शनिवार, 12 मई 2012

जांच के नाम पर गर्भवती से वसूल रहे रुपए


योजनाओं के बावजूद गर्भवती महिलाओं को नहीं मिल रहा फायदा


जालोर मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाएं कितनी ही कारगर क्यों न हो, लेकिन उन योजनाओं का फायदा आज भी जिले की गर्भवती महिलाओं को नहीं मिल पा रहा है। जिला अस्पताल में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। राजकीय अस्पताल में जांच के लिए आने वाली गर्भवती महिलाओं से सोनोग्राफी जांच के बदले में शुल्क वसूला जा रहा है, जबकि मुख्यमंत्री की ओर से शुरू किए गए जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के तहत नौ माह तक की गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी जांच राजकीय अस्पताल में मुफ्त में किए जाने का प्रावधान है। राजकीय अस्पताल में चिकित्सक से परामर्श के बाद जांच के लिए पहुंचने वाली महिलाओं से काउंटर पर सोनोग्राफी जांच के लिए (एमआरएस) मेडिकल रिलीफ सोसायटी के नाम पर दो सौ रुपए का शुल्क लिया जा रहा है। खास बात तो यह है कि इस बारे में चिकित्सा विभाग के उच्चाधिकारियों का कहना है कि अस्पताल में आने वाली गर्भवती महिलाओं की जांच के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क लेने का प्रावधान ही नहीं है।

सिफारिश पर नहीं लेते शुल्क

गौरतलब है कि जिला अस्पताल में सोनोग्राफी जांच के लिए आने वाली गर्भवती महिलाओं में अगर किसी ने सिफारिश लगा रखी है, उससे यह शुल्क नहीं लिया जाता। वहीं बिना रसूखात के आने वाली प्रसूताओं से मेडिकल रिलीफ सोसायटी के नाम पर यह शुल्क बेहिचक लिया जा रहा है। हालांकि अस्पताल में भर्ती प्रसूताओं को यह सेवा निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है, लेकिन नियमानुसार जांच के लिए आने वाली गर्भवती महिलाओं से भी शुल्क लेना गलत है।
अब तक नहीं दिया कोई बिल

इधर, एनआरएचएम के डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम मैनेजर से इस संबंध में बात करने पर बताया गया कि पीएमओ कार्यालय से ऐसी गर्भवती महिलाओं की जांच को लेकर अभी तक कोई बिल पेश ही नहीं किया गया है। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि अब तक अस्पताल में आने वाली जितनी भी गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी जांच की गई, उनसे राशि वसूली गई है जो नियम विरुद्ध है।

नहीं ले सकते शुल्क

मुख्यमंत्री की योजना के तहत राजकीय अस्पताल में सोनोग्राफी जांच के लिए आने वाली गर्भवती महिलाओं से किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जा सकता। अगर ऐसा हो रहा है तो यह गलत है। वैसे इसके लिए पीएमओ कार्यालय से निर्धारित शुल्क का बिल बनाकर हमें पेश किया जाता, जिसके बाद हमारी ओर से इस राशि का भुगतान किया जाता है। हमारे पास फिलहाल पीएमओ कार्यालय से ऐसा कोई बिल पेश नहीं किया गया है। चरणसिंह, डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम मैनेजर, एनआरएचएम, जालोर

पूरे समय में छूट

राजकीय अस्पताल में फुल टाइम प्रेगनेंसी के दौरान आने वाली महिलाओं से सोनोग्राफी जांच का शुल्क नहीं लिया जाता है। इसके अलावा सामान्य तौर पर जांच के लिए आने वाली गर्भवती महिलाओं से इस प्रकार का शुल्क लिया जा सकता है। वैसे हमारी ओर से गर्भवती महिलाओं की जांच से संबंधित किसी भी प्रकार का बिल बनाकर नहीं भिजवाया गया है। - डॉ. पी.आर. चुंडावत, पीएमओ, राजकीय अस्पताल, जालोर



यह है नियम

नियमों की बात करें तो जिला अस्पताल में आने वाली नौ माह तक की गर्भवती महिला की रक्त, पेशाब व सोनोग्राफी जांच के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जा सकता। इसके लिए मुख्यमंत्री की ओर से निर्देश भी जारी किए जा चुके हैं। वहीं डॉक्टर जितनी बार गर्भवती महिला की सोनोग्राफी जांच के लिए लिखेंगे, उतनी ही बार राजकीय अस्पताल में उसकी निशुल्क जांच की जाएगी। जहां तक सोनोग्राफी शुल्क की बात है तो इसके लिए एनआरएचएम के तहत पीएमओ कार्यालय को एडवांस में राशि का आवंटन किया जाता है। जांच के लिए निर्धारित शुल्क का बिल बनाकर पीएमओ कार्यालय से एनआरएचएम को भिजवाया जाता है और इसके बाद एनआरएचएम द्वारा इस राशि का भुगतान किया जाता है। जबकि सामान्य महिला या अन्य किसी भी व्यक्ति की सोनोग्राफी जांच के लिए यह शुल्क लिया जा सकता है।

सितंबर तक सभी किसानों को केसीसी देने के निर्देश


सितंबर तक सभी किसानों को केसीसी देने के निर्देश


गरीबों के उत्थान में बैंकर्स सकारात्मक सहयोग करें

जैसलमेर कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैंकर्स समिति की बैठक में कलेक्टर शुचि त्यागी ने बैंक अधिकारियों को निर्देश दिए कि गरीबों के स्वरोजगार के लिए संचालित सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं में समय पर ऋ ण स्वीकृत एवं वितरण की कार्रवाई करें ताकि पात्र व्यक्ति समय पर स्वरोजगार के लिए अपना व्यवसाय प्रारंभ कर सके।

