बुधवार, 8 मई 2019

*बाडमेर में भी गैंग रेप की शिकार महिला स्वास्थ्य कार्यकार्रता का एक सप्ताह बाद भी मेडिकल नहीं, मामला दबाने का आरोप*

*बाडमेर में भी गैंग रेप की शिकार महिला स्वास्थ्य कार्यकार्रता का एक सप्ताह बाद भी मेडिकल नहीं, मामला दबाने का आरोप*

*बाडमेर सीमावर्ती बाडमेर जिले में भी मतदान के दिन एक महिला स्वास्थ्य कार्यकार्रता के साथ गैंगरेप का सनसनी खेज मामला सामने आया। मामला गुड़ामालानी थाने में दर्ज जरूर किया मगर पीड़ित की मेडिकल जांच आज तक नही करवाई गई।।आरोपी प्रभावशाली होने से पुलिस मामले पर पर्दा डाल रही है।।जानकारी के मुताबिक राम जी का गोल स्वास्थ्य केंद्र में 29 अप्रैल की मध्यरात्रि को चार अज्ञात युवक स्वास्थ्य केंद्र में जबरन घुसे।महिला स्वास्थ्य कार्यकार्रता के हाथ पांव बांध उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।युवकों की हैवानियत देखो की स्वास्थ्य कार्यकार्रता का होंठ तक काट के अलग कर दिया।।दुष्कर्म के बाद युवक पीड़ित का मोबाइल भी साथ ले गए।।अगले दिन पीड़िता गुड़ा मालाणी थाने पहुंची और सी आर नम्बर 88 का मामला धारा 376,354,323 सहित अन्य धाराओं में दर्ज कराया।मगर मामला दर्ज हुए आठ दिन बीत जाने के बाद भी पीड़ित मेडिकल के लिए दर दर की ठोकर खा रही है।उसने धोरीमन्ना के बी सी एम  ओ को भी भी मामला बताकर सहयोग मांगा मगर उन्होंने कोई रुचि नही दिखाई।।स्वास्थ्य कार्यकार्रता निजी अस्पताल में उपचार कराने को मजबूर है।पुलिस मामले को दबाने में लगी है।।आरोपी राजनीतिक रशुखात वाले बताए जा रहे है।।आखिर पुलिस पीड़िता का मेडिकल क्यों नही करवा रही न ही मामले की जेन्च हो रही न ही आरोपियों की कोई गिरफ्तारी हुई।।एक सरकारी महिला कार्मिक के साथ इस कदर हैवानियत हो गई। प्रशासन और पुलिस चुप्पी साधे बेठे है।।
पीड़िता ने बताया कि चुनाव के चलते उसके द्वारा दर्ज मामले पर कोई कार्यवाही नही की।।न मेडिकल करवाया न आरोपियों की तलास की गई।पुलिस पूरे मामले में ढुलमुल रवैया अपना कर मामले को दबा रही है।।मुझे न्याय चाहिए।।आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही हो।।

इधर गुड़ामालानी थानाधिकारी पेमाराम चौधरी से बात की तो उन्होंने उल्टा पूछा कि आप तथ्यों के साथ छेड़छड़ कर रहे।जब उन्हें यह पूछा कि पीड़िता का मेडिकल करवाया तो उन्होंने फोन काट दिया।।

मंगलवार, 7 मई 2019

अलवर ,पति के सामने गैंग रेप प्रकरण में एक आरोपी गिरफ्तार ,थाना अधिकारी निलंबित

अलवर ,पति के सामने गैंग रेप प्रकरण में एक आरोपी गिरफ्तार ,थाना अधिकारी  निलंबित 


अलवर राजस्थान के अलवर जिले के थानागाजी थाना क्षेत्र में दबंगों द्वारा एक दलित महिला के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, दबंगों ने दलित लड़की के साथ न केवल रेप किया, बल्कि उसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी हैएक आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ चूका हे ,घटना को लेकर पुरे राजस्थान में बवाल मचा हे .इधर प्रारंभिक कार्यवाही में देरी के कारन थानगंज के थाना अधिकारी को निलंबित कर दिया

बता दें कि बीते 26 अप्रैल को एक दलित महिला पति के साथ ससुराल जा रही थी. रास्ते में कुछ दबंगों ने उसके पति को धमका कर महिला के साथ बारी-बारी से गैंगरेप किया और अश्‍लील फोटो और वीडियो बनाकर धमकी देने लगे कि अगर किसी को इसकी जानकारी दी तो वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जाएगा.

