा के पिछले शासनकाल को भूली नहीं है। शांतिपूर्वक विरोध कर रहे लोगों पर पुलिस ने बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया। मैं जनता के विरोध के साथ हूं।
विरोध क्यों?
बेनीवाल खींवसर से भाजपा के विधायक थे। दारिया मामले में भाजपा नेताओं पर टिप्पणी के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया। राजे समर्थक कई स्थानीय नेता खींवसर से टिकट की कतार में हैं। वसुंधरा का यह कार्यक्रम जाट वोटरों से जोड़कर देखा जा रहा है। बेनीवाल के विरोध को इसकी काट माना जा रहा है।
नागौर में पहली सभा, हंगामा-लाठीचार्ज बेनीवाल समर्थकों ने काले झंडे दिखाए
नागौर पद संभालने के तीन घंटे बाद वसुंधरा मूंडवा में तेजास्थली पहुंचीं। यहां सभा के दौरान खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल के समर्थकों ने विरोध किया। काले झंडे दिखाए। पुलिस ने लाठीचार्ज कर खदेड़ा तो पत्थर फेंके। आधा दर्जन वाहनों में तोड़-फोड़ की गई। इस दौरान एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। बाद में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। वसुंधरा समर्थकों ने कांग्रेस के इशारे पर हंगामा किए जाने का आरोप लगाया।
उधर, लाठीचार्ज के विरोध में शाम को बेनीवाल अपने समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठ गए। उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई और मामले की न्यायिक जांच की मांग की। देर शाम बेनीवाल समर्थक दो सरपंचों सहित २७ लोगों पर केस दर्ज कर लिया गया। दो लोगों को हिरासत में लिया गया।
37 मिनट भाषण, राजे ने कहा- कोई कितना ही रोके, मैं थमने वाली नहीं
हंगामे के बावजूद वसुंधरा राजे ने 37 मिनट तक भाषण दिया। उन्होंने कहा-मेरी तरक्की कुछ लोगों को रास नहीं आ रही। कोई कितना ही रास्ता रोके, हमारी रफ्तार रुकने वाली नहीं। मैं आपकी चुनरी की लाज रखूंगी। यह चुनरी प्रदेश की जनता के चरणों में है। इसकी लाज हमारे भाइयों को भी रखनी है। वसुंधरा ने शायरी करते हुए कहा-बिजली चमकती है तो आकाश बदल देती है। आंधी उठती है तो दिन-रात बदल देती है। जब नारी गरजती है तो इतिहास बदल देती है। इससे पहले वीर तेजा संस्थान के अध्यक्ष सीआर चौधरी व भाजपा नेताओं ने 51 किलो की फूल माला पहनाकर व चुनरी ओढ़ाकर वसुंधरा का स्वागत किया। लौटते समय वसुंधरा ने सभा स्थल के ऊपर हेलिकॉप्टर के तीन चक्कर लगवाए और जनता का अभिवादन किया।
यह तो शुरुआत है : बेनीवाल
बेनीवाल ने कहा कि यह तो विरोध की शुरुआत है। विरोध करने वाले आम लोग हैं। नागौर की जनता वसुंधरा के पिछले शासनकाल को भूली नहीं है। शांतिपूर्वक विरोध कर रहे लोगों पर पुलिस ने बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया। मैं जनता के विरोध के साथ हूं।
विरोध क्यों?
