मंगलवार, 1 जनवरी 2013
हिलेरी के दिमाग में जमा खून का थक्का, शावेज की भी हालत नाजुक
वॉशिंगटन. अमेरिकी विदेशमंत्री हिलेरी क्लिंटन के मस्तिष्क में खून का थक्का जमा होने का पता चला है। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वे दिसंबर में अचानक गिर कर बेहोश हो गई थीं। उसके बाद उनकी जांच की गई थी। वे 65 साल की हैं।
शुरू में बताया गया था कि उनके पेट में वायरस था और पानी की कमी के कारण ऐसा हुआ। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने ताजा बयान जारी कर कहा है कि क्लिंटन के दाहिने कान के पीछे दिमाग और खोपड़ी के बीच एक नस में खून का थक्का जम गया है। हालांकि उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने उम्मीद जताई है कि वह पूरी तरह स्वस्थ हो जाएंगी। वे कम से कम 48 घंटे न्यूयॉर्क के प्रेसबिटेरियन अस्पताल में डॉक्टरों की निगरानी में रहेंगीं।
अमेरिका की पूर्व प्रथम महिला हिलेरी क्लिंटन को राष्ट्रपति बराक ओबामा अपने दूसरे कार्यकाल में विदेश मंत्री नहीं रखना चाहते। हिलेरी का कार्यकाल 20 जनवरी को खत्म हो रहा है। उन्होंने 2008 में राष्ट्रपति चुनाव के लिए डेमोक्रेट पार्टी का टिकट हासिल करने की कोशिश की थी। लेकिन ओबामा से हार गई थीं। तब ओबामा ने उन्हें विदेश मंत्री बनाया था। जनवरी में हिलेरी को संसद में बेनगाजी में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास पर हमले पर साक्ष्य देना है।
शावेज की भी हालत नाजुक
वेनेजुएला के राष्ट्रपति ह्यूगो शावेज की हालत नाजुक हो गई है। वे कैंसर से जूझ रहे हैं। उपराष्ट्रपति निकोलस
मादुरो ने शावेज से मिलने के बाद एक संदेश में यह जानकारी दी। मादुरो ने बताया कि ऑपरेशन के बाद से शावेज की स्थिति नाजुक है। शावेज का इलाज क्यूबा में चल रहा है। उनका 11 दिसंबर को चौथा ऑपरेशन किया गया था। उसके बाद से उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही है और संक्रमण बढ़ रहा है। शावेज 1999 से सत्ता में हैं। गत अक्टूबर में उन्होंने एक और कार्यकाल के लिए चुनाव जीता है।
बम से उड़ाना चाहते थे रामसिंह का घर
बम से उड़ाना चाहते थे रामसिंह का घर
नई दिल्ली। सोमवार शाम दिल्ली के आरके पुरम क्षेत्र के रविदास झुग्गी बस्ती में उस वक्त सनसनी फैल गई,जब तीन युवकों ने सामूहिक गैंग रेप की बहुचर्चित घटना के मुख्य अभियुक्त रामसिंह के घर को बम से उड़ाने की धमकी दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने इनमें से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है और उसके पास से दो देसी बम बरामद हुए है। उल्लेखनीय है कि रामसिंह 16 दिसम्बर को चलती बस में हुई गैंग रेप की घटना का मुख्य अभियुक्त है और पूरे देश में अभियुक्तों को कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की मांग के साथ प्रदर्शन जारी है।
दिल्ली पुलिस को सोमवार शाम करीब छह बजे जानकारी मिली कि तीन युवक रामसिंह के घर के इर्द-गिर्द घूम रहे हैं और उन्होंने घर को बम से उड़ाने की धमकी दी है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब पड़ोसियों ने उनसे पूछा कि वे यहां क्या कर रहे हैं,तो उन्होंने जवाब दिया कि वे यहां रामसिंह का घर बम से उड़ाने के लिए आए हैं। इनमें से एक को भीड़ ने पकड़ लिया,जबकि अन्य दो वहां से भागने में कामयाब रहे। पकड़े गए युवक से पूछताछ जारी है।
नई दिल्ली। सोमवार शाम दिल्ली के आरके पुरम क्षेत्र के रविदास झुग्गी बस्ती में उस वक्त सनसनी फैल गई,जब तीन युवकों ने सामूहिक गैंग रेप की बहुचर्चित घटना के मुख्य अभियुक्त रामसिंह के घर को बम से उड़ाने की धमकी दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने इनमें से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है और उसके पास से दो देसी बम बरामद हुए है। उल्लेखनीय है कि रामसिंह 16 दिसम्बर को चलती बस में हुई गैंग रेप की घटना का मुख्य अभियुक्त है और पूरे देश में अभियुक्तों को कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की मांग के साथ प्रदर्शन जारी है।
दिल्ली पुलिस को सोमवार शाम करीब छह बजे जानकारी मिली कि तीन युवक रामसिंह के घर के इर्द-गिर्द घूम रहे हैं और उन्होंने घर को बम से उड़ाने की धमकी दी है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब पड़ोसियों ने उनसे पूछा कि वे यहां क्या कर रहे हैं,तो उन्होंने जवाब दिया कि वे यहां रामसिंह का घर बम से उड़ाने के लिए आए हैं। इनमें से एक को भीड़ ने पकड़ लिया,जबकि अन्य दो वहां से भागने में कामयाब रहे। पकड़े गए युवक से पूछताछ जारी है।
"आत्ममुखी बनने का प्रयास करें"
"आत्ममुखी बनने का प्रयास करें"
बाड़मेर। आचार्य महाश्रमण ने कहा कि आदमी रक्षा का प्रयास करता है। राष्ट्र की रक्षा का भी प्रयास होता है। देश की सीमाओं पर जागरूकता रखी जाती है ताकि राष्ट्र को खतरा उत्पन्न नहीं हो। अपने देश की रक्षा करना अपेक्षित होता है। शरीर को भी सुरक्षित रखने का प्रयास होता है। प्रतिकूलता से शरीर को बचाने का प्रयास होता है। आत्मा की सुरक्षा का भी प्रयास होना चाहिए। आदमी आत्ममुखी बनने का प्रयास करें।
आचार्य ने जैन एकता के मानक विषय पर कहा कि व्यक्ति में विद्वेष्ा का भाव नहीं रहना चाहिए। उसमें पवित्र सौहार्द का भाव रहे। उन्होंने कहा कि जैन पंचाग ऎसा हो जो सर्वमान्य हो। एक पंचाग तय कर दो, उसमें तिथियां आदि समान रहे तो कुछ एकता बन सकती है। इससे सम्वत्सरी मनाने की भिन्नता भी समाप्त हो सकती है। सौहार्द का आधार स्वार्थ होने पर वह कल्याणकारी नहीं हो सकता। सौहार्द के पीछे किसी की कमजोरी को छिपाना नहीं चाहिए। वास्तव में सौहार्द है तो एक-दूसरे की कमजोरियों को बताएं तथा कमजोरी बताने पर सकारात्मक भाव रखें। एक-दूसरे की कमजोरियों की ओर इंगित करके एक-दूसरे के कल्याण में सहभागी बने।
साध्वीप्रमुखा कनकप्रभा ने कहा कि भारत ऎसा देश है जो अपनी आध्यात्मिक व सांस्कृतिक श्रेष्ठताओं से प्रसिद्घ है। भारत में सभी धर्म के लोग अपनी आस्था के अनुसार आराधना कर सकते हैं। जैन धर्म के अनेकांत के सिद्घांत में भिन्नता में एकता की बात कही गई है। जैन धर्म के भगवान एक है, मंत्र भी एक है।
उन्होंने कहा कि सभी जैन सम्प्रदाय एक दूसरे से सीखने का प्रयास करें। मंत्री मुनि सुमेरमल ने कहा कि एकता में ताकत होती है, सामथ्र्य होता है। आवाज एक होती है तो उसकी ताकत अलग ही होती है। संस्था व समाज में एकता का क्रम बना रहना चाहिए। मुनि रजनीश कुमार ने गीत का संगान किया। इस दौरान आचार्य ने मूलचन्द बोथरा बीकानेर, के पुत्र सुरेन्द्र बोथरा और पुखराज परमारको शासनसेवी सम्बोधन से अलंकृत किया।
