रविवार, 30 नवंबर 2014

बाड़मेर। अव्यवस्था में भी 100 महिलाओं ने कराई नसबंदी

बाड़मेर। अव्यवस्था में भी 100 महिलाओं ने कराई नसबंदी

बाड़मेर। स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक केंद्र में शनिवार को परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत नसबंदी शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान सिणधरी में 67 एवं होडू में 25 महिलाओं की नसबंदी की गई। इसी तरह अजीज में आयोजित शिविर में 7 महिलाओं की नसबंदी की गई। जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि आज भी नसबंदी के शिविर धोरीमन्ना, जासोल, खंडप में लगाए जाएंगे।

100 women sterlized insystmaticly

रहा अव्यवस्था का आलम
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में बने विश्राम गृह को स्टोर के रूप में उपयोग करने से नसबंदी के लिए आने वाली महिलाओं व उनके परजिन को परेशानी का सामना करना पड़ा। महिलाएं दिन भर परिसर में पेड़ों व भवनों की छाया में बैठी रही एवं विश्राम गृह पर ताला लटकता रहा। -

सिवाना। फर्जी लूट पर्दाफाश, आरोपित गिरफ्तार


सिवाना। फर्जी लूट पर्दाफाश, आरोपित गिरफ्तार
सिवाना। पुलिस ने 28 दिन पूर्व दर्ज लूट के फर्जी प्रकरण का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। थानाधिकारी ज्ञानसिंह ईदा ने बताया कि जोगाराम पुत्र छोगाराम निवासी मायलावास ने 1 नवम्बर को रिपोर्ट पेश कर बताया था कि उसने सुरेश कुमार पुत्र धुकाराम निवासी मायलावास को जीप देकर डूंगरसिंह पुरोहित को लाने के लिए देवड़ा गांव भेजा था। जो वापिस नहीं लौटा।

पीछे जाने पर देखा तो अर्जियाणा सरहद के नाले में जीप की सीट पर सुरेश कुमार बंधा हुआ था। वहीं गाड़ी के कांच टूटे हुए थे। 21 सौ रूपए व मोबाइल छीन लिया था। रिपोर्ट में बताया कि उसने घटना से पूर्व सुरेश कुमार को तीन लाख रूपए दिए थे।

प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अनिल देशमुख व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसाराम बोस के निर्देश पर पुलिस उप अधीक्षक राजेन्द्र डिढारिया की निगरानी में सहायक थानाधिकारी सिवाना शेराराम, कांस्टेबल पदमपुरी, बृजमोहन की टीम गठित की गई।

टीम सुरेश कुमार की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थी। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने सुरेश कुमार व पेमाराम पुत्र गणेशाराम मवड़ी को तलब कर पूछताछ की। जिस पर लूट के मामले का पर्दाफाश हुआ।

loot plan exposed, accused arrested

एक दिन पहले बनाई लूट की योजना
घटना से पूर्व रात्रि जोगाराम ने मार्बल खरीदी को जाने के लिए सुरेश कुमार को 3 लाख रूपए दिए थे। इस पर सुरेश ने अपने मित्र पेमाराम के साथ मिलकर लूट की घटना क ो अंजाम देने का षड्यंत्र रचा।

जोगाराम ने 1 नवम्बर को सुबह सुरेश को डूंगरसिंह को लाने के लिए देवड़ा भेजा। इस दौरान तय योजना के अनुसार सुरेश की जानकारी पर पेमाराम देवड़ा को जाने वाले मार्ग पर मोटर साइकिल से पहुंचा। अर्जियाणा के समीप दोनों ने बनावटी लूट दर्शाने क लिए गाड़ी के कांच फोड़े।

वहीं पेमाराम ने सुरेश को गाड ी में बांध दिया। तीन लाख रूपए व मोबाइल लेकर पेमाराम यहां से चला गया। सुरेश के नहीं पहुंचने पर जोगाराम उसकी खोज में देवड़ा की ओर रवाना हुआ तो वह गाड़ी से बंधा मिला पाया। इस पर उसने लूट को लेकर पुलिस में रिपोर्ट पेश की।

पुलिस की टीम ने मुखबिर की सूचना पर दोनों आरोपितों को गिरफ्तार किया। कड़ी पूछताछ में जुर्म करना स्वीकार किया। सुरेश कुमार ने 2 लाख व पेमाराम ने 1 लाख रूपए आपस में बांटकर लेना कबूल किया। पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर बरामदगी के प्रयास शुरू किए। 

पोस्टमास्टरों ने किया लाखों का गबन

पोस्टमास्टरों ने किया लाखों का गबन

जयपुर। जयपुर के दो डाकघरों में गबन का खुलासा हुआ है, जिनमें औचक निरीक्षण के दौरान लाखों रूपए की गड़बड़ी सामने आई है। इनमें ज्योति नगर स्थित विद्युत भवन डाकघर से 3.34 लाख और चौमूं डाकघर से 1.25 लाख रूपए का अधिकारियों ने गबन कर लिया ।