उन्होंने अधिकारियों एवं बैंकर्स को निर्देश दिए कि वे अपनी पूर्ण जिम्मेदारी के साथ कार्यप्रणाली में सुधार लाकर लोगों को राहत पहुंचाने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएं। बैठक में जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी, आर.बी.आई के सहायक महाप्रबन्धक एस.एस.शर्मा, जयप्रकाश, कार्यवाहक मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद देवाराम सुथार के साथ ही बैंकर्स अधिकारी एवं विभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे।

बैंक योजनाओं की जानकारी पहुंचें लोगों तक: जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी ने बैंक अधिकारियों को कहा कि वे किसानों को ऋण सुविधा का लाभ देने में किसी प्रकार की कमी नहीं रखें। उन्होंने कहा कि छोटे-मोटे धंधों के लिए जो ऋण योजनाएं चल रही हैं उसकी लोगों को जानकारी नहीं है इसलिए ऐसी ऋण योजनाओं का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करें।

मापदंडों के अनुसार करें ऋण वितरण: सहायक महाप्रबंधक एस.एस.शर्मा ने जिन बैंकों की ऋण जमा अनुपात कम रहा है उन्हें बढ़ाने, अल्पसं यक वर्ग को निर्धारित मापदण्ड के अनुरूप ऋण वितरण करवाने के साथ ही सरकार की प्रायोजित योजनाओं में समय पर ऋण वितरण की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। लीड बैंक अधिकारी बी.वी.पुरोहित ने बैठक में वार्षिक साख योजना 2012-13 को अनुमोदन के लिए प्रस्तुत किया जिसे सदस्य ने सर्वसम्मति से अनुमोदन किया गया। उन्होंने बैठक में एजेण्डेवार सभी बिन्दुओं को प्रस्तुत किया।

क्रेडिट कार्ड की सुविधा मिलेगी

कलेक्टर ने सभी बैंक अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सितंबर ,2012 तक जिले के सभी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा उपलब्ध करवा दें एवं इस कार्य में किसी प्रकार की शिथिलता नहीं बरतें।

लक्ष्य नहीं तो कार्रवाई

कलेक्टर ने बैंकों की धीमी प्रगति को गंभीरता से लिया एवं हिदायत दी कि वे भविष्य में रिजर्व बैंक के मापदंड के अनुरूप प्रगति हासिल करें। उन्होंने सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं में जिन बैंकों ने लक्ष्य अर्जित नहीं किए हैं उनके विरुद्ध भी नियंत्रण अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

टीचर लगातार करता रहा रेप, दोस्‍तों से सेक्‍स के लिए भी लड़की को किया मजबूर

पलवल .यहां के एक टयूशन सेंटर की छात्रा को अंगरेजी पढ़ाने वाले उसके शिक्षक ने ही कई बार हवस का शिकार बनाया । शिक्षक ने उसे धमकी दी थी कि अगर इस बारे में घरवालों को कुछ बताया गया तो उन्‍हें जान से मार देगा । इतना ही नहीं इस वहशी शिक्षक ने छात्रा पर दबाव डाला कि वह उसके दोस्‍तों के साथ जिस्‍मानी रिश्‍ते बनाए ।
 
तब छात्रा ने इस दर्दनाक घटना की दास्‍तान अपने घरवालों को बताई । परेशान घरवालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने आरोपी टयूटर ताहिर हुसैन को गिरफ्तार कर लिया है।

छात्रसंघ चुनावों की तैयारियों पर चर्चा


छात्रसंघ चुनावों की तैयारियों पर चर्चा

जैसलमेर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं की बैठक शुक्रवार को आयोजित की गई। जिला संयोजक लालूसिंह सोढ़ा ने बताया कि छात्रसंघ के चुनावों को लेकर आयोजित इस बैठक में एबीवीपी के प्रदेशमंत्री विरेन्द्रसिंह बेरसियाला ने कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन किया।

बेरसियाला ने कहा कि संपूर्ण प्रदेश में पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी कार्यकर्ताओं की लगन, परिश्रम तथा एकजुटता के कारण संगठन अपना परचम लहराएगा। उन्होंने कहा कि संगठन में हमेशा से ही कार्यकर्ताओं को महत्व दिया जाता रहा है। आगामी सत्र में नवीन प्रवेशित विद्यार्थियों के परामर्श केन्द्र खोलना, सीटे बढ़ाने सहित अन्य समस्याओं पर चर्चा की गई। जिला संयोजक लालूसिंह ने बताया कि जिले के महाविद्यालयों में स्नात्कोत्तर के नए विषय प्रारंभ करवाने, महिला महाविद्यालय में छात्रावास, खेल संबंधी व्यवस्थाओं आदि के संबंध में आंदोलन की रुपरेखा तैयार की गई। बैठक में नरपतसिंह, लीलूसिंह, दिलीप, गायड़सिंह, महेन्द्रसिंह, आकाश ओझा, जयंत व्यास, पंकज, स्वरुप, घनश्याम, बाबूसिंह, समुन्द्रसिंह, प्रेमसिंह, नरेन्द्र सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।

समय सीमा की पाबंदी तोडऩे वाले टैंकर जब्त


समय सीमा की पाबंदी तोडऩे वाले टैंकर जब्त

ट्रैफिक पुलिस ने विवेकानंद सर्किल पर की कार्रवाई, सात को किया जब्त तो एक का किया चालान

बाड़मेरएक दिन पहले ही शहर में टैंकरों से पानी परिवहन के लिए समय व रूट निर्धारित करने के दूसरे ही दिन शुक्रवार को कई टैंकर प्रतिबंधित समय के दौरान दौड़ते नजर आए। इस पर यातायात पुलिस ने कार्रवाई करते हुए टैंकर चालकों के विरुद्ध कार्रवाई की।

