बुधवार, 17 अगस्त 2011

भाजपा ने ने अन्ना की गिरफ्तारी के विरोध में निकाला जुलूस



नई दिल्ली. अन्ना हजारे की गिरफ्तारी के विरोध में अब भारतीय जनता पार्टी भी खुलकर सड़कों पर आ गई है। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार शाम को जंतर-मंतर पर सरकार के इस फैसले के खिलाफ मशाल जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन किया।



साथ ही पार्टी ने बुधवार को देश के सभी राज्यों में जिला स्तर पर विरोध-प्रदर्शन करने का फैसला किया है। जंतर-मंतर पर प्रदर्शन के दौरान भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और दिल्ली के प्रभारी वेंकैया नायडू ने कहा कि कांग्रेस सरकार संसद के अंदर विरोधी दलों को अपनी बात रखने का मौका नहीं देती है और संसद के बाहर पुलिसिया कार्रवाई के जरिए आम जनता की आवाज को दबाती है।



उन्होंने घोषणा की कि सरकार के खिलाफ बुधवार को भाजपा पूरे देश में शांतिपूर्वक विरोध-प्रदर्शन करेगी। प्रदेश अध्यक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने घोषणा की कि भाजपा रोजाना सरकार के खिलाफ राजधानी के प्रत्येक हिस्से में विभिन्न माध्यमों के जरिए विरोध-प्रदर्शन करेगी।

संसद को चुनौती नहीं दे सकते अन्ना

संसद को चुनौती नहीं दे सकते अन्ना

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने समाजसेवी अन्ना हजारे की गिरफ्तारी पर अफसोस जताया है। लोकसभा में अन्ना के मामले पर बयान देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अन्ना हजारे जेपी पार्क में अनशन पर अड़े हुए हैं। अन्ना ने अगर दिल्ली पुलिस की शर्ते मान ली होती तो उनको अनशन की इजाजत मिल जाती। अन्ना जब तक दिल्ली पुलिस की शर्ते नहीं मानेंगे तब तक उनको अनशन की इजाजत नहीं मिल सकती। अन्ना ऊंचे आदर्शो से प्रेरित हैं लेकिन उनके अनशन का तरीका ठीक नहीं है। संवाद से हर समस्या का हल निकल सकता है। सरकार हर मुद्दे पर बातचीत को तैयार है। सरकार की चिंता आम आमदी को लेकर है।

पीएम ने कहा कि अन्ना हजारे के खिलाफ तब कार्रवाई की गई जब उन्होंने दिल्ली पुलिस की शर्ते मानने से इनकार कर दिया। अन्ना की टीम ने 6 शर्ते नहीं मानी। अन्ना ने हलफनाम देने से इनकार कर दिया। अन्ना बिना शर्त जेपी पार्क में अनशन की इजाजत चाहते थे। दिल्ली पुलिस ने अन्ना के 2600 समर्थकों को हिरासत में लिया। बाद में इन सभी को रिहा कर दिया गया।

अन्ना और उनके समर्थकों के खिलाफ सारी कार्रवाई दिल्ली पुलिस ने की। इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं है। अन्ना अपने बिल को लेकर अड़े हुए हैं। सरकार ने सभी दलों से चर्चा के बाद संसद में पेश किया। बिल अब संसद की स्थायी समिति के पास है। अन्ना समिति के सामने अपनी बात रख सकते हैं। ससंद ने बिल जल्द से जल्द पारित करने का फैसला किया है।

पीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को लेकर सरकार गंभीर है लेकिन कानून बनाना संसद का काम है। चुने हुए जन प्रतिनिधियों को अपना काम करने देना चाहिए। संसद की सर्वोच्चता को चुनौती नहीं दी जा सकती। संसद और लोकतंत्र का कोई विकल्प नहीं है।

तिहाड़ के बाहर अन्ना हजारे समर्थकों का हुजूम

नई दिल्ली।। अन्ना हजारे द्वारा अपनी मांगें पूरी होने तक जेल से बाहर आने से मना करने के बाद हजारों की संख्या में उनके समर्थक तिहाड़ जेल के बाहर जमा हो गए। इससे पहले मंगलवार को उन्होंने कैंडल मार्च और नारेबाजी के जरिये अन्ना हजारे के प्रति अपना समर्थन जताया।

सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने कहा, 'संदेश साफ है, जनता साबित कर रही है कि देश आजाद है। यह आंदोलन का संदेश है।' पूर्व पुलिस अधिकारी किरण बेदी ने भी जेल के बाहर जुटे लोगों को सम्बोधित किया।

सरकारी अधिकारी, छात्र, राहगीर सभी अन्ना हजारे का समर्थन कर रहे हैं। 'मैं अन्ना हूं' लिखी हुई टोपी और कपड़े पहने जेल के बाहर जमा लोग अन्ना हजारे के समर्थन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं, तिरंगा लहरा रहे हैं। भीड़ के बीच देशभक्ति गाने भी सुनाई दे रहे हैं।

बेहोशी की हालत में डॉक्‍टर ने किया महिला से बलात्‍कार

दिल्‍ली। डॉक्‍टर को भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है। लेकिन दिल्‍ली में हवस में अंधे हो एक डॉक्‍टर ने इलाज कराने आई एक महिला को ही अपनी हवस का शिकार बना डाला। यह घटना साउथ दिल्‍ली के नजफगड़ इलाके की है। जहां एक डॉक्‍टर ने बेहोशी की दवा देकर एक महिला के साथ बलात्‍कार किया। 20 वर्षीय यह महिला हरियाणा की रहने वाली है और दिल्‍ली में अपना इलाज कराने के लिए आई थी। उसने पुलिस में मामला दर्ज कराया जिसके बाद आरोपी डॉक्‍टर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। आरोपी डॉक्‍टर का नाम देवराज है।

पीडि़त महिला ने पुलिस को बताया कि वह अपनी ननद के साथ इलाज कराने के लिए ननद के साथ इलाज कराने के लिए डॉक्‍टर के क्‍लीनिक गई थी। डॉक्‍टर इलाज के लिए उसे एक कमरे में ले गया। यहां जांच के बहाने उसे दवा दी। जिसे खाने के बाद वह बेहोश हो गई। जब उसे होश आया तो उसे यह अहसास हुआ कि डॉक्‍टर ने उसके साथ बलात्‍कार किया है। इसके बाद पीडि़त महिला ने इसके बारे में अपनी ननद को बताया।

इसके बाद पीडि़त महिला के रिश्‍तेदार भी मौके पर पहुंच गए। जब वे फोन कर पुलिस को बुलाने लगे तो आरोपी डॉक्‍टर उनके सामने गिड़गिड़ाते हुए अपनी गलती मानने लगा। पुलिस ने मौके पर पहुंच डॉक्‍टर को धर दबोचा। पीडि़त महिला को जांच के लिए भेजा गया जहां उसके साथ बलात्‍कार की पष्टि हुई। आरोपी डॉक्‍अर के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस का कहना है कि आरोपी डॉक्‍टर पिछले कई साल से नजफगड़ में क्‍लीनिक चला रहा है। वह आयुर्वेद का डॉक्‍टर है। पुलिस ने बताया कि पहले तो डॉक्‍टर बलात्‍कार के आरोप को झूठा बता रहा था। महिला के साथ बलात्‍कार की पुष्टि हो जाने के बाद उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल इस घटना ने डॉक्‍टर और मरीज के रिश्‍ते को एक बार फिर शर्मसार कर दिया है।

महिला जायरीन का सड़क पर प्रसव

महिला जायरीन का सड़क पर प्रसव

अजमेर। गरीब नवाज के दर पर हाजिरी देने आई जायरीन गुवाहाटी निवासी इस्लाम की पत्नी को दरगाह से लौटते वक्त बीच रास्ते प्रसव पीड़ा शुरू हो गई।

क्षेत्र की हिन्दू महिलाओं ने एक बंद दुकान की चबूतरी पर उसका प्रसव कराया और अपने घर ले जाकर उसकी देखरेख भी की। इंसानियत का जज्बा और कौमी मोहब्बत देख प्रसूता और उसके पति की आंखें छलक आई। महिला ने बेटे को जन्म दिया। बाद में क्षेत्र की महिलाएं प्रसूता को अपने घर ले गई और उसे हल्दी मिला दूध पिलाया।

