मंगलवार, 7 जुलाई 2015

राष्ट्रीय मरु उद्यान के संबंध में सीमाकंन को लेकर कवायद जैसलमेर अपेक्षा के साथ आशंका भी!

राष्ट्रीय मरु उद्यान के संबंध में सीमाकंन को लेकर कवायद

जैसलमेर अपेक्षा के साथ आशंका भी! 


राष्ट्रीय मरु उद्यान के संबंध में सीमाकंन को लेकर कवायद एक बार फिर शुरू हो गई है। ऐसे में डीएनएपी क्षेत्र को कम करने या फिर स्थान परिवर्तन करने को लेकर आशंकाएं भी हैं और अपेक्षाएं भी। ऐसे में सीमांकन का निर्णय लेने के दौरान जैसलमेर जिले का हित ध्यान में रखने की मांग अब जोर पकडऩे लगी है।

गौरतलब है कि बाड़मेर-जैसलमेर जिलों के सीमावर्ती क्षेत्र में राष्ट्रीय मरु उद्यान नाम से एक वन्य जीव अभयारण्य वर्ष 1980-81 में घोषित हुआ था। यह 3162 वर्ग किमी में फैला है। इस क्षेत्र में 73 राजस्व गांव एवं 200 बड़ी ढाणियां बसी हुई हैं।

आज भी ये क्षेत्र सरकारी रिकार्ड में राजस्व भूमि हैं। राष्ट्रीय मरु उद्यान का क्षेत्र कम करने या पुनर्सीमांकन की मांग स्थानीय जनता की ओर से कई बार उठी है।

कई कमेटियों ने अपना निर्णय दिया है। अंतिम कमेटी ने रणजीतसिंह की अध्यक्षता में वर्ष 2011 में क्षेत्र का निरीक्षण किया था।

उस कमेटी के सभी सदस्य सहमत थे कि गोडावण के संरक्षण के लिए सुदासरी का क्षेत्र जहां गोडावण विद्यमान है, उसे ही राष्ट्रीय मरु उद्यान की सीमा में रखा जाए। गोडावण का ऐसा क्षेत्र रामदेवरा गांव के पास भी है। वहां गोडावण का प्रजनन भी होता है।

यहां आशंका भी

वर्तमान में एक कमेटी ने दुबारा सर्वेक्षण किया है। इसकी रिपोर्ट पर राज्य सरकार को निर्णय करना है। पूर्व विधायक गोवद्र्धन कल्ला बताते हैं कि कमेटी का प्रयोजन केवल बाड़मेर जिले के क्षेत्र को हटा कर जैसलमेर जिले के अन्य क्षेत्र को जोडऩा है।

जो समस्याएं बाड़मेर जिले के क्षेत्र में हैं, वही जैसलमेर जिले के खुहड़ी, म्याजलार क्षेत्र की है, जहां घनी आबादी बसी हुई है। ऐसे में जैसलमेर जिले में अभयारण्य की सीमाएं बढ़ाना जैसलमेर की जनता के साथ अन्याय है।

यह है सुझाव

पूर्व में राज्य सरकार को कमेटियों ने सुझाव दिया था कि राष्ट्रीय मरु उद्यान को जैसलमेर के शाहगढ़ के क्षेत्र में स्थानांतरित किया जा सकता है। उस क्षेत्र की स्थिति वर्तमान अभयारण्य जैसी है। जनसंख्या भी कम है। रणजीतसिंह कमेटी शाहगढ़ क्षेत्र में अफ्रीकन चीते के लिए अभ्यारण बनाना चाहती थी, जिसका क्षेत्रफल 4000 वर्ग किमी था।

सरकार को बताए सुझाव

पूर्व विधायक गोवद्र्धन कल्ला ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर अवगत कराया है कि यदि राष्ट्रीय मरु उद्यान के क्षेत्र को नहीं घटाया जा सकता तो इन सुझावों पर गौर किया जा सकता है।

गोडावण पक्षी संरक्षण के सुदासरी के क्षेत्र जो तारबंदी में हैं और अन्य कोई क्षेत्र जहां गोडावण प्रजनन हो रहा हो, उसको मरु उद्यान में रखा जाए।

जैसलमेर जिले के शाहगढ़ में 4000 वर्गकिमी क्षेत्र को जहां पूर्व में अफ्रीकन चीता अभयारण्य बनाने का प्रस्ताव था, उसे राष्ट्रीय मरु उद्यान के लिए सीमांकन कर नवीन अभयारण्य घोषित किया जाए।

राष्ट्रीय मरु उद्यान के लिए निर्धारित शर्तें

1. अभयारण्य का क्षेत्र इंदिरा गांधी नहर के कमांड क्षेत्र से दूर होना चाहिए।

2. क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र से दूर होना चाहिए।

3. यह अभयारण्य सुरक्षा एजेंसियों के अभ्यास क्षेत्र में नहीं होना चाहिए।

4. क्षेत्र में न्यूनतम जनसंख्या होनी चाहिए।

5. क्षेत्र में थार रेगिस्तान की समानता होनी चाहिए।

6. क्षेत्र में वन्यजीव की बहुतायात होनी चाहिए।

7. क्षेत्र में गोडावण पक्षी का संरक्षण होना चाहिए।

ये थे कमेटी में शामिल

जानकारी के मुताबिक डीएनपी क्षेत्र में हाल ही सर्वे करने पहुंची टीम में एडी. पीसीसीएफ एके उपाध्याय, सीसीएफ गोविन्द सागर भारद्वाज, राज्य बोर्ड सदस्य वन्यजीव विक्रम गरेवाल, राजपालसिंह तंवर, आरएस भंडारी, उप वन संरक्षक वन्यजीव जैसलमेर अनूप केआर शामिल थे।

