रविवार, 30 नवंबर 2014

सिवाना। फर्जी लूट पर्दाफाश, आरोपित गिरफ्तार


सिवाना। फर्जी लूट पर्दाफाश, आरोपित गिरफ्तार
सिवाना। पुलिस ने 28 दिन पूर्व दर्ज लूट के फर्जी प्रकरण का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। थानाधिकारी ज्ञानसिंह ईदा ने बताया कि जोगाराम पुत्र छोगाराम निवासी मायलावास ने 1 नवम्बर को रिपोर्ट पेश कर बताया था कि उसने सुरेश कुमार पुत्र धुकाराम निवासी मायलावास को जीप देकर डूंगरसिंह पुरोहित को लाने के लिए देवड़ा गांव भेजा था। जो वापिस नहीं लौटा।

पीछे जाने पर देखा तो अर्जियाणा सरहद के नाले में जीप की सीट पर सुरेश कुमार बंधा हुआ था। वहीं गाड़ी के कांच टूटे हुए थे। 21 सौ रूपए व मोबाइल छीन लिया था। रिपोर्ट में बताया कि उसने घटना से पूर्व सुरेश कुमार को तीन लाख रूपए दिए थे।

प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अनिल देशमुख व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसाराम बोस के निर्देश पर पुलिस उप अधीक्षक राजेन्द्र डिढारिया की निगरानी में सहायक थानाधिकारी सिवाना शेराराम, कांस्टेबल पदमपुरी, बृजमोहन की टीम गठित की गई।

टीम सुरेश कुमार की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थी। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने सुरेश कुमार व पेमाराम पुत्र गणेशाराम मवड़ी को तलब कर पूछताछ की। जिस पर लूट के मामले का पर्दाफाश हुआ।

loot plan exposed, accused arrested

एक दिन पहले बनाई लूट की योजना
घटना से पूर्व रात्रि जोगाराम ने मार्बल खरीदी को जाने के लिए सुरेश कुमार को 3 लाख रूपए दिए थे। इस पर सुरेश ने अपने मित्र पेमाराम के साथ मिलकर लूट की घटना क ो अंजाम देने का षड्यंत्र रचा।

जोगाराम ने 1 नवम्बर को सुबह सुरेश को डूंगरसिंह को लाने के लिए देवड़ा भेजा। इस दौरान तय योजना के अनुसार सुरेश की जानकारी पर पेमाराम देवड़ा को जाने वाले मार्ग पर मोटर साइकिल से पहुंचा। अर्जियाणा के समीप दोनों ने बनावटी लूट दर्शाने क लिए गाड़ी के कांच फोड़े।

वहीं पेमाराम ने सुरेश को गाड ी में बांध दिया। तीन लाख रूपए व मोबाइल लेकर पेमाराम यहां से चला गया। सुरेश के नहीं पहुंचने पर जोगाराम उसकी खोज में देवड़ा की ओर रवाना हुआ तो वह गाड़ी से बंधा मिला पाया। इस पर उसने लूट को लेकर पुलिस में रिपोर्ट पेश की।

पुलिस की टीम ने मुखबिर की सूचना पर दोनों आरोपितों को गिरफ्तार किया। कड़ी पूछताछ में जुर्म करना स्वीकार किया। सुरेश कुमार ने 2 लाख व पेमाराम ने 1 लाख रूपए आपस में बांटकर लेना कबूल किया। पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर बरामदगी के प्रयास शुरू किए। 

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