शनिवार, 25 जून 2011

Utaro Arti Shri Krishna Gher Aya - krishna Kanayo Part -1 Hamant Chuhan ...

श्रीरामचरितमानस.....तुलसी के प्रभु राम सर्वशक्तिमान होते हुए भी मर्यादा पुरुषोत्तम हैं।


श्रीरामचरितमानस
श्री राम चरित मानस अवधी भाषा में गोस्वामी तुलसीदास द्वारा १६वीं सदी में रचा एक महाकाव्य है। श्री रामचरित मानस भारतीय संस्कृति मे एक विशेष स्थान रखती है। उत्तर भारत में रामायण के रूप में कई लोगों द्वारा प्रतिदिन पढ़ा जाता है। श्री राम चरित मानस में श्री राम को भगवान विष्णु के अवतार के रूप में दर्शाया गया है जब कि महर्षि वाल्मीकि कृत रामायण में श्री राम को एक मानव के रूप में दिखाया गया है। तुलसी के प्रभु राम सर्वशक्तिमान होते हुए भी मर्यादा पुरुषोत्तम हैं। शरद नवरात्रि में इस के सुन्दर काण्ड का पाठ पूरे नौ दिन किया जाता है।

रामचरित मानस १५वीं शताब्दी के कवि गोस्वामी तुलसीदास जी के द्वारा लिखा गया महाकाव्य है। जैसा कि तुलसीदास जी ने रामचरित मानस के बालकाण्ड में स्वयं लिखा है कि उन्होंने रामचरित मानस की रचना का आरंभ अयोध्यापुरी में विक्रम संवत १६३१ (१५७४ ईस्वी) के रामनवमी, जो कि मंगलवार था, को किया था। गीताप्रेस गोरखपुर के श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार के अनुसार रामचरितमानस को लिखने में गोस्वामी तुलसीदास जी को २ वर्ष ७ माह २६ दिन का समय लगा था और संवत् १६३३ (१५७६ ईस्वी) के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाह के दिन उसे पूर्ण किया था. इस महाकाव्य की भाषा अवधी है जो कि हिंदी की ही एक शाखा है। रामचरितमानस को हिंदी साहित्य की एक महान कृति माना जाता है। रामचरितमानस को सामान्यतः 'तुलसी रामायण' या 'तुलसी कृत रामायण' भी कहा जाता है।

रामचरितमानस में गोस्वामी तुलसीदास ने श्री रामचन्द्र, जिन्हें कि केवल राम भी कहा जाता है, के निर्मल एवं विशद् चरित्र का वर्णन किया है। महर्षि वाल्मीकि रचित संस्कृत रचना रामायण को रामचरितमानस का आधार माना जाता है। यद्यपि रामायण और रामचरितमानस दोनों में ही राम के चरित्र का वर्णन है परंतु दोनों ही महाकाव्यों के रचने वाले कवियों की वर्णन शैली में उल्लेखनीय अंतर है। जहाँ वाल्मीकि ने रामायण में राम को केवल एक सांसारिक व्यक्ति के रूप में दर्शाया है वहीं तुलसीदास ने रामचरितमानस में राम को भगवान विष्णु का अवतार माना है।

रामचरितमानस को तुलसीदास ने सात काण्डों में विभक्त किया है। इन सात काण्डों के नाम हैं - बालकाण्ड, अयोध्याकाण्ड, अरण्यकाण्ड, किष्किन्धाकाण्ड, सुन्दरकाण्ड, लंकाकाण्ड और उत्तरकाण्ड। छन्दों की संख्या के अनुसार अयोध्याकाण्ड और सुन्दरकाण्ड क्रमशः सबसे बड़े और छोटे काण्ड हैं। तुलसीदास जी ने रामचरितमानस में हिंदी के अलंकारों का बहुत सुन्दर प्रयोग किया है विशेषकर अनुप्रास अलंकार का। रामचरितमानस पर प्रत्येक हिंदू की अनन्य आस्था है और इसे हिंदुओं का पवित्र ग्रंथ माना जाता है।

