मंगलवार, 21 जून 2011

बिहार में अज्ञात बीमारी से 30 बच्चों की मौत






बिहार में अज्ञात बीमारी से 30 बच्चों की मौत 
 

मुजफ्फरपुर। बिहार में राजधानी पटना सहित विभिन्न जिलों में एक अज्ञात बीमारी से पिछले 20 दिनों में 30 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई। इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक उच्चस्तरीय बैठक की।

राज्य में फैली इस अज्ञात बीमारी के सबसे अधिक पीडित मुजफ्फरपुर में मिले हैं। मुजफ्फरपुर में इस बीमारी से 25 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई है। रविवार को मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) में तीन बच्चों सुधा कुमारी, सोनी कुमारी तथा छोटी कुमारी की मौत हो गई।

मोतिहारी में भी अब तक इस कथित इंसेफेलाइटिस बीमारी से छह बच्चों की मौत हो गई है। इन मृतकों में मेहसी प्रखंड के अमवा गांव के पांच बच्चे शामिल हैं। इस बीच मेहसी प्राथमिक स्वास्थ केंद्र के प्रभारी डॉ$ ओमप्रकाश ने अमवा गांव का दौरा किया। गोपालगंज में भी इस बीमारी के मरीज मिलने की सूचना है। इधर, पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भी इस अज्ञात बीमारी से दो बच्चों की मौत हो गई है। बीमारी को उसके लक्ष्णों के आधार पर इंसेफेलाइटिस बताया जा रहा है।

इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री ने रविवार की रात इस मामले को लेकर उच्चाधिकारियों की एक बैठक की। राज्य स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों और जिला अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है।

इधर, मुख्यमंत्री ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद से केंद्रीय दल भेजने का अनुरोध किया है। स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमरजीत सिन्हा के मुताबिक इस बीमारी से ग्रसित बच्चों के रक्त नमूनों का संग्रह कर उन्हें पुणे जांच के लिए भेजा गया है। अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि इस बीमारी के क्या कारण हैं।

मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन ए$ पी$ सिंह ने बताया कि इस बीमारी के कारण सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को तेज बुखार से पीडित बच्चों को श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजने का निर्देश दिया गया है।

इधर, श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) के शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ$ बृजमोहन के मुताबिक यह बीमारी इंसेफेलाइटिस की तरह की ही बीमारी है। उन्होंने बताया कि इस बीमारी में तेज बुखार आता है और फिर बच्चा बेहोश हो जाता है। सिर में तेज दर्द और बदन में अकड़न आ जाती है।

उल्लेखनीय है कि इस बीमारी के फैलने के बाद शुक्रवार को राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अमरजीत सिन्हा ने मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच का दौरा कर बीमार बच्चों को देखा तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की थी।

बच्ची को सुसाइड बम बनाने की कोशिश




बच्ची को सुसाइड बम बनाने की कोशिश 
 

टीमेरगढ़। पाकिस्तान में उग्रवादियों ने स्कूल जाती एक बच्ची को अगवा कर उसे सुसाइड बम बनाने की कोशिश की। पुलिस ने लड़की को हिरासत में ले लिया है। सूत्रों के मुताबिक नौ साल की इस बच्ची के जरिये उग्रवादी उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान के मिलिट्री पोस्ट पर हमला करवाना चाहते थे।

पुलिस ने बताया कि शनिवार को तीसरी क क्षा में पढ़ने वाली सोहाना जावेद का घर से स्कूल जाते वक्त अपहरण कर लिया गया था। पुलिस ने सोमवार को सोहाना को सुसाइड बम पहने हुए पकड़ा है। हालांकि पेशावर पुलिस के पास किसी भी लड़के के अपहरण किए जाने की रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई है।

सेना अधिकारी के अनुसार देश में लड़को को सुसाइड बमर बना कर हमला किया जाता है लेकिन लड़की का प्रयोग मुश्किल से किया जाता है। अधिकारी अनुसार लड़की के पहने हुए सुसाइड जैकेट में नौ किलो का विस्फोटक रखा हुआ था। जिसे रिमोट कंट्रोल से चलाया जा सकता है।

