सोमवार, 6 जुलाई 2015

बाड़मेर भारत-पाक सीमा के गांव भभूतें की ढाणी बना तस्करी का केन्द्र



बाड़मेर भारत-पाक सीमा के गांव भभूतें की ढाणी बना तस्करी का केन्द्र
सीमाजन कल्याण समिति राजस्थान के प्रदेष कार्यकारिणी सदस्य शंकरलाल गोली ने बताया कि पाकिस्तान की सीमा से एक किलोमीटर की दूरी आया संवेदनषील भूभूते की ढाणी पिछले 25 वर्षो से तस्करी का केन्द्र बना हुआ है।

गोली ने बताया कि सन् 2009 में आरडीएक्स एवं हथियारों की खेप इसी सीमा क्षेत्र से आयी थी, जो बाड़मेर के निकट मारूड़ी गांव के पास पकड़ी गयी जो पंजाब के आतंकवादी गुट तक पहुचानी थी।

गोली ने बताया कि हाल ही में आये अवैध रूप से पाक तस्कर को पकड़ा गया। यह घुसपैठ की वारदात भी इसी गांव भूभते की ढाणी के पास से हुई है। तस्करी के केन्द्र गांव भभूते की ढाणी में तस्करों की दावते होती रहती है। भंयकर आंधी का लाभ उठाकर तस्कर घुसपैठ का प्रयास कर रहे है। गोली ने बताया कि इस क्षेत्र तारबंदी भी आधी के कारण रेतीले धोरो से दबी जा रही है। गोली ने बताया कि ऐसे संवेदनषील क्षेत्र में पूरी निगरानी की आवष्यकता है। उन्होने बताया कि क्षेत्र के वांटेड तस्कर खुले में घूम रहे है।

गोली ने आंषका जताया है कि इस क्षेत्र में विदेषी हथियार हेरोईन की खेप रेतीलें धोरो में छिपाई हुई है। गोली ने शांत कही जाने वाली पष्चिमी राजस्थान की भारत-पाक सीमा पर चैकसी बढ़ाने की मांग की।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें