शुक्रवार, 9 मार्च 2012

कैलाश खैर होंगे मुख्य आकशर्ण थार महोत्सव का आयोजन सोम से


कैलाश खैर होंगे मुख्य आकशर्ण 


थार महोत्सव का आयोजन सोम से 
Tharmahotsav Barmer


बाडमेर, 9 मार्च। जिले की कला तथा संस्कृति को बावा देने वाले तीन दिवसीय थार महोत्सव का आयोजन सोमवार से किया जाएगा। महोत्सव का प्रथम दिन का मुख्य आकशर्ण कैलाश खैर होंगे जो महाबार में सायं काल को रोचक प्रस्तिुत देंगे। थार महोत्सव आयोजन के संबंध में शुक्रवार को आयोजित बैठक में जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने कार्यक्रमों की तैयारियों की समीक्षा की। 
इस अवसर पर जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने कहा कि बाडमेर जिले की कला, संस्कृति, हस्तिशल्प को जग जाहिर करने तथा पर्यटन विकास के मकसद से आयोजित किये जाने वाले थार महोत्सव में सभी की भागीदारी जरूरी है। उन्होने कहा कि थार महोत्सव के कार्यक्रमों में इस बार ख्यातिनाम कलाकारों को आमन्ति्रत किया गया है। इनमें विख्यात गायक कैलाश खैर भामिल है। 
उन्होने बताया कि तीन दिवसीय थार महोत्सव का आगाज सोमवार को प्रातः 8.30 बजे निकाली जाने वाली भव्य शोभा यात्रा के साथ होगा, जो गांधी चौक से रवाना होकर भाहर के मुख्य मार्गो से होती हुई आदशर स्टेडियम पहुंचेगी। यहां विविध आकशर्क प्रतियोगिताएं यथा थार श्री, थार सुन्दरी, पगडी बांध, मूंछ ,रस्सा कसी, मटका दौड, दादापोता दौड आदि आयोजित की जाएगी। इसके पश्चात महाबार में केमल टेटू भाौ होगा तथा सायं कालीन कार्यक्रम आयोजित किए जाएगे। इसमें कैलाश खैर कार्यक्रम प्रस्तुत करेगें। 
महोत्सव के दूसरे दिन चौहटन में वैर माता मंदिर में आकशर्क कार्यक्रम होंगे जिसमें मालानी फूड फेस्टीवल तथा डेजर्ट सिम्फनी आकशर्ण का केन्द्र होगा। महोत्सव के अन्तिम दिन के कार्यक्रमो का केन्द्र बालोतरा होगा जहां दिन में कनाना में आकशर्क गैर नृत्य आयोजित होगें तथा सायं कालीन कार्यक्रम बालोतरा के शहीद भगतसिंह स्टेडियम में आयोजित किए जाएगे। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित ने थार महोत्सव की तैयारियों की जानकारी दी। 
ये हो सकेंगे थार श्री तथा थार सुन्दरी 
थार सुन्दरी प्रतियोगिता हेतु प्रतिभागी की न्यूनतम आयु 18 वशर तथा थार श्री प्रतियोगिता हेतु प्रतिभागी की न्यूनतम आयु 21 वशर होना आवश्यक है। इसी प्रकार थार सुन्दरी एवं थार श्री प्रतियोगी राजस्थान का मूल निवासी होना आवयक है। इसके लिए प्रतिभागियों को जन्म प्रमाण पत्र/विद्यालय का प्रमाण पत्र तथा मूल निवास प्रमाण पत्र अपने आवेदन पत्र के साथ संलग्न करना होगा। प्रतियोगिता में पूर्व प्रथम विजेता सम्मिलित नहीं हो सकेंगे। उन्होने बताया कि थार सुन्दरी प्रतियोगी अविवाहित होनी चाहिए एवं कोहनी के ऊपर वाला चूडा पहने हुए नहीं हो। इसी तरह थार श्री प्रतियोगी की लम्बाई 5 फीट 6 इंच से कम नहीं होनी चाहिए। थार श्री विजेता मेले के तीनों दिवस तक थार श्री पोाक में उपस्थित रहेगा । 
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होली पर कलेक्टर ने लिया 
कानून व्यवस्था का जायजा 
बाडमेर, 9 मार्च। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने बुधवार को प्रासनिक लवाजमें के साथ भाहर का भ्रमण कर होली त्यौहार के मद्दे नजर कानून व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान जिला पुलिस अधीक्षक सन्तोश चालके, अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित भी साथ थे। 
जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने अंहिसा सर्किल से मुख्य स्टोन रोड का पैदल भ्रमण कर यातायात व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान उन्होने निर्धारित स्थानों पर वाहन पार्किग करवाने के निर्दो दिए ताकि यातायात व्यवस्था सुचारू रह सकें। उन्होने भीडभाड वाले स्थानों पर पर्याप्त पुलिस जाब्ता लगाने तथा विशोश सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होने असामाजिक तत्वों पर विशोश निगरानी रखने को कहा। जिला कलेक्टर ने बुधवार को ही किराडू का भ्रमण कर पर्यटकों की सुविधा हेतु लाइटिंग व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होने गुरूवार को सनावडा पहुंच गैर नृत्य का अवलोकन किया। 
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स्वयं सेवकों को उपस्थिति देने के निर्देश 
बाडमेर, 9 मार्च। शहरी गृह रक्षा प्रिशक्षण केन्द्र के स्वयं सेवकों को 12 मार्च को प्रातः 8.00 बजे तक बाडमेर तथा बालोतरा में उपस्थिति देने के निर्देश दिए गए है। 
गृह रक्षा प्रिक्षण केन्द्र के समादेश्टा ने बताया कि माध्यमिक िक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित की जा रही उच्च माध्यमिक/माध्यमिक परीक्षा में बाडमेर जिले में भाहरी गृह रक्षा प्रिक्षण केन्द्र के स्वयं सेवकों को प्रान पत्रों की सुरक्षार्थ नियोजित किया जाना है। उन्होने होम गार्ड स्वयं सेवकों (एजेन्सी डयूटी में तैनात सदस्यों को छोडकर) को सूचित किया है कि वे उक्त परीक्षा डयूटी में भाग लेने के लिए बाडमेर केन्द्र में 12 मार्च को प्रातः 8.00 बजे तक अपनी उपस्थिति देवें। इसी प्रकार बालोतरा कम्पनी के सदस्य उक्त दिनांक को प्रातः 8.00 बजे तक भाहीद भगतसिंह स्टेडियम बालोतरा में अपनी उपस्थिति प्रभारी होम गार्ड को देंवें। उन्होने बताया कि जो सदस्य मुख्यालय पर उक्त तिथि व समय पर उपस्थित नहीं होंगे उनके विरूद्ध होम गार्ड एक्ट व नियमों के अन्तर्गत अनुासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। 
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बैठक स्थगित 
बाडमेर, 9 मार्च। सीमान्त क्षेत्र विकास कार्यक्रम की जिला स्तरीय समिति की 13 मार्च को आयोजित होने वाली बैठक अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दी गई है। आगामी बैठक की तिथि पृथक से सूचित की जाएगी। 
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कटौतियों का विवरण सत्यापित करने के निर्देश 
बाडमेर, 9 मार्च। जिले के नवीन पोंन योजना के कर्मचारियों के कटौतियों का विवरण सत्यापित कर भिजवाने के निर्देश दिए गए है। 
राज्य बीमा एवं प्रावधायी निधि विभाग के सहायक निदेशक गुमनाराम ने बताया कि जिले के नवीन पोंन योजना के समस्त कर्मचारियों की नियुक्ति तिथि से अक्टूबर, 11 तक की कटौती का विवरण मय ब्याज उनके आहरण एवं वितरण अधिकारियों को भिजवा दिए गए है। उन्होने बताया कि नवीन पेंशन योजना के तहत आने वाले समस्त अध्यापक अपने बीईईओ कार्यालय एवं अन्य कार्मिक अपने आहरण एवं वितरण अधिकारी कार्यालय से कटौतियों का विवरण प्राप्त कर कटौतियों के संबंध में अपनी सहमति या असहमति से अपने कार्यालय को 15 मार्च तक आवश्यक रूप से अवगत करावे ताकि सही कटौतियां एनएसडीएल की साईट पर ऑन लाईन अपलोड की जा सकें, जिससे अंशदाताओं का अंशदान पर फायदा हो सके। 
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अल्पसंख्यक मामलात मंत्री 
सोमवार को कानासर आएगें 
बाडमेर, 9 मार्च। अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ राज्यमंत्री अमीन खान सोमवार रात्रि कानासर आएगें। 
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अल्पसंख्यक राज्यमंत्री खान पोकरण से सायं 7.00 बजे प्रस्थान कर रात्रि 10.00 बजे कानासर आएगें तथा ग्राम कानासर में रात्रि विश्राम करेंगे। वे मंगलवार को प्रातः 8.00 बजे कानासर से प्रस्थान कर प्रातः 10.00 बजे देताणी पहुंचेगे। 
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गौरव सेनानी समस्या 
समाधान िविर 18 को 
बाडमेर, 9 मार्च। गौरव सेनानियों की विभिन्न समस्याओं के समाधान हेतु जालीपा कैन्ट में समस्या समाधान शिविर का आयोजन 18 मार्च को प्रातः 9.00 बजे से सायं 4.00 बजे तक किया जाएगा। 
शिविर में पोंन संबंधी जानकारी के साथ विभिन्न अभिलेख कार्यालयों द्वारा पोंन संबंधी समस्याओं का निवारण किया जाएगा। इस दौरान युद्ध वीरांगनाओं का सम्मान किया जाएगा। इसी प्रकार जिला सैनिक कल्याण कार्यालय द्वारा विभिन्न कार्यो का निश्पादन किया जाएगा तथा दंत रोग, नेत्र रोग व कान, नाक और गला रोग विोशज्ञों द्वारा नि:ाुल्क जांच एवं नि:ाुल्क दवाईयों का वितरण कियो जाएगा। शिविर हेतु भोजन और परिवहन की विशोश व्यवस्था की गई है। 
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यौन उत्पीड़न के खिलाफ ईरानी महिलाएं कैमरे के सामने हुई निर्वस्त्र

ईरानी महिलाओं के एक समूह ने यौन उत्पीड़न के खिलाफ विरोध में एक नए वीडियो के लिए निर्वस्त्र हुईं हैं।

 
फिलहाल ये महिलाएं यूरोप में निर्वासन में रह रही हैं। इस वीडियो में प्रत्येक महिला कैमरे के सामने न्यूड होकर सरकार को चुनौती देने वाले सन्देश दे रही हैं।



उनके स्लोगन इस प्रकार हैं 'मैं महिलाओं और पुरुषों में समानता में विश्वास करती हूं और मेरे विचार,मेरा शरीर,मेरी पसंद।'
इन महिलाओं ने इस वीडियो को 'न्यूड फोटो रिवोलुस्नरी कैलेंडर' (नग्न फोटो क्रांतिकारी कैलेंडर) की बिक्री बढ़ने की उम्मीद में बनाया है। यह वीडियो कल अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर जारी किया गया है।

कैलेंडर को मिस्र के एक कार्यकर्ता को समर्पित किया गया,जिसने पिछले साल इस्लाम में यौन भेदभाव को लेकर अपने एक ब्लॉग पर एक पूर्ण लंबाई की खुद की नग्न तस्वीर पोस्ट की थी।
20 वर्षीय अलिया मागदा एल्माह्डी नाम की विश्वविद्यालय की छात्रा के इस कदम से पूरे मध्य पूर्व में आक्रोश छेड़ दिया था। अलिया के ब्लॉग पर हजारों की संख्या में लोगों ने अपमानजनक टिप्पणियां की थी,जिसमें कुछ लोगों ने उसे वेश्या कह कर संबोधित किया था।

कैलेंडर के निर्माता मरयम नमाजी का मानना है कि नग्नता उत्पीड़न के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण हथियार है।


मरयम ने इंटरनेशनल बिजनेस टाइम्स को बताया 'इस्लामवाद और धार्मिक अधिकार महिलाओं के शरीर को लेकर पागल है। वे चाहते हैं कि हम परदे में रहे,बाध्य और दबकर रहे। इस हमले(कैलेंडर) के परिपेक्ष्य में,नग्नता वर्जनाएं तोड़ती हैं और यह प्रतिरोध का एक महत्वपूर्ण रूप है।'


यह फिल्म और वीडियो ईरानी मूल की अभिनेत्री गोल्शिफ्तेह फराहनी का भी समर्थन करता है जिन्हें उनके देश से एक फ्रांसीसी समाचार पत्रिका के लिए नग्न होने के कारण निर्वासित कर दिया गया है।


हॉलीवुड अभिनेता लियोनार्डो डी कैप्रियो और रसेल क्रो के साथ काम कर चुकी इस 28 वर्षीया इस अभिनेत्री ने कहा कि ईरान सरकार ने उनसे संपर्क कर कहा था कि वे देश वापस न लौटें।

द्रविड़ ने टेस्ट क्रिकेट को कहा गुड बॉय

द्रविड़ ने टेस्ट क्रिकेट को कहा गुड बॉय
बेंगलूरू। भारतीय क्रिकेट टीम की दीवार कहे जाने वाले 39 वर्षीय राहुल द्रविड़ ने शुक्रवार को प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास ले लिया। इसके साथ ही उपलब्धियां से भरे द्रविड़ के अंतरराष्ट्रीय करियर का अंत हो गया। वे अभी टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में दूसरे स्थान पर हैं।

बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन व पूर्व क्रिकेटर अनिल कुंबले की मौजूदगी में बेंगलूरू के चिन्नास्वामी स्टेडिम में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में द्रविड़ ने अपने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा, मैं 15 साल के अपने क्रिकेट करियर का अंत करता हूं। मैं अपने रिटायरमेंट का ऎलान करता हूं। मेरा करियर शानदार रहा लेकिन युवाओं को मौका देने के लिए संन्यास जरूरी है। राहुल ने कहा, अब युवा खिलाड़ी इतिहास बनाएं। मैं टीम को मिस करूंगा। मैं कई बार नाकाम रहा लेकिन मैंने कोशिश नहीं छोड़ी। मैं अपने परिवार के साथ समय बिताना चाहता हूं। राहुल ने कोच, फिजियो व टीम का धन्यवाद किया।


मैंने अपने को कभी दीवार नहीं माना
राहुल से जब पूछा गया कि उन्हें दीवार के नाम से पहचाना जाना कैसा लगता है। राहुल ने कहा, मैंने कभी इस बारे में या ऎसे नहीं सोचा कि मैं दीवार हूं। मैं अपना स्वाभाविक खेल खेलता रहा हूं। फिर भी ऎसे सम्मान के लिए सभी को धन्यवाद है।

टीम में कोई मतभेद नहीं
राहुल ने कहा, टीम इंडिया में कोई मतभेद नहीं है। अभी जैसी खबरें आई थीं कि टीम में मतभेद हैं। ऎसा कुछ नहीं है। टीम एक है।

