शुक्रवार, 20 अप्रैल 2012

पर्यावरण संरक्षण की अनूठी परंपरा वैशाखी पूजा

सरकार जहां लाखों-करोड़ों रुपए खर्च कर पर्यावरण संरक्षण के लिए कुछ खास नहीं कर पा रही, वहीं बुजुर्गों की बनाई परंपराएं आज भी पर्यावरण संरक्षण को वर्षों से निभाती आ रही है। वैशाख की गर्मी में आमजन के साथ पेड़-पौधों की भी हालत खराब हो जाती है, ऐसे में अल सवेरे वैशाख पूजन के तहत बड़ व पीपल सींचने की परंपरा इन वृक्षों के लिए जीवनदायी साबित हो रही है।

आज भी हो रहा है परंपराओं का निर्वहन

वैशाख मास में अल सवेरे बड़, पीपल आदि वृक्षों में पानी सींचने, भजन कीर्तन करने की परंपराएं शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में आज भी निर्वहन की जाती है। मान्यता है कि ऐसा करने से कन्याओं को अच्छे वर की प्राप्ति होती है, वहीं विवाहिताओं के घर-परिवार में सुख-शांति व समृद्धि बनी रहती है।

अल सवेरे गूंजने लगते हैं हरि के कीर्तन, महिलाएं व कन्याएं लगीं वैशाख पूजन में, गांवों में धर्ममय माहौल, सूर्योदय से पूर्व बड़ व पीपल को सींचते है लोग

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टांके में गिरने से विवाहिता की मौत

हीरा की ढाणी गांव सवाऊ पदमसिंह में गुरुवार को पानी भरने गई एक विवाहिता का पांव फिसलने से वह टांके में गिर गईं जिससे उसकी मौत हो गई।

गिड़ा थानाधिकारी मनोज मूढ़ ने बताया कि सवाऊ पदमसिंह निवासी जसराज पुत्र चुन्नीलाल दर्जी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि उसकी पुत्र वधू सविता देवी पत्नी भगाराम दर्जी घर के पास ही बने टांके से पानी भर रही थी। उस दौरान उसका पांव फिसलने से वह टांके में गिर गई जिससे उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को टांके से बाहर निकलवाया। उसके बाद पीहर पक्ष, सरपंच व परिजनों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंप दिया। इस दौरान बायतु तहसीलदार सुभाष गुप्ता भी मौजूद थे।


आदर्श स्टेडियम में बनेंगे दो मैरिज गार्डन
एक करोड़ की लागत आने का अनुमान, कम खर्च में मिलेंगी अच्छी सुविधाएं

बाड़मेर  शहर में शादी समारोह स्थल को लेकर होने वाली दिक्कतें जल्द ही दूर होंगी। आदर्श स्टेडियम में आईडीएसएमटी योजना के तहत दो आधुनिक मैरिज गार्डन बनाए जाएंगे। इनपर एक करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान है।

कलेक्टर डॉ.वीणा प्रधान ने बताया कि स्टेडियम में मैरिज गार्डन का निर्माण शुरू करवाया जा रहा है। इसके बनने पर शहरवासियों को विवाह समारोह में कम खर्च में ही अच्छी सुविधाएं मिलने लगेंगी।

ऐसा होगा मैरिज गार्डन

आदर्श स्टेडियम मे ए और बी दो गार्डन बनाए जाएंगे। गार्डन 'ए' 175233.00 वर्ग फीट क्षेत्रफल का होगा। इसमें एक बड़ा हॉल, दो कमरे, स्टोर, टॉयलेट ब्लॉक के साथ ही किचन शेड बनाया जाएंगा। वहीं समारोहों को देखते हुए बर्तन धोने के लिए वाशिंग एरिया भी होगा। वहीं गार्डन 'बी' 63944 वर्गफीट क्षेत्र में होगा। इसे कम व्यक्तियों के छोटे कार्यक्रम के लिए विकसित किया जाएगा। इसमें रसोई घर मय स्टोर, वाशिंग रूम तथा टॉयलेट ब्लॉक बनाया जाएगा। कम खर्च में इसकी सुविधा मिल सकेगी।

जलदायकर्मियों ने एसडीएम पर लगाए मारपीट के आरोप


विरोध प्रदर्शन किया, शहर में जलापूर्ति बंद करने की चेतावनी दी   loading...

जैसलमेर जलदायकर्मी के साथ बुधवार शाम कथित तौर एसडीएम के मारपीट करने व मोबाइल छीनने का मामले ने गुरुवार को तूल पकड़ लिया। मामले को लेकर जलदाय विभाग के कर्मचारियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने एसडीएम को पाबंद करने के साथ ही कार्रवाई की मांग की।जलदायकर्मियों के ज्ञापन के अनुसार अनुसार बुधवार शाम छह बजे दर्जी पाड़ा की सप्लाई शुरू की गई। कम दबाव व गंदे पानी की शिकायत मिलने पर कनिष्ठ अभियंता नरेन्द्रसिंह भाटी व वॉल्वमैन गोविंदा राम गर्ग मौके पर जांच करने गए। करीब 7 बजे उपखंड अधिकारी जैन्य भी मौके पर पहुंच गए। इसी बीच उन्होंने वॉल्वमैन गोविंदा राम के सिर पर ठोला मारा एवं गाली गलौच करते हुए कनिष्ठ अभियंता व वॉल्वमैन के मोबाइल छीन लिए। दूसरी तरफ उपखंड अधिकारी का कहना है कि उन्होंने जलदायकर्मी के हाथ से सिर्फ मोबाइल फोन लिया था।

नारेबाजी की, ज्ञापन सौंपा

गुरुवार सुबह राजस्थान जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, तकनीकी कर्मचारी संघ के बैनर तले जलदायकर्मी विरोध में उतर आए। जलदायकर्मी एकत्र होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और एसडीएम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान कर्मचारियों का एक प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर से मिला और घटनाक्रम की जानकारी दी। कलेक्टर एम.पी. स्वामी ने मामले की जांच करवाने का आश्वासन दिया। संघ के अलावा स्थानीय जलदाय विभाग के कर्मचारियों ने भी कलेक्टर को अलग-अलग ज्ञापन दिया। इस दौरान संघ के अध्यक्ष आलोक व्यास, महामंत्री अर्जुनसिंह चौहान, गिरधारीलाल, जयनारायण, माधोसिंह, हेमंत कुमार, उमेश बिस्सा आदि मौजूद थे।