शादी के दो दिन बाद दुल्हन गायब

शादी के दो दिन बाद दुल्हन गायब

भीनमाल। निकटवर्ती दासपां गांव में शादी के दो दिन बाद दुल्हन के गहने व नकदी लेकर भागने का मामला सामने आया है। इस सम्बंध में पुलिस थाने में सोमवार को चार लोगों के खिलाफ शादी के नाम पर रूपए हड़प कर धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज हुआ है।

पुलिस के मुताबिक दासपां निवासी कपूराराम पुत्र केसाजी पुरोहित ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि रानीवाड़ा थाना क्षेत्र के दहीपुर गांव निवासी भीखे खां पुत्र गाजी खां मोयला, धानोल निवासी कृष्ण पुत्र रूपाराम पुरोहित, जयंतीलाल व उसकी पत्नी सूकीदेवी ने मिलकर उसके भाई ताराराम की शादी तीन लाख रूपए लेकर संगीता नाम की लड़की से करवाई।

रविवार रात दुल्हन संगीता घर से सोने-चांदी के गहने व नकदी लेकर वहां से भाग गई। लेकिन ये लोग अब ना तो रूपए वापस दे रहे हैं और ना ही दुल्हन को ससुराल भेज रहे हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

यूक्रेन में महिलाओं का कपडे उतार कर प्रदर्शन

यूक्रेन में महिलाओं का कपडे उतार कर प्रदर्शन

कीव। यूक्रेन में महिलाओं के अधिकारों के लिए सक्रिय संगठन फेमेन से जुड़ी दो युवतियों ने मंगलवार को अर्धनग्न होकर पूर्व प्रधानमंत्री यूलिया मोशेंको की गिरफ्तारी का विरोध किया। मोशेंको पर आरोप है कि उन्होंने वर्ष 2009 में रूस के गैस समझौते के समय अपने पद का दुरूपयोग किया।

मौजूदा विक्टर यूकोंविच सरकार के अनुसार इस सौदे के कारण उक्रेन को अधिक मूल्य पर गैस का आयात करना पड़ा था। दोनों युवतियां अदालत परिसर के बाहर खडे कैदियों को लाने ले जाने वाले वाहन की छत पर चढ़ गईं और अपने ऊपरी वस्त्र उतार कर अपनी मांग के समर्थन में नारे लगाए। बाद में पुलिस ने बड़ी जद्दोजहद के बाद उन्हें उतारा।

अपने प्रदर्शन को उचित ठहराते हुए इन्ना शेवचेंको (21) और ओकांसा सचेखो (23) ने कहा कि यह मुकदमा दरअसल दो गिरोहों में हुई तनातनी का नतीजा है और इसे ऎसे पेश किया जा रहा है कि यह लड़ाई अच्छे और बुरे के बीच है। फेमेन से जुड़ी एक अन्य युवती ने प्रदर्शन के पक्ष में कहा कि याद रखना होगा कि जब वे विपक्ष को जेल का रास्ता दिखाते हैं तो जेल की गाडियां उनके लिए भी लाई जा सकती हैं।

यह संगठन इस तरह के नाटकीय प्रदर्शन के लिए प्रसिद्ध है। इसने यूक्रे न को बतौर यौन पर्यटन वाले देश के रूप में प्रचारित करने और मध्य एशिया में महिलाओं पर होने वाले जुल्मों के खिलाफ आवाज उठाई है। एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि इन महिलाओं पर जुर्माना लगाया जा सकता है या फिर उन्हें चेतावनी देकर रिहा कर दिया जाएगा।

एक परिवार के आठ लोगों की मौत

इंदौर। क्लर्क कॉलोनी में रहने वाला जोशी परिवार शिर्डी से लौटते समय सोमवार रात धूलिया में सड़क हादसे का शिकार हो गया। इसमें दंपति, बेटा-बहू, पोता, बेटी-दामाद, नाती व कार चालक समेत 9 लोगों की मौत हो गई। पोती और नातिन की ही जान बच सकी। आईटीआई के सामने सुरेंद्र अपार्टमेंट में रहने वाले अखिलेश पिता केशवराव जोशी रविवार शाम पूरे परिवार के साथ घूमने के लिए शिर्डी गए थे। वापसी में सोमवार रात करीब 12.30 बजे धूलिया में उनकी टवेरा आगे चल रहे ट्रक में जा घुसी।