मुझे बहुत गर्व है श्रीनिवासन
बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने कहा कि उन्हें राहुल पर बहुत गर्व है। उन्होंने कहा कि राहुल न केवल महान क्रिकेटर हैं बल्कि रोल मॉडल भी हैं। राहुल अब भी अच्छा खेल रहे थे। श्रीनिवासन ने कहा कि बीसीसीआई को द्रविड़ पर गर्व है। श्रीनिवासन ने कहा कि उन्होंने राहुल को लंबे सयय से खेलते देखा है। वे कभी नहीं बदले।

राहुल क्रिकेट के असली अंबेसडर: कुंबले
अनिल कुंबले ने कहा कि राहुल क्रिकेट के असली अंबेसडर हैं। राहुल के साथ हर मैच में मजा आया। उनके साथ खेलना अच्छा अनुभव रहा। कुंबले ने कहा कि राहुल में क्रिकेट को लेकर जुनून है।

मंत्री को कार से निकाल कर डाला कीचड़

राजस्थान के सीकर जिले में आक्रोशित लोगों ने उद्योग एवं आबकारी मंत्री राजेन्द्र पारीक की गाड़ी के शीशे तोड़ कर उन पर कीचड़ डाल दिया।

पुलिस के अनुसार पारीक जैसलमेर में सड़क दुर्घटना में मारे गए सात लोगों की शव यात्रा में शामिल होने आए थे। शमशान के आस पास काफी समय से कीचड़ भरा हुआ था इस वजह से लोग काफी समय से परेशान थे।

मंत्री को वहां एकत्रित भारी भीड अचानक उग्र हो गई और उन्होंने मंत्री के निजी वाहन के शीशे तोड़ कर उन्हें गाड़ी से नीचे उतारा और उन पर कीचड़ डाल दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को हटाया और मंत्री को पुलिस जीप में रवाना किया।

पेट भरने के लिए किडनी बेच रहा बंगाल का एक गांव



पश्चिम बंगाल के एक गांव में भुखमरी का आलम यह है कि पेट की भूख मिटाने के लिए लोग पेट के अंग ही बेच रहे हैं।


उत्तर दीनाजपुर इलाके के बिंदोल गांव को किडनी गांव भी कहा जाने लगा है। भुखमरी ने इस गांव में हर दूसरे घर के पुरुष को किडनी बेचकर परिवार का भरण पोषण करने के लिए मजबूर कर दिया। द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इस गांव के हालात अब और भी बदतर हो गए हैं। किडनी बेचने वाले कई पुरुष कुछ सालों के भीतर ही काल के गाल में समा गए। कई परिवारों में अब महिलाएं भी किडनी बेचने के लिए मजबूर हैं।



बिंदोल गांव रायगंज जिला मुख्यालय से मात्र 35 किलोमीटर दूर है। गांव की तरफ बढ़ते हुए दीनाजपुर की हरियाली शुष्की में बदल जाती है। खेतों में जहां-तहां मक्का तो दिखती है लेकिन धान या गेंहू का कोई नामो निशान यहां के खेतों में नहीं है। ज्यादातर ग्रामीण भी नशे देशी दारू के नशे में टुल्ल पड़े रहते हैं।



वेश्या के कोठे पर जिस तरह जिस्म के दलाल मिलते हैं उसी तरह बिंदोल में आपको किडनी के दलाल मिल जाएंगे। दलाल एक किडनी के लिए किडनी बेचने वाले से 60 हजार से एक लाख रुपए में सौदा करता है और जरूरतमंद से तीन से चार लाख रुपए की मांग करता है।

आईपीएस की मौत: विधायक मोहन शर्मा से हुआ था मधु का झगड़ा!

मथुरा. मध्यप्रदेश के मुरैना में खनन माफिया का शिकार बने आईपीएस अफसर नरेंद्र कुमार के पिता केशव देव का साफ कहना है कि उनके बेटे की हत्‍या में राजनेताओं का हाथ है और पुलिस का रुख भी असहयोगात्‍मक है। उन्‍होंने भाजपा के एक विधायक पर भी अंगुली उठाई और कहा कि मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सब पता है। उन्‍होंने आशंका जताई कि उनके द्वारा खुले आम यह सच कहने के बाद उनकी बहू को भी खतरा हो सकता है।
 
केशव का यह भी कहना है कि मौत से एक दिन पहले नरेंद्र ने उन्‍हें बताया था कि वह खनन माफिया के खिलाफ काम कर रहे हैं और उन पर ऐसा नहीं करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। उन्‍होंने कहा कि मध्‍य प्रदेश के एक भाजपा विधायक ने उनकी पुत्रवधू पर गलत काम करने के लिए दबाव डाला था। इनकार करने पर उनका तबादला करवा दिया गया। 15 दिन तक तो भोपाल सचिवालय में संबद्ध रखा गया और कोई काम भी नहीं लिया गया। जब उनसे उस विधायक का नाम बताने के लिए कहा गया तो उन्‍होंने कहा कि यह सब मुख्‍यमंत्री के संज्ञान में है और नाम बताया तो उनकी बहू को खतरा हो सकता है। इन आरोपों के संबंध में चंबल रेंज के डीआईजी ने कहा कि तथ्यों की रोशनी में आरोपों की जांच की जाएगी।

मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक कुछ समय पहले आईएएस मधु की नरसिंगगढ़ के भाजपा विधायक मोहन शर्मा से कहासुनी हुई थी। उस समय मधु के पास राजगढ़ की कलेक्‍टर का चार्ज भी था। यह कहासुनी एक समीक्षा बैठक के दौरान हुई थी। इसके बाद विधायक गुस्‍से में बैठक से चले गए थे। बाद में उन्‍होंने और मधु ने इसकी शिकायत मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से की थी। इस घटना के बाद ही मधु का तबादला हुआ था। विधायक ने मधु के तबादले में अपना हाथ होने या उनसे झगड़ा होने की बात से इनकार किया है।

2009 बैच के आईपीएस अफसर नरेंद्र मुरैना के बामौर में एसडीपीओ के पद पर तैनात थे। गुरुवार को अवैध खनन की शिकायत मिलने के बाद वह कार्रवाई के लिए निकले। उन्होंने पत्थरों से लदे एक ट्रैक्टर को रुकने का इशारा किया, लेकिन ड्राइवर ने ट्रैक्टर नहीं रोका। उन्‍होंने ट्रैक्टर से लटक कर ड्राइवर तक पहुंचने की कोशिश की। इसी दौरान वह ट्रैक्‍टर से कुचले गए। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री का दावा है कि ड्राइवर ने ट्रैक्टर भगाया तो नरेंद्र उसके नीचे दब गए। इसके बाद ग्‍वालियर ले जाते हुए उनकी मौत हो गई।


लेकिन पुलिस की बात मंत्री से अलग है। चंबल रेंज के डीआईजी देव प्रकाश गुप्ता के मुताबिक ड्राइवर ने उनके ऊपर ट्रैक्‍टर चढ़ा दिया था। उनका कहना है कि जिस व्यक्ति ने आईपीएस पर ट्रैक्टर चढ़ाया वो बामौर के पास के एक गांव का किसान है। पत्रकारों को संबोधित करते हुए देव प्रकाश ने कहा कि पत्‍थर कहां से खनन करके लाया जा रहा था इसकी जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बामौर के रेलवे स्टेशन के पास से रास्ता जाता है वहां से ट्रैक्टर आ रहा था। देव प्रकाश के मुताबिक एसडीओपी नरेंद्र कुमार यह सूचना पाकर मिली चार लोगों की फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे। एक बार पहले उन्होंने ट्रैक्टर को रोक लिया था लेकिन ट्रैक्टर का ड्राइवर पत्थर लेकर भागने लगा। नरेंद्र कुमार ने थाना बामौर को सूचना दी तो पुलिस ने रास्ते में रोड ब्लॉकर लगा दिए। यह देखकर ट्रैक्टर ड्राइवर ने तेज रफ्तार में यू टर्न लिया और एक कच्चे रास्ते पर ट्रैक्टर को मोड़ लिया था। एसडीओपी नरेंद्र कुमार उसका पीछा करते हुए आ रहे थे। उन्होंने ट्रैक्टर रोकने की कोशिश की तो मनोज ने उन्हीं पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया।