बड़ीसादड़ी अश्लील वीडियो की धमकी, सहमी छात्रा ने की आत्महत्या



बड़ीसादड़ी अश्लील वीडियो की धमकी, सहमी छात्रा ने की आत्महत्या


स्कूल शिक्षक की ओर से अश्लील वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी से परेशान छात्रा ने रविवार देर रात विषाक्त सेवन कर लिया। उदयपुर में उपचार के उसकी मौत हो गई।

मामले में पुलिस ने स्कूल संचालक और उसके अध्यापक भांजे के खिलाफ मामला दर्ज कर दोनों को हिरासत में लिया है। छात्रा की मौत के बाद परिजनों व गुस्साई भीड़ ने सोमवार दोपहर निजी विद्यालय के बाहर शव रखकर स्कूल में तोडफ़ोड़ की। बाद में दो मोटर साइकिल सहित फर्नीचर को आग लगा दी।

छात्रा का शव लेकर जैसे ही परिजन स्कूल के सामने पहुंचे उग्र भीड़ ने स्कूल में जमकर तोडफ़ोड़ की। फिर भवन एवं फर्नीचर को आग के हवाले कर दिया। स्थिति काबू करने पहुंचे अतिरिक्त पुलिस बल पर भी लोगों ने पथराव किया। वहीं आग बुझाने पहुंचे दमकल वाहन को करीब एक घंटे तक बीच मार्ग में रोके रखा।

विषम हालात में एक बारगी तो विद्यालय स्टाफ को जान बचाने के लाले पड़ गए, लेकिन पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए सभी को एक कमरे में बंद किया और मौका देख सुरक्षित घर पहुंचाया। देर शाम पुलिस ने स्कूल संचालक पूरण गिरी और उसके भांजे पुष्पेंद्र गिरी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया। साथ ही पूरण व पुष्पेंद्र को हिरासत में भी लिया है।

जानकारी के अनुसार विषाक्त सेवन से हुई मौत के बाद 11वीं कक्षा की छात्रा का शव लेकर परिजन सीधे ही चित्तौडग़ढ़ मार्ग स्थित विवेकानंद सीनियर सैकण्डरी स्कूल पहुंचे। यहां परिजनों एवं उपस्थित अन्य लोगों ने आरोपित देवरी निवासी शिक्षक पुष्पेंद्र गिरी को उनके हवाले करने को कहा। शिक्षक के नहीं मिलने पर भीड़ उग्र हो गई और तोडफ़ोड़ शुरू कर दी।

सूचना पर स्थानीय पुलिस पहुंची, लेकिन बेकाबू भीड़ को काबू नहीं कर सकी। यहां भीड़ ने परिसर में रखी बाइक एवं कार में तोडफ़ोड़ कर आग लगा दी। फिर विद्यालय के कक्षाकक्षा में रखे फर्नीचर को एकत्र कर उसे भी आग के हवाले कर दिया। भीड़ ने कम्प्यूटर कक्ष में तोडफ़ोड़ कर शेष फर्नीचर को चित्तौडग़ढ़ मार्ग में रखकर आग लगा दी। निकुम्भ, डूगंला व मंगलवाड़ थाने से पहुंचे पुलिस बल पर लोगों ने पथराव किया। जवाबी पथराव कर पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर किया। लोगों ने आग बुझाने के लिए आए टैंकर को यहां परिसर में नहीं घुसने दिया। इधर आरोपित शिक्षक मौके से फरार था।

आक्रोशित भीड़ ने यहां सीसीटीवी कैमरों विज्ञान प्रयोगशाला में भी तोड़ फोड़ की। इधर, विद्यालय परिसर में तीसरे माले पर स्थापित छात्रावास में भीड़ पहुंच गई। बाद में उपखण्ड अधिकारी व तहसीलदार ने बच्चों को सुरक्षित किया। गौरतलब है कि ननिहाल में रहकर अध्ययनरत छात्रा ने शिक्षक पुष्पेंद्र पर अश्लील वीडियो बनाने और वायरल करने की धमकी देने का आरोप लगाया था। बाद में उसने विषाक्त सेवन कर लिया।

वीडियो वायरल करने की दे रहा था धमकी, हुई थी शिकायत

पुलिस के अनुसार परिजनों ने जानकारी दी कि आरोपित पुष्पेंद्र गिरी पिछले छह माह से बालिका को परेशान कर रहा था। हाल ही में उसने बालिका को अश्लील वीडियो बनाने और उसे वायरल करने धमकी भी दी थी। इससे बालिका घबरा गई थी।

बालिका ने परिजनों से इसकी शिकायत की थी। परिजनों ने भी इसकी जानकारी स्कूल संचालक पूरण गिरी को दी थी, लेकिन पूरण ने इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की। इससे पुष्पेंद्र के हौसले बढ़ गए और उसने बालिका को ज्यादा परेशान करना शुरू कर दिया। जिससे त्रस्त छात्रा ने आत्महत्या कर ली।