ट्रैफिक इंसपेक्टर मोहनसिंह ने बताया कि शहर में टैंकर परिवहन का समय दिन में 12:30 से 5 बजे तक व रात में 9 बजे से सुबह 7 बजे तक निर्धारित किया गया है। शुक्रवार को तय समय सीमा के बाद पानी का परिवहन कर रहे आठ टैंकरों के खिलाफ कार्रवाई की गई। यातायात व कोतवाली पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए विवेकानंद सर्किल के पास सात ट्रैक्टर जब्त किए तो वहीं एक ट्रैक्टर का चालान किया। यातायात निरीक्षक ने बताया कि पानी के परिवहन के लिए टैंकर चालकों को पर्याप्त समय दिया गया है। ऐसे में तय समय सीमा के बाद किसी भी स्थिति में टैंकर नहीं चल सकेंगे और ऐसा पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई के दौरान कोतवाल लूणसिंह भाटी भी साथ थे।

ये क्षेत्र रहेंगे समय सीमा की पाबंदी से मुक्त: उधर कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने आदेश जारी किया कि शहर के बाहरी क्षेत्र पांच मूर्ति कुआं से आकाशवाणी होते हुए जिला कारागृह के सामने शहीद स्मारक से बीएनसी चौराहा से रेलवे स्टेशन के अंदरूनी क्षेत्र (गांधी नगर, शास्त्री नगर) व गडरारोड चौराहा के ऊपरी क्षेत्र पानी के टैंकर आवागमन के लिए प्रतिबंध से मुक्त रहेंगे। उन्होंने परिवहन विभाग व यातायात पुलिस को निर्देश की सख्ती से पालना करने को कहा है।

डेटा सेंसर से नहीं बच पाएंगे जांच करने वाले, जांच करते ही सुरक्षित हो जाएगा रिकॉर्ड


 परीक्षण पर रहेगी सेंसर की नजर 
डेटा सेंसर से नहीं बच पाएंगे जांच करने वाले, जांच करते ही सुरक्षित हो जाएगा रिकॉर्ड 

बाड़मेर  सोनोग्राफी सेंटर से भू्रण परीक्षण कराया तो पकड़े जाओगे। साथ ही परीक्षण करने वाले डॉक्टर और परीक्षण कराने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए जिले के सभी सोनोग्राफी सेंटरों पर लगी मशीनों में एक डेटा सेंसर लगाया जाएगा। जिससे मशीन में ही सभी सोनोग्राफी के डाटा एकत्रित हो जाएंगे। जानकारी के अनुसार मशीन के अंदर मौजूद डेटा सेंसर से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ संभव नहीं हो सकेगी। यदि मशीन को खोलकर इसमें रिकॉर्डों से छेड़छाड़ करने की कोशिश होगी तो मशीन खुद ही सारे रिकॉर्ड को सीज कर लेगी। साथ ही सभी डाटा पीसीएनडीटी एक्ट के तहत स्वास्थ्य विभाग की ऑनलाइन भी दर्ज हो जाएंगे। इस तकनीक से किसी भी सोनोग्राफी सेंटरों पर जेंडर परीक्षण कराना नामुमकिन हो जाएगा। सरकार द्वारा इस योजना को लागू करने के पीछे की मंशा पीसीपीएनडीटी एक्ट को मजबूत बनाना है। जिसमें इस एक्ट का उल्लंघन करने वाले डॉक्टर, सेंटर और जांच करने वाले लोगों के खिलाफ शत प्रतिशत कार्रवाई हो सके।इसको चिकित्सा विभाग सभी जिलों में अनिवार्य रूप से लागू करने का विचार कर रहा है।

हर सोनोग्राफी सेंटर पर एक मैन्युअल फार्म भरना भी जरूरी: जानकारी के अनुसार सभी सोनोग्राफी सेंटरों के लिए फार्म 'एफ' पत्र को नियमित रूप से भरने के आदेश दिए है। जिसमें डॉक्टर के द्वारा सोनोग्राफी करने का मेडिकल कारण, सोनोग्राफी करने की तिथि और जांचों को भरना अनिवार्य होगा। इस फार्म के मदद से सी ऑनलाइन रिकार्ड को संधारित किया जाएगा। जिसकी रिपोर्टिंग स्वास्थ्य निदेशालय में की जाएगी और माह की 5 तारीख को स्वास्थ्य विभाग को भिजवाना अनिवार्य होता है।

वेबसाइट पर कर सकते हैं शिकायत

राजस्थान सरकार द्वारा बेटियों को बचाने के लिए वेबसाइट की शुरूआत की गई है। जिसमें लिंग परीक्षण करने वाले सोनोग्राफी सेंटर, डॉक्टरों के खिलाफ वेबसाइट के माध्यम से शिकायत की जा सकती है। इसके लिए www.hamaribeti.nic.in पर जाकर कोई भी व्यक्ति सीधे स्टेट सेल को शिकायत कर सकता है। 



यह होगा फायदा

हर जांच का रिकार्ड सेंसर के जरिए मशीन में स्वत: ही फीड होता रहेगा। मशीन के रिकार्ड से छेड़छाड़ करना असंभव होगा। डेटा रखने की असीमित क्षमता होगी, जिसमें कई सालों के डेटा को स्टोर किया जा सकेगा।
ऑनलाइन प्रक्रिया से जुडऩे के बाद प्रतिदिन की जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारी कहीं भी देख सकेंगे।



फार्म भरने के लिए किया पाबंद

॥सोनोग्राफी सेंटरों में डाटा सेंसर लगाने के लिए जयपुर निदेशालय में कार्यशाला आयोजित की गई थी। जल्द ही इस प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। सरकार बेटी को बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है। इस नई तकनीक आने के बाद सभी सेंटरों को फार्म एफ भरने के लिए पाबंद किया गया है। यह अच्छी पहल है। ञ्जञ्ज

डॉ. अजमल हुसैन

सीएमएचओ बाड़मेर

गर्मी बढऩे के साथ गहराया पेयजल संकट,शहरी जरूरत के लिए तय मापदंड से 47 प्रतिशत कम मिल रहा है पानी

