इंसाफ के लिये दर दर भटक रहा पिता
अब मृतक गौरांग के पिता धर्मेन्द्र शर्मा निष्पक्ष जांच कर बेटे की मौत के जिम्मेदार लोगों का पता लगाने के लिए पुलिस अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। उन्होंने दो दिन पहले पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन भी दिया है। इसके अलावा पुलिस से कुछ सवालों के जवाब मांगे हैं।
पिता ने दिल्ली निवासी किसी लड़की के चक्कर में बेटे की मौत में एक शराब ठेकेदार और खुद के साले की संदिग्ध भूमिका बताई है। पहले अशोक नगर थाना पुलिस के पास प्रकरण था, लेकिन अब विधायपुकरी थाना प्रभारी के पास है।
यह है मामला
गौरांग जवाहर नगर निवासी अपने मामा के पास रहकर पढ़ रहा था। 29 सितम्बर की रात मामा को खाना लाने की कहकर निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा। एसएमएस अस्पताल में 2 अक्टूबर को उसके शव की पहचान हुई थी।
इन सवालों का मांगा जवाब
मामा ने बताया लाल टीशर्ट पहनकर घर से
निकला गौरांग, जबकि शव मिला तो काली टीशर्ट में था?
गौरांग दिल्ली निवासी एक लड़की को ठेकेदार व मामा के मोबाइल से मैसेज भेजता था, ठेकेदार को थाने लाते ही किसके कहने पर तुरंत छोड़ दिया?
गौरांग की कनपटी और गर्दन के पीछे ही चोट क्यों लगी, शरीर के अन्य हिस्से पर खरोंच क्यों नहीं आई?
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ट्रेन की चपेट में आना नहीं, बल्कि संभावना बताई है?
पुलिस ने शव की फोटो और वीडियोग्राफी क्यों नहीं करवाई?
बेटे ने आत्महत्या की तो पुलिस उसके सबूत बताए?
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें