शनिवार, 23 फ़रवरी 2019

कोटा सेंट्रल जेल में कैदियों ने किया पथराव, 17 कैदियों के खिलाफ मामला दर्ज

कोटा सेंट्रल जेल में कैदियों ने किया पथराव, 17 कैदियों के खिलाफ मामला दर्ज

कोटा सेंट्रल जेल में कैदियों ने किया पथराव, 17 कैदियों के खिलाफ मामला दर्ज


जयपुर सेंट्रल जेल में पाकिस्तानी कैदी की हत्या के बाद गुरुवार को कोटा सेंट्रल जेल में भी कैदियों ने जमकर उत्पात मचाया. जेल में बंद हार्डकोर अपराधियों ने जेल स्टाफ के साथ न केवल मारपीट की, बल्कि मौके पर पहुंचे सुरक्षा बलों पर पथराव भी कर दिया. बाद में बमुश्किल हालात पर काबू पाया जा सका. इस संबंध में नयापुरा पुलिस ने 17 कैदियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
जयपुर सेंट्रल जेल में दो दिन पहले बुधवार को आपसी विवाद में एक पाकिस्तानी कैदी की हत्या कर दी गई थी. उसके बाद अलर्ट हुए जेल प्रशासन ने प्रदेश की सभी सेंट्रल जेलों में कैदियों और उनकी बैरकों की तलाशी का अभियान चलाया था. इस दौरान दोपहर में कोटा सेंट्रल जेल में जेल प्रशासन बैरकों का निरीक्षण करने पहुंचा. वहां बैरक में बंद हार्डकोर अपराधियों ने जेल के सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट की दी. हालात बिगड़ने पर मौके पर पुलिस और आरएसी का जाब्ता बुलाया गया. लेकिन कैदियों ने उन पर भी पथराव कर दिया. बाद में बड़ी मुश्किल से हालात पर काबू पाया जा सका. इस दौरान सेंट्रल जेल को छावनी में तब्दील कर दिया गया.

गुरुवार, 21 फ़रवरी 2019

*मोदी युद्ध करे सिंध के लोग भारतीय सेना का साथ देगी,पाक को सबक सिखाना जरूरी*

*मोदी युद्ध करे सिंध के लोग भारतीय सेना का साथ देगी,पाक को सबक सिखाना जरूरी*

*(1971 में पाक से आये चुतरो जी के साथ बातचीत)*

*चन्दन सिंह भाटी*

*जेसलमेर 1971 भारत पाक युद्ध के दौरान भारतीय सेना की मदद करते अपने परिवार के पत्नी,दो बेटों और एक बेटी के साथ भारत आये 76 वर्षीय चुतरो जी फिलहाल गफ्फूर भट्टा में अपने परिवार के साथ राह रहे है।।वो पाकिस्तान के थारपारकर जिले के जिंजर गांव में निवास करते थे।।पाक आतताइयों से परेशान होकर भारत आ गए।।बाडमेर जिले के निम्बला गांव में स्थापित किये शरणार्थी शिविर में पनाह ली।।भारत सरकार ने उनकी पूरी खैर खबर ली।।अब वो निम्बला से जेसलमेर शिफ्ट हो गए।।उन्हें उन्ही दिनों भारतीय नागरिकता मिली।।

चुतरो जी को जब पुलवामा हमले की जानकारी मिली तो उनका भी खून अन्य भारतीयों की तरह खोल उठा।पाक समर्थित आंतकवाद पर उन्होंने बताया कि पाक हमेशा उग्रवाद को बढ़ावा देते आये।।उन्होंने बताया जब वो सिंध में रहते थे हिन्दू बाहुल्य क्षेत्रो में किसी भी सूरत में गांवो में अन्य समुदाय के लोगो को रहने की इजाजत नही होती थी।।