दावा चार दिन का, सप्लाई सात दिन में

गर्मी बढऩे के साथ गहराया पेयजल संकट,शहरी जरूरत के लिए तय मापदंड से 47 प्रतिशत कम मिल रहा है पानी


बाड़मेर.शहर में लोगों को तय मापदंडों से रोजाना 47 फीसदी कम पानी मिल रहा है। जरूरत के हिसाब से नियमानुसार हर व्यक्ति को रोजाना 150 लीटर पानी मिलना चाहिए, लेकिन शहर में प्रति व्यक्ति करीब 80 लीटर पानी ही उपलब्ध हो रहा है। जैसे-जैसे तापमान बढ़ रहा है पानी की सप्लाई में और कमी होती जा रही है। जबकि मांग बढ़ती जा रही है। जरूरत के मुताबिक पानी नहीं मिलने से लोगों में रोष बढऩे लगा है।

जरूरत के हिसाब से आधे पानी की सप्लाई: शहर में इस समय 1 लाख किलो लीटर पानी की मांग के मुकाबले 75 हजार किलो लीटर पानी ही सप्लाई हो रहा है। इसमें से भी 10 हजार लीटर से ज्यादा पानी लीकेज व छीजत में खर्च हो जाता है। ऐसे में आम उपभोक्ताओं तक केवल 65 हजार किलो लीटर तक पानी ही पहुंच पाता है। पाइप लाइन के अंतिम छोर के घरों में केवल 50 लीटर पानी ही प्रति व्यक्ति पहुंच पाता है। बहरहाल लोगों को पानी का बिल चुकाने के साथ ही टैंकर से पानी लेने पर भी हर माह 1000 रुपए अतिरिक्त खर्च करने पड़ रहे हैं।

सप्ताह में एक बार भी पानी मिलना मुश्किल: शहर के इंद्रा कॉलोनी, इंद्रा नगर, नेहरू नगर, मोहनजी का क्रेशर, शास्त्री नगर, गांधी नगर, बलदेव नगर, लक्ष्मी नगर, रॉय कॉलोनी समेत विभिन्न कॉलोनियों में गर्मी की दस्तक के साथ पेयजल संकट खड़ा हो गया है। यहां पर जलदाय विभाग हर चौथे दिन जलापूर्ति का दावा कर रहा है। जबकि हकीकत यह है कि यहां पर सप्ताह में मुश्किल से एक बार सप्लाई हो रही है वह भी कम प्रेशर के चलते पानी अंतिम छोर तक नहीं पहुंच पा रहा है।
24 साल में नई भर्ती नहीं 

जलदाय विभाग में गत 24 वर्षों से खाली पड़े पदों पर भर्ती नहीं होने से विभाग की कई योजनाएं प्रभावित हो रही हैं। गर्मी के मौसम में पेयजल संकट से निपटने के लिए मौजूदा कर्मचारियों को अभी से पसीना छूट रहा है। जिले भर में स्वीकृत पदों में पचास फीसदी पद खाली पड़े हैं। राज्य सरकार की ओर से जलदाय विभाग में वर्ष 1987 के बाद से नए पदों के लिए कोई भर्ती नहीं निकाली गई। ऐसे में आधे कर्मचारी तो रिटायर्ड होकर चले गए हैं तो कुछ का ट्रांसफर हो गया है। 

जनता की जुबानी 

वार्ड न. 15 मोहनजी का क्रेशर में स्थित एक हैंडपंप पिछले पंद्रह दिन से खराब पड़ा है। पूरे मोहल्ले में पानी का संकट खड़ा हो गया है। महिलाएं एक किलोमीटर चौहटन चौराहे पर स्थित हैंडपंप से पानी लाने को मजबूर हैं। इस बारे में जलदाय विभाग के अधिकारियों से कई बार शिकायत के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। 

-अनवर सिंह सोढा निवासी मोहनजी का क्रेशर 

॥नेहरू नगर वार्ड नं. 19 में लंबे समय से जलापूर्ति बाधित है। विकास कार्यों के चलते जगह जगह सड़कें तोड़ देने से बार-बार पाइप लाइन टूटने से जलापूर्ति बाधित हो रही है। मोहल्ले में पेयजल समस्या के चलते लोगों को टैंकर मंगवाने पड़ रहे हैं।
-पूनमाराम डूडी निवासी नेहरू नगर। 

॥मोहल्ले में सप्ताह में मुश्किल से एक बार ही जलापूर्ति की जा रही है। अनियमित जलापूर्ति के चलते लोगों को प्यास बुझाने के लिए पानी के टैंकर मंगवाने पड़ रहे हैं। 

-बलवीर माली, पार्षद वार्ड न. 31 

॥शहर में नियमित जलापूर्ति के प्रयास किए जा रहे हैं। जिन मोहल्लों में पेयजल की समस्या विकट है, वहां पर टैंकरों से पानी पहुंचाया जाएगा। इसके लिए टेंडर जारी किए जा चुके हैं।

-बी.एल. जाटोल, अधिशासी अभियंता शहर। 

निर्मल बाबा को हो सकती है सात साल की जेल

लखनऊ. कोर्ट के आदेश के बाद लखनऊ के गोमती नगर थाने में आखिरकार निर्मल बाबा के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो ही गई है। गौरतलब है कि सीजेएम लखनऊ राजेश उपाध्याय ने गोमती नगर थाने को आदेशित किया था कि दिल्ली स्थित कथित धार्मिक गुरु निर्मल बाबा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसकी विवेचना करें। सीजेएम ने यह आदेश तान्या ठाकुर (कक्षा बारह की छात्रा) और आदित्य ठाकुर (कक्षा दस के छात्र) द्वारा धारा 156(3) सीआरपीसी के अंतर्गत प्रस्तुत याचिका पर दिया था।
 
कोर्ट के आदेश के बाद शनिवार को तान्या और आदित्य के आवेदन पर निर्मल बाबा के खिलाफ धारा 417, 419, 420 आईपीसी के तहत धोखाधड़ी व अन्य आरोपों और धारा 508 (ईश्वरीय नाराजगी का भय दिखा कर गलत लाभ लेना) के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई। यदि निर्मल बाबा के खिलाफ आरोप सिद्ध होते हैं तो उन्हें विभिन्न धाराओं के तहत सात साल तक की जेल हो सकती है। गौरतलब है कि तान्या और आदित्य ने 10 अप्रैल 2012 को थाना गोमतीनगर, लखनऊ में एफआईआर के लिए प्रार्थना पत्र दिया था और डीआईजी लखनऊ एवं एडीजी, ला ऑर्डर के स्तर पर एफआईआर दर्ज नहीं होने पर कोर्ट में धारा 156(3) सीआरपीसी के अंतर्गत याचिका दायर की थी।

तान्या और आदित्य आईपीएस अधिकारी अमिताभ और सामाजिक कार्यकर्ता नूतन के बच्चे हैं। सीजेएम उपाध्याय ने कहा कि तान्या और आदित्य द्वारा प्रस्तुत आवेदन पर संज्ञेय अपराध बनता है और पर्याप्त आधार है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय श्री भगवन समर्ध बनाम आंध्र प्रदेश सरकार का भी उल्लेख किया जिसमे इसी प्रकार से एक कथित धार्मिक व्यक्ति द्वारा बच्ची के इजाज़ में ठगी की जा रही थी।

पुलिसवालों की 'मदद' से बिना बेल के ही जेल में गर्भवती हो गई कैदी

 

अहमदाबाद. साबरमती सेंट्रल जेल में बंद कैदी सविता सावली के गर्भवती होने का दिलचस्‍प किस्‍सा सामने आया है। पूरे 14 महीने सविता को न तो जमानत और न ही किसी तरह की छुट्टी मिली थी। फिर भी वह गर्भवती हो गईं।
अहमदाबाद की एक स्थानीय अदालत ने मामले की जांच के लिए एक समिति बनाई तो पता चला कि सविता सावली का पति भी इसी जेल में बंद है। सविता जब केस की सुनवाई के लिए कोर्ट जाती थी, तब वह अपने पति से मिलती थी। इसमें पुलिस पूरी तरह उनकी मदद करती थी। दोनों वैन में ही मिलते थे और पुलिसवाले 'वैन की सुरक्षा' का जिम्मा संभालते थे।

यह पता चलने पर डिस्ट्रिक्ट जज जी एन पटेल ने जांच स्थगित कर दी। ऐसा इसलिए क्‍योंकि दोनों के बीच सहमति से शारीरिक संबंध बने थे और इस बाबत दोनों को आपस में किसी से कोई शिकायत नहीं थी।

लेकिन साबरमती जेल के सुपरिंटेंडेंट आर जे पार्घी का कहना है, 'सविता और उसके पति रामजी के केस में दोनों को पुलिस ने वैन में प्राइवेसी मुहैया करवाई जब वे कोर्ट में सुनवाई के लिए जाते थे। पुलिस की इस लापरवाही के खिलाफ जांच जारी है। वैसे कैदी अपने पारिवारिक सदस्यों से तब ही मिल पाते हैं जब वे हॉस्पिटल ले जाए जाते हैं।'

शुक्रवार, 11 मई 2012

जिले की प्रथम महिला अधिकारियो ने कन्या हत्या के लिए बदनाम रहे देवडा गाँव में जागरूकता की अनूठी पहल की


जिले की प्रथम महिला अधिकारियो ने कन्या हत्या के लिए 

बदनाम रहे देवडा गाँव में जागरूकता की अनूठी पहल की 

चन्दन सिंह भाटी 
DSCN6220.JPG जैसलमेर ।कई सदियों तक इस देवड़ा गांव के ठाकुरों के परिवारों में किसी कन्या का जन्म नही होने दिया,मगर बदलाव और जागरूकता की बयार के चलतें इस गांव में अब हर आंगन बेटी की किलकारियॉ गूॅज रही हैं।इस गांव के भाईयों की कलाईयॉ सदियों तक सूनी रही।सामाजिक परम्पराओं और कुरीतियों के चलते इस गॉव सहित आसपास के दर्जनों गांवों सिंहडार,रणधा,मोडा,बहिया,कुण्डा,गजेसिंह का गांव,तेजमालता,झिनझिनियाली,मोघा,चेलक में कन्या के जन्म लेते ही उसें मार दिया जाता था।जिसके चलतें ये गांव बेटियों से वीरान थे।कोई एक दशक पहलें गांव में ठाकुर इन्द्रसिह के घर पहली बारात आई थी।जो पूरे देश में सूर्खियों में छाई थी।जैसलमेर जिला प्रशासन ने शुक्रवार को कन्या भ्रूण हत्या रोकने के उद्देश्य से देवड़ा में सेमानार का आयोजन कर एक अनूठी पहल की .इस पहल की अगुवाई जिले की प्रथम दो महिला अधिकारियो जिला कलेक्टर सूचि त्यागी और पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने की .यह यादगार सेमीनार था जब जिले की प्रथम दो महिला अधिकारिओ ने कन्या भ्रूण ह्त्या जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर उस गाँव में रोकने के लिए जागरूकता की पहल की जो कन्या ह्त्या के लिए कभी बदनाम रहा .दोनों अधिकारियों को साधुवाद इस अनूठी पहल के लिए .जैसलमेर का बसिया बेल्ट कन्या वध के लिए कुख्यात रहा हे मगर समय की आंधी ने इन गाँव वालो की आँखे खोली हें इस गाँव से चला कन्या भ्रूण हत्या जागरूकता अभियान का सन्देश पुरे देश में सकारात्मक जाएगा दोनों महिला अधिकारियों के सहस को सलाम की उन्होंने अभियान के लिए देवड़ा को चुना संभवतः पहला मौका हे जब जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों ने इस गाँव में भ्रूण हत्या रोकने की पहल करने का सहस दिखाया .आज वक़्त के साथ इन गाँवो के हालात और हालत दोनों बदले हे बदलाव की इस बयार में सूचि त्यागी जिला कलेक्टर और ममता विश्नोई पुलिस अधीक्षक साक्षी होंगे .चाहे आमिर खान देश में कितनी ही जागरूकता के प्रयास कर ले इस गाँव में कन्या भ्रूण हत्या रोकने का पैगाम नहीं गया तो सब बेमानी हे .देवड़ा गाँव में शिक्षा तथा सामाजिक जागरूकता के चलतें बेटियों को बडे नाज से पाला जा रहा हैं।इस गांव के हर परिवार में बेटी हैं।गांव की जागरूकता की सबसे बडी मिशाल हैं।इस गांव में उच्च प्राथमिक स्तर का विद्यालय है।पांच साल पहले इस विद्यालय में एक भी बेटी का नामांकन नही था।आज इस विद्यालय में लगभग 35 बालिकाऐं शिक्षित हो रही हैं।विद्यालय के प्रधानाध्यापक देवाराम मेघवाल ने बताया कि इतना बदलाव नई पी के युवाओं के शिक्षित होने तथा शहरी माहौल में रहने के कारण आया हैं।गांव के युवा शिक्षित हो गयें सरकारी सेवाओं के साथ,वकालात,व्यापार में आ गयें।