पीड़िता ने बताया कि थानागाजी थाना क्षेत्र के बामनवास काकड़ के रास्ते अलवर की ओर जा रही बाईपास सड़क पर कलाखोरा गांव के पास गुर्जर समाज के युवकों ने कथित रूप से उन्हें रोक लिया. रोकने के बाद सड़क के पास रेत के गहरे टीलों में ले गए और वहां पर आरोपियों ने पति-पत्नी के साथ जमकर अत्याचार किया.

पति के सामने ही पत्नी से गैंगरेप
स्थानीय पुलिस के अनुसार सभी लड़कों ने लड़की और उसके मंगेतर को डरा धमका कर अपने बस मेंcrimeकर लिया. इसके बाद लड़की के साथ हवस की हैवानियत भरा खेल खेला. लड़की की अश्लील वीडियो भी अपने मोबाइल में लिया. बाद में उस वीडियो को वायरल कर दिया.इस घटना के बाद पीड़ित परिवार गहरे सदमे में है ओर डरा हुआ है. स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर जबरदस्त आक्रोश है. अपराधियों को गिरफ्तारी मांग भी जोर पकड़ने लगी है.

थानागाजी क्षेत्र के थानाधिकारी सरदार सिंह ने बताया कि अपराधियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और सभी की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है. पुलिस ने छोटेलाल ,जीतू ओर अशोक सहित 5-6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है.

पुलिस के मुताबिक सभी आरोपी शख्स गुर्जर समाज से आता है और क्षेत्र में उसका राजनीतिक प्रभाव भी है. इसलिए शुरुआत में डर की वजह से पीड़िता की ओर से रिपोर्ट दर्ज नही करवाई गई थी.

नागौर पादु में सिरकटी लाश मिली युवक की,शिनाख्त नही


नागौर पादु में सिरकटी लाश मिली युवक की,शिनाख्त नही


जयपुर/ पादू(नागौर)। नागौर जिले के अजमेर रोड पर आने वाले पादू कलां थाना इलाके में एक युवक की सिर कटी लाश मंगलवार दोपहर को मिली है। पुलिस व प्रत्यशदर्शियों के अनुसार युवक के गुप्त हिस्से की जांच के बाद प्रतीत हो रहा है कि मृतक मुस्लिम हो सकता है। हालांकि पूरी सच्चाई मृतक की पहचान होने के बाद ही सामने आएगी। युवक की नृशंस हत्या करने की बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि युवक की मौके पर ही गर्दन काटकर सिर धड़ से अलग किया गया है। क्योंकि मौका ए वारदात पर खून की तेज धाराएं बहने के अलामात मिले हैं।


फोटो नृशंस होने की वजह से क्रॅाप किया गया है। ताकि रीडर को यह विभत्स फोटो देखते समय परेशानी न हो। पहचान के लिए शरीर के बाकी हिस्से का फोटो प्रकाशित किया जा रहा है।
पुलिस व प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पादूकलां थाना इलाके के सथानी गांव के पास खेतों में युवक की लाश मिली है। अंदेशा जताया जा रहा है कि युवक 26 से 35 साल के बीच का हो सकता है। हालांकि युवक का सिर धड़ से अलग होने की वजह से जांच नहीं हो पा रही है। इधर युवक की नीली जींस की पेंट से एक पांच रुपए का नोट ही मिला है। इसके अलावा उसकी पहचान करने का कोई सबूत मौके से नहीं मिल पाई है। अजमेर से एफएसएल टीम को बुलवाया गया है। घटना के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई है।


फोटो नृशंस होने की वजह से क्रॅाप किया गया है। ताकि रीडर को यह विभत्स फोटो देखते समय परेशानी न हो। पहचान के लिए शरीर के बाकी हिस्से का फोटो प्रकाशित किया जा रहा है।
मृतक युवक की पहचान नहीं हो पाई है। आसपास के जिलों के थानों में भी बॉडी की फोटो भेजी गई है। सोशल मीडिया पर भी सिर कटी लाश की फोटो काफी वायरल हो रही है। मगर दोपहर तक युवक की पहचान नहीं हो पाई थी।