उन्होंने कहा कि पाक को पुलवामा हमले के बाद नरेंद मोदी सरकार को हमला बोल देना चाहिए।।उन्होंने बताया कि पाकिस्तान युद्ध की भाषा ही समझता है।।सिंध के लोगों का भारत के साथ दिल से जुड़ाव है।।1971 के युद्ध मे भी भारतीय सेनाओं की अंदरूनी मदद की थी। आज भी सिंध के लोग पाक सरकार के रवैये से खफा है।हिंदुओ के साथ अत्याचार हो रहा है तो सिंधी मुस्लिमो को मुस्लिम निहि माना जाता।उन्हें आज भी मुहाजिर बोला जाता है।।सिंध में एम क्यू एम जैसे संगठन पाक से आज़ाद होने के लिए आंदोलन चला रहे है।ऐसे वक्त नरेंद्र मोदी को बिना समय गंवाए पश्चिमी सीमा से पाक पर हमला बोल देना चाहिए।।पाक युद्ध की भाषा ही समझता है।।सिंध के लोग आज़ादी चाहते है। इससे अच्छा मौका भारत को नही मिलेगा।।भारतीय सेना के जवानों पर आन्तकवादी आये दिन हमले करते है।।ये आंतकवादी पाकिस्तान के पाले हुए है।।उन्होंने बताया कि बाडमेर जेसलमेर सहित पश्चिमी सीमा से भारतीय सेना को पाकिस्तान पर हमला बोल देना चाहिए ।भारतीय सेना को सिंध के लोगो का समर्थन मिलेगा।।उन्होंने बताया की पाक से आये उन्हें 48 साल हो गए।मगर पाक वापस जाने की कभी इच्छा नही हुई।।चुतरो जी की संपत्ति आज भी सिंध के जिंजर गांव में है। चुतरो जी जैसे हज़ारो लोग है जो 1965 और 1971 में युद्ध के दौरान या बाद में पाकिस्तान छोड़ भारत आ गए।।ये लोग भी चाहते है कि पाकिस्तान पर बिना समय गंवाए हमला कर देना चाहिए।।

रात में पिता ने बेटों संग पी शराब...फिर घर में छाया मातम

रात में पिता ने बेटों संग पी शराब...फिर घर में छाया मातम


चूरू. भालेरी थाना इलाके में रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है. जहां बेटे अपने पिता को ही मौत के घाट उतार दिया. मामले में आरोपी दोनों युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जिसके बाद उनसे पूछताछ की जा रही है.

घटना भालेरी थाना क्षेत्र स्थित खींवासर की है. जहां पिता हरफूल सिंह की हत्या के आरोप में उसके दो बेटों दरिया सिंह और जयसिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि बुधवार शाम दोनों बेटों के साथ पिता हरफूल ने शराब पी थी. जिसके बाद तीनों के बीच कहासुनी के बाद मारपीट होने लगी. इस दौरान नशे के हालत में दोनों बेटों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी. जिसके चलते उसकी मौत हो गई.


वृहस्पतिवार को दरिया सिंह और जयसिंह पिता के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे. इस बीच किसी अन्य को इस बात जानकारी हो गई. जिसने इसकी पुलिस को सूचना दे दी. जिसके बाद मौके पर पहुंची भालेरी थाना पुलिस ने जब मृतक के परिजनों से की तो वे संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए. जिस पर पुलिस ने संदेह होने पर शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए चुरू राजकीय चिकित्सायल की मोर्चरी में भेज दिया. वहीं दरिया सिंह और जयसिंह गिरफ्तार कर लिया है. जिनसे पूछताछ की जा रही है.

भालेरी थानाधिकारी सुनील सिंह ने बताया कि आरोपी दोनों पुत्र व पिता तीनों ही आदतन शराबी थे. बुधवर को देर शाम पिता हरफूल ने दोनों बेटों के साथ शराब पी. जिसके बाद किसी बात को लेकर बेटों की पिता से कहासुनी हो गई. मामला मारपीट तक पहुंच गया. उग्र हुए बेटों ने पिता पिता को लाठियों से बुरी तरह पीटा. इस दौरान गंभीर चोटें आने से हरफूल की मौत हो गई. फिलहाल मामले में आरोपी दरिया सिंह और जयसिंह गिरफ्तार कर लिया है. जिनसे पूछताछ की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी. 

देह व्यापार की सूचना पर पुलिस ने मारा छापा, गिरफ्तार करने के बजाए...

देह व्यापार की सूचना पर पुलिस ने मारा छापा, गिरफ्तार करने के बजाए...