इस गांव के बुजुर्ग मलसिंह भाटी ने बताया कि विभाजन से पहले जैसलमेर के इन गांवों में अफगानी आताताइयों का आंतक था।अफगानी हुर लडकियों को उठा कर ले जाते थे।इसी से बचने के लिऐं भाटीयों के 12 गांवों ने सामुहिक निर्णय किया था कि घर में कन्या का जन्म नहीं होने देंगें।इसके बाद इसने कुप्रथा का जन्म ले लिया।सदियों तक इन गांवों में कन्या का जन्म होने नही दिया।रक्षा बन्धन का पता गांव में तब लगता जब शहर से ब्राहमण राखी बांधने गांव आता।अब बदलाव की बयार चल पडी हैं कि सिंहडार में 20,देवडा में 43,बहिया में 30 कन्याऐं घरों की रोशनी बा रही हैं।बहुत खुशी होती कि लक्ष्मी रूप कन्याऐं हमारे आंगन की शोभा बा रही हैं।

शहरी क्षैत्र का सकारात्मक प्रभाव के कारण आज घरों में कन्याऐं बडें नाज से पल रही हैं।पंचायत समिति के पूर्व सदस्य दुर्जनसिंह भाटी नें बताया कि सामाजिक जागरूकता और शिक्षा के कारण गांव में कुरीतियों का अन्त हो गया।जिन घरों में सदियों से बालिकाऐं नही थी,उन घरों के ऑगन बेटियों की खुश्बु से महक रहें हैं। हमारी कलाईयों पर कभी राखी नही बंधी।हमारी कलाईयॉ आज भी सूनी हैं।मगर आज की पी के हर भाई की कलाई पर राखी सजती हैे।
इस गांव की बुजुर्ग महिला श्रीमति हरखा कंवर ने बताया कि दस साल पहले तक इस गांव में राखी का त्यौहार मनाया ही नही जाता था क्योकि बहनें थी ही नहीं।अब हर घर में कन्या होने के कारण विशोष रूप से राखी सामुहिक रूप से मनाया जाता हैं।अब पुरानी बातें काला इतिहास हो गयी।अब नई उम्र की नइ र्फुसलें हैं।जी सोरो होवे जदै छोरियों नें स्कूल जावते देखा।गांव में आया बदलाव कन्या वघ के कलंक को धोने के लियें काफी हैं।यह बदलाव केवल देवडा गांव में ही नही अपितु आसपास के सभी उन गांवों में आया हैं,जहॉ कन्या को जन्म लेते ही मारने की कुर्प्रथा थीा।इन गांवों में रक्षा बन्धन का पर्व बडी धूमधाम से मनायार जाता हैं।परम्परागत रूप से मांगणियार गाने बजाने आते हैं ,हशी खुशी से बहनें भाइयों के राखी बांधती हें।कल तक कन्याओं के वध करने वाले हाथ आज बडे नाज से कन्याओं को पाठशाला शिक्षा के लिऐं भेजते हैं।सिहडार गांव की दिव्या ९ वी कक्षामें तथा नेमु कंवर 11 वीं कक्षा में पढ़ रही हैं।

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जैसलमेर छत्रैल दो गुटों में हुए झगड़े के आरोपियों को किया गिरफ्तार



