मंगलवार, 1 जनवरी 2013
हिलेरी के दिमाग में जमा खून का थक्का, शावेज की भी हालत नाजुक
वॉशिंगटन. अमेरिकी विदेशमंत्री हिलेरी क्लिंटन के मस्तिष्क में खून का थक्का जमा होने का पता चला है। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वे दिसंबर में अचानक गिर कर बेहोश हो गई थीं। उसके बाद उनकी जांच की गई थी। वे 65 साल की हैं।
शुरू में बताया गया था कि उनके पेट में वायरस था और पानी की कमी के कारण ऐसा हुआ। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने ताजा बयान जारी कर कहा है कि क्लिंटन के दाहिने कान के पीछे दिमाग और खोपड़ी के बीच एक नस में खून का थक्का जम गया है। हालांकि उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने उम्मीद जताई है कि वह पूरी तरह स्वस्थ हो जाएंगी। वे कम से कम 48 घंटे न्यूयॉर्क के प्रेसबिटेरियन अस्पताल में डॉक्टरों की निगरानी में रहेंगीं।
अमेरिका की पूर्व प्रथम महिला हिलेरी क्लिंटन को राष्ट्रपति बराक ओबामा अपने दूसरे कार्यकाल में विदेश मंत्री नहीं रखना चाहते। हिलेरी का कार्यकाल 20 जनवरी को खत्म हो रहा है। उन्होंने 2008 में राष्ट्रपति चुनाव के लिए डेमोक्रेट पार्टी का टिकट हासिल करने की कोशिश की थी। लेकिन ओबामा से हार गई थीं। तब ओबामा ने उन्हें विदेश मंत्री बनाया था। जनवरी में हिलेरी को संसद में बेनगाजी में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास पर हमले पर साक्ष्य देना है।
शावेज की भी हालत नाजुक
वेनेजुएला के राष्ट्रपति ह्यूगो शावेज की हालत नाजुक हो गई है। वे कैंसर से जूझ रहे हैं। उपराष्ट्रपति निकोलस
मादुरो ने शावेज से मिलने के बाद एक संदेश में यह जानकारी दी। मादुरो ने बताया कि ऑपरेशन के बाद से शावेज की स्थिति नाजुक है। शावेज का इलाज क्यूबा में चल रहा है। उनका 11 दिसंबर को चौथा ऑपरेशन किया गया था। उसके बाद से उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही है और संक्रमण बढ़ रहा है। शावेज 1999 से सत्ता में हैं। गत अक्टूबर में उन्होंने एक और कार्यकाल के लिए चुनाव जीता है।
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