शनिवार, 1 नवंबर 2014
बाड़मेर बरसात शुरू हुई ,ठंड का अहसास बढ़ा
बाड़मेर देशवासियों के लिए रक्तदान अनूठी मिसाल - डीआईजी
बाड़मेर देशवासियों के लिए रक्तदान अनूठी मिसाल - डीआईजी
बाड़मेर.देश की रक्षा के साथ आज सीमा सुरक्षा बल के द्वारा सामाजिक सरोकार भी बेहतर तरीके से निभाए जा रहे है। सीमा पर अपना खून बहाने का जज्बा लिए तैनात जवानों का खून अब देश की जनता की रगों में भी दौड़ेगा। शनिवार को 37 वीं सीमा सुरक्षा बल वाहिनी के स्थापना दिवस अवसर पर बीएसएफ के नेहरु नगर कैम्प में 50 से अधिक सीमा सुरक्षा बल के 26 वें के स्थापना दिवस अधिकारियो और जवानों ने स्वैच्छिक रक्तदान किया। इस मौके पर जिला अस्पताल की ब्लड बैंक यूनिट के चिकित्सकों और अधिकारियो की टीम भी मौजूद रही। जिनकी देखरेख में रक्तदान शिविर सम्पन्न हुआ। रक्तदान शिविर का उद्घाटन बाड़मेर क्षेत्रीय मुख्यालय के डीआईजी प्रतुल गौतम ने फीता काट कर उदघाटन किया. इस रक्तदान शिविर में बोलते हुए डीआईजी प्रतुल गौतम ने जवानों को स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि वे सामाजिक सरोकारों को निभाते हुए स्वेच्छा से रक्तदान करें और उनके रक्त से कई जिन्दगियां बच सकती है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सीमा पर सतर्क रहने वाली बीएसएफ द्वारा समाज रक्षा का जिम्मा भी उठाया जा रहा है। सीमा सुरक्षा बल के 37 वीं वाहिनी के जवानों ने इस रक्तदान शिविर में बढ़चढ़ कर रक्तदान किया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी और जवानो ने रक्तदान कर सामाजिक सरोकार निभाने की मिसाल पेश की. इस अवसर पर कार्यवाहक समादेष्टा जसवंत सिंह ओला , उपकमांडेट जे के नागल ,उप कमांडेट अमरजीत सिंह चिकित्सा अधिकारी डॉ अर्पिता शर्मा समेत कई अधिकारी मौजूद रहे.
बाडमेर शर्मा ने जिला कलक्टर का पदभार संभाला
बाडमेर शर्मा ने जिला कलक्टर का पदभार संभाला
बाडमेर, 1 नवम्बर। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी मधुसूदन शर्मा ने शनिवार को कलक्टर एवं जिला मजिस्टेªट के पद का पदभाजिलार संभाला।
हाल ही में राज्य सरकार ने आदेश जारी कर शर्मा को राजस्थान वित्त निगम के प्रबन्ध निदेशक के पद से जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्टेªेट बाडमेर के पद पर पदस्थापित किया है। आदेश की अनुपालना में शर्मा ने शनिवार प्रातः 12.15 बजे अपना कार्यभार ग्रहण किया। पदभार संभालने के पश्चात् शर्मा ने बताया कि उनकी प्राथमिकता स्वच्छ व पारदर्शी प्रशासन प्रदान करना होगी। साथ ही राजस्थान सरकार की प्राथमिकताओं के अनुसार कार्य किया जाएगा तथा जिले में कानून का राज स्थापित किया जाएगा।
नव नियुक्त जिला कलेक्टर मधुसुदन शर्मा ने कहा की आम जनता को राहत मिले इसके लिए सभी का सहयोग लिया जायेगा। शर्मा पदभार ग्रहण करने के बाद खबरनवीसो से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा की राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओ को प्राथमिकता से लागू करना ध्येय हे अंतिम व्यक्ति को इसका लाभ मिले सुनिश्चिंत किया जायेगा। उन्होंने बाड़मेर में औद्योगिक विकास की सम्भावनाए तलाश करने की बात कही वाही अभावग्रस्त क्षेत्रो में पशु शिविर विधिवत रूप से खोलने के प्रयास होंगे। उन्होंने स्पष्ट किया की बाड़मेर की जनता की पूर्ण सुनवाई होगी। उन्हें राहत प्रदान की जाएगी।
