रविवार, 21 अगस्त 2011

एक बोतल खून के बदले मांगी अस्मत

एक बोतल खून के बदले मांगी अस्मत
बैतूल। जिला अस्पताल की ब्लड बैंक में महज खून की एक बोतल के लिए एक मजबूर महिला से अस्मत मांगे जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप सामने आने के बाद हरकत में आए अस्पताल प्रशासन ने आनन-फानन में आरोपी लैब टेक्निशियन को वहां से हटाकर अन्यत्र अटैच कर दिया है।

बीमार है महिला का बेटा - पीडित महिला जिला मुख्यालय से 15 किमी दूर के गांव से अपने दस साल के बेटे का इलाज कराने 8 अगस्त को जिला अस्पताल आई थी। सिकलसेल एनीमिया से पीडित उसका बेटा यहां शिशु वार्ड में भर्ती है। उपचार के दौरान बच्चे को बार-बार खून की जरूरत पड़ रही थी।

एक बोतल ञ्च पेज 12
महिला के परिजनों ने 17 अगस्त को तो डोनर के जरिए एक यूनिट खून की व्यवस्था कर दी, लेकिन अगले दिन डोनर की व्यवस्था नहीं हो पाई। परेशान महिला ब्लड बैंक में पदस्थ लैब टेक्निशियन अभय अग्निहोत्री के पास गई। महिला का आरोप है कि टेक्निशियन ने उससे खून के बदले आबरू मांगी। 18 अगस्त को महिला ने परिजनों को इसकी जानकारी दी और सीएस डॉ. डब्ल्यूए नागले को लिखित शिकायत की गई।

...पूरा इंतजाम कर दूंगा
आरोप के अनुसार लैब टेक्निशियन अग्निहोत्री ने महिला से कहा कि बच्चे के इलाज में जितना ब्लड लगेगा, पूरी व्यवस्था करवा दी जाएगी, बस एक बार अस्मत दे दो। शिकायत के बाद अग्निहोत्री को हटाकर सेहरा पीएससी अटैच कर दिया गया।


महिला ने शिकायत की है। मामला संवेदनशील होने के कारण आरोपी कर्मचारी को तत्काल वहां से हटा दिया गया है। जांच की जा रही है। डॉ. डब्ल्यूए नागले सीएस, जिला अस्पताल बैतूल

मेरे खिलाफ विभागीय जांच चल रही है। जांच में सच सामने आ जाएगा। इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं कहना चाहता।
अभय अग्निहोत्री, आरोपी

प्रदीप जेएनवीयू छात्रसंघ अध्यक्ष

प्रदीप जेएनवीयू छात्रसंघ अध्यक्ष

जोधपुर। जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर एक बार फिर एनएसयूआई काबिज हो गई है। पिछली बार पूरा एपेक्स पैनल एनएसयूआई का था। अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई प्रत्याशी प्रदीपसिंह राठौड़ ने एबीवीपी के महेंद्र चौधरी को पराजित किया। वहीं महासचिव पद पर एनएसयूआई के राजप्रिंस भाटी ने एसएफआई के सुनील विश्नोई को 83 मतों से हराया।

वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी के हितेश व्यास और संयुक्त महासचिव पद पर एसएफआई की इंद्राकुमारी ने जीत दर्ज की। इधर, जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के महाविद्यालयों में एबीवीपी ने बाजी मारी। पीपाड़सिटी के श्रीमती सीतादेवी चुन्नीलाल बरडिया राजकीय कन्या महाविद्यालय में एबीवीपी की वर्षा टाक ने एनएसयूआई की पूजा दाधीच को 36 मतों से पराजित किया।

वहीं भोपालगढ़ के राजकीय महाविद्यालय में एबीवीपी के राजाराम सारण ने एनएसयूआई के भूपेंद्र मेवाड़ा को 155 मतों से हराया। फलोदी के जयनारायण मोहनलाल पुरोहित राजकीय महाविद्यालय में भी अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के मोतीलाल पुरोहित 96 मतों से जीते। उन्होंने एसएफआई के श्याम नेहरा को हराया।

