गुरुवार, 12 जुलाई 2012

मानसून की पहली बारिश से मिला सुकून, खरीफ की बुवाई की तैयारी




बरखा ने शहर की व्यवस्थाओं को परखा

बाड़मेर शहर में हुई 23 एमएम बारिश , सुबह से ही काले बादलों ने डाला डेरा
 
मानसून की पहली बारिश से मिला सुकून, खरीफ की बुवाई की तैयारी  

बाड़मेरजिले में मानसून 26 दिन लेट आया, मगर बुधवार को हुई पहली अच्छी बारिश ने लोगों को खुश कर दिया। शहर में सुबह से शुरू हुई रिमझिम बारिश का दौर रुक रूककर जारी रहा। वहीं सांय चार बजे शुरू हुई झमाझम ने सावन की उपस्थिति दर्ज करवा दी। एक घंटे की बारिश से शहर के कई इलाकों में पानी भर गया। इस दौरान बिजली आपूर्ति भी लडखड़़ा गई। शहर में कई बार बिजली गुल हुई इससे वातावरण में बढ़ी उमस से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। शहर में कुल 23 एमएम बारिश दर्ज की गई। बुधवार को जिला मुख्यालय के अलावा आसपास के गांवों में भी बारिश हुई। शहर में चार बजे शुरू हुई रिमझिम के बाद सांय साढ़े चार बजे झमाझम शुरु हुई जो करीब 25 से 30 मिनट तक जारी रही। इससे एकबारगी उमस बढ़ गई।बुधवार रात्री को भी अछि बारिश ने लोगो को शकुन दिया 

आदत सी हो गई है इस शहर को...

एक तरफ विकास कार्य के चलते प्रमुख चौराहों की टूटी सड़कें तो दूसरी ओर शहर की रोड पर ओवरफ्लो के कारण बहता पानी। इन परेशानियों को शहरवासी पिछले साल भी झेल चुके हैं,इससे बरसात में पानी को सहना उनकी आदत सी हो गई है। शहर में मानसून की दस्तक के साथ पहली बारिश में पानी निकासी व्यवस्था फेल नजर आई। बारिश शुरू होने के साथ ही नाले ओवरफ्लो हो गए। स्टेशन रोड, नेहरु नगर, अहिंसा सर्किल, विवेकानंद सर्किल, सिणधरी चौराहे पर आधे से एक फीट पानी का बहाव शुरू हो गया। कच्ची बस्तियों में जगह -जगह पानी के भराव से राहगीरों व वाहन चालकों को परेशानी झेलनी पड़ी।

खेतों में अमृत बरसा, अब बुवाई की तैयारी

खरीफ के लिए बारिश अमृत बनकर आई है। किसान बुवाई से पहले एक अच्छी बारिश के इंतजार में ही थे। आगत फसल के लिए बुवाई करने वालों को भी पानी की जरूरत थी। मानसून की पहली बारिश के बाद गुरुवार से बुवाई जोरों पर शुरू होगी। किसान बाजरा, ग्वार, मूंग, मोठ व तिल की बुवाई करेंगे। कृषि विभाग के जानकारों के अनुसार देरी के बावजूद खरीफ की बुवाई का समय अभी पूरी तरह नहीं बीता है ।

हीरा की ढाणी. उपखंड गिड़ा क्षेत्र के खोखसर, केसुंबला, जाखड़ा, खोखसर पश्चिम व हीरा की ढाणी में दोपहर पौने दो बजे से दो बजे तक कहीं कम तो कहीं ज्यादा बारिश हुई जिससे सड़कें तर हो गई। बारिश से किसानों के चेहरे खुशी से खिल उठे। वहीं आसपास के परेऊ, रतेऊ, झाक में बूंदाबांदी हुई जिससे मौसम सुहावना हो गया। शाम साढ़े सात बजे आसमान काले बादलों से घटाटोप रहा।

शिव. कस्बे में शाम चार से पांच बजे तक अच्छी बारिश हुई। वहीं गूंगा, आगोरिया, निंबला, कोटड़ा व मौखाब में भी अच्छी बारिश हुई। बारिश होने के साथ ही भीषण गर्मी से बेहाल लोगों को राहत मिली,वहीं किसानों के चेहरे खुशी से खिल उठे।

चौहटन. उपखंड मुख्यालय पर मंगलवार देर शाम हुई हल्की बरसात से मौसम खुशगवार हो गया। बुधवार अलसुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे। सुबह से ही शुरू हुई हल्की बूंदाबांदी के बाद दोपहर एक बजे सूर्यदेवता ने दर्शन दिए। उसके बाद शाम करीब साढ़े पांच बजे फिर से हल्की बूंदाबांदी होने से मुख्य बाजार की सड़कों पर पानी बहने लगा। बरसात के बाद किसानों ने राहत की सांस ली।

भियाड़. कस्बे व आरग कानासर मौखाब चोचरा सहित कई गांवों में बुधवार शाम करीब चार बजे जमकर बादल बरसे जिससे सड़कों व गांवों की गलियों में पानी बहने लगा। रुक-रुक के तेज गर्जना के साथ अच्छी बारिश हुई। किसान पीरा राम राव व आरग निवासी पदम दान देथा ने बताया कि बुवाई से पहले हुई बरसात से किसानों के चेहरे खिलने के साथ ही उम्मीद जताई कि इस बार फसल अच्छी होगी।

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