विराट व्यक्तित्व के धनी आचार्य महाश्रमण
बालोतरा. आचार्य महाश्रमण विराट व्यक्तित्व के धनी और सिद्ध पुरूष है। साधना से जीवन में तेजस्विता आती है। मुनि मदन कुमार ने सोमवार को ओसवाल भवन जसोल में 2012 के सिद्ध चातुर्मास उपलक्ष्य में आयोजित भाषण माला कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने कहा कि करूणा व वत्सलता में चुम्बकीय शक्ति होती है।
चौबीसी के संगान से मंगलकारी प्रकपन पैदा होते हैं। मुनि पृथ्वीराज ने कहा कि पुण्यशाली के पग पग पर निधान होता है। आचार्य महाश्रमण की पुण्यवत्ता प्रबल है। कार्यक्रम संयोजक गौतमचंद सालेचा, महामंत्री शांतिलाल भंसाली, भंवरलाल भंसाली, शंकरलाल ढेलडिया, सुरेन्द्र कुमार सालेचा, गौतमचंद भंसाली, पुष्पादेवी बुरड़ ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन कांतिलाल ढेलडिया ने किया।
बाड़मेर। आचार्य महाश्रमण ने कहा कि आदमी रक्षा का प्रयास करता है। राष्ट्र की रक्षा का भी प्रयास होता है। देश की सीमाओं पर जागरूकता रखी जाती है ताकि राष्ट्र को खतरा उत्पन्न नहीं हो। अपने देश की रक्षा करना अपेक्षित होता है। शरीर को भी सुरक्षित रखने का प्रयास होता है। प्रतिकूलता से शरीर को बचाने का प्रयास होता है। आत्मा की सुरक्षा का भी प्रयास होना चाहिए। आदमी आत्ममुखी बनने का प्रयास करें।
आचार्य ने जैन एकता के मानक विषय पर कहा कि व्यक्ति में विद्वेष्ा का भाव नहीं रहना चाहिए। उसमें पवित्र सौहार्द का भाव रहे। उन्होंने कहा कि जैन पंचाग ऎसा हो जो सर्वमान्य हो। एक पंचाग तय कर दो, उसमें तिथियां आदि समान रहे तो कुछ एकता बन सकती है। इससे सम्वत्सरी मनाने की भिन्नता भी समाप्त हो सकती है। सौहार्द का आधार स्वार्थ होने पर वह कल्याणकारी नहीं हो सकता। सौहार्द के पीछे किसी की कमजोरी को छिपाना नहीं चाहिए। वास्तव में सौहार्द है तो एक-दूसरे की कमजोरियों को बताएं तथा कमजोरी बताने पर सकारात्मक भाव रखें। एक-दूसरे की कमजोरियों की ओर इंगित करके एक-दूसरे के कल्याण में सहभागी बने।
साध्वीप्रमुखा कनकप्रभा ने कहा कि भारत ऎसा देश है जो अपनी आध्यात्मिक व सांस्कृतिक श्रेष्ठताओं से प्रसिद्घ है। भारत में सभी धर्म के लोग अपनी आस्था के अनुसार आराधना कर सकते हैं। जैन धर्म के अनेकांत के सिद्घांत में भिन्नता में एकता की बात कही गई है। जैन धर्म के भगवान एक है, मंत्र भी एक है।
उन्होंने कहा कि सभी जैन सम्प्रदाय एक दूसरे से सीखने का प्रयास करें। मंत्री मुनि सुमेरमल ने कहा कि एकता में ताकत होती है, सामथ्र्य होता है। आवाज एक होती है तो उसकी ताकत अलग ही होती है। संस्था व समाज में एकता का क्रम बना रहना चाहिए। मुनि रजनीश कुमार ने गीत का संगान किया। इस दौरान आचार्य ने मूलचन्द बोथरा बीकानेर, के पुत्र सुरेन्द्र बोथरा और पुखराज परमारको शासनसेवी सम्बोधन से अलंकृत किया।
विराट व्यक्तित्व के धनी आचार्य महाश्रमण
बालोतरा. आचार्य महाश्रमण विराट व्यक्तित्व के धनी और सिद्ध पुरूष है। साधना से जीवन में तेजस्विता आती है। मुनि मदन कुमार ने सोमवार को ओसवाल भवन जसोल में 2012 के सिद्ध चातुर्मास उपलक्ष्य में आयोजित भाषण माला कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने कहा कि करूणा व वत्सलता में चुम्बकीय शक्ति होती है।
चौबीसी के संगान से मंगलकारी प्रकपन पैदा होते हैं। मुनि पृथ्वीराज ने कहा कि पुण्यशाली के पग पग पर निधान होता है। आचार्य महाश्रमण की पुण्यवत्ता प्रबल है। कार्यक्रम संयोजक गौतमचंद सालेचा, महामंत्री शांतिलाल भंसाली, भंवरलाल भंसाली, शंकरलाल ढेलडिया, सुरेन्द्र कुमार सालेचा, गौतमचंद भंसाली, पुष्पादेवी बुरड़ ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन कांतिलाल ढेलडिया ने किया।
सड़क हादसे में चार जिंदा जले
सड़क हादसे में चार जिंदा जले
हलैना (भरतपुर)। यहां खेड़ली मोड़ से पथैना मार्ग पर सोमवार रात करीब 10:30 बजे ट्रैक्टर-ट्रॉली और कार की भिड़ंत हो गई। इससे कार में लगी आग से चार जने जिंदा जल गए।
मृतकों में चेतन शर्मा,भागचंद अग्रवाल और उसका पुत्र नत्थी खेड़ली के हैं, वहीं घनश्याम ठाकुर खेड़ली रेल का है। एसपी अंशुमन भौमिया ने बताया कि यह दुर्घटना भुसावर थाना क्षेत्र में गांव हिंगौटा से करीब एक किमी दूर हुई। दुर्घटना के दौरान कार ने तुरंत आग पकड़ ली। आग इस कदर थी कि गाड़ी में मृतकों की हडि्डयां शेष बची।
हलैना (भरतपुर)। यहां खेड़ली मोड़ से पथैना मार्ग पर सोमवार रात करीब 10:30 बजे ट्रैक्टर-ट्रॉली और कार की भिड़ंत हो गई। इससे कार में लगी आग से चार जने जिंदा जल गए।
मृतकों में चेतन शर्मा,भागचंद अग्रवाल और उसका पुत्र नत्थी खेड़ली के हैं, वहीं घनश्याम ठाकुर खेड़ली रेल का है। एसपी अंशुमन भौमिया ने बताया कि यह दुर्घटना भुसावर थाना क्षेत्र में गांव हिंगौटा से करीब एक किमी दूर हुई। दुर्घटना के दौरान कार ने तुरंत आग पकड़ ली। आग इस कदर थी कि गाड़ी में मृतकों की हडि्डयां शेष बची।
48 आरएएस प्रमोट,बन गए आईएएस
48 आरएएस प्रमोट,बन गए आईएएस
जयपुर। राज्य के 48 आरएएस के लिए वर्ष 2012 जाते-जाते बहुत बड़ी खुशी दे गया। इनको आईएएस पदोन्नत कर दिया गया है। पिछले 17 साल से किसी भी आरएएस अधिकारी को आईएएस के रूप में पदोन्नति नहीं मिल पाई थी। 1995 के बाद से प्रक्रिया रूकी थी। 48 अधिकारियों के पदोन्नत होने से राज्य में आईएएस की कमी दूर होगी। कई जिलों में कलक्टर, विभागाध्यक्ष, निदेशक जैसे पदों पर आरएएस को लगाया गया था।
अंतिम दिन मिली खुशी
आरएएस से 1999 में आईएएस बने आर. के. जैन को कन्फर्मेशन 13 वर्ष बाद सोमवार को मिली। दरअसल 1999 के बाद आईएएस चयन बोर्ड की बैठक ही नहीं हो पाई। इस दौरान जैन आईएएस के रूप में काम करते रहे। जैन सोमवार को ही रिटायर हुए। आरएएस हेमन्त शेष और जी. एल. गुप्ता सोमवार शाम छह बजे रिटायर होने से पहले आईएएस बने।
ये हुए पदोन्नत
रमेश जैन, राम खिलाड़ी मीणा, श्रीराम मीणा, लालचंद असवाल, ए.के.भण्डारी, प्रमिला सुराणा, हंसा सिंह देव, हेमन्त शेष, गिरधारी लाल गुप्ता, सुनील धारीवाल, धर्मेन्द्र भटनागर, हनुमान भाटी, महावीर प्रसाद स्वामी, राजेश यादव, ए.के. सांवरिया, डी.आर.मीणा, अजय सिंह, एम.एस.काला, मांगी लाल खींची, श्रीराम चौरडिया, सुवा लाल, हनुमान मीणा, रघुवीर मीणा, बी.एल.नवल, नारायण लाल मीणा, वेद प्रकाश, सुमति लाल बोहरा, मूलचंद मीणा, अनिल चपलोत, विनोद अजमेरा, हनुमंत सिंह भाटी, निवेदिता मेहरू, श्रवण साहनी, बसंत कुमार दोषी, ओम प्रकाश यादव, ललित कुमार गुप्ता, मधुसूदन शर्मा, रतन लाल, एस.एस.पंवार, जे.सी.देसाई, रामनिवास, बी.एल.जाटावत, पी.आर.पंडत, एस.पी.बसवाल, के.सी.वर्मा, एस.एस.सोहता, विक्रम सिंह चौहान व रेखा गुप्ता।