॥मुझे मनोनीत पार्षद लीलाधर दैया का फोन आया था कि दर्जी पाड़ा में कम दबाव व गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है। मौके पर पहुंचा तो वहां जेईएन व वॉल्वमैन मौजूद थे। मैंने उनसे पूछा तो वॉल्वमैन ने बताया कि टंकी में कुछ गंदगी है इसलिए गंदा पानी आ रहा है। टंकी की जांच करने जा रहे थे तो वॉल्वमैन मोबाइल पर किसी को इस संबंध में बताने लगा तो मैंने उसका मोबाइल ले लिया। इसके अलावा कुछ भी नहीं हुआ।ञ्जञ्ज

रमेशचंद्र जैन्थ, एसडीएम, जैसलमेर

पाबंद करने को कहा

ज्ञापन में कर्मचारियों ने कहा कि भविष्य में ऐसी घटना न हो इसके लिए संबंधित अधिकारी को पाबंद करने के साथ ही कार्रवाई की जाए।ऐसा नहीं होने पर शहर की जलापूर्ति बंद की जाएगी।

तस्करों की पुलिस पर फायरिंग, तीन ग्रामीण घायल

(बाड़मेर). मिठोड़ा चौराहा पर गुरुवार शाम पांच बजे तीन तस्करों ने नाकाबंदी कर रही पुलिस पर फायरिंग कर दी। उनकी फायरिंग से तीन ग्रामीण घायल हो गए। मिनी ट्रक में डोडा-पोस्त लेकर भागे आरोपियों को पुलिस ने पीछा कर पकड़ा, लेकिन दो तस्कर भाग निकले, जबकि एक को गिरफ्तार कर लिया गया। घायल दो ग्रामीणों को जोधपुर रेफर कर दिया गया।

पुलिस अधीक्षक संतोष चालके ने बताया कि गुरुवार दोपहर मुखबिर की सूचना के आधार पर सिवाना और आसपास डोडा-पोस्त भरे मिनी ट्रक को पकड़ने के लिए नाकाबंदी की गई। बाद में ट्रक के सिवाना से पादरू की ओर जाने की जानकारी मिली। सिवाना पुलिस ने पीछा किया और पादरू चौकी को भी इसकी इत्तला दी गई। मिठोड़ा चौराहा पर नाकाबंदी देख आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इस दौरान वहां खड़े तीन ग्रामीण घायल हो गए।

आरोपियों ने यहां से गाड़ी भगाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने रास्ते पर अपनी बाइक खड़ी कर दी। मिनी ट्रक पेड़ से टकरा कर रुक गई। यहां से तीनों तस्कर भागने लगे, लेकिन एक आरोपी ग्रामीणों के हत्थे चढ़ गया। उसका नाम बाड़मेर के बलदेव नगर निवासी नारायणराम पुत्र लिखमाराम जाट बताया जा रहा है। पुलिस उसके दोनों साथियों की तलाश में जुटी हुई है। पुलिस ने उसके कब्जे से एक माउजर भी बरामद किया है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार पकड़े गए मिनी ट्रक में करीब 30 क्विंटल डोडा-पोस्त भरा था और उसकी बाजार कीमत 18 लाख रु. की करीब बताई जा रही है।

फायरिंग में घायल, फिर भी दिखाई हिम्मत

मिठोड़ा चौराहा पर तस्करों की फायरिंग में मिठोड़ा निवासी नींबाराम पुत्र दलाराम, जमाल खां पुत्र वली खां और पूनमाराम घायल हो गए। इसके बावजूद ग्रामीणों ने आरोपियों को पकड़ने के प्रयास जारी रखे व आखिर नारायणराम को पकड़ लिया।

सेक्‍स वीडियो पर नई धमकी- सिंघवी को 7 दिन में नहीं हटाया तो लाएंगे और सनसनीखेज सीडी

नई दिल्ली. इंटरनेट का दुरुपयोग केंद्र सरकार खास तौर पर कांग्रेस के लिए मुसीबत बन गया है। गुरुवार देर शाम किसी ने यूट्यूब पर राज्यसभा सांसद और कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी का कथित सेक्स वीडियो यूट्यूब पर अपलोड कर दिया। फेसबुक पर सिंघवी का वीडियो अपलोड करने वाले ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि सिंघवी को कांग्रेस पार्टी से नहीं निकाला गया तो वो एक हफ्ते के अंदर एक और सीडी इंटरनेट पर जारी करेगा जो इससे भी ज्यादा सनसनीखेज होगी।
 
इस वीडियो को इंटरनेट पर वायरल करने के लिए फेसबुक पर सिंघवी वीडियो के नाम से एक पेज भी बनाया गया है। इस पेज पर इस वीडियो को पोस्ट किया गया। लेकिन कुछ देर बाद ही यूट्यूब से जब सिंघवी का कथित सेक्स वीडियो हटा दिया गया तो उसे दोबारा पोस्ट किया गया। एक बार फिर यूट्यूब से सिंघवी का सेक्स वीडियो हटा दिया गया तो फेसबुक पर ही एक पेज पर पोस्ट किया गया और फिर उसे सिंघवी वीडियो नाम के पेज पर शेयर किया गया।

लेकिन इस बार सिंघवी का वीडियो पोस्ट करने वाले व्यक्ति ने बेहद गंभीर चेतावनी दी। उसने कहा कि जितनी बार भी यह वीडियो डिलीट किया जाएगा उतनी बार ही वो अन्य वेबसाइटों के जरिए इसे पोस्ट करेगा। वीडियो पोस्ट करने वाले ने चेतावनी देते हुए यह भी कहा कि यदि इस बार यह वीडियो हटाया गया तो वो केंद्रीय गृहमंत्री पी चिदंबरम का रूसी वेश्या के साथ वीडियो अपलोड कर देगा।
सिंघवी की कथित सीडी के प्रसारण पर हाई कोर्ट ने रोक लगाई थी। सिंघवी के पूर्व ड्राइवर ने यह सीडी तैयार करने का दावा किया था। इस मामले की सुनवाई के दौरान गुरुवार को सिंघवी और उनके पूर्व ड्राइवर ने अदालत को बताया कि इन्‍होंने शांतिपूर्ण तरीके से इस विवाद का निपटारा कर लिया है। इस तरह वीडियो को दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश की अवमानना करते हुए और फेसबुक और यूट्यूब जैसी वेबसाइटों के नियमों का उल्लंघन करते हुए पोस्ट किया गया है। यह साइबर अपराध के तहत भी आता है।