नरेंद्र की मौत गुरुवार को हुई थी। मथुरा के लालपुर गांव में उनका अंतिम संस्‍कार कर दिया गया है। उनकी गर्भवती पत्‍नी ने उन्‍हें मुखाग्निदी। लालपुर लाने से पहले उनका शव गुरुवार रात करीब डेढ़ बजे अलीगढ़ ले जाया गया था। अलीगढ़ में उनकी ससुराल है। मधुरानी ग्‍वालियर में तैनात आईएएस अधिकारी हैं। वह मातृत्व अवकाश पर दिल्ली में थीं। पति की मौत की खबर सुनकर वो दिल्ली से सीधे अलीगढ़ पहुंचीं थीं।
नरेंद्र के पिता ने सोची समझी साजिश बताया है लेकिन मध्य प्रदेश के गृह मंत्री उमा शंकर गुप्‍ता ने कहा कि यह गलत है। उन्‍होंने कहा कि नरेंद्र की मौत के पीछे खनन माफिया का हाथ नहीं है। उनकी मौत के मामले में ड्राइवर को गिरफ्तार किया गया है।
नरेंद्र के पिता केशव देव का कहना है कि अवैध खनन को रोक रहे उनके बेटे को ईमानदारी की सजा मिली है। उनका कहना है कि स्थानीय पुलिस अगर मदद करती तो शायद ये घटना नहीं होती। उन्‍होंने कहा कि उन्‍हें घटना की जानकारी तक पुलिस विभाग की ओर से नहीं दी गई। जब वह ग्‍वालियर पहुंचे तब भी उन्‍हें कुछ बताने के बजाय सीधे बेटे का शव सौंप दिया गया। केशव देव ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।
नरेंद्र ने मथुरा के अमरनाथ शिक्षण संस्थान स्कूल में पढाई की। इस स्‍कूल के शिक्षकों का भी कहना है कि नरेंद्र जितना ईमानदार और मेहनती था वैसे बच्चे कम ही होते हैं। मात्र 32 साल की उम्र में नरेंद्र की मौत से वे सब सन्‍न रह गए हैं और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पूछ रहे हैं कि क्‍या मध्‍य प्रदेश में माफिया राज कायम हो गया है?

नरेंद्र की मौत पर मध्य प्रदेश में राजनीति भी शुरु हो गई है। मध्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय सिंह ने कहा है कि मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार के संरक्षण में माफिया अपनी समानांतर सरकार चला रहे हैं। राज्य में जो भी उनके हितों के रास्ते में आ रहा है वो बेखौफ होकर उसे रास्ते से हटा रहे हैं। यह घटना इस बात का प्रमाण है कि सरकार माफिया के सामने कितनी कमजोर हो गईहै। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर अवैध खनन में शामिल होने का आरोप लगाते हुए कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री समेत भाजपा केई कई नेता अवैध खनन के धंधे में शामिल हैं। जबकि गृह मंत्री उमा शंकर गुप्‍ता इसे आईपीएस की मौत का राजनीतिकरण करने की विपक्षी साजिश बता रहे हैं।

बुधवार, 7 मार्च 2012

मुलायम विधायक दल का नेता चुने गए

मुलायम विधायक दल का नेता चुने गए
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) की संसदीय बोर्ड की बुधवार को यहां हुई बैठक में पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव को विधायक दल का नेता चुन लिया गया लेकिन उनके नाम की औपचारिक घोषणा होली के बाद नव निर्वाचित विधायकों की बैठक में होगी।

सपा के सचिव और पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री किरणमय नंदा के अनुसार संसदीय बोर्ड की बैठक में सर्वसम्मति से यादव को नेता चुनने का निर्णय किया गया। उन्होंने कहा, मुलायम के नाम की औपचारिक घोषणा होली के बाद विधायकों की होने वाली बैठक में की जाएगी।

निर्वाचित विधायकों की बैठक होली बाद इसलिए रखी गई है क्योंकि अधिकतर विधायक राजधानी लखनऊ नहीं पहुंच पाए हैं। बैठक संभवतया नौ मार्च की शाम को होगी और उसमें यादव को विधायक दल का नेता चुने जाने की औपचारिक घोषणा की जाएगी। संसदीय बोर्ड में शामिल अधिकतर सदस्यों के नहीं पहुंच पाने के कारण बैठक को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी रही।

पार्टी के पूर्व प्रवक्ता तथा सांसद मोहन सिंह बीमार हैं तो महासचिव और रामपुर से विधायक चुने गए आजम खां समय पर नहीं पहुंच पाए थे। संसदीय बोर्ड की बैठक हो रही है इसके बारे में कई वरिष्ठ नेताओं को भी जानकारी नहीं थी। बोर्ड सदस्यों के बीच पार्टी अध्यक्ष के नाम पर आम सहमति थी और किसी ने भी कोई दूसरा नाम इस जिम्मेवारी के लिए आगे नहीं रखा। बैठक में यादव के अलावा प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव, विधानसभा में विपक्ष
के नेता रहे शिवपाल सिंह यादव और अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया।


सपा को पूर्ण बहुमत
उत्तरप्रदेश में पहली बार पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही सपा की आंधी में हाथी उड़ गया। कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी का जादू भी नहीं चला और भाजपा की स्थिति भी दयनीय हो गई।

206 सीटों के साथ सरकार बनाने वाली मायावती को पीछे छोड़ते हुए सपा अभी तक 224 सीटें जीत चुकी है। मुलायम सिंह यादव का मुख्यमंत्री बनना तय है। कांग्रेस को महज 47 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा, वहीं भाजपा अपनी पिछले स्थिति के बनाए रखने के लिए भी संघर्ष करती रही।

उत्तरप्रदेश के विधानसभा चुनाव में मतदान पूर्व और बाद में आए तमाम सर्वेक्षण को दरकिनार करते हुए सपा ने घोषित परिणामों में स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है। पार्टी के वरिष्ठ और उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्षी दल के नेता शिवपाल सिंह यादव जसवंतनगर सीट से 80 हजार से अधिक मतों से जीते हैं।

विधानसभा के पिछले चुनाव में 206 सीट जीतकर सरकार बनाने वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने अब तक 79 सीटें जीती हैं। भाजपा ने 47 तथा कांग्रेस गठबंधन ने 38 सीटे जीती हैं। 14 सीट अन्य के खाते में गई है। बुंदेलखंड में पिछले चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाने वाली भाजपा ने चरखासी सीट जीतकर अपना खाता खोल दिया है। भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री पद की दावेदार बताई गई उमा भारती ने सपा के कप्तान सिंह को 25 हजार से अधिक मतों से हराया।

केन्द्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद फर्रूखाबाद सीट से निर्दलीय प्रत्याशी विजय सिंह से पराजित हो गई हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी लखनऊ कैंट सीट से 21 हजार से अधिक मतों से जीती हैं उन्होंनें भाजपा के सुरेश तिवारी को पराजित किया है। अमेठी राज घराने की कांग्रेस की अमिता सिंह अमेठी सीट से साढ़े चार हजार वोट से चुनाव हार गई हैं। पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे भाजपा उपाध्यक्ष कलराज मिश्र लखनऊ पूर्व सीट से बीस हजार मतों से जीते हैं।

उन्होंने सपा की जूही सिंह को पराजित किया। रामपुर सदर सीट से सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां चुनाव जीत गए हैं। वे आठवीं बार विधायक बने हैं। उन्होंने कांग्रेस के तनवीर अहमद को 66 हजार से अधिक मतों से हराया। रामपुरखास सीट से कांग्रेस के प्रमोद तिवारी नौंवी बार चुनाव जीतने में सफल रहे हैं जबकि भाजपा के श्यामदेव राय चौधरी वाराणसी दक्षिण सीट से सातवीं बार जीतने में सफल रहे हैं। उहोंने कांग्रेस के दयालु गुरू को हराया।


भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही पथरदेवा सीट से पराजित हो गए हैं। शाही को सपा के शाकिर अली ने 804 मतों से पराजित किया। सिद्धार्थनगर की इटवा सीट से विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष तथा सपा प्रत्याशी माता प्रसाद ने कांग्रेस के मोहम्मद मुकीम को नौ हजार से अधिक मतों से पराजित किया।

बुलंदशहर की डिबाई सीट से सपा के भगवान शर्मा ने जनक्रांति पार्टी के अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पुत्र राजवीर सिंह को पराजित कर दिया है। भगवान शर्मा ने विधानसभा के पिछले चुनाव में भी सिंह को इसी सीट से पराजित किया था। पिछली बार वे बसपा के प्रत्याशी थे। विधानसभा में भाजपा विधायक दल के उपनेता हुकुम सिंह कैराना सीट से चुनाव जीत गए हैं।

मुसलमानों और मीडिया ने हरवायाः मायावती

 

लखनऊ. बसपा प्रमुख मायावती ने बुधवार को उत्‍तर प्रदेश की मुख्‍यमंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया। इस्‍तीफे के बाद वह मीडिया से रूबरू हुईं।उन्‍होंने बीते पांच साल में प्रदेश का विकास करने का दावा किया और बसपा की करारी हार के कारण गिनाए। मायावती ने जो कहा, वह शब्‍दश: यह है...
उत्तर प्रदेश के नतीजे घोषित हो चुके हैं और ये हमारी पार्टी के अनुकूल न आने के कारण आज मैंने विधान सभा भंग करने की सिफारिश करने के साथ-साथ अपने मुख्यमंत्री के पद से भी इस्तीफा महामहिम राज्यपाल को सौंप दिया है। हालांकि मेरी इस सरकार के बारे में वैसे आप लोगों को ये भी मालूम है कि मैंने सन 2007 में हर स्तर पर कितनी ज्यादा खराब हालातों में प्रदेश की सत्ता अपने हाथों में ली थी, जिन्हें सुधारने में मेरी सरकार को काफी ज्यादा मेहनत करनी पड़ी है जबकि इस मामले में मेरी सरकार को सहयोग देने में विरोधी पार्टियों की तरह केंद्र सरकार का भी रवैया ज्यादातर नकारात्मक रहा है। इस सबके बावजूद भी मेरी सरकार ने अपनी पार्टी की सर्वजन-हिताय व सर्वजन-सुखाय की नीति के आधार पर चलकर यहां विकास व कानून व्यवस्था के साथ-साथ सर्व समाज में गरीबों, मजदूरों, छात्रायों, कर्मचारियों आदि के हितों के लिए हर मामले में व हर स्तर पर महत्वपूर्ण व ऐतिहासिक कार्य किए हैं। प्रदेश में बिजली की खराब स्थिति को सुधारने के लिए ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं जिनका फायदा 2014 तक प्रदेश की जनता को मिल जाएगा।





दुख की बात यह है कि प्रदेश में अब सत्ता ऐसी पार्टी के हाथों में आ रही है जो सभी विकास कार्यों को ठंडे बस्ते में डालकर एक बार फिर प्रदेश को कई वर्ष पीछे ले जाएगी। इसके लिए हमारी पार्टी बीजेपी और कांग्रेस के गलत स्टैंड को ही जिम्मेदार मानकर चलती है। इस बारे में आप लोगों को यह भी मालूम है कि कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश में विधानसभा आम चुनाव घोषित होने के तुंरत बाद ही अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए जब मुस्लिम समाज के पिछड़े हुए लोगों को ओबीसी के कोटे में से आरक्षण देने के बात कही तब बीजेपी ने उसका काफी डटकर विरोध किया था। इतना ही नहीं बल्कि इस मुद्दे की आड़ में बीजेपी ने भी अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए प्रदेश में अग्रणी समाज के साथ-साथ ओबीसी वोटों को भी अपने ओर खींचने की कोशिश की थी जिसके बाद प्रदेश के मुस्लिम समाज को यह डर सताने लगा था कि कहीं प्रदेश में फिर बीजेपी की सत्ता न आ जाए। इसी स्थिति में कांग्रेस को कमजोर देखते हुए, आरक्षण के मुद्दे पर बीएसपी से अपर कास्ट समाज व पिछडे़ वोटों को बीजेपी में जाने के डर से मुस्लिम समाज ने सपा को वोट किया। इसी कारण से प्रदेश के मुसलिम समाज ने कांग्रेस और बसपा को अपना वोट न देकर अपना 70 फीसदी वोट इकतरफा तौर पर सपा को दे दिया। यही कारण है कि सिर्फ मुसलिम वोटों के कारण ही सपा के ओबीसी, अग्रणी समाज और अन्य समुदायों के लोगों का वोट भी जुड़ जाने के कारण सपा के प्रत्याशी चुनाव जीते। मुसलिम बाहुल्य सीटों पर सपा के मुसलमान उम्मीदवार इस बार आसानी से चुनाव जीत गए।





प्रदेश में दलितों के वर्ग को छोड़कर ज्यादातर हिंदू समाज में से खास तौर पर अपर कास्ट समाज का वोट कई पार्टियों में बंट जाने के कारण सपा के उम्मीदवारों को ही मिला। कुछ अपर कास्ट हिंदू वोट बसपा को मिले, कुछ कांग्रेस को और बाकी बीजेपी को मिला। अपर कास्ट समाज का वोट बंटने के बाद सपा के समर्थन में परिणाम आने के बाद से प्रदेश का अग्रणी हिंदू समाज दुखी महसूस कर रहा है।



लेकिन फिर भी हमारी पार्टी के लिए इस चुनाव में पहले से भी ज्यादा संतोष की बात यह रही है कि विरोधी पार्टियों के हिंदू-मुस्लिम वोटों के चक्कर में बीएसपी का अपना दलित बेस वोट बिलकुल भी नहीं बंटा है। दलित वर्ग के लोगों ने पूरे प्रदेश में अपना इकतरफा वोट बीएसपी के उम्मीदवारों को दिया है। इसी कारण हमारी पार्टी इस चुनाव में दूसरे नंबर पर बनी रही। वरना हमारी पार्टी बहुत पीछे चली जाती। मैं अपने दलित समाज के लोगों का दिल से धन्यवाद और आभार प्रकट करती हूं। इसके साथ-साथ मैं अपनी पार्टी से जुड़े मुस्लिम समाज व अन्य पिछड़ा वर्ग और अग्रणी जाति समाज के उन लोगों का भी दिल से शुक्रिया अदा करती हूं जो इस चुनाव में किसी भी लहर में गुमराह नहीं हुए और बहकावे में नहीं आए और हमारी पार्टी से जुड़े रहे। हमारी पार्टी में सर्वसमाज के 80 उम्मीदवार चुनाव जीतकर आए हैं।