टक्कर इतनी भीषण थी कि श्री जोशी की पत्नी अंजू उर्फ रानी, बेटा विशाल, बहू प्राची, छह माह का पोता, बेटी ज्योति, दामाद दिव्येश व छह वर्षीय नाती धर्मेश तथा नंदननगर निवासी ड्राइवर संजय पिता दयाराम ओछाने की मौके पर ही मौत हो गई। श्री जोशी, उनकी आठ वर्षीय नातिन उमा व ढाई वर्षीय पोती सौम्या को पुलिस ने शासकीय अस्पताल पहुंचाया और इंदौर में परिजन को खबर की।

अन्ना के साथ अनशन करेंगे बाबा

अन्ना के साथ अनशन करेंगे बाबा 
 

नई दिल्ली। जन लोकपाल बिल को लेकर लड़ाई लड़े रहे अन्ना हजारे को देश भर से समर्थन मिल रहा है। अन्ना को मिले व्यापक समर्थन को देखते हुए योग गुरू बाबा रामदेव उनका साथ देने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं। खबर है कि अगर अन्ना जेपी पार्क में फिर से अनशन पर बैठते हैं तो बाबा भी अपने समर्थकों के साथ अनशन पर बैठेंगे। बाबा तिहाड़ जेल जाएंगे और अन्ना से मुलाकात करेंगे। इससे पहले बाबा बाबा राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील से मिलेंगे। बाबा राष्ट्रपति से 11.45 बजे मिलकर उनको ज्ञापन देंगे।

"अन्ना को लेकर कांग्रेस डबल गेम ना खेलें"

"अन्ना को लेकर कांग्रेस डबल गेम ना खेलें"

नई दिल्ली। आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर मंगलवार देर रात तिहाड़ जेल पहुंचे। वह अन्ना से मुलाकात करना चाहते थे लेकिन जेल प्रशासन ने उनको इसकी इजाजत नहीं दी। इसके बाद श्री श्री ने तिहाड़ जेल के बाहर बैठे अन्ना समर्थकों को संबोधित किया। उन्होंने अन्ना समर्थकों से शांति बनाए रखने को कहा।

इससे पहले श्री श्री ने दिल्ली एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा में अन्ना को लेकर सरकार और कांग्रेस की मंशा पर सवाल उठाए। श्रीश्री ने कहा कि अन्ना को लेकर कांग्रेस डबल गेम खेल रही है। पहले कांग्रेस के नेता अन्ना को गाली देते हैं। अन्ना को भ्रष्ट कहा जाता है लेकिन बाद में कहा जाता है कि अब अन्ना पर निजी हमले नहीं किए जाएंगे। कांग्रेस पार्टी को ऎसा नहीं करना चाहिए।

पति ने पत्नी को जिंदा जलाया



कोटा भीमगंजमंडी इलाके में एक व्यक्ति ने शराब के नशे में पत्नी पर केरोसिन डालकर आग लगा दी। आसपास के लोगों ने झुलसी महिला को एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया, जहां कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। पति फिलहाल फरार है।



सीआई जसवंत ने बताया आगरा निवासी आमीन की कोटा में शादी हुई थी। वह कुछ साल से कोटा में भीमगंजमंडी तेलघर में रहा रहा था। उसकी पत्नी नफीसा (30) व उसके बीच आए दिन पारिवारिक विवाद होता रहता था। 14 अगस्त की रात को आमीन शराब पीकर आया और उसने पत्नी नफीसा के साथ मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद उसने नफीसा पर केरोसिन डाला और आग लगा दी। नफीसा झुलसने लगी तो उसने शोर मचाया। आसपास के लोग उसकी मदद के लिए दौड़ पड़े। उन्होंने उसके शरीर में लगी आग को बुझाया और गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया। सोमवार तड़के उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मजिस्ट्रेट के समक्ष उसके बयान करवा दिए। उसमें भी उसने पति द्वारा जलाने की बात कही है। पुलिस ने आमीन के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। उसकी तलाश के लिए टीमें रवाना कर दी गई हैं। फिलहाल हत्या की वजह पारिवारिक कलह ही सामने आई है। पुलिस अन्य कारणों का भी पता लगा रही है। नफीसा के तीन बच्चे हैं, एक बच्चा नाना-नानी के पास रेलवे कॉलोनी में रहता है।