सोहाना ने पुलिस को बयान दिया कि स्कूल जाते वक्त दो महिलाओं ने जबरदस्ती पकड़ कर कार में बैठा दिया। कार में बैठे दो आदमियों ने बेहोश कर अनजाने घर पर ले गए। सोमवार सुबह को दोनों यवकों और महिलाओं ने मुझे जबरदस्ती भारी जैकेट पहना दिया और कार में बैठा दिया। पुलिस ने मामले को गंभीर लेते हुए तफ्तीश कर रही है। सोहाना से और जानकारी लेने के लिए मनोचिकित्सक की मदद ली जा रही है। 

भारतीय राजनयिक पर यौन शोषण का केस

भारतीय राजनयिक पर यौन शोषण का केस 
 

न्यूयॉर्क। इंडियन काउंसल जनरल प्रभू दयाल पर पूर्व नौकारानी ने अत्याचार और यौन शोषण का आरोप लगाया है। दयाल की पूर्व नौकरानी संतोष भारद्वाज ने उनके खिलाफ अत्याचार और उचित मेहनताना न दिए जाने की शिकायत दर्ज कराई है। हालांकि दयाल ने इन आरोपों को बकवास और झूठा करार दिया है।

सूत्रों के मुताबिक भारद्वाज ने इस मामले में दयाल, उनकी पत्नी और बेटी के खिलाफ सोमवार को शिकायत दर्ज कराई है। याचिका में उसके साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। उसने कहा कि दयाल ने उससे ज्यादा पैसे लेने के लिए मैसेज करने को कहा था। बकौल भारद्वाज उसे एक दिन काम के 300 डॉलर दिए जाने और ओवरटाइम देने की बात कहकर यहां लाया गया था। लेकिन उसके उलट उसे एक डॉलर प्रति घंटा दिया गया और उसका पासपोर्ट भी छीन लिया गया।

उधर दयाल ने भारद्वाज के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि भारद्वाज के साथ दुर्रव्यवहार नहीं किया गया। उसे घर में सारी सुविधाएं दी गई थीं। उसके कमरे में टीवी और फोन भी दिया गया था। 

तुमने मुझे छोड़ा, मैं दुनिया छोड़ कर जा रहा हूं..’

जयपुर। ‘तुझे तो प्यार करने वाला मिल ही गया, अब तो तू दूसरे की हो गई। हमने साथ जीने-मरने की कसम खाई थी..तुम बेवफा निकली..तुमने मुझे छोड़ा, मैं दुनिया छोड़कर जा रहा हूं।’ आदर्श नगर इलाके में एक युवक ने ये बातें सुसाइड नोट में लिखकर फांसी लगा ली।

पुलिस ने बताया कि नगीनों का काम करने वाला पुरुषोत्तम सैन (29) अपने भाई राजू के साथ जनता कॉलोनी में किराये के मकान में रह रहा था। रविवार रात दोनों भाई खाना खाकर छत पर सो गए। सुबह साढ़े छह बजे जब राजू की नींद खुली तो उसे पुरुषोत्तम नहीं मिला। राजू नीचे कमरे में पहुंचा तो उसके होश उड़ गए। पुरुषोत्तम का शव तौलिए के फंदे पर पंखे से झूल रहा था। यह देख राजू बिलख पड़ा। विलाप सुनकर पड़ोसी वहां पहुंचे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया। बाद में पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया।

पुरुषोत्तम ने सुसाइड नोट में लिखा कि वह किसी लड़की से प्यार करता था। उसकी शादी इसी महीने हो गई, इसलिए उसने आत्महत्या कर रहा है। पुलिस की सूचना पर गंगापुर सिटी से उसके परिजन जयपुर पहुंचे, पर उन्हें बेटे के प्रेम प्रसंग की जानकारी नहीं थी। राजू ने बताया कि दोनों छत पर सोने गए थे। पुरुषोत्तम देर रात तक मोबाइल पर किसी से बात कर रहा था। इसके बाद वह नीचे चला गया।

