मंगलवार, 31 मई 2016

foto बाड़मेर दलितों के साथ पानी में भेदभाव की लकीरें कायम ,दलित को दो बूंद पानी भी नसीब नहीं










बाड़मेर दलितों के साथ पानी में भेदभाव की लकीरें कायम ,दलित को दो बूंद पानी भी नसीब नहीं



चन्दन सिंह भाटी
बाड़मेर भारत-पाकिस्तान सरहद पर बसे परंपरागत रूप से अभावग्रस्त राजस्‍थान के बाड़मेर जिले में भीषण गर्मी के साथ-साथ पेयजल संकट से आम आदमी का जीना मुहाल हो गया है। अभावों के आदी होने के बावजूद थारवासी इस बार के पेयजल संकट और भीषण गर्मी को सहन नहीं कर पा रहे हैं। सरहदी क्षेत्रों में पेयजल संकट किसी सजा से कम नहीं है। विशेषकर, दलित वर्ग के लोगों के लिए।

बाड़मेर जिले के समस्त 1354 गांव अभावग्रस्त घोषित हैं, मगर राज्य सरकार ने अभावग्रस्त जनता को राहत देने के लिए किसी प्रकार के ठोस कदम नहीं उठाए हैं, जिसके चलते दलित परिवारों के सामने जीवन का संकट पैदा हो गया है। दलितों की जिंदगी दो बूंद पानी की तलाश तक सिमट कर रह गई है। पूरा दिन एक घड़ा पानी की तलाश में निकल जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में दलित परिवारों के लिए पेयजल की अलग से व्यवस्था परंपरागत रूप से है। आज भी सवर्ण जातियां दलित वर्ग के लोगों को अपने साव, तालाबों और टांकों से पानी भरने नहीं देती। अभिशप्त दलित वर्ग दो बूंद पानी के लिये संर्घष कर रहा है। गाँवों में आज भी दलित वर्ग के पेयजल स्रोत गाँव के छोर पर बने हैं. दलित वर्ग के लिए गाँवो में टाँके, बेरिया और कुँए अलग से बने हुए हैं। तालाबों पर दलितों को आज भी पानी भरने नहीं दिया जाता।







हालाँकि जिलाकलेक्टर सुधीर शर्मा ने दो रोज पूर्व अभावग्रस्त कमीशंड 1130 एवं नान कमीशंड 224 स्थानाें पर टैंकरों के जरिए जलापूर्ति करने की स्वीकृति प्रदान की है। बाड़मेर जिले में जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने बाड़मेर के 191, बायतू में 333, चौहटन एवं सेड़वा में 110, शिव में 11, गुड़ामालानी 105,धोरीमन्ना 10, सिणधरी 63, सिवाना 101, बालोतरा 171 एवं बालोतरा शहर के 35 अभावग्रस्त कमीशंड स्थानों पर टैंकरों के जरिए आगामी एक माह तक पेयजल परिवहन करने की स्वीकृति जारी की है। इसी तरह अभावग्रस्त नान कमीशंड बायतू के 142 एवं सिणधरी के 76 स्थानों पर जलापूर्ति के लिए स्वीकृति जारी की गई है,मगर यह स्वीकृति जारी करने में बहुत देर कर दी ,कहने को जी पी एस सिस्टम टेंकरो में लागु करने की बात जिला प्रशासन कह रहा हैं मगर जिला प्रशासन के टेंकर भंगार पड़े हैं ,ठेकेदार आ नहीं रहे ,सप्लाय कैसे होगी यह समझ से बाहर हैं




जाति के आधार पर बंटे इन पेयजल स्रोतों का निर्माण सरकार ने भले ही सार्वजनिक तौर पर कराया हो, मगर जमीनी हकीकत यही है कि दलित को सार्वजनिक कुओं से पानी भरने की इजाजत तथाकथित सभ्य समाज नहीं देता। कहने को जिला प्रशासन द्वारा सभी आठों तहसीलों में पानी के टैंकरों की व्यवस्था कर रखी है, मगर ये पानी के टैंकर जरूरतमंद लोगों तक पहुंचने से पहले गांवों के प्रभावशाली लोगों के हत्थे चढ जाते हैं। सार्वजनिक टांकों में पानी भरे जाने के बजाय प्रभावशाली सवर्ण जाति के निजी टांकों में भरे जाने के कारण दलितों के पेयजल स्रोत खाली ही रहते हैं। ऐसे में दलित परिवार की महिलाओं को आसपास के गांवों में पानी की तलाश में निकलना पडता है।