शर्मा ने बताया कि उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता आम आदमी के दुख दर्द निवारण की रहेगी। साथ ही जिले में बेहतर प्रशासन के लिए मीडिया, जन प्रतिनिधियों, एनजीओ, तथा प्रशासनिक अधिकारियों के साथ टीम वर्क के रूप में कार्य किया जाएगा।
लेबल:photo
जिला कलक्टर,
बाडमेर,
मधुसूदन शर्मा
टल गया निलोफर का खतरा
अहमदाबाद।गुजरात पर छह दिनों से मंडरा रहा चक्रवाती तूफान निलोफर का खतरा शुक्रवार सुबह पूरी तरह से टल गया। इससे न सिर्फ केन्द्र बल्कि राज्य सरकार और समुद्री इलाकों के समीप बसे लोगों ने भी राहत की सांस ली है।अब तक धीरे-धीरे गुजरात की ओर आगे बढ़ते समय कमजोर पड़ रहे चक्रवाती तूफान निलोफर ने शुक्रवार सुबह कच्छ जिले के नलिया से चार सौ किलोमीटर दूरी पर समुद्र में ही दम तोड़ दिया। वो तूफान से हल्के दबाव में परिवर्तित हो गया है।
जिससे अब गुजरात के तटीय क्षेत्रों में कोई खतरा या नुकसान नहीं हो होगा, लेकिन कम दवाब के चलते कच्छ-सौराष्ट्र के कुछ एक इलाकों में 45 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना अभी भी बरकरार है। ये बारिश शुक्रवार देर शाम से शुरू होकर शनिवार सुबह या पूरे दिन तक होने की संभावना है। गुरूवार देर रात अहमदाबाद सहित कच्छ व सौराष्ट्र के कई इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई। हालांकि राज्य सरकार कोई खतरा मोल लेना नहीं चाहती। बेशकर खतरा टल गया हो, लेकिन राहत और बचाव कार्य के लिए समुद्र तटीय जिलों में तैनात किए गए सेना के जवानों, एनडीआरएफ,एसआरपी और तटरक्षक दल की टीमों को शुक्रवार देर रात तक वहीं पर तैनात रहने के निर्देश दिए गए हैं।
खतरा टलने की आधिकारिक घोषणा की
राज्य के राहत आयुक्त डी.एन.पांडे ने शुक्रवार सुबह गांधीनगर में राज्य आपदा प्रबंधन समूह की बैठक करने के दौरान मौसम विभाग विशेषज्ञों से विचार विमर्श करने के बाद निलोफर का खतरा राज्य में टलने की आधिकारिक घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि शनिवार शाम तक प्रभावित इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, जिसके बाद परिस्थिति और मौसम पूर्ववत हो जाएगा। लेकिन फिर भी राहत दल वहां पर आज भी तैनात रहेंगे, जिला कलक्टरों को आज भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
बेहतर तालमेल व तैयारियों की तारीफ
पांडे ने निलोफर से निपटने के लिए तहसील, जिला व राज्य तथा केन्द्रीय स्तर पर अधिकारियों की विभिन्न एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल व तैयारियां करने और सतर्क रहने पर अधिकारियों की तारीफ की। उन्होने कहा कि इससे ये साबित हो गया कि आगामी समय में कोई खतरा आने की स्थिति में हम बेहतर तरीके से निपटने के लिए पूरी तरह से सतर्क हो सकेंगे। कासं -