हम मुख्यमंत्री और राज्य सरकार के प्रयासों के प्रति बेहद आभारी हैं। आरएएस काडर की वर्षो से चली आ रही आस आज पूरी हो गई।ज्ञानाराम, अध्यक्ष-आरएएस परिषद
21 आईएएस पदोन्नत
राज्य सरकार ने 21 आईएएस, 29 आईपीएस व 18 आईएफएस अधिकारियों को पदोन्नत किया है। इस बारे में कार्मिक विभाग ने सोमवार को आदेश जारी किए।
80 सहायक लोक अभियोजक पदोन्नत
प्रदेश के सहायक लोक अभियोजक (द्वितीय) स्तर के 80 अधिकारी सहायक लोक अभियोजक (प्रथम) के पदों पर पदोन्नत किए गए हैं। राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्य ब्रह्मदत्त गुर्जर की अध्यक्षता में सोमवार को हुई डीपीसी की बैठक में इसका फैसला किया गया।
आईएएस
प्रमुख शासन सचिव स्तर से अतिरिक्त मुख्य सचिव : प्रमुख सचिव राजभवन ए. मुखोपाध्याय, प्रमुख नगरीय विकास सचिव जी. एस. संधु, प्रमुख सामान्य प्रशासन सचिव चन्द्रमोहन मीणा, प्रमुख उद्योग सचिव सुनील अरोड़ा, प्रमुख संस्कृत शिक्षा सचिव अशोक शेखर और प्रशासक राज्य कृषि विपणन बोर्ड तपेन्द्र कुमार। ये विभागों में ही अतिरिक्त मुख्य सचिव पद पर रहेंगे। केन्द्र में प्रतिनियुक्ति पर चल रहे श्याम एस. अग्रवाल को भी परफोर्मा बेसिस पर इसी ग्रेड में पदोन्नत किया गया है।
सुपर टाइम स्केल से अबॉव सुपर टाइम स्केल : सुबोध कुमार अग्रवाल, पवन कुमार अग्रवाल और मंजीत सिंह। सलेक्शन स्केल से सुपर टाइम स्केल में नवीन महाजन, हेमन्त कुमार गेरा व गायत्री ए. राठौड़, केन्द्र में प्रतिनियुक्ति पर तैनात रोहित कुमार, मंजू राजपाल और देवाशीष पृष्टी को परफोर्मा बेसिस पर पदोन्नति। रवि जैन, अम्बरीश कुमार, रवि कुमार सुरपुर और समित शर्मा को जूनियर एडमिनिस्ट्रेशन ग्रेड (जाग) में और कुमार पाल गौतम को जूनियर स्केल से सीनियर में पदोन्नत किया गया है।
आईपीएस
पुलिस महानिरीक्षक से अतिरिक्त महानिदेशक: जयपुर के पुलिस कमिश्नर बी.एल. सोनी और उत्कल रंजन साहू। केन्द्र में तैनात पंकज कुमार सिंह परफोर्मा बेसिस पर पदोन्नत हुए हैं।
उपमहानिरीक्षक से महानिरीक्षक: बीजू जॉर्ज जॉसफ, स्मिता श्रीवास्तव और जनार्दन शर्मा। केन्द्र में तैनात प्रशाखा माथुर और सुश्मित बिश्वास के अलावा सत्यप्रिया सिंह, भूपेन्द्र साहू, रूपिन्दर सिंह व बी. एल. मीणा को भी इसी श्रंखला में परफोर्मा बेसिस पर पदोन्नति।
सीनियर स्केल में: लता मनोज कुमार व उमेश चंद्र दत्ता।
जूनियर से सीनियर स्केल में: श्वेता धनखड़, प्रीति जैन, योगेश यादव, पंकज कुमार चौधरी और कुंवर राष्ट्रदीप। ये वर्तमान पद पर रहेंगे।
जूनियर एडमिनिस्ट्रेशन ग्रेड (जाग) में गौरव श्रीवास्तव, शरत कविराज, सी. संतोष कुमार तुकाराम, एस. परिमाला, ओमप्रकाश, के. बी. वन्दना, विकास कुमार, दीपक कुमार, राजेश मीणा और सवाई सिंह चौधरी को पदोन्नत किया गया है।
आईएफएस
अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक से प्रधान मुख्य वन संरक्षक की वेतन श्ृंखला में ए. सी. चौबे।
मुख्य वन संरक्षक से अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक: डॉ. सुरेश चंद्र, जी. वी. रेड्डी व के. सी. सकरवाल।
उप वन संरक्षक से वन संरक्षक: टी. सी. वर्मा, वी. एस. बोहरा और अजय गुप्ता।
जूनियर से सीनियर स्केल: मोहित कुमार निगम, हरिणी वी., सुनील कुमार, टी. मोहन राज, शशि शंकर व बालाजी करी। केन्द्र में तैनात बी. प्रवीण और टी. जे. कविता को परफोर्मा बेसिस पर पदोन्नत किया गया है।
जूनियर एडमिनिस्ट्रेशन ग्रेड (जाग) में शैलजा देवल, पी. कैथरविल और एस. आर. वेंकटेश्वर मूर्ति पदोन्नत।
परफोर्मा बेसिस पदोन्नति
इसे ऎसे समझा जा सकता है कि किसी बैच के अधिकारियों को पदोन्नत किया गया है, तो उसी बैच के केन्द्र में प्रतिनियुक्त अन्य अधिकारी को भी राज्य सरकार पदोन्नत करती है। केन्द्र सरकार भले ही उसे पदोन्नति दे या नहीं।
जूनियर एडमिनिस्ट्रेशन
यह एक तरह से इन्क्रीमेन्ट की तरह है। इसमें पद नहीं बदलता, लेकिन ग्रेड बदलती है।
जयपुर। राज्य के 48 आरएएस के लिए वर्ष 2012 जाते-जाते बहुत बड़ी खुशी दे गया। इनको आईएएस पदोन्नत कर दिया गया है। पिछले 17 साल से किसी भी आरएएस अधिकारी को आईएएस के रूप में पदोन्नति नहीं मिल पाई थी। 1995 के बाद से प्रक्रिया रूकी थी। 48 अधिकारियों के पदोन्नत होने से राज्य में आईएएस की कमी दूर होगी। कई जिलों में कलक्टर, विभागाध्यक्ष, निदेशक जैसे पदों पर आरएएस को लगाया गया था।
अंतिम दिन मिली खुशी
आरएएस से 1999 में आईएएस बने आर. के. जैन को कन्फर्मेशन 13 वर्ष बाद सोमवार को मिली। दरअसल 1999 के बाद आईएएस चयन बोर्ड की बैठक ही नहीं हो पाई। इस दौरान जैन आईएएस के रूप में काम करते रहे। जैन सोमवार को ही रिटायर हुए। आरएएस हेमन्त शेष और जी. एल. गुप्ता सोमवार शाम छह बजे रिटायर होने से पहले आईएएस बने।
ये हुए पदोन्नत
रमेश जैन, राम खिलाड़ी मीणा, श्रीराम मीणा, लालचंद असवाल, ए.के.भण्डारी, प्रमिला सुराणा, हंसा सिंह देव, हेमन्त शेष, गिरधारी लाल गुप्ता, सुनील धारीवाल, धर्मेन्द्र भटनागर, हनुमान भाटी, महावीर प्रसाद स्वामी, राजेश यादव, ए.के. सांवरिया, डी.आर.मीणा, अजय सिंह, एम.एस.काला, मांगी लाल खींची, श्रीराम चौरडिया, सुवा लाल, हनुमान मीणा, रघुवीर मीणा, बी.एल.नवल, नारायण लाल मीणा, वेद प्रकाश, सुमति लाल बोहरा, मूलचंद मीणा, अनिल चपलोत, विनोद अजमेरा, हनुमंत सिंह भाटी, निवेदिता मेहरू, श्रवण साहनी, बसंत कुमार दोषी, ओम प्रकाश यादव, ललित कुमार गुप्ता, मधुसूदन शर्मा, रतन लाल, एस.एस.पंवार, जे.सी.देसाई, रामनिवास, बी.एल.जाटावत, पी.आर.पंडत, एस.पी.बसवाल, के.सी.वर्मा, एस.एस.सोहता, विक्रम सिंह चौहान व रेखा गुप्ता।
हम मुख्यमंत्री और राज्य सरकार के प्रयासों के प्रति बेहद आभारी हैं। आरएएस काडर की वर्षो से चली आ रही आस आज पूरी हो गई।ज्ञानाराम, अध्यक्ष-आरएएस परिषद
21 आईएएस पदोन्नत
राज्य सरकार ने 21 आईएएस, 29 आईपीएस व 18 आईएफएस अधिकारियों को पदोन्नत किया है। इस बारे में कार्मिक विभाग ने सोमवार को आदेश जारी किए।
80 सहायक लोक अभियोजक पदोन्नत
प्रदेश के सहायक लोक अभियोजक (द्वितीय) स्तर के 80 अधिकारी सहायक लोक अभियोजक (प्रथम) के पदों पर पदोन्नत किए गए हैं। राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्य ब्रह्मदत्त गुर्जर की अध्यक्षता में सोमवार को हुई डीपीसी की बैठक में इसका फैसला किया गया।