पुलिस को अभी पुरुषोत्तम की प्रेमिका का पता नहीं लग पाया है। पुलिस ने पुरुषोत्तम का मोबाइल जब्त कर कॉल डिटेल निकलवाई है। साथ ही मोबाइल में एसएमएस की भी जांच की जा रही है।

चौथी कक्षा के ह्रदयेश्वर का कमाल, बनाया विश्व का अनूठा शतरंज



जयपुर। भले ही बीमारी के कारण वह आम बच्चों की तरह चल फिर नहीं सकता, लेकिन जिंदगी की दौड़ में हम उम्र बच्चों से कहीं आगे निकल गया है। डीपीएस स्कूल की चौथी कक्षा में पढ़ने वाले हृदयेश्वर सिंह भाटी ने शतरंज खेलने के शौक को अनूठे अंदाज में ढाल कर ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है।
विश्व की अनूठी शतरंज डिजाइन की है, जिसमें दो, तीन, चार और पांच नहीं बल्कि छह खिलाड़ी एक समय में एक साथ खेल सकते हैं। शतरंज बनाने का विचार बांटते हुए कहा कि पापा और मैं जब शतरंज खेलते तो मां और चचेरा भाई हमें देखते रहते थे। यही कारण था कि पापा और मां की मदद से विश्व में अनूठी शतरंज डिजाइन की है।
कुदरत को चकमा देने का अदम्य साहसनौनिहाल को कुदरत ने जहां इतनी खूबियों से नवाजा, वहीं मस्कुलर डिस्ट्रॉफ के कारण चल पाने की बंदिश लगा दी है। हौसले और धैर्य के साथ हृदयेश्वर कुदरत को चकमा देकर कहीं आगे निकल गया है। वे ऑटोमेटिक व्हीलचेयर के सहारे रोजमर्रा के काम करते हैं।
हृदयेश्वर की तमन्ना वैज्ञानिक बनने की है, इसके लिए वे साइंस की किताबें और नेट सर्फिग करते हैं। कमरे में एटलस और लाइब्रेरी में किताबों का कलेक्शन जुटा रखा है। पिता सरोवर सिंह भाटी का कहना है कि न चल पाने के कारण परिवार में किसी को बोझ न लगे, इसके लिए इंटीरियर भी अपने हिसाब से डिजाइन करवाया है

बारह सौ रुपये में करते हे दलाल पाक सीमा पार




















बारह सौ रुपये में करते हे दलाल पाक सीमा पार

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले में रविवार को गडरा सरहद पार पकडे गए पाकिस्तानी नागरिक नूर आलम शेख ने खुलासा किया हे की पाकिस्तान की सरहद पार करने के लिए पाक सरहद पार कई दलाल सक्रीय हे,उसे जफ़र नमक दलाल ने बारह सौ रूपये में अमृतसर फिरोजपुर के बीच से अवैध रूप से सर्घाद पार कर भारतीय सीमा में प्रवेश कराया .नूर आलम शेख को रविवार को ७८ बटालियन सीमा सुरक्षा बल के गस्ती दल ने मपुरी गगरिया फांटे से गिरफ्तार किया था.सीमा सुरक्षा बल ने नूर आलम से प्रारंभिक पूछताछ के बाद सोमवार शाम को गडरा पुलिस को सुपुर्द कर दिया .गडरा पुलिस थाना अधिकारी लक्ष्मी नारायण केवलिया ने बताया की नूर आलम पाकिस्तान के मलेर जिले के चास्मगोल गाँव का रहने वाला हे .वह मच्छली पकड़ने का कम करता हे .दो माह पूर्व वह पंजाब पाक सीमा से अवैध रूप से सरहद पार कर भारत में घूसा था.इस दरमियाँ उसके साथ फ़िरोज़ खान नमक व्यक्ति भी उसके साथ था.नूर आलम और फ़िरोज़ दो दिन अमृतसर रहने के बाद अजमेर ख्वाजा सब की दरगाह पार जियारत करने आ गए .लगभग एक माह अजमेर रहने के बाद फ़िरोज़ आलम को छोड़कर भाग गया .नूर आलम ने बाड़मेर पाकिस्तान की सरहद के बारे में अजमेर में लोगो से पता किया तथा नूर आलम १७ जून को अजमेर से बाड़मेर रेल से आया.१८ को रत भर बाड़मेर रेलवे स्टेशन पार रहा .१९ को सुबह बस के द्वारा एः गगरिया पंहुचा जन्हा दिन भर रहने के बाद दोपहर बाद वह गडरा के लिए पैदल रवाना हुआ..इशी बीच पुलिस तथा सीमा सुरक्षा बल को सूचना मिली की मपुरी फांटे के पास एक संदिग्ध व्यक्ति गडरा की तरफ जा रहा हे.सीमा सुरक्षा बल के गस्ती दल ने उसे दबोच लिया.प्रारम्भिक पूछताछ में उसने बताया की वह ख्वाजा सब की जियारत करने के लिए आया था.इसमें जफ़र ने उसकी १२०० सौ रुपये लेकर मदद की तथा सरहद पार कराइ.नूर आलम के पास मात्र साथ रुपये के नोट बरामद हुए हे.नूर आलम ने यह भी बताया की सरहद पार दलालों का गिरोह सक्रीय हे जो अवैध रूप से सीमा पार करा भारतीय सीमा में पाकिस्तानियों को सरहद पार कर घुसते हे.