ग्राम छत्रैल में दो गुटों में हुए झगड़े के आरोपियों को किया गिरफ्तार 


जैसलमेर शुक्रवार को भूमी विवाद को लेकर दो गुटों में झगड़ा होकर थाना जैसलमेर में दोनों पक्षों के दो अलग अलग प्रकरण दर्ज होने से कानून व्यवस्था पर नजर रखने हेतु थाना जैसलमेर से किशनाराम मुआ 89 मय जाब्ता को ग्राम छत्रैल में मामूर किया जाकर गस्त जारी रखी गई।जिला पुलिस अधीक्षक ममता बिश्नोई,ने बताया कि : उक्त विवाद के चलते आज दिनांक 11.05.12 को वक्त 07.30 एएम पर अचानक दोनों गुटों के पक्ष इक्कठे होकर हाथों में लाठियां, पत्थर इत्यादि लेकर आपस में झगड़ा करने को उतारू होने पर किशनाराम मु.आ. 89 मय जाब्ता समझाईश करने हेतु पहुंचने पर दोनों गुटों द्वारा पुलिस जाब्ता के साथ मारपीट कर चोटें पहुंचा राजकार्य में बाधा पहुंचाई तथा सरकारी वाहन मोटर साईकिल की तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त किया जाकर सरकारी सम्पति को नुकशान पहुंचाया गया। जिस पर मौके की स्थिति को देखते हुए तत्काल किशनाराम मुआ 89 द्वारा दी जाकर अतिरिक्त जाब्ता भेजने हेतु पुलिस कन्ट्रोल रूम को दी गई। जिस पर पुलिस अधीक्षक महोदय जिला जैसलमेर ममता विश्नोई के निर्देशानुसार गणपतलाल आर.पी.एस. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जैसलमेर सुपरविजन में विपिन कुमार शर्मा वृताधिकारी पुलिस वृत पोकरण, सुनील कुमार पंवार आर.पी.एस. प्रिशक्षु, वीरेन्द्रसिंह नि.पु. थानाधिकारी कोतवाली जैसलमेर, ओमप्रकाश गोदारा नि.पु. थानाधिकारी पुलिस थाना सांगड़ मय जाब्ता ने तत्काल मौके पर पहुंच स्थिति को नियंत्रण में किया जाकर मौके पर झगड़ा करने को उतारू दोनों पक्षों के सभी 25 गैर सायलान पार्टी सं0 01 के 1.अमीनखां पुत्र खट्टनखां उम्र 65 साल, 2. कुर्बानखां पुत्र लूणेखां उम्र 50 साल, 3.मगनखां पुत्र अलादीन उर्फ अलाणेखां उम्र 35 साल, 4. मेहराबखां पुत्र सदीकखां उम्र 35 साल, 5. सायमखां पुत्र हुसैनखां उम्र 35 साल, 6. नूरेखां पुत्र हुसैनखां उम्र 25 साल, 7. सतारखां पुत्र मोहम्मदखां उम्र 35 साल, 8. मलूकखां पुत्र बक्शोखां उम्र 25 साल, 9. जेतेखां पुत्र खुदाबक्श उम्र 40 साल, 10. जमशोरखां पुत्र मूसेखां उम्र 23 साल, 11. हुसैनखां पुत्र होतेखां उम्र 60 साल, 12. मोहम्मदखां पुत्र खट्टनखां उम्र 70 साल, 13. समेखां पुत्र हुसैनखां उम्र 23 साल, 14.मलूखां पुत्र हलीमखां उम्र 25 साल, 15. मारूखां पुत्र दिलबरखां उम्र 19 साल, 16. मेहरदीन पुत्र मोयबखां उम्र 30 साल, 17. अनवरखां पुत्र अमीनखां उम्र 18 साल 18. रोजेखां पुत्र खट्टखां उम्र 45 साल सर्वेजाति मुसलमान निवासीयान छत्रैल दक्षिणी 19 भूराराम पुत्र खमाणाराम जाति भील उम्र 19 साल निवासी सतो पु.था. झिझनियाली व पार्टी सं0 02 के 1.रब्बूखां पुत्र खेरदीनखां उम्र 30 साल, 2. हैयातखां पुत्र जुसुबखां उम्र 43 साल, 3. जामीनखां पुत्र सुलेमानखां उर्फ सलीमखां उम्र 19 साल, 4. कायमखां पुत्र हसणखां उम्र 35 साल, 5. ईशाकखां पुत्र अचारखां उम्र 30 साल, 6. इब्राहीमखां पुत्र राणेखां उम्र 32 साल जाति मुसलमान नि0 छत्रैल दक्षिणी, 7. सुलेमानखां पुत्र बाधेखां जाति मुसलमान उम्र 30 साल निवासी धनुवा पु0था0 जैसलमेर को धारा 151 सी.आर.पी.सी. में गिरफ्तार किया। इन्हे यदि समय रहते गिरफ्तार नहीं किया जाता तो ओर अधिक लड़ाई झगड़ा कर कानून व्यवस्था प्रभावित करते। सरकारी मोटर साईकिल तोड़फोड़ तथा सरकारी कर्मचारीयों के साथ राजकार्य में बाधा पहुंचाने पर धारा 3 पीडीपीपी एक्ट एवं 147,148,149,353,332 भादस में प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया। 

कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम जैसलमेर कलेक्टर एस पी द्वारा गॉव देवडा में सेमिनार का अयोजन

कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम


     जैसलमेर कलेक्टर एस पी द्वारा गॉव देवडा में सेमिनार का अयोजन 

हाल ही के दिनो सम्पूर्ण भारत वश में कन्या भ्रुण हत्या की रोकथाम हेतु, राष्ट्रीय स्तर पर मुहीम चलाई जा रही है। उक्त मुहीम में हर वर्ग अपनीअपनी भागीदारी निभा रहा है तथा सम्पूर्ण भारत वश के लोगो को इसकी रोकथाम हेतु सरकार की हर सम्भव सहायता करने की अपील की गई। जिस जिला प्रशासन जैसलमेर एवं पुलिस विभाग जैसलमेर द्वारा गॉव देवडा में एक सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें जिला कलक्टर जैसलमेर श्रीमती शुची त्यागी, पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता बिश्नोई, फतेहग एसडीएम एवं जिला प्रशासन एवं पुलिस के आला अधिकारी तथा गॉव देवडा के मौजिज, प्रतिष्ठित व्यक्ति व ग्रामवासियों के साथ छोटे बच्चे जिसमें लडकियॉ शामिल थी, शरिक हुऐ। उक्त सेमिनार में जिला कलक्टर एवं जिला पुलिस अधीक्षक ने सभी को समझाई की कि कन्या भ्रूण हत्या कभी भी नहीं करनी चाहिए, यह बहुत बडा पाप है। कन्या को हमेशा शिक्षित करना चाहिए तथा उनको भी आगे बने के लिए प्रेरित करना चाहिए। अभिभावको को कभी भी लडके एवं लडकी में भेदभाव नहीं करना चाहिए है। दोनो अधिकरियों से अपना उदाहरण पेश करते हुए कहॉ कि ॔॔हम भी लडकियॉ है, हमारे अभिभावको ने हमे समान दर्जा दिया ओर हमे हमेशा शिक्षा के लिए प्रेरित किया। अच्छी शिक्षा दिलवाई। जिसके कारण हम आज इस पद पर हैं।॔॔ जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा गॉव की महिलाओं की अलग से मिटिंग लेकर उनको कन्या भू्रण हत्या की रोकथाम हेतु समझाईश की।
जिला पुलिस अधीक्षक ममता बिश्नोई ने सभी ग्रामवासियों से अपील की है कि कन्या भू्रण हत्या की रोकथाम हेतु। पुलिस की हरसम्भव सहायता करे तथा किसी भी ग्रामवासी को इस प्रकार की घटना के बार में जानकारी मिले तो उसकी सुचना तुरंत पुलिस विभाग को देवे।