जोधपुर. पुलिस आमजन की शिकायत पर किस तरह से कार्रवाई करती है. इसका एक नजारा गुरुवार को जोधपुर के कुड़ी इलाके में देखने को मिला. जहां इलाके के एक मकान में देह व्यापार का धंधा चल रहा था. ऐसे में पुलिस का एक ऐसा रवैया सामने आया, जिसे आप सोच भी नहीं सकते हैं.

बता दें कि देह व्यापार की शिकायत पर पुलिस पहुंच गई. ऐसे में आरोपी महिला ने पुलिस के हेड कांस्टेबल की बात किसी अन्य व्यक्ति से करवाई. बात करने के ठीक बाद पुलिस ने आरोपी महिला, युवती और दो व्यक्तियों को वहां से भगा दिया.


ऐसे में वहां मौजूद लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई पर मिलीभगत का आरोप लगाने लगे. हालांकि इस पूरी घटनाक्रम का वहां मौजूद एक व्यक्ति ने वीडियो भी बना लिया है. हालांकि आसपास रहने वालों ने यहां कई दिनों से देह व्यापार होने की शिकायत कुड़ी पुलिस को की थी. इसके बाद क्या हुआ खबर में लगी वीडियो में देखा जा सकता है. पुलिस मौके पर पहुंचती है और वहां खड़ी कार के साथ एक व्यक्ति को निकलने की चेतावनी देती है.


आपको बता दें कि वीडियो में यह भी देखा जा सकता है आरोपी महिला द्वारा कांस्टेबल की किसी अन्य से बात करवाने के बाद महिला और युवती को स्कूटी सहित वहां से रवाना कर दिया जाता है. इसके बाद यहां कुछ युवकों से भी पुलिस टीम के लोग मुलाकात करते हैं और मामला रफा-दफा कर रवाना हो जाते हैं.


जबकि यहां आसपास के लोग यह उम्मीद लेकर खड़े रहे कि शायद पुलिस कार्रवाई करेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब लोग पुलिस की इस कार्रवाई पर ही सवाल उठा रहे हैं. जबकि लोगों का आरोप है कि इलाके में यह महिला देह व्यापार करती हैं. साथ ही लोगों मे डर भी है कि अब यह महिला उनके साथ कुछ गलत ना कर दे. जब पुरे मामले में कुड़ी थानाधिकारी से बात की तो उन्होंने पूरे मामले को आपसी विवाद बताकर पल्ला झाड़ लिया, साथ ही कैमरे पर कुछ बोलने से दूरी बना ली.

जैसलमेर,पीएम किसान सम्मान निधि योजना का आगाज 24 से पात्र लघु एवं सीमान्त किसानों का ब्यौरा ई-मित्र पर अपलोड हो सकेगा

 जैसलमेर,पीएम किसान सम्मान निधि योजना का आगाज 24 से

पात्र लघु एवं सीमान्त किसानों का ब्यौरा

ई-मित्र पर अपलोड हो सकेगा

       जैसलमेर, 21 फरवरी। जिले में लघु एवं सीमान्त किसानों को प्रत्यक्ष संबंधी सहायता आय सुनिश्चित करने के लिये भारत सरकार की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएमकिसान) योजना का आगाज 24 फरवरी से किया जायेगा। इस दिन जैसलमेर तथा पोकरण में योजना का विधिवत् शुभारम्भ होगा।

       जिला कलक्टर नमित मेहता ने बताया कि जिले में योजना को पारदर्शी एवं त्वरित ढं़ग से लागू करने के लिये सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग द्वारा लघु सीमान्त कृषक सेवा पोर्टल बनाया गया है। उन्होंने बताया कि इसे 16 फरवरी, 2019 से एक्टिेवेट कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि यह योजना भारत सरकार द्वारा शत प्रतिशत वित्त पोषित है तथा पात्र किसान परिवार को एक वर्ष की अवधि में 6 हजार रुपये की प्रत्यक्ष संबंधी सहायता दी जायेगी। यह सहायता राशि दो-दो हजार की तीन किश्तों में दी जायेगी। उन्होंने बताया कि यह राशि आधार आधारित डेटाबेस के माध्यम से किसान के बैंक खाते में सीधे जमा होगी।