शुक्रवार, 24 जून 2011

मुख्यधारा में शामिल हों नक्सली: राष्ट्रपति



रायपुर।। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने शुक्रवार को नक्सलियों को आह्वान किया कि वे जनजातीय लोगों का विकास सुनिश्चित करने के लिए हिंसा का रास्ता छोड़ें और सरकार के साथ वार्ता में शामिल हों।

छत्तीसगढ़ विधानसभा के एक विशेष सत्र को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, 'मैं नक्सलियों और हिंसा में शामिल अन्य लोगों का आह्वान करती हूं कि वे हिंसा छोड़ें और शांति के लिए बातचीत में शामिल हों।'

उन्होंने कहा, 'मैं उनसे जनजातीय लोगों का विकास सुनिश्चित करने के लिए मुख्यधारा में शामिल होने का आह्वान करती हूं।'

अपने 20 मिनट के भाषण में पाटिल ने कहा, 'हाल के समय में नक्सली हिंसा की कई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुई हैं और इनमें कई लोगों की जान गई है।'

उन्होंने कहा, 'यह अब सभी लोगों को याद रखना होगा कि देश के विकास के लिए शांति कायम रखना अत्यंत आवश्यक है। वास्तव में हिंसा के रास्ते कुछ भी हासिल नहीं किया जा सकता।'

ज्ञात हो कि राष्ट्रपति ने यह अपील कई राज्यों खासतौर से छत्तीसगढ़ में बढ़ते नक्सली हमलों के बीच की है।

उल्लेखनीय है कि नक्सलियों ने राज्य के अशांत बस्तर इलाके में कई हमलों को अंजाम दिया है। इन हमलों में राज्य पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के कई जवान शहीद हुए हैं। नक्सलियों ने बारूदी सुरंग विरोधी वाहनों को भी विस्फोट से उड़ाया है। 

परिवार ने 18 साल की लड़की को तीन बार बेचा

मेरठ 18 साल की एक लड़की ने आरोप लगाया है कि उसे उसके परिवार वालों ने पैसों की खातिर अलग-अलग लोगों के हाथों तीन बार बेचा। हर बार बेचने के कुछ दिनों बाद वह खरीदने वाले पर दहेज का केस करने की धमकी देकर उसे वापस मंगवा लेते थे।

डीआईजी प्रेम प्रकाश के मुताबिक 18 साल की इस लड़की ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि जब वह 15 साल की थी तब मां, चाचा और दादा ने मिलकर 1 लाख रुपए में उसे अमित नाम के एक शख्स के हाथों बेच दिया। बाद में दोनों ने शादी कर ली। लेकिन, शादी के 5 महीने बाद ही लड़की के माता-पिता अमित को यह कहकर धमकाने लगे कि उसके खिलाफ दहेज का केस कर देंगे। आखिरकार दोनों पक्षों में समझौता हुआ और अमित से डेढ़ लाख रुपए लेकर परिवार वाले लड़की को वापस ले आए।
प्रकाश ने बताया कि इसके कुछ समय बाद 2009 में घर वालों ने धीरज (35 वर्ष) नाम के शख्स से दोबारा लड़की की जबरन शादी करा दी। उत्तर प्रदेश के काजिमाबाद निवासी धीरज को भी इन लोगों ने धमकाना शुरू किया। नतीजा यह हुआ कि इन लोगों को 60,000 रुपए देकर धीरज ने भी लड़की को छोड़ दिया।

अब परिवार वालों को लगने लगा कि यह अच्छा बिजनस है। सो, इस बार इन लोगों ने देहरादून के कुछ लोगों के हाथों फिर इस लड़की को एक लाख रुपए में बेच दिया। वह 20 जून को जैसे-तैसे वहां से भाग निकली और मेरठ आई। इसके बाद उसने पुलिस से संपर्क किया।

फरार पाक घुसपैठिए का हुलिया जारी


फरार पाक घुसपैठिए का हुलिया जारी

बाड़मेर। पाकिस्तान जाने की फिराक में सीमावर्ती बाड़मेर जिले के गडरारोड़ क्षेत्र में पकड़े गए पाक घुसपैठिए नूर आलम से संयुक्त पुछताछ के दौरान सामने आयी जानकारी के बाद सीआईडी (बोर्डर इंटेलीजेंस) ने नूर आलम के फरार साथी पाक घुसपैठिए जफर का हुलिया जारी किया है।