गांव के सार्वजनिक टांकों पर दलितों को पानी भरने की इजाजत नहीं

गांव-गांव में यही कहानी दोहराई जाने के कारण आज दलितों के पानी के टांके खाली पड़े हैं। जाति के आधार पर बंटे पानी के कारण दलित वर्ग के लोग पलायन को मजबूर हैं। गांवों में बाकायदा सवर्ण जातियों के लिए अलग से टांके बने हैं, तो दलित वर्ग के लिए ‘मेधवालों की बेरी’, ‘भीलों की बेरी’, ‘सांसियों का तला’, ‘मिरासीयों का पार’ नाम से पानी के स्रोत अलग से गांव की सरहदों पर बने हुए हैं। जिले में लगभग 70-80 सरपंच, जिला परिषद सदस्य तथा पंचायत समिति सदस्य और एक विधायक दलित समाज से होने के बावजूद ग्रामीण अंचलों में दलितों का सरेआम शोषण हो रहा है। दो बूंद पानी के लिए दलित वर्ग को बार-बार अपमानित होना पड रहा है।




जाति आधारित बंटवारा महज पानी में ही हो, ऐसा नहीं हैं। हर योजना का बंटवारा जाति आधारित हो रहा है। जिला प्रशासन द्वारा संचालित पेयजल राहत टैंकर चलाने वाले किशनाराम ने बताया, ‘‘हम गरीबों तक पानी पहुंचाना चाहते हैं, मगर गांव के प्रभावशाली लोग हमें गांव में घुसने पर ‘देख लेने’ की धमकिया देते हैं, जोर-जबरदस्ती कर पानी के टैंकर अपने घरों के टांकों में खाली कराते हैं। हमें गांवों में बार-बार जाना होता है। किस-किस से दुश्‍मनी मोल लें।’’




रूघाराम मेघवाल कहते हैं, ‘राहत के पेयजल टैंकर गरीब और दलितों तक पहुंचने ही नहीं दिए जाते। गांवों में दलितों के टांकों में पानी रीत (रिक्‍त) चुका हैं। पानी खरीदने की हमारी हैसियत नही है। बीस-बीस किलोमीटर परिवार की महिलाएं और बच्चे पैदल चल कर पानी की तलाश में भटकते रहते हैं। दिन भर की तलाश के बाद एक घड़ा ला पाते हैं। ऐसी स्थिति कब तक चलेगी? जिला प्रशासन को बार-बार सूचित किया, मगर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।

ITBP का जवान बना आनंदपाल का गुर्गा, बोला-'50 हजार दे वरना खोपड़ी उड़ा दूंगा'

ITBP का जवान बना आनंदपाल का गुर्गा, बोला-'50 हजार दे वरना खोपड़ी उड़ा दूंगा'
ITBP का जवान बना आनंदपाल का गुर्गा, बोला-'50 हजार दे वरना खोपड़ी उड़ा दूंगा'
सीकर. जसवंतगढ़ 'आनंदपाल का आदमी हूं आधा घंटे बाद वापस आ रहा हूं, पचास हजार रुपए तैयार रखना' फिर फोन पर धमकी...पुलिस को सूचना दी तो खोपड़ी उड़ा दूंगा। सीकर जिले के सदर थाना क्षेत्र के श्यामपुरा गांव निवासी और भारत तिब्बत सीमा पुलिस के जवान ने जसवंतगढ़ थाना इलाके सारड़ी गांव में इसी अंदाज में वसूली का प्रयास किया।




सूचना पर सक्रिय हुई लाडनूं और जसवंतगढ़ पुलिस ने आरोपित को घेर लिया तो भी उसके तेवर कम नहीं हुए। पुलिस पर कट्टा तान लिया, लेकिन जवानों ने निशाना बनाकर हथियार ताने तो भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपित जवान से पूछताछ कर रही है।

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अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि वह किसी अपराधिक गिरोह से जुड़ा हुआ है या नहीं। लाडनूं थानाधिकारी नागरमल कुमावत ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित सीकर के श्यामपुरा गांव निवासी गंगा सिंह है। गंगासिंह भारत-तिब्बत सीमा बल में जवान है। शाम को वह सारड़ी गांव में शराब ठेके पर पहुंचा।