तोडफ़ोड़ आगजनी का मामला दर्ज

रविवार देर रात बड़ीसादड़ी स्थित एक स्कूल में अध्ययनरत बालिका ने विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया था, जिसके बाद सोमवार को उसकी मौत हो गई। दोपहर को परिजनों व स्थानीय लोगों ने स्कूल के सामने प्रदर्शन किया। इस दौरान स्कूल में तोडफ़ोड़ की गई व आगजनी की घटना भी हुई। परिजन व अन्य लोगों ने स्कूल के एक कर्मचारी पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है।

मामले में संचालक व उसके भांजे पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। स्कूल संचालक पुलिस हिरासत में है। देर रात अन्य आरोपित को भी पकड़ लिया गया। तोडफ़ोड़ और आगजनी का भी मामला दर्ज किया गया है।

प्रसन्नकुमार खमेसरा, जिला पुलिस अधीक्षक, चित्तौडग़ढ़

पाली आपसी रंजिश में युवक की हत्या



पाली आपसी रंजिश में युवक की हत्या 


शहर के प्रताप नगर क्षेत्र में कुम्हारों की गली के मुहाने पर चार-पांच बाइक पर आए करीब 8-10 हमलावरों ने पुरानी रंजिश के चलते दो भाइयों पर हमला कर दिया। इसमें एक भाई की मौत हो गई और बीच-बचाव करने आया एक अन्य युवक घायल हो गया।

घर से चंद कदम दूर हुई इस वारदात से सनसनी फैल गई। पुलिस मौके पर पहुंची और वारदात स्थल से साक्ष्य लिए हैं। थाना प्रभारी नरेन्द्र शर्मा ने बताया कि प्रताप नगर निवासी सोहनलाल पुत्र पन्नाजी भाट की कुछ युवकों से रंजिश चल रही थी। इसी के चलते कुछ युवक बाइक पर सवार होक र आए और सोहनलाल को तलाश किया। लेकिन घर के बाहर उसका भाई महेन्द्र खड़ा था।

जिस पर तलवारों से हमला कर दिया। इस हमले को देख थोड़ी दूर खड़ा राकेश पुत्र खीमाराम माली बीच-बचाव करने आया, लेकिन हमलावरों ने उस पर भी चाकू से हमला कर दिया। इसके बाद हमलावर वहां से भाग गए। आस-पास के लोगों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जहां महेन्द्र की मौत हो गई। वहीं घायल राकेश को जोधपुर रैफर किया गया। पुलिस ने मौका तस्दीक की और आरोपितों की तलाश शुरू की। देर रात को दो युवकों को हिरासत में भी लिया गया है।

घर से महज चंद कदम दूर वारदात

यह वारदात जहां हुई, वहां से मात्र चंद कदम दूर ही मृतक का घर था। बताया जाता है कि मृतक को हमलावर घर से लेकर बुलाकर लाए और तलवारों से उस पर हमला कर दिया। एक तलवार उसके सिर पर लगी, जिससे वह घायल हो गया और यही उसकी मौत का कारण बनी।

छह जनों पर लगाया आरोप

मृतक के भाई सोहनलाल ने पुलिस को रिपोर्ट दी कि इस वारदात को अंजाम देने के पीछे महेश हरिजन, करण मेघवाल, रज्जाक, फिरोज, मुकेश खान सिंधी और जसराज हरिजन का हाथ है। देर रात एक बजे इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज की गई। पुलिस ने देर रात दो जनों को हिरासत में भी लिया, लेकिन उनके नामों का खुलासा नहीं हो पाया है।

पहले साथ थी बैठक

स्थानीय लोगों ने बताया कि मृतक महेन्द्र के भाई सोहनलाल की आरोपितों के साथ ही बैठक थी, लेकिन बीते दिनों किसी बात को लेकर रंजिश हो गई थी। इसके बाद से सोहन का आरोपितों से झगड़ा होता था। कई बार महेन्द्र ने झगड़े में बीच-बचाव कर छुड़वाया था। सोमवार को भी सोहन और आरोपितों में झगड़ा हुआ, जिसे छुड़वाने के लिए महेन्द्र ने कुछ बोल दिया। जिससे महेन्द्र हमलावरों की नजरों में चढ़ गया। इसके बाद हथियारों से लैस होकर आए हमलावरों ने पहले सोहन को ढूंढा, लेकिन उसके नहीं मिलने पर महेन्द्र पर वार कर दिए।

आपराधिक प्रवृत्ति के आरोपित

वारदात की सूचना मिलते ही शहर वृताधिकारी रामदेव जलवानिया मय जाप्ता मौके पर पहुंचे। बताया जाता है कि आरोपित आपराधिक प्रवृत्ति के हैं और उनके खिलाफ पूर्व में कई मामले और वारंट भी जारी हो रखे हैं। लेकिन पुलिस की निष्क्रियता से वे पकड़े नहीं गए थे। इस बात से नाराज होकर जलवानिया ने थानाप्रभारी और जवानों को खरी-खरी भी सुनाई। रात दो बजे तक पुलिस अधिकारी हिरासत में लिए गए दो जनों से पूछताछ में जुटे हुए थे।

