बेरोजगारों को मिलेगा प्रशिक्षण
बाड़मेर। राजस्थान कौशल एवं आजीविका मिशन ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के बीपीएल तथा अन्य युवकों को रोजगार के लिए प्रशिक्षण देगा। बजट घोषणा के अनुसार मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार योजनान्तर्गत 16 से 35 वर्ष आयु वर्ग के युवाओं से इस प्रशिक्षण के लिए आवेदन मांगे गए हैं। प्रशिक्षण के लिए पंचायत समिति नगरपालिका एवं नगरपरिषद में आवेदन प्राप्त कर जमा कराए जा सकते हैं।
जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने बताया कि राजस्थान कौशल एवं आजीविका मिशन प्रदेश के एक लाख युवाओं को कौशल उन्नयन के लिए प्रशिक्षण देगा। प्रशिक्षण लेने वाले युवकों की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता पांचवी कक्षा उत्तीर्ण होना जरूरी है। कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करने के इच्छुक युवक वेबसाइट 222. rajaह्यह्लद्धanद्यi1eद्यiद्धश्श्kह्य.श्rद्द से भी आवेदन पत्र डाउनलोड कर सकते हैं। कौशल प्रशिक्षण संबंधित आवेदन ग्रामीण क्षेत्र के लिए संबंधित पंचायत समिति एवं शहरी क्षेत्र में नगरपालिका तथा नगर परिषद कार्यालय में जमा कराएं जा सकते हैं।
जिला कलेक्टर प्रधान ने बताया कि बाड़मेर जिले में सेन्टम वर्कशील्स इंडिया लिमिटेड नई दिल्ली एवं सी.एल. एज्यूकेट लिमिटेड ग्रेटर नोएडा उत्तरप्रदेश, स्काईलार्क इंफोवेवज प्राइवेट लिमिटेड हैदराबाद की ओर से जिला स्तर पर यह प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर. गुगरवाल ने बताया कि बेरोजगार युवक विभिन्न तरह के प्रशिक्षण प्राप्त करने के साथ स्वरोजगार शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा विभिन्न कंपनियों में उनको नियुक्ति मिल सकती है।
इस ट्रेड में प्रशिक्षण
राजस्थान कौशल एवं आजीविका मिशन के तहत सेल्स पर्सन, चिकित्सा सहायक, होटलों एवं गेस्ट हाउस में प्रबंधन, सुरक्षा गार्ड, कारीगर, दर्जी, सेल्समैन, कम्प्यूटर नेटवर्किग, विद्युत उपकरणों के रखरखाव एवं मरम्मत, जूनियर मार्केटिंग एसोसिएट, डेमोस्टिक बीपीओ, डिजाइनिंग के साथ विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
स्वरोजगार को मिलेगा बढ़ावा
बाड़मेर के युवाओं को कौशल उन्नयन संबंधित प्रशिक्षण मिलने से तेल-गैस कंपनियों में रोजगार मिलेगा। इसके अलावा युवक स्वयं का अपना रोजगार स्थापित कर सकेंगे।
आज वीसी
राजस्थान कौशल एवं आजीविका मिशन के क्रियान्वयन संबंधित समीक्षा के लिए मुख्य सचिव 12 जुलाई को 10 बजे जिला कलेक्टरों की वीडियो कांफ्रेसिंग लेंगे।
बाड़मेर। राजस्थान कौशल एवं आजीविका मिशन ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के बीपीएल तथा अन्य युवकों को रोजगार के लिए प्रशिक्षण देगा। बजट घोषणा के अनुसार मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार योजनान्तर्गत 16 से 35 वर्ष आयु वर्ग के युवाओं से इस प्रशिक्षण के लिए आवेदन मांगे गए हैं। प्रशिक्षण के लिए पंचायत समिति नगरपालिका एवं नगरपरिषद में आवेदन प्राप्त कर जमा कराए जा सकते हैं।
जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने बताया कि राजस्थान कौशल एवं आजीविका मिशन प्रदेश के एक लाख युवाओं को कौशल उन्नयन के लिए प्रशिक्षण देगा। प्रशिक्षण लेने वाले युवकों की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता पांचवी कक्षा उत्तीर्ण होना जरूरी है। कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करने के इच्छुक युवक वेबसाइट 222. rajaह्यह्लद्धanद्यi1eद्यiद्धश्श्kह्य.श्rद्द से भी आवेदन पत्र डाउनलोड कर सकते हैं। कौशल प्रशिक्षण संबंधित आवेदन ग्रामीण क्षेत्र के लिए संबंधित पंचायत समिति एवं शहरी क्षेत्र में नगरपालिका तथा नगर परिषद कार्यालय में जमा कराएं जा सकते हैं।
जिला कलेक्टर प्रधान ने बताया कि बाड़मेर जिले में सेन्टम वर्कशील्स इंडिया लिमिटेड नई दिल्ली एवं सी.एल. एज्यूकेट लिमिटेड ग्रेटर नोएडा उत्तरप्रदेश, स्काईलार्क इंफोवेवज प्राइवेट लिमिटेड हैदराबाद की ओर से जिला स्तर पर यह प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर. गुगरवाल ने बताया कि बेरोजगार युवक विभिन्न तरह के प्रशिक्षण प्राप्त करने के साथ स्वरोजगार शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा विभिन्न कंपनियों में उनको नियुक्ति मिल सकती है।
इस ट्रेड में प्रशिक्षण
राजस्थान कौशल एवं आजीविका मिशन के तहत सेल्स पर्सन, चिकित्सा सहायक, होटलों एवं गेस्ट हाउस में प्रबंधन, सुरक्षा गार्ड, कारीगर, दर्जी, सेल्समैन, कम्प्यूटर नेटवर्किग, विद्युत उपकरणों के रखरखाव एवं मरम्मत, जूनियर मार्केटिंग एसोसिएट, डेमोस्टिक बीपीओ, डिजाइनिंग के साथ विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
स्वरोजगार को मिलेगा बढ़ावा
बाड़मेर के युवाओं को कौशल उन्नयन संबंधित प्रशिक्षण मिलने से तेल-गैस कंपनियों में रोजगार मिलेगा। इसके अलावा युवक स्वयं का अपना रोजगार स्थापित कर सकेंगे।
आज वीसी
राजस्थान कौशल एवं आजीविका मिशन के क्रियान्वयन संबंधित समीक्षा के लिए मुख्य सचिव 12 जुलाई को 10 बजे जिला कलेक्टरों की वीडियो कांफ्रेसिंग लेंगे।