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वहां पर सेल्समैन को स्वयं को आनंदपाल का साथी बताते हुए ठेकेदार से पचास हजार रुपए मंगवाकर तैयार रखने की बात कही। साथ ही कहा कि वह पैसे लेने के लिए आधा घंटे में वापस आ रहा है। इसके बाद सेल्समैन को फोन पर पुलिस को सूचना देने पर खोपड़ी उड़ाने की धमकी दी। शराब ठेकेदार ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। इस पर लाडनूं और जसवंतगढ़ थाना पुलिस व क्यूआरटी टीम ने आरोपित की तलाश शुरू की।

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पुलिस को बाद में भिड़सरी के पास आरोपित बोलेरो जीप में आता दिखाई दिया। पुलिस ने बोलेरो को घेर लिया तो आरोपित ने पुलिस पर देशी कट्टा तानकर फायर का प्रयास किया। लेकिन क्यूआरटी टीम ने ऑटोमैटिक हथियार सामने किए तो आरोपित ने वहां से भागने का प्रयास किया। इसी बीच पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपित के पास से देशी कट्टा, एक आर्टिफिशियल पिस्टल व बोलेरो जीप जब्त की है।




जीप में आवश्यकता का सभी सामान




गंगासिंह के पास मिली जीप में बिस्तर, कपड़े समेत आवश्यकता का सभी सामान मिला है। जीप में जवान की वर्दी व जूते भी मिले हैं। पुलिस इस संबंध में आरोपित से पूछताछ कर रही है। आरोपित की बहिन का सारड़ी गांव में ससुराल भी बताया जाता है।

अजमेर।राज्य में दरगाह थाना प्रथम...सीएम का जिला दसवें नम्बर पर



अजमेर।राज्य में दरगाह थाना प्रथम...सीएम का जिला दसवें नम्बर पर
राज्य में दरगाह थाना प्रथम...सीएम का जिला दसवें नम्बर पर

जिला पुलिस के लिए खुशखबरी है। अप्रेल में अपराध की रोकथाम और अपराधियों की धरपकड़ में अजमेर जिले का दरगाह थाना प्रदेश में पहले स्थान पर रहा। दरगाह थाने ने सभी 806 थानों कोबाकी थाने 100 के बाहर पीछे छोड़ते हुए 347.64 अंक हासिल किए। खास बात यह है कि मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र का झालरापाटन थाना इस सूची में दसवें नम्बर पर रहा। जबकि कोटा ग्रामीण का मोरख व चेचट थाना क्रमश: दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे।पुलिस मुख्यालय जयपुर ने अपराधियों की धरपकड़ और अपराध की रोकथाम के लिए प्रदेशभर में अप्रेल की थानावार अपराध समीक्षा सूची जारी की। इसमें दरगाह थाने ने मुख्यालय की ओर से तय मापदंडों को पूरा करते हुए अप्रेल माह में लंबित प्रकरणों को निस्तारण के साथ निरोधात्मक कार्रवाई की।

उल्लेखनीय है कि अप्रेल में ख्वाजा साहब के उर्स के दौरान दरगाह क्षेत्र में मादक पदार्थ की तस्करी की रोकथामबाकी थाने 100 के बाहर, जेबतराशी, संदिग्ध व्यक्ति व खानाबदोशों की धरपकड़ का अभियान चलाया था।

यह रहे टॉप-10

अप्रेल की समीक्षा में अजमेर का दरगाह थाना (347.64) पहले स्थान पर रहा। दूसरे नम्बर पर कोटा ग्रामीण का मोरख थाना (282.03) और चेचट थाना(198.08) के साथ तीसरे स्थान पर रहा। चौथे स्थान पर बारां जिले का भंवरगढ़ (187.77), पांचवां झुंझुनूं जिले का मलसीसर थाना (178.19), छठा बांसवाड़ा जिले का पाटन थाना (172.67), सातवां जयपुर नॉर्थ का संजय सर्किल थाना, आठवां झालवाड़ा का बकानी (154.55), नवां बांसवाड़ाबाकी थाने 100 के बाहर का भुंगड़ा थाना (154.03) और झालावाड़ का झालरा पाटन थाना (151.77) दसवें स्थान पर रहा।

बाकी थाने 100 के बाहर

अजमेर जिले के बाकी 32 थाने सौ की सूची में भी जगह नहीं बना सके। जिला स्तर पर दूसरे नंबर पर रहा किशनगढ़ वृत्त का रूपनगढ़ थाना प्रदेश की सूची में 133वें तथा जिले की सूची में फिसड्डी माना गया टॉढगढ़ थाना प्रदेश में 777वें स्थान पर रहा।

दरगाह थानेबाकी थाने 100 के बाहर ने उर्स के दौरान आपराधिक तत्वों की धरपकड़ व निरोधात्मक कार्रवाई पर पर जोर दिया। नतीजतन अप्रेल की अपराध समीक्षा में प्रदेश में अव्वल रहा। जिले के शेष थानों को भी अपराध की रोकथाम की कार्रवाई बढ़ाने पर जोर देना चाहिए।

-नितिनदीप ब्लग्गन, पुलिस अधीक्षक

अजमेर।एसपी का एक्शन...कमांडो ट्रेनिंग से इन्कार, 6 सिपाही किए सस्पेंड



अजमेर।एसपी का एक्शन...कमांडो ट्रेनिंग से इन्कार, 6 सिपाही किए सस्पेंड
एसपी का एक्शन...कमांडो ट्रेनिंग से इन्कार, 6 सिपाही किए सस्पेंड

कमांडो ट्रेनिंग के लिए जाने से इनकार करना जिला पुलिस के छह जवानों को भारी पड़ा। पुलिस अधीक्षक नितिनदीप ब्लग्गन ने छह सिपाहियों को निलंबित कर दिया। जवानों के निलंबन की कार्रवाई से पुलिस फोर्स में खलबली मची हुई है।

पुलिस अधीक्षक नितिनदीप ब्लग्गन ने पुलिस लाइन में तैनात छह सिपाहियों को आदेशों की अव्हेलना और अनुशासनहीनता के मामले में निलंबित कर दिया। निलंबन हुए जवानों में पुलिस लाइन में तैनात सुनिल दीपावात (508), मोहन(2402), गोविन्द(945), मुकेश(890), सुरेंद्रसिंह(2358) और रामनिवास (2391) शामिल हैं। पुलिस अधीक्षक ब्लग्गन ने निलंबित सिपाहियों को एक माह का वक्त दिया है।

एसपी ने किया था चयन

पुलिस अधीक्षक नितिनदीप ब्लग्गन ने पुलिस लाइन में तैनात बीस सिपाहियों को कमांडों ट्रेनिंग के लिए चुना। इन जवानों को पुलिस लाइन से ट्रेनिंग के लिए रवाना होना था। रविवार शाम रिजर्व निरीक्षक ने बीस सिपाहियों को बुलाया लेकिन 10 जवान रिर्जव इंस्पेक्टर कार्यालय पहुंचे। हिदायत देने के बावजूद पुलिस लाइन नहीं पहुंचे। इन्हें विभागीय कार्रवाई की सूचना दी गई। चार सिपाहियों ने कार्रवाई के डर से आमद करवा ली लेकिन छह नदारद रहे।

कमांडों की कमी

गैंगस्टर आनन्दपाल सिंह से नागौर जिले में हुई मुठभेड़ के बाद गृह मंत्रालय ने सभी जिलों में कमांडों फोर्स बनाने के आदेश दिए थे। अजमेर जिले में वर्तमान में क्यूआरटी टीम गठित है लेकिन मौजूदा हालात में हाई सिक्योरिटी जेल और अजमेर में वीवीआईपी यात्रा को देखते हुए कमांडों की कमी रहती है। ऐसे में पुलिस के बीस जवानों को भी कमांडों का प्रशिक्षण दिलवाने का निर्णय लिया गया था।

अनुशासनहीनता कतई बर्दास्त नहीं किया जाएगा। कमांडो ट्रेनिंग पर जाने से इनकार करने वाले 6 जवानों को निलंबित किया है। उन्हें एक माह का समय दिया गया है। प्रशिक्षण पर नहीं जाने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

डॉ. नितिनदीप ब्लग्गन, पुलिस अधीक्षक

जोतायां.जिसने देखा वो नहीं रोक पाया आंसू...एक ही परिवार की तीन अर्थियां एक साथ



जोतायां.जिसने देखा वो नहीं रोक पाया आंसू...एक ही परिवार की तीन अर्थियां एक साथजिसने देखा वो नहीं रोक पाया आंसू...एक ही परिवार की तीन अर्थियां एक साथ