INDIA LAUNCHES NEW GENERATION STRATEGIC MISSILE AGNI-V





INDIA LAUNCHES NEW GENERATION STRATEGIC
MISSILE AGNI-V

 
Setting a new milestone in the country’s Integrated Missile Development Programme, India’s maiden Long Range Ballistic Missile (LRBM) AGNI-V (A-5) was successfully flight tested yesterday.
The flawless auto-launch of the missile started at 08:04 hours. Piercing the thin cloud cover, the missile took off from the launch pad at Wheeler’s Island in Odisha at 08:07 hours and started rising exactly the way it was designed for. The missile, with a range of more than 5000 kms, followed the entire trajectory in copybook style perfection as the three stages of Propulsion dropped and fell at appropriate intervals into the Bay of Bengal. The three propulsion stages, developed completely indigenously by DRDO, performed exactly the way they were intended to.  The indigenously developed Composite Rocket Motors performed well, signifying the country’s stride and complete self-reliance in this complex propulsion technology.
Ships located in midrange and at the target point tracked the Vehicle and witnessed the final event.  Radars and electro-optical systems along the path monitored in real time all the parameters of the Missile. 
A number of new technologies developed indigenously were successfully tested in this A-5 Mission.  The redundant Navigation systems, very high accuracy Ring Laser Gyro based Inertial Navigation System (RINS) and the most modern and accurate Micro Navigation System (MINS) ensured the Missile reach the target point within few meters of accuracy. The high speed onboard computer and fault tolerant software along with robust and reliable bus guided the Missile flawlessly.
The Vice-President Shri M. Hamid Ansari, Prime Minister Dr Manmohan Singh, Defence Minister Shri AK Antony and National Security Advisor (NSA) Shri Shiv Shankar Menon have hailed the launch of the Agni-V. Dr Singh and Shri Antony spoke to DRDO chief Dr VK Saraswat and Programme Director Shri Avinash Chander and greeted the DRDO Scientists on the A-5 successAir Marshal K.J. Mathews, Commander-in-Chief, Strategic Forces Command (C-in-C, SFC), who witnessed the launch, said that the success of Agni-V is a historic event for India.  Dr V.G. Sekaran, Director, Advanced Systems Laboratory (ASL), Dr S.K. Chaudhari, Director, Research Centre IMARAT (RCI), Shri A.K. Chakrabarti, Director, Defence Research and Development Laboratory (DRDL), Shri S.P. Dash, Director, Interim Test Range (ITR), Shri Guruprasad, Director, Research & Development Engineers (R&DE Engineers, Pune) were present during the launch operations.  Shri R.K. Gupta, Project Director guided the team of Scientists and employees of DRDO during the launch activities.

SD GOSWAMI

गुरुवार, 19 अप्रैल 2012

आखिर जिला प्रशासन कहने पर आम जन बाल विवाह रोकने के लिए आगे क्यों आये ..

आखिर जिला प्रशासन  कहने पर आम जन बाल विवाह रोकने के लिए आगे क्यों आये ..

जागरूक नागरिको के कट्टु अनुभव


बाड़मेर आखा तीज पर बाल विवाह को लेकर जिला प्रशासन हर वर्षा की भांति इस बार भी अखबारी अभियान चला लोगो को जागरूक करने का प्रयास कर रहा हें मगर सरहदी जिले की जनता तो पिछले साल भी जागी थी जनता ने दिल खोल कर बाल विवाहों की सुचनाए जिला प्रशासन को दी खूब शिकायते दर्ज हुई मगर एक भी बाल विवाह रोकने में प्रशासन सफल नहीं हुआ प्रशासन के अधिकारी बाल विवाह वाले परिवार वालो को पाबन्द कर आते है पीछे से बाल विवाह संपन हो जाते सबसे दुखद पहलु आम जागरूक लोगो के लिए यह रहा की जिन लोगो ने बाल विवाह की शिकायते जिला प्रशासन को दर्ज करा सहस का परिचय दिया उन जागरुक नागरिको को दुष्परिणाम भुगतने पड़े ,जिन परिवारों में बाल विवाह की शिकायते की गयी उन्होंने शिकायत करतो को समाज से बहिष्कृत करा दिया भारी अर्थदंड लगाये उनका हुक्का पानी बंद कर दिया ,,जागरूक नागरिको ने जिला प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री तक गुहार लगाई मगर उन्हें न्याय आज तक नहीं मिला आज भी जागरूक होने का दंषा भोग रहे हें कुछ उदाहर उल्लेखित कर रहा हूँ .आखिर जनता पंगु प्रशासन के कहने पर क्यों जागरूक होए उन्हें जिला प्रशासन  और पुलिस प्रशासन सुरक्षा तक मुहेया नहीं करा सकता ,जागरूक नागरिको के न्याय की आशा में प्रशासन से गुहार करते करते जुटते फट गए मगर प्रशासन को इन जागरूक जनता पर रहम नहीं आया .आखातीज पर जिले में बाल विवाह की रोकथाम के लिऐ जिला प्रशासन द्धारा चलाऐ जागरूकजा अभियान से जिले की जनता तो जाग गई जी भर कर जनता ने ग्रामीण क्षैत्रों में होने वाले बाल विवाहों की सूचनाऐं जिला प्रषासन को दी।अलबता इन शिकायतों पर जिला प्रशासन द्धारा कार्यवाही करने की बजाऐं प्रशासन सोता रहा एबाल विवाह सम्पन्न हो गऐ अब शिकायतकर्ताओं कें साथ जातीय पंचायतें ज्यादती कर रहे हैं,जिला प्रशासन मौन हैं।आखिर जान जोखिम में दाल जिला प्रशासन को बाल विवाह की सूचनाऐ देने वाले जागरूक जनता समाज सेवा का खामियाजा भुगत रहे हैं।एक शिकायत कर्ता के हाथ पांव तोद दिऐ तो दूसरे के परिवार का जातीय पंचों ने हुक्का पानी बन्द कर समाज से ही बहिष्कृत कर दियाख्अब जान से मारने की सरेआम धमकिया दी जा रही हैं।जिला प्रशासन कों रावतसर निवासी भैराराम नें सूचना दी थी कि दसके गांव में एक साथ दो बाल विवाह हो रहे हैं।जिला प्रशासन ने बाल विवाह करने वाले परिवार को पाबन्द कर अपने फर्ज की इतिश्री कर ली।ग्रामीणों ने जिला प्रशासन की हिदायत को दरकिनार कर बाल विवाह सम्पन्न करा दिऐ।इसके बाद शिकायतकर्ता भैराराम के परिवार पर जातीय पंचों का कहर टूट पदा।भैराराम के परिवार को समाज से बाहर कर दिया,असका हुक्का पानी बन्द कर दिया।अब उसे जान से मारने की घमकिया जातीय पंचो द्धारा दी जा रही हैंभैराराम जिला कलेक्टर गौरव गोयल के समक्ष पेश भी हुआ मगर उसे राहत नही मिली।इसी तरह गुउामालानी तहसील के पायलाकलां गांव निवासी हरिराम पुत्र नानजीराम नें लूणवा जागीर में होने वाले बाल विवाहों की सूचना जिला कलेक्टर को दी थी।जिस पर जिला कलेक्टर ने कार्यवाही कर बाल विवाह वाले परिवार के मुखिया मजनाराम को दो साल के लिऐ बाल विवाह नही कराने के लिऐ पाबन्द किया।जिला प्रशासन के ये आदेश हव्वा हो गऐ।इस परिवार नें पांच जून की रात को ही विवाह सम्पन्न करा दिऐ।इस बाल विवाह की सूचना जिला प्रश्षसन को देने वाले हरिराम पर 16 मई की रात्री हमला करउसके हाथ पांव तोड दिऐ।हरिराम शुक्रवार को जिला कलेक्टर के समक्ष पेश हुआ,जिला कलेक्टर ने उसे जिला पुलिस अधीक्षक के पास भेज यिा।हरिराम अतिरिक्त पुलिस अघीक्षक से मिला। अतिरिक्त पुलिस अघीक्षक ने गुडाथानाधिकारी को हरिराम का मामला दर्ज करने के आदेश दिऐ।हरिराम को जिला राजकीय अस्पताल में उपचार के लिऐ भर्ती कराया गया हैं।उसका इलाज चल रहा हैं।ऐसे कई प्रकरण सामने आऐ हैं जिन लोगो ने बाल विवाह की सूचना जिला प्रशासन को देकर जागरूक नागरिक होने का फर्ज अदा किया मगर जिला प्रशासन हैं कि अभी तक सो रहा हैं।आखिर प्रशासन की मदद करने वालों को ही न्याय के लिऐ ंना केवल दर दर की ठोकरे खानी पड रही हैं बल्कि उनकी जान की सुरक्षा को भी खतरा हो गया।इसिलिऐ कहते हैं कि जनता जाग गई सरकार सो रही 