पटरी पर लौटने लगी जिंदगी

पटरी पर लौटने लगी जिंदगी

जैसलमेर। जिले के ग्रामीणांचलों में दो दिन पूर्व हुई अतिवृष्टि से प्रभावित इलाको में अब जिंदगियां फिर से पटरी पर लौटने लगी हैं। प्रभावित परिवार अपने घरों में रखे सामान की सार-संभाल में जुट गए हैं और बिखरे आशियाने संभालने मे लगे हैं। इन क्षेत्रों में बारिश के तीन दिन बाद भले ही आफत के बादल छंट गए हैं, लेकिन लोगों के दिलोदिमाग में अभी भी भय छाया हुआ है। धीरे-धीरे मौसम साफ होता देख ये लोग अब राहत महसूस करने लगे हैं।

फतेहगढ़ क्षेत्र के साजीत गांव के बाशिंदे शैतानाराम, नरपतसिंह व गणपतसिंह अपने उजड़े आशियाने फिर से संवारने में लगे हुए हैं, लेकिन अब भी वे जब आसमान मे गुजरते बादलो को देखते हंै तो उनका दिल फिर से बैठ जाता है। फतेहगढ़ क्षेत्र में तीन दिन पूर्व हुई बारिश के दौरान निचले इलाकों में बसे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई थीं।

कुछेक स्थानों पर दो से तीन फीट पानी जमा होने से इन परिवारों को ऊंचाई वाले स्थानों पर शरण लेनी पड़ी। वहीं घरों में बारिश का पानी घुसने से नुकसान की आशंका घिर आई। ऎसे में न घर मे चूल्हा जला और न ही पेट को ही भूख लगी। जब एक-एक कर धोरे टूटे तो पानी की रफ्तार और बढ़ गई।

बरसाती पानी ने फतेहगढ़, मण्डाई, कुण्डा, रीवड़ी व साजीत पहुंच कर कई परिवारों की मुश्किलें बढ़ा दी। फतेहगढ़ व साजीत मे अब हालात सामान्य हो रहे हंै, लेकिन दो दिन पहले जब यहां बरसाती पानी तेज बहाव के साथ पहुंचा था तो लोगो को पानी के सिवाय कुछ नजर नहीं आ रहा था। साजीत मे कई लोगों को स्कूल मे शरण लेनी पड़ी तो कुछ लोगों ने टीले पर बैठकर सरकारी सहायता के लिए पथराई नजरो से इंतजार किया। आफत बनकर आसमान से बरसा पानी जिले के साजीत, कुण्डा, झिनझिनयाली, बसिया क्षेत्र व आसपास के इलाको में बसे लोगों के लिए जी का जंजाल बन गया।

सड़कें क्षतिग्रस्त बिजली के तार टूटे
बारिश का दौर थमने के बाद भी अभी तक क्षेत्र के बाशिंदो का जनजीवन पूरी तरह से समान्य नहीं हो पाया है। रफ्तार के साथ आए बरसाती पानी ने उनके आशियानो को तो नुकसान पहुंचाया ही साथ ही मूलभूत सुविधाएं भी प्रभावित हुईं हैं। कहीं पर बिजली के तार टूट गए हैं तो फतेहगढ़ के समीप सड़क भी बरसाती पानी के बहाव से क्षतिग्रस्त हो गया। जगह-जगह सड़को पर कटाव व बिखरा डामर अतिवृष्टि का कहर बयां कर रहे हैं। इन सबके बीच एक बार फिर नई सुबह मे अपनी सामान्य दिनचर्या को जीने की कोशिश मे ग्रामीण जुटे हुए हंै।

पर्यटनस्थल 'नागौर' की सैर






रंग-रंगीला राजस्थान अपनी नायाब खूबसूरती व रजवाड़ी शान के प्रतीक किलों और महलों के कारण सदा से ही पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र रहा है।
जोधपुर से लगभग 137 किमी उत्तर में स्थित है 'नागौर'। नागौर का किला दूर-दूर तक फैली रेत के बीच एक प्रकाशस्तंभ की तरह दिखाई देता है। 4थी शताब्दी में अस्तित्व में आया यह किला राजस्थान के अन्य किलों की तरह ही ऊँची पहाड़ी की चोटी पर स्थित है।