सीआईडी (बोर्डर इंटेलीजेंस) के कार्यवाहक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धीमाराम ने बताया कि पाक घुसैपेठिए से संयुक्त पुछताछ के दौरान सामने आयी जानकारी के बाद अजमेर से फरार हुए उसके साथी घुसपैठिए, जिसकी शिनाख्त जफर के रूप में की गई थी, का हुलिया जारी कर उसकी तलाश की जा रही है।


गौरतलब है कि रविवार देर शाम सीमा सुरक्षा बल ने सीमावर्ती गडरारोड क्षेत्र में पाकिस्तान जाने की फिराक में एक घुसपैठिया को गिरफ्तार किया था। घुसपैठिए की पहचान नूर आलम निवासी कराची के रूप में की गई थी। सीमा सुरक्षा बल ने गिरफ्तार पाक घुसपैठिए को पकड़े के बाद सोमवार को गडरारोड पुलिस के हवाले कर दिया था। जिसके बाद विभिन्न सुरक्षा एंजेसियों ने नूर आलम से संयुक्त पुछताछ की।


नूर आलम ने पुछताछ के दौरान बताया कि उसके दो माह पहले पंजाब के गुरूदासपुर के पास से भारतीय सीमा में प्रवेश किया था, उसके साथ जफर नाम का एक और व्यक्ति भी सरहद पार से भारत आया था। पकड़े जाने के बाद नूर आलम ने पुछताछ में कई सनसनीखेज खुलासे भी किए है। नूर आलम नें पुछताछ में बताया कि सरहद पार पाकिस्तान में दलालों के गिरोह काम करते है, जो महज 1200 रूपए लेकर भारतीय सीमा में घुसपैठ कराते है।


नूर आलम ने पुछताछ में बताया कि करीब दो माह पूव भारतीय सीमा में प्रवेश करने के बाद वो अपने साथी जफर के साथ अजमेर आ गया था और वहीं रहा। लेकिन 15 दिन पूर्व उसका साथी जफर उसे छोड़कर अचानक ही कहीं गायब हो गया।


सीआईडी (बोर्डर इंटेलीजेंस) द्वारा जारी किए गए हुलिए के मुताबिक फरार पाक घुसपैठिए का नाम जफर हैं। उसकी ऊंचाई 5 फुट 5 इंच, रंग हल्का सांवला, आंखे काली और दा़ी सफेद है जिसकी लम्बाई लगभग 6 इंच है। लगभग 50 वशर का फरार पाक घुसपैठिया सिर पर रूमाल बांधता है और उसका पहनावा सलवारकमीज है। बताया गया कि फरार पाक घुसपैठिया जफर पाकिस्तान के रेडीगोठ थाना जिला मलीर, कराची का रहने वाला है। पुछताछ में सामने आई जानकारी के मुताबिक फरार पाक घुसपैठिया उर्दु, बंगाली और सिंधी भाशा जानता है।


कार्यवाहक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धीमाराम ने बताया कि ने फरार घुसपेठिए का हुलिया अजमेर, जयपुर और जोधपुर खुफिया विभाग को भेज दिया गया, ताकि तलाश में मदद मिल सके।

दहेज के लोभी ........जब तक मरी नहीं करंट लगाते रहे

दहेज के लोभी ........जब तक मरी नहीं करंट लगाते रहे 
 




जयपुर। दहेज के लोभी एक परिवार ने बहू को तब तक करंट दिए जब तक वह मर नहीं गई। बाद में खानापूर्ति के लिए उसे अस्पताल लाया गया, जहां डाक्टरों ने भी उसे मृत घोçष्ात कर दिया। यह खुलासा हुआ है शव के पोस्टमार्टम में। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतका के शरीर पर चोट के 16 निशान पाए गए हैं, जिसमें नौ निशान करंट के होना बताया जा रहा है। 

इन निर्मम हत्या में बाद पुलिस नहीं चेती और मामले में सिर्फ उसके पति को ही गिरफ्तार किया है, जो पेशे से सरकारी टीचर है। मृतका के परिजनों का आरोप है कि पुलिस अधिकारियों के दबाव के बाद भी थाना स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है और हत्यारे खुले घूम रहे हैं। 

ये है मामला 

पुलिस के अनुसार सिंकदरा क्षेत्र में रहने वाले त्रिलोक चंद्र ने अपनी बेटी रेखा की शादी नवम्बर 2008 में दौसा के ही लालसोठ क्षेत्र निवासी मुरारी लाल शर्मा के बेटे राकेश शर्मा से की थी। शादी में मुरारी लाल शर्मा की मांग के अनुसार दहेज देने की कोशिश की गई थी, लेकिन शादी के कुछ समय के बाद ही ससुराल पक्ष ने मिलकर रेखा पर अत्याचार करने शुरू कर दिए। 

आरोप है कि त्रिलोक चंद्र ने बेटी के ससुराल पक्ष के दबाच के चलते कई बार रूपयों की मांग पूरी भी की। इसके बाद भी ससुराल पक्ष के अत्याचार जारी रहे। पिछले महीने की बीस तारीख को सेवेरे रेखा अपने ससुराल में अचेत होकर गिर गई। उसके ससुराल पक्ष ने उसे एसएमएस अस्पताल भर्ती कराया, जहां डाक्टरों ने कई घंटों पहले ही उसकी मौत हो जाने की जानकारी दी। 

मेडिकल जांच में उसके शरीर पर चोट के सोलह निशान होनो पाया गया जिसमें से नौ निशान करंट के निकले। इस मामले में पुलिस ने रेखा के पति राकेश को गिरफ्तार किया है। जबकि अन्य आरोपी ससुर मुरारीलाल, सास कांति देवी और परिवार के अन्य लोग फरार हो गए हैं। रेखा के परिजनों का आरोप है कि इस बारे में लालसोठ पुलिस जांच मे ढिलाई बरत रही है। जबकि अन्य पुलिस अधिकारी मामले की जांच जल्द पूरी कर आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दे चुके हैं। 


दौसा में युवती को जिंदा जलाने का प्रयास
दौसा। दौसा के सिंकदरा थाना इलाके में रहने वाले एक युवती की जान पर बन आई है। गुरूवार रात से ही वह जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती है और बर्न वार्ड में अपने जीवन के लिए संघष्ाü कर रही है। उसकी गलती सिर्फ इतनी थी कि उसने घर में घुसे बदमाश को छेड़छाड़ करने से रोका था। बदमाश ने उस पर खौलता तेल उढ़ेल दिया और फरार हो गया। मामले के बारह घंटे गुजर जाने के बाद भी निकम्मी सिंकदरा पुलिस नामजद बदमाश को नहीं दबोच सकी है। पुलिस के अनुसार गीजगढ़ गांव में रहने वाली सुनीता गुरूवार रात अपने दुमंजिला मकान की छत पर कड़ाही में खाना बना रही थी। 

इसी दौरान मकान के पिछले हिस्से से गांव में ही रहने वाला वीरेन्द्र उर्फ लाला राजपूत छत पर आ गया। उसने सुनीता का मुंह दबाकर उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की। सुनीता ने विरोध किया और शोर मचाया तो वीरेन्द्र ने उस पर कडाही का खौलता तेल उढ़ेल दिया और वहां से फरार हो गया। सुनीता की चीख सुनकर परिजन दौडे और उसे दौसा अस्पताल में भर्ती कराया। हालात गंभीर होने के कारण उसे देर रात ही एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसके चेहरा और शरीर का अन्य हिस्सा बुरी तरह से झुलस चुका है। 

मंत्रालय को नहीं पता देश का असली नाम!

मंत्रालय को नहीं पता देश का असली नाम! 

नई दिल्ली। हमारे देश को कितने नामों से जाना जाता है, हिंदुस्तान, भारत या इंडिया। लेकिन केंद्रीय गृह मंत्रालय को खुद इस बात पर संदेह है कि देश का आधिकारिक नाम क्या है। आरटीआई के तहत मांगी गई सूचना से यह खुलासा हुआ हआरटीआई कार्यकर्ता मनोरंजन रॉय ने सूचना के अधिकार के तहत गृह मंत्रालय से जानना चाहा कि हमारे देश के कई नाम हैं लेकिन आधिकारिक रूप से किस नाम से जाना जाता है।

