सोमवार, 31 दिसंबर 2012

स्वागत...वंदन...अभिनंदन.... नव वर्ष तुम्हारा


स्वागत...वंदन...अभिनंदन.... नव वर्ष तुम्हारा

नवप्रभात के नव संकल्पों सेआओ मन को ताजा कर लें।
कुछ तुम चल लोकुछ हम बढ़ लेंनई डगर को साझा कर लें॥
बीती बातेंरीती रातें भुल-भुलाकर आगे चल लें
नवजीवन की रश्मियों का आओ अवगाहन कर लें।
जो छूटा सो छूट गयापाने भर की बात करें
नव पल्लव नव सुरताल पाकर जीवन में खुशियाँ भर लें।

                     - डॉ. दीपक आचार्य, 9413306077

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