मेरठ। नहीं थम रहीं सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं, अब मेरठ में बवाल



मेरठ। नहीं थम रहीं सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं, अब मेरठ में बवाल


उत्तर प्रदेश के मेरठ में कंकरखेड़ा क्षेत्र में रविवार रात एक मामूली विवाद के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा में 12 से अधिक लोग घायल हो गए। घटना के बाद इलाके में स्थिति तनावपूर्ण मगर नियंत्रण में है।

पुलिस ने सोमवार को बताया कि पावलीखास गांव के बाहरी छोर पर स्थित एक खेत में ईंट से भरी ट्रैक्टर ट्राली उतार देने पर विवाद शुरु हुआ। गांव में इसकी खबर फैली तो दोनों ही ओर से लोग मौके पर पहुंच गए और पथराव होने लगा।

इस दौरान करीब 15 राउन्ड फायरिंग भी हुई जिससे गांव में दहशत फैल गई। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस और पीएसी तैनात किए जाने के साथ ही जिला मजिस्ट्रेट और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डेरा डाले हुए हैं।

इस सिलसिले में अब तक किसी को गिरफ्तार नही किया गया है हालांकि पुलिस का कहना है कि हिंसा में शामिल लोगों को चिन्हित करने का काम जारी है और शाम तक कुछ लोगों को हिरासत में लिया जा सकता है।

इस संबंध में जिलाधिकारी पंकज यादव का कहना है कि पुलिस बल के सहयोग से स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डी सी दूबे ने बताया कि दोनों पक्षों की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई की जा रही है।

उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के साथ वह स्वयं भी गांव में डेरा डाले हुए हैं और एहतियात के तौर पर गांव में पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है। पुलिस ने देर रात फ्लैग मार्च भी निकाला। ग्रामीणों का आरोप है कि कंकरखेड़ा पुलिस की लापरवाही के कारण गांव सुलग उठा।

उनका कहना था कि दोनों संप्रदायों के लोगों में चार दिन से तनाव की स्थिति बनी हुई थी इसके बावजूद पुलिस ने गंभीरता नहीं बरती।

थाने में दुष्कर्म का प्रयास, दारोगाओं ने महिला को जलाया



लखनऊ उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव के कार्यकाल में एक से बढ़कर एक संगीन अपराध हो रहे हैं। अबकी बार पुलिस थाने में महिला से दुष्कर्म की कोशिश और पीडि़ता को जिंदा जलाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।

दुष्कर्म में विफल बाराबंकी के कोठी थानाध्यक्ष ने अपने सहयोगी दारोगा के साथ मिलकर एक महिला को थाने में फूंक दिया।

झुलसी अवस्था में महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर होने पर लखनऊ रेफर कर दिया गया है।

महिला अवैध हिरासत से पति को छुड़ाने थाने गई थी। पुलिस अधीक्षक ने आरोपी थानाध्यक्ष व दारोगा को निलंबित कर उनके खिलाफ उसी थाने में मुकदमा दर्ज करा जांच के आदेश दिए हैं।

बाराबंकी के कोठी थाने के सामने सोमवार सुबह आग से लिपटी महिला को देख हड़कंप मच गया। महिला की चीखें थाने से बाहर आ रही थीं। लोगों ने किसी तरह आग को बुझाया और थाने के सिपाही हीरा यादव व पंकज द्विवेदी ने महिला को उसके पुत्र नीरज के साथ थाने की गाड़ी से जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे लखनऊ रेफर कर दिया।

मांगे एक लाख रुपए

आंगनबाड़ी कार्यकत्री नीतू द्विवेदी अवैध हिरासत में रखे गए अपने पति राम नारायण द्विवेदी को छुड़ाने पुत्र नीरज के साथ थाने पहुंची थी। बताया कि जब वह एसओ के कमरे में गई तो उससे एक लाख रुपए की मांग की गई।

इसके बाद दोनों ने सोने की चेन और अंगूठी छीन ली। इसके उपरांत दुष्कर्म का प्रयास किया। विरोध करने पर दोनों ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी। भाग कर थाने के गेट पर पहुंची जहां लोगों ने आग बुझाई।

युद्ध से पहले प्राण गंवा चुके थे ये 4 पांडव, इस पहेली से मिला नया जीवन



पांडवों ने श्रीकृष्ण के मार्गदर्शन में महाभारत का युद्ध जीता था। कौरवों की पराजय हुई और उनके सभी योद्धाओं ने कुरूक्षेत्र की रणभूमि में प्राण गंवाए। वास्तव में यह कहानी यहीं समाप्त नहीं होती। इसमें एक रोचक तथ्य भी है।

युद्ध से बहुत पहले 4 पांडव भी प्राण गंवा चुके थे लेकिन बाद में उन्हें प्राणदान दिया गया। युधिष्ठिर की सूझबूझ और बुद्धिमानी के कारण उनके सभी भाई पुनर्जीवित हुए थे।

यह कहानी शुरू होती है पांडवों के वनवास से। जब जुए में हारने के बाद पांडवों को 12 वर्ष का वनवास और एक वर्ष का अज्ञातवास दिया गया। तब वे वनों में भटक रहे थे।