आईएएस
प्रमुख शासन सचिव स्तर से अतिरिक्त मुख्य सचिव : प्रमुख सचिव राजभवन ए. मुखोपाध्याय, प्रमुख नगरीय विकास सचिव जी. एस. संधु, प्रमुख सामान्य प्रशासन सचिव चन्द्रमोहन मीणा, प्रमुख उद्योग सचिव सुनील अरोड़ा, प्रमुख संस्कृत शिक्षा सचिव अशोक शेखर और प्रशासक राज्य कृषि विपणन बोर्ड तपेन्द्र कुमार। ये विभागों में ही अतिरिक्त मुख्य सचिव पद पर रहेंगे। केन्द्र में प्रतिनियुक्ति पर चल रहे श्याम एस. अग्रवाल को भी परफोर्मा बेसिस पर इसी ग्रेड में पदोन्नत किया गया है।
सुपर टाइम स्केल से अबॉव सुपर टाइम स्केल : सुबोध कुमार अग्रवाल, पवन कुमार अग्रवाल और मंजीत सिंह। सलेक्शन स्केल से सुपर टाइम स्केल में नवीन महाजन, हेमन्त कुमार गेरा व गायत्री ए. राठौड़, केन्द्र में प्रतिनियुक्ति पर तैनात रोहित कुमार, मंजू राजपाल और देवाशीष पृष्टी को परफोर्मा बेसिस पर पदोन्नति। रवि जैन, अम्बरीश कुमार, रवि कुमार सुरपुर और समित शर्मा को जूनियर एडमिनिस्ट्रेशन ग्रेड (जाग) में और कुमार पाल गौतम को जूनियर स्केल से सीनियर में पदोन्नत किया गया है।
आईपीएस
पुलिस महानिरीक्षक से अतिरिक्त महानिदेशक: जयपुर के पुलिस कमिश्नर बी.एल. सोनी और उत्कल रंजन साहू। केन्द्र में तैनात पंकज कुमार सिंह परफोर्मा बेसिस पर पदोन्नत हुए हैं।
उपमहानिरीक्षक से महानिरीक्षक: बीजू जॉर्ज जॉसफ, स्मिता श्रीवास्तव और जनार्दन शर्मा। केन्द्र में तैनात प्रशाखा माथुर और सुश्मित बिश्वास के अलावा सत्यप्रिया सिंह, भूपेन्द्र साहू, रूपिन्दर सिंह व बी. एल. मीणा को भी इसी श्रंखला में परफोर्मा बेसिस पर पदोन्नति।
सीनियर स्केल में: लता मनोज कुमार व उमेश चंद्र दत्ता।
जूनियर से सीनियर स्केल में: श्वेता धनखड़, प्रीति जैन, योगेश यादव, पंकज कुमार चौधरी और कुंवर राष्ट्रदीप। ये वर्तमान पद पर रहेंगे।
जूनियर एडमिनिस्ट्रेशन ग्रेड (जाग) में गौरव श्रीवास्तव, शरत कविराज, सी. संतोष कुमार तुकाराम, एस. परिमाला, ओमप्रकाश, के. बी. वन्दना, विकास कुमार, दीपक कुमार, राजेश मीणा और सवाई सिंह चौधरी को पदोन्नत किया गया है।
आईएफएस
अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक से प्रधान मुख्य वन संरक्षक की वेतन श्ृंखला में ए. सी. चौबे।
मुख्य वन संरक्षक से अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक: डॉ. सुरेश चंद्र, जी. वी. रेड्डी व के. सी. सकरवाल।
उप वन संरक्षक से वन संरक्षक: टी. सी. वर्मा, वी. एस. बोहरा और अजय गुप्ता।
जूनियर से सीनियर स्केल: मोहित कुमार निगम, हरिणी वी., सुनील कुमार, टी. मोहन राज, शशि शंकर व बालाजी करी। केन्द्र में तैनात बी. प्रवीण और टी. जे. कविता को परफोर्मा बेसिस पर पदोन्नत किया गया है।
जूनियर एडमिनिस्ट्रेशन ग्रेड (जाग) में शैलजा देवल, पी. कैथरविल और एस. आर. वेंकटेश्वर मूर्ति पदोन्नत।
परफोर्मा बेसिस पदोन्नति
इसे ऎसे समझा जा सकता है कि किसी बैच के अधिकारियों को पदोन्नत किया गया है, तो उसी बैच के केन्द्र में प्रतिनियुक्त अन्य अधिकारी को भी राज्य सरकार पदोन्नत करती है। केन्द्र सरकार भले ही उसे पदोन्नति दे या नहीं।
जूनियर एडमिनिस्ट्रेशन
यह एक तरह से इन्क्रीमेन्ट की तरह है। इसमें पद नहीं बदलता, लेकिन ग्रेड बदलती है।
सोमवार, 31 दिसंबर 2012
भुला बैठे हैं नव वर्ष का मर्म, शोर-शराबे में खो गया उल्लास
भुला बैठे हैं नव वर्ष का मर्म,
शोर-शराबे में खो गया उल्लास
9413306077
पुराने वर्ष को अलविदा कह कर नए वर्ष के स्वागत में पलक-पाँवडे बिछाने का क्रम तब से बना हुुआ है जब से वर्ष का आरंभ हुआ होगा। पुराना वर्ष और नया वर्ष यह नियति का खेल है जो हर साल आता है। देश, काल और परिस्थितियों के अनुसार इन्हें मनाने के रंग-ढंग अलग-अलग हैं।
लेकिन एक बात सभी जगहों के लिए समान रूप से लागू होती है। वह यह है कि संक्रमण की इस वेला को लोग अधीरतापूर्वक लेते हुए अपने आपको हवाले कर देते हैं उस भयंकर शोर-शराबे और क्षणिक आनंद प्राप्ति कराने वाली परिस्थितियों के, जिनसे कभी किसी को न तृप्ति मिल पायी है, न कभी हो पाया है आनंद का सच्चा अहसास।
बल्कि हकीकत यह है कि चरम भोग-विलास की पूर्ति और अतृप्त वासनाओं का यह ओपन थियेटर ही हो जाता है जहाँ से जाने कितने व्यभिचारी मन से नव वर्ष में प्रवेश करते हैं।
नए संकल्पों के लिए मजबूत बुनियाद जरूरी
कहाँ तो लोग बुराइयों, व्यसनों, व्यभिचार व अनाचार तथा जीवन के संत्रासों से परे रहने का संकल्प लेने के लिए नव वर्ष के स्वागत को उत्सुक होते हैं और सब कुछ खा-पीकर या दूसरे रास्तों का सहारा लेकर बीते वर्ष को पुरानी यादों के साथ विदा देते हैं। पर संक्रमण के इन चन्द घण्टों में घटित हरकतों, उन्मुक्त पैशाचिक भोग-विलास, राक्षसी शोरगुल में रमने के बावजूद जब नए वर्ष में प्रवेश करते हैं तब भी इनके तन-मन से भोगे हुए ये आनंद इनसे दूर नहीं हो पाते या यो कहें कि जिन बाताें को हमेशा के लिए छोड़ देने का संकल्प लेकर ये मौज उड़ाते हैं वे सारी बाते नए वर्ष में फिर उसी तरह स्थापित हो जाती हैं।
नए वर्ष के नए संकल्पों की हवा दो-चार दिन में ही निकल जाती है और फिर पूरे साल भर जैसे थे वैसे ही बने रहते हैं और ऎसे ही साल पर साल बीतते जाते हैं व ये लोग वैसे ही लक्षणों से भरे रहते हैं जैसे वषार्ें पहले थे।
कमजोरियाँ त्यागें
एक बात यह अच्छी तरह समझने की आवश्यकता है कि हम जब भी नए परिवेश में प्रवेश करें, कुछ नया ग्रहण करें और पुराने को धीरे-धीरे छोड़ते जाएं। अच्छी बातों व कामों की बजाय बुरी आदतों व उन चीजों तथा व्यवहारों को तिलांजलि देने की आवश्यकता है जिन्हें हमारे व्यक्तित्व की कमजोरी माना जाता है।
इसके साथ ही हर नए अवसर पर जीवन निर्माण के लिए जरूरी अच्छी बातों को जीवन में अपनाने पर ध्यान दिया जाना चाहिए। हर वर्ष हमारे जीवन में अच्छाइयों व उन्नयन का प्रभाव नहीं देखा जाए तो हमारा नव वर्ष मनाना और नव वर्ष के नाम पर धींगामस्ती व उल्लास पाने के नाम पर कान फोडू शोर तथा दूसरे आमिष-निरामिष जतन करना बेमानी हैं।
चित्त की भावभूमि स्वच्छ रखें
हर नया जीवन तभी सफल हो सकता है जब मन धीर-गंभीर, शांत और निर्वात जैसी स्थिति में हो, चित्त पूरी तरह विकारों से मुक्त व शुद्ध-बुद्ध हो। चिन्त की भाव भूमि एकदम खाली होने पर ही उसमें नवीन संकल्पों का बीजारोपण संभव है और ऎसा होने पर ही नव वर्ष में नवीन संकल्पों का पल्लवन-पुष्पन हो सकता है।
जो लोग पुराने वर्ष को विदाई देते समय पुरानी बातों को निकाल फेंक कर नववर्ष में इस प्रकार की भाव भूमि तैयार करने का माद्दा रखते हैं उनका पूरा जीवन संकल्पों का साकार स्वरूप लेकर आदर्श व प्रतिष्ठित जीवन के हरे-भरे-सुनहरे पुष्पों वाले उद्यान महका देता है। असल में ऎसे ही लोगों का नव वर्ष मनाना सार्थक है।