रॉय की याचिका के जवाब मे गृह मंत्रालय ने कहा कि ऎसी कोई सूचना उपलब्ध नहीं है। अंग्रेजी में देश को इंडिया, हिंदी में भारत और उर्दू में हिंदुस्तान,कहा जाता है। मंत्रालय के जवाब से रॉय बेहद खफा हैं और वे इस मसले पर कोर्ट का दरवाजा खटखटाने वाले हैं। रॉय कहते हैं कि हमारी सरकार को देश का आधिकारिक नाम तक पता नहीं है। मैं अब देश का नाम जानने के लिए कोर्ट मे जनहित याचिका दायर करने वाला हूं।
भाषा का भी नहीं पता
रॉय ने जब मंत्रालय से भारत की राष्ष्ट्रीय भाषा के बारे में जानना चाहा तो मंत्रालय ने उन्हें इस बात पर भी मायूस किया। रॉय ने लिखा था कि संविधान के आर्टिकल 343 के अनुसार हिंदी देश की राष्ट्रभाषा है। और इसमें 15 भाषाओं को राजभाषा के तौर पर शामिल किया गया है। लेकिन गृह मंत्रालय कहा कि संविधन में भाषाओं का कोई उल्लेख नहीं है। 

बेटे की चाह में 37 साल से नहीं नहाया

बेटे की चाह में 37 साल से नहीं नहाया 
 

वाराणसी। भारत में अंधविश्वास किस कदर हावी है इसकी एक बानगी देखिए। वाराणसी के रहने वाले गुरू कैलाश नामक किसान ने पुत्र प्राप्ति की चाह में ओझा व बाबाओं की सलाह पर 37 साल से स्नान नहीं किया है। 

हद तो तब हो गई जब गुरू कैलाश की अनोखी जिद से परेशान होकर उसकी बीवी कलावती ने उसे चेतावनी दी कि अगर वह स्नान नहीं करेगा तो वह उसके साथ सोएगी भी नहीं। लेकिन गुरू कैलाश पर पत्नी की धमकी का भी कोई असर नहीं पड़ा।

गुरू कैलाश ने बताया कि उसे एक पुजारी ने पुत्र प्राप्ति का अनोखा उपाय बताया। पुजारी ने उससे कहा कि अगर वह स्नान करना छोड़ दे तो उसका शर्तिया बेटा होगा। गुरू कैलाश की पत्नी ने बताया कि उसे नहाने की बजाए मरना पसंद था, वह इस जिद पर सालों तक कायम रहा और अब इस बात का आदी हो चुका है। कैलाश सोचता था कि केवल उसका बेटा ही उसकी इस जिद को तुड़वा सकता है लेकिन 37 साल बीत जाने के बाद भी कैलाश का बेटा पैदा नहीं हो सका है।

"केबीसी-4 के प्रोमो में नेताजी का अपमान"



"केबीसी-4 के प्रोमो में नेताजी का अपमान" 
 

मुम्बई। मशहूर क्विज कॉन्टेस्ट कौन बनेगा करोड़पति व इसके प्रस्तुतकर्ता अमिताभ बच्चन विवादों में है। बॉम्बे हाईकोर्ट में दाखिल एक जनहित याचिका में कहा गया है कि केबीसी-4 के प्रोमो में स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र के नारे "तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा" का मजाक उड़ाया गया है। कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए सेंसर बोर्ड से जवाब भी मांग लिया है। 

न्यायाधीश मोहित शाह की पीठ ने मुकेश शर्मा की ओर से दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए सेंसर बोर्ड से 5 जुलाई तक जवाब मांगा है। सेंसर बोर्ड के वकील रूई रोड्रिग्स की दलील है कि प्रोमो आपत्तिजनक नहीं बल्कि मजाकिया है। जांच समिति ने सभी पक्षों को ध्यान में रखते हुए ही प्रोमो को मंजूरी दी थी। याचिकाकर्ता मुकेश शर्मा का कहना है कि प्रोमो में छह जगह हिंदी के सीन हैं जिनमें से पांच आपत्तिजनक है। 