बाल विवाह में शामिल हुए तो जाना पड़ेगा सलाखों के पीछे’’


बाल विवाह में शामिल हुए तो जाना पड़ेगा सलाखों के पीछे’’ 


पायला कलां में संगोश्ठी का आयोजन, जनप्रतिनिधियों ने उठाया जन जागरूकता का बीड़ा 

बाडमेर। बाल विवाह नियंत्रण को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाए गए चार दिवसीय जन जागरूकता अभियान के तहत गुरूवार को पायला कलां ग्राम पंचायत भवन में संगोश्ठी का आयोजन किया गया। जहां वक्ताओं ने प्रखर विचार व्यक्त करते हुए आमजन को जागरूक करने के प्रयत्न किए और बाल विवाह संबंधी कानूनी व अन्य जानकारी दी। संगोश्ठी में कानूनी पहलु पर चर्चा करते हुए बताया गया कि यदि कोई भी व्यक्ति प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से बाल विवाह में भामिल होता है, तो उसे सलाखों के पीछे जाना पड़ेगा। साथ ही पंडित, हलवाई, टेंट हाउस संचालक, वाहन चालक आदि भी अपराध के भागीदारी होंगे। संगोश्ठी में मुख्य अतिथि के तौर पर सिणधरी पंचायत समिति प्रधान सोहनलाल भांभू, विशश्ट अतिथि एडिनल सीएमएचओ डॉ. जितेंद्रसिंह, आयुश अधिकारी डॉ. अनिल झा, आईईसी समन्वयक विनोद बिश्नोई व आशा समन्वयक राकेश भाटी मौजूद थे। पायला कलां के सरपंच मेघाराम घांची की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में पूर्व सरपंच भैराराम गोदारा, जनसेवक खेताराम पूनिया, मेल नर्स बांकाराम व पीएचसी हेल्थ सुपरवाईजर जगदीश कुमार उपस्थित थे। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी, आशा कार्यक्रर्ता व अन्य जन मौजूद थे। 
मुख्य अतिथि प्रधान सोहनलाल भांभू ने कहा कि स्वास्थ्य कार्यक्रता ज्यादा से ज्यादा जागरूकता पैदा करें और आमजन को समझाइश करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि बाल विवाह की शिकायत करना और प्रशासन को सूचना देना दूसरा पहलु है, लेकिन सबसे पहले हमें संबंधित परिवार को ही मनानेसमझाने का प्रयत्न करना चाहिए ताकि इस कुप्रथा को जड़ से मिटाया जा सके। उन्होंने कहा कि वे स्वयं बाल विवाह को लेकर गंभीर हैं और अन्य लोगों को भी सजग करेंगे। विशश्ट अतिथि डॉ. जितेंद्रसिंह ने कहा कि महिलाएं इस कुप्रथा को रोकने में अहम भूमिका अदा कर सकती है, क्योंकि वे अवयस्क बच्ची से प्रत्यक्ष रूप से जुड़ी होती है। वहीं महिलाओं का आपसी भावनात्मक रिश्ता भी होता है, लिहाजा उन्हें गंभीरता से इस कृत्य के प्रति संवेदनाीलता दिखानी चाहिए। आईईसी समन्वयक विनोद बिश्नोई ने कानूनी व प्रशासनिक जानकारी संगोश्ठी में दी। उन्होंने बताया कि अब प्रत्येक सरकारी कर्मचारी व अधिकारी कर्तव्य निश्ठता के साथसाथ कानूनी रूप से बाध्य हैं कि वे बाल विवाह की सूचना तुरंत प्रासन को दें। ऐसा नहीं करने पर संबंधित के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है। आशा समन्वयक राकेश भाटी ने आशा सहयोगिनी व कार्यकर्ताओं से अपील की कि चूंकि वे प्रत्यक्ष रूप घरघर जाती हैं, इसलिए इस मामले को गंभीरता से लेवें और हर संभव प्रयास कर बाल विवाह रूकवाएं। पीएचएस जगदीश कुमार ने बाल विवाह को लेकर अधिकाधिक प्रचारप्रसार के लिए ग्रामीणों व कर्मियों को प्रेरित किया। महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता रमिला सुथार ने कहा कि कुछ सामाजिक कारणों के चलते फिल्ड में रहने वाले कर्मचारी बाल विवाह की सूचना नहीं दे सकते लेकिन ऐसी सूचना जिला प्रशासन को गुप्त रूप से दी जा सकती है या पुलिस कंट्रोल रूम नंबर 100 पर दी जा सकती है। आशा सहयोगिनी मीरां देवी व हीरोदेवी ने भी संगोश्ठी में विचार व्यक्त किए। 
हम जाएंगे घरघर, करेंगे प्रचारप्रसार 
संगोश्ठी की अध्यक्षता कर रहे पायला कलां के सरपंच मेघाराम घांची ने सराहनीय और उत्कृश्ट पहल करते हुए मंच से घोशणा की कि वे पायला कलां के प्रत्येक घरघर जाकर बाल विवाह न करने की अपील करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं और मेरे सभी जनप्रतिनिधि साथी इस कुप्रथ को जड़ से मिटाने के हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाए गए अभियान की सराहना करते हुए कहा कि टीम ने इस दूरदराज इलाके में बाल विवाह संबंधी कार्यक्रम रख कर साबित कर दिया है कि वे इस कुप्रथा को लेकर गंभीर है। उन्होंने कहा कि अब यदि हम जागृति नहीं हुए तो इसका खामियाजा हमारी अपनी बेटियों को भुगतना होगा। सरपंच मेघाराम घांची के साथ ही पंचायत समिति प्रधान सोहनलाल भांभू, पूर्व सरपंच भैराराम गोदारा भी कहा कि जागरूकता से ही इस कुप्रथा को रोका जा सकेगा और हम सब मिलकर जागृति पैदा करेंगे। 