दोनों ही जगह पोस्टमास्टरों की मिलीभगत सामने आई है। विभाग ने एक पोस्टमास्टर को निलंबित कर जांच शुरू कर दी है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद राशि और बढ़ सकती है। जांच में उपभोक्ताओं के खातों को भी खंगाला जा रहा है।
postmaster the embezzlement of lakh

चेक में दर्शाई राशि
विद्युत भवन परिसर में संचालित डाकघर में उपभोक्ता बचत खाता, आवर्ती जमा, मासिक आय योजना में नकद जमा कराते रहे। पोस्टमास्टर अमर सिंह ने कुछ हिस्सा रोकड़ के बजाय चेक में दर्शाकर 3.34 लाख की राशि को खुद की जेब में भर लिया । आरोपित को दो दिन पहले ही निलंबित किया है।

पहले भागा फिर जमा कराई राशि
चौमूं डाकघर में औचक निरीक्षण के लिए पहुंची टीम को राशि कम मिली। पोस्टमास्टर रामजीलाल सोलंकी तत्काल वहां से चलता बना। अधिकारियों के रोकने पर जरूरी काम का हवाला देकर निकल गया। वापस लौटा और बकाया राशि जमा करा दी। बाकी राशि दूसरी जगह रखने की आड़ लेते हुए बचाव किया।

निदेशक (डाक सेवा) दुष्यंत मुद्गल से सवाल-जवाब
सवाल. दो डाकघरों में सरकारी रोकड़ में सेंधमारी हुई है?
जवाब. ज्योति नगर और चौमूं डाकघर में करीब 4.60 लाख रूपए का गबन सामने आया है। इसमें पोस्टमास्टर की मिलीभगत सामने आई है। जांच के बाद वास्तविक गबन राशि सामने आएगी।
सवाल. क्या इनके खिलाफ कार्रवाई की गई है?
जवाब. ज्योति नगर डाकघर के पोस्टमास्टर को निलंबित किया है। चौमूं के मामले में विस्तृत जांच जारी है।
सवाल. दूसरे को निलंबित क्यों नहीं किया?
जवाब. दस्तावेज की जांच की जा रही है, जिसके आधार पर कार्रवाई करेंगे।

पहले भी हुए ऎसे मामले
जयपुर के राजापार्क डाकघर में करीब 33 लाख रूपए का गबन। पोस्टमास्टर निलंबित, जांच सीबीआई को सौंपी गई।

जेएलएन मार्ग स्थित डाकघर के पोस्टमास्टर ने घर का लोन चुकाने के लिए सरकारी खजाने से पांच लाख रूपए ले लिए। विभाग ने उसको निलंबित किया।

प्रताप नगर, सेक्टर 11-12 स्थित डाकघर के पोस्टमास्टर ने आरडी (आवर्ती जमा) लॉट की पासबुक में रोकड़ जमा होने की मुहर तो लगा दी, लेकिन करीब 2.50 लाख रूपए खुद उपयोग में ले लिए।

हल्दियों का रास्ता स्थित डाकघर में कार्यरत कर्मचारी ने उपभोक्ता की खाता राशि जमा कराने के बजाय अपने पास 5 साल तक रखा।

भरतपुर जिले के डीग मुख्य डाकघर के अंतर्गत कामां स्थि

इंसाफ के लिये दर दर भटक रहा पिता

इंसाफ के लिये दर दर भटक रहा पिता 

जयपुर। अशोक नगर इलाके में दो माह पहले हुई 11वीं के छात्र गौरांग की मौत की गुत्थी अभी तक नहीं सुलझी है। इस संबंध में हरियाणा के फरीदाबाद निवासी मृतक के चाचा ने अशोक नगर थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था, जबकि पुलिस ने ट्रेन की चपेट में आने से मौत होना बताया था।

अब मृतक गौरांग के पिता धर्मेन्द्र शर्मा निष्पक्ष जांच कर बेटे की मौत के जिम्मेदार लोगों का पता लगाने के लिए पुलिस अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। उन्होंने दो दिन पहले पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन भी दिया है। इसके अलावा पुलिस से कुछ सवालों के जवाब मांगे हैं।

पिता ने दिल्ली निवासी किसी लड़की के चक्कर में बेटे की मौत में एक शराब ठेकेदार और खुद के साले की संदिग्ध भूमिका बताई है। पहले अशोक नगर थाना पुलिस के पास प्रकरण था, लेकिन अब विधायपुकरी थाना प्रभारी के पास है।
death of son and wandering father for justice

यह है मामला
गौरांग जवाहर नगर निवासी अपने मामा के पास रहकर पढ़ रहा था। 29 सितम्बर की रात मामा को खाना लाने की कहकर निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा। एसएमएस अस्पताल में 2 अक्टूबर को उसके शव की पहचान हुई थी।

इन सवालों का मांगा जवाब
मामा ने बताया लाल टीशर्ट पहनकर घर से
निकला गौरांग, जबकि शव मिला तो काली टीशर्ट में था?
गौरांग दिल्ली निवासी एक लड़की को ठेकेदार व मामा के मोबाइल से मैसेज भेजता था, ठेकेदार को थाने लाते ही किसके कहने पर तुरंत छोड़ दिया?