इन पांच सीन में नेताजी का मजाक उड़ाया गया है। प्रोमो में बताया जा रहा है कि लोगों को उनके नारे के बारे में पता ही नहीं है। याचिका कर्ता ने इस मामले में अमिताभ बच्चन को भी पार्टी बनाया है। याचिकाकर्ता का कहना है कि वह इस बात से हैरान है कि अमिताभ बच्चन ने प्रोमो में काम करने के लिए हामी कैसे भर दी। 

अनोखा संयोगः जन्म से लेकर 8वीं-10वीं का नं. सब एक सा



सीकर. दो भाई अभिषेक काजला और अविनाश काजला। दोनों जुड़वां, उम्र 14 साल। जेरठी गांव के इन दोनों होनहारों ने हाल में दसवीं कक्षा 84.67 प्रतिशत अंकों के साथ प्रथम श्रेणी प्राप्त की है। इसे इत्तफाक कहें या काबलियत, आठवीं बोर्ड परीक्षा में भी दोनों ने 87.13 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे।
खास बात यह भी है कि लंबाई, पसंद और सपना भी एक है। अभिषेक व अविनाश बताते हैं, ‘सुबह 5.30 बजे नींद से जगने से लेकर रात को सोने तक दोनों हरदम साथ रहते हैं।’ मम्मी सरोज की नजर में, दोनों जब जुड़वां पैदा हुए, तभी इनके पिता से कह दिया था कि दोनों को बराबर देखना चाहती हूं। इसलिए एक-दूसरे को एक जैसे कपड़े पहनाने से लेकर हर चीज में बराबर का ख्याल रखा है। वर्ष 2009 में आठवीं बोर्ड परीक्षा में जब दोनों ने 87.13 फीसदी अंक प्राप्त किए तो लगा था कि उम्मीद भरा सपना पूरा हो रहा है।
हाल ही में दसवीं बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट आया तो पेरेंट्स सहित पूरे गांव में खुशी का माहौल छा गया। दोनों ने 84.67 फीसदी अंकों के साथ फस्र्ट डिवीजन हासिल की। खास बात यह भी है कि हिंदी, अंग्रेजी, साइंस, मैथमेटिक्स व संस्कृत विषय में दोनों ने डिस्टिंक्शन प्राप्त की है। बोर्ड कक्षाओं में एक जैसे प्रतिशत अंक आने से पूरे गांव में चर्चा का विषय बना हुआ है। दोनों भाई आगे चलकर इंजीनियर बनना चाहते हैं। इसके लिए अभी से कड़ी मेहनत में जुट गए हैं। अंग्रेजी सीखने के लिए सीकर आकर ट्यूशन भी कर रहे हैं। दोनों को क्रिकेट पसंद है।
दोस्त व टीचर भी पड़ जाते हैं उलझन में: स्कूल में भी टीचर और दोस्त अक्सर उलझ जाते हैं। दोनों की शक्ल, यहां तक की लंबाई भी 5 फिट आठ इंच है। अविनाश व अभिषेक को अक्षयकुमार की फिल्में पसंद हैं, फिल्में साथ बैठकर ही देखते हैं। खाने में भिंडी की सब्जी के शौकीन भाइयों की पसंद का ख्याल पेरेंट्स भी बखूबी रखते हैं। खास यह भी है कि मैथमेटिक्स में दोनों ही होशियार हैं। एडवोकेट पिता विरेंद्र काजला बताते हैं, ‘जब दोनों छोटे थे तो हम भी घर पर उलझन में पड़ जाते थे।
दोनों के जन्म में सिर्फ चार मिनट का अंतर है। दोनों बड़े होकर इंजीनियर बनें, इसके लिए बराबर प्रोत्साहित कर रहा हूं।’ पड़ोसी महेंद्र जांगिड़ भी दोनों भाइयों को लेकर अक्सर उलझन में रहते हैं। उन्होंने बताया कि घर पर इनको सोनू- मोनू के नाम से पुकारते हैं। मेरे घर पर दोनों में कोई भी सुबह-सुबह दूध देने के लिए आता है। नाम पुकारता हूं तो इनके जरिए ही पता चलता है कि सोनू है या मोनू।
जुड़वां बच्चियों को जन्म दिया: राजकीय अस्पताल में गुरुवार दोपहर को एक महिला ने महिला ने दो जुड़वां बच्चियों को जन्म दिया। जानकारी के अनुसार पार्वती पत्नी जगदीश स्वामी निवासी गांव पिचकराईताल ने साधारण प्रसव के जरिए दो जुड़वां बच्चियों को जन्म दिया। जुड़वा बच्चियां स्वस्थ हैं और उनके पेट जुड़े हुए हैं। डॉ. समीर पंवार ने बच्चियों के स्वास्थ्य की जांच की और दोनों को बीकानेर पीबीएम अस्पताल में भेजकर अलग करवाने की सलाह दी। जुड़वां बच्चियों के जन्म की खबर मिलते ही इन्हें देखने के लिए अस्पताल में लोगों की भीड़ लग गई।