पानी-बिजली की समस्याओं पर बिफरे जनप्रतिनिधि प्रभारी मंत्री की बैठक में अफसरों की जमकर की खिंचाई, विकास कार्यों में हो रही देरी का दोष अधिकारियों के सिर मढ़ा












पानी-बिजली की समस्याओं पर बिफरे जनप्रतिनिधि
प्रभारी मंत्री की बैठक में अफसरों की जमकर की खिंचाई, विकास कार्यों में हो रही देरी का दोष अधिकारियों के सिर मढ़ा

जैसलमेर कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित प्रभारी मंत्री की बैठक हंगामेदार रही।विकास कार्यों में हो रही देरी पर जनप्रतिनिधियों ने गहरी नाराजगी जताई। सबसे ज्यादा नाराजगी पानी व बिजली की समस्याओं पर दिखी।

सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में प्रभारी मंत्री गिर्राजसिंह मल्लिंगा की अध्यक्षता में जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान कई समस्याओं पर विचार किया गया और प्रभारी मंत्री ने गर्मी के मौसम को देखते हुए विशेषकर पानी व बिजली की आपूर्ति सुचारू करने के निर्देश दिए।

काम कुछ नहीं हुआ और पैसे उठा लिए

पोकरण विधायक शाले मोहम्मद ने रतन की ढाणी, मंगलिये की ढाणी व मिश्री की ढाणी में बिजली लाइन खींचे बिना बीएडीपी योजना से राशि के समायोजन का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि धरातल पर इन तीनों ही ढाणियों में काम के नाम पर कुछ नहीं हुआ और पैसे उठा लिए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि समायोजन का मतलब है कि ठेकेदार या फिर अधिकारियों ने पैसे हड़प लिए हैं। उन्होंने आदेश की कॉपियां कलेक्टर को सौंपते हुए कहा कि इस प्रकरण की जांच करवाई जाए। 


साथी ही निकला कातिल नशे में ले ली जान


साथी ही निकला कातिल
नशे में ले ली जान

बाड़मेर  अजीज खां हत्या प्रकरण में उसका साथी ही कातिल निकला। शराब के नशे में पेंपसिंह ने उसके सिर पर हथौड़े से वार कर दिया। इसका खुलासा पुलिस ने सोमवार देर रात उससे की गई पूछताछ के बाद किया।