देश में राजनीतिक और प्रशासनिक भ्रष्‍टाचार की धुरी



भारत राष्‍ट्रीय परिवार


देश में राजनीतिक और प्रशासनिक भ्रष्‍टाचार की धुरी को गतिशील करने में हमारी चुनाव प्रणाली की प्रमुख भूमिका है। हमारी चुनाव प्रणाली में खामियों के चलते देश का वातावरण पूरी तरह दूषित हो चुका है। जनसेवा के बजाय आपसी मनमुटाव और भ्रष्‍टाचार का जहर घोलकर जनप्रतिनिधि लोकतंत्र का मज़ाक बना रहे हैं। जनता नेताओं के हाथ की कठपुतली मात्र रह गयी है। समाज को खेमे में बांटकर भ्रष्‍ट राजनीति अपना चोखा रंग दिखा रही है और राजनीतिक पार्टियां वोटों के व्‍यापार में लगी हैं।

भारतीय संविधान में पश्चिमी देशों की राजनीतिक परिपाटियों का अनुकरण है। ‘संसदीय प्रणाली’ जिसकी बापू ने अपनी पुस्‍तक ‘हिन्‍द स्‍वराज्‍य’ में खरी आलोचना की है, हमारे देश में लागू है।

जरूरत ऐसी चुनाव प्रणाली की है जिसमें जनता के हाथ में सत्‍ता की सीधी बागडोर हो। अपने चुने प्रतिनिधि को वापस बुलाने की शक्ति मतदाता के हाथ में हो। ऐसी चुनाव प्रणाली जो बहुत खर्चीली न हो और लोकतंत्र को भीड़तंत्र अथवा अराजकतंत्र में बदलने से रोक सके आज कारगर साबित होगी। ‘भारत राष्‍ट्रीय परिवार’ ऐसे सहज राजनीतिक वातावरण हेतु पहल कर रहा है जो भारत की बहुरंगी संस्‍कृति को पुन: एक माला में गूँथ सके जिससे भारत विश्‍व का सिरमौर बनने की अपनी पूरी सम्‍भावना में विकसित हो सके। उक्‍त उद्देश्‍य की पूर्ति हेतु 'चुनाव प्रणाली की रूपरेखा' प्रतिपादित की जा रही है।

इस प्रणाली में ‘संसदीय प्रणाली’ के स्‍थान पर राष्‍ट्रीय जनसभा का चुनाव क्रमश: ग्रामजनसभा, जनपदजनसभा एवं राज्‍यजनसभा की निर्वाचन प्रक्रिया से गुजरते हुए कराने का एक सुझाव है। कार्यपालिका की जगह क्रमश: राष्‍ट्रीय/ राज्‍यस्‍तरीय/ जनपदस्‍तरीय/ ग्रामस्‍तरीय नियोजनसभायें होंगी जिनका गठन निर्वाचित राष्‍ट्रीय जनसभा करेगी।

विभिन्‍न स्‍तर पर जनसभाओं के गठन हेतु चुनाव प्रक्रिया

1. इस चुनाव प्रणाली में परिवार लघुतम इकाई होगी जो इकाई ‘मतशक्ति’ से वरीयताक्रम में दस प्रत्‍याशियों को चुनेगी।

2. ग्रामस्‍तर पर मतगणना के बाद वरीयता क्रम में दस निर्वाचित ग्राम जनप्रतिनिधियों की सूची प्रकाशित की जायेगी जिसके सामने प्रत्‍येक की ‘मतशक्ति’ अंकित होगी। वरीयता क्रमांक एक पर अंकित प्रतिनिधि जनपदजनसभा के निर्वाचन एवं कार्यवाहियों में भाग लेगा,शेष नौ प्रतिनिधियों से ग्रामजनसभा प्रतिनिधियों की कार्यकारिणी गठित होगी।