इसके साथ ही यहां मैं यह भी कहना चाहती हूं कि अब हमारी पार्टी दलितों की तरह यहां प्रदेश में अन्य सभी समाज के लोगों को भी कैडर के जरिए हिंदू-मुसमिल मानसिकता से बाहर निकालने की भी पूरी-पूरी कोशिश करेगी ताकि इस बार के चुनव की तरह आगे अन्य किसी भी चुनाव में हमारी पार्टी को इस तरह का कोई भी नुकसान न पहुंच सके। अंत में मेरा यही कहना है कि अब प्रदेश की जनता बहुत जल्द ही सपा की कार्यशैली से तंग आकर, जिसकी शुरुआत कल से हो चुकी है, बीएसपी के सुशासन को जरूर याद करेगी और मुझे यह पूरा भरोसा है कि अगली बार प्रदेश की जनता फिर से बसपा को पूर्ण बहुमत से सत्ता में लाएगी।





मैं प्रदेश की पुलिस और प्रशासन से जुड़े सभी छोटे बड़े अधिकारियों का दिल से शुक्रिया अदा करती हूं, पूरी अवधि में उन्होंने मुझे सरकार चलाने में सहयोग किया और 2009 के लोकसभा चुनाव और प्रदेश में 2012 के आम चुनाव करवाने में सहयोग का भी आभार प्रकट करती हूं। भ्रष्टाचार का मेरे शासन के जाने से कोई लेना देना नहीं है। बसपा को मुसलिम वोटों के ध्रविकरण के कारण नुकसान पहुंचा। कांग्रेस और बीजेपी और मीडिया जिम्मेदार हैं। प्रदेश की जनता के साथ अब जो भी होगा उसके लिए जनता कांग्रेस और बीजेपी के साथ-साथ मीडिया को भी कोसेगी।







भाषण के बाद उत्तराखंड में सरकार बनाने के पत्रकारों के सवाल पर उन्‍होंने कहा कि वहां की बीएसपी यूनिट से अभी बात नहीं की है। उनसे बात करके जो भी होगा, प्रेस नोट के जरिए आपको जानकारी दे दूंगी।


एक और सवाल के जवाब में उन्‍होंने कहा कि यदि मेरी सरकार के खिलाफ लोगों में गुस्सा होता तो मुझे 80 सीटें भी नहीं मिलती। फिर मेरा भी हाल बिहार में लालू प्रसाद की तरह होता। हर पार्टी में मतभेद होते हैं, लेकिन जब भी परीक्षा की घड़ी आती है तब सब एक हो जाते हैं। मेरी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं ने मेरा दिशा निर्देशन में पूरी ईमानदारी से अपना काम किया है।

मायावती के बयान का पोस्‍टमॉर्टम

मायावती की दलीलों पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी के नेता शाहिद सिद्दीकीने कहा कि समाजवादी पार्टी को सकारात्मक वोट मिला है। कांग्रेस यह कोशिश करती है कि बीजेपी का डर दिखाकर मुसलमानों का वोट ले ले। हमने मुसलमानों को बीजेपी का डर दिखाकर नहीं बल्कि सकारात्मक उम्मीदें दिखाकर वोट लिया है। यदि ऐसा होता तो कांग्रेस के मुसलमान नेताओं के उम्मीदवारों का ऐसा हाल नहीं होता। मुसलमान भेड़ें नहीं है कि कोई उन्हें हांक कर ले जाए। मुसलमान अब सेक्यूलर हो गया है और सोच समझकर अपना वोट दे रहा है। कई मुसलिम पार्टियां भी चुनावों में आईं जिनका हश्र अच्छा नहीं हुआ है। सिद्दीकी ने यह भी कहा कि मायावती को आत्म मंथन करना चाहिए और अपनी गलतियों को पहचानना चाहिए। समाजवादी पार्टी को इस बार भी दलित वर्ग का 25 प्रतिशत वोट मिला है।

राजनीतिक विश्‍लेषक अभय कुमार दुबे के मुताबिक मायावती की दलील में कोई दम नहीं है। 2007 के चुनाव में उत्तर प्रदेश में अगड़ों ने मायावती को वोट किया था। यह नकारात्मक वोट था लेकिन मायावती अपने पांच साल से शासन में इस वोट को सकारात्मक वोट में नहीं बदल पाईं। मायावती हार के जो कारण बता रहीं हैं वो हास्यस्पद हैं।

नेट पर लड़की की अश्लीलता देखने टूटे लोग, जान का दुश्मन बना वीडियो

 

यूट्यूब ने हमेशा विवाद और बहस के लिए यूजर्स को एक बढ़िया प्लेटफार्म उपलब्ध कराया है। ऐसी ही एक ऑनलाइन लड़ाई में एक यूजर को उनके विरोधियों द्वारा जान से मारने की धमकी मिल रही है।

एलेजांड्रा गेटन अपने चैनल के सदस्यों के बीच 'द रिप्लाई गर्ल' के नाम से जानी जाती हैं। गेटन तंग कपड़ों में यूट्यूब पर पोस्ट किए गए अपने लोकप्रिय वीडियो में लोगों से प्रतिक्रियाएं मांगती है लेकिन ऐसा करने के दौरान वह अब एक ऑनलाइन युद्ध में उलझ गईं हैं।

कंटेंट पोस्ट करने वाले 'रिप्लाई गर्ल के प्रतिद्वंद्वी,यूट्यूब यूजर्स और कम्पनियां गेटन के अपने निजी अंगों को दिखाकर विज्ञापनदाताओं से पैसे बनाने के तरीके से गुस्से में हैं और वे अब गेटन को वेश्या आदि नामों से बुलाने लगे हैं।

गेटन इन वीडियो के हिट्स ( वीडियो को देखे जाने की संख्या) के आधार पर 100 डॉलर से लेकर 1000 डॉलर तक लेती हैं। अगर किसी वीडियो को 50000 बार देखा गया है तो गेटन इसके 1000 डॉलर लेती हैं। लेकिन इंटरनेट पर सनसनी मचा देने वाले इन वीडियोज की अब लोग निंदा करने लगे हैं और गेटन के इन वीडियो से उब गए हैं।

गुस्साए यूजरों ने गेटन को भेजे अपनी टिप्पणियों में कहा है:जाओ अपने-आप को खत्म कर लो,जा आत्महत्या कर लो,किसी पहाड़ी से कूद जाओ,मैं तुम्हार बलात्कार करूंगा,मैंने तुम्हे जान से मार दूंगा,मैं तुम्हारा अकाउंट हैक कर लूंगा आदि।

गेटन ने इन टिप्पणियों को नकारात्मक बताया है।

गेटन एक मृदु भाषी लड़की है और कनाडा में रहती हैं। उनका मानना है कि वह अपने निजी अंगों को दिखा कर क़ानूनी तरीके से पैसे बनाकर कुछ भी गलत नहीं कर रही हैं।

गेटन कहती हैं :'यह प्रकृति है,यह सेक्स अपील है।'

यू ट्यूब पर पोस्ट किए गए और डेली डॉट फिल्म द्वारा बनाए गए एक छोटे वृत्तचित्र में गेटन अपने दिन में किए जाने वाले कामों के बारे में बताया है। गेटन ने स्वीकार किया कि उन्होंने एक समय इसे एक मॉडल (वीडियो)के रूप में बनाने की कोशिश की थी।

हालांकि गेटन का परिवार उनके इन वीडियो को पसंद नहीं करता है। डेली डॉट फिल्म के मुताबिक गेटन के माता-पिता उसके काम से खासे नाराज हैं और हालात ऐसे बन गए हैं कि गेटन को कभी भी घर छोड़ना पड़ सकता है।






गेटन एक दिन में करीब पांच से 10 वीडियो बनाती हैं। इन वीडियोज को विज्ञापनदाता 'देखें और भुगतान करें' की तर्ज पर लगा देते हैं।
विज्ञापनदाताओं को पता है कि गेटन की छाती के नजदीक से लिए गए शॉट्स उनकी छोटी फिल्मों के लिए एक बड़े दर्शक वर्ग को आकर्षित करेगी और और इन्हें कई हजार लोग देखेंगे।