सराना करणी फि लिंग स्टेशन के पास दुर्घटना में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत के बाद सोमवार को शवयात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए। तीनों मृतकों की एक साथ अर्थियां उठने पर लोगों की आंखें नम हो गई। परिजन का रो-रोकर बुरा हाल था।




महिलाएं विलाप करती रही। गमगीन माहौल में अर्थियां उठी तो परिजन दहाड़े मार-मारकर विलाप करते रहे। शव देखते ही परिवार की महिलाएं गश खाकर गिर गई। सोमवार सुबह ग्राम के कई घरों में चूल्हे तक नहीं जले।




रविवार को एक हादसे में कस्बे के गणपत पुत्र सांवरा जाट (35), न्याली पत्नी जगदीश जाट (40) तथा कृष्णा पुत्री गणपत जाट (5) की मृत्यु हो गई थी। वही हेमराज पुत्र मेवा गुर्जर की हालात अभी भी स्थिर बनी हुई है। सिंटू पुत्र विष्णु भीलवाड़ा अस्पताल में उपचाररत है

मनोहरथाना.छोखाधड़ी मामले में महिला कर्मचारी जेल पहुंची, तहसीलदार ने किया निलंबित



मनोहरथाना.छोखाधड़ी मामले में महिला कर्मचारी जेल पहुंची, तहसीलदार ने किया निलंबित
छोखाधड़ी मामले में महिला कर्मचारी जेल पहुंची, तहसीलदार ने किया निलंबित

तहसील में नियुक्त वर्तमान में झालावाड़ सचिवालय में प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत महिला चतुर्थश्रेणी कर्मचारी को धोखाधड़ी के मामले में जेल में बन्द होने से जिला कलक्टर के आदेश पर तहसीलदार ने निलम्बित कर दिया।




तहसीलदार महावीर जैन के अनुसार स्थानीय तहसील में महिला चतुर्थश्रेणी कर्मचारी के पद पर नियुक्त कोटा निवासी खैरुनिशा पत्नी दिवंगत सलीम मोहम्म्द वर्तमान में झालावाड़ सचिवालय में कार्यरत हैं। खैरुनिशा को हजारों रुपए हड़पकर धोखाधड़ी करने के मामले में जेल में बन्द होने के कारण निलम्बित कर दिया।




उन्होंने बताया कि खैरुनिशा के खिलाफ अकलेरा व सारोला पुलिस थानों में महिला समूहों को लोन दिलाने के नाम पर हजारों रुपए हड़पने के मुकदमें दर्ज हैं। सारोला क्षेत्र के धानोदाखुर्द निवासी चन्द्रकला की रिपोर्ट पर पुलिस ने खेरुनिशा को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया।

सीकर में दिखी आनंदपाल गिरोह की यह लेडी डॉन

सीकर में दिखी आनंदपाल गिरोह की यह लेडी डॉन
सीकर में दिखी आनंदपाल गिरोह की यह लेडी डॉन

सीकर . आनंदपाल की साथी लेडी डॉन अनुराधा को मंगलवार को कड़ी सुरक्षा के बीच न्यायालय लाया गया।


कोतवाली थानाधिकारी रमेश माचरा ने बताया कि पिछले वर्ष व्यापारी विनोद सर्राफ के अपहरण के मामले में आरोपित अनुराधा को अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश क्रम संख्या एक में पेश किया गया।


जहां आरोप पर बहस हुई। अब आगामी पेशी 25 जुलाई है। लेडी डॉन को जयपुर जेल से लाया गया और वापस भेज दिया गया।

डूंगरपुर.डूंगरपुर में आईजी के सामने प्रदर्शनकारियों का पुलिस पर पथराव,एक की मौत



डूंगरपुर.डूंगरपुर में आईजी के सामने प्रदर्शनकारियों का पुलिस पर पथराव,एक की मौत
डूंगरपुर में आईजी के सामने प्रदर्शनकारियों का पुलिस पर पथराव,एक की मौत

शहर में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार सुबह पुलिस पर जमकर पथराव किया। भीड़ के बेकाबू होने पर मजिस्ट्रेट के निर्देश पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठियां भांजी। प्रदर्शनकारियों के बेकाबू होने पर पुलिस की फायरिंग में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई व कई घायल हो गए।