व्यभिचारी मन से नव वर्ष में प्रवेश न करेें
नव वर्ष में प्रवेश की बुनियाद ही दूषित व व्यभिचारी होगी तब न संकल्प जीवित रह पाते हैं न भीतर का उल्लास। जो कुछ दृश्यमान होता है वह किसी महानगर में ऊँचे स्थान से गिरने वाले प्रदूषित और सडांध भरे सीवरेज प्रपात से बनते रहने वाले बुलबुलों और झाग से कम नहीं है जिसमें बहुधा रोशनी का कोई कतरा रंग बिखेरता दिखने लगता है।
भोग-विलास के लिए सुरा-सुंदरी और तमाम वस्तुओं का उपयोग करने वाले लोगों का तन-मन सब कुछ इतना दूषित हो जाता है कि श्रेष्ठ संकल्पों के स्थापित होने के लिए चेतन-अवचेतन में कहीं जगह नहीं मिलती। चेतन तो सुप्त रहता है और शरीर पस्त। ऎसे में नव वर्ष के स्वागत की खुमारी दो-चार दिन में उतर जाती है, फिर जैसे थे वैसे ही।
अतृप्त वासनाओं और भोग-विलास की नींव पर जीवन निर्माण व आदर्श व्यक्तित्व का महल कभी खड़ा नहीं किया जा सकता है। हवाई किले खडे़ करने का आनंद जरूर मिल सकता है।
विलासी स्वभाव त्यागे बगैर सब निरर्थक
दुनिया में अच्छे संकल्प लेना और कुछ कर दिखाने का ज़ज़्बा सभी के बस में नहीं होता। जो लोग शाश्वत आनंद के महास्रोत को जान लेते हैं और विलासी स्वभाव को त्यागने का सामथ्र्य रखते हैं वे ही दुनिया में अपना नाम कमाने का सामथ्र्य रखते हैं।
नए जीवन के लिए नवीन संकल्पों के साथ नव वर्ष में प्रवेश करने के लिए मन और तन को साफ सुथरा व सुविचारों से आलोकित करें तब ही नव वर्ष मनाने का औचित्य है वरना भोग-विलास मात्र के लिए नव वर्ष के स्वागत में जुट कर नए वर्ष की शुचिता को दूषित न करें, इसके लिए वर्ष भर में कोई भी दिन वर्जनीय नहीं है।
गृहमंत्री का फूंका पुतला ..क़ानून बदलने की मांग
दिल्ली गेंग रेप काण्ड का आक्रोश थार में बरकरार
गृहमंत्री का फूंका पुतला ..क़ानून बदलने की मांग
बाड़मेर दिल्ली गेंग रेप की पीडिता की मौत के बाद देश में दुष्कर्म क़ानून में बदलाव की मांग को लेकर थार नगरी बाड़मेर में आक्रोश बरकरार हें ,ग्रुप फॉर पीपुल्स के कार्यकर्ताओ ने आज देश में दुष्कर्म के क़ानून में बदलाव तथा दिल्ली गेंग रेप के आरोपियों को फांसी देने की मांग को लेकर गृह मंत्री सुशिल कुमार शिंदे का पुतला जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर फूंका तथा महिलाओ की सुरक्श की मांग ,आरोपियों को फांसी देने के नारे युवाओ ने लगाये ,तथा राष्ट्रपति के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरुण पुरोहित और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक र्नारेन्द्र सिंह को ज्ञापन सौंपा .ग्रुप फॉर पीपुल्स के संयोजक चन्दन सिंह भाटी ने बताया की दिल्ली गेंग रेप मामले में युवाओं में आआक्रोश बरकरार हें ,युवा आरोपियों को फांसी देने तथा दुष्कर्म मामलो में नया क़ानून इज्जाद करने की मांग को लेकर सोमवार शाम पांच बजे जिला कलेक्टर परिसर के बाहर ग्रुप के कार्यकर्ताओ ने नारेबाजी कर गृह मंत्री का पुतला जलाया .इस दौरान हिन्दू सिंह तामलोर ,नितेश दवे ,रमेश सिंह इन्दा ,रेवंत सिंह सोढा ,अशोक सारला दिग्विजय सिंह चुली ,भेराराम सुथार ,दिनेश विश्नोई ,तेजा राम हुडा ,दलपत सिंह परमार सहित कई कार्यकर्ताओ ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की .बाद में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिए गए ,
गृहमंत्री का फूंका पुतला ..क़ानून बदलने की मांग
बाड़मेर दिल्ली गेंग रेप की पीडिता की मौत के बाद देश में दुष्कर्म क़ानून में बदलाव की मांग को लेकर थार नगरी बाड़मेर में आक्रोश बरकरार हें ,ग्रुप फॉर पीपुल्स के कार्यकर्ताओ ने आज देश में दुष्कर्म के क़ानून में बदलाव तथा दिल्ली गेंग रेप के आरोपियों को फांसी देने की मांग को लेकर गृह मंत्री सुशिल कुमार शिंदे का पुतला जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर फूंका तथा महिलाओ की सुरक्श की मांग ,आरोपियों को फांसी देने के नारे युवाओ ने लगाये ,तथा राष्ट्रपति के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरुण पुरोहित और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक र्नारेन्द्र सिंह को ज्ञापन सौंपा .ग्रुप फॉर पीपुल्स के संयोजक चन्दन सिंह भाटी ने बताया की दिल्ली गेंग रेप मामले में युवाओं में आआक्रोश बरकरार हें ,युवा आरोपियों को फांसी देने तथा दुष्कर्म मामलो में नया क़ानून इज्जाद करने की मांग को लेकर सोमवार शाम पांच बजे जिला कलेक्टर परिसर के बाहर ग्रुप के कार्यकर्ताओ ने नारेबाजी कर गृह मंत्री का पुतला जलाया .इस दौरान हिन्दू सिंह तामलोर ,नितेश दवे ,रमेश सिंह इन्दा ,रेवंत सिंह सोढा ,अशोक सारला दिग्विजय सिंह चुली ,भेराराम सुथार ,दिनेश विश्नोई ,तेजा राम हुडा ,दलपत सिंह परमार सहित कई कार्यकर्ताओ ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की .बाद में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिए गए ,
आखिर रासायनिक तरीके से कैसे बनाया जाता है नपुंसक, जानिए
नई दिल्ली. कांग्रेस चाहती है कि बलात्कारियों को रासायनिक प्रक्रिया के जरिए नपुंसक बनाया जाए। इसके तहत पुरुषों को एंटी-एंड्रोजन या फिर गर्भ निरोधक दिया जाता है। इसके लिए विश्वभर में सामान्यतः साइप्रोटेरोन या डेपा प्रोवेरा नाम की दवा दी जाती है।
डॉक्टरों के मुताबिक इस दवा से पुरुष 'बधिया' नहीं होता है बल्कि उसकी सेक्स क्षमता और इच्छा कम हो जाती है। यही नहीं इन दवाइयों का असर तीन माह में ही खत्म भी हो जाता है। यानि एक पुरुष को 'नामर्द' बनाए रखने के लिए हर तीन माह में यह दवा देना जरूरी हो जाता है
बलात्कार के दोषियों के मामलों में इस दवा को हर तीन महीने बाद देना राज्य सरकारों की जिम्मेदारी हो जाएगी। विधि विशेषज्ञों के मुताबिक रसायनिक बधियाकरण का उद्देश्य बलात्कार के दोषी के मन में जीवनभर के लिए यह विचार बिठाना होता है कि उसने जो किया वो गलत किया। यही नहीं, जीव विज्ञान के विशेषज्ञ मानते हैं कि रासायनिक बधियाकरण फांसी की सजा या आजीवन कारावास से भी खतरनाक सजा है क्योंकि यह दोषी को मानसिक रूप से परेशान कर देता है। रासायनिक रूप से बधिया किए गए लोग हर पल अपने अपराध के अहसास के साथ जीते हैं।
इस तरीके का इस्तेमाल दुनिया के कई देशों में किया गया है। जहां अपराध के दोबारा होने की संभावना अधिक होती है वहीं इस तरीके का इस्तेमाल किया जाता है। जिन लोगों का रासायनिक बधियाकरण किया गया उन्होंने अपने जीवन में दोबारा कभी ऐसा अपराध नहीं किया।
