रविवार, 30 नवंबर 2014

इंसाफ के लिये दर दर भटक रहा पिता

इंसाफ के लिये दर दर भटक रहा पिता 

जयपुर। अशोक नगर इलाके में दो माह पहले हुई 11वीं के छात्र गौरांग की मौत की गुत्थी अभी तक नहीं सुलझी है। इस संबंध में हरियाणा के फरीदाबाद निवासी मृतक के चाचा ने अशोक नगर थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था, जबकि पुलिस ने ट्रेन की चपेट में आने से मौत होना बताया था।

अब मृतक गौरांग के पिता धर्मेन्द्र शर्मा निष्पक्ष जांच कर बेटे की मौत के जिम्मेदार लोगों का पता लगाने के लिए पुलिस अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। उन्होंने दो दिन पहले पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन भी दिया है। इसके अलावा पुलिस से कुछ सवालों के जवाब मांगे हैं।

पिता ने दिल्ली निवासी किसी लड़की के चक्कर में बेटे की मौत में एक शराब ठेकेदार और खुद के साले की संदिग्ध भूमिका बताई है। पहले अशोक नगर थाना पुलिस के पास प्रकरण था, लेकिन अब विधायपुकरी थाना प्रभारी के पास है।
death of son and wandering father for justice

यह है मामला
गौरांग जवाहर नगर निवासी अपने मामा के पास रहकर पढ़ रहा था। 29 सितम्बर की रात मामा को खाना लाने की कहकर निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा। एसएमएस अस्पताल में 2 अक्टूबर को उसके शव की पहचान हुई थी।

इन सवालों का मांगा जवाब
मामा ने बताया लाल टीशर्ट पहनकर घर से
निकला गौरांग, जबकि शव मिला तो काली टीशर्ट में था?
गौरांग दिल्ली निवासी एक लड़की को ठेकेदार व मामा के मोबाइल से मैसेज भेजता था, ठेकेदार को थाने लाते ही किसके कहने पर तुरंत छोड़ दिया?

गौरांग की कनपटी और गर्दन के पीछे ही चोट क्यों लगी, शरीर के अन्य हिस्से पर खरोंच क्यों नहीं आई?
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ट्रेन की चपेट में आना नहीं, बल्कि संभावना बताई है?

पुलिस ने शव की फोटो और वीडियोग्राफी क्यों नहीं करवाई?
बेटे ने आत्महत्या की तो पुलिस उसके सबूत बताए? 

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