एसपी संतोष चालके ने बताया कि शुक्र वार रात्रि जसाई चौराहे पर स्थित एक दुकान के बाहर सो रहे अजीज खां पुत्र आदम खां निवासी तनसिंह पुरा की नशे में धुत्त उसके साथी पादरड़ी निवासी पेंपसिंह पुत्र हरिसिंह सोढ़ा से विवाद हो गया । इसपर अजीज ने पेंपसिंह पर लाठी से वार कर दिया। गुस्साए पेंपसिंह ने जवाब में दुकान में रखे हथौड़ा से अजीज के सिर पर वार कर दिया। जिससे वह घायल होकर नीचे गिर गया और उपचार के लिए ले जाते वक्त उसने दम तोड़ दिया।

गरीबों को मिलेगी लाइफ लाइन से दवा


गरीबों को मिलेगी लाइफ लाइन से दवा
पाली की तर्ज पर कलेक्ट्रेट परिसर में खुलेगा लाइफ लाइन मेडिकल स्टोर, दानदाताओं के सहयोग से गरीबों को सस्ती दर पर दी जाएगी दवाइयां
बाड़मेर गरीब मरीजों को सस्ती दर पर दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए पाली की तर्ज पर लाइफ लाइन मेडिकल स्टोर शुरू करने की कवायद शुरू हो गई है। स्टोर कलेक्ट्रेट परिसर में खोला जाएगा।यहां गरीबों को सस्ती दर पर जेनेरिक के साथ ही अन्य दवाइयां उपलब्ध कराई जाएंगी। अत्यंत गरीब मरीज के केस में कलेक्टर के अनुशंसा पर नि:शुल्क दवा दी जाएगी।

पाली में गुजरात अंबुजा की ओर से संचालित किए जा रहे लाइफ लाइन स्टोर की तर्ज पर को-ऑपरेटिव सोसायटी के सहयोग से यह स्टोर खोला जाएगा। हालांकि बीपीएल, एपीएल परिवारों के मरीजों को सस्ती दर पर दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए राजकीय अस्पताल परिसर में मेडिकल स्टोर पहले से ही खुला हुआ है। लेकिन यहां निर्धारित मापदंड के अनुसार ही दवाएं दी जाती हैं। लाइफ लाइन स्टोर पर मरीज को दवा पर कितनी छूट देनी है या नि:शुल्क देना है यह कलेक्टर अपने विवेक से तय करेंगे। 


दानदाताओं से संपर्क कर रहे है 
ञ्लाइफ लाइन मेडिकल स्टोर के लिए दानदाताओं से संपर्क किया जा रहा है। इस मेडिकल स्टोर के माध्यम से बाड़मेर के गरीब मरीजों को बिना औपचारिकता के सस्ती दरों पर दवाइयां उपलब्ध करवाएंगे। साथ ही अत्यंत गरीब मरीजों को दवाइयां नि:शुल्क दी जाएगी। इसके लिए कलेक्ट्रेट परिसर में भवन भी देखा गया है। 
गौरव गोयल, कलेक्टर, बाड़मेर

यथार्थ गीता : आपन करनी पार उतरी





















यथार्थ गीता : आपन करनी पार उतरी

मन बड़ा चंचल है। यह सब कुछ चाहतता है, केवल भजन ही नहीं चाहता। यदि स्वरूपस्थ महापुरुष कर्म न करे, तो देखा-देखी पीछे वाले भी तुरंत कर्म छोड़ देंगे। उन्हें बहाना मिल जाएगा कि यह भजन नहीं करते, पान खाते हैं, इत्र लगाते हैं, सामान्य बातें करते हैं फिर भी महापुरुष कहलाते हैं-ऐसा सोचकर वे भी आराधना से हट जाते हैं, पतित हो जाते हैं। 

श्रीकृष्ण कहते हैं कि यदि मैं कर्म न करूं, तो सब भ्रष्ट हो जाए और मैं वर्णसंकर का कर्त्ता बनूं। 