हालांकि फिल्म में उनका भारी उच्चारण उनकी कही बातों को समझने में दिक्कत पैदा करता है। देखने वाले कई दर्शक या तो इस बारे में ध्यान नहीं देते हैं या फिर गेटन के बारे में घृणित टिप्पणी पोस्ट करते हैं।
कंपनियों की शिकायत भी यहीं से शुरू होती है। कंपनियों का कहना है कि जब उनके चैनल पर आने वाले आगंतुक उनके चैनल पर न आकर का 'द रिप्लाई गर्ल' के थंबनेल पर क्लिक कर देते हैं।
इन कंपनियों का कहना है कि अगर लोग गेटन के पोस्ट किए गए वीडियो को नापसंद भी करते हैं तब भी संबंधित वीडियो एल्गोरिथ्म इस तरह के वीडियोज को पेज पर सबसे ऊपर रखता है।

विवाद को देखते हुए यूट्यूब अब मामले को देख रहा है और पता लगा रहा है कि यह दूसरे चैनलों को कैसे प्रभावित करता है।

लेकिन गेटन इन विवादों के बाद भी आशावादी बनी हुई हैं। उनका कहना है कि नफरत के बावजूद एक छोटा समूह उनका समर्थन करता है।
उनका कहना है: "अगर यूट्यूब साझेदारी या मुद्रीकरण कार्यक्रम मौजूद नहीं होता तब भी मैं निजी ब्लॉग के जरिए ऐसा करते रहती क्योंकि वे मेरी सराहना करते हैं। "

वसुंधरा राजे सिंधिया का जन्म....तस्वीरों में देखें












वसुंधरा राजे सिंधिया का जन्म 8 मार्च, 1953 ई. को मुंबई में हुआ था। वसुंधरा राजे ग्वालियर के शासक जीवाजी राव सिंधिया और उन की पत्नी राजमाता विजया राजे सिंधिया की चौथी संतान हैं। वसुंधरा राजे ने प्रेजेंटेशन कॉन्वेंट स्कूल, से प्रारम्भिक शिक्षा पूरी करने के बाद सोफिया महाविद्यालय, मुंबई यूनिवर्सिटी से इकॉनॉमिक्स और साइंस आनर्स से स्नातक की शिक्षा प्राप्त की है। वसुंधरा राजे की शादी धौलपुर राजघराने के महाराजा हेमंतसिंह के साथ हुई थी। वसुंधरा राजे तब से ही राजस्थानसे जुड़ गईं थी।

वसुंधरा राजे अध्ययन, संगीत, घुड़सवारी, फ़ोटोग्राफ़ी और बागबानी की शौक़ीन हैं। विभिन्न प्रकार की महँगी साड़ियाँ पहनना और उच्च रहन-सहन वसुंधरा राजे का शौक़ है। यह रूतबा देख कर राजस्थान की जनता ही नहीं, पक्षविपक्ष के नेता विधानसभा तक में उन्हें महारानी ही कहते थे
राजनीतिक सफ़र

वसुंधरा राजे को सन् 1984 में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल किया गया था। वसुंधरा राजे की कार्यक्षमता, विनम्रता और पार्टी के प्रति वफ़ादारी के चलते 1998-1999 मेंअटलबिहारी वाजपेयी मंत्रीमंडल में वसुंधरा को विदेश राज्य मंत्री बनाया गया। वसुंधरा राजे कोअक्टूबर, 1999 में फिर केंद्रीय मंत्रीमंडल में राज्यमंत्री के तौर पर स्माल इंडस्ट्रीज, कार्मिक एंड ट्रेनिंग, पेंशन व पेंशनर्स कल्याण, न्यूक्लियर एनर्जी विभाग एवं स्पेस विभाग का स्वतंत्र प्रभार सौंपा गया।

वसुंधरा ने देश की राजनीति में अपनी क़ाबलियत से एक पहचान कायम कर ली। इसी बीच राजस्थान में भैरों सिंह शेखावत के उपराष्ट्रपति बनने से प्रदेश में किसी दमदार नेता का अभाव खटकने लगा। वसुंधरा के पुराने बैकग्राउंड को देखते हुए केंद्रीय पार्टी ने उन को राज्य इकाई का अध्यक्ष बना कर भेज दिया।

वसुंधरा राजे ने चुनावों के मद्देनज़र प्रदेश भर में परिवर्तन यात्रा निकाली। वसुंधरा राजे इस यात्रा के ज़रिये वे आम जनता से मिलती थीं। ख़ासतौर से वसुंधरा राजे महिलाओं को लुभाने के लिये जिस इलाके में जातीं उसी इलाके की वेशभूषा पहन कर जाती थीं। नतीजा यह हुआ कि विधानसभा चुनावों में वसुंधरा राजे भारी बहुमत के बल पर पार्टी को सत्ता में ले आईं। 1 दिसंबर, 2003 में राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं।

वसुंधरा राजे ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिये 2007-2008 के बजट में शिक्षा, रोज़गार, बालविवाह प्रथा पर रोक जैसे पाँच सूत्री कार्यक्रम बनाए थे
इस्‍तीफ़ा

देश जब 62 वॉ स्‍वाधीनता पर्व मना रहा था उस दौरान हमारे देश में लोकतंत्र की ऊँचाई एक बार फिर दिखी। ये प्रजातंत्र का ही करिश्‍मा है कि राजस्‍थान में सर्वोच्‍च पद पर आसीन रही वसुन्‍धरा राजे को आख़िरकार नेता प्रतिपक्ष से इस्‍तीफ़ा देने के लिये तैयार होना पड़ा।

लेकिन इस्तीफ़ा देने वाली ये वसुंधरा पाँच साल पहले वाली केंद्र से थोपी गयीं वसुंधरा नहीं थीं। अब वसुंधरा राजे के साथ विधायकों का बहुमत था और आलाकमान की तमाम कोशिशों के बावज़ूद विधायक उनके साथ बने रहे। यानी ये कहा जा सकता है कि वसुंधरा अब एक कद्दावर नेता बन चुकी थीं और पार्टी के लिये उनसे पार पाना इतना आसान नहीं था। वसुंधरा चाहतीं तो पार्टी से बगावत करके अलग दल बनाने का हसीन ख्वाब देख सकती थीं[
स्वशाक्तीकरण के प्रयास

2007 में यूएनओ द्वारा वसुंधरा को महिला के लिये स्वशाक्तीकरण के प्रयासों के लिये 'विमन टूगेदर अवार्ड' दिया गया। कुछ भी हो, वसुंधरा राजे ने हमेशा अपनी क़ाबिलियत का लोहा मनवाया और आगे बढ़ते हुए राजनीतिक विजय के झंडे गाड़े।

वसंुधरा नहीं मनाएंगी होली और जन्म दिन

वसंुधरा नहीं मनाएंगी होली और जन्म दिन

जयपुर। प्रतिपक्ष की नेता श्रीमती वसुंधरा राजे इस बार आठ मार्च को अपना जन्मदिन और होली का त्योहार नहीं मनाएंगी। राजे का कहना है कि राजस्थान के हालात मन को पीड़ा देने वाले हैं। भंवरी अपहरण कांड और गोपालगढ़ जैसे हादसे संवेदनहीनता की पराकाषा है। अन्नदाता किसान पाले और शीतलहर से बर्बाद हुई फसलों पर आंसू बहा रहे हैं। जिससे वे बहुत दुखी हैं।

डेढ़ लाख में मिली दुल्हन, घूंघट उठाने से पहले कर बैठी दगाबाजी!