इसके बाद पुलिस ने हालात पर नियंत्रण किया। मंगलवार को पुलिस लाइन में पुलिस महानिरीक्षक सुनील दत्त के वार्षिक निरीक्षण के दौरान जवानों ने यह डेमो प्रदर्शन किया। इस दौरान आंसू गैस के गोले छोडऩे, लाठीचार्ज, फायरिंग, मृत व घायलों को अस्पताल ले जाने का प्रदर्शन किया गया।




क्राइम सीन को लेकर दिए निर्देश




मॉकड्रिल के बाद क्राइम सीन का डेमो भी किया गया। इसमें एक व्यक्ति की हत्या का मॉकड्रिल किया। पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल को सुरक्षित करने तथा फोटोग्राफी भी कराई।




इस बीच दो व्यक्तियों के घटनास्थल के अंदर तक पहुंचने पर आईजी ने अधिकारियों को वह घटनास्थल के इर्दगिर्द किसी को फटकने नहीं देने, मार्र्किंग करने, मृतक के कपड़ों की तलाशी, शिनाख्त, उच्चाधिकारियों को जानकारी देने, फुटप्रिंट सही ढंग से उठाने आदि के बारे में निर्देश दिए।




इसी तरह नाकाबंदी का डेमो भी दिया गया। इस पर आईजी ने कहा कि पहला मकसद नाकाबंदी तोड़कर भागने वाले वाहन की स्पीड को कम कर रोकना तथा आरोपितों को दबोचना होना चाहिए। इसमें पूरी टीम को सूझबूझ के साथ काम लेना होगा।




परेड का निरीक्षण




मंगलवार सुबह आईजी दत्त ने सेरेमोनियल परेड का निरीक्षण किया। पुलिस अधीक्षक एके जैन के नेतृत्व मेंं हुई परेड की सलामी ली। आईजी ने मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों से जवानों की स्कवाड ड्रील भी कराई तथा निर्देश भी दिए। उन्होंने पुलिस लाइन का निरीक्षण कर यहां चला रहे निर्माण कार्यों का अवलोकन किया। साथ ही लाइन में कमियों को दूर करने आश्वस्त किया। बाद में वे चितरी थाने के निरीक्षण के लिए रवाना हुए।

बाड़मेर मुख्यमंत्री राजश्री योजना एक जून से लागू



बाड़मेर  मुख्यमंत्री राजश्री योजना एक जून से लागू

आज से बेटी जन्म पर 21 सौ की जगह मिलेंगे 25 सौ रूपये

बाड़मेर, 31 मई। प्रदेष में माननीय मुख्यमंत्री द्वारा बजट 2016-17 में

घोषित मुख्यमंत्री राजश्री योजना प्रदेशभर में 1 जून से लागू की जायेगी।

यह योजना मुख्यमं़त्री शुभलक्ष्मी योजना के स्थान पर शुरू की जायेगी।

सीएमएचओ डॉ. सुनील कुमार सिंह ने बताया कि 1 जून से जन्मी बच्चियों को

राजश्री योजना के तहत् चैक के द्वारा माता के नाम प्रथम किश्त 2500 रुपये

की संबंधित चिकित्सा केन्द्र द्वारा दी जायेगी। बच्ची की आयु 1 वर्ष होने

व सम्पूर्ण टीकाकरण होने पश्चात् 2500 रुपये की द्वितीय किश्त भी चैक

द्वारा ममता कार्ड के आधार पर जारी की जायेगी। 31 मई 2016 की रात 12 बजे

से पूर्व राजकीय चिकित्सालय एवं जेएसवाई पंजीकृत चिकित्सालयों में जन्म

लेने वाली बच्चियों के जन्म पर पूर्व में संचालित शुभलक्ष्मी योजना के

तहत् देय प्रथम किश्त 2100 रुपये ऑनलाईन माता को देय होंगे। इससे पूर्व

जन्मी समस्त बच्चियों को शुभ लक्ष्मी योजना की शेष रही किश्तों का भुगतान

पूर्वानुसार ही ऑनलाईन देय होगा। शिशु जन्म पर देय जननी सुरक्षा योजना का

लाभ यथावत् ऑनलाईन ओजस सॉफ्टवेयर के माध्यम से ही देय होगा।

राजश्री योजना का लाभ मात्र राजस्थान प्रदेश की मूल निवासी प्रसूताओं को

ही देय होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि योजना में देय अन्य किश्तों का

