अन्ना का जेल से रिहा होने से इनकार
नई दिल्ली। देशभर में विरोध प्रदर्शन के बाद दबाव में आई केन्द्र सरकार ने सामाजिक कार्यकता अन्ना हजारे को रिहा करने का फैसला किया है। उधर खबर है कि अन्ना ने यह कहते हुए रिहा होने से इनकार कर दिया है कि वे बिना शर्त रिहाई चाहते हैं। तिहाड जेल के प्रवक्ता सुनील गुप्ता और अन्ना टीम के सदस्यों के अनुसार पुलिस ने अन्ना की रिहाई का आदेश दिया था तथा रिहाई की सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई थी। लेकिन अन्ना रिहाई आदेश में उल्लेखित शर्ते मानने के लिए तैयार नहीं है तथा बिना शर्त रिहाई चाहते हैं।
गुप्ता के अनुसार अन्ना की मांग उच्चाधिकारियों तक पहुंचा दी गई है। अन्ना ने घोषणा कर रखी है कि वह जेल से रिहाई के बाद अपने प्रस्तावित अनशन स्थल लोक नायक जयप्रकाश नारायण पार्क जाएंगे।इस बीच अन्ना के आंदोलन में सहयोगी स्वामी अग्निवेश तिहाड़ जेल पहंुचे हैं।
ज्ञातव्य है कि दिल्ली पुलिस ने शाम करीब 7.20 बजे अन्ना की रिहाई के कागजात तैयार कर लिए तथा 8.30 पर ये रिलीज आर्डर वारंट तिहाड़ जेल भेज पहुंचाए। सभी औपचारिकताएं पूरी हो जाने के बाद रात करीब पौने दस बजे जेल प्रशासन ने उन्हें रिहा किए जाने का ऎलान कर दिया। लेकिन अन्ना ने रिहाई से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि वे बिना शर्त रिहाई चाहते हैं। इससे पहले अन्ना की रिहाई को लेकर पहले दिल्ली पुलिस की तरफ से लगाई गई निजी मुचलके की शर्त हटा ली गई। इसके बाद ही रिहाई के कागजात तैयार किए गए।
राहुल के दखल से हुई रिहाई?
माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री और कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के बीच हुई बातचीत के बाद अन्ना को रिहाई करने का फैसला किया गया। जबकि सरकार लगातार यह कहती आई आई है कि अन्ना की गिरफ्तारी से उसका कोई लेना देना नहीं है, दिल्ली पुलिस ने व्यवस्था बनाए रखने के लिए जो उचित समझा वह किया। उधर प्रधानमंत्री ने इस मामले में गृहमंत्री पी चिदम्बरम से भी बात की है। अन्ना को रिहाई के बाद कहां भेजा जाए इस मसले को लेकर अभी तक पुलिस भी कुछ तय नहीं कर पाई है, क्योंकि अन्ना फिर जेपी पार्ट जाने की जिद पर अड़े हुए हैं।
अब भी बाहर आने को तैयार नहीं
इससे पहले भारतीय पुलिस सेवा की पूर्व अधिकारी किरण बेदी और प्रख्यात वकील शांति भूषण को भी देर शाम रिहा कर दिया गया। अस्थाई जेल बने छत्रसाल स्टेडियम में गिरफ्तार कर रखे गए लोगों को भी पुलिस ने देर शाम शांतिपूर्वक बाहर निकलने को कह दिया, लेकिन लोग बाहर आने को तैयार नहीं। तिहाड जेल, स्टेडियम के बाहर और इंडिया गेट पर भी अन्ना समर्थकों की भारी भीड़ जमा है।
सुबह किया था अन्ना व समर्थकों को अरेस्ट
ज्ञातव्य है कि जनलोकपाल बिल को लेकर लड़ाई लड़ रहे अन्ना हजारे को मंगलवार सुबह गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेज दिया गया। वहीं देर शाम अन्ना की सहयोगी किरण बेदी को रिहा कर दिया। जबकि अन्ना हजारे सहित उनके आठ सहयोगियों को 7 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