जिससे अब गुजरात के तटीय क्षेत्रों में कोई खतरा या नुकसान नहीं हो होगा, लेकिन कम दवाब के चलते कच्छ-सौराष्ट्र के कुछ एक इलाकों में 45 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना अभी भी बरकरार है। ये बारिश शुक्रवार देर शाम से शुरू होकर शनिवार सुबह या पूरे दिन तक होने की संभावना है। गुरूवार देर रात अहमदाबाद सहित कच्छ व सौराष्ट्र के कई इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई। हालांकि राज्य सरकार कोई खतरा मोल लेना नहीं चाहती। बेशकर खतरा टल गया हो, लेकिन राहत और बचाव कार्य के लिए समुद्र तटीय जिलों में तैनात किए गए सेना के जवानों, एनडीआरएफ,एसआरपी और तटरक्षक दल की टीमों को शुक्रवार देर रात तक वहीं पर तैनात रहने के निर्देश दिए गए हैं।
खतरा टलने की आधिकारिक घोषणा की
राज्य के राहत आयुक्त डी.एन.पांडे ने शुक्रवार सुबह गांधीनगर में राज्य आपदा प्रबंधन समूह की बैठक करने के दौरान मौसम विभाग विशेषज्ञों से विचार विमर्श करने के बाद निलोफर का खतरा राज्य में टलने की आधिकारिक घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि शनिवार शाम तक प्रभावित इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, जिसके बाद परिस्थिति और मौसम पूर्ववत हो जाएगा। लेकिन फिर भी राहत दल वहां पर आज भी तैनात रहेंगे, जिला कलक्टरों को आज भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
बेहतर तालमेल व तैयारियों की तारीफ
पांडे ने निलोफर से निपटने के लिए तहसील, जिला व राज्य तथा केन्द्रीय स्तर पर अधिकारियों की विभिन्न एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल व तैयारियां करने और सतर्क रहने पर अधिकारियों की तारीफ की। उन्होने कहा कि इससे ये साबित हो गया कि आगामी समय में कोई खतरा आने की स्थिति में हम बेहतर तरीके से निपटने के लिए पूरी तरह से सतर्क हो सकेंगे। कासं -
"नीलोफर" की चर्चा, बादल और बूंदाबांदी
बाड़मेर। चक्रवाती तूफान नीलोफर के नुकसान की आशंका को लेकर जिले में शुक्रवार को दिनभर चर्चाओं का दौर चला। शुक्रवार को दिनभर बादल छाए रहे और बूंदाबांदी भी हुई। इधर, इसके कहर से बचने के लिए किसान जतन करते दिखे तो प्रशासन तैयारी करता नजर आया। इसके निपटने के लिए प्रशासन की ओर से कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। राष्ट्रीय आपदा बचाव दल की टीम भी मुस्तैदी से इसकी तैयारी कर रही है।
अरब की खाड़ी से उठे नीलोफर तूफान से सीमावर्ती बाड़मेर जिले में तेज हवाएं चलने और बारिश की मौसम विभाग की चेतावनी के बाद पिछले दो दिनों से चर्चाएं चल रही है। आशंकाओं के बीच गुरूवार सुबह बदले मौसम का असर शुक्रवार को भी पूरे दिन रहा। सुबह से ही बादल छाए रहे। जिला मुख्यालय पर गुरूवार रात और शुक्रवार अल सुबह रूक-रूक कर बूंदाबांदी हुई। वहीं रात दस बजे हल्की बूंदाबांदी हुई। ग्रामीण क्षेत्र में भी बूंदाबांदी हुई और कम गति से हवा चली।
इधर, नीलोफर से बचाव के लिए प्रशासनिक तैयारियां भी दिखी। शुक्रवार को कार्यवाहक कलक्टर हरभाण मीणा ने एनडीआरएफ की टीम से मिलकर बचाव को लेकर कार्य योजना बनाई। उन्होंने जिले के उपखण्ड अधिकारियों व तहसीलदारों को तैयार रहने और व्यापक असर होने पर जिला प्रशासन को सूचित करने के निर्देश दिए।
कंट्रोल रूम स्थापित
जिले में नीलोफर तूफान से निपटने के लिए जिला मुख्यालय सहित सभी उपखण्ड मुख्यालयों पर कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। कलक्टर हरभान मीणा ने बताया कि जिला मुख्यालय के कन्ट्रोल रूम का नम्बर 02982-222226 है। यह चौबीस घण्टे खुला रहेगा। इसी तरह उपखण्ड मुख्यालय व तहसील मुख्यालय पर भी कंट्रोल रूम होंगे, जहां चौबीस घण्टे स्टाफ कार्यरत रहेगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी सभी उपखण्ड मुख्यालयों पर तैनात रहेगी। -