गौरांग की कनपटी और गर्दन के पीछे ही चोट क्यों लगी, शरीर के अन्य हिस्से पर खरोंच क्यों नहीं आई?
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ट्रेन की चपेट में आना नहीं, बल्कि संभावना बताई है?

पुलिस ने शव की फोटो और वीडियोग्राफी क्यों नहीं करवाई?
बेटे ने आत्महत्या की तो पुलिस उसके सबूत बताए? 

भाजपा से मुकाबले के लिए पायलट को मिले 130 "खिलाड़ी

भाजपा से मुकाबले के लिए पायलट को मिले 130 "खिलाड़ी

जयपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने शनिवार को प्रदेश की नई कार्यकारिणी घोषित कर दी।

एआईसीसी ने गुरूवार को पुरानी कार्यकारिणी भंग कर दी थी। नई कार्यकारिणी में 86 पदाधिकारियों सहित कुल 130 नेताओं को जगह मिली है।
rajasthan Pradesh Congress Committee new team announced

पुरानी कार्यकारिणी में से करीब 23 पदाधिकारियों को दोबारा शामिल किया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत को महासचिव पद की जिम्मेदारी दी गई है।

कार्यकारिणी में पूर्व मंत्री शांति धारीवाल, बृजकिशोर शर्मा, पूर्व सांसद महेश जोशी व जयपुर की निवर्तमान महापौर ज्योति खंडेलवाल का नाम शामिल नहीं किया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व वरिष्ठ नेता सी.पी. जोशी को स्थायी आमंत्रित सदस्य के रूप में जगह दी गई है।

ऎसी है जंबो कार्यकारिणी
नई कार्यकारिणी में 15 उपाध्यक्ष, 26 महासचिव, 43 सचिव और 2 प्रवक्ताओं सहित 86 को प्रदेश में पार्टी को मजबूती देने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा 14 कार्यकारिणी सदस्य, 12 स्थायी आमंत्रित सदस्य और 19 विशेष आमंत्रित सदस्यों को शामिल किया गया है।

उपाध्यक्ष
गोपाल सिंह ईड़वा, महेन्द्रजीत सिंह मालवीया, मास्टर भंवर लाल मेघवाल, अशोक बैरवा, रघु शर्मा, लक्ष्मण सिंह रावत, राजेन्द्र चौधरी, रघुवीर मीणा, प्रमोद जैन भाया, उदयलाल आंजना, गोविन्द सिंह डोटासरा, मकबूल मण्डेलिया, हीरालाल विश्नोई, राजीव अरोड़ा, अर्चना शर्मा (चेयरपर्सन मीडिया सेंटर)।

महासचिव
मुरारी मीणा, राम गोपाल बैरवा, मांगीलाल गरासिया, के.सी. विश्नोई, भरोसीलाल जाटव, भारत मेघवाल, घनश्याम मेहर, महेन्द्र चौधरी, गजेन्द्र शेखावत, अजीत सिंह शेखावत, सुशील शर्मा, शंकर यादव, माहिर आजाद, जगदीश राज श्रीमाली, धीरज गुर्जर, नीरज डांगी, पंकज मेहता, रिहाना रियाज, वैभव गहलोत, मुकेश शर्मा, जी.आर. खटाना, वीरेन्द्र सिंह शेखावत, पुखराज पाराशर, गिर्राज गर्ग, अशोक सैनी, पवन गोदारा।

सचिव
बालेन्दु शेखावत, राजेश कुमावत, शमा बानो, कमल मीणा, धीरज मीणा, इन्द्राज गुर्जर, कुलदीप इन्दौरा, चयनिका उनियाल, रंजू रामावत, समृद्घ शर्मा, के.के. हरितवाल, रतन देवासी, जाहिदा खान, रीटा चौधरी, महेन्द्र रलावत, प्रशांत शर्मा, राजेश चौधरी, नईमुद्दीन गुड्डू, करण सिंह, अमीन कागजी, रमा बजाज, रूपाराम मेघवाल, आदित्य शर्मा, राजेन्द्र गोदारा, दिनेश अबरार, रोहित बोहरा, वन्दना माथुर, अर्जुन बामनिया, अजीत सिंह यादव, सोमेन्द्र फालना, सुरेश मिश्रा, जगदीश चौधरी, चेतन डूडी, जगदीश वर्मा, धूप सिंह पूनिया, गोपाल कृष्ण शर्मा, शारदा साद, सुरज्ञान घोसालिया, हरन्जिर सिंह प्रधान, सुशील आसोपा, कुलदीप सिंह राजावत, विक्रम वाल्मिकी, पारसमल जैन।

प्रवक्ता
प्रताप सिंह खाचरियावास, सुरेश चौधरी -