स्त्रियों के दूषित होने से वर्णसंकर तो देखा सुना जाता है। अर्जुन भी इसी भय से विकल था कि स्त्रियां दूषित होंगी तो वर्णसंकर पैदा होगा, किन्तु श्रीकृष्ण कहते हैं कि यदि मैं सावधान होकर आराधना में लगा न रहूं, तो वर्णसंकर का कर्त्ता होऊं। वस्तुत: आत्मा का शुद्ध वर्ण है परमात्मा। अपने शाश्वत स्वरूप के पथ से भटक जाना वर्णसंकरता है। यदि स्वरूपस्थ महापुरुष क्रिया में नहीं बरतते तो लोग उनके अनुकरण से क्रियारहित हो जायेंगे, आत्मपथ से भटक जायेंगे, वर्णसंकर हो जायेंगे। वे प्रकृति में खो जायेंगे।

स्त्रियों का सतीत्व एवं नस्ल की शुद्धता एक सामाजिक व्यवस्था है, अधिकारों का प्रश्न है, समाज के लिए उसकी उपयोगिता भी है, किन्तु माता- पिता की भूलों का संतान की साधन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। ‘आपन करनी पार उतरी’। 

हनुमान, व्यास,नारद,शुकदेव, कबीर, ईसा इत्यादि अच्छे महापुरुष हुए, जब कि सामाजिक कुलीनता से इनका संपर्क नहीं है। आत्मा अपने पुर्व जन्म के गुणधर्म लेकर आता है। 

श्रीकृष्ण कहते हैं - ‘मन: षष्ठानीन्द्रिया प्रकृतिस्थानि कर्षति’। मन सहित इन्द्रियों से जो कार्य इस जन्म में होता है, उसके संस्कार लेकर जीवात्मा पुराने शरीर को त्यागकर नये शरीर में का जाता है। इसमें जन्मदाताओं का क्या लगा? उनके विकसा में कोई अंतर नहीं आया। अत: स्त्रियों के दूषित होने से वर्णसंकर नहीं होता। स्त्रियों के दूषित होने और वर्णसंकर से कोई संबंध नहीं है। शुद्ध स्वरूप की ओर अग्रसर न होकर प्रकृति में बिखर जाना ही वर्णसंकर है। 

सोमवार, 20 जून 2011

गर्भवती विवाहिता ने की आत्महत्या

गर्भवती विवाहिता ने की आत्महत्या 

 बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले के नागना  थाना क्षेत्र के भुरटिया माधासर गाँव में सोमवार को एक गर्भवती विवाहिता ने टाँके में कूद कर आताम्हात्य कर ली.थाना अधिकारी महेंद्र सिंह भाटी ने बताया की माधासर निवासी श्रीमती नेनू देवी पत्नी हनुमान राम उम्र २३ साल जो सात माह की गर्भवती थी ने पानी से भरे टाँके में कूदकर आत्महत्या कर ली .विवाहिता की शादी दो साल पूर्व ही हुई  थी .उन्होंने बताया की सूचना मिलने पर बायतु उपखंड अधिकारी ने मौके पर पहुँच शव टाँके से बाहर निकलवाया तथा पोस्ट मार्टम करा परिजनों को सोंप दिया इश आशय की रिपोर्ट मृतका के पति ने नागाना ठाणे में दर्ज कराइ.

केयर्न-वेदांता सौदे पर इसी सप्ताह विचार कर सकती है सीसीईए

नई दिल्ली।। आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति बहुचर्चित केयर्न-वेदांता सौदे पर इसी सप्ताह विचार कर सकती है। केयर्न एनर्जी ने अपनी भारतीय सब्सिडियरी केयर्न इंडिया में बहुमत हिस्सेदारी 9.4 अरब डॉलर में वेदांता रिसोर्सेज को बेचने का सौदा किया है।

पेट्रोलियम मंत्री एस जयपाल रेड्डी ने कहा है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता वाली सीसीईए की बैठक इसी सप्ताह हो सकती है, जिसमें इस सौदे को मंजूरी देने के लिए मंत्री समूह की सिफारिशों पर विचार होगा। उन्होंने कहा, 'मेरी कोशिश रहेगी कि इसे इसी सप्ताह कैबिनेट में ले जाया जाए।' उन्होंने कहा कि सीसीईए के लिए एजेंडा कैबिनेट सचिवालय तय करता है। वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी की अध्यक्षता वाले मंत्री समूह ने 27 अगस्त को सुझाव दिया था कि सरकार इस सौदे को तभी मंजूरी दे, जब केयर्न या उसकी उत्तराधिकारी कंपनी राजस्थान तेल क्षेत्रों के लिए रॉयल्टी के एक हिस्से का बोझ उठाने को तैयार हो जाती है।