जननी को जन्म लेने दे .....पुलिस कप्तान राहुल बारहट

बाड़मेर पुलिस कप्तान ने जवानो को कन्या भ्रूण हत्या रोकने का मार्मिक सन्देश दिया 

बाड़मेर बाड़मेर के नए पुलिस कप्तान राहुल बारहट ने पुलिस के जवानो को कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ आवाज़ उठाने तथा उसे रोकने का सन्देश दिया .पुलिस कप्तान राहुल बारहट ने पुलिस लाइन में पुलिस के जवानो को संबोधित करते हुए कहा की लडक़े और लड़कियों के बीच का बिगड़ता लिंगानुपात भयावह रूप लेता जा रहा है, जिससे समाज में अनेक विकृतियां पैदा हो रही है।कन्या भ्रूण हत्या जघन्य अपराध है, जिसकी रोकथाम केवल कानून से सम्भव नहीं है, इसके लिए जनजागरण एवं लड़कीयों के प्रति सकारात्मक चिंतन की आवश्यकता है.उन्होंने कहा की आज का दौर लड़कियों का हे लडकिय इतिहास रच रही हे .उन्होंने कहा की लड़किया हमारे आँगन के फूल हैं इन्हें खिलने दे .जननी को जन्म लेने दे यह सन्देश समाज के हर तबके तक पंहुचाना हे .इस अवसर पर उन्होंने जवानो से रूबरू होकर उनकी समस्याओ को ध्यानपूर्वक सूना तथा जल्द समाधान का विश्वास दिलाया

सफल सैक्स वर्कर बनाने का कोर्स

सफल सैक्स वर्कर बनाने का कोर्स
मैड्रिड। स्पेन मंदी की मार झेल रहा है और यूरोप के मंदी से उबरने के कोई संकेत नजर नहीं आ रहे। ऎसे में वेलेंसिया में एक कंपनी ने वेश्यावृत्ति में व्यावसायिक पाठयक्रम का ऑफर देकर विवाद पैदा कर दिया है।

इस पाठयक्रम में विश्व के सबसे पुराने पेशे, कामोतेज्जक खिलौनों के उपयोग व सैक्स से संबंधित जानकारी दी जाएगी। इस पाठयक्रम में प्रवेश लेने वालों की भीड़ लग गई है।

वेलेंसिया कैटेलोनिया में आता है, लेकिन यह स्पेन के दूसरे क्षेत्रों की तुलना में अधिक उदार है। इस कोर्स की खूब आलोचना भी हो रही है। कहा जा रहा है कि पैसा कमाने का यह सही तरीका नहीं है। वहीं कंपनी का कहना है कि इससे शिक्षित सैक्स वर्कर्स तैयार होंगे।

कंपनी के अनुसार रोज दो घंटा पढ़ाए जाने वाले इस कोर्स में 19 से 45 वर्ष के 95 लोगों ने आवेदन किया है।

छत्रेल में दो गुटों में जंग एक दर्जन लोग घायल

       छत्रेल  में दो गुटों में जंग एक दर्जन लोग घायल 

जैसलमेर जिला मुख्यालय से करीब बीस किलोमीटर दूर स्थित छत्रैल गांव में आज दो गुटों में आपसी विवाद को लेकर पत्थरबाजी व फायरिंग हुई जिसमें करीब एक दर्जन लोग घायल हुए, घायलों में महिलाएं, बच्चे व बुजुर्ग भी शामिल है।
 छत्रैल गांव में सरपंच पक्ष एवं विपक्षी  सरपंच पक्ष में ग्रामीण क्षेत्र की विकास योजनओं को बंटवारे को लेकर पूर्व में चल रहे विवाद ने आज बडा रूप ले लिया। सरपंच द्वारा नरेगा योजना के तहत गांव में एक स्थान पर चल रहे काम का विरोध कर रहे दूसरे पक्ष के लोगों में कल से आपस में खींचतान मंची हुई थी लेकिन आज सुबह जैसे ही यहां पर काम आरम्भ किया गया विरोधी पक्ष के लोगों ने बडी संख्या में एकत्र होकर सरपंच पक्ष के लोगों व उनके घरों पर पत्थरों, लाठियों व बंदूकों के साथ हमला किया जिसमें करीब दर्जन भर लोग घायल हो गये।
गांव का आलम यह था कि विरोधी सरपंच पक्ष के लेागों ने सरपंच पक्ष के परिवारों के घरों में घुस कर उनके साथ मारपीट व पत्थरबाजी की जिससे इनके घर पत्थरों से अट गये। घरों में मौजूद मजिलाओं बच्चों और बीमार बुजुर्गों को घरों में घुस घुस कर पीटा गया।
मामले की सूचना मिलते उपखण्ड अधिकारी जैसलमेर के नेतृत्व में जिला प्रशासन एवं पुलिस टीमें मय जाब्ता मौके पर पहंुंची और भीड को तितर बितर किया। पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही के तहत घायलों को उपचार के लिये चिकित्सालय पहुंचाया गया और विवाद में लिप्त लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है।