जरूर पढ़िए- मन में छिपे हैं ये 5 दर्द तो खाने-पीने से नहीं होगा शरीर को लाभ

एक दिन सभी पांडवों को प्यास लगी। इसलिए नकुल पानी लाने गए। जब वे पानी पीने लगे तो उन्हें एक आकाशवाणी सुनाई दी - मेरे सवालों के जवाब देने के बाद ही तुम जल पी सकते हो... लेकिन नकुल ने उसकी ओर ध्यान नहीं दिया और पानी पीने लगे।

पानी की एक घूंट लेते ही वे वहीं गिर गए और उनकी मृत्यु हो गई। इसी तरह सहदेव, अर्जुन और भीम भी जल लेने गए। उन्हें भी आकाशवाणी सुनाई दी लेकिन उन्होंने उसकी ओर ध्यान नहीं दिया और पानी की घूंट लेते ही भूमि पर गिर पड़े।

जब कोई भाई जल लेकर नहीं आया तो युधिष्ठिर को चिंता हुई। वे अपने भाइयों को ढूंढने गए। उन्होंने देखा, सभी तालाब के किनारे अचेत पड़े हैं। उनके शरीर में प्राण का कोई चिह्न नहीं है।

युधिष्ठिर ने सोचा, संभवतः इस सरोवर का पानी विषैला है। उन्होंने पानी पीना चाहा, तभी एक आकाशवाणी हुई - जल पीने से पहले मेरे प्रश्नों के उत्तर दो। अन्यथा तुम भी अपने भाइयों की तरह मृत्यु को प्राप्त हो जाओगे।

युधिष्ठिरन ने पूछा, आप कौन हैं?

उसने बताया कि वह एक यक्ष है और इस सरोवर के जल पर उसी का अधिकार है। युधिष्ठिर ने प्रश्न पूछने के लिए सहमति जता दी।

यक्ष ने पूछा, वह क्या है जिसमें धरती से भी ज्यादा भार होता है? आकाश से भी अधिक ऊंचाई किसकी है? किसकी गति वायु से भी तेज है? किसकी संख्या तिनकों से भी ज्यादा है?

युधिष्ठिर ने बताया, माता पृथ्वी से भी भारी यानी महान हैं। पिता का दर्जा आकाश से भी ऊंचा है। मन की गति वायु से भी तेज है। जीवन में चिंता की संख्या तिनकों से भी ज्यादा है।

यक्ष ने युधिष्ठिर से अनेक प्रश्न किए जो धर्म, नीति और व्यवहार कुशलता से संबंधित थे। उन्होंने सबके बिलकुल सही उत्तर दिए। जवाब सुनकर यक्ष प्रसन्न हो गया और उसने पांडवों को पुनः जीवित कर दिया। अपने भाइयों को जीवित देखकर युधिष्ठिर अत्यंत प्रसन्न हुए। उन्होंने सरोवर का जल पीया और वहां से प्रस्थान किया।

सोमवार, 6 जुलाई 2015

लखा में हुआ राजस्व समस्याओं का समाधान



लखा में हुआ राजस्व समस्याओं का समाधान
जैसलमेर, 06 जुलाई। जिले की लखा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर सोमवार को आयोजित राजस्व लोक अदालत: न्याय आपके द्वार शिविर में अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों की राजस्व समस्याओं का समाधान किया गया।

जिला कलक्टर विश्व मोहन शर्मा ने बताया कि शिविर के दौरान बडी संख्या में ग्रामीण लाभान्वित हुए। शिविर में धारा 135 में नामांतरकरण के 21, खाता दुरुस्ती (फर्द) के 2, धारा 53 में खाता विभाजन के 11, राजस्व नकलों के 52 प्रकरणों सहित कुल 93 प्रकरणों का निस्तारण किया गया।

आंधियों के कारण जिन सडक मार्गों पर रेत आई है उनको तत्काल हटाने की कार्यवाहीं करें - जिला कलक्टर

पेयजल आपूर्ति सुचारू बनाए रखें, क्षतिग्रस्त विधुत पोल एवं नीचे झुके हुए तारों को सही करावें

जैसलमेर, 06 जुलाई/ जिला कलक्टर विश्वमोहन शर्मा ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अभियंताओं को निर्देश दिए कि आंधियों के कारण जिन सडक मार्गों पर मिट्टी आई है उनको तत्काल ही टीम एवं मशीनरी लगाकर हटाने की कार्यवाहीं करें ताकि किसी प्रकार का यातायात अवरूद्व न हो। उन्होंने धनाना से दबडी मार्ग पर आई मिट्टी को हटाने के निर्देश दिए वहीं म्याजलार से गुंजनगढ सडक मार्ग से भी मिट्टी हटाने के निर्देश दिए।

अधीक्षण अभियंता पीडब्ल्यूडी सी.एस. कल्ला ने बताया कि जैसलमेर- झिनझिनयाली, सम-सियाम्बर, म्याजलार- पोछीना सडक मार्ग पर आई मिट्टी को जेसीबी एवं ट्रैक्टरों के माध्यम से हटा दिया गया है वहीं धनाना से दबडी सडक मार्ग पर आई मिट्टी को हटाने का कार्य चल रहा है वहीं सुथारवाला मंडी एवं टावरीवाला सडक मार्ग पर आई मिट्टी को भी हटाने का कार्य चल रहा है। जिला कलक्टर ने अभियंताओं को निर्देश दिए कि वे इस संबंध में विशेष चैकसी बरते एवं जहां से भी सडक मार्ग पर आई मिट्टी के संबंध में सूचना मिले वहां तत्काल ही मिट्टी हटाने की कार्यवाहीं करें।