रसायनिक बधियाकरण को सबसे पहले 1966 में अमेरिका के कैलिफोर्निया प्रांत में इस्तेमाल किया गया था। इसके बाद फ्लोरिडा, जॉर्जिया, आयोवा, लूजियाना, मोंटाना, ओरेगॉन और टेक्सास समेत कई अन्य राज्यों में भी इस प्रक्रिया का इस्तेमाल किया गया। सबसे पहले बाल यौन शोषण के एक आरोपी को रसायन का इस्तेमाल करके बधिया किया गया था। लेकिन भारत में इसे कानूनी जामा पहनाने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखानी होगी। कांग्रेस ने इस संबंध में प्रस्ताव लाने की बात तो की है लेकिन घोषणाओं पर अमल का उसका रिकॉर्ड निराश करने वाला ही है। हालांकि इस मामले में भाजपा उसके साथ दिखाई दे रही है। पार्टी के नेता वेंकैया नायडू ने सोमवार को बलात्कारियों के लिए इस सजा की वकालत की। लेकिन देखना है कि इसे कानून के रूप लेने में कितना वक्त लगता है?
डॉक्टरों के मुताबिक इस दवा से पुरुष 'बधिया' नहीं होता है बल्कि उसकी सेक्स क्षमता और इच्छा कम हो जाती है। यही नहीं इन दवाइयों का असर तीन माह में ही खत्म भी हो जाता है। यानि एक पुरुष को 'नामर्द' बनाए रखने के लिए हर तीन माह में यह दवा देना जरूरी हो जाता है
बलात्कार के दोषियों के मामलों में इस दवा को हर तीन महीने बाद देना राज्य सरकारों की जिम्मेदारी हो जाएगी। विधि विशेषज्ञों के मुताबिक रसायनिक बधियाकरण का उद्देश्य बलात्कार के दोषी के मन में जीवनभर के लिए यह विचार बिठाना होता है कि उसने जो किया वो गलत किया। यही नहीं, जीव विज्ञान के विशेषज्ञ मानते हैं कि रासायनिक बधियाकरण फांसी की सजा या आजीवन कारावास से भी खतरनाक सजा है क्योंकि यह दोषी को मानसिक रूप से परेशान कर देता है। रासायनिक रूप से बधिया किए गए लोग हर पल अपने अपराध के अहसास के साथ जीते हैं।
इस तरीके का इस्तेमाल दुनिया के कई देशों में किया गया है। जहां अपराध के दोबारा होने की संभावना अधिक होती है वहीं इस तरीके का इस्तेमाल किया जाता है। जिन लोगों का रासायनिक बधियाकरण किया गया उन्होंने अपने जीवन में दोबारा कभी ऐसा अपराध नहीं किया।
रसायनिक बधियाकरण को सबसे पहले 1966 में अमेरिका के कैलिफोर्निया प्रांत में इस्तेमाल किया गया था। इसके बाद फ्लोरिडा, जॉर्जिया, आयोवा, लूजियाना, मोंटाना, ओरेगॉन और टेक्सास समेत कई अन्य राज्यों में भी इस प्रक्रिया का इस्तेमाल किया गया। सबसे पहले बाल यौन शोषण के एक आरोपी को रसायन का इस्तेमाल करके बधिया किया गया था। लेकिन भारत में इसे कानूनी जामा पहनाने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखानी होगी। कांग्रेस ने इस संबंध में प्रस्ताव लाने की बात तो की है लेकिन घोषणाओं पर अमल का उसका रिकॉर्ड निराश करने वाला ही है। हालांकि इस मामले में भाजपा उसके साथ दिखाई दे रही है। पार्टी के नेता वेंकैया नायडू ने सोमवार को बलात्कारियों के लिए इस सजा की वकालत की। लेकिन देखना है कि इसे कानून के रूप लेने में कितना वक्त लगता है?
स्वागत...वंदन...अभिनंदन.... नव वर्ष तुम्हारा
स्वागत...वंदन...अभिनंदन.... नव वर्ष तुम्हारा
नवप्रभात के नव संकल्पों से, आओ मन को ताजा कर लें।
कुछ तुम चल लो, कुछ हम बढ़ लें, नई डगर को साझा कर लें॥
बीती बातें, रीती रातें भुल-भुलाकर आगे चल लें
नवजीवन की रश्मियों का आओ अवगाहन कर लें।
जो छूटा सो छूट गया, पाने भर की बात करें
नव पल्लव नव सुरताल पाकर जीवन में खुशियाँ भर लें।
- डॉ. दीपक आचार्य, 9413306077
कराची में भीड़ का तांडव,गोलीबारी
इस्लामाबाद। एक सामाजिक कार्यकर्ता की हत्या के विरोध में अज्ञात लोगों ने सोमवार को पाकिस्तान के बंदरगाह शहर कराची में जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान एक दो मंजिला भवन, चार दुकानें, दो वाहन और कुछ मोटरसाइकिलों को फूंक दिया गया।
जीओ न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों की टुकडियों को स्थिति पर नियंत्रण के लिए रवाना किया गया है। बाद में बड़ी संख्या में महिलाएं सड़कों पर उतर आई और गैर राजनीतिक धार्मिक संगठन पाकिस्तान सुन्नी तहरीक (पीएसटी) के कार्यकर्ता 28 वर्षीय मोहम्मद अकबर के हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग की।
दिल्ली में सरेराह लड़की की हत्या
दिल्ली में सरेराह लड़की की हत्या
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में गैंगरेप की शिकार 23 वर्षीय पैरामेडिकल की छात्रा का मामले को लेकर जहां लोग इंसाफ की मांग को लेकर सड़कों पर हैं वहीं सोमवार को सरेआम कुछ गुंडो ने एक लड़की की हत्या कर दी। लड़की पूर्वी दिल्ली के दल्लूपुरा में बस स्टेंड के पास हुई। इस घटना से क्षेत्र में दहशत और अक्रोश व्याप्त हो गया।
सूत्रों के अनुसार हत्यारे बाइक पर सवार होकर आए थे। उन्होंने स्टेंड पर खड़े एक लड़के और लड़की को निशाना बनाया। चाकू लगने से लड़की ने मौके पर ही दम तोड़ दिया,लड़के की हालत गंभीर बनी हुई है। मौके पर ही लोगों ने बाइक सवारों को दबोच लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में गैंगरेप की शिकार 23 वर्षीय पैरामेडिकल की छात्रा का मामले को लेकर जहां लोग इंसाफ की मांग को लेकर सड़कों पर हैं वहीं सोमवार को सरेआम कुछ गुंडो ने एक लड़की की हत्या कर दी। लड़की पूर्वी दिल्ली के दल्लूपुरा में बस स्टेंड के पास हुई। इस घटना से क्षेत्र में दहशत और अक्रोश व्याप्त हो गया।
सूत्रों के अनुसार हत्यारे बाइक पर सवार होकर आए थे। उन्होंने स्टेंड पर खड़े एक लड़के और लड़की को निशाना बनाया। चाकू लगने से लड़की ने मौके पर ही दम तोड़ दिया,लड़के की हालत गंभीर बनी हुई है। मौके पर ही लोगों ने बाइक सवारों को दबोच लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
"दामिनी"के परिजनों को मिलेंगे 15 लाख
"दामिनी"के परिजनों को मिलेंगे 15 लाख
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने 16 दिसम्बर को राजधानी में सामूहिक बलात्कार के बाद मृत पैरामेडिकल की छात्रा के परिजनों को 15 लाख रूपए अनुग्रह राशि के रूप में देने और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की पेशकश का फैसला किया है।
मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की अध्यक्षता में सोमवार को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में सामूहिक दुष्कर्म की दर्दनाक घटना और इसके बाद युवती के निधन पर नागरिकों को हो रहे दुख को साझा किया।