बीकानेर में पर्ची से हुआ अध्यक्ष का फैसला


बीकानेर में पर्ची से हुआ अध्यक्ष का फैसला

बीकानेर। महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय बीकानेर में पहली बार हुए छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष का फैसला पर्ची से हुआ। यहां सुल्तान सिंह व रमेश चंद्र को 40-40 वोट मिले। इस पर पर्ची डाली गई। कुल पांच पर्चियों में से सुल्तान के नाम तीन व रमेश के नाम दो पर्ची निकली।इस तरह स्वतंत्र प्रत्याशी सुल्तान अध्यक्ष बन गए। अन्य पदों के लिए हुए चुनाव में पुष्पा उपाध्यक्ष,अभिषेक पारीक महासचिव व राहुल मूण्ड संयुक्त सचिव निर्वाचित हुए।

मुकेश निर्विरोध अध्यक्ष
राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय बीकानेर में भी पहली बार हुए छात्र संघ चुनाव में मुकेश कुमार माली निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित हुए है।

उपाध्यक्ष मनोज कुमार , महासचिव योगेश आर्य व सह सचिव आदित्य मिढ्ढा निर्वाचित हुए हैं।
स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय बीकानेर में छात्रसंघ का चुनाव रविवार को होगा। यहां सम्बद्ध कॉलेजों के प्रतिनिधि छात्रसंघ चुनेंगे।

फरार हेरोइन तस्कर पकड़ा


फरार हेरोइन तस्कर पकड़ा

बाड़मेर । सीमा सुरक्षा बल, सेन्ट्रल व स्टेट इन्टेलीजेंस ब्यूरो और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में शनिवार को बीकानेर जिले के बज्जू क्षेत्र में एक हेरोइन तस्कर को गिरफ्तार कर लिया गया। बाड़मेर में 15 किलो हेरोइन बरामदगी के दो साल पुराने प्रकरण में वह फरार चल रहा था। उसे बाड़मेर पुलिस को सौंप दिया गया है।


खाजूवाला वृत्ताधिकारी बाबूलाल बिश्नोई व बज्जू थानाप्रभारी श्रवण दास ने बताया कि गिरफ्तार तस्कर गोकुला राम जाट पुत्र रामाराम है। यह बाड़मेर के भाखासर क्षेत्र के दीपला गांव का निवासी है। उसे शनिवार को बज्जू के दण्डकलां गांव में संयुक्त कार्रवाई के दौरान दबोच लिया गया।

भाई के यहां फर्जी नाम से रहता था

हेरोइन तस्कर गोकुला काफी समय से बज्जू के दण्डकलां गांव में अपने सगे भाई आशुराम के यहां फर्जी नाम से रह रहा था। एक अन्य भाई दयाला राम भी यहीं रहता है। ये मूल रूप से पाकिस्तान के थारपारकर जिले में लादेकी बेरी गांव के हैं।

भारत- पाक युद्ध 1971 में ये शरणार्थी के रूप में भारत आ गए थे और बाड़मेर जिले की चौहटन तहसील दीपला गांव में रहने लगे। गोकुला के पिता को दण्डकलां में चक दो जीएसएम में दो मुरब्बा जमीन मिली थी। बाड़मेर पुलिस ने उसे भगौड़ा घोषित कर गिरफ्तारी पर 25 हजार का इनाम भी रखा था।

सूत्रों के अनुसार गोकुला ने पहले धोकल राम और फिर बृजाराम नाम रखे। इसी वजह से वह संदेह के दायरे में आया। पिछले दिनों खुफिया सूचनाओं के आदान-प्रदान के दौरान कुछ खुलासा हुआ कि बज्जू के सीमा क्षेत्र में संदिग्ध नाम से रह रहा शख्स बाड़मेर में वांछित तस्कर गोकुला ही है। इस पर शनिवार को सीमा सुरक्षा बल बीकानेर सेक्टर के निरीक्षक संग्राम सिंह बिस्वाल और इन्टेलीजेंस ब्यूरो व पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में उसे दबोच लिया गया। हालांकि भनक लगने पर उसने भागने की कोशिश की थी।
एसओजी ने मामला बनाया था

एजेन्सियों के सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2009 में जयपुर से आई एसओजी की टीम ने बाड़मेर में 15 किलो हेरोइन बरामद की थी और दो अभियुक्तों बलवंतराम चारण व गोकुल राम पुत्र सिमरथा राम को गिरफ्तार कर लिया था जबकि गोकुला पुत्र रामाराम जाट भाग निकला था।

