मंगलवार, 31 मई 2016

बाड़मेर मुख्यमंत्री राजश्री योजना एक जून से लागू



बाड़मेर  मुख्यमंत्री राजश्री योजना एक जून से लागू

आज से बेटी जन्म पर 21 सौ की जगह मिलेंगे 25 सौ रूपये

बाड़मेर, 31 मई। प्रदेष में माननीय मुख्यमंत्री द्वारा बजट 2016-17 में

घोषित मुख्यमंत्री राजश्री योजना प्रदेशभर में 1 जून से लागू की जायेगी।

यह योजना मुख्यमं़त्री शुभलक्ष्मी योजना के स्थान पर शुरू की जायेगी।

सीएमएचओ डॉ. सुनील कुमार सिंह ने बताया कि 1 जून से जन्मी बच्चियों को

राजश्री योजना के तहत् चैक के द्वारा माता के नाम प्रथम किश्त 2500 रुपये

की संबंधित चिकित्सा केन्द्र द्वारा दी जायेगी। बच्ची की आयु 1 वर्ष होने

व सम्पूर्ण टीकाकरण होने पश्चात् 2500 रुपये की द्वितीय किश्त भी चैक

द्वारा ममता कार्ड के आधार पर जारी की जायेगी। 31 मई 2016 की रात 12 बजे

से पूर्व राजकीय चिकित्सालय एवं जेएसवाई पंजीकृत चिकित्सालयों में जन्म

लेने वाली बच्चियों के जन्म पर पूर्व में संचालित शुभलक्ष्मी योजना के

तहत् देय प्रथम किश्त 2100 रुपये ऑनलाईन माता को देय होंगे। इससे पूर्व

जन्मी समस्त बच्चियों को शुभ लक्ष्मी योजना की शेष रही किश्तों का भुगतान

पूर्वानुसार ही ऑनलाईन देय होगा। शिशु जन्म पर देय जननी सुरक्षा योजना का

लाभ यथावत् ऑनलाईन ओजस सॉफ्टवेयर के माध्यम से ही देय होगा।

राजश्री योजना का लाभ मात्र राजस्थान प्रदेश की मूल निवासी प्रसूताओं को

ही देय होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि योजना में देय अन्य किश्तों का

भुगतान महिला एवं बाल विकास द्वारा नियमानुसार किया जायेगा।

कब-कब मिलेंगे रूपये

प्रथम किष्त के 25 सौ रूपये बालिका के जीवित जन्म पर मिलेंगे। दूसरी

किष्त के 25 सौ रूपये एक वर्ष की आयु व टीकाकारण पूरा करने पर, तीसरी

किष्त के 4 हजार रूपये राजकीय विद्यालय में प्रथम कक्षा में प्रवेष पर,

चौथी किष्त के 5 हजार रूपये राजकीय विद्यालय में छठी कक्षा में प्रवेष

पर, पांचवी किष्त 11 हजार रूपये बालिका के राजकीय विद्यालय में 12 वीं

में प्रवेष पर मिलेंगे। छठी व आखरी किष्त 25 हजार रूपये बालिका के 12वीं

कक्षा उतीर्ण करने पर मिलेगी।

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प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस में आषा सहयोगिनी निभाये महत्वपूर्ण भूमिका


बाड़मेर, 31 मई। मातृ व शिशु मृत्युदर में कमी लाने के उद्धेश्य से

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशानुसार प्रत्येक माह की 9 तारीख

को जिला अस्पतालों से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस दिवस आयोजित किये जायेंगे।

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस अभियान का शुभारंभ 9 जून को किया

जायेगा एवं विशेषकर गर्भवती महिलाओं को चिकित्सकों व स्त्रीरोग

विशेषज्ञों की देखरेख में प्रसवपूर्व स्वास्थ्य जांच एवं परामर्श की

निःशुल्क सेवाएं उपलब्ध कराई जायेंगी। यह जानकारी मंगलवार को जिला

कार्यक्रम प्रबंधक श्री सचिन भार्गव ने विडियो कांफ्रेसिंग में जिले के

सभी चिकित्सा प्रभारियों, ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधकों, पीएचसी आषा

सुपरवाईजर व खण्ड कार्यालय में कार्यरत एलएचवी को दी।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस के आयोजन में विशेष

गंभीरता बरतकर इसका लाभ गर्भवती महिलाओं को सुलभ कराये तथा सम्पोषणीय

विकास लक्ष्यों के अंतर्गत मातृ मृत्युदर में कमी लाने के लिए यह आवश्यक

है कि प्रत्येक गर्भवती महिला की प्रसवपूर्व व प्रसव पश्चात् विशेष

देखभाल की जाये। गर्भवती के लिए खून की जांच, पेशाब की जांच, रक्तचाप,

शुगर इत्यादि जांचों सहित आवश्यक औषधियां की निशुल्क सेवाएं उपलब्ध करायी

जायेंगी।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस में आषा सहयोगिनी व

एएनएम की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस

अभियान के आयोजन से गर्भावस्था एवं प्रसव के दौरान विशेषरूप से जटिल

खतरों वाली संभावित गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य संबल मिलेगा। उन्होंने

अभियान की क्रियान्विती के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश भी दिये। इसके अलावा