बेनीवाल खींवसर से भाजपा के विधायक थे। दारिया मामले में भाजपा नेताओं पर टिप्पणी के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया। राजे समर्थक कई स्थानीय नेता खींवसर से टिकट की कतार में हैं। वसुंधरा का यह कार्यक्रम जाट वोटरों से जोड़कर देखा जा रहा है। बेनीवाल के विरोध को इसकी काट माना जा रहा है।
जैसलमेर भगवान श्री लक्ष्मीनाथजी ..."लक्षमो रे नाथ"
"लक्षमो रे नाथ"
जैसलमेर में यूँ तो अनेकों मन्दिर हैं पर किले पर कुण्डपाड़ा स्थित भगवान श्री लक्ष्मीनाथजी के मन्दिर की छटा सबसे निराली है। होली पर भगवान को गीत गाकर सुनाये जाते हैं। यहाँ की प्राचीनपरम्परा के अनुसार महारावल(जिन्हें स्थानीय लोग दरबार कहकर संबोधित करते हैं) स्वयं भगवान लक्ष्मीनाथ को होलीखिलाने आते हैं। श्रीकृष्ण जन्म महोत्सव पर तो यहाँ ऐसा लगता है जैसे आज ही भगवान इस धरती पर जन्म ले रहे हों। ऐसी धारणा है कि ये मंदिर बहुत ही चमत्कारी है। मंदिर में प्रवेश करते ही भगवान की मनमोहिनी छटा कदम पीछे की ओर न जाने हेतु प्रेरित करती है। मंदिर में मिलने वाले चरनामृत औरप्रसाद का स्वाद बिलकुल ही अलग होता है। प्रत्येक नगरवासी अपनी दिनचर्या प्रात:काल भगवान के दर्शन करके ही प्रारम्भ करता है। दुर्ग पर अन्य मंदिरों में शिव, सुर्य्, चामुंडा एवं जैन मंदिर प्रमुख हैं। गणगौर पर्व पर भी यहाँ बहुत ही विशाल मेला भरता है, दरबारकी सवारी अपने पुरातन स्वरुप में किले से राजतिलक के बाद ही प्रस्थान करती है।कहना होगा कि आज भी यहाँ पर प्रत्येक रीति-रिवाज अपने मूल स्वरुप में ही मनाये जाते हैं। क्रमशः, जय श्रीकृष्ण
किशनगढ़ रेंज में गूंजी एमएमजी की आवाज, प्रतियोगिता का समापन आज
प्रतियोगिता में गुजरात प्रथम व राजस्थान द्वितीय रहा
किशनगढ़ रेंज में गूंजी एमएमजी की आवाज, प्रतियोगिता का समापन आज
जैसलमेर किशनगढ़ फिल्ड फायरिंग रेंज में चल रही बीएसएफ की शूटिंग प्रतियोगिता के चौथे दिन शुक्रवार को विभिन्न प्रतियोगिताएं हुई। जैसे जैसे प्रतियोगिता अपने मुकाम की ओर बढ़ रही रही है टीमों के बीच की प्रतिस्पर्धा काफी संघर्ष पूर्ण हो गई है। जवानों द्वारा अपने सीमांत को जिताने के लिये भरसक प्रयास किया जा रहा है। प्रतियोगिता के चौथे दिन सीमा सुरक्षा बल के शार्प शूटरों का उत्साह देखते ही बना। 81 एमएम मोटर्र के बंबों के फटने से उठते धुएं और रेत के गुबार तथा मीडियम मशीन गन के निरंतर आती थरथराती आवाज शार्प शूटर्स को टारगेट बर्बाद करने के लिए उत्साहित कर रही थी। जवानों द्वारा अदृश्य तथा मुश्किल टारगेट का डाटा लेकर ध्वस्त करने का बेहतरीन नमूना प्रतियोगिता के दौरान देखने को मिला।
हथियारों की फायर पावर और टारगेट कि स्थितियों को देखकर सीमा सुरक्षा बल की कठिन ओर साहसिक कर्तव्यों का अनुमान लगाना मुश्किल नहीं था। किसी भी टारगेट को बर्बाद करने के लिए एक अच्छे हथियार के साथ-साथ जवान की उसमें अच्छी काबलियत तथा निपूर्णता का होना बेहद जरूरी होता है जो कि इस प्रतियोगिता में उदाहरण के तौर पर देखने को मिला। शार्प शूटर्स द्वारा प्रतियोगिता में दिखाया गया प्रर्दशन किसी रणकौशल से कम नहीं था।
किशनगढ़ रेंज मुख्य रूप से सीमा सुरक्षा बल के मीडियम मशीन गन की फायर पावर का गवाह बना। एमएमजी की प्रतियोगिता में सबसे ज्यादा अंक प्राप्त कर सीमांत गुजरात प्रथम स्थान तथा राजस्थान सीमांत द्वितीय स्थान पर रहा इसी के साथ एमएमजी के मुकाबले समाप्त हो गए है। प्रतियोगिता का समापन शनिवार को होगा।
शुक्रवार, 8 फ़रवरी 2013
रेप का झूठा आरोप, डीएनए टेस्ट से सामने आया सच