भुगतान महिला एवं बाल विकास द्वारा नियमानुसार किया जायेगा।

कब-कब मिलेंगे रूपये

प्रथम किष्त के 25 सौ रूपये बालिका के जीवित जन्म पर मिलेंगे। दूसरी

किष्त के 25 सौ रूपये एक वर्ष की आयु व टीकाकारण पूरा करने पर, तीसरी

किष्त के 4 हजार रूपये राजकीय विद्यालय में प्रथम कक्षा में प्रवेष पर,

चौथी किष्त के 5 हजार रूपये राजकीय विद्यालय में छठी कक्षा में प्रवेष

पर, पांचवी किष्त 11 हजार रूपये बालिका के राजकीय विद्यालय में 12 वीं

में प्रवेष पर मिलेंगे। छठी व आखरी किष्त 25 हजार रूपये बालिका के 12वीं

कक्षा उतीर्ण करने पर मिलेगी।

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प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस में आषा सहयोगिनी निभाये महत्वपूर्ण भूमिका


बाड़मेर, 31 मई। मातृ व शिशु मृत्युदर में कमी लाने के उद्धेश्य से

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशानुसार प्रत्येक माह की 9 तारीख

को जिला अस्पतालों से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस दिवस आयोजित किये जायेंगे।

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस अभियान का शुभारंभ 9 जून को किया

जायेगा एवं विशेषकर गर्भवती महिलाओं को चिकित्सकों व स्त्रीरोग

विशेषज्ञों की देखरेख में प्रसवपूर्व स्वास्थ्य जांच एवं परामर्श की

निःशुल्क सेवाएं उपलब्ध कराई जायेंगी। यह जानकारी मंगलवार को जिला

कार्यक्रम प्रबंधक श्री सचिन भार्गव ने विडियो कांफ्रेसिंग में जिले के

सभी चिकित्सा प्रभारियों, ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधकों, पीएचसी आषा

सुपरवाईजर व खण्ड कार्यालय में कार्यरत एलएचवी को दी।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस के आयोजन में विशेष

गंभीरता बरतकर इसका लाभ गर्भवती महिलाओं को सुलभ कराये तथा सम्पोषणीय

विकास लक्ष्यों के अंतर्गत मातृ मृत्युदर में कमी लाने के लिए यह आवश्यक

है कि प्रत्येक गर्भवती महिला की प्रसवपूर्व व प्रसव पश्चात् विशेष

देखभाल की जाये। गर्भवती के लिए खून की जांच, पेशाब की जांच, रक्तचाप,

शुगर इत्यादि जांचों सहित आवश्यक औषधियां की निशुल्क सेवाएं उपलब्ध करायी

जायेंगी।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस में आषा सहयोगिनी व

एएनएम की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस

अभियान के आयोजन से गर्भावस्था एवं प्रसव के दौरान विशेषरूप से जटिल

खतरों वाली संभावित गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य संबल मिलेगा। उन्होंने

अभियान की क्रियान्विती के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश भी दिये। इसके अलावा

एक जून से शुरू होने वाली मुख्यमंत्री राजश्री योजना व आदर्ष पीएचसी

योजना के बारे में भी बताया। विडियो कांफ्रेसिंग में जिला आषा समन्वयक

श्री राकेष भाटी, जिला नोडल अधिकारी श्री अनिल स्वामी मौजूद थे।

सीमेम कार्यक्रम का पोषण दिवस 5 जून को
बाड़मेर, 31 मई। समुदाय आधारित कुपोषण प्रबंधन (सीमेम) कार्यक्रम के तहत्

5 जून को चयनित उपस्वास्थ्य केन्द्रों पर पोषण दिवस आयोजित किये जायेंगे।

डीपीएम श्री सचिन भार्गव ने बताया कि 14 फरवरी तक 8वें पोषण दिवस पर

कुपोषण मुक्त श्रेणी में दर्ज बच्चों का 5 जून को पोषण दिवस आयोजित होगा।

इस दिन निगरानी में चल रहे बच्चों के स्वास्थ्य की अंतिम जांच की जायेगी।

उन्होंने बताया कि इसके बाद शेष रहे बच्चों का 14 फरवरी के बाद स्वास्थ्य

जांच का अंतिम ‘पोषण दिवस‘ 3 जुलाई को आयोजित किया जायेगा। उन्होंने पोषण

दिवस में प्रत्येक लक्षित बच्चे की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु पोषण