एसओजी ने ही इनके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत बाड़मेर के भाखासर थाने में मामला दर्ज कराया था।ऎसा माना गया था कि हेरोइन पाकिस्तान से लाई गई थी और गुजरात ले जाई जा रही थी। शनिवार को गोकुला को पकड़ कर बज्जू पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया जहां से उसे बाड़मेर पुलिस ले गई।

सिरोही न्यूज़ बॉक्स ...आज की खबरे ...21..agust



तीन अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली
सिरोही। जिला पुलिस ने जिले के तीन अपराधियों की हिस्ट्रशीट खोली है। पुलिस अधीक्षक कैलाशचन्द्र विश्नोई के अनुसार जिले के सरूपगंज थानांतर्गत मोहम्मद रफीक पुत्र अनवर खां मुसलमान के विरूद्ध 9, मंडार थानांतर्गत महेन्द्रसिंह पुत्र जब्बरसिंह राजपूत के विरूद्ध 7 तथा आबूरोड सदर थानांतर्गत पूनाराम पुत्र मोतीराम गरासिया के विरूद्ध 9 आपराधिक प्रकरण दर्ज हंै। अपराधिक प्रवृत्तियों में लिप्त होने के कारण हिस्ट्रीशीट खोलने के बाद इनकी निगरानी जारी है।




विद्यालय में चले लात-घूंसे
पालड़ी-एम (सिरोही)। समीपवर्ती अन्दौर राजकीय माध्यमिक विद्यालय में शनिवार सुबह उपस्थिति पंजिका में उपस्थिति दर्ज करने को लेकर यहां पदस्थापित अध्यापक, अध्यापक पुत्र एवं लिपिक के बीच मारपीट हो गई। स्कूल खुलने से पहले हुई इस घटना में तीनों के बीच जमकर लात-घूंसे चले। सूचना पर पुलिस मौके पर पहंुची।

जानकारी के अनुसार अन्दौर राजकीय माध्यमिक विद्यालय में पदस्थापित अध्यापक जगदीशकुमार, अन्य जगह पदस्थापित उसका अध्यापक पुत्र एवं लिपिक चतराराम भील के बीच विद्यालय पंजिका में उपस्थिति दर्ज करने को लेकर बहस हो गई। बात मारपीट तक पहंुच गई। सूचना पर पोसालिया से पुलिस मौके पर पहुंची। दोनों पक्ष की ओर से पुलिस में मारपीट की रिपोर्ट दी गई है, लेकिन समाचार लिखे जाने तक मामले दर्ज नहीं हुआ था।

मारपीट की घटना के दौरान विद्यालय का काफी सामान क्षतिग्रस्त हो गया। पानी का मटका, उपस्थिति पंजिका, चाय की कप-प्लेटें, केलक्युलेटर व अन्य महत्वपूर्ण रिकॉर्ड को नुकसान पहंुचा है।


ट्रोलर की टक्कर से महिला जातरू की मौत

पोसालिया। पुलिस थाना पालड़ी एम. अन्तर्गत राजमार्ग पर उथमण के समीप शनिवार अलसुबह अज्ञात ट्रोलर की टक्कर से एक महिला जातरूकी मौत हो गई। हादसे मेंतीन अन्यघायल हो गए।

पुलिस के अनुसार सम्पूर्णानन्द कॉलोनी (सिरोही) निवासी अशोक कुमार पुत्र प्रेमाराम सैन ने सरकारी चिकित्सालय शिवगंज में रिपोर्ट देकर बताया कि उसकी पत्नी पार्वती सैन (45) बाबा रामदेव दर्शन के लिए पैदल रवाना हुई थी। उसके साथ और भी यात्री थे, जो आगे-पीछे चल रहे थे। उथमण के समीप शनिवार तड़के करीब पांच बजे पीछे से आ रहे अज्ञात ट्रोलर ने उनको चपेट में ले लिया। हादसे में वह गम्भीर रूप से घायल हो गई।

एम्बुलेंस 108 से शिवगंज ले जाते समय उसकी मौत हो गई। हादसे में सिरोही निवासी विमला पत्नी रतीराम माली, विष्णु पुत्र कपूराराम माली व टांकरिया सिरोही निवासी धनकी पुत्री भूराराम भील घायल हो गए। शिवगंज संवाददाता के अनुसार घायलों को स्थानीय चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया। वहीं मृतका के शव को पोस्टमार्टम करने उसके परिजनों को सौंप दिया गया है।