नागौर की सुंदरता यहाँ के पुराने किलों व छतरियों में है, जिसका उत्कृष्ट उदाहरण हमें नागौर में प्रवेश करते ही देखने को मिलता है। इस नगरी में प्रवेश करने के लिए तीन मुख्य द्वार है, जिनके नाम देहली द्वार, त्रिपोलिया द्वार तथा नाकाश द्वार है। नागौर व उसके आसपास के पर्यटनस्थलों में प्रमुख नागौर का किला, तारकिन की दरगाह, वीर अमर सिंह राठौड़ की छतरी, मीरा बाई की जन्मस्थली मेड़ता, खींवसर किला, कुचामन किला आदि है।

किले के भीतर भी छोटे-बड़े सुंदर महल व छतरियाँ हैं, जो हमें राजस्थान के गौरवशाली इतिहास में खीच ले जाते हैं। किले के भीतर तीन सुंदर पैलेस हाडी रानी महल, शीश महल और बादल महल हैं, जो अपने सुंदर भित्ति चित्रों के कारण प्रसिद्ध हैं। इनके समीप ही एक मस्जिद है, जिसे मुगल शासक अकबर ने बनवाया था।

यहाँ पर सूफी संत मोइनुद्दीन चिश्ती की एक दरगाह भी है। इसी के साथ ही किले के भीतर राजपूताना शैली में बनी हुई सैनिकों की सुंदर छतरियाँ भी हैं।

नागौर का मुख्य आकर्षण यहाँ का 'पशु मेला' है, जो यहाँ प्रतिवर्ष वृहद स्तर पर आयोजित किया जाता है। इस मेले में होने वाली मुर्गों की लड़ाई, ऊँट की दौड़, कठपुतली का खेल, राजस्थानी नृत्य आदि भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र होते हैं। इस मेले में खासतौर पर ऊँट, भेड़, घोड़े, गाय आदि पशुओं का क्रय-विक्रय होता है। सूर्य के अस्त होने के साथ ही नागौर के इस पशु मेले में यहाँ के पारंपरिक लोकनृत्य की गूँज एक सुंदर समा बाँध देती है।

सदा से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा राजस्थान वाकई में अपने भीतर किलों व महलों के रूप में नायब खूबसूरती को समेटे हुए है। एक बार आप भी राजपूतों की इस धरती की सैर जरूर कीजिएगा।

नागौर है विभूतियों की भूमि :
मारवाड़ का नागौर एक ऐसा क्षेत्र है, जो कई ऐसी विभुतियों क‍ी जन्मस्थली है, जिन्होंने पूरी दुनिया में मारवाड़ की माटी का नाम रोशन किया। डिंगल और पिंगल भाषा में कई ग्रंथों की रचना करने वाले प्रसिद्ध कवि वृंद का जन्म नागौर के मेड़ता में हुआ था। मेड़ता कृष्ण भक्त मीराबाई की भी जन्मस्थली है। अकबर के नौ रत्नों में से अबुल फैज और अबुल फजल दोनों भाईयों का जन्म नागौर में ही हुआ था। यही नहीं अकबर के दरबारी बुद्धिमान बीरबल भी नागौर जिले के ही रहने वाले थें।
 

मंगलवार, 16 अगस्त 2011

अन्ना का जेल से रिहा होने से इनकार

अन्ना का जेल से रिहा होने से इनकार 
 
नई दिल्ली। देशभर में विरोध प्रदर्शन के बाद दबाव में आई केन्द्र सरकार ने सामाजिक कार्यकता अन्ना हजारे को रिहा करने का फैसला किया है। उधर खबर है कि अन्ना ने यह कहते हुए रिहा होने से इनकार कर दिया है कि वे बिना शर्त रिहाई चाहते हैं। तिहाड जेल के प्रवक्ता सुनील गुप्ता और अन्ना टीम के सदस्यों के अनुसार पुलिस ने अन्ना की रिहाई का आदेश दिया था तथा रिहाई की सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई थी। लेकिन अन्ना रिहाई आदेश में उल्लेखित शर्ते मानने के लिए तैयार नहीं है तथा बिना शर्त रिहाई चाहते हैं।