क्षतिग्रस्त विधुत पोल सही करावें

जिला कलक्टर शर्मा ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित पेयजल, विधुत एवं सम सामयिक गतिविधियों की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ शर्मा के साथ ही विभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे। जिला कलक्टर ने अधीक्षण अभियंता विधुत को निर्देश दिए कि आंधियों के कारण जहां भी विधुत पोल क्षतिग्रस्त हुए है या तार नीचे की तरफ झुके है व ढीले हुए है उनको भी सही कराने के लिए डेडिकेट टीम लगावें एवं इनको भी प्राथमिकता से सही करावें। उन्होंने विधुत आपूर्ति व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए एवं कहा कि जहां भी विधुत बाधित की सूचना मिले वहां तत्काल पुनः विधुत सप्लाई प्रारंभ करावें।

पेयजल आपूर्ति सुचारू बनाए रखें

जिला कलक्टर ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में पेयजल आपूर्ति को सुचारू बनाए रखे एवं जहां से भी पानी की समस्या की सूचना मिलें वहां पर समय पर लोगों को पीने का पानी उपलब्ध करावें। उन्होंने अवैध कनेक्शन के मामले में भी कठोरता से कार्यवाहीं करने के निर्देश दिए। उन्होंने शहरी क्षेत्र में पानी आपूर्ति की प्रभावी माॅनिटरिंग करने के निर्देश दिए।

संपर्क पोर्टल में दर्ज प्रकरणों को प्राथमिकता से निस्तारित करें

जिला कलक्टर शर्मा ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे राजस्थान संपर्क पोर्टल में जो प्रकरण बकाया है उनको 10 दिवस में गंभीरता के साथ निस्तारण करने के निर्देश दिए वहीं सतर्कता समिति में दर्ज प्रकरणों को भी प्राथमिकता से निपटाने के निर्देश दिए।

शहर में सफाई व्यवस्था को सुधारें

जिला कलक्टर ने नगरीय निकाय के अधिकारी को निर्देश दिए कि वे शहर में सफाई व्यवस्था को सुधारें। उन्होंने आयुक्त नगरपरिषद को निर्देश दिए कि शहर में बिना लाइसेंस एवं बिना भू परिवर्तन के जो भी अवैध रूप से होटलें संचालित है उसका सर्वे कराएं एवं उनके खिलाफ भी कार्यवाहीं अमल में लावें। उन्होंने दुर्ग के 100 मीटर की परिधि में जो भी अनाधिकृत भवन एवं होटले बनी है उनका भी सर्वे कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पूर्व में जिन होटल व्यावसायियों ने वाटिकाएं विकसित करने के लिए गोद ली है उनकी इसी सप्ताह में बैठक बुलाकर उन वाटिकाओं को विकसित करावें। उन्होंने मुख्य चैराहों पर पुनः फव्वारा चालू करने के निर्देश दिए।

मुख्य सडक का कार्य कराएं

जिला कलक्टर ने आरयूआईडीपी के अधिशाषी अभियंता को निर्देश दिए कि एयरफोर्स चैराहे तक सीवरेज लाईन का कार्य पूरा हुआ है उस सडक का निर्माण 1 सप्ताह में करने के निर्देश दिए। उन्होंने दुर्ग में चैथे जोन में जो सीवरेज का कार्य बाकी रहा है उसको तीव्र गति से कराने के निर्देश दिए। उन्होंने गांधी काॅलोनी एवं गफूर भट्टा में घरों से सीवरेज कनेक्शन को सीवरेज लाईन से जोडने की कार्यवाहीं कराने के भी निर्देश दिए।

ये थे उपस्थित

बैठक में अधीक्षण अभियंता जलदाय ओ.पी. व्यास, विधुत एस.एल. सुखाडिया, पीडब्ल्यूडी सी.एस. कल्ला, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एन.आर. नायक, अधिशाषी अभियंता जलदाय ए.के. पाण्डे, कुमुद माथुर, आरयूआईडीपी महेन्द्रसिंह पंवार, पीडब्ल्यूडी हरीश माथुर, हरिसिंह राठौड, भू जल वैज्ञानिक एन.डी. इणखियां के साथ ही अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे एवं विभागीय गतिविधियों की जानकारी दी।

मंगलवार को कनोई व बुधवार को रासला में शिविर
जैसलमेर, 06 जुलाई/ जिले में चल रहे राजस्व लोक अदालत अभियान शिविरों की कडी में मंगलवार, 07 जुलाई को जैसलमेर उपखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत कनोई में राजस्व लोक अदालत अभियान एवं न्याय आपके द्वार शिविर का आयोजन रखा गया है। इसमें ग्राम पंचायत कनोई, दामोदरा व डेढा के राजस्व प्रकरणों का निस्तारण किया जाएगा।

अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ शर्मा ने बताया कि इसी प्रकार बुधवार, 08 जुलाई को फतेहगढ उपखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत रासला में लोक अदालत शिविर का आयोजन होगा। उन्होंने इन क्षेत्रों के ग्रामीणों से आग्रह किया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में शिविर में पहुंचकर अपने राजस्व प्रकरणों का निस्तारण करके राहत प्राप्त करें।

---000---जैसलमेर चारण समाज की बैठक आयोजित

जैसलमेर, 06 जुलाई/ स्थानीय करणी मां मन्दिर परिसर में चारण समाज की बैठक रखी गई जिसमें जैसलमेर क्षेत्र के प्रबुद्व चारण सज्जनों ने भाग लिया। बैठक में सर्वसहमति से वर्तमान व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से चलाने के लिए अस्थाई कमेटी का गठन किया गया जिसमे उगमदान बारहठ सांगड, जुगतीदान रतनू भू, तगदान रतनू रामा, इन्द्रसिंह उज्जवल एवं जयदेव उज्जवल के नामो पर सहमति बनी। पूर्व कार्यकारिणी में संशोधन करते हुए इन्द्रसिंह व शक्तिदान रतनू उपाध्यक्ष एवं मूलकरण रतनू को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया।
बैठक में छात्रावास व्यवस्थाओं, मन्दिर विकास निर्माण कार्यों की समीक्षा के साथ मासिक चन्दा वसूली एवं छात्रावास में आवास तथा मैस व्यवस्थाओं पर चर्चा की।

बैठक में स्वर्गीय श्री रामचन्द्रदान जी की मूर्ति एवं बैठक हाॅल के नामकरण उनके नाम से करने का प्रस्ताव पारित किया गया। साथ ही मंदिर तक सडक निर्माण एवं पेयजल तथा चारण समाज शमशान भूमि के लिए आवश्यक कार्यवाहीं किए जाने के प्रस्तावों पर चर्चा की गई।

बैठक में विभिन्न गांवों से पधारे 80 से 100 चारण बंधुओं ने भाग लिया, विभिन्न प्रस्तावों पर चर्चा के लिए भैरूदान जी सांगड, आवडदान जी उजलां, प्रभुदान जी, शंभूदान जी भैलाणी, हिम्मतसिंह कविया, तगदानजी रतनू, इन्द्रसिंह उज्जवल, हाकमदान जैसलमेर, जुगतीदान भू, मेधूदान जी रतनू, अखदानजी रतनू, सांवलदान रामा, चुतरदानजी भाखरानी, प्रतापदान जी सोढा, मोहनदान जी सांगड, काछबदान जी सांगड, भंवरदानजी सांगड द्वारा भाग लिया गया एवं प्रस्तावों पर चर्चा कर सहमति व्यक्त की।

छात्रावास की पूर्ण कार्यकारिणी एवं अन्य मुद्दों के संबंध में 9 अगस्त को पुनः बैठक रखी गई है जिसमे सभी महानुभावों को पधारने के लिए वर्तमान कमेटी द्वारा निवेदन किया गया है।


बीडीओ की अध्यक्षता में समिति गठित

जैसलमेर, 06 जुलाई। जल क्रांति अभियान के सुचारू क्रियान्वयन के लिए सांकडा पंचायत समिति के विकास अधिकारी की अध्यक्षता में पंचायत समिति स्तरीय समिति गठित की गई है। समिति में पीएचईडी के अनिल माथुर, रामदेवरा ग्राम स्वच्छता समिति के आंबाराम, पंचायत प्रसार अधिकारी उदाराम, गोमट सरपंच मंजूरदीन को बतौर सदस्य शामिल किया गया है। आईडब्ल्यूएमपी के सहायक अभियंता फरसाराम गौड समिति के सदस्य सचिव रहेंगे।

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अवाय में पूर्व सैनिको के लिए शिविर

जैसलमेर, 06 जुलाई। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी भोजराजसिंह राठौड 9 जुलाई को ग्राम पंचायत अवाय में भ्रमण पर रहेंगे। उन्होंने बताया कि अवाय में 9 जुलाई को सवेरे 9 बजे पूर्व सैनिको, सैनिक विधवाओं व आश्रितों के आधार कार्ड व जीवन प्रमाण पत्र बनाने सहित विभिन्न योजनाओं के लिए शिविर आयोजित किया जाएगा। शिविर में पूर्व सैनिको, विधवाओं व आश्रितों से पूर्व सैनिक पहचान पत्र की छायाप्रति, डिस्चार्ज बुक व पीपीओ की छायाप्रति, बैंक डायरी की छायाप्रति, वोटर आईडी की छायाप्रति साथ लाने के लिए कहा गया है। शिविर में क्षेत्र के पूर्व सैनिकों व सैनिक परिवारों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा।

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साक्षात्कार मंगलवार को

जैसलमेर, 06 जुलाई। हीरो मोटो कोप्र्स लिमिटेड नीमराना राजस्थान की ओर से जिला मुख्यालय पर जेठवाई रोड स्थित औद्योगिक प्रषिक्षण संस्थान में मंगलवार को साक्षात्कार आयोजित किए जाएंगे।