3. जनपदजनसभा के सदस्‍य अर्जित ‘मतशक्ति’ हस्‍तांतरित करते हुए जनपदजनसभा की कार्यकारिणी के गठन और राज्‍यजनसभा में सदस्‍य भेजने हेतु वरीयता क्रम में प्रत्‍याशी चुनेंगे। राज्‍यजनसभा की कार्यकारिणी का गठन और राष्‍ट्रजनसभा सदस्‍य भी इसी तरह‘मतशक्ति’ अर्जित करते हुए निर्वाचित होंगे। राष्‍ट्रजनसभा सदस्‍य अंत में एक राष्‍ट्राध्‍यक्ष का निर्वाचन करेंगे। इस प्रकार राष्‍ट्रध्‍यक्ष से लेकर नीचे ग्रामजनसभा कार्यकारिणी तक सबके पास अपनी निश्चित ‘मतशक्ति’ होगी जो उनकी लोकप्रियता का सूचकांक होगी।

4. इस प्रणाली में प्रदत्‍त ‘मतशक्ति’ को वापस लेने का अधिकार हर स्‍तर पर होगा जिसकी अवधि ग्रामस्‍तरीय, जनपदस्‍तरीय, राज्‍यस्‍तरीय एवं राष्‍ट्रस्‍तरीय निर्वाचकसभाओं के मामले में क्रमश: सात दिन, दस दिन, तीस दिन एवं नब्‍बे दिन होगी। ‘मतशक्ति’ को वापस लेने की घोषणा करने और पुन: प्रयोग करने के बीच में तीन दिन का विराम होगा जिसमें यथास्थिति बनी रहेगी।

5. निकटतम प्रतिस्‍पर्द्धी से ‘बढ़त’ का, 'समूह की कुल निर्वाचक शक्ति' से प्रतिशत निकालकर ‘मतशक्ति’ की गणना की जायेगी जो सम्‍बन्धित निर्वाचित प्रतिनिधि का‘लोकप्रियता सूचकांक’ होगी।

स्‍पष्‍ट है कि उपर्युक्‍त पद्धति से चुनी गयी सरकार सही अर्थों में एक लोकतांत्रिक सरकार होगी जिसकी बागडोर सदैव जनता के हा‍थों में रहेगी और वह सरकार ‘संख्‍या’ के आधार पर नहीं अपितु ‘लोकप्रियता’ के आधार पर गठित होगी। ‘सर्वोत्‍तम प्रतिदान के सिद्धान्‍त’ अर्थात् श्रेष्‍ठतम वस्‍तु को श्रेष्‍ठतर सत्‍ता को अर्पित करने की भावना से युक्‍त होकर यह प्रणाली अपरिग्रह के आदर्श की पोषक होगी। परिवार की लघुतम इकाई में व्‍यक्‍त संतोष को समग्र राष्‍ट्रीय संतोष के साथ जोड़ने में यह प्रणाली एक सेतु का कार्य करेगी।

उपर्युक्‍त लक्ष्‍य को प्राप्‍त करने हेतु हमें भारत राष्‍ट्रीय परिवार द्वारा ‘अपरिग्रह क्रान्ति’ का बीड़ा उठाया गया है। पहले चरण में सामाजिक कार्यकर्ता छवि पहचान शिविर का आयोजन भारत के प्रत्‍येक ग्राम में किया जा रहा है। इस देशव्‍यापी मंथन में आप स्‍वेच्‍छा से सहभागी होकर वर्तमान भारत के गर्भ में से पुन: नए भारत के सृजन की दिशा में आगे कदम बढ़ायें।
मत कोई 'दाननहीं है जिसे वापस न लिया जा सके। हमें अपने निर्वाचित प्रतिनिधि को वापस बुलाने का अधिकार होना चाहिए। ऐसी व्‍यवस्‍था होनी चाहिए कि हम अपने प्रतिनिधि की सजग होकर निगरानी कर सकें। आवश्‍यकता पड़ने पर अपना मत वापस लेकर प्रतिस्‍पर्द्धी को अवसर प्रदान कर सकें। इसके लिए चुनाव प्रक्रिया में आमूलचूल परिवर्तन की आवश्‍यकता होगी।
 
 

जासूसों ने बुलाई वेश्याएं, राष्ट्रपति की सुरक्षा पर सवाल

 

अमेरिका सुरक्षा सेवा के अधिकारियों की वेश्याओं से नजदीकियों के कारण राष्ट्रपति ओबामा और अमेरिका का दौरा करने वाले अन्य नेताओं की सुरक्षा को पैदा हुए खतरों को अमेरिकी खुफिया विभाग ने गंभीरता से लिया है।


गौरतलब है कि पिछले हफ्ते कोलंबिया में यूस सीक्रेट सर्विस के एजेंटों ने मौज मस्ती के लिए वेश्याओं को बुलाया था। इस दौरान वेश्याओं को जासूसों से बेहद संवेदनशील जानकारी हासिल हो गई जो राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए खतरा भी हो सकती थी।


अमेरिकी मीडिया की रिपोर्टों के मुताबिक सोमवार को संसदीय जांच समीति और यूएस सीक्रेट सेवा के निदेशक मार्क जे. सल्लीवन के बीच हुई मुलाकात में जांच समीति ने इस बात को गंभीरता से उठाया था।


संसदीय समीति ने सल्लीवन को पत्र लिखकर इस मामले में अधिक जानकारी मांगी है। पत्र में यह भी कहा गया है क क्या यूएस सीक्रेट सेवा के अधिकारियों ने क्या ये मालूम किया है कि जिन वेश्याओं को बुलाया गया था वो सब कम से कम 18 वर्ष की थी?