पहरियों एवं अन्य कार्मिकों की जिम्मेदारी तय करने एवं गंभीरतापूर्वक

दिवस गतिविधियां आयोजित करने के निर्देश दिये।

लू-तापघात के मरीजों के मामले में गंभीरता बरतें

बाड़मेर, 31 मई। जिले में अधिक गर्मी के कारण लू-तापघात के रोगी होने की

संभावना को मध्यनजर रखते हुये लू-तापघात के मरीजों के मामले में चिकित्सा

संस्थान में गंभीरता बरतें। चिकित्सा संस्थान में आने वाले मरीजों व उनके

परिजनों को भी चिकित्सक लू-तापघात से बचाव के तरीके बताये। मुख्य

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुनील कुमार सिंह बिष्ट ने मंगलवार

को जिले में चिकित्सा संस्थानों को विस्तृत निर्देष दिये।

सीएमएचओ ने बताया कि जनसाधारण को लू-तापघात से बचाव एवं उपचार हेतु

जानकारी समय-समय पर प्रसारित करने एवं लू-तापघात के रोगियों को समुचित

चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिये सभी चिकित्सा प्रभारियों को

निर्देश जारी किये गये हैं। लू व तापघात के लक्षणों में सिर का भारीपन व

सिरदर्द, अधिक प्यास लगना व थकावट, जी मचलाना, सिर चकराना व शरीर का

तापमान अत्यधिक (105 एफ या अधिक) हो जाना व पसीना आना बंद होना, मुॅह का

लाल हो जाना व त्वचा का सूखा होना, अत्यधिक प्यास का लगना बेहोशी जैसी

स्थिति का होना आदि शामिल है। लू-तापघात से कुपोषित बच्चे, वृद्ध,

गर्भवती महिलायें, श्रमिक आदि शीघ्र प्रभावित हो सकते है। तेज धूप में

निकलना आवश्यक हो तो ताजा भोजन करके उचित मात्रा में ठंडे जल का सेवन

करके बाहर निकलना चाहिए। थोड़े अंतराल के पश्चात ठंडे पानी, शीतल पेय,

छाछ, ताजा फलों का रस का सेवन करने, तेज धूप में छाते का उपयोग अथवा कपड़े

से सिर व बदन को ढ़ककर रखने एवं श्रमिकों के कार्यस्थल पर छाया एवं पानी

का पूर्ण प्रबन्ध रखना आवश्यक है।



31 मई विश्व तम्बाकू निषेध दिवस

स्वास्थ्य विभाग द्वारा बाडमेर जिले में विश्व तम्बाकू निषेध दिवस एवं

साथ ही नो टोबेको ड्रे के अवसर पर श्रीमान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य

अधिकारी बाडमेर कार्यालय में प्रातः कार्मिको ने तम्बाकू का सेवन न करने

की शपथ ली, इस कडी में डॉ.सुनिल कुमार सिंह बिष्ट के निर्देशो में जिला

एनसीडी/एटीसी सेल की एक टीम गठित की गई, साथ ही मुख्य चिकित्सा एवं

स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.सुनिल कुमार सिंह बिष्ट के आदेश की पालना में जिला

खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री भुराराम गोदारा ने शहर के कलेक्ट्रट परिसर,

ढाणी बाजार, माल गोदाम रोड, स्टेशन रोड पर जाकर कुल 5 चालान काट कर

200-200 रुपये जुर्माना भरवाया गया, उक्त चालान कोटपा एक्ट 2003 की धारा

4 के तहत काट कर जुर्माना राशि राजकोष में जमा करवायी गईं, उक्त

कार्यवाही लगातार जारी रहेगी।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया की इस दिवस पर

सिगरेट व तंबाकु से सम्बन्धित विज्ञापन को हटाने के भी निर्देश दिये गये

साथ ही सिगरेट व तंबाकु से होने वाले दुष्प्रभावो के बैनर भी शहर में

लगवाये गये, कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए बाडमेर शहर में तंबाकु निषेध

के बेनर भी लगवाये गये,ं जिला एनसीडी सैल से राजेश कुमार मिश्रा, एवं

मुकेश भाटी ने कार्य में सहयोग प्रदान किया।