जलपाईगुड़ी। पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के धूपगुड़ी में मंगलवार को एक किशोरी का नग्न शव पटरियों के पास पड़ा मिला। मृतका ने सोमवार को कंगारू कोर्ट(ग्रामीण पंचायत) का आदेश मानने से इनकार कर दिया था। इस पंचायत की मुखिया कथित रूप से तृणमल कांग्रेस की एक महिला पार्षद थी। मृतका के परिवार ने 13 लोगों के खिलाफ दुष्कर्म और हत्या का मामला दर्ज कराया है। आरोपियों में से 11 तृणमूल के कार्यकता है। तीन जनों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया है। हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने अपने किसी भी नेता के इस मामले में शामिल नहीं होने की बात कही है।
जानकारी के अनुसार लड़की के पिता ने अपने पड़ोसी अनिल रॉय से खेती के लिए एक बिजली से चलने वाला चप्पू किराए पर लिया था। इस चप्पू का किराया बकाया था। इस पर रॉय ने तृणमूल नेताओं की मदद मांगी। सोमवार शाम को तृणमूल नेता और पूर्व पार्षद चन्द्रकांत रॉय ने बैठक बुलाई। बैठक में लड़की के पिता से मारपीट की गई। किशोरी ने इसका विरोध किया और अपने पिता को पीटने से रोका तो पंचायत का गुस्सा लड़की पर फूट पड़ा। कुछ लोगों ने उसकी भी पिटाई कर दी। घटना के बाद से लड़की गायब थी और कई घंटों बाद पटरियों के पास उसका शव मिला।
शव को सबसे पहले देखने वाले गणेश प्रसाद ने कहाकि, सुबह सवा आठ बजे मैंने एक शव देखा जो अन्य शवों से अलग था। अगर कोई ट्रेन से कट जाता है तो उसके टुकड़े हो जाते हैं लेकिन उन पर कपड़े होते हैं। लेकिन इस मामले में ऎसा नहीं था केवल कंधे को छोड़कर और कहीं कोई कपड़ा नहीं था। कथित रूप से जिन लोगों ने लड़की से दुर्व्यवहार किया था उन्होंने दावा किया कि उसने आत्महत्या की।
जबकि लड़की के मामा ने बताया कि ग्रामीणों ने उसे खुलेआम धमकी दी थी। उसने कहा, मेरे जीजा को पीटा गया और मेरी भांजी ने विरोध किया। उन्होंने उसे धमकी दी। अगर उसने आत्महत्या की तो फिर उसके कपड़े कहां है? मुझे लगता है कि उन्होंने उससे दुष्कर्म किया और मार डाला। तृणमूल कांग्रेस ने इस घटना में अपनी भूमिका से इनकार किया है वहीं सीपीएम ने विरोध में राज्य में प्रदर्शन का आह्वान किया। -
जानकारी के अनुसार लड़की के पिता ने अपने पड़ोसी अनिल रॉय से खेती के लिए एक बिजली से चलने वाला चप्पू किराए पर लिया था। इस चप्पू का किराया बकाया था। इस पर रॉय ने तृणमूल नेताओं की मदद मांगी। सोमवार शाम को तृणमूल नेता और पूर्व पार्षद चन्द्रकांत रॉय ने बैठक बुलाई। बैठक में लड़की के पिता से मारपीट की गई। किशोरी ने इसका विरोध किया और अपने पिता को पीटने से रोका तो पंचायत का गुस्सा लड़की पर फूट पड़ा। कुछ लोगों ने उसकी भी पिटाई कर दी। घटना के बाद से लड़की गायब थी और कई घंटों बाद पटरियों के पास उसका शव मिला।
शव को सबसे पहले देखने वाले गणेश प्रसाद ने कहाकि, सुबह सवा आठ बजे मैंने एक शव देखा जो अन्य शवों से अलग था। अगर कोई ट्रेन से कट जाता है तो उसके टुकड़े हो जाते हैं लेकिन उन पर कपड़े होते हैं। लेकिन इस मामले में ऎसा नहीं था केवल कंधे को छोड़कर और कहीं कोई कपड़ा नहीं था। कथित रूप से जिन लोगों ने लड़की से दुर्व्यवहार किया था उन्होंने दावा किया कि उसने आत्महत्या की।
जबकि लड़की के मामा ने बताया कि ग्रामीणों ने उसे खुलेआम धमकी दी थी। उसने कहा, मेरे जीजा को पीटा गया और मेरी भांजी ने विरोध किया। उन्होंने उसे धमकी दी। अगर उसने आत्महत्या की तो फिर उसके कपड़े कहां है? मुझे लगता है कि उन्होंने उससे दुष्कर्म किया और मार डाला। तृणमूल कांग्रेस ने इस घटना में अपनी भूमिका से इनकार किया है वहीं सीपीएम ने विरोध में राज्य में प्रदर्शन का आह्वान किया। -