पुलिस के अनुसार बलात्कार के एक मामले में आरोपी जन-शिक्षक रामलाल यदुवंशी और उसके एक साथी को डीएनए जांच में बेकसूर करार दिया गया है। पुलिस अब झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने वाली महिला पर कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। उसे इसके लिए तीन साल तक की सजा भी हो सकती है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने 15 दिन में ही तमाम जांच के बाद इसका खुलासा कर दिया है। यह मामला जिला मुख्यालय बुरहानपुर से 30 किलोमीटर दूर खकनार थाना क्षेत्र का है।
पुलिस अधीक्षक अविनाश शर्मा ने शुक्रवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि पीड़ित महिला ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने से पहले झूठी कहानी गढ़ी थी। यही नहीं, उसने घर के कमरे में बलात्कार के तमाम सबूत बिखेरे थे। दूसरे दिन सुबह महिला बलात्कार की शिकायत लेकर थाने पहुंची। उसने बताया रात में जब वह पेशाब करने उठी, तभी जन-शिक्षक और उसका साथी संतोष घर में घुस आए और उससे बलात्कार किया।उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने शिकारपुरा थाने में अपराध दर्ज किया और दूसरे ही दिन 21 जनवरी को यदुवंशी के खून का नमूना लेकर डीएनए जांच के लिए भेज दिया। पुलिस ने बताया कि डीएनए जांच से सच सामने आने के बाद जन-शिक्षक को राहत मिली है। मामले में झूठी शिकायत करने वाली महिला के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
6 युवकों ने नाबालिग से करा गैंगरेप
6 युवकों ने नाबालिग से करा गैंगरेप
अलवर। राजस्थान में अलवर जिले के रामगढ थाना क्षेत्र के ओडेला गांव में एक नाबालिग लड़की के साथ छह युवकों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले के जांच अधिकारी एवं पुलिस उपायुकत अशोक मीणा ने बताया कि इस घटना में असलम, जलीस, अजीज, अकबर एवं आरिफ के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू की गई है और इनमें से तीन आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है।
उन्होंने बताया कि पीडिता का मेडिकल मुआयना करा लिया गया है। पुलिस के अनुसार पांचवीं कक्षा में पढ़ रही 16 वर्षीय छात्रा गतपांच फरवरी को दोपहर अपने खेत में पशुओं के लिए चारा लेने गई थी जहां ओडेला गांव के छह युवकों ने उसे अकेला देखकर उसका अपहरण कर लिया और उसके साथ दुष्कर्म किया।
बाद में वे बालिका को बोलेरो में डालकर अन्यत्र ले गए जहां उन्होंने दो दिन तक उसे एक मकान में बंद कर रखा और तीसरे दिन गांव के पास छोड़ कर चले गए। पीडिता ने घर पहुंच कर परिजनोें को आपबीती सुनाई तब उसके पिता ने शुक्रवार को थाने में मामला दर्ज कराया।
अलवर। राजस्थान में अलवर जिले के रामगढ थाना क्षेत्र के ओडेला गांव में एक नाबालिग लड़की के साथ छह युवकों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले के जांच अधिकारी एवं पुलिस उपायुकत अशोक मीणा ने बताया कि इस घटना में असलम, जलीस, अजीज, अकबर एवं आरिफ के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू की गई है और इनमें से तीन आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है।
उन्होंने बताया कि पीडिता का मेडिकल मुआयना करा लिया गया है। पुलिस के अनुसार पांचवीं कक्षा में पढ़ रही 16 वर्षीय छात्रा गतपांच फरवरी को दोपहर अपने खेत में पशुओं के लिए चारा लेने गई थी जहां ओडेला गांव के छह युवकों ने उसे अकेला देखकर उसका अपहरण कर लिया और उसके साथ दुष्कर्म किया।
बाद में वे बालिका को बोलेरो में डालकर अन्यत्र ले गए जहां उन्होंने दो दिन तक उसे एक मकान में बंद कर रखा और तीसरे दिन गांव के पास छोड़ कर चले गए। पीडिता ने घर पहुंच कर परिजनोें को आपबीती सुनाई तब उसके पिता ने शुक्रवार को थाने में मामला दर्ज कराया।
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