चिटफंड स्कीम के संचालक को जेल भेजा

चिटफंड स्कीम के संचालक को जेल भेजा

सरूपगंज। सरूपगंज क्षेत्र में चल रही चिटफंड स्कीम के विरूद्ध सरूपगंज पुलिस थाने में दर्ज मामले में गिरफ्तार किए गए कंपनी के संचालक को एक दिन के रिमांड की अवधि के बाद जेल भेजा गया।

थानाधिकारी देवीदान बारहठ के अनुसार के सरूपगंज निवासी साजीदअली (राजू) पुत्र सादिकअली की ओर से दर्ज करवाए गए धोखाधड़ी के प्रकरण में बालाजी मार्केर्टिंग के नाम से चलाई जारी चिटफंड स्कीम के संचालक सरूपगंज निवासी ललित अग्रवाल को गिरफ्तार एक दिन के पुलिस रिमांड पर रखा गया था। शनिवार को रिमांड की अवधि पूरी होने पर पुन: न्यायालय में पेश किया। जहां उसकी जमानत अर्जी खारिज कर उसे न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश हुए।

तीन नर्सिग होम के विरूद्ध इस्तगासे दायर

तीन नर्सिग होम के विरूद्ध इस्तगासे दायर

जालोर । पीसीपीएनडीटी एक्ट का उल्लंघन करना भीनमाल के तीन नर्सिग होम संचालकों को महंगा पड़ गया। चिकित्सा विभाग की ओर से तीनों के विरूद्ध भीनमाल के एसीजेएम कोर्ट में अलग-अलग इस्तगासे दायर किए गए।

चिकित्सा विभाग के अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.के. चौहान और पीसीपीएनडीटी सेल के जिला समन्वयक पृथ्वीराजसिंह ने न्यायालय में दायर किए इस्तगासे में बताया कि नवकार हॉस्पिटल के डॉ. सुदर्शन गोस्वामी, भरत नर्सिग होम के डॉ. श्रवण मोदी और मानस हॉस्पिटल के गोपालचंद गांधी ने लिंग जांच निर्घारित में एक्ट का उल्लंधन किया है। इसके अलावा इनके फॉर्म एफ में गंभीर अनियमितता पाई गई है। गौरतलब है कि पूर्व में पीसीपीएनडीटी सेल के अधिकारियों की टीम ने तीनों का निरीक्षण किया था। जांच के बाद इस्तगासे दायर किए गए।

आग से एक की मौत

आग से एक की मौत

भीनमाल/ बागोड़ा। बागोड़ा थाना क्षेत्र के खोखा गांव में शनिवार को एक रहवासीय झोपड़े अचानक लग लगने से एक अधेड़ महिला की मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग दर्ज कर जांच शुरू की। थानाधिकारी सुमेरसिंह राठौड़ ने बताया कि खोखा निवासी श्रीमती सखी (45) पत्नी सफी मोहम्मद शनिवार दोपहर को झोपड़े में सो रही थी।

अचानक आग लगने से उसकी मौत हो गई। आग की सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने आग पर काबू कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मृतका के पोस्टमार्टम कर परिजनों को सुपुर्द किया।

युगल गिरफ्तार

युगल गिरफ्तार

भीनमाल. शहर के क्षेमंकरी माता मंदिर तलहटी पर शनिवार को संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए युवक व युवती को पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक थलवाड़ निवासी रूपाराम [20] पुत्र पारसमल बंजारा भाट व बाड़मेर जिले के टोकला निवासी एक युवती को पुलिस ने संदिग्धावस्था में गिरफ्तार किया।