हिना रब्बानी होंगी पाकिस्तान की विदेश मंत्री

इस्लामाबाद.पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने गुरुवार को हिना रब्बानी खार को देश का विदेश मंत्री नियुक्त करने का फैसला किया। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।

समाचार पत्र 'द नेशन' ने सरकार के सूत्रों के हवाले से बताया कि अमेरिका और भारत सहित अन्य देशों जिनके साथ पाकिस्तान मौजूदा समय में बातचीत कर रहा है उन्हें इस फैसले से अवगत करा दिया गया है।

गत एक फरवरी को विदेश राज्य मंत्री नियुक्त रब्बानी शाह महमूद कुरैशी के इस्तीफे के बाद 13 फरवरी से कार्यवाहक विदेश मंत्री के रूप में काम कर रही थीं।

बाप ने पहले किया रेप, फिर मंडी में धकेला, फिल्‍मी सितारे भी बने ग्राहक


तिरुवनंतपुरम. केरल में एक बाप द्वारा बेटी के साथ रेप करने और बाद में उसे सेक्‍स की मंडी में धकेलने का सनसनीखेज मामला सामने अया है। आरोपी पिता ने 16 साल की अपनी बेटी को जान से मारने की धमकी भी दी थी।
मामला एर्नाकुलम जिले में पेरावुर के समीप वनीयक्‍करा का है जहां के सुधीर नाम के एक शख्‍स पर दो साल पहले अपनी ही बेटी से रेप करने का आरोप है। सुधीर पर अपनी बेटी को 69 लोगों के साथ रेप करने पर मजबूर करने का भी आरोप है।
हैरान करने वाली बात यह है कि रेप के आरोपी पिता ने अपनी बेटी को जिन लोगों के साथ सेक्‍स करने पर मजबूर किया उनमें मलयालम और तमिल फिल्‍म इंडस्‍ट्री के कुछ सितारे भी थे। मामला उस वक्‍त सामने आया जब लड़की की मां ने पुलिस के सामने जब सारी कहानी सुनाई।
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि इस पूरे स्‍कैंडल का मास्‍टरमाइंड मणिकंदन नाम का एक शख्‍स है जो कन्‍याकुमारी का रहने वाला है। पेशे से सड़क ठेकेदार मणिकंदन ने एक एजेंट को पैसे दिए, जो लड़की के पिता के पास पहुंचे और पीडिता को कई हाई प्रोफाइल लोगों को 'पेश' किया गया। मणिकंदन को पुलिस ने चेन्‍नई एयरपोर्ट से बीते सोमवार को उस वक्‍त गिरफ्तार किया जब वह सिंगापुर भागने की फिराक में था।
 

सेना ने बचाई बाढ़ मे फंसे 24 लोगों की जान




शिवपुरी।। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में सिंध नदी में आए उफान से विभिन्न स्थानों पर फंसे 24 ग्रामीणों को सेना की मदद से बचा लिया गया है। ये ग्रामीण लगभग 36 घंटों से फंसे हुए थे।

राज्य में पिछले तीन दिनों से जारी बारिश से नदी नाले उफान पर हैं। शिवपुरी जिले में सिंध नदी में आए उफान ने तो 26 लोगों की जान को ही मुश्किल में डाल दिया था। नदी के बढे़ जलस्तर से बिजरौली में 10, गोराटीला में 11 तथा भडोसा में पांच ग्रामीण फंस गए थे।

बुधवार की रात से फंसे लोगों को निकालने के लिए गुरुवार को पूरे दिन जिला प्रशासन ने उन्हें निकालने की कोशिश की, मगर लगातार जारी बारिश व नदी का जल प्रवाह तेज होने के कारण कुछ भी नहीं किया जा सका। आखिर में प्रशासन ने सेना से मदद मांगी।

शिवपुरी के कलेक्टर राज कुमार पाठक ने शुक्रवार को बताया है कि इस राहत व बचाव कार्य में झांसी से सेना व इलाहाबाद से वायु सेना की मदद ली गई। वायु सेना के दल ने गोरा टीला में फंसे 11 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है। वहीं बिजरौली में फंसे 10 में से आठ तथा भडोसा के पांच ग्रामीणों को झांसी से आए सेना के दल ने बचा लिया। बिजरौली के दो ग्रामीण खुद नदी का बहाव पार कर सुरक्षित बच गए।

मालूम हो कि कोलारस थाना क्षेत्र के सुनाज गांव के लोग बुधवार को ट्रेक्टर से कोलारस आ रहे थे। रास्ते मे सिंध नदी पर बने रपटा को पार करते समय पानी का बहाव अचानक बढ़ गया और वे फंस गए। किसी तरह ग्रामीणों ने टापू पर पहुंच कर अपनी जान बचाई। गोरा टीला के जंगल के टापू पर 11 ग्रामीण 36 घंटे से ज्यादा समय फंसे रहे। 

सौतेली बेटी के साथ किया दुष्कर्म

मेरठ।। मवाना के मोहल्ला तिहाई में एक पिता ने अपनी सौतेली बेटी के साथ कथित रूप से दुष्कर्म किया।

लड़की की मां ने पुलिस में शिकायत दर्ज की है कि सौतेले पिता शफीक ने उसकी बेटी के साथ 19 मई को रेप किया। लड़की की मां जरीना ने इस मामले में गुरुवार को शफीक के खिलाफ मामला दर्ज कराया।

डिप्युटी इंस्पेक्टर जेनरल प्रेम प्रकाश ने बताया कि पुलिस ने आरोपी शफीक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

दिल्ली पहुंचे भारतीय नाविक

नई दिल्ली।। सोमालिया के समुद्री लुटेरों द्वारा 10 महीनों तक बंधक बनाए गए जहाज एमवी सूएज के क्रू मेंबर्स में शामिल 6 भारतीय शुक्रवार को दिल्ली पहुंच गए। सभी भारतीय कराची से दुबई-दिल्ली फ्लाइट से राजधानी पहुंचे। दिल्ली पहुंचने के बाद एयरपोर्ट पर परिवार वालों से मिलकर ये लोग भाव-विभोर हो गए।

इजिप्ट के जहाज एमवी सूएज पर सवार इन 22 लोगों को सोमाली लुटेरों ने 10 महीने तक बंधक बनाए रखा था। फिरौती के बदले मोटी रकम देने के बाद ही लुटेरों ने इन्हें आजाद किया। बंधकों की रिहाई में पाकिस्तान के मानवाधिकार कार्यकर्ता और पूर्व संघीय मंत्री अंसार बर्नी की कोशिशों ने अहम भूमिका निभाई है। 22 लोगों में से 11 इजिप्ट के नागरिक, चार पाकिस्तानी और एक श्रीलंकाई शख्स भी था।

विदेश मंत्री एस एम कृष्णा ने भारतीय नाविकों की सुरक्षित वतन वापसी के लिए पाकिस्तान को शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने इस मदद के लिए पाकिस्तानी नेवी की तारीफ भी की।

इससे पहले पाकिस्तानी नौसैनिक जहाज पीएनएस जुल्फिकार एमवी सूएज के 22 क्रू मेंबर्स को लेकर गुरुवार को कराची पहुंचा। इसके कराची पहुंचते ही रिहा हुए लोगों का भाव विभोर होकर स्वागत किया गया। इस्लामाबाद में भारतीय हाई कमिशन के काउंसिलर सुहेल ऐजाज खान ने जहाजियों को रिसीव किया। सिंध के गवर्नर इशरत उल एबाद खान ने कहा कि हमारी ओर से प्यार का इजहार किया गया है। हमें उम्मीद है कि भारत भी बदले में ऐसा ही करेगा।