शनिवार, 9 फ़रवरी 2013

किशनगढ़ रेंज में गूंजी एमएमजी की आवाज, प्रतियोगिता का समापन आज


प्रतियोगिता में गुजरात प्रथम व राजस्थान द्वितीय रहा

किशनगढ़ रेंज में गूंजी एमएमजी की आवाज, प्रतियोगिता का समापन आज 




जैसलमेर  किशनगढ़ फिल्ड फायरिंग रेंज में चल रही बीएसएफ की शूटिंग प्रतियोगिता के चौथे दिन शुक्रवार को विभिन्न प्रतियोगिताएं हुई। जैसे जैसे प्रतियोगिता अपने मुकाम की ओर बढ़ रही रही है टीमों के बीच की प्रतिस्पर्धा काफी संघर्ष पूर्ण हो गई है। जवानों द्वारा अपने सीमांत को जिताने के लिये भरसक प्रयास किया जा रहा है। प्रतियोगिता के चौथे दिन सीमा सुरक्षा बल के शार्प शूटरों का उत्साह देखते ही बना। 81 एमएम मोटर्र के बंबों के फटने से उठते धुएं और रेत के गुबार तथा मीडियम मशीन गन के निरंतर आती थरथराती आवाज शार्प शूटर्स को टारगेट बर्बाद करने के लिए उत्साहित कर रही थी। जवानों द्वारा अदृश्य तथा मुश्किल टारगेट का डाटा लेकर ध्वस्त करने का बेहतरीन नमूना प्रतियोगिता के दौरान देखने को मिला।

हथियारों की फायर पावर और टारगेट कि स्थितियों को देखकर सीमा सुरक्षा बल की कठिन ओर साहसिक कर्तव्यों का अनुमान लगाना मुश्किल नहीं था। किसी भी टारगेट को बर्बाद करने के लिए एक अच्छे हथियार के साथ-साथ जवान की उसमें अच्छी काबलियत तथा निपूर्णता का होना बेहद जरूरी होता है जो कि इस प्रतियोगिता में उदाहरण के तौर पर देखने को मिला। शार्प शूटर्स द्वारा प्रतियोगिता में दिखाया गया प्रर्दशन किसी रणकौशल से कम नहीं था।

किशनगढ़ रेंज मुख्य रूप से सीमा सुरक्षा बल के मीडियम मशीन गन की फायर पावर का गवाह बना। एमएमजी की प्रतियोगिता में सबसे ज्यादा अंक प्राप्त कर सीमांत गुजरात प्रथम स्थान तथा राजस्थान सीमांत द्वितीय स्थान पर रहा इसी के साथ एमएमजी के मुकाबले समाप्त हो गए है। प्रतियोगिता का समापन शनिवार को होगा।

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