गौरतलब है कि कोलंबिया में सीक्रेट सेवा के जासूसों ने 11 और 12 अप्रैल को वेश्याओं को बुलाकर मौज मस्ती की थी। इस घटना के बाद से ही सीक्रेट सेवा पर सवाल उठ रहे हैं। अपने पत्र में संसदीय समीति ने भी कहा है कि यूएस सीक्रेट सर्विस को विश्व में एक दक्ष संस्था के रूप में जाना जाता है लेकिन जासूसों की इस हरकत से इसकी छवि को नुकसान हुआ है। ऐसा भी हो सकता है कि वेश्याएं किसी विदेशी ताकत के लिए जासूसी कर रही हों।



हालांकि कोलंबिया के एक होटल में वेश्याएं बुलाने की कीमत नौकरी से चुकानी पड़ी है। बुधवार को यूएस सीक्रेट सेवा ने कहा कि सेक्स स्केंडल में शामिल तीन एजेंटों को नौकरी से निकाल दिया गया है। इस मामले में फिलहाल 11 जासूसों और दस मिलिट्री सेवा के अधिकारियों के खिलाफ जांच चल रही है।





गौरतलब है कि राष्ट्रपति और अन्य वीवीआईपी लोगों की सुरक्षा और अमेरिका के मेहमानों की सुरक्षा यूएस सीक्रेट सेवा के हाथ में ही रहती है।

मुस्लिम पतियों संग रहेंगी हिन्दू महिलाएं

मुस्लिम पतियों संग रहेंगी हिन्दू महिलाएं

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में कथित अपहरण के बाद जबरन धर्मपरिवर्तन और मुस्लिम पुरूषों से विवाह के मामले मे पीडित तीन हिन्दू महिलाओं ने बुधवार को अपने परिवारों की जगह अपने मुस्लिम पतियों के साथ ही रहने की इच्छा जताई।

इस मामले की सुनवाई कर रही सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश इफ्तिकार खान की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय खण्डपीठ ने तीनों महिलाओं रिंकल कुमारी उर्फ फरयाल बीबी, लता कुमारी उर्फ हफसा बेगम और आशा कुमारी उर्फ हलीमा बेगम को यह अधिकार दिया था कि वे खुद यह फैसला करके रजिस्ट्रार कार्यालय को बताएं कि वे अपने परिवार या मुस्लिम पतियों में से किसके साथ रहना चाहती हैं।

पाकिस्तान में पंजाब के सिंध प्रांत में हिन्दू लड़कियों और महिलाओं के कथित रूप से अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन की सूचना के बाद ये तीनों महिलाएं विवाद के घेरे में आ गई थीं।

हिंदू धर्म के बाद अब हिंदुस्‍तान को भी अपनाएंगी जूलिया रॉबर्ट्स!

नई दिल्‍ली. जूलिया रॉबर्ट्स का भारत से लगाव किसी से छुपा नहीं है। ऑस्‍कर अवार्ड जीतने वाली हॉलीवुड अदाकार अब यहां घर खरीदने की योजना बना रही हैं। यदि जूलिया भारत में घर खरीदती हैं तो ऐसा करने वाली शायद वह हॉलीवुड की पहली हस्‍ती होंगी।
 
जूलिया ने कहा, ‘मैं भविष्‍य में भारत में घर खरीदना चाहती हूं। मैं हरिद्वार या वाराणसी के आसपास बसना चाहूंगी क्‍योंकि ये स्‍थान हिंदुओं के पवित्र स्‍थल के तौर पर मशहूर हैं।’

अपनी फिल्‍म ‘ईट, प्रे, लव’ की शूटिंग के लिए भारत आईं जूलिया ने 2009 में हिंदू धर्म अपना लिया था। ऑस्कर विजेता हॉलीवुड की इस हॉट अदाकारा ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि वह नीम करोली बाबा की तस्वीर से इतना प्रभावित हुई थीं कि उन्होंने हिन्दू धर्म अपनाने का फैसला कर डाला। जूलिया इन दिनों हिन्दू धर्म का पालन कर रही हैं। वो अपने पति और तीनो बच्चों के साथ मंदिरों में प्रार्थना करने भी जाती हैं।

हनुमान भक्त करोली बाबा की मृत्यु 1973 में हो चुकी है। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के अकबरपुर गांव में हुआ था। माता-पिता ने उनका नाम लक्ष्मी नारायण शर्मा रखा था। बाद में वह महाराज जी और नीम करोली बाबा के नाम से मशहूर हुए। भारत समेत पश्चिमी देशों के कई लोग उनके परम भक्त थे। जूलिया का कहना है कि हिन्दू धर्म में कुछ तो ऎसा है जिससे वो इसकी तरफ खिंचती चली गई।

बेटी की भी ख्‍वाहिश

पति और तीन बच्‍चों के साथ अक्‍सर भारत आने वाली जूलिया ने पिछले साल एक इंटरव्यू में कहा था कि उनकी बेटी हेजल का ख्‍वाब है कि जब वह बड़ी हो जायेगी तो वह इस देश में बसेरा बनायेगी। जूलिया की यह बिटिया जुडवां बच्‍चों में से एक है और दूसरे का नाम इस दिलकश अदाओं वाली अभिनेत्री ने फिन्‍नाउस रखा है जबकि तीसरे बच्‍चे का नाम हेनरी है।

जूलिया का कहना है कि भारत में घर खरीदना उनके बच्‍चे के सपने को पूरा करने की दिशा में उठाया गया कदम है। वह इस सिलसिले में भारत आने की तारीखें अभी निश्चित नहीं हो पायीं है वजह है काम का बोझ। नीली आंखो वाली जूलिया कहतीं हैं कि जब वह पहली बार भारत गयी थी तो उन्‍हें बहुत अच्‍छा लगा था लेकिन काम इतना ज्‍यादा है कि ठोस तरीके से आने की तारीखों के बारे में कुछ कह नहीं सकतीं और न ही कोई वादा कर सकती हैं। बहरहाल जब भी इंडिया आना होगा बच्‍चे जरूर साथ में होगें।

भारत में आशियाना खरीदने के पहले वह अपने बच्‍चों को यहां का कल्‍चर और जीवन शैली के बारे में बताना की तमन्‍ना रखने वाली जूलिया कहतीं हैं कि अभी उनके बच्‍चे इन बड़ी बातों को समझने के लिए छोटे हैं। लेकिन जब वे बड़े हो जायेंगे तो वे उन्‍हें ये सब बतायेंगी और दूसरे धर्मो की इज्‍जत करना समझायेंगी।

हिन्‍दी सीखने की हैं ख्‍वाहिशमंद


घर खरीदने के अलावा जूलिया की एक तमन्‍ना और है वह है हिन्‍दुस्‍तान की जुबान हिन्‍दी सीखने की। जूलिया चाहती हैं कि वह हिन्‍दी बोलने में पारंगत हो जायें। वह मानती हैं कि अभी उनकी हिन्‍दी बहुत ज्‍यादा खराब है और वह नमस्‍ते जैसे अभिवादन के एक दो शब्‍द ही बोल पातीं हैं। लेकिन वह हिन्‍दी जरूर सीखेंगी।
जान बसती है बॉलीवुड सिनेमा में