अरब की खाड़ी से उठे नीलोफर तूफान से सीमावर्ती बाड़मेर जिले में तेज हवाएं चलने और बारिश की मौसम विभाग की चेतावनी के बाद पिछले दो दिनों से चर्चाएं चल रही है। आशंकाओं के बीच गुरूवार सुबह बदले मौसम का असर शुक्रवार को भी पूरे दिन रहा। सुबह से ही बादल छाए रहे। जिला मुख्यालय पर गुरूवार रात और शुक्रवार अल सुबह रूक-रूक कर बूंदाबांदी हुई। वहीं रात दस बजे हल्की बूंदाबांदी हुई। ग्रामीण क्षेत्र में भी बूंदाबांदी हुई और कम गति से हवा चली।
इधर, नीलोफर से बचाव के लिए प्रशासनिक तैयारियां भी दिखी। शुक्रवार को कार्यवाहक कलक्टर हरभाण मीणा ने एनडीआरएफ की टीम से मिलकर बचाव को लेकर कार्य योजना बनाई। उन्होंने जिले के उपखण्ड अधिकारियों व तहसीलदारों को तैयार रहने और व्यापक असर होने पर जिला प्रशासन को सूचित करने के निर्देश दिए।
कंट्रोल रूम स्थापित
जिले में नीलोफर तूफान से निपटने के लिए जिला मुख्यालय सहित सभी उपखण्ड मुख्यालयों पर कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। कलक्टर हरभान मीणा ने बताया कि जिला मुख्यालय के कन्ट्रोल रूम का नम्बर 02982-222226 है। यह चौबीस घण्टे खुला रहेगा। इसी तरह उपखण्ड मुख्यालय व तहसील मुख्यालय पर भी कंट्रोल रूम होंगे, जहां चौबीस घण्टे स्टाफ कार्यरत रहेगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी सभी उपखण्ड मुख्यालयों पर तैनात रहेगी। -
फिर हुआ डीजल, पेट्रोल सस्ता, जानें कीमत
नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में कच्चा तेल की कीमतों में आई गिरावट को देखते हुए तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों क्रमश: 2.41 रूपए और डीजल 2.25 रूपए प्रति लीटर की कटौती की है। नई दरें मध्यरात्रि से लागू हो जाएंगी।
सरकार ने 18 अक्टूबर को डीजल को नियंत्रणमुक्त कर दिया था। उस समय तेल विपणन कंपनियों ने डीजल की कीमत 3.37 रूपए (दिल्ली में) घटाई थीं। एक पखवाड़े के दौरान डीजल की कीमतों में दूसरी बार कमी हुई है।
पेट्रोल के दाम में इस वर्ष अगस्त के बाद यह छठी बार कमी की गई है। अगस्त से अब तक पेट्रोल की कीमत 8.27 रूपए (दिल्ली में) घट चुकी है। दिल्ली में अब एक लीटर पेट्रोल 64.24 रूपए का मिलेगा।
डीजल की कीमत दिल्ली में अब घटकर 53.35 रूपए प्रति लीटर रह जाएगी। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतो में लगातार गिरावट का रूख बना हुआ है और पिछले पांच माह के दौरान दाम एक चौथाई लुढ़क चुके हैं। अनुमान व्यक्त किया जा रहा है कि आने वाले दिनों में कच्चे तेल की कीमतों में और गिरावट होगी।
सरकार ने पेट्रोल को जून 2012 में ही सरकारी नियंत्रण से मुक्तकर दिया था, लेकिन डीजल के दाम सरकार तय करती थी। पिछले साल जनवरी में डीजल पर अंडर रिकवरी कम करने के उद्देश्य से सरकार ने तेल विपणन कंपनियों को हर माह 50 पैसे प्रति लीटर बढ़ोतरी करने की इजाजत दी थी। इसके बाद कंपनियों ने हर माह कीमतों में बढ़ोतरी की और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत घटने के बाद पहली बार कंपनियों को इस पर कई वर्षो के बाद फायदा होने लगा।