आईटीआई प्राचार्य ने बताया कि इस दौरान फीटर, मषीनिष्ट, टर्नर, मैकेनिक मोटर व्हीकल, आॅटोमोबाईल, डीजल मैकेनिक, वेल्डर, इन्स्ट्रूमेंट मैकेनिक, इलेक्ट्रिषियन, वारयरमैन, इलेक्ट्रोनिक्स, टेªक्टर मैकेनिक, ड्राफ्टमैन मैकेनिक एवं पेन्टर व्यवसायों में उत्तीर्ण छात्रों को मैकेनिक के रूप में भर्ती किए जाने के लिए साक्षात्कार लिए जायेंगे।

बाड़मेर भारत-पाक सीमा के गांव भभूतें की ढाणी बना तस्करी का केन्द्र



बाड़मेर भारत-पाक सीमा के गांव भभूतें की ढाणी बना तस्करी का केन्द्र
सीमाजन कल्याण समिति राजस्थान के प्रदेष कार्यकारिणी सदस्य शंकरलाल गोली ने बताया कि पाकिस्तान की सीमा से एक किलोमीटर की दूरी आया संवेदनषील भूभूते की ढाणी पिछले 25 वर्षो से तस्करी का केन्द्र बना हुआ है।

गोली ने बताया कि सन् 2009 में आरडीएक्स एवं हथियारों की खेप इसी सीमा क्षेत्र से आयी थी, जो बाड़मेर के निकट मारूड़ी गांव के पास पकड़ी गयी जो पंजाब के आतंकवादी गुट तक पहुचानी थी।

गोली ने बताया कि हाल ही में आये अवैध रूप से पाक तस्कर को पकड़ा गया। यह घुसपैठ की वारदात भी इसी गांव भूभते की ढाणी के पास से हुई है। तस्करी के केन्द्र गांव भभूते की ढाणी में तस्करों की दावते होती रहती है। भंयकर आंधी का लाभ उठाकर तस्कर घुसपैठ का प्रयास कर रहे है। गोली ने बताया कि इस क्षेत्र तारबंदी भी आधी के कारण रेतीले धोरो से दबी जा रही है। गोली ने बताया कि ऐसे संवेदनषील क्षेत्र में पूरी निगरानी की आवष्यकता है। उन्होने बताया कि क्षेत्र के वांटेड तस्कर खुले में घूम रहे है।

गोली ने आंषका जताया है कि इस क्षेत्र में विदेषी हथियार हेरोईन की खेप रेतीलें धोरो में छिपाई हुई है। गोली ने शांत कही जाने वाली पष्चिमी राजस्थान की भारत-पाक सीमा पर चैकसी बढ़ाने की मांग की।

जैसलमेर इन्दिरा गांधी नहर परियोजना के अति. मुख्य अंभियन्ता देषराज मीणा का घेराव

जैसलमेर इन्दिरा गांधी नहर परियोजना के अति. मुख्य अंभियन्ता देषराज मीणा का घेराव
जैसलमेर। जिले के किसानों ने सोमवार ने जिला प्रमुख अंजना मेघवाल और पूर्व प्रधान मूलाराम चैधरी के नेतृत्व में इन्दिरा गांधी नहर परियोजना के अति. मुख्य अंभियन्ता देषराज मीणा का घेराव कर नहर के पानी की आवक नहीं होने के कारण अपना रोष प्रकट किया।

परेषान किसानों का नेतृत्व करते हुए किसान नेता पूर्व प्रधान मूलाराम चैधरी ने नहर विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि नहर विभाग ने मई महिने के अन्त में नहरी पानी के वितरण हेतु चार्ट घोषित कर दिया था। जिसके अनुसार किसानों ने अपने मुरबों में बींजाई कर दी है, अब पानी के अभाव में किसानों की फसले बर्बादी के कगार पर पहुंच गई है।

चैधरी ने बताया कि जून महिने की 10-11 तारीख के बाद से नहर में पानी की एकदम कमी हो गई है। नहर क्षैत्रों में पेयजल की भंयकर समस्या उत्पन हो गई है। किसानों के आक्रोष को शान्त कराने का प्रयास करते हुए अति. मुख्य अभियन्ता ने कहा कि नहर में केली घास ज्यादा मात्रा में आ जाने से पानी की आवक अवरूध हो गयी है। अब नहर में पंजाब से पानी छोड़ दिया है आगामी तीन-चार दिनों में जिले में नहर के पानी की समस्या समाप्त हो जायेगी।

इस अवसर पर जिला प्रमुख अंजना मेघवाल ने जोर देकर कहा कि नहर में पंजाब से छोड़े जाने वाले पानी की कमी की स्थिति में प्रदेष के सभी जिलों में पानी की आनुपातिक कमी की जावे न कि केवल जैसलमेर के हिस्से के पानी की कटौति की जावे।

इस अवसर पर बलवीर सिंह पूनिया, विजय सिंह, विजय बिस्सा, चेतनराम, ठाकराराम, जगदीष जांदू, रामेष्वर विष्नोई इत्यादि सहित बड़ी संख्या में किसान नेता और कृषक उपस्थित थे।

अति. मुख्य अभियन्ता के आष्वासनों के बावजूद किसानों को इस बात की आषंका है कि उनके खेतों को तय समय चक्र के अनुसार सिंचाई हेतु पूरा पानी मिलेगा या नहीं। इसी असमंजस की स्थिति में किसान अपने मुरबों में बीजाई करने या नहीं करने की अधरझूल स्थिति के षिकार बने हुुए हैं।