हिन्‍दी नहीं के बावजूद उन्‍हें बॉलीवुड सिनेमा बहुत पसंद है। उन्‍होंने कहा कि बॉलीवुड उनके दिल में बसता है और हालांकि वह अभी इसके बारे में ज्‍यादा नहीं जानतीं लेकिन एक बार जानना जरूर चाहेंगी।

खूब जाना है वाराणसी के बारे में

जूलिया की अगली फिल्‍म का नाम है मिरर मिरर। यह फिल्‍म बच्‍चों की कहानी स्‍नो वाइट पर आधारित है और इसका निर्देशन भारतीय मूल के फिल्‍ममेकर तरसेम सिंह कर रहे हैं। जूलिया कहतीं है इससे उन्‍हें बड़ा फायदा हुआ है। फुर्सत के क्षणों में वह सिंह से इंडिया के बारे में खासतौर पर वाराणसी के बारे में जानकारी हासिल करती रहतीं हैं।

ग्राम सेवक ने आर ए एस अधिकारी को चेंबर में पीटा

ग्राम सेवक ने आर ए एस अधिकारी को चेंबर में पीटा 

बाड़मेर सीमावर्ती   बाड़मेर जिला मुख्यालय पर शुक्रवार को प्रातः ग्यारह बजे एक ग्राम सेवक ने आर ए एस अधिकारी अतिरिक्त मुख्या कार्यकारी अधिकारी को चेंबर में जोरदार पीट दिया .ग्राम सेवक ने शराब पी रखी थी.घटना की जानकारी मिलाने पर शहर कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुँच कर  आरोपी को गिरफ्तार कर मेडिकल मुआयने के लिए राजकीय अस्पताल भेज दिया .इस आशय की प्राथमिकी अति मुख्य कार्यकारी अधिकारी राम स्वरुप मीणा ने सिटी कोतवाली में दर्ज कराई ,घटने के अनुसार सिवाना पंचायत समिति के मजाल ग्राम पंचायत के ग्राम सेवक हंसा राम को विकास अधिकारी सिवाना द्वारा ऐ  पी ओ कर उसका मुख्यालय जिला परिषद् बाड़मेर कर रखा था हंसाराम सुबह जिला परिशास्द कार्यालय पंहुचा साईं करने अधिकारी के चेंबर में गया जन्हा हजारी रजिस्टर रखा था उसने हजारी रजिस्टर की मांग की तो अधिकारी से देरी से आने का कारण पूछा इसी बात को लेकर दोनों में बहस हो गयी ताव में आये ग्राम सेवक ने अदिकारी को पीट दिया .ग्राम सेवक हंसा राम भील ने बताया की वह हजारी रजिस्टर में साईंन  करने गया तो अधिकारी ने गाली गलौच की मैंने अधिकारी को अपशब्द नहीं कहने का निवेदन किया मगर अधिकारी गालिया देते रहे फिर मैंने उनका कोलर पकड़ लिया इतने मई अधिकारी ने मुझे पीटना शुरू कर दिया ,उसने स्वीकार किया की उसने शराब पी राखी हें .इधर अधिकारी राम स्वरुप मीणा ने बताया की ग्राम, सेवक ऐ पी ओ था उसने मेरे चेंबर में घुश कर मेरे साथ मारपीट की तथा कार्यालय में रखा कंप्यूटर तोड़ दिया कार्यालय की टेबल तोड़ दी सारा सामान अस्त व्यास कर उड़ा दिया ,उन्होंने बताया की ऐ पी ओ हपने से नाराज ग्राम सेवक ने मुझ पर जान से मरने की नियत से हमला किया ,पुलिस मौके पर आ गयी हें ग्राम सेवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा लिया हें ,तथा उसे मेडिकल जांच के लिए राजकीय अस्पताल  भेजा हें.घटना की जानकारी मिलात्वे ही मुख्य कार्य कारी अधिकारी छगन लाल श्रीमाली ,एस ड़ी ऍम सी आर देवासी ,पुलिओस उप अधीक्षक अमृत लाल जीनगर मौके पर पंहुच गए थे .

हर महीने एक- दो नहीं... 15 महिलाओं को प्रेगनेंट करता है ये बंदा!

लंदन। हॉलैंड के 42 साल के एड हॉबेन नामक व्यक्ति पिछले 9 साल में 82 बच्चों के पिता बन गए। दरअसल, वह हर महीने 15 महिलाओं के साथ यौन संबंध बनाते हैं, जिनसे उनके ये बच्चे हुए हैं।  
बच्चे पैदा करने के लिए महिलाओं के साथ यौन संबंध बनाने की शुरुआत हॉबेन ने 9 साल पहले की थी। सबसे पहले 34 साल की उम्र में उन्होंने एक ऐसी महिला के साथ संबंध बनाए थे, जो निस्संतान थी। तब तक उनके किसी महिला से संबंध नहीं थे।

समाचार पत्र 'डेली मेल' के अनुसार, हॉबेन आमतौर पर महिलाओं को अपने घर बुलाते हैं, लेकिन यदि महिला उनके आने-जाने का खर्च व रहने की व्यवस्था कर दें तो वह उसके बताए स्थान पर भी पहुंचते हैं।

इस तरह से यौन संबंध बनाने से पिछले 9 साल में हॉबेन की 45 लड़कियां व 35 लड़के हुए हैं। उनके बच्चे जर्मनी, हॉलैंड, इटली, स्पेन, बेल्जियम, फ्रांस तथा न्यूजीलैंड सहित दुनिया के कई देशों में हैं।
हॉबेन ने बताया कि उन्होंने सबसे पहले स्थानीय क्लीनिक में स्पर्म देना शुरू किया था, लेकिन बाद में उन्होंने पाया कि प्राकृतिक तरीके से प्रजनन का भी एक बाजार है।

निस्संतान महिलाओं से वह जर्मनी की वेबसाइट सुपरमासपेंडर डॉट डे के जरिए जुड़े। हॉबेन से सम्बंध बनाने से पहले सभी महिलाओं को इस बात की चिकित्सा रिपोर्ट सौंपनी होती है कि वे निरोग व नशीले पदार्थों के सेवन से मुक्त हैं।