आरोपी लाइनहाजिर जांच शुरू

आरोपी लाइनहाजिर जांच शुरू

जैसलमेर। उबछठ पर्व के दौरान मंदिर में दर्शन करने जा रही एक युवती के साथ छेड़छाड़ के मामले से गुस्साए लोग पुलिस अधीक्षक निवास के बाहर जमा हुए और एसपी को ज्ञापन सौंपा। पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई की समझाइश पर वे माने। इस संबंध मे शहर कोतवाली में मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस मे दर्ज रिपोर्ट के अनुसार पुलिस के वाहनचालक चतुरसिंह पर आरोप है कि उसने शुक्रवार रात्रि उबछठ पर्व के दौरान मंदिर दर्शन करने जा एक युवती के साथ छेड़छाड़ की। युवती के चिल्लाने पर मंदिर जा रही अन्य युवतियां व आसपास के लोग मौके पर पहुुंचे, जिससे घबराकर आरोपी वहां से वाहन लेकर भाग गया। शनिवार सुबह गुस्साए लोगों ने एसपी निवास के बाहर प्रदर्शन किया। पुलिस की समझाइश के बाद लोग माने। उधर, मामला उजागर होने पर आरोपी पुलिसकर्मी को लाइन हाजिर कर दिया गया है।

होगी कार्रवाई
पुलिस ने इस संबंध मे मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी पुलिसकर्मी को लाइन हाजिर कर दिया गया है। उसके खिलाफ जांच चल रही है। जांच मे दोषी पाए जाने पर उसके खिलाफ कानूनी व विभागीय दोनो तरह की कार्रवाई होगी।
- ममता विश्नोई, पुलिस अधीक्षक, जैसलमेर

तबीयत बिगड़ने से दो जातरूओं की मौत

तबीयत बिगड़ने से दो जातरूओं की मौत

पोकरण। रामदेवरा मेले के दर्शनार्थ आए दो जातरूओं की शनिवार को ह्वदयगति रूक जाने से अचानक मौत हो गई। पुलिस के अनुसार शनिवार को करीब दो बजे तखतिया जिला मंदसौर मध्यप्रदेश निवासी झूंझार (6 0) पुत्र हरिराम चमार रामदेवरा से दर्शन करने के बाद पोकरण आया तथा कचहरी परिसर के बाहर पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। इसी दौरान उसकी तबीयत बिगड़ गई तथा कुछ ही देर में उसने वहीं दम तोड़ दिया।

सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची तथा उसके साथ आए परिजनों की इच्छानुसार शव उन्हें सुपुर्द किया। जिसे उज्जैन ले जाया गया। इसी प्रकार शनिवार को करीब पांच बजे मड़ावदा जिला उज्जैन (मध्यप्रदेश) निवासी रमेश (38 ) पुत्र हीरालाल रामदेवरा गांव में मंदिर के दर्शनों के लिए लाइन में खड़ा था। इसी दौरान उसकी तबीयत बिगड़ गई व बेहोश होकर गिर पड़ा।उसे 108 एम्बुलेंस से पोकरण अस्पताल लाया गया। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

जेवर व पचास हजार लेकर चंपत

जेवर व पचास हजार लेकर चंपत

पोकरण। कस्बे में शुक्रवार की रात्रि में दो अलग-अलग जगहो हुई चोरी की वारदातों में अज्ञात चोरों की ओर से सोने, चांदी के गहने व नकदी चुराकर ले जाने पर पुलिस में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार स्थानीय नेहरू नगर कॉलोनी निवासी अनोपाराम पुत्र लूणाराम मेघवाल ने प्राथमिकी दर्ज कराई कि शुक्रवार की रात्रि में वे अपने आवास पर सो गए।

रात्रि 12 बजे बाद उनके घर में चोर घुसे तथा एक कमरे में रखे दो लोहे के संदूक व सूटकेस यहां से उठाकर ले गए। इसमें 10 तोला सोना व पौने दो किलो चांदी के गहने एवं 50 हजार रूपए नकद रखे हुए थे। जब वे सुबह जल्दी उठे, तो कमरे का दरवाजा खुला पड़ा था तथा उसमें संदूक व सूटकेस नहीं था।

जिस पर उन्होंने इसकी सूचना पुलिस व पड़ौसियों को दी। कॉलोनीवासियों ने घर के बाहर कुछ पदचिह्नों के आधार पर तलाश की, तो देखा कि मकान से कुछ ही दूरी पर दक्षिण दिशा में स्थित एक बरसाती नाले में सूटकेस व संदूक टूटे हुए व खुले पड़े थे। उसमें रखे गहने व नकदी अज्ञात चोर चुरा ले गए।

पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। इसी प्रकार कस्बे के आशापुरा मार्ग पर स्थित स्थाईनाथ महाराज के आश्रम में भी शुक्रवार की रात्रि चोर ताला तोड़कर कमरे में घुसे तथा यहां रखा सामान अस्त व्यस्त कर दिया एवं एक ड्रम, जो आश्रम से करीब 100 फीट की दूरी पर ले जाकर डाल दिया। उसमें रखा सामान भी यहां बिखेर दिया। आश्रम में चोरी गए सामान की पुख्ता जानकारी नहीं मिल पाई है, न ही इस संबंध में पुलिस में कोई मामला दर्ज किया गया है।

फिर लहराया एबीवीपी का परचम

फिर लहराया एबीवीपी का परचम 
 

जैसलमेर। जैसलमेर मे शनिवार को हुए छात्रसंघ चुनाव मे लगातार दूसरे साल एनएसयूआई को बुरी तरह शिकस्त का सामना करना पड़ा, वहीं इस बार चुनाव मैदान मे उतरी एससी-एसटी छात्रसंघ को भी मायूसी ही हाथ लगी। पोकरण व जैसलमेर मे शनिवार को छह पदो के लिए हुए चुनाव मे पांच मे एबीवीपी को सफलता मिली।

जैसलमेर के एसबीके कॉलेज मे हुए चुनाव मे इस बार अध्यक्ष बनने का गौरव निर्दलीय उम्मीदवार मनोहरसिंह को मिला, जबकि अन्य तीनो सीटो पर एबीवीपी ने कब्जा जमाया, वहीं पोकरण में अध्यक्ष व महासचिव पद के लिए हुए चुनावो मे एबीवीपी के प्रत्याशियो ने जीत हासिल की।

यहां एबीवीपी के खंगारसिंह भाटी अध्यक्ष बने। गौरतलब है कि जैसलमेर के मिश्रीलाल सांवल महिला महाविद्यालय मे अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व महासचिव पद पर पहले से ही एबीवीपी की प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हो चुकी है और संयुक्त सचिव पर कोई नामांकन ही नहीं आया था।

जैसलमेर में शनिवार सुबह से ही मतदाताओं का जोश व उत्साह देखते ही बनता था। शहर के एसबीके कॉलेज मे सुबह आठ बजे मतदान की प्रक्रिया शुरू होते ही विद्यार्थियो के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया, जो दोपहर एक बजे तक चला। हालांकि सुबह 8 से 11 बजे तक मतदान की गति धीमी जरूर रही, लेकिन बाद में जमकर मतदान हुआ। महाविद्यालय के कुल 803 विद्यार्थियो मे से 673 विद्यार्थियो ने मतदान किया। इस प्रकार यहां मतदान 83.81 प्रतिशत रहा। उधर, पोकरण कॉलेज मे कुल 362 मे से 302 विद्यार्थियो ने मतदान किया और मतदान 83.42 प्रतिशत रहा।

एक-एक वोट के लिए जद्दोजहद
विधानसभा व लोकसभा चुनाव की तरह कॉलेज चुनाव मे भी छात्र नेता मतदाताओ से वोट के लिए आग्रह करते नजर आए तो कुछ चाय या नाश्ते की मनुहार करते दिखाई दिए, तो कहीं वोट देने के बाद पोलिंग बूथ से बाहर निकलते छात्रो के समूह चर्चा मे मशगूल दिखाई दिए। छात्रसंघ चुनाव मे एक-एक वोट का महत्व कितना है, इसकी बानगी मतदान कक्ष के बाहर चल रही कक्षाओ के रूप मे देखने को मिली।

मतदान से पहले प्रत्याशी व उनके एजेंट पहली बार वोट दे रहे छात्रो को नाम के आगे मोहर लगाने और वोट के बाद कागज को मोड़कर मतपेटी मे डालने की प्रक्रिया समझाते दिखाई दिए, ताकि उनका वोट व्यर्थ न जाए। एसबीके कॉलेज में जब मतगणना का कार्य चल रहा था, तब कॉलेज के बाहर प्रत्याशियों के समर्थकों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। चुनाव को लेकर पुलिस ने पुख्ता सुरक्षा प्रबंध किए थे और कॉलेज मार्ग पर वाहनो की आवाजाही पर रोक लगा दी और भीड़ जमा होने ही नहीं दी। इगांनप कॉलोनी के गेट से आगे भीड़ को आने ही नहीं दिया गया। लोग अपराह्न चार बजे तक इस बात को लेकर उत्सुक थे कि चुनाव मे इस बार कौनसा संगठन विजयी होगा। जब चुनाव परिणामो की घोषणा हुई तो समूचा माहौल जयकारो से गूंज उठा।