नई दिल्ली। देशभर में विरोध प्रदर्शन के बाद दबाव में आई केन्द्र सरकार ने सामाजिक कार्यकता अन्ना हजारे को रिहा करने का फैसला किया है। उधर खबर है कि अन्ना ने यह कहते हुए रिहा होने से इनकार कर दिया है कि वे बिना शर्त रिहाई चाहते हैं। तिहाड जेल के प्रवक्ता सुनील गुप्ता और अन्ना टीम के सदस्यों के अनुसार पुलिस ने अन्ना की रिहाई का आदेश दिया था तथा रिहाई की सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई थी। लेकिन अन्ना रिहाई आदेश में उल्लेखित शर्ते मानने के लिए तैयार नहीं है तथा बिना शर्त रिहाई चाहते हैं।
गुप्ता के अनुसार अन्ना की मांग उच्चाधिकारियों तक पहुंचा दी गई है। अन्ना ने घोषणा कर रखी है कि वह जेल से रिहाई के बाद अपने प्रस्तावित अनशन स्थल लोक नायक जयप्रकाश नारायण पार्क जाएंगे।इस बीच अन्ना के आंदोलन में सहयोगी स्वामी अग्निवेश तिहाड़ जेल पहंुचे हैं।
ज्ञातव्य है कि दिल्ली पुलिस ने शाम करीब 7.20 बजे अन्ना की रिहाई के कागजात तैयार कर लिए तथा 8.30 पर ये रिलीज आर्डर वारंट तिहाड़ जेल भेज पहुंचाए। सभी औपचारिकताएं पूरी हो जाने के बाद रात करीब पौने दस बजे जेल प्रशासन ने उन्हें रिहा किए जाने का ऎलान कर दिया। लेकिन अन्ना ने रिहाई से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि वे बिना शर्त रिहाई चाहते हैं। इससे पहले अन्ना की रिहाई को लेकर पहले दिल्ली पुलिस की तरफ से लगाई गई निजी मुचलके की शर्त हटा ली गई। इसके बाद ही रिहाई के कागजात तैयार किए गए।
राहुल के दखल से हुई रिहाई?
माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री और कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के बीच हुई बातचीत के बाद अन्ना को रिहाई करने का फैसला किया गया। जबकि सरकार लगातार यह कहती आई आई है कि अन्ना की गिरफ्तारी से उसका कोई लेना देना नहीं है, दिल्ली पुलिस ने व्यवस्था बनाए रखने के लिए जो उचित समझा वह किया। उधर प्रधानमंत्री ने इस मामले में गृहमंत्री पी चिदम्बरम से भी बात की है। अन्ना को रिहाई के बाद कहां भेजा जाए इस मसले को लेकर अभी तक पुलिस भी कुछ तय नहीं कर पाई है, क्योंकि अन्ना फिर जेपी पार्ट जाने की जिद पर अड़े हुए हैं।
अब भी बाहर आने को तैयार नहीं
इससे पहले भारतीय पुलिस सेवा की पूर्व अधिकारी किरण बेदी और प्रख्यात वकील शांति भूषण को भी देर शाम रिहा कर दिया गया। अस्थाई जेल बने छत्रसाल स्टेडियम में गिरफ्तार कर रखे गए लोगों को भी पुलिस ने देर शाम शांतिपूर्वक बाहर निकलने को कह दिया, लेकिन लोग बाहर आने को तैयार नहीं। तिहाड जेल, स्टेडियम के बाहर और इंडिया गेट पर भी अन्ना समर्थकों की भारी भीड़ जमा है।
सुबह किया था अन्ना व समर्थकों को अरेस्ट
ज्ञातव्य है कि जनलोकपाल बिल को लेकर लड़ाई लड़ रहे अन्ना हजारे को मंगलवार सुबह गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेज दिया गया। वहीं देर शाम अन्ना की सहयोगी किरण बेदी को रिहा कर दिया। जबकि अन्ना हजारे सहित उनके आठ सहयोगियों को 7 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
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