एक जून से शुरू होने वाली मुख्यमंत्री राजश्री योजना व आदर्ष पीएचसी

योजना के बारे में भी बताया। विडियो कांफ्रेसिंग में जिला आषा समन्वयक

श्री राकेष भाटी, जिला नोडल अधिकारी श्री अनिल स्वामी मौजूद थे।

सीमेम कार्यक्रम का पोषण दिवस 5 जून को
बाड़मेर, 31 मई। समुदाय आधारित कुपोषण प्रबंधन (सीमेम) कार्यक्रम के तहत्

5 जून को चयनित उपस्वास्थ्य केन्द्रों पर पोषण दिवस आयोजित किये जायेंगे।

डीपीएम श्री सचिन भार्गव ने बताया कि 14 फरवरी तक 8वें पोषण दिवस पर

कुपोषण मुक्त श्रेणी में दर्ज बच्चों का 5 जून को पोषण दिवस आयोजित होगा।

इस दिन निगरानी में चल रहे बच्चों के स्वास्थ्य की अंतिम जांच की जायेगी।

उन्होंने बताया कि इसके बाद शेष रहे बच्चों का 14 फरवरी के बाद स्वास्थ्य

जांच का अंतिम ‘पोषण दिवस‘ 3 जुलाई को आयोजित किया जायेगा। उन्होंने पोषण

दिवस में प्रत्येक लक्षित बच्चे की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु पोषण

पहरियों एवं अन्य कार्मिकों की जिम्मेदारी तय करने एवं गंभीरतापूर्वक

दिवस गतिविधियां आयोजित करने के निर्देश दिये।

लू-तापघात के मरीजों के मामले में गंभीरता बरतें

बाड़मेर, 31 मई। जिले में अधिक गर्मी के कारण लू-तापघात के रोगी होने की

संभावना को मध्यनजर रखते हुये लू-तापघात के मरीजों के मामले में चिकित्सा

संस्थान में गंभीरता बरतें। चिकित्सा संस्थान में आने वाले मरीजों व उनके

परिजनों को भी चिकित्सक लू-तापघात से बचाव के तरीके बताये। मुख्य

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुनील कुमार सिंह बिष्ट ने मंगलवार

को जिले में चिकित्सा संस्थानों को विस्तृत निर्देष दिये।

सीएमएचओ ने बताया कि जनसाधारण को लू-तापघात से बचाव एवं उपचार हेतु

जानकारी समय-समय पर प्रसारित करने एवं लू-तापघात के रोगियों को समुचित

चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिये सभी चिकित्सा प्रभारियों को

निर्देश जारी किये गये हैं। लू व तापघात के लक्षणों में सिर का भारीपन व

सिरदर्द, अधिक प्यास लगना व थकावट, जी मचलाना, सिर चकराना व शरीर का

तापमान अत्यधिक (105 एफ या अधिक) हो जाना व पसीना आना बंद होना, मुॅह का

लाल हो जाना व त्वचा का सूखा होना, अत्यधिक प्यास का लगना बेहोशी जैसी

स्थिति का होना आदि शामिल है। लू-तापघात से कुपोषित बच्चे, वृद्ध,

गर्भवती महिलायें, श्रमिक आदि शीघ्र प्रभावित हो सकते है। तेज धूप में

निकलना आवश्यक हो तो ताजा भोजन करके उचित मात्रा में ठंडे जल का सेवन

करके बाहर निकलना चाहिए। थोड़े अंतराल के पश्चात ठंडे पानी, शीतल पेय,

छाछ, ताजा फलों का रस का सेवन करने, तेज धूप में छाते का उपयोग अथवा कपड़े

से सिर व बदन को ढ़ककर रखने एवं श्रमिकों के कार्यस्थल पर छाया एवं पानी

का पूर्ण प्रबन्ध रखना आवश्यक है।



31 मई विश्व तम्बाकू निषेध दिवस

स्वास्थ्य विभाग द्वारा बाडमेर जिले में विश्व तम्बाकू निषेध दिवस एवं

साथ ही नो टोबेको ड्रे के अवसर पर श्रीमान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य

अधिकारी बाडमेर कार्यालय में प्रातः कार्मिको ने तम्बाकू का सेवन न करने

की शपथ ली, इस कडी में डॉ.सुनिल कुमार सिंह बिष्ट के निर्देशो में जिला

एनसीडी/एटीसी सेल की एक टीम गठित की गई, साथ ही मुख्य चिकित्सा एवं

स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.सुनिल कुमार सिंह बिष्ट के आदेश की पालना में जिला

खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री भुराराम गोदारा ने शहर के कलेक्ट्रट परिसर,

ढाणी बाजार, माल गोदाम रोड, स्टेशन रोड पर जाकर कुल 5 चालान काट कर

200-200 रुपये जुर्माना भरवाया गया, उक्त चालान कोटपा एक्ट 2003 की धारा

4 के तहत काट कर जुर्माना राशि राजकोष में जमा करवायी गईं, उक्त

कार्यवाही लगातार जारी रहेगी।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया की इस दिवस पर

सिगरेट व तंबाकु से सम्बन्धित विज्ञापन को हटाने के भी निर्देश दिये गये

साथ ही सिगरेट व तंबाकु से होने वाले दुष्प्रभावो के बैनर भी शहर में

लगवाये गये, कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए बाडमेर शहर में तंबाकु निषेध

के बेनर भी लगवाये गये,ं जिला एनसीडी सैल से राजेश कुमार मिश्रा, एवं

मुकेश भाटी ने कार्य में सहयोग प्रदान किया।

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