एसबीके कॉलेज के परिणाम
एसबीके कॉलेज मे हुए चुनाव मे निर्दलीय उम्मीदवार मनोहरसिंह ने अध्यक्ष पद पर विजयश्री हासिल की। उसे 313 वोट मिले। एबीवीपी के प्रत्याशी नरपतसिंह को 176 वोट, एससी-एसटी महासंघ के कैलाशचंद को 125 व एनएसयूआई के श्यामाराम को 54 वोट मिले। इसी तरह उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी के अनिलसिंह ने विजय हासिल की, उसे 373 वोट मिले। एनएसयूआई के हिम्मतसिंह को 146 व एससी-एसटी महासंघ के कमल को 144 वोट मिले। महासचिव पद पर हुई सीधी टक्कर मे आकाश ओझा को जीत मिली। परिषद के ओझा ने 419 व एनएसयूआई के दिलीपदान को 241 वोट मिले। संयुक्त सचिव पद के लिए एबीवीपी के पुरखदान को विजय मिली। उसने 343 वोट हासिल किए, जबकि एनएसयूआई के जसराज को 236 व निर्दलीय प्रत्याशी जितेन्द्र को 76 वोट मिले।

बारह चुनावो मे पांचवीं हार
एसबीके राजकीय महाविद्यालय मे वर्ष 1993-94 से लेकर अब तक हुए छात्रसंघ चुनाव मे एबीवीपी का पलड़ा भारी रहा है। यहां अब तक हुए कुल 12 छात्रसंघ चुनाव मे सबसे ज्यादा एबीवीपी ने सात बार अध्यक्ष पद पर सफलता हासिल की है, जबकि पांच बार उसे हार का सामना करना पड़ा है।
वर्ष अध्यक्ष संगठन
1993-94 शरद व्यास एबीवीपी
1994-95 मोहनदान चारण एबीवीपी
1995-96 अरविन्द पुरोहित एबीवीपी
1996 -97 हरिवल्लभ कल्ला एनएसयूआई
1997-98 महेन्द्रसिंह सीएसएस
1998 -99 गणपतराम महासंघ
1999-2000 समंुद्रसिंह एबीवीपी
2001-02 रमणलाल एनएसयूआई
2002-03 महेश पुरोहित एबीवीपी
2003-04 मनोहरसिंह एबीवीपी
2010-11 जालमसिंह एबीवीपी
2011-12 मनोहरसिंह निर्दलीय
नोट- सत्र 2000-01 व 2004-05 से 2009-10 तक छात्र संघ चुनाव नहीं हुए।

Shrinathji

photo...श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई शुभकामनाये ....जय श्री कृष्ण राधे कृष्णा कृष्ण जन्मभूमि, मथुरा




















कृष्ण जन्मभूमि, मथुरा



भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का दिन बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। कृष्ण जन्मभूमि पर देश–विदेश से लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती हें और पूरे दिन व्रत रखकर नर-नारी तथा बच्चे रात्रि 12 बजे मन्दिरों में अभिषेक होने पर पंचामृत ग्रहण कर व्रत खोलते हैं। कृष्ण जन्म स्थान के अलावाद्वारकाधीश, बिहारीजी एवं अन्य सभी मन्दिरों में इसका भव्य आयोजन हता हैं , जिनमें भारी भीड़ होती है।


भगवान श्रीकृष्ण का प्राकट्य उत्सव


माखनचोर कृष्ण


§ भगवान श्रीकृष्ण ही थे, जिन्होंने अर्जुन को कायरता से वीरता, विषाद से प्रसाद की ओर जाने का दिव्य संदेश श्रीमदभगवदगीता के माध्यम से दिया।




§ कालिया नाग के फन पर नृत्य किया, विदुराणी का साग खाया और गोवर्धन पर्वत को उठाकर गिरिधारी कहलाये।