बाडमेर *किसानों को राहत देने वाले शगुन नही निकले,व्यापारियों ने देखे शगुन

बाडमेर *किसानों को राहत देने वाले शगुन नही निकले,व्यापारियों ने देखे शगुन*

*बाडमेर न्यूज़ ट्रैक के लिए अशौक राजपुरोहित की रिपोर्ट*

बाड़मेर जिला अनाज व्यापार संघ की ओर से आखातीज का पर्व हर्षाेल्लास से मनाया गया। इस दौरान व्यापारियो ने परंपरागत रूप से आगामी वर्ष में बारिश की संभावना एवं जमाने के शगुन देखे। अनाज व्यापारियों के बारिश की संभावनाओं के सगुन देखने की प्रक्रिया से बाड़मेर के किसानों के लिए बुरी खबर आई है। सगुन में जहाँ मानसून के सामान्य होने का नतीजा सामने आया है वही विभिन्न अनाजो के भाव भी अच्छे नजर नही आये है। बाड़मेर जिला अनाज व्यापार संघ ने मंगलवार को अपनी बरसो पुरानी परम्परा को कायम रखते हुए चार कुलड़ बनाए गए। इस दौरान देखे गए शगुन के अनुसार भादवा माह में ठीकठाक बारिश होगी। जबकि जेठ आषाढ़ सावन माह सामान्य वर्षा होगी। मान मनुहार के बाद आगामी वर्ष के भावों में ग्वार , मूंग , मोठ एवं मतीरा के अलग अलग भाव लिए गए।बाड़मेर की कृषि उपज मंडी में किसानों के प्रमुख पर्व आखातीज के देखे गये शुगनों में सैकड़ो व्यापारी एवं ग्वार गम मिल वाले सैकड़ो व्यापारी मौजूद रहे। कार्यक्रम में पुस्तैनी परम्पराओं को जीवित रखते हुए काली ऊन सफेद ऊन पानी में डाली गई। इसके तहत अच्छे जमाने की आस देखी गई। इस दौरान हंसराज कोटडिया, गौतम चमन ,बाबूलाल संखलेचा, पवन सिंघवी ,गौतम बोथरा ,सम्पतराज बोथरा,रतन वडेरा, अशोक सेठिया समेत सैकड़ो व्यापारी उपस्थित रहे।

*बाडमेर सरहद पर उड़ी शारदा एक्ट की धज्जियां,दर्जनों बाल विवाह सम्पन,* *जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के बाल वुवः रोकने के दावे खोखले*


  • *बाडमेर सरहद पर उड़ी शारदा एक्ट की धज्जियां,दर्जनों बाल विवाह सम्पन,*


*जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के बाल वुवः रोकने के दावे खोखले*
*सोसल मीडिया पर वीडियो वायरल* *बाडमेर न्यूज़ ट्रैक के लिए चन्दन सिंह भाटी की रिपोर्ट*





*बाडमेर सरहदी जिले बाडमेर में अक्षय तृतिया के एक दिन पहले आखा बीज पर दर्जनों की संख्या में बाल विवाह सम्पन हुए।जिनमे कई तो दूध मुंह बच्चो के विवाह भी शामिल थे। जबकि जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन दावे कर रहा था कि जिले में बाल विवाह रोकने के पर्याप्त कदम उठाए है कंट्रोल रूम स्थापित किया। जबकि ऐसे विवाहों की सूचना के लिए गांव स्तर पर ग्राम सेवक ,पटवारी अधिकृत किये गए थे इसके बावजूद जिला प्रशासन बाल विवाह रोकने में विफल रहा।।ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है।।प्रशासन ने जांच आरम्भ कर दी।।प्रशासन का दावा है वीडियो पुराना है ।

जानकारी के अनुसार बाडमेर जिला मुख्यालय से मात्र 13 किलामीटर दूरी पर सोनवार रात्रि को अबूझ सावे के तहत दूध मुन्हें दो जोड़ो की शादी परिजनों और ग्रामीणों की उपस्थिति में सामोन हुआ इसमे कुछ सरकारी कर्मचारी भी शामिल हुए।

पश्चिमी राजस्थान में परंपरागत रूप से आखा तीज के अबूझ सावे पर बाल विवाह की परम्पराए ग्रामीण अंचलि में सदियों से चली आ रही है।।इसे रोकने के प्रयासो के नाम जिला प्रशासन खूब मशक्कत करता है फिर भी बाल विवाह रुकने का नाम नही ले रहे।।इस वर्ष भी ग्रामीण अंचलों में दर्जनों बाल विवाह सम्पन हुए।।जिला प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा रहा शारदा एक्ट की धज्जियां उड़ती रही।इसका जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के पास कोई जवाब नही।।दूध मुंहे बच्चो को गोदी में लेकर फेरे करवाए गए।।जिले में कई समाजो में परंपरागत रूप से बाल विवाह अक्षय तृतिया पर किये जाते हैं।

जिला प्रशासन की सख्ती को देखते हुए ग्रामीण भी उनके दो कदम आगे जाकर सोच अक्षय तृतीया के एक दिन पहले या दिन में ही विवाह सम्पन करवाने लग गए।।