पाली.अपना घर बसाने के लिए रमेश ने डेढ़ लाख रुपए में भीलवाड़ा की जिस सोनू नाम की युवती से शादी करना स्वीकार किया वह दुल्हन के लिबास में मंगलवार को परिवार के लोगों के साथ पाली पहुंचीं। इस बीच लेनदेन की बात को लेकर विवाद होता देख युवती फरार हो गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे पुलिस दल ने भीलवाड़ा के दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया, जो शादी कराने में बिचौलिए की भूमिका निभाने वाले हैं।

पुलिस के अनुसार सुभाष नगर निवासी रमेश बंजारा की काफी समय से शादी नहीं हो रही थी। शादी कराने के लिए चचेरे भाई दौलतराम ने भीलवाड़ा के शाहपुरा निवासी गोपाल नायक पुत्र चौथूराम व माणक नायक पुत्र हापूराम से रमेश की मुलाकात कराई। गोपाल व माणक ने भीलवाड़ा की किसी सोनू नाम की युवती को दिखा कर रमेश की शादी की बात पक्की कराई।



शादी के बदले डेढ़ लाख रुपए में सौदा तय हुआ, जिसमें से करीब पचास हजार रुपए दे दिए गए। बाकी की रकम दुल्हन के पाली आने पर देना तय हुआ था। सोमवार की रात को सोनू नाम की युवती दो महिलाओं व दोनों बिचौलिए के साथ पाली पहुंचीं। मंगलवार को सोनू ने रमेश की पत्नी बनना स्वीकार कर शादी का लिबास भी पहन लिया।



शाम को बाकी की रकम देने की बात को लेकर रमेश का बिचौलिए दोनों युवकों से विवाद हुआ, जिसको लेकर घर के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई। इस दौरान लोगों ने पुलिस को बुला लिया, जिसकी भनक लगते ही वह युवती दोनों महिलाओं के साथ वहां से भाग गई। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो दोनों युवक रमेश से झगड़ा कर रहे थे। पुलिस ने भीलवाड़ा जिले के उन दोनों युवकों को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया, जिनसे फरार हुई युवती व महिलाओं के बारे में पूछताछ की जा रही है।

श्रीदेवी की बिटिया



मुंबई में चल रहे फैशन वीक के चौथे दिन श्रीदेवी अपनी बेटी जाह्नवी कपूर के साथ पहुंची| मम्मी श्रीदेवी तो शॉर्ट ड्रेस में काफी स्टाइलिश लग ही रही थीं बिटिया भी कुछ कम नहीं नजर नहीं आ रही थी|

नीले रंग की शॉर्ट ड्रेस में उनका ग्लैमरस अंदाज देख ऐसा लगा कि वह भी बॉलीवुड में आने की तैयारी में हैं|

मम्मी भी बिटिया को इस मामले में ट्रेंड कर रही हैं तभी वह उनके साथ आजकल हर इवेंट में नजर आ जाती हैं|अब वो फिल्मों में आती हैं या नहीं ये तो वक्त ही बताएगा मगर उनका हॉट अंदाज़ सबको भा गया|

बगल में पति की लाश रखकर प्रेमी संग रंगरलियां मनाती रही पत्नी!

पानीपत.सोनीपत.महिला ने पहले अपने प्रेमी संग मिलकर पति की हत्या की और हत्या के बाद प्रेमी के साथ रंगरलियां मनाईं।  

पुलिस को गुमराह करने के लिए फिल्मी स्टाइल में नाटक रच डाला, जिससे मामला लूट व डकैती का लगे। मामला सोनीपत जिले के दहिसरा गांव का है। घटना 8 फरवरी की रात को हुई थी। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए पत्नी सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।


डीएसपी सुरेंद्र मलिक ने बताया कि दहिसरा गांव में 8 फरवरी की रात को सतीश की हत्या कर दी गई थी। मामले की छानबीन करते हुए हत्यारोपी पत्नी, उसके साथी पवन व शाहिद खान को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि फरार आरोपी नसरूद्दीन उर्फ काला व चुन्नू की गिरफ्तारी के प्रयास चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि महिला ने अवैध संबंधों के चलते ही प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या की। पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए घटनास्थल पर ऐसा नाटक रचा, जिससे लगे कि लूट और डकैती डालने वालो ने ही यह हत्या की है।


यह था मामला : दहिसरा गांव निवासी सतीश अपने बच्चों सहित गांव की फिरनी पर रहता था। सतीश की तीन संतान थीं। नौ फरवरी की सुबह सतीश के घर बच्चों के रोने की आवाज सुनकर परिवार के सदस्य जितेंद्र ने मकान के अंदर जाकर देखा कि सतीश अपनी चारपाई पर मृत पड़ा था। उसके पैर रस्सी से चारपाई के साथ बांधे हुए थे व गले में बेडसीट लपेटी हुई थी। उसकी पत्नी अचेत अवस्था में पड़ी थी।

ऐसे दिया अंजाम


डीएसपी सुरेंद्र मलिक ने मंगलवार को घटना से पर्दा उठाते हुए बताया कि मृतक सतीश की पत्नी के नोएडा निवासी अपने ननदोई पवन के साथ अवैध संबंध थे। इसलिए उन्होंने सतीश को अपने रास्ते से हटाने की योजना बनाई।


इसके लिए पवन ने अपने मित्र असगरपुर सेक्टर-28, नोएडा निवासी शाहिद खान व शाहिद खान ने अपने मित्र गाजियाबाद के बदरपुर निवासी नसरूद्दीन उर्फ काला व चुन्नू को साथ मिलाया। सभी आरोपी आठ फरवरी की सायं दहिसरा स्थित सतीश के मकान पर पहुंचे। योजनानुसार रश्मि ने सतीश को शराब में नींद की गोलियां व बच्चों को भी नींद की गोलियां खिला दीं।


जिससे वे बेहोश हो गए और सतीश को रस्सी के साथ चारपाई से बांध दिया। सतीश के सिर में ईंटें मारकर व गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद घर का सामान इधर-उधर फेंक दिया, जिससे उस पर संदेह न हो। सतीश की हत्या के बाद रश्मि ने नसरूद्दीन उर्फ काला के साथ अवैध संबंध कायम किए। घटना के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए और महिला ने भी बेहोशी का नाटक रचा।

एसपी ने फ्लैग मार्च कर होली पर सद्भाव बनाए रखने की अपील की

एसपी ने फ्लैग मार्च कर होली पर सद्भाव बनाए रखने की अपील की

जैसलमेर जिला पुलिस ने होली के पर्व पर कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला मुख्यालय सहित विभिन्न थाना क्षेत्रों में फ्लैग मार्च किया। शहरी क्षेत्र में गठित तीन टीमों में से एक टीम का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने किया। इनके द्वारा गीता आश्रम, मलका प्रोल, गफूर भट्टा, ट्रांसपोर्ट नगर, गांधी कॉलोनी, गड़सीसर चौराहा तक फ्लेग मार्च किया गया। इसी प्रकार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक व उप अधीक्षक बंशीलाल के नेतृत्व में भी शहरी क्षेत्र में पुलिस ने फ्लेग मार्च कर लोगों से कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की।

ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस थाना रामगढ़ में थानाधिकारी के नेतृत्व में, मोहनगढ़ में थानाधिकारी मुकेश चावड़ा के नेतृत्व में, सम में भगवानसिंह के नेतृत्व में, पोकरण में हमीरसिंह के नेतृत्व में, सांकड़ा में खुशालचंद के नेतृत्व में, नोख में हुकमसिंह के नेतृत्व में, झिनझिनयाली में गुमानाराम के नेतृत्व में पुलिस ने फ्लेग मार्च किया।