§ समय पड़ने पर उन्होंने दुर्योधन की जंघा पर भीम से प्रहार करवाया, शिशुपाल की गालियाँ सुनी, पर क्रोध आने पर सुदर्शन चक्र भी उठाया।




§ अर्जुन के सारथी बनकर उन्होंने पाण्डवों को महाभारत के संग्राम में जीत दिलवायी।




§ सोलह कलाओं से पूर्ण वह भगवान श्रीकृष्ण ही थे, जिन्होंने मित्र धर्म के निर्वाह के लिए गरीब सुदामा के पोटली के कच्चे चावलों को खाया और बदले में उन्हें राज्य दिया।




§ उन्हीं परमदयालु प्रभु के जन्म उत्सव को जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है।


कृष्ण जन्मभूमि, मथुरा

अवतार

कृष्ण एवं कृष्ण संदर्भ


भगवान श्रीकृष्ण विष्णुजी के आठवें अवतार माने जाते हैं। यह श्रीविष्णु का सोलह कलाओं से पूर्ण भव्यतम अवतार है। श्रीराम तो राजा दशरथ के यहाँ एक राजकुमार के रूप में अवतरित हुए थे, जबकि श्रीकृष्ण का प्राकट्य आततायी कंस के कारागार में हुआ था। श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्ण अष्टमी की मध्यरात्रि को रोहिणी नक्षत्र में देवकीश्रीवसुदेव के पुत्ररूप में हुआ था। कंस ने अपनी मृत्यु के भय से बहिन देवकी और वसुदेव को कारागार में क़ैद किया हुआ था।


कृष्ण जन्म के समय भगवानविष्णु

कृष्ण जन्म के समय घनघोर वर्षा हो रही थी। चारों तरफ़ घना अंधकार छाया हुआ था। श्रीकृष्ण का अवतरण होते ही वसुदेव–देवकी की बेड़ियाँ खुल गईं, कारागार के द्वार स्वयं ही खुल गए, पहरेदार गहरी निद्रा में सो गए। वसुदेव किसी तरह श्रीकृष्ण को उफनती यमुना के पार गोकुलमें अपने मित्र नन्दगोप के घर ले गए। वहाँ पर नन्द की पत्नी यशोदा को भी एक कन्या उत्पन्न हुई थी। वसुदेव श्रीकृष्ण को यशोदा के पास सुलाकर उस कन्या को ले गए। कंस ने उस कन्या को पटककर मार डालना चाहा। किन्तु वह इस कार्य में असफल ही रहा। श्रीकृष्ण का लालन–पालन यशोदा व नन्द ने किया। बाल्यकाल में ही श्रीकृष्ण ने अपने मामा के द्वारा भेजे गए अनेक राक्षसों को मार डाला और उसके सभी कुप्रयासों को विफल कर दिया। अन्त में श्रीकृष्ण ने आतातायी कंस को ही मार दिया। श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का नाम ही जन्माष्टमी है। गोकुल में यह त्योहार 'गोकुलाष्टमी' के नाम से मनाया जाता है।


जन्माष्टमी के अवसर पर श्रद्धालुओं की भीड़,कृष्ण जन्मभूमि, मथुरा

शास्त्रों के अनुसार

श्रावण (अमान्त) कृष्ण पक्ष की अष्टमी को कृष्ण जन्माष्टमी या जन्माष्टमी व्रत एवं उत्सव प्रचलित है, जो भारत में सर्वत्र मनाया जाता है और सभी व्रतों एवं उत्सवों में श्रेष्ठ माना जाता है। कुछ पुराणों में ऐसा आया है कि यह भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है। इसकी व्याख्या इस प्रकार है कि 'पौराणक वचनों में मास पूर्णिमान्त है तथा इन मासों में कृष्ण पक्ष प्रथम पक्ष है।' पद्म पुराण [ ,मत्स्य पुराण, अग्नि पुराण में कृष्ण जन्माष्टमी के माहात्म्य का विशिष्ट उल्लेख है।


छान्दोग्योपनिषद में आया है कि कृष्ण देवकी पुत्र ने घोर आंगिर से शिक्षाएँ ग्रहण कीं। कृष्ण नाम के एक वैदिक कवि थे, जिन्होंने अश्विनों से प्रार्थना की है ।

अनुक्रमणी ने ऋग्वेद को कृष्ण आंगिरस का माना है।