यहां शादियों का लग सकता है शतक

बेंगलूरु। आपने क्रिकेट में तो शतक लगाने के बारे में बहुत सुना होगा। नाईजीरिया के एक बंदे ने शादियों का शतक लगाने का इरादा कर रखा है। 87 साल के नाईजीरिया के बेलो मसाबा इस समय तक 90 शादियां कर चुके हैं। उन्‍हें उम्‍मीद है कि वे 10 और शादियां कर शादियां का शतक पूरा कर लेंगे।

मसाबा का कहना है कि उन्‍होंने इतनी शादियां भगवान के कहने पर की हैं। उसका कहना है कि पहले मुझे महिलाओं से डर लगता था और लगता था कि मैं 2 से ज्‍यादा शादियां नहीं कर सकता। उन्‍होंने कहा कि ऊपर वाले ने ही यह सब मुमकिन किया है।

मसाबा को 90 बीवियों से 200 बच्‍चे हैं। उनका कहना है कि इनमें से 55 बच्‍चे इस दुनिया में नहीं हैं। उन्‍होंने उम्‍मीद जताई कि वे 100 शादियां कर नया रिकॉर्ड बना सकने में कामयाब हो सकते हैं।

'मैं मर जाऊंगा तो अभिषेक-श्वेता में बराबरी से बटेगी दौलत'


पूरी दुनिया के लिए वह अमिताभ बच्चन और एक सुपरस्टार है, लेकिन उनके बच्चों श्वेता और अभिषेक के लिए वह प्यार की एक जीती-जागती मूरत हैं।
बिग बी कहते है कि मैं अभिषेक से एक दोस्त की तरह पेश आता हूं, जबकि श्वेता तो हमेशा छोटी बच्ची की तरह ही लगती है। इसलिए मैं सोचता हूं कि उसे अपनी जिंदगी उस के हिसाब से जीनी चाहिए।
महिलाएं जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसलिए मैंने तय किया है कि जब मैं मर जाऊंगा तो जो कुछ भी मेरे पास है उसे में अपने बेटा-बेटी में बराबर-बराबर बांट दूंगा।
लोग कहते है कि बिटियां पराया धन होती हैं। लेकिन मुझे तो वह अभी भी छोटी बच्ची ही लगती है। अगर कभी कोई घर में परेशानी होती है तो हम श्वेता से इसका जिक्र जरुर करते है और फिर वह हमें तार्किक समाधान बताती है।
बहरहाल बिग बी ने ऐसा कहकर पूरी दुनिया के सामने एक अच्छा संदेश दिया है।

लोकपाल पर झुकी सरकार, पीएम को दायरे में रखने पर राजी!