गुप्ता के अनुसार अन्ना की मांग उच्चाधिकारियों तक पहुंचा दी गई है। अन्ना ने घोषणा कर रखी है कि वह जेल से रिहाई के बाद अपने प्रस्तावित अनशन स्थल लोक नायक जयप्रकाश नारायण पार्क जाएंगे।इस बीच अन्ना के आंदोलन में सहयोगी स्वामी अग्निवेश तिहाड़ जेल पहंुचे हैं।

ज्ञातव्य है कि दिल्ली पुलिस ने शाम करीब 7.20 बजे अन्ना की रिहाई के कागजात तैयार कर लिए तथा 8.30 पर ये रिलीज आर्डर वारंट तिहाड़ जेल भेज पहुंचाए। सभी औपचारिकताएं पूरी हो जाने के बाद रात करीब पौने दस बजे जेल प्रशासन ने उन्हें रिहा किए जाने का ऎलान कर दिया। लेकिन अन्ना ने रिहाई से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि वे बिना शर्त रिहाई चाहते हैं। इससे पहले अन्ना की रिहाई को लेकर पहले दिल्ली पुलिस की तरफ से लगाई गई निजी मुचलके की शर्त हटा ली गई। इसके बाद ही रिहाई के कागजात तैयार किए गए।

राहुल के दखल से हुई रिहाई?

माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री और कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के बीच हुई बातचीत के बाद अन्ना को रिहाई करने का फैसला किया गया। जबकि सरकार लगातार यह कहती आई आई है कि अन्ना की गिरफ्तारी से उसका कोई लेना देना नहीं है, दिल्ली पुलिस ने व्यवस्था बनाए रखने के लिए जो उचित समझा वह किया। उधर प्रधानमंत्री ने इस मामले में गृहमंत्री पी चिदम्बरम से भी बात की है। अन्ना को रिहाई के बाद कहां भेजा जाए इस मसले को लेकर अभी तक पुलिस भी कुछ तय नहीं कर पाई है, क्योंकि अन्ना फिर जेपी पार्ट जाने की जिद पर अड़े हुए हैं।


अब भी बाहर आने को तैयार नहीं

इससे पहले भारतीय पुलिस सेवा की पूर्व अधिकारी किरण बेदी और प्रख्यात वकील शांति भूषण को भी देर शाम रिहा कर दिया गया। अस्थाई जेल बने छत्रसाल स्टेडियम में गिरफ्तार कर रखे गए लोगों को भी पुलिस ने देर शाम शांतिपूर्वक बाहर निकलने को कह दिया, लेकिन लोग बाहर आने को तैयार नहीं। तिहाड जेल, स्टेडियम के बाहर और इंडिया गेट पर भी अन्ना समर्थकों की भारी भीड़ जमा है।

सुबह किया था अन्ना व समर्थकों को अरेस्ट

ज्ञातव्य है कि जनलोकपाल बिल को लेकर लड़ाई लड़ रहे अन्ना हजारे को मंगलवार सुबह गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेज दिया गया। वहीं देर शाम अन्ना की सहयोगी किरण बेदी को रिहा कर दिया। जबकि अन्ना हजारे सहित उनके आठ सहयोगियों को 7 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

जलमग्न गिराब से पानी निकासी शुरू





जलमग्न गिराब से पानी निकासी शुरू

,बाड़मेर भरी बरसात  के चलते बरसाती पानी से जलमग्न हुई सीमावर्ती गिराब गाँव से जिला प्रशासन से मोटर पम्प लगा कर निकासी शुरू कर ग्रामीणों को राहत पन्हुन्चाई हें.जिला का;लेक्टर गौरव गोयल ने बताया की बरसात के पानी से गिराब के चालीस घर जलमग्न हो गए थे आज मोटर पम्प लगा कर पानी की निकासी का काम शुरू कर दिया हें जल्द गाँव के समस्त पानी की निकासी हो जाएगी,गिराब गाँव के चालीस घर  चार चार फीट पानी से घिर गए थे ,ग्रामीणों ने आसपास की स्कूलों तथा सरकारी भवनों में पनाह ले रखी हें जिला प्रशासन ने पानी से घिरे एक दर्जन गाँवो में राहत सामग्री का भी वितरण किया हें बरसात का दौर थम जाने से भी ग्रामीणों और जिला प्रशासन ने राहत की साँस ली हें