नरेंद्र मोदी सरकार ने 18 अक्टूबर को लिए फैसले में डीजल की कीमतें तय करने का जिम्मा भी कंपनियों के हवाले कर दिया। इसके बाद से यह दूसरी कटौती है।
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राजे मंत्रिमंडल में फिर फेरबदल, कई मंत्रियों के बदले विभाग
जयपुर। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद विभागों में फेरबदल तीसरे दिन भी जारी रहा। राज्य सरकार ने गुरूवार को फिर कई मंत्रियों के विभाग बदल दिए।
कालीचरण सराफ को दो नए विभागों (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और सैनिक कल्याण विभाग) की जिम्मेदारी और सौंप दी है।
वहीं, मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने केबिनेट मंत्री राजेंद्र राठौड़ और राज्यमंत्री अर्जुनलाल को सौंपा मंत्रिमंडल सचिवालय वापस अपने पास ले लिया है। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद विभागों का बंटवारा 28 अक्टूबर को किया गया था, अगले दिन फिर फेरबदल हुआ।
इन्हें नई जिम्मेदारी
राजेंद्र राठौड़
आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा पद्घति
राजपाल सिंह शेखावत
स्वायत्त शासन एवं आवासन विभाग
अमराराम से छीने विभाग
सैनिक कल्याण, जयपुर शहर पुर्नवास और पुन: बंदोबस्त विभाग -
कालीचरण सराफ को दो नए विभागों (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और सैनिक कल्याण विभाग) की जिम्मेदारी और सौंप दी है।
वहीं, मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने केबिनेट मंत्री राजेंद्र राठौड़ और राज्यमंत्री अर्जुनलाल को सौंपा मंत्रिमंडल सचिवालय वापस अपने पास ले लिया है। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद विभागों का बंटवारा 28 अक्टूबर को किया गया था, अगले दिन फिर फेरबदल हुआ।
इन्हें नई जिम्मेदारी
राजेंद्र राठौड़
आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा पद्घति
राजपाल सिंह शेखावत
स्वायत्त शासन एवं आवासन विभाग
अमराराम से छीने विभाग
सैनिक कल्याण, जयपुर शहर पुर्नवास और पुन: बंदोबस्त विभाग -
राजस्थान में कुछ इस तरह की जाएंगी पुलिस भर्ती
जयपुर। राजस्थान पुलिस सेवा में भर्ती होने वाले सिपाहियों की शारीरिक माप-तौल एवं भाग-दौड़ का डाटा तैयार करने के लिए अब पूरी तरह से वैज्ञानिक तकनीक से काम किया जाएगा।
सिपाही की शारीरिक क्षमताओं का सही आंकलन करने और गतिविधियों पर नजर बनाए रखने के लिए अब एक चिप लगाई जाएगी। यह चिप सिपाही के बारे में पूरा डाटा तैयार करेगी।
बाद में यह डाटा पुलिस मुख्यालय में सुरक्षित रखा जाएगा। यह परीक्षा जयपुर, अजमेर , उदयपुर, कोटा, अलवर, जोधपुर, बीकानेर, भरतपुर, पाली और भीलवाड़ा में आयोजित होनी है।
मीना के समय हुआ था प्रयोग
पूर्व डीजीपी हरीश चंद्र मीना के समय दौड़ परीक्षा का आयोजन किया गया था। उसमें कई अभ्यर्थी तेज दौड़ने के कारण अचेत हो गए थे। उस समय हरीश चंद्र मीना ने अभ्यर्थियों को कई किलोमीटर तक दौड़कर दौड़ क्षमता का परिचय दिया था। बाद में प्रयोग के तौर पर कुछ अभ्यर्थियों के शरीर पर चिप लगाई गई थी।
ली जाएंगी एक लाख से भी ज्यादा चिप
पुलिस मुख्यालय के अनुसार इस साल और अगले साल होने वाली परीक्षाओं के लिए एक लाख बीस हजार चिप किराए पर लेने की तैयारी चल रही है। साथ ही सीसीटीवी कैमरे एवं अन्य उपकरण भी लेने की योजना है।