नई दिल्‍ली.  केंद्र सरकार प्रधानमंत्री को लोकपाल के दायरे में रखने पर राजी हो गई है। हालांकि उसकी कुछ शर्तें भी हैं। एक शर्त यह है कि प्रधानमंत्री के खिलाफ शिकायत ली तो जाएगी, पर उसकी जांच या उस पर कार्रवाई तभी होगी जब व्‍यक्ति प्रधानमंत्री  की कुर्सी छोड़ चुका होगा।
समाचार चैनल सीएनएन-आईबीएन ने सरकार के मसौदे के आधार पर यह दावा किया है। चैनल का दावा है कि सरकार ने अपनी तरफ से लोकपाल बिल का जो अंतिम मसौदा बनाया है, वह उसके हाथ  लग गया है।
बताया जाता है कि प्रधानमंत्री से राय करके ही मसौदे में यह बात शामिल की गई है। इस मसौदे पर जुलाई में सर्वदलीय बैठक में चर्चा होगी।
उधर, सोमवार को लोकपाल बिल बनाने के लिए गठित साझा ड्राफ्टिंग कमिटी की बैठक हुई। इसमें शामिल सरकार और सिविल सोसाइटी के नुमाइंदों के बीच 'अच्‍छे माहौल में' चर्चा हुई। पर बैठक के बाद भी जहां एक ओर कुछ मुद्दों पर पहले से ही मौजूद असहमति बरकरार है वहीं दो नए मुद्दों पर असहमति उभर कर सामने आई।
हालांकि इस बैठक के बाद आज दोनों पक्षों का रुख नरम रहा और वे एक-दूसरे पर हमलावर तेवरों के साथ मीडिया से नहीं मिले। टीम अन्‍ना की ओर से प्रशांत भूषण ने बताया कि बैठक का माहौल अच्‍छा था। कई मुद्दों पर सहमति बनी, लेकिन दो नए मामलों पर मतभेद भी उभर गए।
ड्राफ्टिंग कमिटी में शामिल सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधि प्रशांत भूषण ने कहा कि लोकपाल को गठित करने वाली चयन समिति में कौन लोग शामिल होंगे, इस पर असहमति उभरकर सामने आई है। भूषण ने कहा कि ड्राफ्टिंग कमिटी में शामिल केंद्र सरकार के नुमाइंदे चयन समिति में सरकार के प्रतिनिधियों को शामिल करना चाहते हैं। जबकि सिविल सोसाइटी के सदस्य स्वतंत्र लोगों को इस समिति में शामिल करने की मांग कर रहे हैं।
इसके अलावा लोकपाल समिति को हटाने के लिए अपील के अधिकार को लेकर भी मतभेद सामने आया है। सरकारी प्रतिनिधि चाहते हैं कि लोकपाल समिति को हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में अपील का हक केंद्र सरकार के पास रहे। लेकिन सिविल सोसाइटी के सदस्यों का कहना है कि लोकपाल समिति को हटाने के लिए अपील का हक सबको होना चाहिए। 
ड्राफ्टिंग कमिटी में शामिल सिविल सोसाइटी के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘हमने लोकपाल बिल को लेकर सरकार को 40 बिंदू दिए थे। सरकार का कहना है कि इनमें से 11 पर सहमति बन गई है।’    

वहीं, दूसरी ओर ड्राफ्टिंग समिति में शामिल सरकारी प्रतिनिधियों की तरफ से मीडिया से बातचीत करते हुए केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने बातचीत को संतोषजनक बताया। कपिल सिब्बल ने बैठक के बाद कहा है कि कई मुद्दों पर समिति में शामिल सरकार और सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधियों के बीच सहमति बनी है, लेकिन कुछ मुद्दों पर अब भी असहमति बनी हुई है। उनका कहना है कि जिन मु्द्दों पर पहले से टकराव था, उन पर अब भी कोई सहमति नहीं बन पाई है। सिब्बल ने यह भी कहा कि मंगलवार को शाम साढ़े चार बजे ड्राफ्टिंग कमिटी की बैठक में सरकार के प्रतिनिधि और सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधि एक-दूसरे को अपना-अपना ड्राफ्ट सौंपेंगे। सिब्बल ने यह जानकारी भी दी कि जुलाई में राजनीतिक दलों को लोकपाल बिल का ड्राफ्ट सौंपा जाएगा और उनकी प्रतिक्रिया ली जाएगी। जिसके बाद इसे कैबिनेट में ले जाया जाएगा और फिर संसद में इसे पेश किया जाएगा।

बैठक शुरू होने से पहले सिविल सोसाइटी के सदस्‍य जस्टिस संतोष हेगड़े ने सरकार पर बिल को पास करने में देरी करने का आरोप लगाया। एक टीवी चैनल से बातचीत में उन्‍होंने कहा कि कई ऐसे मुद्दे हैं जिन पर दोनों पक्ष आमने-सामने बात नहीं करना चाहते। जस्टिस हेगड़े ने आज की बैठक में हिस्‍सा नहीं लिया। हालांकि, उन्‍होंने अन्‍ना के अनशन से दूरी बनाने की खबरों का भी खंडन किया है।