मंत्रिमंपरिषद ने दिवंगत परिवार के सदस्यों को देश द्वारा संवेदनाएं व्यक्त करने में स्वयं को शामिल माना। बैठक के बाद दीक्षित ने संवाददाताओं को बताया कि मृतक लड़की की स्मृति में मंत्रिमंडल ने दो मिनट का मौन रखा। बेहद असाधारण परिस्थितियों और निर्मम अपराध के मद्दे नजर मंत्रिमंडल ने पीडिता के परिजनों को 15 लाख रूपए अनुग्रह राशि के रूप में देने का फैसला किया। यह निर्णय नियमों में छूट देकर किया गया। उन्होंने बताया कि मंत्रिमंडल ने परिजनों के एक सदस्य को नौकरी देने की पेशकश का फैसला भी किया।
चार्जशीट तेयार
दिल्ली गैंगरेप मामले में पुलिस ने चार्जशीट का ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। ये ड्राफ्ट करीब 30 पेज का है। इसमें पीडिता के दोस्त, बयान दर्ज करने वाली एसडीएम और विदेशी चिकित्सकों समेत 30 जनों को गवाह बनाया गया है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक 3 जनवरी से पहले चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी जाएगी। पुलिस आरोपियों के लिए फांसी की सजा की मांग कर सकती है।
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने 16 दिसम्बर को राजधानी में सामूहिक बलात्कार के बाद मृत पैरामेडिकल की छात्रा के परिजनों को 15 लाख रूपए अनुग्रह राशि के रूप में देने और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की पेशकश का फैसला किया है।
मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की अध्यक्षता में सोमवार को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में सामूहिक दुष्कर्म की दर्दनाक घटना और इसके बाद युवती के निधन पर नागरिकों को हो रहे दुख को साझा किया।
मंत्रिमंपरिषद ने दिवंगत परिवार के सदस्यों को देश द्वारा संवेदनाएं व्यक्त करने में स्वयं को शामिल माना। बैठक के बाद दीक्षित ने संवाददाताओं को बताया कि मृतक लड़की की स्मृति में मंत्रिमंडल ने दो मिनट का मौन रखा। बेहद असाधारण परिस्थितियों और निर्मम अपराध के मद्दे नजर मंत्रिमंडल ने पीडिता के परिजनों को 15 लाख रूपए अनुग्रह राशि के रूप में देने का फैसला किया। यह निर्णय नियमों में छूट देकर किया गया। उन्होंने बताया कि मंत्रिमंडल ने परिजनों के एक सदस्य को नौकरी देने की पेशकश का फैसला भी किया।
चार्जशीट तेयार
दिल्ली गैंगरेप मामले में पुलिस ने चार्जशीट का ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। ये ड्राफ्ट करीब 30 पेज का है। इसमें पीडिता के दोस्त, बयान दर्ज करने वाली एसडीएम और विदेशी चिकित्सकों समेत 30 जनों को गवाह बनाया गया है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक 3 जनवरी से पहले चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी जाएगी। पुलिस आरोपियों के लिए फांसी की सजा की मांग कर सकती है।
आरमोर का तकनिकी कोशल उन्यायाँ प्रशिक्षण रावतसर आरम्भ
आरमोर का तकनिकी कोशल उन्यायाँ प्रशिक्षण रावतसर आरम्भ
बाड़मेर राजस्थान कोश एवं आजीविका मिशन के सोजन्य से बी एबल कंपनी द्वारा रावतसर में कौशल प्रशिक्षण के तहत डीजल एवं पम्प सेट मेकैनिक प्रशिक्षण प्रशिक्षक विजय्करण सिंह जडेजा द्वारा आरम्भ किया गया .इस दौरान शिक्षित युवाओं को हुनर सिखाया गया तथा उन्हें पूर्ण प्रशिक्षित किया जाएगा .कंपनी के मोबालईजर भंवर सिंह ने इस अवसर पर कहा की राज्य सरकार की मंशा हें की शिक्षित युवक तकनिकी क्षेत्र में महारत हासिल कर स्वरोजगार के अवसरों का लाभ उठाये ,उन्होंने कहा सरकार की मंशा के अनुरूप बी एबल कंपनी द्वारा युवाओ को प्रशिक्षित किया जा रहा हें ,इस अवसर पर कंपनी के सेंटर हेड बी डी चारण ने कहा की बी एबल कंपनी द्वारा जिले में अन्य स्थानों पट भी हाउस कीपिंग ,ट्रेडिंग ,मेस्सर्स के प्रशिक्षा संचालित किये जाकर युवाओं को तकनिकी शिक्षा दी जा रही हें .उन्होंने बताया आर एस एल डी के तत्वाधान में जिले में प्रशिक्षण कार्य संचालित किये जा रहे हें
बाड़मेर राजस्थान कोश एवं आजीविका मिशन के सोजन्य से बी एबल कंपनी द्वारा रावतसर में कौशल प्रशिक्षण के तहत डीजल एवं पम्प सेट मेकैनिक प्रशिक्षण प्रशिक्षक विजय्करण सिंह जडेजा द्वारा आरम्भ किया गया .इस दौरान शिक्षित युवाओं को हुनर सिखाया गया तथा उन्हें पूर्ण प्रशिक्षित किया जाएगा .कंपनी के मोबालईजर भंवर सिंह ने इस अवसर पर कहा की राज्य सरकार की मंशा हें की शिक्षित युवक तकनिकी क्षेत्र में महारत हासिल कर स्वरोजगार के अवसरों का लाभ उठाये ,उन्होंने कहा सरकार की मंशा के अनुरूप बी एबल कंपनी द्वारा युवाओ को प्रशिक्षित किया जा रहा हें ,इस अवसर पर कंपनी के सेंटर हेड बी डी चारण ने कहा की बी एबल कंपनी द्वारा जिले में अन्य स्थानों पट भी हाउस कीपिंग ,ट्रेडिंग ,मेस्सर्स के प्रशिक्षा संचालित किये जाकर युवाओं को तकनिकी शिक्षा दी जा रही हें .उन्होंने बताया आर एस एल डी के तत्वाधान में जिले में प्रशिक्षण कार्य संचालित किये जा रहे हें
24 घण्टे में 51 लाख की लूट का पर्दाफाश,
नववर्ष के आगमन पर जैसलमेर पुलिस की ग्वार लूटरो के विरूद्ध बडी काम्याबी,
24 घण्टे में 51 लाख की लूट का पर्दाफाश,
लूट का माल बरामद, नामजद लूटरो की तलाश जारी
ग्वार से भरा ट्रक व वारदात में प्रयुक्त बोलेरो बरामद
जैसलमेर तीन रोज पूर्व दुर्गा टेडिंग कम्पनी रामग़ढ जिला जैसलमेर से ट्रक नम्बर आर.जे. 19 जीए 4003 में 265 बोरी ग्वार ड्राईवर पे्रमाराम पुत्र गोविन्दाराम माली नि0 देवा व उक्त कम्पनी का मुनीम श्रीराम शर्मा नि0 श्री डुंगरग़ जिला बीकानेर जोधपुर मण्डी के लिये रवाना हुए थे रात्रि करीब 10.30 बजे चान्दन रेल्वे क्रोसिंग से आगे सरहद सो़ाकौर में एक बोलेरो बंद बोडी में आये चार व्यक्तियों ने चालक व मुनीम को चाकू की नोक पर गवार से भरा ट्रक लूट लिया तथा चालक व मुनीम को नींद की गोलियां देकर नगदी व मोबाईल वगैरा जबरदस्ती छीन लिये तथा बोलेरो में डाल कर ग्राम भुंगरा तहसील शेरग़ जिला जोधपुर के पास अलग अलग जगहों पर दोनों को उतार दिया। बाद में उक्त दोनो उतारे गये स्थानो से लोटकर रविवार को जैसलमेर पहुंच रिपोर्ट पेश की। जिस पर लूट का प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान प्रारम्भ किया जाकर उच्च अधिकारियों को सुचित किया गया। उक्त घटना को पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता राहुल द्वारा गंभीरता से लेते
हुए लूट की वारदात का पर्दाफाश करने हेतु आदेश दिये जिस पर रामसिंह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
जैसलमेर के निर्देशानुसार सायरसिंह वृताधिकारी जैसलमेर के नेतृत्व में वीरेन्द्रसिंह नि.पु. मय
चिमनाराम उनि, भगवानसिंह सउनि, प्रेमशंकर मु.आ. 67, कानि0 उगमसिंह, दिनेश कुमार, राणाराम,