सभी उपकरण खरीदने की जगह इन उपकरणों को किराए पर लेने की तैयारी चल रही है। इन चिपों को परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के शरीर पर लगाया जाएगा।
एक लाख बीस हजार चिप और सीसीटीवी कैमरों के लिए एक करोड़ अस्सी लाख रूपए का शुल्क रखा गया है। इस तरह से काम करेगी चिप दौड़ करने एवं अन्य व्यायामों में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों के हाथ पर बांधी जाएगी।
इससे दौड़ में लगा समय, दौड़ के समय शरीर की स्थिति जैसे ब्लड प्रेशर, हार्टबीट एवं अन्य तरह की गतिविधियों पर नजर रखकर पूरा डाटा तैयार करेगी। इसके बाद इस चिप को निकालकर यह डाटा पुलिस मुख्यालय में सेव कर दिया जाएगा। चिप लगाने वाली कंपनी ही सीसीटीवी कैमरे लगाकर रिर्काडिंग कराएगी। -
सिपाही की शारीरिक क्षमताओं का सही आंकलन करने और गतिविधियों पर नजर बनाए रखने के लिए अब एक चिप लगाई जाएगी। यह चिप सिपाही के बारे में पूरा डाटा तैयार करेगी।
बाद में यह डाटा पुलिस मुख्यालय में सुरक्षित रखा जाएगा। यह परीक्षा जयपुर, अजमेर , उदयपुर, कोटा, अलवर, जोधपुर, बीकानेर, भरतपुर, पाली और भीलवाड़ा में आयोजित होनी है।
मीना के समय हुआ था प्रयोग
पूर्व डीजीपी हरीश चंद्र मीना के समय दौड़ परीक्षा का आयोजन किया गया था। उसमें कई अभ्यर्थी तेज दौड़ने के कारण अचेत हो गए थे। उस समय हरीश चंद्र मीना ने अभ्यर्थियों को कई किलोमीटर तक दौड़कर दौड़ क्षमता का परिचय दिया था। बाद में प्रयोग के तौर पर कुछ अभ्यर्थियों के शरीर पर चिप लगाई गई थी।
ली जाएंगी एक लाख से भी ज्यादा चिप
पुलिस मुख्यालय के अनुसार इस साल और अगले साल होने वाली परीक्षाओं के लिए एक लाख बीस हजार चिप किराए पर लेने की तैयारी चल रही है। साथ ही सीसीटीवी कैमरे एवं अन्य उपकरण भी लेने की योजना है।
सभी उपकरण खरीदने की जगह इन उपकरणों को किराए पर लेने की तैयारी चल रही है। इन चिपों को परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के शरीर पर लगाया जाएगा।
एक लाख बीस हजार चिप और सीसीटीवी कैमरों के लिए एक करोड़ अस्सी लाख रूपए का शुल्क रखा गया है। इस तरह से काम करेगी चिप दौड़ करने एवं अन्य व्यायामों में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों के हाथ पर बांधी जाएगी।
इससे दौड़ में लगा समय, दौड़ के समय शरीर की स्थिति जैसे ब्लड प्रेशर, हार्टबीट एवं अन्य तरह की गतिविधियों पर नजर रखकर पूरा डाटा तैयार करेगी। इसके बाद इस चिप को निकालकर यह डाटा पुलिस मुख्यालय में सेव कर दिया जाएगा। चिप लगाने वाली कंपनी ही सीसीटीवी कैमरे लगाकर रिर्काडिंग कराएगी। -
सहेलियों से झगड़ा, कॉलेज छात्रा ने की सुसाइड
भरतपुर। भरतपुर में एक कालेज की छात्रा ने शुक्रवार सुबह जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली।पुलिस के अनुसार भरतपुर की आर डी गर्ल्स कालेज की छात्रा सुमन सुबह कालेज आने के बाद कालेज के गेट पर विषैले पदार्थ का सेवन कर लिया जिससे उसकी मौत हो गई। धोरमुई गांव की रहने वाली सुमन के आत्महत्या कर लेने का कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है लेकिन दो दिन पहले उसका अपनी सहेलियों के साथ झगड़ा हुआ था।
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