       मेहता ने बताया कि योजना के लाभ से कोई भी पात्र लघु एवं सीमान्त किसान परिवार वंचित नहीं रहे और कोई भी अपात्र किसान इसका फायदा न ले सके इसको सुनिश्चित करने के लिये पात्र लाभार्थी से आधार नम्बर लिया जाना अनिवार्य किया गया है। उन्होंने बताया कि यदि किसी किसान के पास आधार नम्बर नहीं है तो ऐसे किसान आधार के लिये नामांकन करा योजना का लाभ ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि योजना का लाभ लेने के लिये किसान को नजदीकी ई-मित्र केन्द्र पर जाकर लघु सीमान्त कृषक सेवा पोर्टल पर अपने आधार संख्या के माध्यम से लोगिन करना होगा तथा स्वयं व भूमि स्वामित्व के बारे में आवश्यक जानकारियां अपलोड करनी होंगी। उन्होंने बताया कि योजना का लाभ लेने के बारे में भी ई-साइन कर अपनी सहमति देगा।

       उन्हांेने बताया कि किसान का आवेदन पत्र अपलोड होने पर स्वतः ही संबंधित पटवारी को ऑनलाइन ट्रांसफर होगा। पटवारी किसान के आवेदन पत्र में उल्लेखित सूचनाओं का भू-अभिलेख रजिस्टर से सत्यापित करते हुए तहसीलदार को फॉरवर्ड करेगा। उन्होंने बताया कि किसान को उसके द्वारा योजना के तहत किये गये आवेदन पर प्रत्येक स्तर पर क्या कार्यवाही की जा रहीे है, के संबंध में एसएमएस के द्वारा सूचित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि पटवारी द्वारा किसान के आवेदन की सूचनाओं को सत्यापित नहीं किया जाता है तो उसकी जानकारी भी किसान को एसएमएस द्वारा दी जायेगी। ऐसी स्थिति में किसान असंतुष्ट होने पर 7 दिवस में तहसीलदार के समक्ष अपील कर सकता है।

       जिला कलक्टर ने बताया कि योजना के क्रियान्वयन में किसान की सहमति के आधार पर उनके आधार संख्या को भू-राजस्व रिकार्ड में भूमि के खाते के साथ लिंक किया जायेगा। उन्होंने बताया कि पोर्टल के माध्यम से किसान से उसके सहकारी समिति के सदस्य होने के स्टेटस तथा फसली ऋण प्राप्त करने की आवश्यकता के संबंध में भी ब्यौरा मांगा गया है ताकि भविष्य में किसानों को उनकी मांग के अनुसार सहकारिता के माध्यम से फसली ऋण की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।

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मुख्यमंत्री सहायता कोष से देय सहायता राशि में बढ़ोतरी

       जैसलमेर, 21 फरवरी।  राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री सहायता कोष से विभिन्न प्रकरणों में दी जाने वाली सहायता राशि में वृद्धि की है। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने इस संबंध में प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी है।

       जिला कलक्टर नमित मेहता ने बताया कि दुर्घटना में घायलों को दी जाने वाली सहायता राशि 10 हजार रुपए से बढ़ाकर 20 हजार रुपए तथा दुर्घटना में मृत्यु पर आश्रितों को दी जाने वाली सहायता राशि 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपए की गई है। इसी प्रकार चिकित्सा सहायता के प्रकरणों में राजकीय अस्पताल में उपचार करवाने पर दी जाने वाली सहायता राशि 1 लाख रुपए से बढ़ाकर 1 लाख 50 हजार रुपए की गई है। यह सहायता राशि अनुमानित व्यय का 40 प्रतिशत या अधिकतम 1 लाख 50 हजार रुपए होगी।

       उन्होंने बताया कि निजी चिकित्सालय में उपचार करवाने पर सहायता राशि 60 हजार रुपए से बढ़ाकर 90 हजार रुपए की गई है। यह सहायता राशि अनुमानित व्यय का 30 प्रतिशत या अधिकतम 90 हजार रुपए देय होगी। चिकित्सा सहायता के प्रकरणों में वार्षिक आय की सीमा को भी एक लाख रुपए से बढ़ाकर 2 लाख रुपए किया गया है।