माधोसिंह, शंकराराम, मुकेश बीरा की टीम मामुर कर अनुसंधान जारी किया गया। दौराने अनुसंधान
टीमों द्वारा विभिन्न संभावित स्थानों हल्खा जिला जैसलमेर व बाड़मेर में तलाश की गई। दौराने
तलाश पुलिस की मुश्तैदी के कारण लूटे गये ग्वार में से सरहद निम्बला से 210 ग्वार की बोरियों से
भरा ट्रक नं0 आर.जे 19 जीए 4003 को तथा सरहद सिणधरी से लूट की वारदात में प्रयुक्त बोलेरो
बंद बोडी नं0 आर.जे. 10 यूए 0775 बरामद की गई तथा मुल्जिमान का तलाश सरगर्मी से जारी हैं।
जैसलमेर के निर्देशानुसार सायरसिंह वृताधिकारी जैसलमेर के नेतृत्व में वीरेन्द्रसिंह नि.पु. मय
चिमनाराम उनि, भगवानसिंह सउनि, प्रेमशंकर मु.आ. 67, कानि0 उगमसिंह, दिनेश कुमार, राणाराम,
माधोसिंह, शंकराराम, मुकेश बीरा की टीम मामुर कर अनुसंधान जारी किया गया। दौराने अनुसंधान
टीमों द्वारा विभिन्न संभावित स्थानों हल्खा जिला जैसलमेर व बाड़मेर में तलाश की गई। दौराने
तलाश पुलिस की मुश्तैदी के कारण लूटे गये ग्वार में से सरहद निम्बला से 210 ग्वार की बोरियों से
भरा ट्रक नं0 आर.जे 19 जीए 4003 को तथा सरहद सिणधरी से लूट की वारदात में प्रयुक्त बोलेरो
बंद बोडी नं0 आर.जे. 10 यूए 0775 बरामद की गई तथा मुल्जिमान का तलाश सरगर्मी से जारी हैं।
सेहत सुरक्षा योजनाओं का लाभ लें - डॉ. राजकुमार शर्मा
सेहत सुरक्षा योजनाओं का लाभ लें - डॉ. राजकुमार शर्मा
चिकित्सा राज्यमंत्री ने पोकरण सीएचसी में सोनोग्राफी मशीन का लोकार्पण किया
जैसलमेर, 31 दिसंबर/परिवार कल्याण, आयुर्वेद एवं चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री डॉ.राजकुमार शर्मा ने स्वस्थ व्यक्ति को स्वस्थ प्रदेश की जान बताते हुए लोगों से सेहत सँवारने पर पर्याप्त ध्यान देने का आह्वान किया है और कहा है कि राज्य सरकार ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो योजनाएं और कार्यक्रम लागू किए हैं उनका लाभ सभी जरूरतमन्दों तक पहुंचाने के लिए प्रभावी भूमिका का निर्वहन करें।
चिकित्सा राज्यमंत्री ने सोमवार को पोकरण के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में नवस्थापित सोनोग्राफी मशीन के लोकार्पण समारोह में उपस्थितजनोें को संबोधित करते हुए यह आह्वान किया।
चिकित्सा राज्यमंत्री ने अस्पताल में फीता काटकर सोनाग्राफी कक्ष का उद्घाटन किया और सोनोग्राफी मशीन का संचालन आरंभ कर इसका लोकार्पण किया।
इस अवसर पर आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. राजकुमार शर्मा, जैसलमेर के जिला प्रमुख अब्दुला फकीर, पोकरण विधायक शाले मोहम्मद, सांकड़ा पंचायत समिति के प्रधान वहीदुल्ला मेहर, पोकरण नगरपालिकाध्यक्ष छोटेश्वरी देवी, पूर्व अध्यक्ष आनंदीलाल, समाजसेवी पं. बलदेव जोशी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आनंदगोपाल पुरोहित, गिरीश पारीक आदि अतिथियों के रूप में उपस्थित थे।
जरूरतमन्दों की सेवा की ऎतिहासिक योजनाएं
समारोह को संबोधित करते हुए चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. राजकुमार शर्मा ने राजस्थान में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओें की आम जन तक पहुंच को बेहतर बनाने और जरूरतमन्दों की सेवा के सरोेकारों भरी गतिविधियों पर विस्तार से जानकारी दी और कहा कि इतिहास में पहली बार गरीबों और जरूरतमन्दों के लिए बुनियादी लोक सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए इतनी सारी योजनाओं का सूत्रपात किया जा रहा है। उन्होंने इनका ग्राम्यांचलों में व्यापक प्रचार-प्रसार करने और इनका लाभ लोगों तक पहुंचाने का आह्वान किया।
चिकित्सा राज्यमंत्री ने निःशुल्क दवा योजना का जिक्र किया और कहा कि आगामी सात अप्रेल से प्रदेश में जांचों का काम भी निःशुल्क होने लगेगा।
उन्होंने पोकरण अस्पताल को 75 से बढ़ाकर एक सौ शैय्याओं वाला करने की बात कही और जानकारी दी कि अस्पताल से जुड़ी हुई जो भी समस्याएं हैं उनका निराकरण जल्द ही कर दिया जाएगा।
चिकित्साकर्मियों की कमी जल्द पूरी होगी
डॉ. शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार चिकित्सा स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए दो महीने में 25 हजार पेरा मेडिकल स्टाफ भर्ती करने की कार्यवाही करने जा रही है। इनमें10-10 हजार पद एएनएम एवं जीएनएम के होंगे। जबकि पांच हजार पद सहयोगी स्टाफ से संबंधित होंगे। इस भर्ती के बाद राजस्थान में एक भी उप केन्द्र ऎसा नहीं होगा जहां एएनएम नहीं होगी। सभी रिक्त स्थानों की पूर्ति के प्रयास किए जा रहे हैं और ईलाज के अभाव में किसी को भी, कहीं भी मरने नहीं दिया जाएगा। डॉक्टरों की कमी का दूर करने के लिए सरकार के सभी संभव प्रयासों का जिक्र करते हुए उन्होंने बताय कि जहां कहीं रिटायर्ड डॉक्टर उपलब्ध हैं उन्हेंं मासिक 60 हजार रुपए पारिश्रमिक पर लगाये जाने के आदेश हैं।
उन्हाेंंने कहा कि राजस्थान में सरकार पीपीपी मॉडल के आधार पर आने वाले दो माह में 4-5 मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं।
मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में साठ फीसदी गिरावट
उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार की जननी शिशु सुरक्षा योजना खूब कारगर सिद्ध हुई है और इस वजह से राज्य में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में साठ फीसदी की कमी आयी है। उन्होंने जानकारी दी कि सरकार उन सभी गांवों में उप केन्द्रों की स्थापना करेगी जहां अभी नहीं हैं। इन उपकेन्द्रों के भवन निर्माण के लिए स्वीकृति के साथ ही पन्द्रह-पन्द्रह लाख रुपए की धनराशि दी जाएगी। उन्होंने भ्रष्टाचार निवारण तथा बेटियों को बचाने के लिए पूरे मन से काम करने तथा स्वस्थ एवं निर्मल सोच के साथ आगे आने पर जोर दिया।
इस अवसर पर पोकरण विधायक शाले मोहम्मद ने चिकित्सा राज्य मंत्री का स्वागत करते हुए पोकरण क्षेत्र में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए ज्यादा से ज्यादा काम किए जाने की जरूरत बतायीं।
जिलाप्रमुख अब्दुला फकीर ने सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं को आम आदमी के लिए वरदान बताया जबकि प्रधान वहीदुल्ला मेहर एवं अन्य वक्ताओं ने सरकारी योजनाओं का पोकरण क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचाने पर जोर दिया। संचालन रामेश्वर शर्मा ने किया। आभार प्रदर्शन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आनंद गोपाल पुरोहित ने किया।
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